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हेल्थ

बढ़ती ठंड की वजह से हो रही हैं कई बीमारियाँ तो बाजरा हैं आपके लिए वरदान

ढ़ती ठंड सेहत पर काफी असर डालती हैं। ऐसे में सेहत पर खास ध्यान रखना बेहद जरुरी है। सेंहतमंद रहने के लिए जरूरी है कि हम अपने आहार को भी मौसम के हिसाब से बदल लें। सर्दी में होने वाली बिमारियों से लड़ने के लिए प्रकृति ने कई प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाए हैं।

बाजरा

सर्दियों में बाजरे का सेवन बच्चों और बुजूर्गों के लिए काफी फायदेमंद होता है।  बल्कि बाजरा शरीर को गेंहू से ज्यादा एनर्जी देता है। बाजरे को डायबिटीज में फायदेमंद माना जाता है। बाजरे में पाए जाने वाले पोषक तत्व डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।

खजूर

खजूर कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन, विटामिन बी, विटामिन के, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, जिंक और मैंगनीज सहित विभिन्न पोषक तत्वों का भंडार है। सर्दियों में खजूर का सेवन शरीर को अंदर से गर्म रखने के साथ मजबूत भी प्रदान करता है। खजूर का सेवन अगर आप भिगोकर करेंगे तो उसके पोषक तत्वों को आसानी से अवशोषित करना आसान हो जाता है।

गुड़

सर्दियों के मौसम के लिए सबसे फायदेमंद होता है गुड़ ।  आयरन भी ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। गुड़ किडनी और पेट की समस्याओं को खत्‍म करने के लिए मददगार है। ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए गुड़ अच्छा होता है।

डायबिटीज के मरीज को सामान्य जीवन जीने में मदद करेगा ये dryfruit

डायबिटीज मरीजों की डाइट में ऐसे फूड होने चाहिए, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं. जितना हो ब्लड शुगर लेवल बढ़ाने वाले फूड से दूर रहें. फूड आपके ब्लड शुगर लेवल को नेगेटिव रूप से प्रभावित न करके आपके लिए डायबिटीज को मैनेज करना आसान बना सकते हैं.

बादाम ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल और डायबिटीज से प्रभावी ढंग से लड़ना आसान बना सकता है. बादाम पोषक तत्वों से भरपूर होता हैं, जो हर कोई अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. ड्राई फ्रूट्स में बादाम को लगभग हर कोई पसंद करते हैं. जो ये इंगित करते हैं कि अगर लंबे समय तक अच्छी मात्रा में बादाम का सेवन किया जाए तो ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है.

बादाम विटामिन ई और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, जो स्वस्थ हड्डियों, नॉर्मल ब्लड प्रेशर, अच्छी मसल्स और नर्व के कामों को बढ़ावा देता है. कार्बोहाइड्रेट खाना खाने से पहले बादाम के 4-5 पीस खाने से टाइप 2 डायबिटीज वाले रोगियों के लिए भोजन के बाद के ग्लूकोज लेवल में 30 प्रतिशत की कमी ला सकता है.

अशोक के पाउडर का सेवन करने से पेट दर्द, पाइल्स से मिलेगा निजात

अशोक के पेड़ का सिर्फ धार्मिक महत्व नहीं है।  आयुर्वेद में अशोक के पेड़ का उपयोग कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है।

आयुर्वेद में अशोक के पत्तों, छाल आदि का उपयोग किया जाता है। अशोक अनियमित पीरियड्स, हैवी पीरियड्स जैसी समस्याओं को ठीक करने में असरदार साबित हो सकता है।अशोक पेट दर्द, पाइल्स का भी इलाज कर सकता है।  अशोक त्वचा से जुड़ी समस्याओं का भी इलाज कर सकते हैं।

इसके लिए आप एक गिलास गुनगुना पानी लें। इसमें अशोक का पाउडर डालें और फिर इसे पी लें। नियमित रूप से अशोक के पाउडर को पानी में मिलाकर लेने से आपको कई लाभ मिल सकते हैं।

आप चाहें तो अशोक के पाउडर और शहद को पानी में मिक्स करके भी ले सकते हैं। भोजन के बाद अशोक का पाउडर और शहद लेने से कई लाभ मिल सकते हैं।आप अशोक के पाउडर को पानी में उबालकर फी पी सकते हैं। छानकर पी लें। आप अशोक के पाउडर को पानी में उबालकर रोजाना पी सकते हैं। लेकिन इस लंबे समय तक पीने से बचें।

