Thursday , November 21 2024

विदेश

बलूचिस्तान में आतंकी हमलों का पाकिस्तान ने दिया जवाब, पांच आतंकियों को मारा गिराया, तीन घायल

बलूचिस्तान में लगातार हो रहे आतंकी हमलों का पाकिस्तान ने जवाब दिया है। पाकिस्तान सेना ने खुफिया अभियान के दौरान एक प्रतिबंधित आतंकवादी समूह के पांच आतंकियों को मारा गिराया। जबकि तीन आतंकी घायल हो गए।हाल ही में प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने चार आतंकी हमलों को अंजाम देने की जिम्मेदारी लेने का दावा किया था। इसके बाद पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने अभियान शुरू किया।

इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने शुक्रवार को बताया कि आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले अपराधियों की तलाश के लिए लगातार अभियान चल रहा है। 29-30 अगस्त की रपत में सुरक्षा बलों ने केच, पंजगुर और झोब जिले में तीन अलग-अलग अभियान के दौरान पांच आतंकियों को मार डाला। जबकि गोलीबारी के दौरान तीन आतंकी घायल हो गए। आईएसपीआर ने कहा कि अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक नृशंस कृत्यों के सभी अपराधियों, मददगारों और उकसाने वालों को पकड़ नहीं लिया जाता।

हाल ही में बलूचिस्तान प्रांत में अलगाववादी आतंकियों के राष्ट्रीय राजमार्ग, रेल परिवहन और पुलिस चौकियों को निशाना बनाकर किए गए हमलों में कम से कम 51 लोगों की मौत हो गई थी। सुरक्षा बलों ने 21 आतंकियों को मार गिराया। आतंकियों ने सबसे बड़ा हमला रविवार शाम मूसाखेल जिले में किया, जहां उन्होंने प्रांतीय राजमार्ग पर बसों को रोककर तलाशी ली। लोगों के पहचानपत्र की जांच करने के बाद 23 लोगों को गोलियों से भून डाला। बलूच लिबरेशन आर्मी ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसने सादे कपड़ों में यात्रा कर रहे सैन्य कर्मियों को निशाना बनाया।

जापान में तूफान ‘शानशान’ ने मचाया कोहराम, तीन लोगों की मौत; घरों की उड़ींं छतें

जापान के दक्षिण-पश्चिमी द्वीप क्यूशू पर तूफान ‘शानशान’ ने दस्तक दे दी है। इसके कारण भारी बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं। वहीं, घरों की छतें उड़ गईं, खिड़कियां टूट गईं और जगह-जगह पेड़ गिरे हुए नजर आए। वहीं, अधिकारियों ने हजारों लोगों को जगह खाली करने की सलाह दी।

करीब आठ बजे आया तूफान
मौसम विभाग ने बताया कि शक्तिशाली तूफान सुबह करीब आठ बजे टकराया। यह 252 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा था। वहीं, कागोशिमा प्रान्त के अधिकांश हिस्सों में विशेष तूफान की चेतावनी जारी की गई है। इसके कारण सार्वजनिक परिवहन संचालकों ने रेलगाड़ियां और उड़ानें रद्द कर दी गई है। तूफान उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है।

ढाई लाख लोग बिना बिजली के रह रहे
क्यूशू के बिजली विभाग ने बताया कि 2,54,610 घरों में बिजली गुल है। जापान मौसम विज्ञान कार्यालय ने कहा कि कागोशिमा में खतरनाक तूफान और ऊंची लहरों की विशेष चेतावनी जारी की जा रही है। तूफान, तेज हवा और ऊंची लहरों के साथ-साथ भूस्खलन, निचले इलाकों में बाढ़ और दक्षिणी क्यूशू में उफनती नदियों को देखते हुए अधिक सतर्कता बरतें।

कई दिनों से हो रही भारी बारिश
मौसम विभाग ने आगे कहा कि कृपया यह भी सलाह दी जाती है कि शुक्रवार के पास आते ही पश्चिमी जापान में भारी बारिश के कारण आपदा का खतरा तेजी से बढ़ सकता है। तूफान शानशान के कारण मंगलवार से जापान के बड़े हिस्सों में भारी बारिश हो रही है।

