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हेल्थ

विटामिन-सी से भरपूर अमरूद हैं आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक

फल हमारे बेहतर स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं। फलों के लगातार सेवन से हमारे शरीर में विटामिन और आयरन की कमी दूर हो जाती है। सभी फलों में एक है मीठा अमरूद। यह आपके स्वास्थ्य के लिए तो फायदेमंद है ही, सुंदरता के लिए भी इसके लाभ बेमिसाल हैं। अगर आप नहीं जानते तो जरूर जानिए अमरूद खाने के यह अनमोल फायदे –

– अमरूद में विटामिन-सी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। अन्य सिट्र‍िक फल जैसे संतरे की अपेक्षा अमरूद में चार गुना अधि‍क विटामिन सी होता है, जो आपकी सेहत के साथ-साथ सुंदरता के लिए भी बेहद फायदेमंद है।

– रोजाना अमरूद खाना आपके रक्तचाप के संतुलन को बनाए रखता है, साथ ही आपकी त्वचा को झुर्रियों और अन्य समस्याओं से बचाकर आपको जवां बनाए रखने में मदद करता है।

– मोटापा और कोलेस्ट्रॉल कम करने में अमरूद खाना एक बेहतरीन उपाय है। जो आपको भरपूर ऊर्जा देने के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और आपके वजन को कम करने में मदद करता है।

– अगर आपको थायरॉइड संबंधी समस्या है, तो आपके लिए सबसे बेहतरीन उपाय है अमरूद का सेवन। यह हार्मोन्स में संतुलन बनाए रखने में काफी मददगार होता है और थॉयरॉइड ग्रंथि‍ की समस्याओं में फायदेमंद है।

डाइट में इन चीजों को शामिल करके पाएं पथरी से छुटकारा

हम जाने-अनजाने कुछ ऐसी चीजों को अपने डाइट में शामिल कर लेते हैं जो बाद में शरीर में स्टोन या पथरी का कारण बनती है ऐसी चीजें जिनमें ऑक्सिलेट की मात्रा ज्यादा होने की वजह से ये शरीर के अंदर उपस्थित कैल्शियम से मिलकर पत्थरी बनाता है ये चीजें शरीर में जाकर जल्दी से नहीं पचती है  बाद में पत्थरी का रूप ले लेती है आइए जानते हैं कुछ ऐसी चीजों के बारे में जिससे दूर रहकर आप पथरी से छुटकारा पा सकते हैं इन्हें अपनी डाइट से जल्दी दूर भगाएं

 

पालक  भिंडी

इनमें ऑक्सिलेट होता है जो हमारे कैल्शियम को जमा कर लेता है  यूरिन के रास्ते शरीर से बाहर नहीं निकलने देता इसके बाद धीरे-धीरे यह कैल्शियम किडनी में पत्थरी का रूप लेने लगता है

नमक

खाने में नमक का प्रयोग हमें कम करना चाहिए इसमें उपस्थित सोडियम शरीर के अंदर जाकर कैल्शियम बन जाता है जो बाद में पत्थरी बनना प्रारम्भ कर देता है

नॉनवेज फूड

ज्यादा मांस-मछली खाने वाले लोगों को पत्थरी का खतरा ज्यादा होता है मांस-मछली में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा पाई जाती है यह किडनी में प्यूरीन की मात्रा बढ़ा देता है, प्यूरिन की मात्रा बढ़ने से यूरिक एसिड बढ़ने लगता है, जिसके बाद शरीर में स्टोन बनना प्रारम्भ हो जाता है

चुकंदर

चुकंदर वैसे तो हमारे शरीर के लिए बहुत लाभकारी होता है लेकिन कहते है ना आवश्यकता से ज्यादा कोई भी वस्तु बहुत हानिकारक होती है अच्छा वैसे ही अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से शरीर में स्टोन बन सकता है

