Friday , November 22 2024

विदेश

ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ II के शासन के 70 साल पूरे, प्लेटिनम जुबली समारोह में 200 घाड़ों के साथ आयोजित हुई शानदार परेड

ब्रिटेन की महारानी के राजगद्दी संभालने के 70 वर्ष पूरे होने पर देशभर में चार दिन का प्लैटिनम जुबली समारोह मनाया जा रहा है।प्लैटिनम जुबली समारोह के समापन समरोह के दौरान भव्य स्ट्रीट परेड का आयोजन किया गया।

बकिंघम पैसेल से बाहर एकत्र लोगों में उस वक्त खुशी की लहर दौड़ गई जब महारानी एलिजाबेथ द्वितीय बाहर बालकनी में आईं और उन्होंने मुस्कुराते हुए अपने प्रशंसकों का अभिवादन स्वीकार किया। कोरोना वायरस के संक्रमण की शुरुआत के बाद से ब्रिटेन में यह सबसे बड़ा आयोजन है।

इस दौरान वेस्टमिंटर एब्बे चर्च से बकिंघम पैलेस तक 200 घोड़ों की भव्य परेड का आयोजन किया गया। इस परेड में ब्रिटेन की महारानी के उसी भव्य रथ को शामिल किया गया, जिसमें 69 साल पहले महारानी के राज्याभिषेक के समय इस्तेमाल किया गया था। इस दौरान उनके राज्याभिषेक वीडियो को भी प्रसारित किया यगा।

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय महज 25 साल की थीं, जब ब्रिटेन की गद्दी पर उनकी ताजपोशी हुई थी। तब से लेकर अब तक करीब 70 दशक से वे इस गद्दी पर काबिज हैं।

प्लेटिनम जुबली के रंगारंग कार्यक्रमों की शुरुआत बृहस्पतिवार को सेना की परेड के साथ हुई। महारानी ने बकिंघम पैलेस में राजपरिवार के अन्य वरिष्ठ सदस्यों के साथ परेड और जमा हुई भीड़ का अभिवादन स्वीकार किया।

Czech Republic के दौरे पर प्राग में भारतीय समुदाय के लोगों से विदेश मंत्री ने की मुलाकात

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को चेक रिपब्लिक  की राजधानी प्राग में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत की। उन्होंने स्वदेश के घटनाक्रमों और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। विदेश मंत्री की प्राग यात्रा इसलिए महत्वपूर्ण है कि चेक गणराज्य अगले माह से ईयू का अध्यक्ष बनने वाला है।

इस दौरान उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए मिशन ‘आपरेशन गंगा’ की सफलता की चर्चा की।

जयशंकर दो मध्य यूरोपीय देशों के साथ संबंधों को और गति देने के लिए स्लोवाकिया और चेक गणराज्य के अपने दो देशों के दौरे के अंतिम चरण में प्राग पहुंचे थे। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारतीय समुदाय से मिलकर खुशी हुई। उनमें से कई को इतना अच्छा काम करते हुए देखकर अच्छा लगा।

विदेश मंत्री 2 से 6 जून तक दो यूरोपीय देशों स्लोवाकिया और चेक रिपब्लिक के दौरे पर हैं। विदेश मंत्री ने 2 से 4 जून तक स्लोवाकिया का दौरा किया । उसके बाद 4 जून को चेक गणराज्य चले गए। अपनी यात्रा के दौरान, जयशंकर ने स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री एडुआर्ड हेगर से मुलाकात की.

रूस-यूक्रेन युद्ध अब आगे आखिर क्या होगा यूक्रेन का भविष्य, देखिए Sievierodonetsk की जंग कहां तक पहुंची ?

रूस का यूक्रेन की ओर तेज़ी से बढ़ना, मिसाइलों से गोले-बारूद से शहर के शहर का उजाड़ हो जाना, यूक्रेन के आम नागरिकों का ‘सैनिक’ बनकर डट जाना और युद्ध का अब भी जारी रहना.सेवेरोडनेत्स्क और लिसिचन्स्क में भीषण लड़ाई हुई.

रूसी सैनिकों ने शनिवार को पूर्वी यूक्रेन के एक हिस्से में हवाई हमले किये. हमलों के दौरान पुलों और इमारतों को नष्ट कर दिया गया यह युद्ध है, जहां कुछ भी किसी एक पल में तय नहीं हो सकता लेकिन अगर अभी तक के घटनाक्रम पर ग़ौर करें और संभावित नतीजों को समझने की कोशिश करें तो हो सकता है कि इन पांच नतीजों में से कोई एक नतीजा सामने आए.

लुहान्स्क प्रांत के गवर्नर ने कहा कि यूक्रेन की सेना ने सिविएरोदोनेस्क में रूसी सेना को पीछे खदेड़ दिया है और पिछले कुछ दिनों में रणनीतिक पूर्वी शहर के लगभग 20 प्रतिशत पर कब्जा कर लिया है.