तीन की मौत
स्थानीय सरकारी अधिकारियों ने बताया कि मध्य आइची प्रांत के गामागोरी शहर में भूस्खलन से एक घर के ढह जाने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। मृतकों में 70 साल का एक दंपती और 30 साल का एक बेटा शामिल है। वहीं, 40 साल की दो वयस्क बेटियां बच गईं। दक्षिणी क्यूशू के लिए मौसम विभाग ने शुक्रवार सुबह तक 48 घंटों में 1,100 मिलीमीटर (43 इंच) वर्षा की भविष्यवाणी की।

एलन मस्क फिर मुश्किल में, समुद्र में उतरते ही लगी फाल्कन-9 में आग; FAA ने रोकी स्पेसएक्स की उड़ान

एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के दिन शायद अच्छे नहीं चल रहे हैं। पहले, स्पेसवॉक वाले पोलारिस डॉन मिशन को टालना पड़ा। वहीं, अब बूस्टर रॉकेट के बुधवार को आग की चपेट में आने के बाद कंपनी के प्रक्षेपण रोक दिए गए हैं। अमेरिका के संघीय विमानन प्रशासन ने यह जानकारी दी।

फाल्कन 9 रॉकेट को उड़ान भरने से रोका
फ्लोरिडा तट पर तड़के हुई दुर्घटना के बाद कंपनी के फाल्कन 9 रॉकेट को उड़ान भरने से रोक दिया और जांच के आदेश दिए। इस दौरान जान-माल का नुकसान होने की कोई सूचना नहीं मिली है। अभी यह नहीं बताया जा सकता कि स्पेसएक्स की आगामी ‘क्रू’ उड़ानों पर इसका कितना असर होगा।

समुद्र में उतरने के बाद आग लगी
बूस्टर रॉकेट ने ‘केप कैनवरल स्पेस फोर्स स्टेशन’ से उड़ान भरी और सभी 21 स्टारलिंक इंटरनेट उपग्रहों को कक्षा में पहुंचा दिया। मगर बूस्टर में समुद्र में उतरने के कुछ ही क्षणों बाद आग लग गई। यह पिछले कई वर्षों में हुई पहली ऐसी दुर्घटना है। इस विशेष बूस्टर ने 23वीं बार उड़ान भरी थी जो स्पेसएक्स के लिए एक रिकॉर्ड है।

फाल्कन 9 को रोकने का एफएए का फैसला महत्वपूर्ण
एफएए ने कहा कि दुर्घटना के संबंध में कंपनी के निष्कर्षों और सुधारात्मक कार्रवाई को उसे स्वीकृत करना होगा। इसके बाद ही स्पेसएक्स को ‘फाल्कन 9′ के प्रक्षेपण की मंजूरी मिल सकेगी। खैर, फाल्कन 9 को रोकने का एफएए का फैसला महत्वपूर्ण भी है, क्योंकि रॉकेट नासा सहित विभिन्न संगठनों के लिए उपग्रहों और चालक दल के सदस्यों दोनों को अंतरिक्ष में लॉन्च करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

पाकिस्तान ने पीएम मोदी को भेजा न्योता, अक्तूबर में इस्लामाबाद में होने वाली एससीओ बैठक के लिए निमंत्रण

इस्लामाबाद में अक्तूबर में आयोजित होने वाली शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के लिए पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है। एक स्थानीय समाचार पत्र के अनुसार, विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि 15-16 अक्टूबर को होने वाली बैठक में भाग लेने के लिए देशों के प्रमुखों को निमंत्रण भेजा गया है। जिसमें एक निमंत्रण भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भेजा गया है।

भारत और पाकिस्तान हैं SCO के पूर्ण सदस्य
बता दें कि भारत के साथ-साथ चीन और पाकिस्तान भी शंघाई सहयोग संगठन के पूर्ण सदस्य हैं। वहीं एससीओ के अन्य सदस्य देशों में रूस, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, कजाखस्तान शामिल हैं। पाकिस्तानी विदेश कार्यालय की प्रवक्ता बलूच ने कहा कि कुछ देशों ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शासनाध्यक्षों की बैठक में भाग लेने की पुष्टि पहले ही कर दी है। उन्होंने कहा, समय आने पर यह बताया जाएगा कि किस देश ने इसकी पुष्टि की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद और नई दिल्ली के बीच लंबे समय से तनावपूर्ण संबंध रहे हैं, जिसका मुख्य कारण कश्मीर मुद्दा और पाकिस्तान से होने वाले सीमा पार आतंकवाद है।

