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हेल्थ

प्राकृतिक स्वीटनर से क्या नहीं बढ़ता हैं डायबिटीज टाइप 2 का खतरा

डायबिटीज के मरीजों को बहुत सी पाबंदियों के साथ जीना पड़ता है. डायबिटीज की सबसे खराब बात ये होती है कि आपकी डाइट से चीनी बिल्कुल गायब हो जाती है.लेकिन क्या डायबिटीज के मरीजों को किसी भी तरह की शुगर को लेने से बचना चाहिए?

ज्यादातर लोग, चाहे उन्हें डायबिटीज टाइप 2 है या नहीं, प्राकृतिक स्वीटनर की तरफ सेहतमंद रहने की खातिर रुख कर रहे हैं. गुड़ और शहद को ज्यादा सेहतमंद इसलिए कहा जाता है क्योंकि शुगर के तौर पर प्रोसेस्सड नहीं किया जाता है और कम रसायन का इस्तेमाल किया जाता है. इसके मुकाबले, ब्राउन और व्हाइट शुगर, गुड़ और शहद बेहतर स्वास्थ्य के विकल्प माने जाते हैं.

डायबिटीज के मरीजों को मीठा से जहां तक संभव हो सके दूर रहने की सलाह दी जाती है. जिससे उनका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रह सके. ऐसा इसलिए क्योंकि इस्तेमाल किए जानेवाले फूड आम तौर से कार्बोहाइड्रेट्स और प्राकृतिक शुगर से भरपूर होते हैं.

दिल की बीमारियों के मरीजों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी, क्या आपको भी दिख रहे हैं ये लक्ष्ण

देश में जिस तेजी से दिल की बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ रही है वो चिंताजनक है एक तरफ देश के युवाओं में नशे की आदत बढ़ रही है तो दूसरी तरफ तनाव शहरों में रहने वालों की धड़कने बढ़ा रहा है. भागती-दौड़ती जिंदगी और टैंशन के बीच अपने दिल को सेहतमंद रखना आज किसी चेलेंज से कम नहीं है.

 

स्कैड
यह तब होता है जब आप के दिल की कोई रक्त धमनी फट जाती है. इसके दौरान आप का खून या तो धीमा हो जाता है या रुक जाता है. जिसके चलते आपको छाती में थोड़ा बहुत दर्द महसूस होने लगता है. इसलिए हमारी सलाह है कि जब भी आपको ऐसे लक्षण महसूस हों आप फ़ौरन अपने डॉक्टर से संपर्क कर अपना इलाज शुरू करवाएं.

सूजन
यदि आपको रुमेटीइड गठिया या ल्यूपस है, तो आपको हृदय रोग की संभावना अधिक होती है. इसके लिए ज़रूरी है कि व्यायाम करें और धूम्रपान करने से बचें. दवाओं के साथ अपनी सूजन को नियंत्रित रखें. लेकिन स्टेरॉयड से दूर रहने की कोशिश करें क्योंकि ये आपके दिल की बीमारी को बढ़ा सकता है. अपने दिल की रक्षा के लिए सबसे अच्छे तरीके के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें.

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम
ये बीमारी पुरुषों से ज़्यादा महिलाओं में पाई जाती है. ऐसा होने का कारण आप के जज़्बात हो सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि जब आप के स्ट्रेस हार्मोन बहुत अधिक मात्रा में होते हैं तो आप के हृदय का एक हिस्सा अधिक बड़ा हो जाता है, जिसकी वजह से उसे ब्लड पंप करने में दिक्कत महसूस होती है. और इसी के चलते आपको

विटामिन ए आपके इम्यून सिस्टम और गार्ड्स को करेगा मज़बूत

पैरों में सूजन एक आम समस्‍या है जो कि गलत जीवनशैली, पोषण की कमी, शारीरिक गतिविधियां न करने या मोटापे की वजह से उत्‍पन्‍न होती है। देर तक खड़े रहने या बड़ती उम्र, प्रेग्‍नेंसी, प्रीमैंस्‍ट्रुअल सिंड्रोम और पैरों में ठीक तरह से रक्‍त प्रवाह न होने पर भी पैरों में सूजन आ सकती है।

विटामिन ए
विटामिन ए आपके इम्यून सिस्टम और गार्ड्स को मज़बूत बनाने का काम करता है जिसकी वजह से आप किसी भी प्रकार की इंफेक्शन युक्त बीमारी से बचे रहते हैं. इसलिए हमारी सलाह है कि आप एक से दो हफ्ते तक विटामिन ए कि गोलियों का सेवन करें, इससे आपको ज़रूर ही फायदा पहुंचेगा और आपको अच्छे नतीजे देखने को मिलेंगे. मुख्य तौर से यह मछली, दूध व अंडे आदि में पाया जाता है.

