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हेल्थ

ब्रेकफास्ट के दौरान की गई ये गलतियाँ आपके वजन को कम करने की जगह बढ़ा सकती हैं

वजन कम करने के लिए आप कितनी ही कोशिशें करें लेकिन कुछ गलतियां ऐसी हैं, जिन्हें दोहराते रहने से आपकी कोशिशें बेकार हो जाती हैं। ये गलतियां इतनी छोटी होती हैं कि कभी-कभी तो आपका इनपर ध्यान भी नहीं जा पाता।

आज हम आपको वेट लॉस से जुड़ी ऐसी ही कॉमन गलतियां बता रहे हैं। तो ये आपके वजन करने के मिशन में सबसे बड़ी बाधा हो सकती है। वजन कम करना चाहते हैं तो ब्रेकफास्ट आपका मुख्य मील होना चाहिए।

उन्हें लंच के समय बहुत ज्यादा भूख लगती है। ब्रेकफास्ट के दौरान आप कैलोरी लेने की तरफ ध्यान दें क्योंकि ब्रेकफास्ट के दौरान ली गई कैलोरी पूरे दिन भर में बर्न हो जाती हैं।

पानी कम पीना- अगर वजन कम करना चाहते हैं, तो सबसे पहले खूब पानी पीना शुरू कर दें। पानी पीने से आपकी बॉडी हाइड्रेड रहने के अलावा डिटॉक्स भी होती है।

फिजिकल एक्टिविटी- अगर आप बिल्कुल भी फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते और संतुलित डाइट ले रहे हैं, तो आप अपना वजन बिल्कुल भी कम नहीं कर सकते हैं। बैलेंस डाइट के साथ एक्सरसाइज भी जरूरी है।

 

विटामिन सी से भरपूर आंवले का सेवन आपको दिलाएगा ये सभी फायदें

कई छोटी-छोटी कोशिशें हमें हेल्दी रखने में मदद करते हैं। जैसे, सुबह के समय गुनगुना पानी पीने के कई फायदे हैं। इसी तरह सुबह खाली पेट एक आंवले का सेवन आपको कई बीमारियों से बचाता है। सबसे पहला और बड़ा कारण है कि आंवला विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड) से समृद्ध है। 100 ग्राम आंवले में संतरे से 10 से 30 गुना अधिक विटामिन सी होता है। आइए, जानते हैं सुबह खाली पेट आंवला खाने के फायदे

आंवले में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट और विटमिन सी मेटाबॉलिज्मह को बढ़ावा देने तथा सर्दी-खांसी सहित वायरल और बैक्टीरियल बीमारियों को रोकने में मदद करता है।

गंभीर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण एथेरोस्क्लेरोसिस हो सकता है। यह एक ऐसी बीमारी है जो धमनियों को प्रभावित करती है और प्लेक जमने लगता है। विटामिन सी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। और इस प्रकार यह हमारे सिस्टम में इस क्षति से निपटने में बहुत प्रभावी है।

आंवला अपने रक्त शुद्ध करने वाले गुणों के लिए प्रसिद्ध है। यह आपकी त्वचा को साफ करने में मदद करता है, मुंहासे को रोकता है और आपको एक चमकदार रंग देता है।

आंवला में विटामिन सी भी आपकी त्वचा को हाइड्रेटेड रखने, रेडनेस को कम करने और क्षतिग्रस्त त्वचा कोशिकाओं की मरम्मत करने के लिए एक शानदार एजेंट है।

 

 

 

डायबिटीज जैसी जानलेवा बीमारी से रहना है दूर तो हल्दी का सेवन जरुर करें

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसका कोई परमानेंट इलाज नहीं है। इसे सिर्फ हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है। डायबिटीज में ब्लड शुगर अनकंट्रोल तरीके से बढ़ता है जिससे कई गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।

विशेषज्ञों की मानें, तो खराब दिनचर्या और खानपान के चलते डायबिटीज एक आम बीमारी बन गई है।  इसे सही तरह से मैनेज न किया जाए, तो यह खतरनाक रूप ले सकती है।