SCO बैठक से पहले होंगी कई दौर की बैठकें
एससीओ शिखर सम्मेलन से पहले मंत्रिस्तरीय बैठक और वरिष्ठ अधिकारियों की कई दौर की बैठकें होंगी, जिसमें एससीओ सदस्य देशों के बीच वित्तीय, आर्थिक, सामाजिक-सांस्कृतिक और मानवीय सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। भारत के साथ संबंधों के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा, पाकिस्तान का भारत के साथ सीधा द्विपक्षीय व्यापार नहीं है।

क्या है एससीओ संगठन
SCO एक स्थायी अंतर-सरकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठन है। यह एक राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य संगठन है जिसका लक्ष्य क्षेत्र में शांति, सुरक्षा एवं स्थिरता बनाए रखना है। वर्ष 2001 में इसका गठन किया गया था। SCO चार्टर पर वर्ष 2002 में हस्ताक्षर किये गए और वर्ष 2003 में इसे लागू किया गया। इस संगठन का उद्देश्य सदस्य देशों के बीच आपसी विश्वास और सद्भाव को मजबूत करना। राजनीति, व्यापार और अर्थव्यवस्था, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी एवं संस्कृति के क्षेत्र में प्रभावी सहयोग को बढ़ावा देना। शिक्षा, ऊर्जा, परिवहन, पर्यटन, पर्यावरण संरक्षण समेत क्षेत्रों में संबधों को बढ़ाना है। संबद्ध क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करना।

‘अतीत को भुलाकर नए संबंधों को मजबूत करे भारत’, BNP नेता बोले- बांग्लादेश के लोगों से बनाए रिश्ता

बांग्लादेश नेशनल पार्टी के वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि पूर्व राजनयिक, नौकरशाह, राजनेता और थिंक टैंक मिलकर भारत-बांग्लादेश के संबंध को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर भारत की ओर से मुद्दा उठाए जाने के बाद बीएनपी के नेता अमीर खसरू महमूद चौधरी ने कहा कि यह देश का आंतरिक मामला है। मगर बांग्लादेश भी अपने पड़ोसी देश भारत के साथ मजूबत संबंध चाहता है। भारत भी अतीत को छोड़कर नए सिरे से संबंध मजबूत करे और बांग्लादेश के लोगों से रिश्ता बनाए।

बीएनपी के विदेश मामलों की सेल के प्रमुख चौधरी ने कहा कि भारत ने बांग्लादेश के लोगों को समझने में देरी की। उन्होंने एक परिवार और एक पार्टी का समर्थन करने में पूरी ताकत लगा दी। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश को लेकर पूर्व राजनयिक, अधिकारियों, राजनेताओं और थिंक टैंक ने भारत को गुमराह किया और दोनों देशों के संबंधों को नष्ट कर दिया। इन लोगों ने भ्रम पैदा किया कि अगर अवामी लीग नहीं होगी तो भारत के लिए सुरक्षा का मुद्दा प्रमुख होगा। शेख हसीना नहीं होंगी तो देश कट्टरपंथियों के हाथों में चला जाएगा। बांग्लादेश में हिंदू खतरे में पड़ जाएंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि यह पूरी तरह से झूठ है और जानबूझकर इस कहानी को गढ़ा गया है। लोगों को अब जागने की जरूरत है। बांग्लादेश उदार देश है और यहां सदियों से हिंदू और मुस्लिम साथ रहते आए हैं। बांग्लादेश में कोई भी सरकार अल्पसंख्यकों पर हमलों का समर्थन नहीं करती है। यहां का संविधान सभी को समान अधिकारों की गारंटी देता है। बांग्लादेश अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक की अवधारणा पर विश्वास नहीं करता है।

