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हेल्थ

नाश्ते में स्प्राउट्स का सेवन करने से आपके शरीर को मिलेंगे ये फायदें

सबसे सस्ता और अच्छा आहार है अंकुरित अनाज या स्प्राउट्स जो कि पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इनका सेवन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है जो कि कई बीमारियों से दूर रखने में मदद करता है। रोजाना सुबह नाश्ते में इसका सेवन बहुत लाभकारी है। दाल, अनाज को पानी में भिगोकर स्प्राउट बनाए जा सकते हैं। अंकुरित करने के लिए चना, मूंग, मोठ, सोयाबीन, मुंगफली, मक्का, तिल, अन्न, दालें और बीजों का इस्तेमाल होता है।

बॉडी फिटनेस
विशेषज्ञों द्वारा किए गए अध्ययन और शोध के अनुसार, बिना पकाए स्प्राउट्स में शरीर के लिए बहुत सारे एंजाइम फायदेमंद होते हैं। ये विशेष प्रोटीन होंगे जो उत्प्रेरक हैं जो शरीर को दैनिक आधार पर अच्छी तरह से कार्य करने में मदद करते हैं। जब शरीर को सभी खनिजों, पोषक तत्वों, अमीनो एसिड और फैटी एसिड की आवश्यकता होती है, तो शरीर बहुत प्रभावी तरीके से जरूरत के हिसाब फिट रहता है और कार्य करता है।

इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाता है
विशेषज्ञ कहते हैं कि स्प्राउट्स प्रोटीन के पावरहाउस हैं, और जब कोई बीज, नट और बीन्स का सेवन करता है, तो वे शरीर में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व और प्रोटीन पहुंचाते हैं। लाइसिन स्प्राउट्स में पाया जाने वाला एक एमिनो एसिड है जो ठंड के घावों को रोकने में मदद करता है। एसिड इम्यूनिटी के साथ-साथ मदद भी करता है, जो केवल तब पाया जाता है जब नट्स या बीन्स का अंकुरण होता है।

महिलाओं को प्रतिदिन नाश्ते में करना चाहिए काबुली चने का सेवन

आज के समय में करीब 50 प्रतिशत बीमारिया महिलाओं में ही होती है क्योंकि महिलाएं अपने परिवार और दफ्तर के काम में इतनी व्यस्त हो जाती है कि अपने स्वास्थ्य का उचित प्रकार से ख्याल नही रख पाती है।इसलिए आज हम आपको एक ऐसे आहार के बारे में बता रहे है जिसे छोला या को काबुली चना भी कहा जाता है।छोलो का सेवन महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से लाभकारी होता है।

प्रतिदिन छोलो का सेवन करने से महिलाओं में स्‍तन कैंसर का खतरा कम होता है। इसके अलावा छोलों में पाए जाने वाले फोलेट तत्व महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान काफी मदद करता है।महिलाओं में बढ़ते ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए छोलो का सेवन जरूरी है।

इससे उनका हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है जिससे हृदय संबंधी बीमारिया शरीर से दूर रहती है।काबुली चने में पाए जाने वाले पोटेशियम और मैग्‍नीशियम शरीर के बढ़ते ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल करने में काफी मदद करता है और प्रतिदिन छोलों का सेवन करने से शरीर का बढ़ता कोलेस्ट्रॉल लेवल भी नियंत्रित बना रहता है

जिससे कि हृदय रोगो के बढ़ने का खतरा कम होता है।इसके अलावा छोलों में पाए जाने वाले फाइबर तत्व से पाचन तंत्र मजबूत होता है और इससे पेट संबंधी संमस्या शरीर से दूर होती है।पेट संबंधी समस्या के दूर होने से शरीर स्वस्थ बना रहता है।

आप भी मात्र एक हफ्ते में कम कर सकते हैं अपना मोटापा, जानिए कैसे

आज के समय में मोटापा बढ़ने की वजह केवल खान-पान नहीं रह गया है। बल्कि बदला हुआ लाइफ स्टाइल भीजिनका प्रयोग करके आप मोटापे की समस्या से निजात पा सकते है, जो कि आपके स्वस्थ रहने के लिए अत्यन्त आवश्यक है।  इसके लिए बहुत अधिक जिम्मेदार है। हमारे खाने की प्लेट में न केवल फास्ट फूड ने तेजी से जगह बनाई है