लेवेंडर की सुगंध दिमाग को रिलेक्स करने व अच्छी नींद में हैं फायदेमंद

योग  व्यायाम आपको बहुत सुकून देते हैं इसी के साथ वो आपकी स्वास्थ्य का भी ख्याल रखते हैं योग से आपको मानसिक सुकून मिलता है जिससे आप तनाव मुक्त रहते हैंतनाव मुक्त रहते हैं तो आपको बीमारी का खतरा भी कम होता है लेकिन इनके अतिरिक्त आप चाहें तो अलग-अलग फ्लेवर के सेंट  इत्र का प्रयोग कर अपने मूड को बेहतर बना सकते हैं आज हम कुछ ऐसे ही फ्लेवर बताने जा रहे हैं जिससे आपको सुकून मिलेगा  आप टेंशन फ्री हो जायेंगे

 

लेवेंडर – स्पा आदि में एक महत्वपूर्ण इंग्रीडिएंट के तौर पर प्रयोग होने वाले लेवेंडर की सुगंध दिमाग को रिलेक्स करने  अच्छी नींद में बहुत योगदान करती है आप चाहें तो सोने से पहले इसका सुगंध वाला लोशन लगाकर या फिर इसका सेंट कमरे में छिड़कें, इससे आपको नींद अच्छी आएगी

ग्रीन एप्पल – अगर आपको सिरदर्द की समस्या है तो ग्रीन एप्पल सूंघे

मिंट – आपने भोजन में तो मिंट को शामिल किया ही होगा इसके अतिरिक्त आप मिंट की सुगंध वाले सेंट का प्रयोग करें यह दिमाग को शांत करने का कार्य करता है

गुलाब – हाल में किए गए एक शोध के अनुसार गुलाब अपनी स्वीट स्मैल के कारण अधिकांश लोगों को बेहद पसंद होता है लोग इसकी सुंगध को खुशी, प्यार से भी जोड़कर देखते हैं एक-दूसरे को गुलाब देना पसंद करते हैं यह तनाव कम करने का कार्य करता है

काजू का तेल आपकी बढ़ी चर्बी को कम करने में हैं कारगर

क्‍या आप वजन कम करने के ल‍िए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं, लेकिन किन्‍ही कारणों से वजन कम नहीं हो रहा हैं। अगर आप भी सच में वेटलॉस करना चाहते हैं तो अपनी डाइट में ड्राय फ्रूट्स यानी कि सूखे मेवों को जरूर शामिल करें।

 

अगर आप काजू का तेल आपकी त्वचा पर इस्तोमाल करते हैं, तो यह आपके लिए चमत्कारी सिद्ध हो सकता है. काजू के तेल में सेलेनियम, जस्ता, मैग्नीशियम, लोहा और फास्फोरस भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.

खाने की रूटीन में मेवें जुड़ जाए तो आप वजन को बहुत हद तक कंट्रोल में कर सकते हैं। दरअसल मुठी भर मेवा खाने से बहुत देर तक भूख का एहसास नहीं होता और एनर्जी का स्तर भी बना रहता है, इतना ही नहीं इसी वजह से जंक फूड के लिए जी भी नहीं ललचाता।

काजू के तेल में कॉपर मेलेनिन तत्व पाया जाता है, जो आपकी त्वचा और बालों के पिगमेंट के उत्पादन में सहायक होता है. इसके इस्तेमाल से आपके बालों के रंग बरकरार रहता है.

अगर आप हर रोज एक सीमित मात्रा में काजू का सेवन करते हैं, तो आपको खून से संबंधित रोगों से बचने में मदद कर सकता है. काजू में कॉपर भरपूर मात्रा में पाया जाता है, यह आपके शरीर से मुक्त कणों को बाहर निकालने में उपयोगी होता है.

आपके सुबह के नाश्ते में मौजूद वाइट ब्रेड हैं को बनाने के लिए होता हैं कीड़ों का इस्तेमाल

ब्रेड का इस्तेमाल हर घर में होता है. लेकिन, आप ऐसा ब्रेड खाना चाहेंगे जो कीड़े से बनाई जाती है. फिनलैंड की एक कंपनी ने 2017 में ब्रेड बनाने के लिए उसमें कीड़े का इस्तेमाल करना शुरू किया

एक फूड इनसाइडर की माने तो दुनिया में करीब 2 अरब लोग ऐसे ब्रेड का इस्तेमाल करते हैं. कीड़ों का इस्तेमाल होने की वजह से यह ब्रेड सस्ती बिकती है. ऐसी ब्रेड फिनलैंड के अलावा डेनमार्क, बेल्जियम और नीदरलैंड्स जैसे देशों में खूब बिकती है.

