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हेल्थ

हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए बेहद कारगर हैं ये आसन, बस रोजाना मात्र 10 मिनट करें

व्यायाम न केवल आपके हृदय, फेफड़े और मांसपेशियों के लिए अच्छा है। शारीरिक गतिविधि आपकी हड्डियों को स्वस्थ रखने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है, चाहे आप युवा हों या बूढ़े।

हड्डियाँ जीवित अंग हैं, इरविंग, टेक्सास में मेडिकल सिटी लास कॉलिनस में एक आर्थोपेडिक्स और स्पोर्ट्स मेडिसिन डॉक्टर, कार्मेलिटा टीटर कहते हैं। आपके शुरुआती से 20 के दशक के मध्य में, आपकी हड्डियों में कैल्शियम की आपूर्ति जमा हो जाती है।

एक बार जब आप अपने 40 के दशक में पहुंच जाते हैं, तो हड्डियों का द्रव्यमान कम होने लगता है। यदि आपके शरीर को कैल्शियम की आवश्यकता है और आपको अपने आहार से पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलता है, तो आपका शरीर इसे हड्डियों से ले लेगा, डॉ. टीटर कहते हैं।

तितली आसन: तितली आसन/बटरफ्लाई आसन महिलाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी है. बटरफ्लाई आसन करने के लिए पैरों को सामने की ओर फैलाते हुए बैठ जाएं,रीढ़ की हड्डी सीधी रखें. घुटनो को मोड़ें और दोनों पैरों को श्रोणि की ओर लाएं. दोनों हाथों से अपने दोनों पांव को कस कर पकड़ लें. सहारे के लिए अपने हाथों को पांव के नीचे रख सकते हैं.

अनुलोम विलोम प्राणायाम: पालथी मार कर सुखासन में बैठें. इसके बाद दाएं अंगूठे से अपनी दाहिनी नासिका पकड़ें और बाई नासिका से सांस अंदर लें लीजिए. अब अनामिका उंगली से बाई नासिका को बंद कर दें. इसके बाद दाहिनी नासिका खोलें और सांस बाहर छोड़ दें. अब दाहिने नासिका से ही सांस अंदर लें और उसी प्रक्रिया को दोहराते हुए बाई नासिका से सांस बाहर छोड़ दें.

गर्मियों के सीजन में मोटापा कम करने के लिए आप भी करें इन फलों का सेवन

गर्मियों का सीजन दही मट्ठा , कोल्ड कॉफ़ी, सारी ठंडी चीज़ों का सेवन करने लगते हैं. वैसे ही लोग कई सारे फलों का सेवन भी शुरू करते हैं. एक फल है आम. आम का फल स्वाद के साथ सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है.

आम खाने से शरीर की कई समस्यायें दूर होती है.  आम गर्मियों में खाने से कई सारे फायदे भी होते हैं. तो चलिए जानते हैं गर्मियों में आम किस तरह से फायदा पहुंचता है.

वजन कम होता है- मोटापा कम करने के लिए भी आम एक अच्छा उपाय है आम की गुठली में मौजूद रेशे शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में बहुत फायदेमंद होते हैं.

रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है- अगर आपकी प्रतिरोधक क्षमता कम है तो आम का सेवन करने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में भी इजाफा होता है.

पाचन क्रिया ठीक होती है- आम में ऐसे कई एंजाइम्स होते हैं जो प्रोटीन को तोड़ने का काम करते हैं इससे भोजन जल्दी पच जाता है. डाइजेस्टिव सिस्टम भी अच्छा रहता है.

कैंसर से बचाव होता है- जो कैंसर के खतरे को कम करआम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कोलोन कैंसर, ल्यूकेमिया प्रोस्टेट कैंसर से बचाव में फायदेमंद है इसमें क्यूर्सेटिन, एस्ट्रागालिन फिसेटिन जैसे ऐसे कई तत्व होते हैंता है.

सुबह खाली पेट नट्स का सेवन करने से आपकी इम्यूनिटी होगी बूस्ट यहाँ जानिए इसके लाभ

ड्राई फ्रूट्स सेहत के लिए फायदेमंद है ये बात तो आप सभी जानते हैं. वजन बढ़ाना हो या फिर प्रोटीन की मात्रा पूरी करनी हो ड्राई फ्रूट्स हर तरीके से बेस्ट होते हैं. सुबह खाली पेट भीगे हुए नट्स खाने से आप पूरे दिनभर एनर्जेटिक रह सकते हैं.