हल्दी का सेवन रोजाना हम किसी ना किसी रूप में करते ही हैं। चाहे वो दाल के जरिए हो, सब्जी के जरिए हो या फिर किसी अन्य व्यंजनों के जरिए, हम विभिन्न रूपों में हल्दी का सेवन करते हैं जो हमें कई प्रकार से स्वास्थ्य लाभ पहुंचाती है।

कई अध्ययन इस बात का दावा कर चुके हैं कि सीमित मात्रा में हल्दी का सेवन ब्लड शुगर को काफी हद तक कम कर सकता है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो आपको हल्दी का ज्यादा फायदा लेने के लिए इसमें आंवला और अदरक मिला सकते हैं।

अदरक और आंवला के मिश्रण आपको विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट सहित विभिन्न पोषक तत्व प्रदान करता है। इसके सेवन से आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। इतना ही नहीं, यह मिश्रण आपके इम्यून सिस्टम को भी मजबूती प्रदान करता है।

डाइट में ग्रीन टी शामिल करने से आपको मिलेंगे ये अद्भुत फायदे, डाले एक नजर

एक फिटनेस फ्रीक की डाइट में ग्रीन टी शामिल ना हो, ऐसा तो संभव ही नहीं है। जब लोग वजन कम करने और अपने मेटाबॉलिज्म को बूस्टअप करने की दिशा में कदम बढ़ाते हैं तो ऐसे में वह अपनी रेग्युलर टी को ग्रीन टी से स्विच करते हैं।

यह एंटीऑक्सीडेंट्स से लेकर अन्य कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होती है और इसलिए हर किसी को इसे डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है। हालांकि, किसी भी चीज का लाभ वास्तव में तभी मिलता है, जिनका ध्यान ग्रीन टी पीते समय रखा जाना चाहिए। जानिए इस लेख में-

कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि अगर वह खाने के बाद ग्रीन टी का सेवन करते हैं तो इससे उनकी भोजन की कैलोरी बर्न हो जाएगी। जबकि वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं होता। सच्चाई तो यह है कि खाने के ठीक बाद ग्रीन टी का सेवन करना सही नहीं माना जाता।  प्रोटीन अब्जॉर्ब करने में समस्या होती है।

 ग्रीन टी पीने का यह तरीका भी सही नहीं है। दरअसल, जब आप सुबह उठते हैं तो आपने कई घंटों की फास्टिंग की होती है, इसलिए इस दौरान आपको कुछ ऐसा खाना चाहिए जो हल्का हो और आपके मेटाबॉलिज्म को बूस्ट अप करे।

Raisins Benefits: वजन बढ़ाने में बेहद कारगर हैं किशमिश यहाँ जानिए इसके कुछ फायदें

किशमिश का सेवन आपने पहले तो किया होगा लेकिन क्या आप जानते हैं, किशमिश आपको वजन बढ़ाने में खास तरीके से मदद भी करता है. किशमिश खाने के आपकी सेहत को कई फायदे.

मीठे पकवानों जैसे खीर, हलवे में स्वाद बढ़ाने के लिए भी अक्सर किशमिश का प्रयोग रसोईघर में होता है. जब बात वजन घटाने  की तो बहुत से विकल्प हमारे पास मौजूद होते हैं, वहीं वजन बढ़ाना  हो तो यह समझ ही नहीं आता ऐसा क्या जाए कि वजन बढ़ जाए.

प्रेसवायर 18 में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक यदि आपको वजन बढ़ाना है, तो डाइट में कैलोरी की मात्रा अधिक शामिल करनी होगी. बता दें किशमिश में कैलोरी काफी मात्रा में होती है. 100 ग्राम किशमिश में लगभग 299 कैलोरी होती है.

किशमिश में मौजूद कैलोरी वजन बढ़ाने  में सहायक होती है. इसके अलावा, इसमें नेचुरल शुगर कार्बोहाइड्रेट्स भी होते हैं. जो वजन बढ़ाने के लिए प्रभावी तत्व होते हैं. बता दें किशमिश में नेचुरल शुगर होता है शुगर में फ्रक्टोज अधिक होता है. जानकारों का कहना है कि फ्रुक्टोज युक्त फूड्स के सेवन से वजन बढ़ाना आसान हो जाता है.

