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हेल्थ

हरा चना खाने के कुछ फायदे जिससे आप भी रहेंगे तंदरुस्त

हरा चना खाने में खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, उतना ही बनाने में भी मजा आता है।  इसका इस्तेमाल ज्यादातर सब्जी, चटनियां बनाने में किया जाता है। इसके अलावा इसे कच्चा, उबालकर या फिर भूनकर भी खाया जाता है।

हरे चने में प्रोटीन, नमी, चिकनाई, फाइबर्स, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, आयरन और विटामिन्स की काफी मात्रा में मिलती  है, जो शरीर को एनर्जी देने का काम करते हैं। जानिए हरा चना खाने के कुछ फायदे जो आपको रखेंगे तंदरुस्त हरे चने में भरपूर तादाद में आयरन मिलता है, जो खून की कमी को पूरा करने का काम करता है। अगर आपको भी ब्लड की कमी रहती है तो अपने आहार में हरो चनों को शामिल कर लें।

हड्डियों को बनाता है मजबूत

हरे चने में विटामिन सी पाया जाता है। ब्रेकफास्ट में हर रोज हरे चने का उपयोग करने से हड्डियां मजबूत होती हैं व सभी काम करने में आसानी होती है।

ब्लड शुगर कंट्रोल

एक हफ्ते में 1/2 कटोरी हरा चना खाने से ब्लड शुगर का स्तर काबू में रहता है। अगर आप ब्लड शुगर के बीमार है तो अपने आहार में हरे चने अवश्य शामिल करें।

दिल की रोग

हर रोज आधी कटोरी हरे चने का उपयोग करने से दिल मजबूत रहता है। साथ ही बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटता है व हार्ट रोग का खतरा कम हो जाता है।

 

ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए ये चीज़ नहीं हैं किसी औषधि से कम

पुरुषों के लिए लहसुन लाभ खूब माने जाते हैं, तों वहीं महिलाओं के लिए लहसुन लाभ भी गिनाए जाते हैं. साथ ही रात को लहसुन खाने के फायदे जानकर आप हैरान हो सकते हैं. यही वजह है कि किसी न किसी रूप में लहसुन को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए.

लहसुन की केमिकल प्रॉपर्टीस इंसुलिन को काबू में रखने में मदद करती हैं जो ब्लड शुगर लेवल्स को कंट्रोल करता है। इसके अलावा लसहुन पैनक्रियास को भी स्वस्थ रखता है। बाल्च के मुताबिक दिन में 600 mg लहसुन के सेवन से आप अपनी शुगर पर काबू पा सकते हैं।

ब्लड शुगर कंट्रोल के अलावा लहसुन कॉलस्ट्रॉल को भी काबू में रखने का काम करता है। टाइप 2 डायबिटीज की वजह से शरीर में फैट भी बढ़ सकता है। अगर आपके खान-पान की आदत अच्छी नहीं है तो हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी का भी सामना करना पड़ सकता है।

शरीर में कॉलस्ट्रॉल की ज्यादा मात्रा हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा देती है। दिन में थोड़ी सी मात्रा में कच्चे लहसुन की कली का सेवन करने से आप अपने कॉलस्ट्रॉल लेवल को कम कर सकते हैं।

विटामिन-ए और सी युक्त सौंफ आपके लिए हैं इस प्रकार लाभदायक

सौंफ का प्रयोग एक माउथ फ्रेशनर के तौर पर अधिक किया जाता है। इसका स्वाद बेहद ही अच्छा होता है और माउथ फ्रेशनर के अलावा सौंफ का प्रयोग मिठाई बनाने के दौरान भी होता है। सौंफ को सेहत के लिए कारगर माना जाता है और इसे खाने से कई तरह के रोग शरीर से दूर रहते हैं।

ब्लड प्रेशर में लाभकारी – कहा जाता है ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए सौंफ का सेवन फायदेमंद साबित होता है। जी दरअसल इसमें मौजूद पोटैशियम रक्तचाप को कंट्रोल करने के साथ ही ब्लड वेसल्स में ब्लड के फ्लो को सुचारू रूप से बनाए रखने में मददगार है।

पाचन रखे अच्छा – सौंफ का उपयोग सबसे अधिक पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। जी दरअसल इसके एंटीस्पास्मोडिक और कार्मिनेटिव गुण इरिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी पेट की गंभीर समस्याओं से छुटकारा दिलाने में बेहद अच्छा होते हैं।