यह दुनिया की इकलौती ऐसी बेकरी है जो ब्रेड बनाने के लिए कीड़ों का इस्तेमाल करती है. कीड़ों के रूप में झिंगुर का इस्तेमाल किया जाता है. पहले उसका पाउडर तैयार किया जाता है फिर आंटे में मिलाकर गूंथ लिया जाता है.

जो लोग इस ब्रेड का इस्तेमाल करते हैं उनका कहना है कि यह खाने में बहुत ही टेस्टी है. खाते वक्त बिल्कुल भी पता नहीं चलता है कि इसमें कीड़ों का इस्तेमाल किया गया है.

बेकरी के मालिक का कहना है कि पौष्टिक आहार सभी की जरूरत है. ऐसे में कम पैसे में लोगों को पौष्टिक आहार मिल जाता है. दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं हैं. कुछ लोग इसे सही मान रहे हैं, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यह बेहद घिनौना है.

क्या आपको भी सोते समय होता हैं सांस रुकने या दम घुटने जैसा अहसास ?

स्लीप पैरालिसिस यानी ऐसी स्थिति जब दिमाग और शरीर के बीच संतुलन या तालमेल नहीं रह जाता है। ये स्थिति लकवे की तरह शरीर को कुछ सेकेंड के लिए शिथिल कर देती है।  कई बार व्यक्ति हिलने-डुलने के साथ ही बोलने की शक्ति भी खो देता है।

 

स्लीप पैरालिसिस की अवस्था में शरीर का नींद से उठने के बाद जोर नहीं रहता। वहीं, दिमाग का सिग्नल बॉडी रिसीव नहीं कर पाती गै। इससे शरीर के किसी भी हिस्से को हिलाना तक मुश्किल हो जाता है।

कुछ लोगों को इस दौरान सांस रुकने या दम घुटने जैसा अहसास भी हो सकता है। वहीं, कुछ में इस तकलीफ के साथ नार्कोलैप्सी जैसे नींद से जुड़े अन्य डिसऑर्डर भी हो सकते हैं। वैसे तो स्लीप पैरालिसिस जानलेवा नहीं लेकिन रेयर केस में ये गंभीर मनोवैज्ञानिक समस्याओं का कारण बन सकती है।

क्यों नहीं हिलता शरीर
आप दो चरणों के बीच नींद लेते हैं। पहला नॉन रैपिड आई मूवमेंट (NREM)और दूसरा रैपिड आई मूवमेंट (REM)। जब आप दूसरे चरण में पहुंचते हैं, तो नींद गहरी होती है और इसी के साथ बंद आंखें भी तेजी से मूवमेंट करती हैं। इसी दौरान दिमाग शरीर को शिथिल कर देता है। इससे आप गहरी नींद में सपने देखते हुए उन पर प्रतिक्रिया ना दें।

कई बार कुछ सेकेंड के लिए हल्की नींद टूट जाती है पर शरीर शिथिल रहता है। कई बार लोग इस दौरान मतिभ्रम का शिकार भी हो जाते हैं। वह भूत या कुछ ऐसी चीजें देखने की बात करते हैं, जिनका कोई अस्तित्व नहीं होता।

ऐसे करें नियंत्रित

  1.  वैसे तो स्लीप पैरालिसिस खतरनाक नहीं होती लेकिन लंबे समय तक रहने पर यह नुकसानदायक हो सकती है। इसे नियंत्रित करने के लिए आप आरामदायक और गहरी नींद लें।
  2. तनाव, डिप्रैशन और स्ट्रेस के चलते स्लीप पैरालिसिस की समस्या हो सकती हैं। इसलिए तनाव और डिप्रैशन से बचने की कोशिश करें। सोते समय टीवी, लैपटॉप या फोन इस्तेमाल से बचें।
  3.  शुरू में मेडिटेशन 5-10 मिनट करें और धीरे-धीरे आप 20-30 मिनट के लिए मेडिटेशन करना शुरू करें। रोज मेडिटेशन करने से आप जल्दी ही स्लीप पैरालिसिस से उभर जाएंगे।
  4. डॉक्टर के संपर्क में रहें।