चौधरी बोले कि हमारे देश के अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर अन्य लोग कैसे टिप्पणी कर सकते हैं? यह हमारा आतंरिक मामला है। भारतीय अल्पसंख्यकों के साथ जो भी होता है, उस पर हम कभी टिप्पणी नहीं करते। इसलिए किसी और को भी इस मामले में टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने भारत से आग्रह किया कि भारत को पुराने लोगों को पीछे छोड़ते हुए बांग्लादेश के लोगों की नब्ज समझनी होगी और उनसे रिश्ता बनाना होगा। उन्होंने सवाल उठाया कि जब भारत-बांग्लादेश के संबंधों की बात आती है तो भारत को एक व्यक्ति और एक परिवार पर क्यों निर्भर रहना पड़ता है? आप अपने पड़ोसी को नहीं बदल सकते और उसके साथ अच्छे संबंध रखने चाहिए। बांग्लादेश भी भारत के साथ अच्छे संबंध चाहता है।

शेख हसीना के करीबियों पर लगातार सख्ती, अब पूर्व कपड़ा और जूट मंत्री गाजी को किया गिरफ्तार

बांग्लादेश में शेख हसीना के शासन के खिलाफ शुरू हुई हिंसा अब भले ही थम गई है, लेकिन तनाव बना हुआ है। वहीं, पूर्व पीएम के देश छोड़ने के बाद भी उनके करीबियों पर सख्ती जारी है। अंतरिम सरकार के अंतर्गत आवामी लीग के कई अधिकारियों और मंत्रियों पर पुलिस ने शिकंजा कसा है। अब इस कड़ी में देश के पूर्व कपड़ा एवं जूट मंत्री गुलाम दस्तगीर गाजी का नाम भी जुड़ गया है। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।

शनिवार देर रात किया गिरफ्तार
एक स्थानीय अखबार ने पलटन पुलिस थाने के प्रभारी मुल्ला मोहम्मद खालिद हुसैन के हवाले से बताया कि 76 वर्षीय नेता को शनिवार देर रात राजधानी ढाका के पियरगोली इलाके में एक घर से तड़के करीब तीन बजे हिरासत में लिया। फिर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस गाजी को डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) कार्यालय में ले गई। उसके बाद गिरफ्तार कर लिया गया।

किस मामले में कंसा शिकजा?
हुसैन ने कहा कि गाजी को डीबी कार्यालय में रखा गया था क्योंकि हाल की हिंसा के बाद पुलिस स्टेशन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि, पुलिस अधिकारी ने फिलहाल यह नहीं बताया है कि किस मामले में पूर्व मंत्री को गिरफ्तार किया गया है।

पहले भी मंत्री और अधिकारियों पर सख्ती की
इससे पहले नारायणगंज के रूपगंज पुलिस स्टेशन में हसीना और गाजी सहित 105 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था। बता दें, गुलाम दस्तगीर गाजी जनवरी में अवामी लीग के नौका चुनाव चिह्न के साथ हुए 12वें संसदीय चुनाव में नारायणगंज के रूपगंज-1 निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए थे।

संसद सत्र से पहले बतौर PM कीर स्टार्मर का पहला भाषण; लेबर पार्टी ने कंजर्वेटिव शैली बदलने के दिए संकेत

ब्रिटेन में पिछले महीने लेबर पार्टी लगभग 14 साल बाद सत्ता पर काबिज हुई। भारतवंशी ऋषि सुनक के इस्तीफे के बाद कीर स्टार्मर प्रधानमंत्री बने। अब कीर स्टार्मर के पहले भाषण पर सबकी नजरें हैं। संसद सत्र से ठीक पहले बतौर पीएम कीर स्टार्मर के पहला भाषण काफी अहम साबित हो सकता है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री के कार्यालय 10 डाउनिंग स्ट्रीट में हो रही तैयारियों को लेकर आई खबर के मुताबिक मंगलवार को कीर स्टार्मर रोज गार्डन में भाषण देंगे। इस दौरान कुछ आम लोगों को भी आमंत्रित किया जा सकता है। संडे टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक लोगों को बुलाने का फैसला इस बात का साफ संकेत है कि लेबर पार्टी के नेता कीर कंजर्वेटिव पार्टी की कामकाजी शैली को बदल डालने का इरादा रखते हैं।

