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हेल्थ

खाली पेट Coffee का सेवन नहीं करना चाहिए, ये हैं बड़ी वजह

Coffee पीना काफी लोगों को पसंद होता है। उन्हें हर वक्त Coffee पीने की तलब लग ही जाती है। हर थोड़ी देर में उनके पास Coffee का एक कप होना चाहिए। कुछ लोग तो अपना दिनही नही शुरु कर पाते हैं बिना एक Coffee के।

 

ये सेहत के लिए भी बराबर से फायदेमंद होती है। इससे एनर्जी मिलती है और आप दिनभर चुस्त रहते हैं। लेकिन अगर आप इसे सही मात्रा में और सही समय पर नहीं लेंगे तो आपको ये फायदा नहीं करेगी। आइए जानते क्या नुकसान हो सकते हैं ऐसा न करने में…

सुबह उठते ही Coffee का सेवन करने से शरीर में मौजूद कोर्टीसोल की मात्रा बढ़ जाती है। कोर्टीसोल आपके इम्यून सिस्टम, मेटाबॉलिज़्म और स्ट्रेस रिस्पॉन्स को रेग्यूलेट करने के लिए जिम्मेदार होता है। अगर आप सुबह उठते ही Coffee का सेवन करेंगी तो इससे आपके शरीर में स्ट्रेस लेवल बढ़ने के साथ आपको मूड स्विंग्स की भी शिकायत होगी।

खाली पेट नहीं

कभी भी खाली पेट Coffee का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आपने लंबे समय से कुछ नहीं खाया है तो आप Coffee पीने की भूल न करें। इससे आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं जैसे एसिडिटी, अल्सर, कब्ज व पेट में परेशानी हो सकती हैं। इतना ही नहीं, खाली पेट Coffee पीने से जब एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, तो इससे सीने में जलन होने लगती है।

बच्चों की डाइट में जरूर शामिल करें ये 5 पोषक तत्व, हर बीमारी से रहेंगे दूर

बच्‍चों कोमजरूरी पोषक तत्‍व व खनिज न केवल स्‍वस्‍थ रहने बल्कि अच्छे ग्रोथ के साथ मजबूत हड्डियों, दांतों और संपूर्ण शरीर के उचित विकास के लिए जरूरी है। जो उनके शारीरिक व मानसिक विकास में मदद करते हैं। आइए आपको बताते हैं कि बच्‍चों के डाइट में को कौन से जरूरी पोषक तत्‍वों शामिल करना बहुत जरूरी होता है।

 

कैल्शियम

बच्‍चों के डाइट में कैल्शियम युक्‍त भोजन को जरूर शामिल करें। आपको बता दें कि दूध, पनीर, दही, पालक, ब्रोकली, टोफू में यह मुख्य रूप से शामिल होते हैं। बच्चों के लिए जरूरी पोषक तत्वों की सूची में कैल्शियम सबसे ऊपर आता है।

फाइबर

यह आपके बच्चों के पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करता है। इसके अलावा बचपन से होने वाले मोटापे के खतरे को भी यह कम करता है। नाशपाती, एवोकाडो, सेब, ओट्स, ब्रोकली, नट्स जैसी चीजों में अच्छी मात्रा में फाइबर मौजूद होते हैं जो कि बच्चों के लिए फायदेमंद हैं।

आयरन

आयरन की कमी से एनीमिया और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए कोशिश करें कि आप अपने बच्चे की डाइट में पर्याप्त मात्रा में आयरन शामिल करें। साबुत अनाज, बीन्स, नट्स, अनार, चुकुन्‍दर और हरी सब्जियों में आयरन की मात्रा काफी अधिक होती है।

कैंसर का खतरा कम करने में कारगर हैं कच्चा प्याज और लहसुन

आजकल के लोगों को अपनी सेहत का ख्याल रख पाना बेहत मुश्किल हो गया है। जिससे लोगों में कैंसर का खतरा भी दिन का दिन बढ़ता चला जा रहा है। इसी बीच हाल ही में हुए एक शोध से एक नया खुलासा हुआ है।

