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हेल्थ

रोजाना खाने में चिकन का सेवन करना भी हो सकता हैं जानलेवा

चिकन खाना सभी को पसंद होता है। इसे देखकर सभी के मुंह में पानी आ जाता है और कुछ लोगों को चिकन खाना इतना पसंद होता है कि वह रोजाना इसका सेवन करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके रोजाना सेवन से हमारी सेहत को काफी नुकसान भी हो सकता है।

चिकन एचसीए यानी कैंसर ब्रेन डिजीज को बढ़ावा देने वाले हेट्रोसाइक्लिक एंजाइम पाए जाते हैं। चिकन में प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है,  इसका सेवन करने से शरीर में हानिकारक तत्व जुड़ जाते हैं.

लंबे समय तक इसका सेवन करने से शरीर में कीटाणु पैदा हो जाते हैं। फ्राइड चिकन की तुलना में ग्रिल्ड चिकन ज्यादा हानिकारक होता हैइसी के साथ आज हम आपको इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताएंगे.

. ग्रिल्ड चिकन में अमीनो मेथिलियो और पर्डीन होते हैं जो शरीर के लिए हानिकारक होते हैं और स्तन और प्रोस्टेट सहित विभिन्न प्रकार के कैंसर के विकास का कारण बनते हैं।

चिकन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मुर्गियों को आर्सेनिक खिलाया जाता है, जिससे उनका उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। यह पदार्थ मनुष्यों के लिए विषैला होता है, उनमें कैंसर और मानसिक मंदता, तांत्रिक संबंधी रोगों को बढ़ावा देता है।

 

शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाना चाहते हैं तो करें इस चीज़ का सेवन

शहद का उपयोग सदियों से खाद्य पदार्थ के रूप में किया जा रहा है। यह एक महत्वपूर्ण औषधि है और साथ ही स्वाद में भी लाजवाब होता है। शहद का हमारे शरीर में बहुत महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।

अगर आप भी अपने शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाना चाहते हैं तो नियमित रूप से गुनगुने पानी में दो चम्मच शहद डालकर पीये। ऐसा करने से आयरन की कमी और एनीमिया जैसे रोग भी दूर होते हैं। शहद में भरपूर मात्रा में लौह तत्व पाया जाता है जो हमारे रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाता है। साथ ही रक्त के बहाव को भी नियमित रखता है।

कीमोथैरेपी में शहद का असरः

अक्सर देखा गया है कि कीमो थेरेपी का इलाज चलते समय व्यक्ति के शरीर में सफेद रक्त कणिकाओं की संख्या बहुत अधिक मात्रा में कम होने लगती है। जो मरीज के शरीर के लिए गंभीर हो सकता है। ऐसे में शहद कीमो थेरेपी का सामना कर रहे व्यक्ति के शरीर में सफेद रक्त कणिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है।

शहद की एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल प्रॉपर्टीः

शायद हमारे शरीर में एंटी ऑक्सीडेंट तत्वों की संख्या को बढ़ाता है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है। शहद हानीकारक सूक्ष्म जीव से लड़ता है और हमारे शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है। चोट या घाव पर अगर सीधे शहद को लगा दिया जाए तो यह एंटीसेप्टिक का काम करता है और बैक्टीरियल, फंगल इंफेक्शन से बचाता है।

गरमा-गरम कॉफी पीने के शौकिन हैं तो पेट के एंजाइम हो सकते हैं डिस्टर्ब

दुनियाभर में कई लोग हैं जो अपनी सेहत को लेकर बड़े सावधान रहते हैं. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी कॉफी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे पीने से बड़े लाभ होते हैं.सुबह उठते ही आप भी गरमा-गरम कॉफी पीने के शौकिन हैं तो आपको इसके बारे में जरूर जनना चाहिए। कुछ लोगों की जिंदगी में कॉफी बहुत महत्वपूर्ण होती है।

कॉफी पीना लाभदायक भी है हानिकारक भी है लेकिन खाली पेट कॉफी पीना ज्यादा खतरनाक है। कॉफी पीने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं लेकिन खाली पेट कॉफी हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकती है।

खाली पेट कॉफी पीने से बचते हैं क्योंकि यह पेट के एंजाइम को डिस्टर्ब कर सकती है. लेकिन आपको बता दे कि कॉफी में घी डालकर पीने से पेट की कई समस्याओं से बचा जा सकता है.

एक्सपर्ट्स का मानना है की घी बटर से कम नमकीन और थोड़ा सा मिठास लिए होता है डायजेस्टिव सिस्टम को सबसे पहले खाना भी नहीं पचाना पड़ता और फैट से आपको एनर्जी भी मिल जाती है.

वहीं अगर कॉफी की खुशबू से ही आपका मूड बन जाता है तो इसके जायदा फायदे लेने के लिए इसमें घी भी डाल ले घी में मौजूद फैट दिमाग के लिए अच्छा होता है, नर्व कनेक्शन ठीक रखता है और मूड अच्छा रखने वाले हॉर्मोन्स रिलीज करता है.