 

सौंफ आंखों की रोशनी में सुधार करने के लिए है बेहद कारगर, देखिए इसके लाभ

सौंफ  का इस्तेमाल मसाले के रूप में कई व्यंजनों के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है. ये एक प्राकृतिक माउथ फ्रेशनर के रूप में भी काम करता है.

पाचन संबंधी समस्याओं के लिए एक प्राचीन उपाय है. सौंफ औषधीय गुणों से भरपूर होती है. इसमें कैल्शियम, विटामिन सी, आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं.

ये आपके रक्त प्रवाह में ऑक्सीजन संतुलन बनाए रखने में सहायक होते हैं. ये त्वचा को ठंडक प्रदान करते हैं. सौंफ के बीज त्वचा पर चकत्ते और रूखेपन का इलाज करने में मदद करते हैं. आप सौंफ के बीजों से बना पेस्ट त्वचा पर लगा सकते हैं.

सौंफ में अधिक मात्रा में विटामिन ए होता है. ये हमारी आंखों की रोशनी में सुधार करता है. आप एक से दो चम्मच सौंफ को अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं.

सौंफ एनेथोल, फेनचोन और एस्ट्रैगोल जैसे एसेंशियल ऑयल से भरपूर होता है. ये कब्ज, सूजन और अपच को ठीक करने में मदद करता है. ये आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है.

तुलसी में मौजूद औषधीय गुण हमें कई बीमारियों के खतरे से रखते हैं दूर

हमारे देश में तुसली का धार्मिक और आयुर्वेदिक महत्व बहुत ज्यादा है. यही वजह है कि लगभग हर घर में तुलसी का पौधा जरूर होता है. तुलसी का उपयोग कई तरह के स्वास्थ्य संबंधित रोगों में किया जाता है.

तुलसी मिल्क बनाने के लिए आपको सबसे पहले डेढ़ गिलास दूध को उबालना है. दूध के उबलने पर इसमें 8 से 10 तुलसी की पत्तियां डालकर उसे और थोड़ी देर उबालना है. जब दूध लगभग एक गिलास रह जाए तब गैस बंद कर दें.

दूध के हल्का गुनगुना होने पर इसका सेवन करें. याद रखें इस दूध का नियमित सेवन करने से ही आपकी इम्यूनिटी स्टॉग बनेगी और आप कई तरह के रोगों से दूर रहेंगे.

तुलसी में मौजूद औषधीय गुण हमें कई बीमारियों के खतरे से भी दूर रखते हैं. रोज तुलसी के पत्ते खाने से शरीर स्वस्थ रहता है. इसके अलावा तुलसी शरीर में मौजूद संक्रमण को खत्म करने का काम भी करती है.

अगर आपके शरीर में किसी तरह की कोई सूजन हैं तो तुलसी के बीजों का सेवन करने से आपको फायदा होगा. तुलसी के बीज में एंटी इंफ्लामेट्री गुण पाए जाते हैं जो शरीर की सूजन को कम करते हैं. इसके अलाव लूज मोशन होने पर भी तुलसी के बीज फायदा करते हैं.

 

नियमित रूप से चाय पीने वाले लोग जीवन का अधिक आंनद लेते हैं, शोध में हुआ खुलासा

अगर आप चाय की शौकीन हैं तो दूध वाली चाय की जगह पिएं हर्बल टी। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल गुण होते हैं, जो आपको बीमारियों से सुरक्षित रखता है। साथ ही वजन घटाने में भी मदद करता है।

हम में से ज्यादातर लोग अपने दिन की शुरुआत एक कप चाय के साथ करते है। चाय आपको एनर्जी देने का काम करता है। कई लोगों की आदत होती हैं बिना चाय पिएं कोई काम नहीं होता है। इन दिनों लोग रेगुलर दूध वाली चाय को छोड़कर हर्बल चाय पीना पसंद कर रहे हैं। इससे वजन भी नहीं बढ़ता है और बीमारियों से भी बचे रहते हैं।