आंखों की रौशनी बढ़ाए – आंखों की रौशनी बढ़ाने में विटामिन-ए और विटामिन-सी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जी दरअसल सौंंफ में विटामिन-ए पाया जाता है व इस प्रकार सौंफ के सेवन से बढ़ती आयु में भी आपकी आंखों की रौशनी प्रभावित होने से बच सकती है।

स्पांडिलाइटिस से पीड़ित मरीजों के लिए ये नुस्खा हैं लाभदायक

क्या आपको कमर में अकड़न, पीठ और जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है, जिसके कारण आप रात में ठीक से सो नहीं पाते हैं? अगर जोड़ों के दर्द के कारण रात में तीन-चार बजे आपकी नींद खुल जाती है.

आप असहज महसूस करते हैं तो जल्द डॉक्टर से सलाह लीजिए क्योंकि आपको स्पांडिलाइटिस की शिकायत हो सकती है. स्पांडिलाइटिस से हृदय, फेफड़े और आंत समेत शरीर के कई अंग प्रभावित हो सकते हैं.

1. जोड़ों के दर्द व सूजन से मिले राहत – हल्दी के ऑयल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। ऐसे में जोड़ों व मसल्स में दर्द के कारण होने वाली सूजन पर इस ऑयल से मालिश करने पर बहुत राहत मिलती है।

2. दिल रखें स्वस्थ – आप सभी को बता दें कि दिल रोगियों के लिए हल्दी ऑयल बहुत लाभकारी है। जी दरअसल इस ऑयल में खाना बनाकर खाने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहता है व मेटाबॉल्जिम भी बूस्ट होता है। इसी के साथ ही हार्ट अटैक का खतरा कम होता है।

3. इम्यून सिस्टम करें बूस्ट – हल्दी ऑयल में एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-बैक्टीरियल व एंटी-फंगल गुण मिलते हैं जो इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद करते हैं। इसी के साथ इससे शरीर को रोगों का खतरा बहुत कम होता हैं।

वजन कम करने में मददगार हैं मूंग की दाल, देखिए इसके कुछ फायदें

मूंग की दाल हर कोई चाव से खाना पसंद करता है, घरों में मूंग की दाल के कई तरह के वैरायटीज बनाई जाती है जैसे मूंग दाल का हलवा, लड्डू पकौड़े, सूखी सब्‍जी और दाल तो खैर ही है हमारे फिक्‍स मैन्‍यू में।

मूंग की दाल हमारे हेल्‍थ के ल‍िए काफी फायदेमंद है इसमें काफी मात्रा में पौष्टिक तत्‍व होते है। इस वजह से ही मूंग की दाल को दालों की रानी कहा जाता है। मूंग की दाल हमें हेल्‍दी बनाएं रखने के अलावा हमारे शरीर को कई तरह से इम्‍यून रखती है। इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स और फास्फोरस होता है।

वजन कम करने में मददगार
दाल के पानी में कैलोरी की मात्रा नहीं के बराबर होती है साथ ही इसमें प्रोटीन भी अच्छी-खासी मात्रा में होता है. तो दो से तीन बाउल दाल का पानी पीने से पेट फुल हो जाता है, भूख नहीं लगती जिससे बार-बार खाने और ओवरइटिंग से बचा जा सकता है.

कंट्रोल में रहेगा कोलेस्ट्रॉल
दाल के पानी में घुलनशील फाइबर होने की वजह से बैड कोलेस्ट्रॉल नहीं जमा होता है. जिससे दिल की बीमारी के साथ स्ट्रोक का खतरा भी कम रहता है. कह सकते हैं कि कोलेस्ट्रॉल आपके कंट्रोल में रहेगा.

पाचन तंत्र रहता है ठीक
फाइबर से भरपूर होने की वजह से दाल का पानी कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी कई समस्याओं को दूर रखता है. डाइडेशन खराब है, कुछ खाते ही उल्टी हो जाती है तो ऐसे में सिर्फ दाल का पानी पीना आपके लिए फायदेमंद रहेगा.

एनर्जी बनाए रखता है
अगर आपको एनर्जी लो लग रही है तो ग्लूकोज़, इलेक्ट्रॉल पीने की जगह आप दाल का पानी भी पी सकते हैं. इसे पीने से बॉडी को इंस्टेंट एनर्जी मिलती है.

