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हेल्थ

मालिश के साथ ये घरेलू उपाए आजमाकर आप भी पाएं मांसपेशियों के दर्द से निजात

घर में बैठे बैठे शरीर दर्द करने लगा हैं तो इसकी मालिश करने के कुछ सरल तरीके अपनाए जिनसे आपको इन समस्याओं में खासी राहत मिलेगी. सरसों के ऑयल जो न सिर्फ खाना बनाने के उपयोग में आता है बल्कि इससे से भी मसाज कर सकते हैं. मार्केट में कई तरह के तेल, लोशन व कारागार आते हैं, आप उनका भी प्रयोग कर सकते हैं. ठंडा कारागार अगर मिले तो बेहतर रहेगा.

 

अगर किसी गंभीर कारण की वजह से मांसपेशियों में दर्द हो रहा है तो आप घरेलू नुस्‍खों की मदद से भी इसका इलाज कर सकते हैं।यहां हम आपको कुछ असरदार घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जो मांसपेशियों में दर्द को कम करने में मदद करते हैं।

जमीन पर लेट जाएं व अपने हथेली में थोड़ा सा सरसों का ऑयल या ऑलिव तेल लेकर लगातार तीन मिनट तक हथेली को गोलकार घुमाते हुए मसाज करते रहें. पहले एक तरफ से फिर दूसरी ओर से.

नर्सिंग अध्ययन इंटरनेशनल जर्नल में छपे एक शोधपत्र के अनुसार, इससे पेट की मांसपेशियां शेप में आ जाती हैं यह फैट की चर्बी कम करने में भी बहुत ज्यादा अच्छा है. लाभ: पेट की मालिश करने से दर्द, अवसाद व कब्ज की समस्या से राहत मिलती है

मोबाइल का अँधेरे में इस्तेमाल करना आपको बना सकता हैं अँधा

दोस्तों आज हम आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण टोपिक लेकर आये है तो प्लीज़ आप इस विडियो को अंत तक जरुर देखे |दोस्तों आज की इस विडियो में हम बताने वाले है की अगर आप मोबाइल का अँधेरे में इस्तेमाल करते है तो उससे आप अंधे हो सकते है जी हां दोस्तों आप एक रात में भी अंधे हो सकते है , काफी लोग इसका शिकार हो चुके है , तो इस विडियो को पूरा देखे |

दोस्तों आज तक हम जानते है की मोबाइल की जो बैटरी होती है उससे जो रेडिशन निकलता है वो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक होता है , लेकिन दोस्तों मोबाइल की जो स्क्रीन होती है , उसकी जो लाइट होती है वो आपको एक रात में अँधा बना सकती है जी हां दोस्तों , दोस्तों हाल ही में हुए ताजा शोधों के अनुसार यानी के कमरे की लाइट बंद करके या फिर अँधेरे में यदि कोई मोबाइल का कई घंटो तक चलाता है तो उससे वः अंधा हो सकता है|

शरीर के अंगों को सुचारु रूप से चलाने में लाभदायक हैं विटामिन बी

विटामिन बी कॉम्प्लेक्स शरीर के लिए बहुत जरूरी है. ज्यादातर शाकाहारी लोगों को में विटामिन बी की कमी पायी जाती है. विटामिन बी 8 तरह के होते हैं. जिसमें सभी विटामिन शरीर के अंगों को सुचारु रूप से चलाने के लिए जरूरी हैं.

विटामिन-12  इसमें काफी अहम है. विटामिन बी-12 सर्कुलेटरी सिस्टम और नर्वस सिस्टम को हेल्दी रखने में मदद करता है. आप कई तरह के खाद्य पदार्थों से विटामिन बी12 की कमी को पूरा कर सकते हैं.

विटामिन बी के शाकाहारी प्राकृतिक स्रोत

1- दही- विटामिन बी-कॉम्पलेक्स जैसे विटामिन बी2, बी1 और बी12 आपको दही में मिलता है. आप डाइट में लो फैट दही जरूर शामिल करें. इससे शरीर को जरूरी पोषण मिलता है.

2- ओटमील- नाश्ते में ओट्स खाने से शरीर को भरपूर फाइबर और विटामिन्स मिलते हैं. ओट्स में विटामिन बी12 काफी मात्रा में होता है. जिससे आप हेल्दी रहते हैं.

3- दूध- विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने के लिए आप डाइट में दूध जरूर शामिल करें. दूध में काफी मात्रा में विटामिन बी12 पाया जाता है शाकाहारी लोगों के लिए ये अच्छा ऑप्शन है.

4- सोयाबीन- सोयाबीन में विटामिन बी12 प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. आप सोया मिल्क, टोफू या सोयाबीन की सब्जी खा सकते हैं.

