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हेल्थ

मोटापे की समस्या से परेशान हैं तो अजवाइन की चाय का जरुर करें सेवन

चाय तो हम कई तरह के बनाकर पीते हैं जिससे कई फायदे और नुकसान भी होते हैं. लेकिन आज हम आपको बताते हैं, ऐसी चाय के बारे में जिसे पीने से सिर्फ फायदे ही फायदे होते हैं.

अजवाइन की चाय बनाने के लिए दो कप पानी लीजिए और उसमें थोड़ा सा अजवाइन डालकर 15 मिनट तक गैस पर रखकर उबालिए. आपको पानी तब तक उबालना है जब तक कि पानी आधा यानी कि एक कप ना बच जाए. .

* वजन घटाने में फायदेमंद: मोटापे की समस्या से परेशान लोगों को अजवाइन की चाय पीनी चाहिए. अजवाइन में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो कि शरीर में फैट की मात्रा को कंट्रोल रखने में मददगार होता है.

* महिलाओं के लिए: महिलाओं के लिए अजवाइन की चाय बेहद लाभकारी है. यह पीरियड्स की वजह से होने वाले दर्द में आराम पहुंचाता है और इसी के साथ ही यह गर्भाशय में रक्त प्रवाह को बढ़ाने का काम करता है.

* दिल और दिमाग के लिए: अजवाइन की चाय में ओमेगा 3 फैटी एसिड काफी मात्रा में पाया जाता है. यह दिल और दिमाग दोनों के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है.  अजवाइन की चाय में दिमाग के ट्यूमर को रोकने की भी क्षमता होती है.

रसोई में रखी इन चीजों की मदद से बनाए उबटन व हटाए शरीर से डेड स्किन

हम भारतीयों के रोजमर्या के जीवन में अच्छे स्क्रब यानी के उबटन का अलग ही महत्व है। बच्चे के जन्म लेने से भारतीय शादियों तक में हल्दी से पवित्र अनुष्ठान किए जाते हैं और इन सबमें उबटन की अच्छाईयों को पूरा विश्व ही स्वीकार करता है। वास्तव में त्वचा विशेषज्ञ इसे दुनिया का पहला कॉस्मेटिक उपचार मानते हैं

इसे बनाने के लिए आपको रसोई की सामग्री का सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करना होता है, जो त्वचा को एक्सफोलिएट करने और उसे सॉफ्ट बनाने की एक पुरानी पद्धति है। घर में बने ये उबटन मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने से लेकर त्वचा को कोमल बनाने, टैन हटाने, त्वचा की चमक को बढ़ाने और चेहरे के काले धब्बों को कम करने के लिए फायदेमंद हैं।

कोई भी व्यक्ति घर पर आसानी से बेसन, गेहूं की भूसी (चोकर), हल्दी, दही, मलाई जैसी आम घरेलू सामग्री के साथ उबटन बना सकता है और चेहरे पर निखार ला सकता है।

। स्किन के लिए बेहतर औषधि और उपचार के रूप में उबटन किसी सौंदर्य स्त्रोत से कम नहीं हैं। शुक्र है सोशल डिस्टेंसिग का कि लोगों को अपनी स्किन की देखभाल करने का समय मिला है। उबटन बनाने के लिए आपको घर से बाहर निकलने की जरूरत नहीं है।

 

स्प्राउट्स की मदद से आप भी पा सकते हैं बड़ी से बड़ी बीमारी से छुटकारा

सबसे सस्ता और अच्छा आहार है अंकुरित अनाज या स्प्राउट्स जो कि पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इनका सेवन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है जो कि कई बीमारियों से दूर रखने में मदद करता है। रोजाना सुबह नाश्ते में इसका सेवन बहुत लाभकारी है। दाल, अनाज को पानी में भिगोकर स्प्राउट बनाए जा सकते हैं। अंकुरित करने के लिए चना, मूंग, मोठ, सोयाबीन, मुंगफली, मक्का, तिल, अन्न, दालें और बीजों का इस्तेमाल होता है।

 

बॉडी फिटनेस
विशेषज्ञों द्वारा किए गए अध्ययन और शोध के अनुसार, बिना पकाए स्प्राउट्स में शरीर के लिए बहुत सारे एंजाइम फायदेमंद होते हैं। ये विशेष प्रोटीन होंगे जो उत्प्रेरक हैं जो शरीर को दैनिक आधार पर अच्छी तरह से कार्य करने में मदद करते हैं। जब शरीर को सभी खनिजों, पोषक तत्वों, अमीनो एसिड और फैटी एसिड की आवश्यकता होती है, तो शरीर बहुत प्रभावी तरीके से जरूरत के हिसाब फिट रहता है और कार्य करता है।

इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाता है
विशेषज्ञ कहते हैं कि स्प्राउट्स प्रोटीन के पावरहाउस हैं, और जब कोई बीज, नट और बीन्स का सेवन करता है, तो वे शरीर में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व और प्रोटीन पहुंचाते हैं। लाइसिन स्प्राउट्स में पाया जाने वाला एक एमिनो एसिड है जो ठंड के घावों को रोकने में मदद करता है। एसिड इम्यूनिटी के साथ-साथ मदद भी करता है, जो केवल तब पाया जाता है जब नट्स या बीन्स का अंकुरण होता है।

गर्दन या कमर पर दिखते हैं गहरे धब्बे तो आप भी हैं इस बीमारी के मरीज़

चीनी या ज्‍यादा मीठा खाने से शुगर की बीमारी यानी डायबिटीज  होने का खतरा बढ़ जाता है. अक्‍सर ये तर्क हर दूसरा आदमी देता है. कुछ लोगों का तो यह भी मानना है कि पतले लोगों को डायबिटीज हो ही नहीं सकता. अगर आप भी ऐसा ही सोचते हैं तो आज से अपनी यह सोच बदल डालें.  डायबिटीज  की वजह से आपके शरीर में इंसुलिन का उत्पादन प्रभावित होता है

हमारे शरीर में किसी भी प्रकार के बीमारी के होने पर शरीर पहले ही उस बीमारी का संकेत देना शुरू कर देता है।स्वास्थ्य विशेषज्ञ का दावा है कि मानव त्वचा में अचानक परिवर्तन देखकर डायबिटीज की बीमारी का अनुमान लगाया जा सकता है। और त्वचा की इस समस्या को नेक्रोबायोसिस लिपोइडिका कहा जाता है, जिसमें त्वचा पर छोटे-छोटे दाने दिखाई देते हैं।

यह दिखने में फुंसी होती है, जो कुछ समय बाद पीले, लाल या भूरे रंग के धब्बों में बदल जाती है। उनमें हल्की खुजली और दर्द होता है। यदि आपकी त्वचा पर इस तरह के धब्बे हैं, तो खून के ब्लड शुबर की जांच करवाएं।

आप अपनी गर्दन, बगल, कमर या शरीर के किसी अन्य भाग के पास गहरे धब्बे देखते हैं, तो ये रक्त में अत्यधिक इंसुलिन का लक्षण हो सकते हैं। यह प्रीडायबिटीज का एक प्रमुख लक्षण है। मेडिकल भाषा में, इसे एसेंथोसिस निग्रेसेंट कहा जाता है।

1 चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को अपने आहार में शामिल करने से मिलेंगे ये फायदें

एप्पल साइडर विनेगर का उपयोग हजारों वर्षों से एक स्वास्थ्य टॉनिक के रूप में किया जाता रहा है। कई शोधों से पता चलता है कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। एप्पल साइडर विनेगर को अपने आहार में शामिल करने से आपको वजन कम करने में भी मदद मिल सकती है?एप्पल साइडर विनेगर का मुख्य सक्रिय घटक एसिटिक एसिड है।

चूहों पर हुए एक अध्ययन में, एसिटिक एसिड ने रक्त से चीनी लेने के लिए लीवर और मांसपेशियों की क्षमता में सुधार किया।
इंसुलिन का स्तर घटाता है
एसिटिक एसिड के संपर्क में आने वाले चूहों के एक अन्य अध्ययन में एंजाइम एएमपीके में वृद्धि देखी गई, जो वसा जालने को बढ़ावा देता है और लीवर में वसा और चीनी के उत्पादन को कम करता है। मोटापे को ट्रीट करने के लिए, एसिटिक एसिड या एसीटेट ने डायबिटीज वाले चूहों में, उनका वजन बढ़ने से बचाया और पेट की वसा भंडारण और लीवर की वसा को कम करने वाले जीन की अभिव्यक्ति को बढ़ाया।

अपने शराब के सेवन को प्रतिबंधित करें, लेकिन पूरे अध्ययन में अपने सामान्य आहार और गतिविधि को जारी रखें। जिन लोगों ने प्रति दिन 1 बड़ा चम्‍मच (15 मिलीलीटर) सिरका का सेवन किया था, उन्हें औसतन निम्नलिखित लाभ मिले:

1.2 किग्रा वजन घटा
शरीर में वसा के प्रतिशत में 0.7% की कमी आई
कमर की परिधि में 0.5 इंच की कमी
ट्राइग्लिसराइड्स में 26% की कमी