शाइनी और मुलायम बालों के लिए मौसमी का रस हैं बेहद फायदेमंद

कई बार हमारे शरीर में बालों से संबंधित पोषक तत्वों की कमी से भी बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं और जब तक उन पर ध्यान जाता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।

कई तरह के पर्यावरणीय प्रभाव, उम्र बढ़ने, बहुत अधिक तनाव, अत्यधिक धूम्रपान, पोषक तत्वों की कमी, हार्मोनल असंतुलन, आनुवांशिक कारक, खोपड़ी में संक्रमण, गलत या रासायनिक समृद्ध बाल उत्पादों, कुछ दवाओं और थायराइड विकार, स्व-प्रतिरक्षित बीमारियां, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओ), लोहे की कमी से एनीमिया, और पुरानी बीमारियां आदि बालों के झड़ने के कारक हो सकते हैं।

लंबे और घने बालों के लिए मौसमी का जूस बहुत ही असरदार है। घने बालों के लिए हफ्ते में एक बार मौसमी का रस का इस्तेमाल कर सकती हैं। मौसमी में विटामिन सी पाया जाता है जो कि बालों की ग्रोथ के लिए काफी अच्छा होता है।

शाइनी और मुलायम बालों के लिए मौसमी का रस फायदेमंद है। मुलायम बालों के लिए मौसमी के रस में दही और मलाई मिक्स करके सर पर लगाएं। आधे घंटे के बाद ठंडे पानी से अपने बाल धो लें।मौसमी के जूस का इस्तेमाल करने से बाल मजबूत होते है। इसके अलावा जूस का नियमित रुप से इस्तेमाल करने से झड़ते बालों की समस्या दूर हो जाती है।मौसम में लोग अक्सर डैंड्रफ से परेशान रहते हैं।डैंड्रफ की वजह से बालों में खुजली और बाल बेजान हो जाते हैं। डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए आप मौसमी के जूस का इस्तेमाल कर सकते हैं।

 ऑयली स्किन के लिए बेहद कारगर हैं नारियल तेल का ये नुस्खा

नारियल तेल  सेहत के साथ त्वचा और बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. नारियल तेल में कई तरह के एंटी ऑक्सीडेंट और फैटी एसिड होते हैं जो त्वचा और बालों से जुड़ी समस्यओं को दूर करने के लिए रामबाण की तरह काम करता है.

 

कई बार महंगे प्रोडक्ट्स लगाने के बावजूद कोई असर नहीं दिखता है. अगर आप बालों और त्वचा की समस्या से परेशान है तो नारियल तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. आइए जानते हैं नारियल तेल के फायदे और इस्तेमाल करने के तरीकों के बारे में.

 ऑयली स्किन के लिए

सामग्री

नारियल तेल- 1/2 छोटा चम्मच
नींबू का रस- 1/2 छोटा चम्मच
दही-1/2 छोटा चम्मच

विधि

एक कटोरी में तीनों चीजों को मिलाएं। तैयार मिश्रण को चेहरे व गर्दन पर मसाज करते हुए लगाएं। इसे 20 मिनट तक लगा रहने दें। बाद में ठंडे पानी से मुंह धो लें।

फायदा

. यह चेहरे पर जमा एक्सट्रा ऑयल साफ करके स्किन में निखार लाएगा।
. त्वचा को गहराई से पोषण मिलेगा। ऐसे में दाग-धब्बे, झाइयां, काले घेरे साफ होने में मदद मिलेगी।
. सनटैन की समस्या दूर होकर चेहरा साफ और खिला-खिला नजर आएगा।

2. एंटी-एजिंग फेसमास्क

सामग्री

एवोकाडो- 1/2 (मैश किया हुआ)
नारियल तेल- 4 छोटे चम्मच
जायफल पाउडर- 2 छोटे चम्मच

विधि

इसके लिए एक कटोरी में सभी चीजों को मिलाएं। तैयार मिश्रण को चेहरे व गर्दन पर मसाज करते हुए 20 मिनट तक लगाएं। बाद में ठंडे पानी से मुंह धो कर साफ करें।

 

अस्थमा के इलाज में मदद करता है करेला, देखें इसके लाभ

करेला का नाम सुनते ही लोग नाक-मुंह सिकोड़ने लगते हैं। लेकिन खाने में करेला जितना कड़वा लगता है, आपकी हेल्‍थ के लिए उतना ही फायदेमंद होता है। खासतौर पर इसे डायबिटीज का काल माना जाता है।