यूरोपीय देशों ने अभी तक जिस तरह से यूक्रेन की मदद की है उससे लगता है कि वे यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करने के लिए प्रतिबद्ध हैंवोलोडिमिर जेलेंस्की, राष्ट्रपति, यूक्रेन “रूसी सैनिकों ने फिर से सूमी के सीमावर्ती क्षेत्रों, मायकोलाइव शहर और जापोरिज्जिया क्षेत्र और खार्किव क्षेत्र में गोलीबारी की है.” और आगे भी जारी रखेंगे. ऐसे में यह युद्ध एक ‘हमेशा चलते रहने वाले युद्ध’ में तब्दील होता जा रहा है.

अमेरिकी राष्ट्रपति पर होने वाला है कोई ख़ुफ़िया हमला ? अचानक सुरक्षित स्थान पर ले जाए गए बाइडेन

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को शनिवार को डेलावेयर के रेहोबोथ बीच में एक सुरक्षित घर में ले जाया गया, व्हाइट हाउस और खुफिया सेवा ने यह जानकारी दी.जब एक निजी विमान ने छोटे समुद्र तटीय शहर में उनके अवकाश गृह के ऊपर हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया।

खुफिया सेवा ने एक बयान में कहा कि विमान को तुरंत प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र से बाहर निकाल लिया गया. वहीं, मामले में यूएस सीक्रेट सर्विस के प्रवक्ता एंथनी गुग्लिल्मी ने कहा, ‘पायलट उचित रेडियो चैनल पर नहीं था. पायलट ने फ्लाइट गाइडेंस का पालन भी नहीं किया. विमान को तुरंत प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र से बाहर निकाल लिया गया.’

रिपोर्ट में कहा गया है कि संभावित खतरे का आकलन करने के बाद रेहोबोथ एवेन्यू पर यातायात 20 मिनट से अधिक समय तक बंद रहा। बाद में बाइडेन और उनकी पत्नी को उनके घर पहुंचाया गया।

निषिद्ध हवाई क्षेत्र में एक विमान का घुसना वाकई अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए चिंता का विषय है.अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के प्रवक्ता एंथनी गुग्लिल्मी ने कहा,’घुसपैठिए वाले विमान को तुरंत प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र से बाहर निकाल दिया गया।’बाइडेन और उनके परिवार पर भले ही को कोई आंच नहीं आई लेकिन सुरक्षा में चूक तो ये बड़ी थी.

तियानामेन नरसंहार को आज पूरे हुए 33 साल, अमेरिकी विदेश मंत्री ने प्रदर्शनकारियों को बताया ‘बहादुर’

33 साल पहले आज ही के दिन चीन ने राजधानी बीजिंग के तियानामेन चौक में देश में लोकतंत्र की मांग कर रहे लाखों विद्यार्थियों व अन्य लोगों का दमन किया था। आज भी चीन ने इस घटना को लेकर रिपोर्टिंग पर रोक लगा रखा है।

 अमेरिकी विदेश मंत्री ने ट्विटर पर अपनी पोस्ट में लिखा, ’33 साल बीत चुके हैं जब दुनिया ने बहादुर प्रदर्शनकारियों और अन्य लोगों को तियानामेन चौक पर लोकतंत्र की मांग करते देखा। स्मारकों को हटाने और इतिहास को मिटाने की कोशिशों के बावजूद, मानवाधिकारों को जहां भी खतरा है, वहां उसे बढ़ावा देकर अमेरिका शहीदों का आदर करता है।’

चीन के दबाव के कारण इस घटना का रिपोर्टिंग भी बहुत कम हुई है। 3 और 4 जून 1989 में कुछ छात्र बीजिंग के थियानमेन चौक पर लोकतंत्र की बहाली के समर्थन में इकट्ठा हुए थे।कुछ महीने पहले हांगकांग के विश्वविद्यालयों ने इस ऐतिहासिक आंदोलन के स्मारकों को हटा दिया था।

हू याओबांग की मौत के बाद लोग भड़क गए और वे विरोध और प्रदर्शन करने के लिए सड़क पर उतर गए। इसके बाद उन लोगों ने करीब छह हफ्ते तक इसका विरोध किया और लोकतंत्र की बहाली की मांग की थी।

इस मुस्लिम देश में अजीबो-गरीब तरीके से पढ़ी जा रही नमाज, वायरल विडियो के जरिए उड़ रहा इस्लाम का मजाक

मलेशिया में मुसलमानों के बीच एक अजीब सा ट्रेंड चल पड़ा है जिसमें युवा एक पंखे के साथ नमाज अदा करते दिख रहे हैं.सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में कुछ युवा एक पंखे के साथ नमाज अदा करते दिख रहे हैं।

सोशल मीडिया में कुछ लोगों ने भ्रांति फैलाई कि अविवाहित लोग टेबल फैन को अपने सपनों का जीवनसाथी मानते हुए उसके समक्ष नमाज अदा करें। इस बीच, मलेशिया के धार्मिक मामलों में मंत्री दातुक इदरीस अहमद ने अपील की है कि ऐसा करने वालों के खिलाफ धार्मिक अफसरों के खिलाफ शिकायत करें, कार्रवाई की जाएगी।