स्वास्थ्यवर्धक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हैं अनार का जूस

सेहत के लिए फल वरदान हैं, लेकिन कभी-कभी यही फल नुकसानदाय‍क भी प्रतीत होते हैं। एक बार इसे पढ़ने के बा आप भी जान जाएंगे इस फल के नुकसान को। अगर आपकी तासीर ठंडी है या फिर आप इंफ्लूएंजा, खांसी अथवा कब्ज से पीड़ित हैं तो आपको अनार का सेवन नहीं करना चाहिए, इससे आपको नुकसान हो सकता है।.

अनार का जूस पीने से रक्तचाप में सुधार होता है, एलडीएल कोलेस्ट्रॉल कम होता है, और ट्राइग्लिसराइड का स्तर कम हो जाता है. अनार का सेवन संक्रमण को दूर करने में मदद कर सकता है.अनार के जूस के सेवन से दिल स्वस्थ रहता है. अनार का जूस स्वास्थ्यवर्धक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. तो य‍ह हानिकारक हो सकता है।

 इन सब के अलावा अनार खाने का एक नुकसान यह भी है कि इसे खाने के लिए मेहनत करनी होती है, जिसमें छिलके उतारकर अनाक के दाने अलग करना शामिल हैं।अनार के रस में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो गठिया से लड़ने में मदद करता है और मेमोरी में सुधार कर सकते हैं. अनार का रस याददाश्त बढ़ाने में मददगार हो सकता है.

गन्ना आपको दिलाएगा बढ़ते वजन से हमेशा के लिए छुटकारा

ऊर्जा हासिल करने के लिए गन्ने का जूस सबसे अच्छा जरिया है. इससे आप सुनिश्चित होते हैं कि आपको डिहाइड्रेशन न हो. जूस में शुगर शरीर के जरिए आसानी से अवशोषित हो जाता है.

स्वाद में गन्ना बहुत मीठा होता है, उसमें कैलोरी की कम मात्रा पाई जाती है. गन्ने के जूस को नींबू और सेंधा नमक के साथ मिलाने पर ये और भी ज्यादा स्वादिष्ट हो जाता है और शरीर को फौरन ऊर्जा देता है.

पीलिया से पीड़ित शख्स को गन्ने का जूस इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है. ये जूस लिवर के लिए बेहद मुफीद होता है. ये लिवर के काम को सुधारता है और उससे जुड़ी बीमारियों को दूर करता है.

गन्ने के जूस में फाइबर की अत्यधिक मात्रा देर तक भरा रखती है और वजन घटाने में आपकी मदद करती है. ये शरीर में कोलेस्ट्रोल लेवल को भी कम करती है और हमारे दिल को सेहतमंद रखने का काम करती है.

एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल तत्वों से भरपूर पुदीने का सेवन शरीर को देगा ठंडक

र्मी के मौसम में पुदीने का सेवन शरीर को ठंडा रखने का सबसे कारगर उपाय है। आम के पन्ने का स्वाद बढ़ाने तक कई तरह के व्यंजनों में किया जाता है.

 आपको जानकर हैरानी होगी कि शरीर को स्वस्थ रखने वाला पुदीना भी गर्मियों में हाइजीन बनाए रखने में काफी मददगार हो सकता है। जी हां, पुदीने के स्प्रे की मदद से आप घर के कई कोनों को कीटाणु मुक्त बना सकते हैं।

आपको बता दें कि औषधीय गुणों से भरपूर पुदीना एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल तत्वों से भरपूर होता है। ऐसे में पुदीने के इस्तेमाल से आप अपने घर में मौजूद बैक्टीरिया और फंगस को बाहर निकाल सकते हैं।

सिंक में बाथरूम की दुर्गंध और गंदगी से छुटकारा पाने के लिए आपको कई महंगे उत्पादों का इस्तेमाल करना होगा।  पुदीना इस समस्या को चुटकी में हल कर सकता है। इसके लिए 2 कप पानी में पुदीने की पत्तियां मिलाकर एक पीसी लें। इससे सिंक की गंदगी और बाथरूम की दुर्गंध तुरंत दूर हो जाएगी।

हाई बीपी और अल्सर में हेल्पफुल हैं इस पेड़ की छाल, डाले एक नजर

र्जुन के पेड़ के तने की बाहरी परत को ही अर्जुन की छाल कहा जाता है। अर्जुन के पेड़ का वैज्ञानिक नाम टर्मिनेलिया अर्जुना है इस पेड़ के तने का इस्तेमाल आयुर्वेद औषधि की तरह होता है। सेवन से ब्लॉकेज, स्ट्रोक का रिस्क कम होता है और यह एंजाइना में भी फायदेमंद है।

 अर्जुन की छाल में ट्राइटरपेनॉइड नाम के आगे केमिकल होता है इस केमिकल के कारण ही अर्जुन छाल हार्ट प्रॉब्लम्स को दूर रखने में कारगर साबित हो सकती है। यह हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल के साथ ही हार्ट अटेक के कारण होने वाले सीने के दर्द में भी राहत दिलाने का काम कर सकती है।

