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हेल्थ

स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता हैं स्वीट कॉर्न, जानिए कैसे

अगर आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो यकीनन आपके आसपास से ही आपको बहुत सी सलाह मिल जाती होंगी. अक्सर हम अपने बढ़े वजन से परेशान रहते हैं. इसकी वजह 100 में से 99 बार यह होती है कि आपको लोग फैटी या मोटा कहते हैं. अक्सर यह मोटापा पेट पर ही उभरता है और बैली फैट  की शक्ल ले लेता है.

 

स्वीट कॉर्न  को न कहें
स्वीट कॉर्न अगर आप खाते हैं, तो इसे आप छोड़ दें. यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होता है, साथ ही वजन भी बढ़ाता है. स्वीट कॉर्न में स्टार्च बहुत मात्रा में होता है, जो ब्लड शुगर (Blood sugar) को बढ़ाने का काम करता है. वजन कम करने के लिए स्वीट कॉर्न नहीं खाना चाहिए.

आलू का सेवन कम करें 
आलू हम सब्जी के रूप खूब इस्तेमाल करते हैं. लेकिन इसका ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए. यह वजन बढ़ाने का काम करता है. इसमें स्टार्च की मात्रा होती है. साथ ही आपको गाजर भी ज्यादा नहीं खानी चाहिए.

गोभी 
स्वास्थ्य के लिए तो वैसे गोभी और ब्रोकोली सही होती है, लेकिन ज्यादा मात्रा में इसका सेवन आपका वजन बढ़ा सकता है. गोभी एसिडिटी (पेट में गैस) की समस्या को भी बढ़ाती है.

टांगों में कमजोरी होने से आपको हो सकती हैं कई बीमारियाँ

टांगों में दर्द होना एक आम समस्या है और उम्र के साथ यह बढ़ती ही जाती है. जरूरी नहीं है कि दोनों ही टांगों में दर्द हो. ऐसा भी हो सकता है कि एक ही टांग में या फिर टांग के किसी एक हिस्से में दर्द हो.

कई बार तो टांग दर्द बर्दाश्त हो जाता है लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि यह इतना तेज होता है कि बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में कोई भी काम करना चुनौती बन जाता है. इसके अलावा कई बार टांगों में कमजोरी हो जाती है और कई बार ये सुन्न पड़ जाती हैं.

1. बर्फ से सिकाई
अगर ब‍हुत अधिक दौड़-भाग करने से आपकी टांगों में दर्द है तो ठंडी पट्टी का इस्तेमाल करना आपके लिए फायदेमंद होगा. ऐसा करने से दर्द तो कम होगा ही, साथ ही अगर सूजन और झनझनाहट है तो उसमें भी फायदा मिलेगा. इसके लिए आप एक पतले कपड़े में बर्फ के कुछ टुकड़ों को डालकर प्रभावित जगह पर 10 से 15 मिनट तक सिकाई करें. दिन में दो से तीन बार ऐसा करना जल्दी फायदा पहुंचाएगा.
2. मसाज करने से
अगर आपकी मांस-पेशियों में किसी तरह की तकलीफ है और वही दर्द की वजह है तो मसाज करना फायदेमंद रहेगा. आप चाहें तो मसाज करने के लिए ऑलिव ऑयल या नारियल तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. दिन में दो से तीन बार मसाज करना फायदेमंद होगा.
3. हल्दी के इस्तेमाल से
टांगों की दर्द से छुटकारा पाने के लिए हल्दी का इस्तेमाल करना भी फायदेमंद होता है. हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण पाया जाता है. हल्दी में मिलने वाला करक्यूमिन नाम का यौगिक दर्द को कम करने में बहुत फायदेमंद होता है.
4. नमक के पानी का इस्तेमाल
रोड़ा नमक (सेंधा नमक) में मैग्नीशियम पाया जाता है. यह तत्व नर्वस सिग्नल्स को नियंत्रित करके मांस-पेशियों को प्राकृतिक रूप से आराम पहुंचाने का काम करता है. साथ ही यह सूजन को भी कम करने में सहायक होता है.