शोध के मुताबिक, खाने में रोज कच्चा प्याज और लहसुन शामिल करने से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। इस सिलसिले में वैज्ञानिकों ने पुर्तो रिको की करीब 600 महिलाओं के खानपान की आदतों पर बारीकी से नजर रखी। वहां पिछले कई दशकों में यह बीमारी तेजी से फैली है।

शोध में वैज्ञानिकों ने पाया कि जिन महिलाओं ने रोज के खाने में 2 या इससे ज्यादा बार कच्चे प्याज और लहसुन से बनी चटनी खाई उनमें ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना 67 फीसदी तक घट गई थी।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आप चाहती है कि आपको ब्रेस्ट कैंसर का खतरा न रहे तो आपको अपनी डेली डायट में कच्चे प्याज और लहसुन को शामिल करना चाहिए। आप चाहें तो सलाद के तौर पर भी इन्हें अपनी डायट में शामिल कर सकती हैं।

इस सिलसिले में बफेलो यूनिवर्सिटी और प्यूर्टो रिको यूनिवर्सिटी ने यह शोध की। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह पहला ऐसा शोध है जिसने प्याज और लहसुन खाने से कैंसर के खतरे को कम करने की बात की है।

सुबह खाली पेट लहसुन का सेवन करने से पेट की बीमारियों का होगा रोकथाम

लहसुन एक ऐसी सब्जी है जो खाने का स्वाद तो बढ़ाती ही है साथ ही शरीर को कई तरह की बीमारियों से दूर भी रखती है। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बिल्कुल लहसुन नहीं खाते लेकिन लहसुन जिन गुणों से भरपूर है उसके फायदे जानकार आप भी लहसुन खाने लगेंगे।

सुबह खाली पेट लहसुन का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। आइए आपको बताते हैं आखिर खाली पेट सुबह लहसुन खाने से आपको किन समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।

हाई बीपी को रोकने में मदद

लहसुन खाने से हाई बीपी से जुड़ी समस्या को कम किया जा सकता है। लहसुन ब्लड सर्कुलेशन को कंट्रोल करने में काफी कारगार होता है। जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी है वह लहसुन का सेवन करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

पेट की बीमारियों की रोकथाम

लहसुन पेट से जुड़ी समस्या का भी इलाज करने में काफी मददगार है। डायरिया, कब्ज जैसी समस्या के लिए इसे बेहद उपयोगी माना गया है। पानी उबालकर उसमें लहसुन की कलियां डाल लें फिर इस पानी को सुबह खाली पेट पीनें से डायरिया और कब्ज से छुटकारा मिल जाएगा। इससे गैस की बीमारी में भी फायदा मिलता है।

लहसुन दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरों को भी दूर करता हैं। लहसुन खाने से खून का जमना कम किया जा सकता है और हार्ट अटैक की परेशानी से भी राहत मिलती है। पीरियड्स के दिनों में भी लहसुन बहुत अच्छा होता है।

पाचन में मिलती है मदद

खाली पेट लहसुन की कलियां चबाने से पाचन में दिक्कत नहीं होती है और भूख भी लगना शुरू हो जाती है।

खांसी-जुकाम में आराम

लहसुन का सेवन जुकाम, अस्थमा, निमोनिया, ब्रोंकाइटिस के इलाज में काफी फायदा करता है।

पेट के छालों से राहत पाने के लिए आप भी कर सकते हैं इन चीजों का सेवन

मुंह में छाले होना एक आम समस्या हैं जो कि पेट में कब्जियत और गर्मी के कारण होने लगते हैं। वैसे तो ये छाले अपनेआप ही ठीक हो जाते हैं लेकिन इनके द्वारा मिलने वाली तकलीफ असहनीय होती हैं जिसकी वजह से भोजन करने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ता हैं।

