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हेल्थ

नींबू को उबालकर इसका पानी पीने के फायदे नहीं जानते होंगे आप…

नींबू का सेवन स्वास्थ्य के लिए कई तरीकों से फायदेमंद होता है। आपने नींबू पानी और नींबू के रस का इस्तेमाल अपने खाने में किया होगा क्या आपने नींबू को पानी में उबालकर इसका सेवन किया है।

 साथ ही इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी है, जिससे आप सुबह या शाम को नींबू को पानी में उबालकर पी सकते है।साथ ही इसमें मैग्नीशियम, आयरन और फास्फोरस भी पाए जाते हैं। इसके कोई साइड इफेक्ट्स नहीं है। नींबू को उबालकर इसके पानी पीने के फायदे के बारे में विस्तार से जानते है।

1. त्वचा के लिए फायदेमंद

नींबू को उबालकर पीने से आपकी स्किन से संबंधित कई बीमारियां दूर हो सकती है। नींबू में विटामिन सी और ए की मात्रा पाई जाती है, जो आपकी स्किन को अंदर से साफ कर उन्हें हेल्दी और बेदाग बनाता है। त्वचा के दाग हल्के हो सकते है।

2. हाई ब्लड प्रेशर

हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से आज के समय में कई लोग परेशान है लेकिन उबले नींबू का पानी पीने से इस समस्या से निजात पाया जा सकता है। इसमें पोटैशियम और कैल्शियम पाए जाते है, जिससे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

3. इम्यून सिस्टम मजबूत करे

नींबू में विटामिन सी पाया जाता है, जो शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत करने के साथ बॉडी को डिटॉक्स करने का काम भी करता है। इसके सेवन से आप इंफेक्शन से बचे रहते है और सामान्य सर्दी-जुकाम की समस्या भी नहीं होती है।

4. वजन कम करने में सहायक

कई लोग अपने बढ़े हुए वजन को लेकर काफी चिंतित रहते है और के लिए कई तरह के उपाय अपनाते है। ऐसे में आपअगर उबले नींबू का पानी पीते है, तो इससे आपका वजन तेजी से घट सकता है।

 

प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले बच्चे की हेल्थ के लिए फायदेमंद हैं गुड़

ज्यादातर डॉक्टर्स मीठा खाने से परहेज करने के लिए कहते हैं. मीठे में भी खास तौर से चीनी खाने के लिए मना करते हैं. क्योंकि चीनी में कई तरह के केमिकल एलिमेंट्स होते हैं. चीनी से मोटापा तो बढ़ता ही है लेकिन साथ ही भी बहुत-सी परेशानियां हो सकती हैं.

लेकिन, चिंता वाली कोई बात नहीं है क्योंकि आप इसकी जगह गुड़ को दे सकते हैं. गुड़ खाने से हेल्थ पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता. ये उन मेडिसिनल प्रोपर्टीज  से भरपूर ऐसा सुपरफूड है, जिसे साल भर तक खाया जा सकता है.

खून को साफ करता है
गुड में कई तरह के एंटीबैक्टीरियल क्वालिटीज होती हैं. जिसे खाने से खून साफ होता है प्रेगनेंसी के दौरान ये आपके बच्चे उसकी हेल्थ  के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होता है. गुड़ खाने से इंफेक्शन से भी बचाव होता है.

सूजन कम करे
गुड में मिनरल्स पोटैशियम मौजूद होता है. जिससे बॉडी में पानी की कमी नहीं होती है. पोटैशियम की वजह से बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस क्वांटिटी में बना रहता है. जिससे प्रेगनेंसी के दौरान हुई सूजन दर्द को कम करने में मदद मिलती है.

डाइजेस्टिव सिस्टम को रखे स्ट्रॉन्ग
प्रेगनेंसी के दौरान लेडीज को कॉन्स्टिपेशन गैस की प्रॉब्लम शुरू हो जाती है. ऐसे में गुड़ आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को बेहतर रखने में मददगार साबित होता है.

कान के दर्द से तुरंत छुटकारा पाने के लिए डाइट में शामिल करें ये फूड्स

अक्सर इस मौसम में कान का दर्द  परेशान करने लगता है. वैसे तो ज्यादातर ये खांसी या जुकाम की वजह से होता है. लेकिन, कभी-कभी ये कुछ कारणों से भी होने लगता है. एक बार ये दर्द शुरू हो जाता है तो, परेशान करके रख देता है.