Kasuri methi से होने वाले इन अद्भुत फायदों के बारे में नहीं जानते होंगे आप !

कसूरी मेथी  एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जिसके अनेकों स्वास्थ्य लाभ होते हैं। आयुर्वेद में भी कसूरी मेथी को औषधि माना गया है और इसका उपयोग कई तरह की बीमारियों को ठीक करने के लिए भी किया जाता है।

इसमें कैल्शियम, आयरन और विटामिन-सी होता है जो शरीर को कई प्रकार के इंफेक्शन से बचाता है। इसके अलावा इसमें कार्बोहाइड्रेट और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण भी होता है जो त्वचा और बालों से जुड़ी समस्याओं के लिए एक बेहतर विकल्प है।

जिन लोगों के पेट में इंफेक्शन रहता है, उन्हें हर दिन कसूरी मेथी का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा, कसूरी मेथी का रोजाना सेवन करने से दिल, गैस्ट्रिक और आंतों की समस्या नहीं होती है। अगर पेट की समस्या है, तो पत्तियों को सुखाकर पीस लें और इसमें कुछ बूंदें नींबू की मिलाएं। इसके बाद इसे उबले पानी के साथ लें।

भारत में हर 4 में से 3 महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं। ऐसी स्थिति में महिलाओं के लिए मेथी का सेवन करना फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें बहुत अधिक मात्रा में आयरन होता है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता है। इसलिए, यदि एनीमिया से जूझ रहे हैं, तो आहार में मेथी के पत्तों को जरूर शामिल करना चाहिए।

कसूरी मेथी के पत्तों को चबाकर बहुत ही कम समय के अंदर वजन को कम कर सकते हैं। इसका खाली पेट सेवन करें। इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर से पेट जल्दी भर जाता है और बार-बार भूख नहीं लगती है।

पैर से आने वाली गंदी बदबू से निजात पाने के लिए आजमाएं ये उपाए

अक्सर दिनभर जूते पहने रखों तो पैर से गंदी बदबू आने लगती है ये बदबू किसी से भी बर्दाश्त नहीं होती इसके लिए आप कितने ही तरीका क्यों ना कर लें ये बदबू जाती ही नहीं हैआपके पैरों की दुर्गंध आपको सबके बीच शर्मिंदा करती है तो इससे छुटकारा आप जरूर चाहेंगे जानिए ऐसे 5 घरेलू उपाय, जिनकी मदद से आप पैरों से आनी वाली पसीने की दुर्गंध से छुटकारा पा सकते है

नमक वाला पानी : बाहर से आने के बाद गुनगुने पानी में नमक मिलाकर उसमें 15 से 20 मिनट तक रोज पैर सेंकें इससे न सिर्फ पैरों से दुर्गंध गायब होती है बल्कि उनकी नमी भी बनी रहती है  एड़ियां नहीं फटतीं

विनेगर वाला पानी : विनेगर यानी सिरके को पानी में मिलाकर एक सप्ताह तक रोज 30 मिनट पैरों को सेंक दें इससे न केवल पसीने की बदबू दूर होगी बल्कि पैरों का बैक्टीरियाई संक्रमण से भी बचाव होगा

चाय का पानी : चाय में मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स संक्रमण से बचाते हैं  बैक्टीरिया मारते हैं जिससे पैरों से दुर्गंध नहीं आती एक ग्लास पानी में दो टी बैग डालें, 15 मिनट उबालने के बाद ठंडा होने के लिए छोड़ दें अब इस पानी को टब में पानी डालकर उसमें मिलाएं  30 मिनट तक पैर भिगोएं

कपड़ा भी रखता है मायने : नायलॉन  कॉटन के मोजे इस मामले में अच्छा विकल्प हैं क्योंकि ये पसीने को सोखने में मदद करते हैं जिससे पैरों से दुर्गंध नहीं आती है

पाउडर : टाइम बिल्कुल नहीं है तो रोज नहाने के बाद पैरों पर भी पाउडर लगाएं जिससे नमीं की वजह से पैरों से दुर्गंध न आ सके

मधुमेह की समस्या से हैं परेशान तो आप भी अंडे का करें सेवन

क्या मधुमेह रोगी अंडे खा सकते हैं? प्रोटीन के एक उत्कृष्ट स्रोत के रूप में, मधुमेह रोगी अंडे खा सकते हैं। एक बड़े अंडे में, केवल ½ ग्राम कार्बोहाइड्रेट होते हैं। यही है, यह रक्त शर्करा के स्तर में स्पाइक का कारण नहीं होगा।