 

 इसलिए जरूरी है कि कुछ उपायों की मदद से इससे जल्द राहत पाई जाए। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे है और इससे राहत पाना चाहते हैं तो आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ उपाय लेकर आए हैं जिनकी मदद से आप घर पर ही खुद इसका इलाज कर सकते हैं।

एलोवेरा जूस

एलोवेरा जूस के अंदर सूदिंग प्रॉपर्टी होती है, लगातार इस्तेमाल करने पर यह यह दर्द को कम करता है। छालों से राहत पाने के लिए थोड़ा सा एलोवेरा जूस अपने छालों पर लगाइए।

नारियल का तेल

नारियल का तेल एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल तत्वों से भरपूर होता है। छाले होने पर आप छाले वाली जगह पर नारियल का तेल लगाएं और हल्के हाथ से मसाज करें। इससे छालों में राहत मिलेगी।

शहद

शहद में एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टी होती है, जो मुंह के छालों को ठीक करने में बहुत असरदार है। यह मुंह के छालों को नमी प्रदान करता है और उसे सूखने से बचाता है। अगर आप शहद के साथ एक चुटकी हल्दी डालकर लगाएंगे तो वह बहुत जल्दी ठीक हो जाएंगे।

वर्कआउट के बाद ठंडे पानी का सेवन करने से होते हैं ये नुकसान

बढ़ती गर्मी में अक्सर लोग ठंडा पानी पीना पसंद करते हैं। ठंडा पानी पीने से शरीर काफी ठंडा हो जाता है। लेकिन क्या आपको वर्कआउट के बाद ठंडा पानी पीना चाहिए? क्या यह हमारे शरीर के लिए स्वस्थ है?

 

वर्कआउट के बाद ठंडा पानी शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। दरअसल, वर्कआउट के बाद आपका शरीर गर्म रहता है। ऐसे में जब आप ठंडा पानी पीते हैं तो इससे आपके शरीर का तापमान अचानक नीचे गिर जाता है। ऐसे में आपके वर्कआउट की मेहनत खराब हो सकती है। इसके अलावा यह रेफ्रिजरेंट की शिकायत होने की संभावना है।

वजन बढ़ने की संभावना
वर्कआउट के बाद ठंडे पानी से नहलाने के बाद आपका वजन बढ़ सकता है। खासतौर पर इससे पेट बढ़ने की संभावना रहती है। ऐसे में अगर आप वर्कआउट से वजन घटाने की सोच रहे हैं तो ठंडा पानी पीने से आपकी मेहनत रंग लाई हो सकती है. इसलिए वर्कआउट के तुरंत बाद ठंडा पानी न पिएं।

हृदय गति गिरती है

वर्कआउट के बाद ठंडे पानी का सेवन करने के बाद यह हृदय गति को प्रभावित कर सकता है। दरअसल, वर्कआउट के दौरान आपकी नसों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है। ऐसे में जब आप अचानक से ठंडा पानी बचाते हैं तो यह आपकी नसों को जल्दी ठंडा कर सकता है। ऐसे में गति और रक्त संचार धीमा हो जाता है। कई बार यह स्थिति गंभीर भी हो सकती है। इसलिए वर्कआउट के तुरंत बाद ठंडे पानी का सेवन न करें।

 

मुंहासे, वजन घटाने आदि में भी बेहद कारगर हैं ये फल

ये कहावत तो आप सबने सुनी ही होगी ‘आम के आम गुठलियों के दाम’. कहने का मतलब है एक आम से आप दो फायदे पा सकते हैं. नहीं समझे, तो हम आपको समझाते हैं. आम तो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद फल होता ही है, साथ ही इसकी गुठलियां या बीज भी सेहत के लिए उतनी ही लाभदायक होती हैं.