इसी दर्द से छुटकारा पाने के लिए लोग तरह-तरह के घरेलू तरीके आजमाते हैं. पर कई बार वो भी असर नहीं दिखाते. इसलिए, आज हम आपको कुछ ऐसे फूड्स बताएंगे जिससे आप अपने कान के दर्द  से तुरंत छुटकारा पा लेंगे.

केला संतरा
केला संतरा दोनों खाने से आप कान के दर्द से तो दूर रहते ही हैं लेकिन, साथ ही आपको कान ( से साफ भी सुनाई देता है.

हरी सब्जियां
हरी सब्जियों को खाने से आपका कान दर्द तो ठीक होता ही है साथ ही आपके कान  के टिशू भी सही रहते हैं.

दूध
दूध से बनी चीजों से आपका कान तो हेल्दी रहता ही है. इसके साथ ही इससे आपको कान से जुड़ी  कोई तकलीफ भी नहीं होती.

सर्दी और गर्मी में पानी पीने से मिलेगा त्वचा संबंधी समस्याओं से छुटकारा

सर्दियों के दिनों में मौसम अन्य दिनों की तुलना में ज्यादा शुष्क होता है। इसके अलावा जब आप अपेक्षाकृत गर्म कमरे से बाहर ठंडे वातावरण में जाते हैं तो बाहर बहने वाली ठंडी हवा से आपकी त्वचा रूखी-सूखी हो जाती है।

सर्दियों के दिनों में कई लोगों की त्वचा तो छिलने भी लगती है। त्वचा संबंधी और समस्याएं भी होती हैं। इसलिए त्वचा स्वस्थ, नमीयुक्त और चमकदार बनी रहे, इसके लिए तो सर्दियों में नियत अंतराल में और भी ज्यादा पानी पीने की जरूरत है।

सबसे बड़ा सवाल क्यों आपको सर्दी में अधिक पानी पीना चाहिए? सर्दी और गर्मी में पानी पीने से शरीर के तापमान को नियंत्रण करने में मदद मिलती है. ठंड के मौसम में पानी पीने से देर तक गर्म रहने में मदद मिलेगी. ठंड और शुष्क हवा के कारण हमें इस मौसम में ऊर्जा की कमी होती है. पानी हमें ताजा और ऊर्जावान रखता है.

सर्दी के मौसम में वजन घटने से मुश्किल हो जाता है क्योंकि हम ज्यादा पानी नहीं पीते हैं. हाइड्रेटेड नहीं रहने से आपका फैट कम हो सकता है. सर्दी में स्किन को चमकदार और सेहतमंद बनाने को सुनिश्चित करने के लिए भी आपको अत्यधिक पानी पीने की जरूरत होगी. इस मौसम में पानी पीकर आप सामान्य संक्रमण जैसे सर्दी और फ्लू से अपने शरीर की रक्षा कर सकते हैं.

जैतून का तेल दूर कर सकता हैं बालों से संबंधित हर समस्या

बालों का महत्व क्या होता है, यह उन से बेहतर कौन बता सकता है, जिनके सिर के बाल उड़ चुके हैं।बढ़ते प्रदूषण, बिगड़ती दिनचर्या और ज्यादा केमिकल का इस्तेमाल करने से बालों में की समस्या बढ़ गई है, युवाओं के अलावा बच्चों में भी असमय सफेद बाल और बाल झड़ने की समस्या होने लगी है.  यह कहना गलत नहीं होगा कि हर किसी के व्यक्तित्व की खूबसूरती उसके सिर के बालों से कई गुना बढ़ जाती है।

वैसे तो डैंड्रफ दूर करने के लिए मार्केट में इन दिनों कई शैंपू तेल और दवाएं मौजूद हैं. जिनसे डैंड्रफ दूर भगाने का दावा किया जाता है लेकिन कई बार ये प्रोडक्ट सही नहीं निकलते या बहुत मंहगे होते हैं इतना ही नहीं बालों का झड़ना, सफेद होना और रुखे होने की समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा.

जैतून का तेल और हल्दी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर तत्व होते हैं ये डैंड्रफ पैदा करने वाले कणों को मारने में मदद करते हैं. आप कटोरी में 2 बड़े चम्मच जैतून का तेल और 1 बड़ा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं. अब इसे अपने स्कैल्प और बालों पर लगाएं. सिर को शावर कैप से ढक लें और करीब 3 घंटे तक छोड़ दें. उसके बाद किसी माइल्ड शैंपू से बालों को धो लें.