फेस पर मेकअप करने से पहले हमे जरुर ध्यान रखनी चाहिए ये छोटी छोटी बातें

मेकअप के साथ जब तक लिपस्टिक ना हो तब तक ​मेकअप का मजा ही नहीं आता । ऐसे में यदि हम पार्टी फंक्शन में जा रहें हैं तो डार्क कलर लिपस्टिक हमारे लुक को और अधिक परफेक्शन देती हैं। कई बार डार्क लिपस्टिक लगाने की सोचते तो हैं लेकिन कई बार बस इ​सिलिए रूक जाते हैं कि कहीं फैल ना जाएं । य​दि आप भी लिपस्टिक के फैलने से डरते हैं तो हम आपको बता रहें हैं उन खास टिप्स के बारे में जिन्हें अपनाकर आप भी अपनी लिपस्टिक को खराब होने से बचा सकते हैं।

बेस बनाना है जरूरी- जिस तरह फेस पर मेकअप करने से पहले हमें फेस का बेस तैयार करना होता है उसी तरह लिप्स पर डार्क लिपस्टिक लगाने से पहले भी हमें बेस तैयार करना होगा। और जब आप रेड या पिंक लिपस्टिक लगा रहें हैं तो ध्यान रखें पहले लिप्स पर मॉस्श्चराइजर और उसके बाद फाउंडेशन जरूर लगाएं।

लिप कंडीशनर या लिप बाम करें यूज- जब भी लिपस्टिक लगा रहे हैं तो ध्यान रखें सबसे पहले लिप्स पर लिप कंडीशनर या फिर लिप बाम लगाकर कम से कम पांच मिनट लगा रहने ​दें। उसके बाद टिशू पेपर की मदद से एक्सट्रा लिप बाम को हटाएं। इसके बाद अपने लिपस्टिक से मैच करता हुआ लिपलाइनर लगाएं। उसके बाद ब्रश की मदद से लिपस्टिक को एक कोड अपने लिप्स पर लगाएं। इसके साथ ही आप चाहें तो लिपस्टिक ब्रश से भी लिप लाइनर बना सकते हैं।

टिशू को यूं करें यूज- जब लिपस्टिक लग जाए तो उसके बाद डबल कोटिंग करें। अब लिप्स के बीच में टिशू रखें ताकि एक्सट्रा लिपस्टिक निकल जाए। इसके बाद यदि आप मेट ​लुक चाहते हैं तो टिशू पर लूज पाउडर लगाकर लिप्स के बीच रखें और दो मिनट बाद हटा लें।

पाचन तंत्र को बेहतर बनाने का काम करता हैं खजूर, देखिए कैसे

खजूर को यूं तो मेवा की श्रेणी में रखा जाता है लेकिन यह सिर्फ महज मेवा ही नहीं है। अगर आप इसका सेवन करते हैं तो आपको इतने स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं, जिसके बारे में आपने स्वप्न में भी नहीं सोचा होगा।

वहीं खजूर में मौजूद प्राकृतिक शर्करा शरीर में तात्कालिक ऊर्जा को बढ़ावा देने में मदद करता है। अगर आपको झटपट शरीर में स्फूर्ती चाहिए तो फिर खजूर का सेवन जरूर करें।

शायद आपको जानकर हैरानी हो लेकिन खजूर आपके पाचन तंत्र को भी बेहतर बनाने का काम बखूबी करता है। इसमें भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट और फाइबर पाया जाता है, जो पेट की पाचन शक्ति को दुरुस्त करने के साथ ही भूख को बढ़ाता है।

अगर आप भी बेहद कमजोर या फिर बहुत दुबले-पतले हैं तो आपको दिन में कम से कम 3 खजूर खाना चाहिए। खजूर का मीठापन और इसमें मौजूद प्रोटीन की भारी मात्रा शरीर के वजन को बढ़ाने में कारगर सिद्ध होती है।

आंखों की रोशनी को बढाने के लिए पत्तेदार हरी सब्जियां करें डाइट में शामिल

हमारे शरीर का सबसे सवेदनशील हिस्सा हमारी आंखें है. आंखों को लेकर जरा सी लापरवाही सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है. आजकल हम सभी लोग अपना ज्यादतर समय मोबाइल या लैपटॉप स्क्रीन पर बिताते हैं जिसका सबसे बुरा असर हमारी आंखों पर पड़ता है. इससे हमारी आंखों की रोशनी पर सबसे ज्यादा पड़ता है.

गाजर

गाजर आंखों के लिए बहुत अच्छा होता है. ये आपकी आंखों की रोशनी को बढ़ाने का काम करता है. इसमें बीटाकैराटीन और विटामिन ए होता है जो आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करता है. गाजर आंखों के साथ- साथ त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है.