जिससे शरीर बेडौल हो जाता है। स्वास्थ्य की तमाम समस्याओं के मूल में यह मोटापा ही रहता है। इससे निजात पाना आज के दौर में अत्यन्त आवश्यक है, क्योंकि हमारा खानपान अब पहले जैसा नहीं रहा है।

उपाय के अनुसार, शहद में लगाकर मूली खावें। मोटापा कम करने में प्रभावी होती है।

उपाय- सोंठ, सोंफ, चव्य, वायबिडंग, काला नमक – इनका चूर्ण दो माशा गाय के मठे के साथ नित्य खावें।

उपाय- बेर की पत्ती, अनार की कली, गिलोय, अरंड की जड़, ढाक के फूल – इन पाँचों को एक – एक मासे लेकर आधा पाव पानी में पीस लें और मिश्री मिलाकर पीवें।

 

चेहरे से डेड स्किन व दाग-धब्बे हटाने में मदद करती हैं केसर

केसर के सेहत को कई तरह के फायदे होते हैं. जी दरअसल केसर का आयुर्वेदिक गुण, कई छोटी-छोटी बीमारियों को ठीक करने में आपकी मदद कर सकता है. ऐसे में आयुर्वेद में केसर के अनेक गुण बताए गए हैं.यह एंटी-फंगल के तौर पर भी काम करता है। केसर को चेहरे पर लगाने से डेड स्किन हट जाती है और साफ और चमकदार त्वचा सामने आती है।

अगर छोटे बच्चे को सर्दी-जुकाम हो, तो इसके लिए बच्चे को दूध में मिलाकर केसर देना चाहिए. अदरक के रस में केसर और हींग को मिलाकर बच्चे या बड़े की छाती पर लगाने से लाभ मिलता है.

अगर आपके चेहरे पर दाग-धब्बे या चोट के निशान हैं तो 5-6 तुलसी के पत्तों को मसलकर उसमें दो चुटकी केसर मिलाएं। अब इसे चेहरे पर लगाएं और सूखने के बाद धो दें। इससे चेहरे के मार्क्स हट जाएंगे।

आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए 10 केसर के रेशे दूध के साथ मिलाकर सेवन करने से लाभ मिलता है.असली चंदन को केसर के साथ घिसकर इसका लेप माथे पर लगाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है और सिर दर्द नहीं होता है.अजवाइन के साथ केसर मिलाकर सेवन करने से लाभ होता है. जी दरअसल केसर का सेवन करने से हृदय संबंधी रोग दूर होते हैं.

लीवर और मांसपेशियों की क्षमता में सुधार के लिए फायदेमंद हैं एप्पल साइडर विनेगर

एप्पल साइडर विनेगर का उपयोग हजारों वर्षों से एक स्वास्थ्य टॉनिक के रूप में किया जाता रहा है। कई शोधों से पता चलता है कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। एप्पल साइडर विनेगर को अपने आहार में शामिल करने से आपको वजन कम करने में भी मदद मिल सकती है?
एप्पल साइडर विनेगर का मुख्य सक्रिय घटक एसिटिक एसिड है। इसे एथेनोइक एसिड के रूप में भी जाना जाता है। यह एक खट्टे स्वाद और मजबूत गंध का एक कार्बनिक यौगिक हैं।

 

चूहों पर हुए एक अध्ययन में, एसिटिक एसिड ने रक्त से चीनी लेने के लिए लीवर और मांसपेशियों की क्षमता में सुधार किया।
इंसुलिन का स्तर घटाता हैएक अध्ययन में, एसिटिक एसिड ने ग्लूकागन के लिए इंसुलिन के अनुपात को भी कम कर दिया, जो वसा जलाने में मदद कर सकता है।

एसिटिक एसिड के संपर्क में आने वाले चूहों के एक अन्य अध्ययन में एंजाइम एएमपीके में वृद्धि देखी गई, जो वसा जालने को बढ़ावा देता है और लीवर में वसा और चीनी के उत्पादन को कम करता है।

अपने शराब के सेवन को प्रतिबंधित करें, लेकिन पूरे अध्ययन में अपने सामान्य आहार और गतिविधि को जारी रखें। जिन लोगों ने प्रति दिन 1 बड़ा चम्‍मच (15 मिलीलीटर) सिरका का सेवन किया था, उन्हें औसतन निम्नलिखित लाभ मिले:

इस अध्ययन के अनुसार, एप्पल साइडर विनेगर के 1 या 2 बड़े चम्मच को अपने आहार में शामिल करने से आपको वजन कम करने में मदद मिल सकती है। यह आपके शरीर के वसा प्रतिशत को भी कम कर सकता है, जिससे आप पेट की चर्बी कम कर सकते हैं और अपने रक्त ट्राइग्लिसराइड्स को कम कर सकते हैं।

हड्डियों के कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण हैं कैल्शियम की कमी

हमारा लाइफस्टाइल और खान-पान ऐसा हो गया है कि हमारा शरीर कब किस बीमारी की गिरफ्त में आ जाता है हमें पता ही नहीं चलता। तला भुना और मसालेदार खाना हमारा प्रमुख भोजन बनता जा रहा है।

खाने से पोष्क तत्व गायब होते जा रहे है। हेल्दी खाने के नाम पर सिर्फ वसा का सेवन भरपूर मात्रा में कर रहे हैं। नतीजा हमारा वजन दिनों-दिन बढ़ता जा रहा, हड्डियां कमजोर होती जा रही है। हड्डियों के कमजोर होने का सबसे बड़ा कारण कैल्शियम की कमी होना है। कैल्शियम की कमी को हाइपोकैल्सीमिया भी कहा जाता है।

1 तिल- अगर आप दूध-दही का सेवन नहीं करते हैं तो आप कैल्शियम के लिए खाने में तिल जरूर शामिल करें. कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए तिल काफी फायदेमंद हैं. एक टेबल स्पून तिल में करीब 88 मिग्रा कैल्शियम पाया जाता है. आप तिल का इस्तेमाल सूप, सीरियल्स या सलाद में डालकर भी कर सकते हैं. सर्दियों में तिल के लड्डू भी आप खा सकते हैं.

2- आंवला- आंवला में भी काफी मात्रा में कैल्शियम होता है. इसके अलावा आंवला में एंटीऑक्सीडेंट गुण काफी होते हैं जो शरीर को इंफेक्शन से बचाते हैं. आंवला खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. आप आंवला का जूस या आंवला को पाउडर के रुप में भी खा सकते हैं.

3- जीरा- जीरा सिर्फ खाने में स्वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है. जीरा खाने से शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा किया जा सकता है. इसके लिए आप 1 गिलास पानी उबाल लें अब उसमें 1 टीस्पून जीरा मिला लें. पानी को ठंडा करके दिन में कम से कम 2 बार पिएं.

एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर कलौंजी का तेल आपके लिए इस प्रकार हैं फायदेमंद

किसी भी महिला के लिए उसके बालों का एक विशेष महत्व होता है। अगर आपके बाल काले लंबे व घने हो तो न चाहते हुए भी हर किसी की नजर आपके उपर टिक जाती है। लेकिन आज के लाइफस्टाइल में जब ना खाने का ठिकाना होता है और सोने का, तो ऐसे में घने बालों की चाहत तो बस एक हसरत बनकर रह जाती है।

कलौंजी के तेल का एंटीऑक्सीडेंट गुण स्कैल्प पर सूजन को कम करता है, इस तरह बैक्टीरिया और फंगस के कारण स्किन संक्रमण से राहत देता है और बालों के विकास को बढ़ावा देता है. कलौंजी के तेल को नियमित तौर पर लगाने से रोम के उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को भी धीमी होती है और बालों को पतला होने से रोकता है.

ऐेसे में जरूरत होती है कि बालों को अतिरिक्त पोषण दिया जाए। अमूमन महिलाएं इस तरह की परेशानी होने पर बाजार में मिलने वाले कई तरह के हेयर प्रोडक्ट आदि का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इससे कुछ खास फायदा नहीं होता और आपकी जेब भी ढीली हो जाती है।

अपनी हथेलियों में दो चम्मच कलौंजी का तेल डालें और हथेलियों को एक दूसरे के खिलाफ गर्म करने के लिए मलें. आहिस्ता से अपने स्कैल्प पर तेल का मसाज करें. तेल को करीब 30-60 मिनट तक रहने दें और फिर किसी अच्छे शैंपू से अपने बालों को धो लें. इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो से तीन बार दोहराएं.