इस अध्ययन के अनुसार, एप्पल साइडर विनेगर के 1 या 2 बड़े चम्मच को अपने आहार में शामिल करने से आपको वजन कम करने में मदद मिल सकती है। यह आपके शरीर के वसा प्रतिशत को भी कम कर सकता है, जिससे आप पेट की चर्बी कम कर सकते हैं और अपने रक्त ट्राइग्लिसराइड्स को कम कर सकते हैं।
अपने आहार में एप्पल साइडर विनेगर को शामिल करने के कई तरीके हैं। एक आसान तरीका यह है कि इसे सलाद के ड्रेसिंग के रूप में जैतून के तेल के साथ इस्तेमाल किया जाए। यह पत्तेदार साग, खीरे और टमाटर के साथ विशेष रूप से स्वादिष्ट साबित होता है।

जोड़ों, हड्डियों व मसल्स में होने वाली सूजन से आपको छुटकारा दिलाएगा शीशम

हम आपकी जानकारी के लिए बताते चलें शीशम के बीज स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होते हैं. इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. यह चेहरे पर बढ़ती आयु के असरकम करने के साथ-साथ बालों की वृद्धि करने में भी मददगार होते हैं. इसके अतिरिक्त भी शीशम के बीजे के ढेरों फायदे होते हैं.

इस तरह होंगे फायदे

जानकारी के अनुसार शीशम के बीज जोड़ों, हड्डियों  मसल्स में होने वाले सूजन को भी दूर करने में मदद करते हैं. लेकिन ध्यान रहे कि ज्यादा मात्रा में शीशम के बीज का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी होने कि सम्भावना है. शीशम के बीज हमारे पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं. यह पाचन शक्ति बढ़ाकर कब्ज से राहत दिलाने में मददगार होते हैं.शीशम के बीज में उपस्थित मैग्नीशियम शरीर में इंसुलिन  ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित रखते हैं.

स्किन के लिए भी है फायदेमंद

इसी के साथ शीशम के बीज केवल स्किन के लिए ही लाभकारी नहीं होते बल्कि ये बालों के लिए भी बहुत ज्यादा अच्छा नुस्खा हैं. इसमें ओमेगा फैटी एसिड्स की बहुत ज्यादा मात्रा पाई जाती है. यह बालों की वृद्धि तथा उन्हें जड़ों से मजबूत बनाने में मदद करती है. सिर की स्कीन में नमी लाने तथा रक्त संचार बढ़ाने में भी शीशम के बीज मददगार होते हैं.

औषधीय गुणों से भरपूर लहसुन किसी नैचुरल एंटी-बायोटिक से नहीं हैं कम

आमतौर पर लहसुन हर घर में इस्तेमाल में लाया जाता है. सब्जी में तड़के के लिए या चटनी का स्वाद बढ़ाने के लिए लहसुन बहुत कारगर होता है. लेकिन क्या आपको पता है कि इसके अलावा लहसुन को किस चीज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.

लहसुन को औषधीय रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. जी हां, लहसुन खाने के बहुत सारे फायदे होते हैं. अगर लहसुन का सेवन खाली पेट किया जाए तो खासकर मर्दों के लिए यह और भी लाभदायक होता है. लहसुन नैचुरल एंटी-बायोटिक है और इससे कई तरह के संक्रमण होने का खतरा कम रहता है.

1 अंकुरित लहसुन का सेवन दिल के लिए फायदेमंद है। यह रक्त के निर्बाध संचार और हृदय तक रक्त के आसानी से संचारित होने में मददगार होता है।

2 यह आपकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है, और कई तरह की बीमारियों से आपकी रक्षा करता है।

3 एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के कारण यह आपको तनाव रहित रखने में मदगार है साथ ही आपकी त्वचा को झुर्रियों से बचाकर आपको जवां बनाए रखने में भी सहायक है।

4 ब्लडप्रेशर को नियंत्र‍ित रखने के लिए अंकुरित लहसुन बेहद फायदेमंद होता है। इसकि नियमित सेवन से ब्लडप्रेशर संबंधी समस्या से आसानी से बचा जा सकता है।

हिमोग्लोबिन और आरबीसी को बढ़ाने में शहद हैं बेहद महत्वपूर्ण

शहद का उपयोग सदियों से खाद्य पदार्थ के रूप में किया जा रहा है। यह एक महत्वपूर्ण औषधि है और साथ ही स्वाद में भी लाजवाब होता है। शहद का हमारे शरीर में बहुत महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।

