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हेल्थ

काले और घने और लंबे बाल यदि आपको भी हैं पसंद तो आजमाएं ये उपाए

काले और घने बाल हर किसी को पसंद होते है। मुलायम और घने बालों के लिए महिलाएं क्या कुछ नहीं करती हैं। मौसम बदलने के बाद और गलत खान पान की वजह बाल झड़ने लग जाते है। बालों का झड़ना किसी भी महिला को परेशान कर सकता है।

बालों में तेल लगाना बहुत महत्वपूर्ण होता है. ये आपके रूखे स्कैल्प को पोषण देने के अलावा बालों को मजबूत और चमकदार रखने में मदद करता है. आप बालों को धोने से एक घंटे पहले हल्के हाथों से मसाज करें. शैंपू करने के बाद भी आपके बाल चमकदार रहेंगे.

बालों को साफ रखने के लिए हफ्ते में कम से कम दो बार शैंपू से धोना चाहिए. बारिश के मौसम में एंटी बैक्टीरियल शैंपू और कंडीशनर का इस्तेमाल करें. क्योंकि इस समय में फंगल इंफेक्शन होने का खतरा बहुत अधिक होता है. शैंपू के बाद कंडीशनर जरूर लगाएं नहीं तो आपके बाल उलझे नजर आएंगे.

बारिश के मौसम में बालों की देखभाल करना बहुत जरूरी होता है. आप सीरम का इस्तेमाल कर सकते हैं जो आपको बालों को गर्मी से बचाएगा. साथ ही बाल को मॉश्चराइज करने में मदद करेगा. हमेशा उन मॉश्चराइजर को चुने जो आपके बालों को हाइड्रेट और मॉश्चराइज रखने में मदद करता है.

हेयर फॉल को रोकने के लिए महिलाएं क्या कुछ नहीं करती है। झड़ते बालों से छुटकारा पाने के लिए महिलाएं केमिकल वाले प्रोडक्ट से लेकर घरेलू चीजों का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन इसके बाद भी बालों में कोई खास फर्क नहीं पड़ता है। बालों की देखभाल के लिए आप मेथी का इस्तेमाल कर सकते हैं। मेथी हेयर मास्क लगाने से बालों को घना बनाया जा सकता है।

रोज़ाना सुबह 15 से 20 मिनट तक पैदल चलने से आपके शरीर को होंगे ये सभी लाभ

पैदल चलने से वजन तो कम होता ही है साथ ही हार्ट संबंधी समस्याओं से भी बचा जा सकता है। मॉर्निंग वॉक दिमाग को भी शांत रखने में मददगार होती है।

यदि आप डिप्रेशन से जूझ रहे हैं तो रोज़ाना सुबह 15 से 20 मिनट तक पैदल चक्कर जरूर लगाएं। नियमित रूप से खुले वातावरण में टहलने से फ्रेश अहसास होता है साथ ही नेगेटिविटी से भी राहत मिलती है।

अमेरिका की ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता गुलसा अकार ने कहा, हमने पाया है कि किसी उपयोगी कारण के मकसद से चलना आपके स्वास्थ्य में काफी सुधार करता है। इस तरह की पैदल यात्राएं आपकी दिनचर्या में जोड़ना भी आसान है।

निष्कर्षों के लिए शोध करने वाली टीम ने 18 से 64 वर्ष के बीच के 1,25,885 वयस्कों की उनके द्वारा किए गए स्वास्थ्य आकलन की रिपोर्ट से इसका विश्लेषण किया है।

शोधकर्ताओं ने पाया कि किसी भी उद्देश्य के लिए कितनी भी देर के लिए चलने से व्यक्ति को स्वास्थ्य लाभ मिला। जिन लोगों ने बिना काम के या केवल मनोरंजन-खरीदारी के लिए पैदल यात्रा की, उनके लिए जो लोग काम से जुड़े नहीं थे उन्हें उतना फायदा नहीं मिला।

एनीमिया से ग्रसित महिलाओं के लिए किसी औषधि से कम नहीं हैं नारियल का दूध

नारियल का दूध प्रकृति का एक ऐसा वरदान है जो त्वचा और बाल दोनों के सौन्दर्य को निखारने में पूरी तरह से मदद करता है। इसमें एन्टीऑक्सिडेंट, एन्टीसेप्टिक और ठंडक प्रदान करने वाले गुणों के साथ बहुत सारी पौष्टिकताओं का खजाना होता है जो सौन्दर्य संबंधी कई समस्याओं से राहत दिलाने में तो मदद करता ही है त्वचा को निखारने में भी सहायता करता है।