पत्तेदार हरी सब्जियां

हरी सब्जियों में एंटी ऑक्सीडेंट, ल्यूटिन और जेक्सैन्थिन होता है जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करता है. आंखों को हेल्दी रखने के लिए पत्तेदार सब्जियां खाएं. हरी सब्जियां आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है.

मछली

आंखों की रोशनी को मजबूत रखने के लिए डाइट में टूना, सैल्मन, मैकेरल, एंकोवी और ट्राउट जैसी मछलियों का सेवन करें. इन मछलियों में डीएचए का प्राकृतिक स्त्रोत हैं जो रेटिना में पाया जाने वाला फैटी एसिड है.

Vitamin B12 की कमी से शरीर को हो सकती हैं कई परेशानियां, डाले नजर

विटामिन बी-12 (Vitamin B12) शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है. ऐसे में कई बार शरीर में विटामिन बी-12 की कमी होने लगती है, जिससे कई खतरनाक बीमारियां हो सकती है.

 

इससे शरीर में रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में कमी आती है. शरीर में विटामिन बी-12 की कमी से कई तरह की परेशानी हो सकती हैं.  इससे शरीर में एनीमिया का खतरा भी बढ़ जाता है. जानते हैं शरीर में विटामिन बी-12 की कमी होने पर क्या परेशानियां हो सकती हैं और उनके लक्षण क्या हैं?

विटामिन बी-12 की कमी से होने वाले रोग

1- डिमेंशिया- उम्र के साथ-साथ लोगों में भूलने की बीमारी होने लगती है. इसकी बड़ी वजह है विटामिन बी12 की कमी. शरीर में विटामिन बी-12 की कमी होने पर दिमाग पर काफी असर पड़ता है. जिससे कई तरह की मानसिक बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है.

2- एनीमिया- शरीर में विटामिन बी-12 की मात्रा कम होने पर एनीमिया जैसी गंभीर समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है. दरअसल विटामिन बी-12 की कमी होने पर रेड ब्लड सेल्स का निमार्ण भी कम हो जाता है.

3-जोड़ों और हड्डियों में दर्द- विटामिन बी-12 हमारे हर अंग के सुचारु रुप से काम करने में मदद करता है. विटामिन बी-12 की कमी होने पर हड्डियों में दर्द की समस्या होने लगती है.

4- मानसिक बीमारी- विटामिन बी-12 हमारे मस्तिष्क को बहुत प्रभावित करता है. विटामिन बी-12 की कमी होने पर भूलने और भ्रम में रहने की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है.

जामुन स्किन के साथ साथ स्वास्थ्य के लिए भी हैं औषधि

आप सबने कभी न कभी जामुन जरूर खाया होगा. यह गर्मी के दिनों में बाजार में बहुत अधिक मात्रा में मिलता है. इसके बीज को कई औषधि के रूप में इस्तेाल किया जाता है. इसमें कई ऐमे तत्व पाए जाते हैं जो हमें कई तरह की बीमारियों से बचाने में मदद करता है.

खून की कमी को करता है दूर
आपको बता दें के जामुन के रेगुलर सेवन से शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है. यह बता दें के शरीर के स्वस्थ्य रखने के लिए हीमोग्लोबिन मात्रा सही रखना बहुत जरूरी है.

स्किन के लिए फायदेमंद
आपको बता दें कि जामुन स्किन के लिए बहुत फायदेमंद है. यह चेहरे पर होने वाले दाग धब्बे जैसे- झुरिया, मुंहासे और एक्ने जैसी परेशानियों को कम करता है. इसके साथ ही यह स्किन को खूबसूरत बनाने में मदद करता है.

शुगर लेवल रखता है कंट्रोल
जामुन में भारी मात्रा में पोटैशियम और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो हार्ट को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है. यह ब्लड में शुगर लेवल कंट्रोल करके डायबिटीज के खतरे को कम करता है.

हेल्थी और पौष्टिक फूड को ब्रेकफास्ट में शामिल करने के कुछ फायदें…

ब्रेकफास्ट को कभी नहीं छोड़ने की सलाह दी जाती है क्योंकि ये दिन के भोजन का सबसे महत्वपूर्ण खाना है. लेकिन कोरोना काल के दौरान लोगों के खानपान की आदतों में अचानक बदलाव आया है. लोग पहले से ज्यादा हेल्थी और पौष्टिक फूड को प्राथमिकता दे रहे हैं.