साथ ही नट्स का सेवन करने से आपकी इम्यूनिटी बूस्ट हो सकती है. कई बारे मम्मी घर पर सिर्फ बादाम ही भिगोती होंगी सुबह खाली पेट देती होंगी. लेकिन ऐसे कई ड्राई फ्रूट्स हैं जो भीगे हुए खाने से कई फायदे मिलते हैं. तो चलिए जानते हैं कौन से हैं वो ड्राई फ्रूट्स.

बादाम- यह हाई फैट फूड क्या आपकी हेल्थ के लिए अच्छा है इनमें मोनोअनसैचुरेटिड फैट का स्तर हाई होता है, जो कि हार्ट अटैक के खतरे को कम करने में सहायक है. दूसरे नट्स के मुकाबले इसमें सबसे ज़्यादा फाइबर होता है.

काजू- काजू का फ्लेवर न सिर्फ क्रीमी होता है, बल्कि दूसरे नट्स के मुकाबले इनमें फैट भी कम होता है. नट्स में पाए जाने वाले सैचुरेटिड, मोनोअनसैचुरेटिड पोली अनसौचुरेटिड फैट के उपयुक्त अनुपात की वजह से ऐसा होता है.

पिस्ता- एक पिस्ते में 4 से भी कम कैलोरी होती है. दिन में पांच से सात पिस्ता खाना हेल्थ के लिए अच्छा रहता है. आप इन्हें सलाद में डाल सकते हैं या फिर अगली बार पेस्टो सॉस बना सकते हैं.

 

यदि छोटे बच्चों में भी बढ़ रही हैं पीठ दर्द की समस्या तो जरुर जानिए इसका इलाज़ व लक्ष्ण

ऑनलाइन के इस दौर में आज कल बड़ों के साथ साथ बच्चों की लाइफस्टाइल भी ख़राब होती जा रही है. आज कल छोटे बच्चे बचपन से ही मोबाइल से चिपके रहते हैं. जिसके चलते बच्चों की आखें वीक, सर दर्द, कमर दर्द, अनियमित खान पान की आदत हो जाती है.

वहीं कोरोना काल ने बच्चों की फिजिकल एक्टीविटीज  पर भी रोक लगा दी है. जिसके कारण ज्यादातर बच्चों में पीठ दर्द (Back Pain) की समस्या भी देखने को मिलती है. आपका बच्चा स्कूल जाता है तो क्या कभी अपने सोचा है.

पीठ दर्द के कारण

बता दें कि बच्चों की पीठ की हड्डी काफी नुजक होती है. ऐसे में पीठ दर्द उठने के कई कारण हो सकते हैं. हालांकि, ज्यादातर कई घंटों तक फोन, लैपटॉप या फिर टीवी के आगे गलत पॉश्चर में बैठने के कारण न सिर्फ पीठ में बल्कि गर्दन, कंधे पैर में भी दर्द होने की आशंका बढ़ जाती है.

पीठ दर्द के लक्षण

अक्सर पीठ में दर्द के कारण सूजन, झनझनाहट, सिहरन होना, टॉयलेट कंट्रोल न होना, गर्दन पैर में दर्द के साथ-साथ बुखार इंफेक्शन भी देखने को मिलने लगता है. इसके अलावा कई बार गलत पोजीशन में सोने के कारण भी पीठ दर्द होने लगता है.

बच्चों को पीठ में दर्द की समस्या से बचाने के लिए दो महत्वपूर्ण चीजों को उनकी डेली रूटीन का पार्ट बनाना जरूरी होता है. पहला एक्सरसाइज या फिर योगा दूसरा हेल्दी डाइट.  ध्यान रहे कि अपने बच्चों की हेल्दी डाइट में पनीर, हरी सब्जियां, दही, शामिल करना न भूलें.

 

खाने के साथ आखिर लेना चाहिए दही या छाछ ? जानिए इनके कुछ फायदें

आयुर्वेद की माने तो छाछ सबसे फायदेमंद है. चाहे चेहरे की बात हो या डाइजेस्टिव सिस्टम की. छाछ सबसे ज्यादा इंसान के शरीर को फायदा करता है. दही में पानी डालकर मथने से जो छाछ तैयार किया जाता है वो दही से ज्यादा फायदेमंद होता है.