एनीमिया रोकता है

आज कल ज्यादातर महिलाओं को एनीमिया की शिकायत है और नारियल दूध इसके लिए शानदार उपाय है. नारियल दूध आयरन की पर्याप्त मात्रा से शरीर को ईंधन मुहैया करा सकता है. नारियल दूध में मौजूद आयरन की अच्छी मात्रा स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं की बनावट के लिए जरूरी है. पाबंदी से इस्तेमाल एनीमिया को रोक सकता है.

सेहतमंद दिल

स्वस्थ जिंदगी के लिए हमें स्वस्थ दिल की जरूरत होती है. दिल के स्वास्थ्य को बढ़ाने का एक तरीका नारियल दूध का सेवन है. नारियल दूध में लॉरेक एसिड पाया जाता है. माना जाता है कि शरीर के कोलेस्ट्रोल लेवल पर उसका सकारात्मक असर होता है. नियमत तौर पर इसका इस्तेमाल शरीर में खराब कोलेस्ट्रोल को घटा सकता है और अच्छा कोलेस्ट्रोल को बढ़ाता है.

वजन में कमी

नारियल दूध में मौजूद कीटोन पूर्णता का एहसास कराता है. ये ज्यादा खाने से आपको रोकता है और कैलोरी की संख्या में कमी लाता है. अगर आप वजन घटाने की यात्रा पर हैं, तो आपके सफर में नारियल दूध अत्यधिक मददगार है.

सोने से पहले ग्रीन टी का सेवन करने से बचें अथवा होगा ये नुक्सान

हम सभी जानते हैं कि ग्रीन टी के ढेर सारे फायदे हैं जो आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं. सिर्फ आपकी सेहत ही नहीं, यह आपकी त्वचा और बालों को भी बेहतर बना सकती है. इसलिए, यह कई लोगों के लिए एक पसंदीदा बन गया है.

हम में से अधिकतर लोग ऐसे हैं, जिन्हें लगता है कि ग्रीन टी का सेवन सुबह-सुबह करने से यह हमारे लिए अधिक फायदेमंद हो सकता है। मेटाबॉलिज्म की क्रिया को शुरू करने में ग्रीन टी मददगार है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।

लेकिन, आपको इसके लाभों को प्रभावित करने के लिए एक निश्चित तरीका होना चाहिए. इससे पहले कि आप एक कप ग्रीन टी पिएं, क्या आप जानते हैं कि दिन में कई बार ऐसा होता है कि आपको ग्रीन टी नहीं पीनी चाहिए?

अगर आप खाली पेट सुबह-सुबह ग्रीन टी पीते हैं, तो इसमें मौजूद मजबूत एंटीऑक्सिडेंट और पॉलीफेनोल्स हमारे शरीर के गैस्ट्रिक एसिड का उत्पादन बढ़ाने लगता है, जिसके कारण आपको पेट से जुड़ी परेशानी हो सकती है।

अगर आप अनिद्रा की शिकायत से परेशान हैं। तो सोने से पहले ग्रीन टी का सेवन करने से बचें। हालांकि, ग्रीन टी में दिमाग को शांत करने का गुण मौजूद होता है। लेकिन सोने से पहले इसका सेवन आपकी नींद में बाधा उत्पन्न करता है। क्योंकि ग्रीन टी में कैफीन होता है, जो मेलाटोनिन हार्मोन को रिलीज करने में बाधा उत्पन्न करता है।

पत्तागोभी का सेवन करने से आपके शरीर को मिलेगा दूध के जितना कैल्शियम

मानव शरीर में पत्तागोभी के माध्यम से टेपवर्म (फीताकृमि) के पहुंचने के मामले सामने आते ही रहते हैं। ये आंतों में विकसित होने के बाद रक्त प्रवाह के साथ शरीर के अन्य हिस्सों में भी पहुंच जाते हैं। कई बार मस्तिष्क में भी आ जाते हैं। ऐसे में इन्हें नजरअंदाज करना घातक हो सकता है। दिमाग में पहुंचने पर यह सूक्ष्म कृमि आपके लिए जानलेवा साबित हो जाता है। इस कीड़े को टेपवर्म यानी फीताकृमि कहते हैं।