5- पनीर- स्विस पनीर में विटामिन बी 12 सबसे ज्यादा होता है. इसके अलावा कॉटेज चीज़ में भी विटामिन बी पाया जाता है.पनीर आपके स्वास्थ को बेहतरीन है

 

40 की उम्र में महिलाओं को अपने कैल्शियम और विटामिन लेवल का रखना चाहिए ध्यान

एक महिला परिवार की रीढ़ होती है. वो हमेशा व्यस्त रहती है और पूरे दिन परिवार की देखभाल करती है. लेकिन, ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि वो अपने स्वास्थ्य की अनदेखी करती रहती है.  जो महिलाओं को स्वस्थ जीवन जीने के लिए करनी चाहिए.

ऐसा कहा जाता है कि “बिस्तर से जल्दी उठना मनुष्य को स्वस्थ, धनी और बुद्धिमान बनाता है.” इसलिए, इस सलाह का पालन करें. आप सुबह में जागें और व्यायाम को रोजाना प्राथमिकता दें. 45 मिनट की सुबह की सैर करें या योग और प्राणायाम करें.

एक अच्छी नींद की दिनचर्या बहुत ही जरूरी है. कम से कम 8 घंटे की नींद लें. दिन में सोने से बचें और रात को 10: 00-10.30 बजे के बीच सो जाएं. दोपहर के वक्त आप 20 मिनट की एक छोटी सी जपकी ले सकती हैं.

अंजीर, कीवी और तरबूज जैसे कैल्शियम से भरपूर फल खाएं. प्राकृतिक मल्टीविटामिन की खुराक के लिए सभी मौसमी फलों और सब्जियों का सेवन जरूरी है. रात में पत्तेदार सब्जियां खाएं जो फाइबर और आयरन से जैम-पैक्ड हैं. प्रोसेस्ड फूड्स, चीनी, नमक और सैचुरेटेड फैट को कम करें.

जब वो आपकी त्वचा और बालों की बात करें तो उस देखभाल को देना न भूलें. त्वचा की कोई भी समस्या जैसे मुंहासे पर जल्द से जल्द ध्यान देने की जरूरत है. इसके अलावा, केमिकल वाले प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से बचकर अपने बालों की अच्छी देखभाल करें. एलोवेरा या आंवले के रस के साथ, बहुत सारे फल और सब्जियां खाने से त्वचा और बाल स्वस्थ रहते हैं.

 

रोजाना तांबे के बर्तन में रखे पानी का सेवन करने से दूर होगी पेट की सभी समस्याओं

आयुर्वेद के अनुसार घर पर ही कुछ सरल उपाय करके कई गंभीर रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। ऐसा ही एक उपाय है तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना।

तांबे के बर्तन में रखे पानी को ताम्र जल भी कहा जाता है। सेहत के लिहाज से तांबे के लोटे, जग या गिलास में कम से कम आठ घंटे रखा हुआ पानी फायदेमंद होता है।

-पेट की सभी समस्याओं के लिए तांबे का पानी बेहद फायदेमंद होता है। रोजाना इसका उपयोग करने से पेट दर्द, गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी परेशानियों से निजात मिल सकती है।

-तांबे का पानी पाचनतंत्र को मजबूत कर बेहतर पाचन में सहायता करता है। रात को तांबे के बर्तन में पानी रखकर सुबह उसका सेवन करने से पाचन क्रिया दुरुस्त होती है। इसके अलावा यह अतिरिक्त वसा को कम करने में भी बेहद मदददगार साबित होता है।

-तांबे में उपस्थि‍त एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व असमय बढ़ती उम्र के निशान को कम कर आपको जवां बनाए रखने में मदद करते हैं। यह फ्री रैडिकल की समस्या को दूर कर त्वचा को झुर्रियों, बारीक लाइनों और दाग-धब्बों से बचाकर स्वस्थ और जवां बनाए रखता है।

-मस्तिष्क को उत्तेजित कर उसे सक्रिय बनाए रखने में तांबे का पानी बहुत सहायक होता है। इसके प्रयोग से स्मरणशक्ति मजबूत होती है, और दिमाग तेज होता है।

वर्कआउट करने का सही समय नहीं जानते होंगे आप एक बार जरुर देखें

अपनी दिनचर्या में आप इतने मशरूफ हो जाते हैं कि खुद पर ध्यान देने के लिए समय निकालना मुश्किल हो जाता है. व्यायाम और फिटनेस हमें लंबे समय तक स्वस्थ रखकर हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. नियमित शारीरिक गतिविधि सभी रोगों को दूर रखती है, ये एंडोर्फिन को जारी करने में मदद करती है जो आपको खुश, ऊर्जावान और अधिक सक्रिय बनाती है.