 

गर्मियों में रोजाना सुबह करेला का जूस पीने से आप अपनी डायबिटीज को आसानी से कंट्रोल कर सकती हैं। इतना ही नहीं यह आपकी स्किन प्रॉब्‍लम्‍स को दूर करने से लेकर बालों और हेल्‍थ के लिए बहुत अच्‍छा होता है।

कैंसर से बचाता है

करेले का जूस कैंसर कोशिकाओं की क्षमता को सीमित करता है और इस प्रकार कोशिकाओं के ऊर्जा स्रोत को कम करता है और साथ ही उसे मार देता है. एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि करेला का जूस स्तन कैंसर का इलाज कर सकता है.

अस्थमा के इलाज में मदद करता है

नियमित रूप से करेला का रस पीने से पुरानी खांसी को दूर करने में मदद मिलती है. करेला का रस अस्थमा और फेफड़ों के संक्रमण के इलाज के लिए एक प्रभावी उपाय हो सकता है.

त्वचा में निखार लाता है

करेला शरीर में खून को शुद्ध करने में मदद करता है. यह त्वचा से रेखाओं को हटाने में भी मदद कर सकता है. इस प्रकार, करेला का रस त्वचा को साफ करने के खास होता है.

विटामिन डी रक्तचाप को नियंत्रित करने में है बेहद मददगार

विटामिन डी एक वसा में घुलनशील विटामिन है, जो शरीर के समुचित कार्य के लिए जरूरी है. विटामिन डी मांसपेशियों, प्रतिरक्षा प्रणाली और कोशिका वृद्धि के लिए जरूरी है; सूजन को कम करने के अलावा, विटामिन डी रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी मदद करता है और हृदय की रक्षा  करने के लिए जाना जाता है.

 

क्या कहती है स्टडी? एक हेल्थ इंस्टीयूट के अनुसार वजन कम करने और विटामिन-डी के बीच संबंधों पर रिसर्च की गयी. एक अन्य रिसर्च के अनुसार विटामिन डी के अधिक सेवन से प्रतिभागियों के शरीर में वसा की प्रतिशत में कमी आ गयी. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि क्योंकि विटामिन डी शरीर में वसा के भंडारण और उत्पादन को प्रभावित करती है. यह आपके शरीर में अन्य हार्मोन जैसे टेस्टोस्टेरोन और न्यूरोट्रांसमीटर (सेरोटोनिन) को भी प्रभावित करता है, जो आपके वजन को घटाने में सहायक होता है.

इसके अलावा शोध में पाया गया है कि महिलाओं में पेट की चर्बी विटामिन डी के कम स्तर से जुड़ी हुई थीं, जिससे उनके पेट की चर्बी पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा. पुरुषों में विटामिन डी का स्तर उनके लिवर और पेट के फैट के साथ बेहद जुड़ा हुआ था. रिसर्च पेट की चर्बी बढ़ने और विटामिन डी की कमी से पेट के हिस्से में फैट जमा हो जाती है, या पेट का फैट विटामिन डी के स्तर में कमी ला सकता है?

हेल्थ ड्रिंक्स आपको बिमारियों से दूर रखने के साथ बनाएंगी स्वास्थ्य

आपने भी सुना ही होगा कि छोटी-छोटी चीजें बड़े काम आती हैं। हमारी डायट में भी यही नियम लागू होता है। जिम में थोड़ी और मेहनत करने के साथ आप थोड़ा ज़्यादा पानी पीते हैं और वजन घटाने की कोशिश करते हैं।

वेट लॉस की कोशिश में लोग अलग-अलग तरीके आजमाते हैं और हेल्थ ड्रिंक्स भी पीते हैं। खैर, अगर आप अपनी नियमित डायट और एक्सरसाइज पर बहुत ध्यान देते हैं, तो आपके लिए एक और टिप है जो वेट लॉस की आपकी कोशिश में मददगार साबित हो सकता है।

उससे शरीर के कार्य करने की क्षमता में भी सुधार आता है और बीमारियों जैसे मोटापा, हाई कोलेस्ट्रोल लेवल से भी छुटकारा मिलता है. मौसमी बीमारियों , मोटापा, पेट की समस्या, आंत की सफाई और चुस्त-दुरुस्त रहने में किचन की तीन सामग्रियां बेहद कारगर हैं. अजवाइन, जीरा और सौंफ से तैयार कहवा सुबह-शाम इस्तेमाल करने से फैट घुलाने समेत कई बीमारियों के खिलाफ शरीर को सुरक्षा मिलता है.