खाना खाने के बाद छाछ का सेवन करना पाचन के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. खाना खाने के बाद छाछ का सेवन करना डाइजेस्टिव के लिए बहुत फायदा करता है.

-शरीर के पाचन को बेहतर बनाने में छाछ बहुत फायदेमंद है. यह अपच की समस्या को हल करने में मदद करता है.

-एसिडिटी अधिकतर लोगों में होने वाली सबसे आम स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है. भोजन के बाद एक कप छाछ का सेवन एसिडिटी से तुरंत राहत पाने में मदद करेगा.

-बार-बार हिचकी आने की समस्या हो, तो छाछ में एक चम्मच सौंठ डालकर सेवन करना लाभदायक होगा. ऊल्टी आने या जी मचलाने पर छाछ में जायफल घिसकर इसके मिश्रण को पीने से लाभ मिलता है.

-गर्मी के मौसम में पसीना बहुत आता है ऐसे में डिहाइड्रेशन हो सकती है. इससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है. लेकिन छाछ का सेवन इस कमी को दूर करता है.

 

हाथों से बर्तनों को धोने से होने वाले इन फायदों के बारे में नहीं जानते होंगे आप…

घर की महिलाओ को ही इन कामो को करना पड़ रहा है लेकिन क्या आप जानते है की इन कामो को करने से आपकी सेहत को भी कई लाभ होते है

बर्तनो के धोने पर इससे होने वाले एलर्जी को भी कम किया जा सकता है हाथों से बर्तनों को धोने से एक्जिमा और अस्थमा की समस्याओं को दूर रखा जा सकता हैं।

जो महिलाएं बर्तनों को धोते समय ग्रीस छोड़ देती हैं, उनमें रिश्ते की संतुष्टि कम और संघर्ष अधिक होता है। इसका असर उनकी सेक्स लाइफ पर भी पड़ता है। कपलकी खुशी इस घर का काम एक साथ करने में है।

इसके पीछे का कारण हानिकारक बैक्टीरिया के साथ-साथ बर्तनों द्वारा प्रतिरक्षा-प्रणाली को मजबूत करने वाले कीटाणुओं को हटाना है।अब, बस साबुन और सफाई स्पंज के साथ बर्तन साफ करें।

 

प्रेगनेंट महिलाओं के लिए किसी औषधि से कम नहीं हैं पुदीना, यहाँ देखिए इसके लाभ

गर्मियों के मौसम में ठंडक पहुचाने के लिए पुदीना बेहद फायदेमंद होता है और सेहत के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है। इसमें औषधीय गुणों की भरमार पाई जाती है। इस च्वइंग गम में पोषक तत्त्व पाए जाते हैं जिससे मेमोरी पर सकारात्मक असर पड़ता है।यह न सिर्फ बीमारियों से छुटकारा दिलाता है च्वइंग गम खाने से याददाश्त बढ़ती है।

अधिकतर लोग पुदीना के फायदे व औषधीय गुणों से अच्छी तरह से परिचित हैं, लेकिन इसमें कौन-कौन से विशिष्ट तत्वों का समावेस है इसकी जानकारी उन्हें नहीं होती है। आइये जानते है पुदीना की पत्तियों में पाए जाने वाले पोषक तत्व और फायदे व सवास्थ्य लाभ के बारे में

इसका सेवन करने से पाचन क्रिया सक्रिय रहती है।पुदीना प्रेगनेंट महिलाओं के लिए काफी अच्छा होता है। कैंसर से बचाव करने में पुदीना कारगर साबित होता है। इसमें भरपूर औषधीय गुण पाए जाते हैं जो कैंसर की रोकथाम करते हैं।

पुदीने के पत्तों में तरह-तरह के एंजाइम मौजूद होते हैं जिसके चलते इस बीमारी से बचा जा सकता है।जी मिचलाने की समस्या को दूर करने में भी पुदीने के पत्ते प्रभावकारी होते हैं।

थकान के कारण काम पर फोकस करने में यदि होती हैं दिक्कत तो इन बातों का रखें ध्यान

कार्यालय या घर पर कार्य करने के दौरान हम एक ही मुद्रा में बहुत ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं. इससे हमारे शरीर में रक्त का प्रवाह सुचारु रूप से नहीं हो पाता है. पानी शरीर के लिए बहुत आवश्यक है. पानी की कमी से शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है जिससे थकावट महसूस होती रहती है. इसलिए पानी खूब पिएं.