यूटीआई की प्रॉब्लम है तो अर्जुन की छाल का सेवन फायदेमंद हो सकता है। एक रिसर्च के अनुसार अर्जुन छाल में एंटीबैक्टीरियल अभाव पाया जाता है इस गुण के कारण अर्जुन की छाल यूरिनरी ट्रैक्ट में संक्रमण पैदा करने वाले सक्षम बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद करती है।

अर्जुन की छाल में मौजूद ट्राइटरपेनॉइड में एंटी हाइपरटेंसिव गुण मौजूद होता है यह बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए भी अर्जुन की छाल काफी मददगार साबित हो सकती है। पेट से संबंधित अल्सर के लिए अर्जुन की छाल फायदेमंद है।

गर्मी के मौसम में लौकी का जूस पीने से होते हैं कई फायदें

लोग अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए जूस सहित विभिन्न पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं। लौकी में कूलिंग इफेक्ट होता है और इसमें ढेर सारा पानी होता है। गर्मी के मौसम में यह बहुत उपयोगी होता है। लौकी का सेवन सब्जी, सलाद, रायता, सूप या जूस के रूप में किया जा सकता है। लौकी आयरन से भरपूर होती है। जिन लोगों के खून की मात्रा कम होती है

उन्हें लौकी का सेवन करना चाहिए।  जिसके कारण यह आसानी से पचने योग्य होता है। इसके अलावा लौकी में विटामिन बी, विटामिन सी, आयरन और सोडियम भी पाया जाता है. लौकी सेहत के लिए कितनी फायदेमंद है? यह जानकर, आप निश्चित रूप से लौकी को अपने आहार में शामिल करना पसंद करेंगे।

लौकी को छील कर टुकड़े कर लीजिये और मिक्सर में थोड़ा पानी और नमक मिलाकर इसका जूस बना लीजिये. आप अपनी इच्छा के अनुसार इसमें काली मिर्च भी मिला सकते हैं। इस तरह आप ताजा जूस बनाकर रोजाना पी सकते हैं।

इस फ्लू वायरस के लक्षण लंबे समय से आ रहे हैं नजर तो पढ़े ये खबर

भारत में फ्लू वायरस इंफ्लूएंजा ए के सबटाइप H3N2 ने लोगों में चिंता बढ़ा दी है. लोग इसे गंभीर बीमारी समझकर पर परेशान हो रहे हैं और इसी वजह से कई का इम्यून सिस्टम तक प्रभावित हो रहा है.

 

कम जानकारी की वजह से लोग इस तरह के कदम उठाने पर मजबूर हैं. सीडीसी डॉट जीओवी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक ये समस्या 5 से 65 साल तक के लोगों को आसानी से अपनी चपेट में ले रही है.

एच3एन2 के लक्षणों में लगातार खांसी और तेज बुखार के नाम शामिल हैं. इन्फ्लूएंजा ए वायरस सबटाइप H3N2 नया नहीं है पर लोगों को इसके लक्षण जैसे लगातार खांसी ने परेशान किया हुआ है.

इस कंडीशन मे खुद का इलाज करने से बचना चाहिए. इसके बजाय हेल्थ एक्सपर्ट से इलाज लेना बेस्ट रहेगा और पैनिक होने की जरूरत नहीं है. एक्सपर्ट शीतल वर्मा कहती हैं कि ज्यादातर फ्लू में खांसी, बुखार या दूसरी आम समस्याएं हो सकती हैं पर इसका ये मतलब नहीं है कि हम खुद से दवा लेकर अपना इलाज करना शुरू कर दें.

गर्मियों में नींबू पानी पीने से होने वाले फायदों के बारे में नहीं जानते होंगे आप

र्मियों में नींबू पानी सेवन बढ़ जाता है। कुछ लोग खाना खाने के बाद या बाहर निकलने के बाद ही नींबू पानी पीते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप दिन में एक से ज्यादा बार नींबू पानी पी रहे हैं तो यह आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है।

 सुबह खाली पेट गर्म पानी में नींबू डालकर पीने से वजन घटाने में मदद मिलती है। इसके अलावा नींबू आपके पाचन के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। नींबू विटामिन सी से भरपूर होते हैं।

नींबू विटामिन सी से भरपूर होता है लेकिन अगर आप बहुत अधिक पीते हैं तो इससे पेट में अम्लीय स्राव बढ़ जाता है। जिससे पेट में दर्द होने लगता है।  उल्टी, पेट से जुड़ी परेशानी भी हो सकती है।

अगर ज्यादा नींबू पानी पीने की आदत है तो यह आपके लिए मुसीबत शुरू कर सकता है। इसमें मौजूद साइट्रिक एसिड मुंह के ऊतकों में सूजन पैदा कर सकता है। जिससे मुंह में छाले होने लगते हैं।

अगर आपको नींबू पानी ज्यादा पीने की आदत है तो आप इसे सीधे न पीकर स्ट्रॉ का इस्तेमाल करें, जिससे आपके दांत समय से पहले कमजोर नहीं होंगे।