ब्रोमेलिन
ब्रोमेलिन जैसा पोषक तत्व अनानास में पाया जाता है. यह एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों से युक्त होता है जो आप के इम्यून सिस्टम के लिए बहुत अच्छे व लाभदायक होते हैं. इसका प्रयोग कई बार कुछ चोटें जैसे कि रीढ़(स्पाइन) आदि को ठीक करने के लिए भी किया जाता है. आप इसकी टैबलेट या कैप्सूल ले सकते हैं.

कैप्सैसिन
ये तत्त्व लाल मिर्ची में पाया जाता है. इसका काम प्रोटीन के एक समूह को रोकना है जो आपके शरीर की सूजन की प्रतिक्रिया को नियंत्रित करता है. आप कैप्सैसिन को उन उत्पादों में पा सकते हैं जिन्हें आप सीधे अपनी त्वचा पर लगाते हैं. आप एक चौथाई चम्मच से कैप्सैसिन की शुरुआत कर सकते हैं.

गर्मियों में पसीने की बदबू हो सकती हैं बड़ी बीमारी का संकेत

पसीना आना एक सामान्य स्थिति है, लेकिन जब यह अधिक मात्रा में आता है, तो इससे इंसान शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से असहज हो जाता है।

इस स्थिति पर लोगों का जल्दी ध्यान भी नहीं जाता और कुछ लोग इसके लिए गंभीर भी नहीं होते, जबकि यह किसी बड़ी बीमारी का संकेत भी हो सकता है।आज हम आपको कुछ उपाय बताएंगे अगर आपके उपाय करते हैं तो आपको पसीना नहीं आएगी .

सबसे पहले आप कच्चे हल्दी का पेस्ट बना लें और उसे उस जगह पर लगाएं जहां आपको सबसे ज्यादा पसीना आता है इससे आपको क्या फायदा होगा कि जल्दी पसीना नहीं आएगा.

आप कहीं भी बाहर जा रहे हैं या फिर बाजार जा रहे हैं तो उससे पहले आप नीम की पानी से स्नान कर ले इससे आपको पसीना भी नहीं आएगा और अगर आप नीम के पानी से स्नान करते हैं तो बहुत सारे बीमारियों को भी खत्म करता है |

आप खीरे का इस्तेमाल करके भी पानी पसीने से छुटकारा पा सकते हैं आपको खीरे का पेस्ट बनाना है और जहां भी पसीना आता है वहां पर खीरे का पेस्ट लगा दे तो आपको पसीने से छुटकारा मिल सकता है या फिर पसीना कम आएगा

Sony Bravia X70L के स्पेसिफिकेशन और फीचर्स पर डाले एक नजर, देखें संभव मूल्य

जट और प्रीमियम सेगमेंट टीवी के लिए पॉपुलर कंपनी, सोनी इंडिया ने Sony Bravia X70L टीवी सीरीज लॉन्च की है, जिसमें एक्स1 4K प्रोसेसर, लाइव कलर टेक्नोलॉजी, एक्स-रियलिटी प्रो और अन्य फीचर्स शामिल हैं।

सोनी ने मिड-रेंज टीवी बाजार में कॉम्पिट करने के लिए प्रीमियम स्पेक्स दिए है।  यह नेक्स्ट जेनरेशन टेलीविजन सीरीज बेस्ट-इन-क्लास एंटरटेनमेंट और ट्रू-टू-लाइफ व्यूइंग एक्सपीरियंस देने के लिए डिजाइन की गई है।