पत्तागोभी में दूध के जितना कैल्शियम पाया जाता है और आज हम आपको बताने जा रहे हैं पत्तागोभी खाने से होने वाले लाभ के बारे में. जी दरअसल इसमें न घुलने वाला फाइबर, बिटा केरोटिन, विटामिन बी1, बी6, विटामिन के, ई तथा सी के अलावा कई विटामिन होते है. इसी के साथ पत्तागोभी स्वास्थ्य, स्किन और बालों के लिए बेहद उपयोगी है.

पत्तागोभी में पाए जाने वाले पोषक तत्व कैंसर जैसे रोगों से रोकथाम करते है.- पत्तागोभी में ऑक्सीडेंट की मात्रा काफी अधिक पाई जाती है और यह स्किन के लिए बेहद लाभकारी होती है.

जी दरअसल पत्तागोभी में पाया जाने वाला डीआईएम, सिनीग्रिन, ल्यूपेल, सल्फोरेन जैसे तत्व होते है और यह सभी पोषक तत्व कैंसर से बचाव करने में मददगार माने जाते हैं.पत्तागोभी पोषक तत्वों से भरपूर होती है और इसमें अमीनो एसिड अत्यधिक मात्रा होता है. जो घुटने और जोड़ों की सूजन को कम कर देता है.

 

 

 

हरी पत्‍तेदार सब्‍जियां और फल आपको रख सकते हैं डिप्रेशन से दूर

अगर आप मानसिक रूप से स्वस्थ हैं, तो आप शारीरिक तौर पर भी खुद को सेहतमंद महसूस कर पाएंगे। अगर हम मानसिक तौर पर खुद को स्वस्थ और मजबूत महसूस कर रहे हैं, तो आसपास की गतिविधियों को भी सहजता के साथ संपन्न करने में सक्षम रहेंगे।
आज के समय में खुद को मानसिक रूप से स्वस्थ रखना वाकई एक चुनौती से कम नहीं है। खुद को शांत रखना, किसी बात को ज्यादा न सोचना मन से स्ट्रॉन्ग रहने के लिए जरूरी है। आइए जानते हैं मानसिक रूप से मजबूत रहने के लिए किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।

हरी पत्‍तेदार सब्‍जियां
पालक, मेथी, पत्ता गोभी जैसी सब्जियां कोशिकाओं को विषाक्‍त या टॉक्‍सिक होने से बचाती हैं. इनका सेवन करने से मस्तिष्क तेज होता है. साथ ही इनमें विटामिन ए, सी, ई और के के अलावा आयोडीन और मैग्‍नीशियम भी मौजूद होता है.

फल
फलों में भी काफी सारे पोषक तत्‍व मौजूद होते हैं. खासतौर पर सेब में फाइबर होने के साथ ही आयरन और एंटीऑक्‍सीडेंट भी भरपूर मात्रा में होता है. डायबिटीज के मरीज रोज एक सेब आराम से खा सकते हैं क्‍योंकि इसका जीआई काफी कम होता है.

मीट
डाइट में शाकाहारी चीजों के साथ साथ नॉन वेज फूड्स भी कई बार जरूरी होते हैं. मीट में मौजूद हाई प्रोटीन मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में मदद करता है. मीट खान से तनाव व स्ट्रेस की समस्या कम नजर आती है.
अखरोट
अखरोट की बनावट भी दिमाग की तरह नजर आती है. यह बच्चों और बड़ों के सुबह के नाश्‍ते को पूरा करने की सबसे अहम चीज है. यह मूड सुधारता है और इसमें मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड दिमाग के कामकाज में मदद करते हैं. साथ ही यह डिप्रेशन के लक्षणों को भी रोकता है. इसे खाने से स्ट्रेस कम होता है.

ऑफिस में बढ़ता वर्कलोड भी डाल सकता हैं आपकी सेहत पर बुरा असर

बदलते मौसम में होती हैं खुजली और रेडनेस की समस्या तो इसे ऐसे करें ठीक

रूखी त्वचा छूने में खुरदरी और दर्दनाक होती है. रूखी त्वचा कुपोषित और सुस्त दिखती है. इसके अलावा खुजली और रेडनेस की समस्या का भी सामना करना पड़ता है.