जब इसे बाहर निकालने में समय लगता है, तो हम फंस जाते हैं. व्यायाम करने का सही समय कभी नहीं होता है, लेकिन सही दिनचर्या और कसरत करने से आपको काफी मदद मिल सकती है. जल्दी उठकर सुबह किया जाने वाला कसरत काफी आरामदायक रहता है .

जब आपका शरीर बाहर काम करने के बाद सभी एंडोर्फिन जारी करता है, तो आप दिन के लिए निर्धारित होते हैं और अपने दिन की शुरुआत नए नोट पर करते हैं. किसी चीज को पूरा करने के बाद आपको जो प्रेरणा मिलती है, वो आपके दिन को किकस्टार्ट करने के लिए काफी है. ये आपको ऊर्जावान बनाता है.

जबकि सुबह के वर्कआउट अधिक फायदेमंद होते हैं, शाम के वर्कआउट आमतौर पर उन लोगों के लिए सबसे अच्छे होते हैं जो काम कर रहे होते हैं और सुबह कुछ ज्यादा नींद लेना पसंद करते हैं. शाम के वर्कआउट ऑप्टिमल होते हैं क्योंकि आपके शरीर ने एक भारी कसरत करने के लिए ताकत, और शक्ति हासिल की है जिसमें वेट लिफ्टिंग, कार्डियो और इसके बाद व्यायाम शामिल हैं.

कुल मिलाकर व्यायाम करना आपके स्वास्थ्य और सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है, लेकिन शारीरिक गतिविधि करने के लिए समय निकालना चाहिए. सुबह हो या शाम, दोनों ही आपके शरीर को फिट रखने के लिए बेहतर हैं.

 

चुकंदर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपको दिलाएंगे ब्रेन फंक्शन जैसी बिमारियों से छुटकारा

गर्मी के मौसम में चुकंदर खाने के बहुत से फायदे बताए जाते हैं. ये न सिर्फ डैमेज स्किन में जान फूंकने का काम करती है, बल्कि लो हीमोग्लोबिन लेवल को भी दुरुस्त करता है. हाई न्यूट्रिशन वेल्यू, पानी और जीरो फैट जैसी खूबियां इसे गर्मियों का परफेक्ट सुपरफूड बनाती हैं. आइए आपको गर्मियों में चुकंदर खाने के 8 फायदों के बारे में बताते हैं.

ब्रेन फंक्शन– चुकंदर में मौजूद नाइट्रेट ब्लड फ्लो को सपोर्ट करके एजिंग पर पड़ने वाले प्राकृतिक प्रभाव और ब्रेन फंक्शन को भी दुरुस्त करता है. इसमें आयरन की भरपूर मात्रा एनीमिया और डेमेंशिया के जोखिम से भी राहत दिला सकती है.

एंटी कैंसर– चुकंदर में बीटालेंस नाम का एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में अस्थिर सेल्स को ढूंढकर नष्ट करने का काम करता है. कई स्टडी में ये पता चला है कि चुकंदर के एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टी और न्यूट्रिशनल कंटेंट कैंसर के इलाज में बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं.

हेल्दी वेट– चुकंदर सिर्फ न्यूट्रिशन से भरपूर होता है और इसमें किसी तरह की कैलोरी नहीं होती है. इसलिए ये इंसान को हेल्दी बॉडी वेट को कंट्रोल करने में मदद करता है. शरीर में कैलोरी की अतिरिक्त मात्रा न बढ़ने की वजह से इंसान का वजन खुद-ब-खुद बैलेंस रहता है.

ग्लोइंग स्किन– चुकंदर में मौजूद विटामिन-सी और विटामिन-बी जैसे तत्व स्किन से जुड़ी दिक्कतों के साथ-साथ एजिंग की परेशानी पर भी लगाम कसने का काम करते हैं. चुकंदर किसी नैचुरल ब्लड प्योरीफायर की तरह काम कर कील-मुहांसो को दूर करता है और हेल्दी व ग्लोइंग स्किन देता है.

लगातार कम्प्यूटर के सामने बैठने से आँखें हो रही हैं खराब तो आजमाएं ये उपाए

कई बार आखाें की थकान से भी नींद नहीं आती. लेकिन कुछ प्राकृतिक तरीका अपनाकर भी आंखों का तनाव दूर किया जा सकता है. आइए जाने इनके बारे में :-

आई मसाज :
आंखों और आसपास की मांसपेशियों की मसाज से रक्तसंचार दुरुस्त होता है और आंखों में नमी बनी रहने से ड्राई आई की समस्या नहीं होती. अंगुलियों से ऊपर-नीचे की पलकों औरभौहों के आसपास 10-20 सेकंड के लिए मसाज करें.