सौंफ पेट और आंत से जुड़ी बीमारियों के लिए बेहतरीन दवा का काम करता है, सौंफ के इस्तेमाल से देर तक भूख नहीं लगती. जीरा और अजवाइन शरीर और पेट के आसपास जिद्दी फैट घुलाने के लिए शानदार है. अजवाइन के इस्तेमाल से कोलेस्ट्रोल लेवल संतुलित रहता है और भोजन के साथ शरीर में पहुंची अतिरिक्त चर्बी को निकालने का काम करता है.

वजन बढ़ाने या वजन में कमी लाने के लिए करें लाइफस्टाइल में ये बदलाव

मोटापा कम करना जितना मुश्किल काम है, उसी तरह वजन बढ़ाना भी कठिन है. दुबले, पतले और कमजोर शख्स के लिए वजन बढ़ाना किसी चुनौती से कम नहीं. विशेषज्ञों के मुताबिक वजन बढ़ाने या वजन में कमी लाने के लिए जीवन शैली, आहार और व्यायाम से मदद मिलती है और दोनों स्थितियों में सप्लीमेंट्स, दवा या इंजेक्शन का इस्तेमाल नुकसानदेह साबित हो सकता है.

रात के समय सोने से पहले 3-4 केले खाये और उसके साथ एक गिलास दूध का सेवन करें यह वज़न बढ़ने बहुत मदद करता है.
दूध में शहद मिलाकर उसका नियमित सेवन करें इससे आपकी पाचन शक्ति भी ठीक रहती है.
वज़न बढ़ने के लिए आप खरबूजा भी खा सकते हैं, हालाँकि यह मौसमी फल है, लेकिन वज़न बढ़ने का एक अच्छा उपाय है.
वज़न बढ़ाने के लिए आप पीनट बटर ले और उसे ब्रेड के साथ लगाकर खाये यह वज़न बढ़ाने का एक अच्छा उपाय है.अगर आप अंडे खाते हैं तो आप अंडे का सेवन भी कर सकते हैं क्योँकि अंडे में प्रोटीन होता है जो हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है.

उनका कहना है कि मोटापा या शरीर की चर्बी का हटाना चंद दिनों का काम नहीं. जैसे मोटापा आहिस्ता आहिस्ता आता है, उसी तरह दुबले-पतले को मोटा होने में भी वक्त लगता है. सेहतमंद तरीके से संपूर्ण स्वास्थ्य को खतरे में डाले बिना वजन बढ़ाने के लिए डाइट में बेहतरी लाना और डॉक्टर के संपर्क में रहना जरूरी है.

लहसुन की कच्ची कली खाने से स्वास्थ्य को मिलते हैं कई लाभ

लहसुन खाने के फायदे तो आपको मालूम होंगे ही लेक‍िन अक्सर सलाह दी जाती है कि अगर आपका कोलेस्ट्रोल बढ़ा है तो लहसुन की कच्ची कली खाइए। वजन और बीपी नियंत्रित करने में भी लहसुन का नुस्‍खा सबसे बढ़ि‍या माना जाता है।

 

सामग्री-

1- एक लहसुन की कली

2- एक गिलास पानी

3- एक चुटकी कसा हुआ अदरक

4- एक चम्मच नींबू का रस

5- एक चम्मच शहद

सबसे पहले आप एक गिलास पानी को उबालें और इसके बाद इसमें कसे हुए अदरक और लहसून को पीसकर डाल दें और 15 से 20 मिनट तक इसे पकने दें, फिर आंच को बंद करके इसे 10 मिनट तक इसे ऐसे ही छोड़ दें।

अब इस पानी को छान लें और इसमें एक चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच शहद मिला दें जिससे यह स्वादिष्ट और मीठा हो जाए, इस तरह आपकी यह चाय तैयार हो जायेगी और नींबू और अदरक होने की वजह से लहसून की दुर्गन्ध भी आपको नहीं आएगी और आप आसानी से इसके औषधीय गुणों का लाभ ले सकते हैं।

ज्यादा गर्मी में लहसुन की चाय पीने से रक्तस्त्राव की समस्या हो सकती है। इसलिए, अगर किसी की कोई सर्जरी होने वाली है, तो उससे पहले लहसुन का सेवन न करें। लहसुन से एलर्जी की समस्या भी हो सकती है।