Sony Bravia X70L में X1 4K पिक्चर प्रोसेसर है जो शोर को कम करने के लिए एडवांस्ड एल्गोरिदम का उपयोग करता है। 4के टीवी में 4के एक्स-रियलिटी प्रो तकनीक है, जिसने फुल एचडी और 2K कंटेंट को 4K तक बढ़ा दिया है।

Sony Bravia X70L TV सीरीज़ Apple Home Kit और AirPlay के सपोर्ट के साथ Google TV OS पर चलती है। Bravia X70L में डॉल्बी ऑडियो के साथ 20W ओपन-बैफल स्पीकर हैं। टीवी रिमोट वॉयस इनेबल्ड है ।

गर्मियों के दिनों में पसीना आना और सीने में दर्द होना नहीं है आम बात

आजकल की लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों की वजह से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है. हार्ट अटैक भी इन घातक बीमारियों में से एक है. दरअसल खून में थक्के बनने की वजह से ह्रदय तक रक्त का संचार ठीक तरह से नहीं हो पाता है.

गर्मियों के दिनों में पसीना आना बहुत सामान्य बात है. पर अचानक बिना किसी कारण के बहुत ज्यादा पसीना आना दिल के दौरे का संकेत हो सकता है. कई बार सीने में दर्द होने के साथ पसीना आना और मांसपेशियों में अकड़न महसूस होना भी हार्ट अटैक का संकेत है.

हाथ, कंधे, जबड़े, दांत या सिर में दर्द की शिकायत भी हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं. इस तरह की समस्या में लापरवाही ना बरतें और डॉक्टर की सलाह लें.

ड्रग्स या किसी भी तरह के नशे का सीधा असर व्यक्ति के दिमाग पर पड़ता है. कोकीन का इस्तेमाल दुनिया भर में किसी ना किसी रूप में हो रहा है. एक्सपर्ट्स के अनुसार कोकीन का ज्यादा प्रयोग भी हार्ट अटैक का कारण बन सकता है.

इसके अलावा हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करनी चाहिए. नियमित रूप से प्राणायाम और योगा करें. समय-समय पर ब्लड प्रेशर की जांच कराएं. हेल्दी डाइट फॉले करें. फलों और हरी सब्जियों को अपने भोजन का हिस्सा बनाएं.

पेट की चर्बी बढ़ाने में शरीर में हार्मोनल बदलाव भी निभाता हैं अहम भूमिका

आपने अक्सर टीवी पर पेट की चर्बी घटाने और मोटापा कम करने के एड जरूर देखें होगें। जिसमें वो ग्रीन टी , हर्बल टी और कई तरह की एक्सरसाइज  या स्वेट बेल्ट के बारे में बताते हैं। लेकिन ये सारे उपाय हमेशा बहुत मंहगे होते हैं। ऐसे में अगर हम आपको घर में ही कुछ आसान उपायों से पेट की चर्बी घटाने मोटापा घटाने के उपाय

इलिनोइस यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में पाया गया कि छह सप्ताह एब्डामनल ट्रैनिंग भी अकेले पेट की चर्बी को कम करने के लिए काफी नहीं थी. इसलिए यदि आप पेट की चर्बी कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो आपको अपने शरीर का वजन कम करना होगा. कई टिप्स को अपनाकर पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है.

पेट की चर्बी बढ़ने में शरीर में हार्मोनल बदलाव भी एक अहम भूमिका निभाते हैं। महिलाओं में अक्सर पेट या कमर में चर्बी यानि फैट 40 साल के बाद बहुत तेजी से बढ़ता है। मोटापे या पेट की चर्बी बढ़ने के लिए जरूरत से ज्यादा तनाव होना भी नुकसानदायक होता है, क्योंकि आमतौर पर लोग तनाव में होने पर बेहिसाब कुछ न कुछ खाते रहते हैं। जिससे पेट पर चर्बी जमा होने लगती है।

कार्डियो एक्सरसाइज महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके लिए ट्रेडिशनल कार्डियो होना जरूरी नहीं है. यदि आप जॉगिंग नहीं करना चाहते हैं हाई इंटेनसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) को ट्राई करें. वहीं, एब वर्कआउट आपको पेट की चर्बी को लूज में मदद नहीं करेगा, लेकिन वे मांसपेशियों को बिल्ड करेगा. यदि आप एब मसल्स का लक्ष्य बना रहे हैं, तो एब वर्कआउट्स को न छोड़ें.