ये फायदों से भरपूर है और देर तक एक शख्स को भरा रखने के लिए जाना जाता है. कई न्यूट्रिशनिस्ट उसे न सिर्फ हेल्दी बदलाव बल्कि एक लाइफस्टाइल के तौर पर परिभाषित करते हैं. ये विटामिन्स, फोलेट, मिनरल्स, डाइटरी फाइबर, प्रोटीन्स और कार्बोहाइड्रेट्स का शानदार स्रोत है.

रेड्डी का कहना है कि स्मूदी बाउल बनाना आसान है अगर आप सही सामग्री जैसे केला, सेब, डेयरी और चीकू इस्तेमाल करते हैं, जो आपके शरीर को विटामिन्स, कैल्शियम, आयरन और पोटैशियम उपलब्ध कराएगा, और आपकी स्किन, आंख और हड्डियों के लिए भी शानदार होगा. अपने नियमित ओट्स को स्मूदी बाउल से बदलें और अपने शरीर में पोषक तत्व का पावरहाउस चालू करें.

नींद न आने के कारण क्या आप भी हैं परेशान तो आजमाएं ये देसी नुस्खा

बदलती लाइफस्टाइल के कारण लोगों की जिंदगी पूरी तरह से चेंज हो गई है. आजकल के समय में नींद न आना एक आम समस्या बन गई है. रात को लोग समय पर सोने तो जाते हैं लेकिन, नींद न आने के कारण करवट बदलते रहते हैं. आइए जानते हैं उन फूड्स के बारे में-

 

पनीर में भी ट्रिप्टोफैन की मात्रा पाया जाता है. गौरतलब है कि ट्रिप्टोफैन एक एमिनो एसिड है जो एक न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन का उत्पादन करता है. यह नींद की cycle को ठीक करने में मदद करता है. इसे डाइट में शामिल करने से नींद न आने की परेशानी दूर होती है.

अगर आपको रात में नींद न आने की समस्या है तो आप अश्वगंधा का सेवन जरूर करें. यह बहुत गुणकारी है और तनाव को कम करने में मदद करता है. इसके साथ ही यह नींद न आने की परेशानी को दूर करता है.

डिप्रेशन के लक्षण को कम करने में फायदेमंद होता हैं ये योगासन

धनुरासन एक ऐसा आसन है, जिसको करने पर शरीर की मुद्रा धनुष के समान दिखाई देती है. ये आसन पाचन तंत्र मजबूत करने और हड्डियों की मांसपेशियों का तापमान बढ़ाता है.

धनुरासन सस्कृंत शब्द से मिलकर बनाया गया है. धनु का अर्थ धनुष व आसान का अर्थ मुद्रा है. यह आसान करने पर धनुष की मुद्रा बन जाती है, इसलिए इसे धनुरासन कहते है. जिन लोगों को उच्च रक्तचाप है उनको यह आसान करने से बचना चाहिए, चलिए धनुरासन करने के तरीके के बारे में बताते है.

धनुरासन करने की विधि ?

  1. धनुरासन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं.
  2. घुटनों को मोड़ते हुए कमर के पास ले आएं और अपने हाथ से दोनों टखनों को पकड़ें.
  3. अब अपने सिर, छाती और जांघ को ऊपर की ओर उठाएं.
  4. अपने शरीर के भार को पेट के निचले हिस्से पर लेने का प्रयास करें.
  5. पैरों को पकड़कर आगे की ओर शरीर को खींचने की कोशिश करें.
  6. अपनी क्षमतानुसार लगभग 15-20 सेकेंड तक इस आसन को करें.
  7. सांस को धीरे धीरे छोड़े और छाती, पैर को जमीन पर रख आराम करें.

धनुरासन करने के फायदे

  • यह आसन डिप्रेशन के लक्षण को कम करने में फायदेमंद रहता है.
  • यह मोटापा को कम करता है और शरीर को संतुलित रखता है.
  • पेट की मांसपेशियो को मजबूत करने में प्रभावी होता है.
  • यह आसन मासपेशियों और हड्डियों को लचीला बनाता है.
  • पीठ या कमर दर्द जैसी समस्या से राहत दिलाने में मददगार
  • इस आसन को करने से हाथो व बाहों में कसावट बनी रहती है.
  • हिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता दूर होती है.
  • इसको करके रीढ़ की हड्डियों की मजबूत किया जा सकता है.
  • इस आसन से अपच, अजीर्ण और पेट के विकार भी दूर होते हैं.
  • इस आसन को करने से भूख बढ़ती है.