 

आम खाने के बाद इसकी गुठलियां तो हम सभी फेंक देते हैं, लेकिन इन्हीं गुठलियों या बीजों से तेल तैयार किया जाता है, जो न सिर्फ कोलेस्ट्रॉल लेवल को सही बनाए रखता है, बल्कि मुंहासे, वजन घटाने आदि में भी बेहद कारगर है. आम की गुठलियों के तेल का रंग सॉफ्ट येलो होता है.

आम की गुठलियों के तेल के सेहत लाभ

  • आम के बीज शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाते हैं, जिससे कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद मिलती है. जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक होता है, उन्हें अपने आहार में आम के तेल को शामिल करना चाहिए.
  • यदि आपको डायबिटीज है, तो आप आम की गुठलियों के तेल का सेवन कर सकते हैं, क्योंकि यह ऊर्जा के स्तर को बनाए रखते हुए ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है. यह शरीर में ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा कर देता है.
  • आम और इसके बीज वजन को भी प्रभावी ढंग से कंट्रोल करने में मदद करते हैं. यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन और मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता है, क्योंकि यह विभिन्न विटामिन और पोषक तत्वों से भरपूर होता है.

फूलगोभी और ब्रोकली में आखिर आपके लिए क्या हैं फायदेमंद ?

फूलगोभी और ब्रोकली दोनों ही एक तरह की गोभी हैं, लेकिन फिर भी इन दोनों में कुछ अंतर है। कुछ लोगों को लगता है कि ब्रोकली सेहत को अधिक लाभ पहुंचाती है, तो वहीं कुछ लोग फूलगोभी खाना अधिक पसंद करते हैं।

 

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन दोनों सब्जियों में क्या अंतर है। अगर नहीं, तो चलिए आज इस लेख में हम आपको इन दोनों के बीच के फर्क के बारे में बताते हैं-

फूलगोभी
“फूलगोभी” शब्द का अर्थ है “गोभी का फूल।” “फूलगोभी” नाम लैटिन शब्द कौलिस (गोभी) और फ्लोस (फूल) से बना है। फूलगोभी ब्रैसिका ओलेरासिया की प्रजाति से संबंधित है। यह एक पौधा है जो बीज से उगाया जाता है। हालांकि फूलगोभी के सभी भाग खाने योग्य होते हैं, लेकिन इसका सफेद हिस्सा तने की तुलना में अधिक खाया जाता है।

ब्रोकली

वहीं, अगर बात ब्रोकली की हो तो वह गोभी परिवार (ब्रैसिसेकी) का सदस्य है। ब्रोकोली के सिर, तना और डंठल सभी को सब्जी के रूप में व्यापक रूप से खाया जाता है। यह गहरे हरे रंग का होता है और इसमें हल्के हरे रंग का तना होता है। ब्रोकली के डंठल पर कुछ छोटे पत्ते पाए जा सकते हैं। ब्रोकली की संरचना एक पेड़ के आकार की होती है। यह देखने में एक छोटा पेड़ जैसा ही लगता है।

 

खाने के तुरंत बाद पानी क्यों नहीं पीना चाहिए, ये हैं इसकी वजह

अक्सर मां या किसी दूसरे बड़े ने आपको उस समय पक्का टोका होगा जब आप खाना खाने के तुरंत बाद पानी पी रहे होंगे… ऐसा अक्सर सुना तो होता है, लेकिन इसे मानने में दिक्कत होती है. अक्सर हम सामने वाले से पूछ लेते हैं कि क्यों नहीं पीना चाहिए. अगर तो सामने वाला ईमानदार है तो वह साफ कह देगा कि उसे नहीं पता, और अगर पता ही नहीं है तो वह अपने सुने-सुनाए बेतुके से जवाब आपको देगा…