ये हैं कारण
स्लीप पैरालिसिस ड्रग्स, एल्कोहल का सेवन और नींद की कमी के चलते ये समस्या होती है। इसके अलावा यह समस्या तनाव, चिंता, अवसाद, नींद का अनियमित समय, अत्यधिक नींद भी इसके कारण है। वहीं, पीठ पर टिककर सोना, बाइपोलर डिसऑर्डर, पूरी नींद न लेना, लाइफस्टाइल में बदलाव और अनुवांशिक कारण से भी स्लीप पैरेलिसिस हो सकता है।

विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए रोजाना करें इन चीजों का सेवन

ये बात सच है कि विटामिन डी और बी-12 हड्डियों के लिए बहुत जरूरी हैं । अगर ये कम हो तो आस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर बीमारियों हो सकती हैं। लेकिन विटामिन डी की कमी से केवल इतना ही नहीं होता बल्कि इसकी कमी से कैंसर और डिप्रेशन जैसी बीमारी होने का खतरा बना रहता है। डायबिटीज और दिल की बीमारी का कारण भी विटामिन डी की कमी बन सकती है।

विटामिन डी की कमी का सीधा संबंध सूजन संबंधी बीमारियों से है। शरीर में अगर प्रचुर मात्रा में विटामिन डी न हो तो रहेयूमेटॉयड अर्थराइटिस, लुपस, इंफ्लेमेटरी बॉउल डिजीज (आईबीडी) और टाइप वन डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है।  जब शरीर को धूप नहीं मिलती तो विटामिन डी बनाने वाले तत्व  कोलेस्ट्रॉल में बदल जाते हैं। विटामिन डी का स्तर कम होने से इम्यून सिस्टम तेजी से कम होने लगता है। इससे सर्दी व जुकाम और संक्रमण और बीमारियों की शिकायत बढ़ जाती है।

इनमें भरा है विटामिन डी का खजाना

  • मछली: सालमोन और ट्यूना ‘विटामिन डी’ का खजाना हैं। सालमोन से विटामिन डी की हमारी रोजाना जरूरत का एक तिहाई हिस्सा पूरा हो सकता है।
  • दूध: दूध से रोजाना के विटामिन डी का 20 फीसदी हिस्सा पूरा हो जाता है।
  • अंडे: अंडे की जर्दी में सफेदी से ज्यादा विटामिन डी पाया जाता है।
  • संतरे का रस: दूध की तरह ही संतरे का रस भी विटामिन डी से भरपूर होता है। संतरे के जूस को अपने आहार का में शामिल करें।
  • मशरूम: मशरूम में भी विटामिन डी प्रचुर मात्रा में होता है। शीटेक मशरूम में सफेद मशरूम के तुलना में अधिक विटामिन डी होता है। अगर आप अपने आहार में विटामिन डी को जोड़ना चाहते है तो उसमें शीटेक मशरूम को शामिल करें।
  • पनीर: पनीर के सभी प्रकार में विटामिन डी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। रिकोटा चीज में अन्य पनीर की तुलना में ज्यादा विटामिन डी होता है।
  •  कॉड लिवर ऑयल: कॉड लिवर ऑयल विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत है। इसमें मौजूद विटामिन ए और डी का काफी उच्च स्तर होता है।

स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं से छुटकारा दिला सकता हैं पानी का सेवन

मानव बॉडी का 70% भाग पानी से बना होता है बॉडी में पानी की कमी होने से कई तरह की बीमारियों के होने का खतरा रहता है अगर आप दिन की आरंभ में एक गिलास पानी का सेवन करते हैं तो पूरा दिन आपके बॉडी में एनर्जी  तंदुरुस्ती बनी रहती है खाली पेट पानी का सेवन करने से आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है