हथेलियों से मसाज :
लगातार कम्प्यूटर के सामने बैठने से आंखों में थकान होती है. हथेलियों से धीरे-धीरे आंखों की तब तक मालिश करें जब तक ये गर्म न हो जाएं.

धूप भी लें :
रोज प्रातः काल 8-10 बजे की धूप आंखों और सारे शरीर के लिए लाभकारी होती है. प्रतिदिन सूर्य की ओर आंखें बंद कर मुंह करके बैठें. धूप सेकने के बाद हथेलियों से आंखों की हल्की मालिश करें.

एक्सरसाइज :
आंखों को कुछ सेकंड के लिए क्लॉकवाइज और एंटी-क्लॉकवाइस घुमाएं. फिर कुछ देर बे्रक लेने के बाद 4-5 बार पलकें झपकाएं. कम्प्यूटर पर कार्य करने के दौरान पलकें झपकाएं.

गेहूं की गर्म रोटी हैं ब्रेड या अन्य विकल्पों की तुलना में ज्यादा पौष्टिक

न्यूट्रीशनिस्ट एंड डाइटीशियन के अनुसार एक भारतीय थाली में गेहूं की रोटी, चावल, दाल, सब्जी, चटनी, रायता (दही) पापड़ आदि होने चाहिए.रोटी बनाने के लिए सिर्फ गेहूं ही नहीं बल्कि कभी मक्का, बाजरा, रागी या कई प्रकार के मिले-जुले अनाजों का आटा इस्तेमाल करें. मक्खन या शुद्ध घी लगी हुई गेहूं की गर्म रोटी या परांठे, ब्रेड या अन्य विकल्पों की तुलना में ज्यादा पौष्टिक हैं.

हल्की मोटी पिसाई वाला, चोकरयुक्त, ऑर्गेनिक और हल्का भूरा दिखने वाला आटा चुनें. इसमें फाइबर, विटामिन-बी, कैल्शियम, आयरन  जिंक ज्यादा होते हैं जिससे बनी रोटी को अच्छी तरह चबाकर खाना चाहिए.

रोटी  सब्जी का अनुपात 1:2 रखें ताकि फाइबर के अतिरिक्त प्रोटीन और मिनरल भी मिलते रहें. मिक्स या भिन्न-भिन्न दाल  धनिया, पुदीना या टमाटर की चटनी के अतिरिक्तदही खाएं जो एक अच्छा प्रोबायोटिक है. ये शरीर में पाचनक्षमता को मजबूत रखने वाले बैक्टीरिया की संख्या को बढ़ाने में मदद करता है.

विटामिन ए, ई से भरपूर ये फ़ूड आइटम्स आपके दिमाग को रखेंगे दुरुस्त

कुछ बीज ऐसे होते हैं जो सेहत के लिए काफी हेल्दी होते हैं, खासकर दिमाग की सेहत के लिए. ये ऐसे बीज हैं जिनमें विटामिन ए, विटामिन ई, भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं. इसलिए इन बीजों का लेवन दिमाग के लिए अत्यधिक फायदेमंद हैं. इन बीजों के सेवन से आप अपने दिमाग को बना सकते हैं स्वस्थ और दुरुस्त.

चिया सीड्स

दिमाग को तंदुरुस्त रखने में चिया सीड्स भी अच्छा माना गया है. चिया सीड्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो कि दिमाग को मुक्त मूलकों के हानिकारक प्रभाव से बचाता है और दिमाग को स्वस्थ रखने में मददगार होता है.

कद्दू के बीज

कद्दू के बीजों में मैग्नीशियम, आयरन, जिंक और कॉपर जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो दिमाग के लिए जरूरी होते हैं. इसमें अन्य कई प्रकार के एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो दिमाग को हेल्दी रखते हैं. ऐसे में कद्दू के बीजों का सेवन जरूर करें, खासकर बच्चों को इन्हें किसी न किसी रूप में खाने के लिए जरूर दें.

तिल के बीज

तिल के बीजों में लिपोफिलिक एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कि दिमाग की सेहत के लिए लाभकारी होते हैं. ब्रेन डैमेज के साथ-साथ उम्र संबंधी बीमारियों जैसे एल्जाइमर आदि से रक्षा करने में मदद करते हैं.

सूरजमुखी के बीज

सूरजमुखी के बीजों में दिमाग के लिए लाभकारी ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड पर्याप्त मात्रा में होते हैं, जो कि दिमाग की क्रियाशीलता को बढ़ा देते हैं. यहीं कारण है की सूरजमुखी के बीजों का सेवन फायदेमंद होता है.