तो अगर आप भी आज तक इस सवाल का जवाब नहीं पा सके हैं कि आखिर खाने के तुरंत बाद पानी क्यों नहीं पीना चाहिए, तो चलिए हम आपको बताते हैं-जो भी आप खाते हैं उसे पचने में तकरीबन 2 घंटे का समय लगता है. यह खाना आपकी ग्रास नली से होकर पेट तक जाता है. इसके बाद वह मल के रूप में बाहर निलकने से पहले आंत में पहुंचता है. इस दौरान पेट में बनने वाले तरल पाचन में मदद करने का काम करते हैं. अगर आप खाने से पहले पानी पी लेते हैं तो यह प्रक्रिया प्रभावित होगी।

खाने के बाद जब आप पानी पी लेते हैं तो खाने को पेट से आंत तक जितने समय में जाना चाहिए, उससे कम समय में वह आंत तक पहुंच जाता है. ऐसा होने पर शरीर को भोजन में मौजूद पोषक तत्वों का पूरा लाभ नहीं मिल पाता।

खाना खाने के तुरंत बाद अगर पानी पीते हैं तो आपका वेट गेन होता है. अगर आप वजन कम करने की कोशिश कर रहें तो खाने के दौरान या तुरंत बाद पानी पीने से बचें. दरअसल खाने के तुरंत बाद पानी पीने से खाना ठीक से पचता नहीं और भोजन में मौजूद ग्लूकोज फैट में तब्दील हो जाता है.

खाने के तुरंत बाद पानी पीने से पेट में मौजूद खाना पचने की जगह खराब होने लगता है जिससे गैस बनने लगता है. अगर आप तला और मसालेदार खाना खाते हैं तो आपको एसिडिटी भी हो जाती है. खाने के बीच पानी पीने से एसिडिटी और ज्यादा बढ़ जाती है.

ग्रीन टी के साथ उबालकर पपीते से बनाए चाय, मिलेगा गठिया रोग से छुटकारा

कच्चे पपीते में विटामिन ई, सी व ए के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट, फीटोन्यूट्रिएंट्स व अन्य पोषक तत्व पाये जाते हैं, जो कैंसर को समाप्त करते हैं।हम आपको बताते हैं कच्चा पपीता खाने के तमाम फायदे।

पके पपीते की भांति ही कच्चा पपीता का सेवन भी पेट के रोगों में बेहद लाभप्रद है। ये गैस, पेटदर्द और पाचन की प्राॅब्लम्स में लाभप्रद है। और बेहतर पाचन तंत्र के लिए भी उपयोगी है। कच्चा पपीता गठिया और जोड़ों की प्राॅब्लम्स में लाभदायक होता है।

इसे ग्रीन टी के साथ उबालकर बनाई गई चाय का सेवन गठिया को ठीक करने में हेल्प करता है। कच्चा पपीता आपका वजन कम करने में बेहद सहायक साबित हो सकता है। जी हां, इसका नियमित सेवन तेजी से वसा को कम करने में सहायक है जिससे आपका वजन जल्दी कम होता है। मधुमेह के मरीजों के लिए भी कच्चे पपीते के फायदे कुछ कम नहीं हैं।

कच्चा पपीता गैस, पेट दर्द व पाचन की समस्याओं में लाभकारी होता है व बेहतर पाचन तंत्र के लिए भी बहुत उपयोगी होता है। आप सभी को बता दें कि इन सभी के अतिरिक्त कच्चा पपीता गठिया व जोड़ों की समस्याओं में लाभदायक होता है।

इन सभी के अतिरिक्त कच्चा पपीता यूरिन इंफेक्शन से बचाव व उसे अच्छा करने में बेहद लाभकारी माना जाता है। कच्चा पपीता पीलिया या लिवर संबंधी अन्य कोई भी समस्या में भी अच्छा होता है।केवल इतना ही नहीं डायबिटीज के लिए भी कच्चे पपीते के फायदे कुछ कम नहीं हैं व यह खून में शुगर की मात्रा को कंट्रोल करने में मदद करता है जिससे डायबिटीज कंट्रोल में रहती है।