हालांकि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि अंडे में उच्च कोलेस्ट्रॉल होता है। मधुमेह रोगियों को हमेशा कोलेस्ट्रॉल के स्तर की निगरानी करनी चाहिए क्योंकि मधुमेह हृदय रोग के लिए एक जोखिम कारक है।

1-एक पैन में थोड़ा ठंडा पानी लें और उसमें अंडे रखें. ध्यान रखें कि एक बार में बहुत सारे अंडे न डालें. गैस स्टोव जलाएं और जब पानी उबलने लगे तो पैन को आंच से उतार लें. यदि आप चाहते हैं कि आपके अंडे का सफेद भाग थोड़ा हल्का सॉफ्ट, गुदगुदा और योक लिक्विड जैसा रहे तो ठीक 3 मिनट के लिए अंडे उबालें.

2- अगर अंडे का योक थोड़ा कम लिक्विड वाला और उसका सफेद भाग नरम और थोड़ा सा ठोस चाहिए तो अंडे को 4 मिनट तक उबालें.

3- अगर आप चाहते हैं कि अंडे की जर्दी यानी योक नर्म व चिकना रहे और अंडे की सफेदी मुलायम लेकिन ठोस हो तो आपको अंडों को 6 मिनट तक उबालना चाहिए.

4- यदि आपको अंडे का सफ़ेद भाग सॉलिड और योक सॉलिड लेकिन क्रीमी चाहिए तो इसके लिए अंडे को 10 मिनट तक उबालें.

नारियल तेल में दो चम्मच कपूर मिलाकर फेस पर करें मसाज मिलेगा ये फायदा

कपूर का इस्तेमाल आप पूजा में करते होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं कि कपूर का इस्तेमाल स्किन केयर के लिए भी किया जाता है। स्किन प्रॉब्लम्स को दूर करने के साथ ग्लोइंग स्किन के लिए कपूर का इस्तेमाल किया जाता है। कपूर एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

इस फेस पैक को बनाने के लिए एक कप नारियल तेल में दो चम्मच कपूर को बारीक करके मिलाएं। एक चम्मच लेकर इसे अपने चेहरे पर धीरे से मालिश करें। इसे धोने की जरूरत नहीं है। नारियल के तेल में लॉरिक एसिड होता है, जो बैक्टीरिया को दूर रखने और मुंहासे के इलाज में मदद करने में कारगर है।

आधा चम्मच कपूर का तेल लेकर इसमें एक बड़ा चम्मच बेसन और दो बड़े चम्मच गुलाब जल को अच्छी तरह ले मिलाएं और अपने पूरे चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट के बाद अपने फेस को पानी से धों लें। बेसन आपकी त्वचा को एक्सफोलिएट करता है। बेसन डेड स्किन को भी हटाता है और स्किन को फ्रेश भी करता है।

कब्ज की समस्या से परेशान हैं तो रोज़ाना करें किशमिश का सेवन

अगर आप भी रोज नट्स और किशमिश खाते हैं, तो अच्छी बात है। अगर आप रोजाना सिर्फ 10 किशमिश के दानों को रात में भिगोकर सुबह खाएं, तो इससे कई तरह के रोगों और बीमारियों से बचाव होगा। साथ ही सेहत भी बेहतर होगी। एक नजर इसके फायदों पर:

आजकल कब्ज की समस्या एक आम समस्या बन गई है ज्यादातर लोग कब्ज की समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में रोजाना भीगी हुई किशमिश खाने से कब्ज में राहत मिलती है।

आपने आज तक किसमिश को ड्राई फ्रूट की तरह खाया होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि अंगूर को सुखाकर बनाई जाने वाली किशमिश को भिगोकर खाने से स्वास्थ्य अनगिनत फायदे मिलते हैं। अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको इसके कुछ बेहतरीन फायदे के बारे में बताते है।

मुलायम सी दिखने वाली किसमिश हड्डियों को मजबूत बनाने में काम आती है। ऐसे में अगर आप जोड़ों के दर्द या घुटनों के दर्द से परेशान रहते हैं तो आपको किशमिश के पानी का सेवन करना चाहिए।