इन मुद्दों पर बात कर सकते हैं कीर स्टार्मर
गौरतलब है कि ब्रिटेन में बीते चार जुलाई को आम चुनाव के बाद नई सरकार का गठन हुआ है। इसके बाद सरकार ने कई अहम घोषणाएं की हैं। स्टार्मर जनता को आगाह करेंगे कि बीते 14 साल में कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार से जो चीजें उन्हें विरासत में मिली हैं, उसके कारण हालात बहुत उत्साहजनक नहीं हैं। संसद (हाउस ऑफ कॉमन्स) का सत्र शुरू होने से पहले ब्रिटिश पीएम के भाषण के जो अंश सामने आए हैं इसके मुताबिक लेबर पार्टी ने विरासत में मिले आर्थिक संकट के अलावा सामाजिक विषमताओं का भी जिक्र किया है।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री का शुरुआती जीवनकाल और राजनीतिक सफर
कीर स्टार्मर ब्रिटेन में मौजूदा सबसे बड़े विपक्षी दल लेबर के अध्यक्ष हैं। पेशे से वकील कीर स्टार्मर मुख्य अभियोक्ता रह चुके हैं। लेबर पार्टी के अनुसार, उनका पूरा करियर जरूरतमंद लोगों को न्याय दिलाने के लिए रहा है। स्टार्मर पूर्वी इंग्लैंड के सरी में ऑक्सटेड नामक एक छोटे से शहर में पले-बढ़े। उनके पिता एक कारखाने में कारीगर के रूप में काम करते थे और उनकी मां अस्पताल में एक नर्स थीं। कई परिवारों की तरह स्टार्मर को भी चुनौतियों का सामना करना पड़ा।

कुआलालंपुर में फुटपाथ ढहने के बाद नाले में बह गईं आंध्र प्रदेश की महिला, खोज और बचाव अभियान जारी

कुआलालंपुर:  मलयेशिया की राजधानी कुआला लंपुर में आंध्र प्रदेश की एक महिला गायब हो गई हैं। खबरों के मुताबिक, महिला फुटपाथ पर चल रही थीं, तभी अचानक फुटपाथ ढह गया और वह नाले में बह गईं।महिला की पहचान विजलक्ष्मी (45 वर्षीय) के रूप में हुई है। वह चित्तूर जिले के अनिगनिपल्ली गांव की रहने वाली हैं। बताया जा रहा है कि विजयलक्ष्मी अपने पति और बेटे के साथ फुटपाथ पर चल रही थीं, तभी जमीन धंस गई। इस दौरान उनके पति और बेटे बच गए, वह नाली में बह गईं।

कुआला लंपुर के नागरिक प्राधिकरण ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया। महिला की खोज जारी है। शनिवार शाम तक विजयलक्ष्मी का कोई पता नहीं चला। विजयलक्ष्मी कारोबार के सिलसिले में अक्सर मलयेशिया और सिंगापुर की यात्रा करती थीं।

इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश प्रवासी तेलुगू सोसायटी के अधिकारियों को प्रभावी खोज अभियान चलाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री मानव संसाधन विकास मंत्री नारा लोकेश के साथ स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं।

दलाई लामा से मिली अमेरिकी अधिकारी, तिब्बतियों के मानवाधिकारों को बेहतर करने के लिए दोहराई प्रतिबद्धता

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की जगह एक शीर्ष अमेरिकी अधिकारी ने तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा से मुलाकात की है। बता दें कि 89 वर्षीय तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा 28 जून 2024 को घुटने की सफल रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद से न्यूयॉर्क में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।

अमेरिका के बिल का चीन ने किया विरोध
तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा और अमेरिकी विदेश विभाग के शीर्ष अधिकारी की ये मुलाकात राष्ट्रपति जो बाइडन की तरफ से एक विधेयक पर हस्ताक्षर करने के महीनों बाद हुई है, जो तिब्बत के लिए अमेरिकी समर्थन को बढ़ाता है और सुदूर हिमालयी क्षेत्र की स्थिति और शासन पर विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए चीन और दलाई लामा के बीच संवाद को भी बढ़ावा देता है। अमेरिका सीनेट से फरवरी में पास किए गए तिब्बत रिजाल्व बिल का चीन कड़ा विरोध किया है। चीन ने इसे अस्थिर करने वाला बताया था।