आप भी अपनी डाइट में मटर को जरुर करें शामिल, देखिए इसके कुछ लाभ

कुछ डिशेज ऐसी हैं, जो मटर के बिना अधूरी हैं। फिर चाहे हम बात करें पुलाव की या फिर वेज बिरयानी और मटर-पनीर की। इन व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए थोड़े-से मटर ही काफी हैं। एक तरफ इनका स्वाद लाजवाब है, तो वहीं दूसरी तरफ इनके आयुर्वेदिक गुण भी अनगिनत हैं।

क्या आप हर समय खुद को थका और उदास महसूस करते हैं? अगर हां, तो ऐसे में आपको अपनी किसी डाइट में मटर को जरूर शामिल करना चाहिए. मटर प्रोटीन हासिल करने का प्राकृति स्रोत होने के साथ शरीर को ऊर्जा देने का भी काम करता है. मटर के इस्तेमाल से आपकी थकान दूर होगी और आप ज्यादा सक्रिय रह सकेंगे.

डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए मटर जरूर इस्तेमाल करना चाहिए. दिन के एक भोजन में किसी न किसी रूप में मटर शामिल करना मुफीद साबित होगा. मटर में मौजूद प्रोटीन आपके शरीर में इंसुलिन लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है.

इसके अलावा मटर के इस्तेमाल का ये फायदा होगा कि आपके ब्लड में ग्लूकोज का लेवल बढ़ नहीं पाएगा. इससे शुगर लेवल को सामान्य बनाए रखने में मदद मिलती है.

वजन कम करने के लिए गुलाब की कुछ पंखुड़ियों का इस प्रकार करें इस्तेमाल

गुलाब के फूल की खुशबू बहुत लुभावनी होती है जो हर किसी को अपने वश में कर लेती है.गुलाब के फूल में भरपूर मात्रा में  एंटीसेप्टिक और एंटीफंगल गुण मौजूद होते है.इसके अलावा इसमें लैक्सेटिव और ड्यूरेटिक गुणों की भी भरमार होती है.

लैक्सेटिव और ड्यूरेटिक गुणों से भरपूर होने के कारन यह हमारी बॉडी के मेटाबॉलिज्म लेवल को कण्ट्रोल में रखता है और पेट के टॉक्सिन हटाता है. बॉडी में मेटाबॉलिज्म तेज होने के कारण बॉडी में कैलोरी लॉस बहुत तेजी के साथ होता है और जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है.

वजन कम करने के लिए गुलाब की कुछ पंखुड़ियां लेकर उनको अच्छे से साफ कर लें.अब इनको एक ग्लास पानी में डालकर अच्छे से उबालें. इन पंखुड़ियों को तब तक उबाले जब तक  पानी का रंग भूरा और गुलाबी न लगने लगे.

अब इसमें थोड़ा सा  इलायची पाउडर और शहद मिला दे. अब इसे छान ले.थोड़ा ठंडा होने पर इसका सेवन  चाय की तरह दिन में कम से कम दो बार लें. गुलाब के पानी के सेवन से वजन तो कम होता है साथ ही इसका अरोमा थकान और तनाव से भी आराम दिलाता है.जिससे  मूड भी अच्छा हो जाता है.

केले में मौजूद प्रोटीन आपको दिलाएगा डिप्रेशन से हमेशा के लिए छुटकारा

अगर आप अपने दुबलेपन से तथा कमजोर शरीर से परेशान है। तथा आप अपने शरीर को हष्ट-पुष्ट बनाना चाहते हैं। तो अपने रेगुलर खाने के साथ अतिरिक्त कैलोरी जोड़ें ताकि आपके शरीर को और ज्यादा कैलोरी मिल सके. जैसे की आप अपने नियमित खाने के साथ दूध केले आदि का सेवन अवश्य करें.

महिलाओं के लिए केला खाना ज्यादा फायदेमंद हैं क्योंकि इससे उनकी हड्डियां मजबूत होती हैं. इतना ही नहीं, केले में मौजूद पोटैशियम डायट में मौजूद नमक की अधिक मात्रा को कंट्रोल कर सकता है.

रिसर्च के मुताबिक, केला खाने से डिप्रेशन दूर होता है. केले में मौजूद प्रोटीन से ना सिर्फ मूड बेहतर होता है बल्कि आपका अच्छा महसूस करते हैं.केले में मौजूद विटामिन बी6 से ब्लड ग्लूकोस नियंत्रि‍त होता है जिससे पीरियड्स के दौरान होने वाला दर्द कम होता है.

केले में मौजूद आयरन से एनिमिया की शिकायत दूर होती है. केले में मौजूद फाइबर से कब्ज की समस्या दूर होती है. हैगओवर से निजात पानी है तो भी केला और शहद साथ में खा सकते हैं.