 

1- खाली पेट पानी पीने से कब्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है  पाचन क्रिया भी दुरुस्त रहती है इसके अतिरिक्त बॉडी में ऊर्जा का संचार भी अच्छी तरीके से होता है

2- प्रतिदिन प्रातः काल खाली पेट पानी का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म  इम्यून सिस्टम मजबूत हो जाते हैं अगर आपको कब्ज की समस्या रहती है तो प्रातः काल खाली पेट एक गिलास पानी का सेवन करें ऐसा करने से आपको आराम मिलेगा

3- भूख लगने की समस्या में भी खाली पेट पानी पीना लाभकारी साबित हो सकता है प्रातः काल खाली पेट पानी पीने से आंत में जमा गंदगी साफ हो जाती है  भूख लगने लगती हैइसके अतिरिक्त प्रातः काल खाली पेट पानी पीने से किडनी से जुड़ी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं

4- बॉडी की इम्युनिटी क्षमता को मजबूत बनाने के लिए प्रतिदिन प्रातः काल खाली पेट एक गिलास पानी का सेवन करें ऐसा करने से बॉडी में फ्लूड का लेवल बैलेंस में रहता है जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत हो जाता है खाली पेट पानी पीने से मेटाबॉलिज्म रेट एक्टिव रहता है  वजन करने में भी मदद मिलती है

ड्रैगन फ्रूट पेट से लेकर मधुमेह तक की समस्याओं को करेगा दूर

ड्रैगन फ्रूट  हम आपको बता दें कि इसके रंग की वजह से इसका नाम ड्रैगन फ्रूट है यह एक ऐसा फल है जो आमतौर पर बाजार में नहीं मिलता है और यह अन्य फलों की तुलना में महंगा भी होता है। इसके स्वास्थ्य गुण इसे अन्य फलों से अलग बनाते हैं।

यह एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों, फाइबर, फ्लेवोनोइड्स, फेनोलिक एसिड, एस्कॉर्बिक एसिड और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों, विटामिन सी से भरपूर होता है। यह फल मधुमेह, हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने में बहुत उपयोगी है। ड्रैगन फ्रूट खाने से शरीर को क्या फायदे होते हैं?

 सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए बहुत अच्छा होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो वायरल संक्रमण से बचाने में मदद कर सकते हैं।

ड्रैगन फ्रूट का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। रेड ड्रैगन फ्रूट का सेवन कुल कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।ड्रैगन फ्रूट का सेवन पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है। इसमें मौजूद प्रीबायोटिक गुण आंतों में स्वस्थ बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं।

वजन बढ़ाने वाले ये हाई प्रोटीन सलाद जल्द आपको बनाए फिट

वजन घटाने के तरीकों के बारे में अक्सर  चर्चा होती है, लेकिन जब बात आती है वजन बढ़ाने की तो 10 में से सिर्फ 1 आदमी ही इस टॉपिक पर बात करता है।

हमारे देश में वजन बढ़ाने की बात इसलिए भी नहीं होती है क्योंकि 10 में से 9 आदमी लटकते हुए पेट और बढ़ते हुए वजन से परेशान है। हालांकि सच्चाई ये भी है कि युवाओं का एक बड़ा तबका जिम सिर्फ इसलिए जाता है ताकि अपनी बॉडी और वजन को बढ़ा सके।

अगर आप भी वजन बढ़ाने के कई तरीकों को अपना चुके हैं और रिजल्ट न मिल पाने के कारण परेशान हैं तो आज हम आपको 3 ऐसे हाई प्रोटीन सलाद के बारे में बताने जा रहे हैं , जिसे आप डाइट में शामिल करके न सिर्फ बॉडी बढ़ा सकते हैं .

सफेद चनों में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, मिनरल्स, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी 6, विटामिन के, मैग्नीशियम, फास्फोरस और पोटैशियम पाया जाता है। पोषक तत्व इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ मसल्स को बढ़ाने में भी मदद करते हैं। आइए जानते हैं सफेद चनों का सलाद बनाने की रेसिपी।