हर्बल चाय में स्वाद के साथ कई तरह के गुण हैं जो उम्र बढ़ाने में मदद करते हैं। शोध में पता चला कि नियमित रूप से चाय पीने वाले लोग जीवन का अधिक आंनद लेते हैं और पुरानी बीमारी के खतरे को कम करने की संभावना रहते है। चाय सिर्फ रिफ्रेशिंग ड्रिंक नहीं है बल्कि इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें कॉफी के मुकाबले कैफिन की मात्रा कम होती हैं ।

कैमोमाइल चाय में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है। ये आपको शांत रखने के साथ-साथ इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है। यह नसों को शांत कर पाचन तंत्र को बढ़ाने में मदद करता है।  वो लोग लंबा जीवन जीते हैं उन लोगों के मुकाबले जो इस चाय का सेवन नहीं करते हैं।

ये एंटी वायरल, एंटी बैक्टीरियल और एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है जो कैंसर से लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम से भी छुटकारा दिलाता है।

पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में बेहद मददगार हैं घी, जानिए कैसे

घी हमेशा ही स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता रहा है। घी दूध से बनता है। इसमें ओमेगा -3 फैटी एसिड, विटामिन ए, ब्यूटिरिक एसिड और हेल्दी फैट होता है। ये आपके स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाता है। पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाता है।

इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। त्वचा और बालों की समस्याओं से लेकर पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। घरेलू उपाचारों के लिए घी का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं आइए जानें।

बंद नाक का घरेलू उपाय बंद नाक काफी परेशान करने वाली हो सकती है. न केवल आपको लगातार छींक आने लगती है, बल्कि आपको सांस लेने में भी परेशानी होती है। इस कारण सिर दर्द भी हो जाता है।  ऐसा करने से तुरंत राहत मिल सकती है क्योंकि घी गले तक जाता है और संक्रमण को शांत करता है। इसके लिए घी को हल्के तापमान में गर्म करें।

पेट की चर्बी को बर्न करने के लिए घरेलू उपाय घी आवश्यक अमीनो एसिड से भरा होता है। ओमेगा -3 और ओमेगा -6 फैटी एसिड वजन कम करने और शरीर की चर्बी कम करने में मदद करता है।

रोगियों के लिए घरेलू उपाय अगर आप डायबिटीज के रोगी हैं, तो चावल और गेहूं की रोटी खाना आपके लिए बहुत स्वस्थ नहीं हो सकता है, क्योंकि ये ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स हैं। चपाती, परांठे और सफेद चावल में घी का सेवन करने से ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम करने में मदद मिल सकती है।

अंडे और चीनी का कॉम्बिनेशन आपकी सेहत के लिए हो सकता हैं काफी खतरनाक

नाश्ते में झटपट कुछ हेल्दी बनाना हो तो सबसे पहले अंडे का ख्याल मन में आता है। अंडे प्रोटीन का सबसे अच्छा सोर्स माना जाता है। लेकिन इसमें प्रोटीन के साथ कैल्शियम, विटामिन-बी, बायोटिन, रिबोफ्लाविन, थियामिन और सेलेनियम भी मौजूद होता है।

जो शरीर को कई तरह की समस्याओं से दूर रखने में मदद करते हैं।  अंडे के साथ कई ऐसे फूड कॉम्बिनेशन हैं जो सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।

अंडा और चीनी- अंडे और चीनी का कॉम्बिनेशन सेहत के लिए खतरनाक माना जाता है। ऐसा इसलिए इन दोनों में ही अमीनो एसिड मौजूद होता है। जिसके अधिक सेवन से ब्‍लड में क्‍लॉटिंग की समस्या पैदा हो सकती है। इस वजह से भूलकर भी अंडे के साथ चीनी का सेवन न करें।

अंडा और चाय- ऐसा करना आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। अंडे के साथ चाय का सेवन आपके पाचन पर बुरा असर डालकर आपको कब्ज की समस्या पैदा कर सकता है।

अंडा और सोया मिल्क- डॉक्टरों की मानें तो रोजाना दूध का सेवन सेहत को अच्छा बनाए रखने में मदद करता है। लेकिन आप अगर सोया मिल्‍क का सेवन करते हैं तो भूलकर भी अंडे के साथ इसका सेवन न करें। ऐसा करने से आपकी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है।