गुड़ और चने से ठीक हो सकता हैं एनीमिया, जानिए इसके फायदें

कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए गुड और चना खाया जाता है। लेकिन इसके अलावा गुड़ और चना एनीमिया रोग दूर करने में काफी मददगार साबित होता है.रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी से होने वाला एनीमिया रोग ज्यादातर महिलाओं में देखने को मिलता है.

 

खास तौर से आयरन की कमी के कारण यह समस्या सामने आती है, जिसमें थकान और कमजोरी महसूस होना आम बात है. ऐसे में महिलाओं को अपनी डाइट में iron से भरपूर चीजें लेने की सलाह दी जाती है ताकि हीमोग्लोबिन का स्तर कम न हो.

गुड़ और चना अन्य फूड की तरह जब एक साथ मिल जाते हैं तो सुपर फूड कहलाते हैं. दोनों फूड का मिश्रण विटामिन और मिनरल से भरपूर होता है. चना प्रोटीन का खजाना माना जाता है और गुड़ से एंटी ऑक्सीडेंट्स काफी मिलता है. इसके अलावा, गुड़ में जिंक, सेलेनियम और चना में मिनरल जैसे बी6, फोलेट, मैग्नीज, फॉसफोरस, आयरन, कॉपर, थायमिन, नियासिन और राइबोफ्लेविन पाया जाता है. फूड का एक साथ खाना भारतीय डाइट का लंबे वर्षों से हिस्सा रहा है. गुड़ और भुना चना का सेवन कई तरह से स्वास्थ्य के लिए मुफीद होता है.

गुड़ और भुना चना दोनों में जिंक पाया जाता है. जिंक ऐसा मिनरल है जो शरीर में 300 एंजाइमों को सक्रिय कर इम्यूनिटी बढ़ाता है. गुड़ और चना का इस्तेमाल सांस की परेशानी से पीड़ित लोगों के लिए बेहतर होता है. उन्हें सिर्फ भुना चना, गुड़ और दूध के साथ रात में सोने से पहले खा लेना चाहिए.

इलायची खाने से होने वाले इन अद्भुत फायदों के बारे में नहीं जानते होंगे आप

आमतौर पर मिठाई का स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होने वाली सफेद इलायची सेहत के बहुत फायदेमंद है. अधिकतर लोग इलायची को स्वादिष्ट मसाले के रूप में ही प्रयोग करते हैं और इसके सेवन से सेहत को होने वाले फायदों के बारे में अनजान रहते हैं.  हर दिन दो इलायची खाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा. आगे पढ़िए सफेद इलायची खाने से होने वाले फायदों के बारे में.

#बॉडी डिटॉक्‍स करता है- इलायची का पानी बॉडी को डिटॉक्सीफाई करने का एक बेहतर तरीका है। रोजाना इसके सेवन से आपके शरीर के सभी विषाक्त पदार्थ फ्लश आउट हो जाते हैं और आप काफी बेहतर महसूस करते हैं।

# मुंह की दुर्गंध- भोजन के बाद एक इलायची जरूर चबाना चाहिए। इससे मुंह की दुर्गंध को दूर तो करता ही है, साथ ही आपके पेट से जुड़ी कई समस्यों को दूर करने में भी कारगर साबित हो सकता है।

#एसिडिटी में फायदेमंद- खाने के बाद नियमित रूप से इलायची चबाने से एसिडिटी दूर होती है। खाने के एकदम बाद बैठने के बजाय इलायची चबाते हुए कुछ देर सैर करें

यदि आप भी मुंह को स्वच्छ नहीं रखेंगे तो दांतों व मसूड़ों से संबंधित कई बिमारियों का हो सकते हैं शिकार

आयुर्वेद में नीम को सबसे महत्‍वपूर्ण हर्ब माना गया है। नीम एंटीसेप्टिक होता है। इसकी पत्तियों से बना तेल बालों और त्‍वचा के लिए फायदेमंद होता है वहीं इसका दातुन दांतों के लिए और मसूड़ों के लिए फायदेमंद होता है।’ दातों के लिए नीम के दातुन बहुत बहुत लाभदायक होती हैं। जानिए नीम की दातुन दातों के लिए कैसे फायदेमंद है।

जिस तरह से आप अपने शरीर को स्वच्छ रखते हैं, ठीक वैसे ही अगर आप अपने मुंह को स्वच्छ नहीं रखेंगे तो दांतों व मसूड़ों से संबंधित कई संक्रमणों के होने का खतरा बढ़ सकता है. दांतों में सड़न, जिंजिवाइटिस, बैक्टीरियल संक्रमण, सांसों की बदबू आदि जैसी परेशानियां तो होंगी ही, साथ ही इससे शरीर के दूसरे हिस्सों में भी समस्याएं हो सकती हैं.  दांतों और मसूढ़ों की समस्‍या हृदय रोग का कारण बन सकती है.