शहद से होने वाले लाभः

हिमोग्लोबिन और आरबीसी को बढ़ाने में शहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आप भी अपने शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाना चाहते हैं तो नियमित रूप से गुनगुने पानी में दो चम्मच शहद डालकर पीये। ऐसा करने से आयरन की कमी और एनीमिया जैसे रोग भी दूर होते हैं। शहद में भरपूर मात्रा में लौह तत्व पाया जाता है जो हमारे रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाता है। साथ ही रक्त के बहाव को भी नियमित रखता है।

कीमोथैरेपी में शहद का असरः

अक्सर देखा गया है कि कीमो थेरेपी का इलाज चलते समय व्यक्ति के शरीर में सफेद रक्त कणिकाओं की संख्या बहुत अधिक मात्रा में कम होने लगती है। जो मरीज के शरीर के लिए गंभीर हो सकता है। ऐसे में शहद कीमो थेरेपी का सामना कर रहे व्यक्ति के शरीर में सफेद रक्त कणिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है।

शहद की एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल प्रॉपर्टीः

शायद हमारे शरीर में एंटी ऑक्सीडेंट तत्वों की संख्या को बढ़ाता है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है। शहद हानीकारक सूक्ष्म जीव से लड़ता है और हमारे शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है। चोट या घाव पर अगर सीधे शहद को लगा दिया जाए तो यह एंटीसेप्टिक का काम करता है और बैक्टीरियल, फंगल इंफेक्शन से बचाता है।

भोजन में अत्यधिक मात्रा में नमक डालना भी हैं आपके लिए हानिकारक

दुनिया में हाई ब्‍लड प्रेशर या हाइपरटेंशन की समसया बड़ी तेजी से बढ़ रही है। हाल ही में हुए एक रिसर्च में पाया गया है कि नमक का सेवन कम करने से भविष्‍य में दिल की बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।

अमेरिका में दिल की बीमारी मौत का प्रमुख कारण हैं। यदि हार्ट अटैक और स्‍ट्रोक को रोकना है, तो डाइट में सही आहार, कम नमक का सेवन, व्‍यायाम और धूम्रपान-शराब पीने पर नियंत्रण लगाना होगा। इसके अलावा नमक की मात्रा को कम कर के आप इस बीमारी से बच सकते हैं।

नमक को हमेशा से अच्छे स्वास्थ्य के लिए काफी महत्वपूर्ण मना जाता है, बशर्ते इसे संतुलित मात्रा में इस्तेमाल किया जाए. नमक का ज्यादा सेवन करने से या नमक को भोजन के ऊपर छिड़कर खाने से कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि वजन बढ़ने की समस्या.

भोजन में अत्यधिक मात्रा में सोडियम होने के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे आपका वजन स्केल अस्थिर हो सकता है. इतना ही नहीं कई अध्ययनों से भी यह पता चला है कि डाइट में नमक का ज्यादा इस्तेमाल करने से शरी में फैट का प्रतिशत बढ़ सकता है, खासकर कमर के आसपास.

व्हाइट सॉल्ट (सफेद नमक) या टेबल सॉल्ट में आमतौर पर आयोडिन होता है. इसका मतलब यह है कि यह आयोडीन के साथ फोर्टिफाई किया जाता है ताकि गॉयटर और थायरॉइड जैसी बीमारियों से बचाव के लिए इस सामान्य पोषक तत्व की कमी को दूर किया जा सके.

क्या आप जानते हैं सुबह सुबह गर्म पानी के ये अद्भुत फायदे

यूं तो 8 से 10 गि‍लास पानी पीना शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है लेकिन अगर दिन में तीन बार गर्म पानी पीने की आदत डाल ली जाए, तो शरीर को बीमारियों से बचाया जा सकता है. जानें इसके हेल्‍थ बेनिफिट्स…

प्रातः काल गर्म पानी के फायदे आपको कुछ ही दिनों में देखने को मिल सकते हैं अगर गर्म पानी का सेवन ठीक ढंग से किया जाए.

गर्म पानी के फायदे सारे शरीर से जुड़ी हुए हैं जैसे कि वजन कम करने में मदद, स्कीन के लिए लाभदायक, बालों के लिए लाभकारी आदि. इसके साथ ही आप यह भी जान सकते हैं

गर्म पानी पीने के फायदा कैसे शरीर को बीमारियों से बचाकर रखने में मदद करता है.

अगर आप वजन कम करने की राह पर हैं तो गर्म पानी आपकी लिस्ट में जरुर शामिल होगा. एक्सरसाइज़ व बैलेंस डाइट जितनी महत्तवपूर्ण होती है उतना ही जरुरी है गर्म पानी का सेवन करना है