बचपन से पढ़ते आ रहे हैं कि हमारे शरीर को प्रोटीन युक्त आहार की आवश्यकता होती है लेकिन पौष्टिक व स्वास्थ्यवर्धक आहार लेने के बजाय हम ऊलजलूल चीजें खाते रहते हैं.

जब भी थकान महसूस होती है, फोकस करने में दिक्कत होती है, काम पर कॉन्सनट्रेशन नहीं हो पाता है या फिर एनर्जी की कमी महसूस होती है तो सबसे पहले आपको क्या याद आता है? हम में से 80 प्रतिशत लोगों का जवाब होगा- 1 कप कॉफी। इसमें कोई शक नहीं कि अगर कभी काम के दौरान एनर्जी की कमी महसूस हो रही है,

इसलिए कार्य करने के दौरान बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें व स्ट्रेचिंग करते रहें इससे आपकी शरीर को थकान महसूस नहीं होगी व आप लम्बे समय तक कार्य भी कर पाएंगे.हरी साग-सब्जी का सेवन करेंगे तो शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषण मिलेगा व शरीर नहीं थकेगा.

 

स्किन कैंसर के खतरे को खत्म करता हैं टमाटर का सेवन, शोध में हुआ बड़ा खुलासा

भारतीय व्यंजनों में टमाटर का विशेष महत्व है। इसका उपयोग सब्जियों, सलाद में, सूप के रूप में, सॉस के रूप में और सौंदर्य उत्पाद के रूप में भी किया जाता है।

स्टडी में रिसर्चर ने बताया कि कैसे न्यूट्रि‍शनल इंटरवेंशन स्किन कैंसर के खतरे में बदलाव ला सकता है. रिसर्च के दौरान पुरुषों को खाने में रोजाना 35 हफ्तों तक टोटल खाने का 10% टमाटर पाउडर खिलाया गया और फिर धूप में छोड़ दिया. रिसर्च में देखा गया कि टमाटर ना खाने वालों की तुलना में लगभग 50% में स्किन कैंसर का रिस्क कम था.

गर्भावस्था में टमाटर का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है; इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है, जो गभर्वती के लिए काफी अच्छा होता है.गठिया में टमाटर बहुत फायदेमंद है।

अजमोद को टमाटर के रस में मिलाकर रोजाना पीने से गठिया के दर्द में आराम मिलता है।गर्भावस्था में टमाटर का सेवन बहुत फायदेमंद होता है यह विटामिन सी से समृद्ध है, जो गर्भावस्था के लिए अच्छा है।अगर आपको पेट के कीड़े हैं, तो सुबह खाली पेट टमाटर पर काली मिर्च डालकर खाएं।

पीलिया से पीड़ित मरीज़ के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं गन्ने का जूस

ऊर्जा हासिल करने के लिए गन्ने का जूस सबसे अच्छा जरिया है. इससे आप सुनिश्चित होते हैं कि आपको डिहाइड्रेशन न हो. जूस में शुगर शरीर के जरिए आसानी से अवशोषित हो जाता है.

स्वाद में गन्ना बहुत मीठा होता है, उसमें कैलोरी की कम मात्रा पाई जाती है. गन्ने के जूस को नींबू और सेंधा नमक के साथ मिलाने पर ये और भी ज्यादा स्वादिष्ट हो जाता है और शरीर को फौरन ऊर्जा देता है.

पीलिया से पीड़ित शख्स को गन्ने का जूस इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है. ये जूस लिवर के लिए बेहद मुफीद होता है. ये लिवर के काम को सुधारता है और उससे जुड़ी बीमारियों को दूर करता है.

गन्ने के जूस में फाइबर की अत्यधिक मात्रा देर तक भरा रखती है और वजन घटाने में आपकी मदद करती है. ये शरीर में कोलेस्ट्रोल लेवल को भी कम करती है और हमारे दिल को सेहतमंद रखने का काम करती है.