रूखी त्वचा से छुटकारा पाने के लिए सही स्किन केयर रूटीन के साथ हेल्दी फूड्स का सेवन करना भी जरूरी है.त्वचा को प्राकृतिक रूप से मॉइश्चराइज करने के लिए आप कौन से फूड्स डाइट में शामिल कर सकते हैं आइए जानें.

पानी

रूखी त्वचा का इलाज करने की बात आती है, तो पहला और सबसे महत्वपूर्ण कारक पानी होता है. पानी आपकी कोशिकाओं को फिर से हाइड्रेट करता है. होमियोस्टैसिस को बनाए रखता है.

सोया

शाकाहारी फूड्स में, ये सबसे अधिक मात्रा में प्रोटीन प्रदान करता है. इसके अलावा, सोया में आइसोफ्लेवोन्स की मात्रा अधिक होती है, जो कोलेजन को बेहतर करके झुर्रियों को रोकने में मदद कर सकता है. प्रोटीन के लिए सोया दूध या टोफू दोनों ही अच्छे विकल्प हैं.

फिश

ये ओमेगा -3 फैट का एक अच्छा स्रोत है, जो हमारे शरीर द्वारा निर्मित नहीं होते हैं, लेकिन कोशिका झिल्ली के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं. सप्ताह में दो बार फिश खा सकते हैं या अपनी त्वचा को हाइड्रेट रखने के लिए ओमेगा -3 समृद्ध फूड्स का सेवन कर सकते हैं.

बाज़ार में मिलने वाला शहद असली हैं या नकली कुछ इस तरह करें शुद्धता की पहचान

हनी यानी शहद का इस्तेमाल प्रचीनकाल से होता आया है. यह खाने के स्वाद को बढ़ाने के साथ-साथ ग्लोइंग त्वचा पाने में भी मदद करता है. भारत में भी लोग इसका खूब सेवन करते है.

तो चलिए हम आपको कुछ ऐसे आसान टिप्स बताने वाले हैं जिससे आप आसानी से असली और नकली हनी की पहचान कर पाएंगे. जानते हैं उन टिप्स के बारे में-

जांचने के लिए आप एक मोमबत्ती जलाएं और एक लकड़ी में रूई लपेटकर शहद लगा दें. बाद में इसे आग में जलाएं. अगर यह आग पकड़ने में समय लेता है तो यह समझ लें कि शहद में पानी की मिलावट है.

शहद की शुद्धता पहचाने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करें. आप एक गर्म पानी को कांच के गिलास में लें और उसमें शहद एक चम्मच मिला दें. अगर यह शहद पानी में घुल जाता है तो यह मिलावटी है. अगर यह शहद पानी के नीचे बैठ जाए तो असली शहद है.आप इसके लिए ब्रेड लें और उस पर शहद डाल दें. अगर शहद नकली होगी तो यह गीली हो जाएगी क्योंकि इसमें पानी मौजूद होता है.

हाई बी पी से परेशान हैं तो आप भी कुछ इस तरह करें अंजीर का सेवन

गलत खानपान व लाइफ स्टाइल के कारण आर्टरीज की दीवार पर खून का प्रेशर बढ़ने लगता है। इसके कारण हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने लगती है। वहीं आज दुनियाभर में करीब 20 करोड़ से अधिक लोग हाई बीपी की समस्या से परेशान है।

अंजीर में विटामिन ए, सी, ई, के, कैल्शियम, आयरन, फाइबर, पोटैशियम, कॉपर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण आदि होते हैं। यह शरीर में ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद करते हैं। ऐसे में दिल स्वस्थ रहता है। साथ ही शरीर का बेहतर तरीके से विकास होने में मदद मिलती है।

हाई बी पी से परेशान लोग अंजीर वाला दूध पी सकते हैं। इसके लिए 1 गिलास गुनगुने दूध के साथ 2 अंजीर खाएं। आप सोने से पहले इसका सेवन कर सकती हैं। यह ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने में मदद करेगा।

मोटापे से परेशान लोग अंजीर का सेवन करके इसे कम कर सकते हैं। अंजीर कम कैलोरी वाला फ्रूट है। ऐसे में इसका सेवन करने से वजन कम होने में मदद मिलती है।