न्यूयॉर्क में दलाई लामा से मिलीं उजरा जेया
दलाई लामा को राष्ट्रपति जो बाइडन का संदेश अमेरिका की अवर सचिव, नागरिक सुरक्षा, लोकतंत्र और मानवाधिकार व तिब्बती मुद्दों के लिए विशेष समन्वयक, उजरा जेया द्वारा दिया गया। विदेश विभाग की ओर से जारी एक बयान के अनुसार उजरा जेया बुधवार को दलाई लामा से मिलने के लिए न्यूयॉर्क गई थीं।

बाइडन ने दलाई लामा को भेजी शुभकामनाएं
अमेरिकी विदेश विभाग के बयान में कहा गया है कि इस मुलाकात के दौरान, उजरा जेया ने राष्ट्रपति बाइडन की ओर से दलाई लामा के अच्छे स्वास्थ्य के लिए शुभकामनाएं दीं और तिब्बतियों के मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने और उनकी विशिष्ट ऐतिहासिक, भाषाई, सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को संरक्षित करने के प्रयासों का समर्थन करने के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

दलाई लामा के अहिंसा और करुणा को बढ़ावा देने के लिए आजीवन समर्पण का स्वागत करते हुए, जेया ने उनके साथ तिब्बती सांस्कृतिक संरक्षण, तिब्बत के अंदर मानवाधिकारों के हनन को संबोधित करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के चल रहे प्रयासों और पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) और परम पावन और उनके प्रतिनिधियों के बीच बातचीत को फिर से शुरू करने के लिए समर्थन के बारे में चर्चा करने का अवसर भी लिया।

कोलकाता में महिला डॉक्टर को न्याय दिलाने को आगे आए ढाका के छात्र, विरोध-प्रदर्शन कर दिखाई एकजुटता

पश्चिम बंगाल के कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले पर लगातार विवाद गहराता जा रहा है। पूरे भारत में डॉक्टर और छात्र सड़क पर उतरकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, अब पड़ोसी देश बांग्लादेश के प्रतिष्ठित ढाका विश्वविद्यालय के छात्र भी अपनी एकजुटता दिखाते हुए विरोध-प्रदर्शन में शामिल हो गए हैं।

राजू मूर्तिकला के पास प्रदर्शन
रिपोर्ट के अनुसार, ‘आवाज तोलो नारी’ के बैनर तले शुक्रवार को ढाका विश्वविद्यालय में राजू मूर्तिकला के पास प्रदर्शन किया गया। भौतिकी विभाग की एक छात्रा रहनुमा अहमद निरेट ने कहा, ‘हम बंगाल में महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म मामले के बारे में मेडिकल कॉलेज प्रशासन के असहयोग रवैये से अवगत हैं। महिला के रूप में, हम मांग करते हैं कि प्रशासन अधिक से अधिक कानूनी सहायता करे, कानून को सख्ती से लागू करे और तुरंत फैसला सुनाए’

मानव विज्ञान विभाग की छात्रा आन्या फहमीन ने कहा, ‘दुनिया भर में महिलाओं को दुष्कर्म जैसे घिनौने अपराध का सामना करना पड़ता है और हम कोलकाता के आरजी कर अस्पताल मामले में निष्पक्ष जवाबदेही के लिए चल रहे आंदोलन का पूरा समर्थन करते हैं।’

पीड़ितों के नाम सार्वजनिक कर दिए…
जहांगीरनगर विश्वविद्यालय की छात्रा लमिशा जहां ने कहा, पिछली दुष्कर्म की की घटनाओं में पीड़ितों के नाम सार्वजनिक कर दिए गए, जबकि दोषी अपराधियों के नाम अक्सर छिपे रहते हैं। कभी-कभी इन मामलों को सरकार या सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा दबा दिया जाता है। आत्मसंतुष्टि के दिन खत्म हो गए हैं। हमें महिलाओं के प्रति सभी प्रकार के अपमान के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।’

महिलाओं के लिए सुरक्षित देश बनाना जरूरी
वित्त विभाग की एक छात्रा अनिका अरेफिन अनु ने कहा, ‘हमें महिलाओं के लिए सुरक्षित देश बनाना है। छात्रों ने बड़े पैमाने पर विद्रोह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और हमें अपनी सरकार को सभी दुष्कर्म के मामलों पर मुकदमा चलाने और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मजबूर करना चाहिए।’