बाज़ार में अलग-अलग ब्रांडेड टूथपेस्ट उपलब्ध होते हैं जो दांतों को मजबूत, साफ और चमकदार बनाने के कई तरह-तरह के दावे भी करते हैं. लेकिन आप की जानकारी के लिए बता दें कि इन अलग-अलग टूथपेस्ट का काम एक जैसा ही होता है. नीम, बबूल और नमक के दावे सिर्फ विज्ञापन में इमोशनल टच देने के लिए होते हैं क्योंकि पुराने जमाने में लोग अपने दांत साफ करने के लिए आमतौर पर नीम, बाबूल जैसी चीजों का इस्तेमाल करते थे. ऐसे में आप कौन सा टूथपेस्ट इस्तेमाल करते हैं ये ज़रूरी नहीं, बल्कि इससे ज़्यादा ज़रूरी यह है कि आप कितनी बार उस टूथपेस्ट से अपने दांतों को साफ करते हैं.

सर्दियों में मूंगफली को अपनी डायट में शामिल करने से होते हैं ये फायदें

सर्दियों के दिनों में लगभग सभी लोगों को कुछ न कुछ गर्म चीजें खाने का मन होता है। मगर ऐसा जरूरी तो नहीं कि जो चीज आप खा रहे हैं वो आपको गर्मी देने के साथ स्वस्थ भी रखे। तो ऐसे में आप सर्दियों के मौसम में मूंगफली को अपनी डायट में शामिल कर सकते हैं जो आपके सेहत के लिए काफी फायदेमंद होगी।

– अगर आप मोटापे से परेशान है तो ऐसे में मूंगफली खाना बहुत ही मददगार साबित हो सकता है क्योंकि मूंगफली आपकी भूख को ज्यादा समय के लिए शांत करती है और आप ज्यादा खाने से बचते हैं। कम खाने से आपका वजन कम करने में आसानी होती है।

– मूंगफली में भरपूर मात्रा में रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले गुण होते हैं और इसके कारण आपके दिमाग को मजबूती मिलती और साथ ही माइंड स्ट्रोक और हृदय संबंधि बीमारियों का खतरा भी कम होता है।

– हफ्ते में कम से कम दो बार मूंगफली का सेवन करने से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से भी लड़ने की ताकत मिलती है और यह डायबिटीज के खतरे को काफी हद तक कम करने में मददगार साबित होती है।

सैचुरेटेड फैट वाली चीजें खाने से आपके शरीर को होते हैं ये सभी नुकसान

खानपान में अत्यधिक ट्रांस फैट, सैचुरेटेड फैट वाली चीजें लेने और तनाव से हाई कोलेस्ट्रॉल, हाइपरटेंशन, डायबिटीज, थायरॉइड की संभावना बढ़ती है. अल्कोहल और वायरल इंफेक्शन से भी डायबिटीज होती है. आयोडाइज्ड साल्ट की कमी से थायरॉइड की परेशानी होती है. सामान्यत: 150 माइक्रोग्राम लेनी चाहिए

 

सुबह सूर्योदय से पहले जागें
सुबह छह से पहले उठने की आदत डालें. रात में दस बजे तक बिस्तर पर जाएं. दवाओं के साथ परहेज भी करें. नियमित व्यायाम करें. शारीरिक गतिविधि से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है. इन बीमारियों में लाभ मिलता है.

इनफर्टिलिटी : वर्किंग कपल में परेशानी बढ़ी
हाल ही एक रिसर्च में पाया गया कि जो लोग पूरी नींद नहीं लेते हैं, उनमें स्पर्म काउंट कम होता है. वर्किंग कपल में तनाव और प्रदूषण से भी फर्टिलिटी कम होती है. पुरुषों में टाइट अंडरगारमेंट, स्मोकिंग, अल्कोहल कारण है. खुश रखें. हफ्ते में एक दिन आउटिंग पर जाएं. चाइनीज और जंक फूड में पाया जाने वाला मोनो सोडियम ग्लूटामेट स्पर्म काउंट घटाता है.

जागरूक रहें
महिलाओं में हाइपो थायरॉइड,पीसीओडी और पुरुषों में मम्स इन्फेक्शन से स्पर्म बनने में परेशानी होती है. शीघ्रपतन भी प्रमुख कारण है. ज्यादा चिकनाई वाली चीजें न लें.