यदि आप भी 35 से 40 घंटे तक हफ्ते में काम करते हैं तो पढ ले ये खबर

जल्दबाजी में न खाएं खाना अथवा आपको भी हो सकती हैं ये समस्या

पेट से संबंधित कई तरह की समस्याओं में पेट में गैसबनना एक आम समस्या है। छोटी उम्र से लेकर युवाओं और बुजुर्गों तक, हर उम्र के व्यक्ति को कभी न कभी इस समस्या का सामना करना पड़ा है।

पेट में गैस बनने के कई कारण हो सकते हैं जैसे अत्यधिक भोजन करना, ज्यादा देर तक भूखे रहने, तीखा या चटपटा भोजन करना, ऐसा भोजन करना जो पचने में कठि‍न हो, शराब पीना, कुछ बीमारियों व दवाओं के सेवन के कारण भी पेट में गैस सकती है।

देर रात तक जागना
अगर आपकी देर रात तक जागने की आदत है तो सबसे पहले अपनी इस आदत को अवश्य बदल लें। क्योंकि देर रात तक जागने से इनडाइजेशन की प्रॉबल्म पैदा होती हैं, जिससे कि पेट में बहुत गैस बनने लगती है।

जल्दबाजी में न खाएं
कई लोग ऐसे होते हैं जो खाना बहुत जल्दबाजी में खा लेते है और जल्दबाजी में खाया हुआ खाना वे अच्छे से चबा भी नहीं पाते। इससे खाना डाइजेस्ट होने में समय लगाता है और पेट में एसिड बनना शुरू हो जाता है, जिससे कि पेट में गैस की गंभीर समस्या पैदा होने लगती हैं।

लगातार बैठे न रहे
कई बार क्या होता है कि लोग खाना खाने के बाद एक जगह टीक कर ही बैठे रहते हैं जिससे खाना सही तरीके से डाइजेस्ट नहीं हो पाता और फिर गैस की प्रॉबल्म भी बनने लगती हैं।

हीमोग्लोबिन की कमी होने पर अपनी डाइट में इन 5 चीजों को करें शामिल

शरीर में मौजूद खून में हीमोग्लोबिन का निचला स्तर आयरन की कमी यानी एनीमिया कहलाता है। हीमोग्लोबिन की कमी से व्यक्ति में थकान, त्वचा का पीला पड़ना, सांस फूलना, तेज या अनियमित दिल की धड़कन, ऊर्जा की कमी, बालों का झड़ना, हाई ब्लड प्रेशर या लो ब्लड प्रेशर जैसे आम लक्षण नजर आने लगते हैं।

इस मात्रा से कम हीमोग्लोबिन होने पर व्यक्ति को अपनी डाइट में इन 5 चीजों को शामिल करने पर ध्यान देना चाहिए। आइए जानते हैं इनके बारे में।

अनार- शरीर में खून की कमी दूर करने के लिए अनार को सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। इसमें आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम और विटामिन प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके रोजाना सेवन से लाल रक्त कोशिकाओं के बनने में मदद मिलती है।

खजूर- हीमोग्लोबिन की कमी दूर करने में खजूर भी आपकी मदद कर सकते हैं। खजूर में प्रचूर मात्रा में कॉपर,मैग्नीशियम , मैग्नीज़, विटामिन बी6, आचिन, पैंटोथेनिक एसिड और रिबोफ्लाविन जैसे पोषक तत्व होते हैं। यही वजह है कि खजूर को लोहे का समृद्ध स्रोत माना जाता है। खून की कमी को दूर करने के लिए आप रोजाना सुबह खाली पेट गर्म दूध के साथ खजूर का सेवन करें। इससे काफी फायदा मिलेगा।

मेथी- खून की कमी दूर करने के लिए मेथी का भी सेवन भी काफी फायदेमंद माना जाता है। इसमें उच्च मात्रा में लोहा पाया जाता है, जिससे लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में सहायता मिलती है। मेथी के पत्ते और बीज दोनों का सेवन फायदेमंद होता है।