मलेशिया के धार्मिक मामलों में मंत्री दातुक इदरीस अहमद ने इस बढ़ते ट्रेंड को लेकर लोगों से अपील की है कि वो ऐसा करने वाले लोगों के खिलाफ धार्मिक अधिकारियों से शिकायत करें.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मंत्री अहमद ने लोगों को सलाह दी है कि वे पहले धर्म की शिक्षा लें। फिर किसी मौलवी की मदद से नमाज का सही तरीका समझें और सही ढंग से नमाज अदा करें।

यूक्रेनी राष्ट्रपति का बड़ा आरोप कहा-“रूस ने किया दो लाख यूक्रेनी बच्चों का अपहरण व 243 ने गवाई जान”

रूस और यूक्रेन के बीच चल रही  जंग को आज 100 दिन पूरे हो गए. दोनों देशों के बीच ये युद्ध24 फरवरी को NATO मेंबरशिप को लेकर तनाव इस कदर भड़का था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने जंग का आगाज कर दिया था. रूस के सैनिक यूक्रेन क तमाम शहरों पर नए सिरे से हमले कर रहे हैं.

इस बीच वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने यूक्रेन के दो लाख बच्चों का अपहरण किया है। यूक्रेन जिम्मेदार लोगों को सजा देगा, लेकिन पहले रूस को युद्ध के मैदान में दिखाएगा कि यूक्रेन को जीतना नामुमकिन है।

जेलेंस्की ने कहा, यूक्रेन इस अपराध के जिम्मेदार लोगों को सजा देगा, लेकिन पहले यह रूस को युद्ध के मैदान में दिखाएगा कि यूक्रेन को जीतना नामुमकिन है।

यूक्रेन के लोग आत्मसमर्पण नहीं करेंगे और न ही यूक्रेन की संतानों को दूसरे (रूस)की संपत्ति बनने देंगे। जेलेंस्की ने बताया कि रूसी हमलों की वजह से अब तक 243 बच्चे मारे गए हैं और 446 घायल हुए हैं।

यूक्रेन के लोग आत्मसमर्पण नहीं करेंगे और न ही यूक्रेन की संतानों को रूस की संपत्ति बनने देंगे। रूसी हमलों की वजह से अब तक 243 बच्चे मारे गए और 446 घायल हुए।

रूसी हमले की वजह से यूक्रेन के 68 लाख लोगों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा है, जो उसकी आबादी का लगभग 15% है यानी की हर 6 में से एक यूक्रेनी को देश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा.

जेलेंस्की ने कहा, यूक्रेन के सभी समुदी रास्ते और बंदरगाह रूस के कब्जे में हैं। संयुक्त राष्ट्र चाहे तो रूस से बात कर इन जगहों से गेहूं की आपूर्ति के लिए सुरक्षित रास्ता बनवा सकता है

“अमेरिका दुनियाभर में धार्मिक स्वतंत्रता के लिए आवाज उठाता रहेगा”: अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दुनियाभर में धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार के हनन के बीच भारत में पूजा स्थलों पर लोगों पर ‘बढ़ते’ हमलों का हवाला देते हुए चिंता प्रकट की. विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि भारत में लोगों के साथ-साथ धार्मिक स्थलों पर हमले बढ़ रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अमेरिका दुनियाभर में धार्मिक स्वतंत्रता के लिए आवाज उठाता रहेगा।

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और चीन सहित अन्य एशियाई देशों में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों तथा महिलाओं को भी निशाना बनाया जा रहा है।अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग अतीत में भी भारत का कड़ा आलोचक रहा है

ब्लिंकन ने वर्षिक अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट जारी करने के दौरान संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ”अमेरिका दुनियाभर में धार्मिक स्वतंत्रता के लिए आवाज उठाना जारी रखेगा। हम ऐसा करने के लिए अन्य सरकारों, बहुपक्षीय संगठनों और नागरिकों के साथ काम करते रहेंगे।”

रिपोर्ट में अमेरिकी अधिकारियों द्वारा उइगर मुस्लिम अल्पसंख्यकों के दमन के लिए चीन, रोहिंग्याओं के इलाज के लिए म्यांमार पाकिस्तान द्वारा पारित कठोर ईशनिंदा कानून, जिसमें मौत की सजा का प्रावधान है, के निरंतर उपयोग का जिक्र किया गया है.

यूनाइटेड नेशंस ने तुर्की के नाम बदलने की अपील को दिखाई हरी झंडी, गुलामी के निशान को एर्दोगन ने मिटाया

तुर्की ने अपना नाम बदलकर तुर्किए कर लिया है। यूनाइटेड नेशंस ने भी तुर्की के नाम बदलने के अपील को स्वीकार कर लिया है। 3 जून 2022 से तुर्की, तुर्किए हो गया है।तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन के पिछले साल चलाए गए रिब्रांडिंग कैंपने के तहत कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को देश का नाम बदलने के लिए कहा गया है।

तुर्की के राष्ट्रपति रचेप तैयप एर्दोगन ने फरवरी 2022 में तुर्की का नाम बदलकर तुर्किए करने का फैसला किया था। उन्होंने कहा था कि तुर्की का नाम उसकी सही तस्वीर दुनिया के सामने लाने के लिए बदला जा रहा है।

अर्दोआन ने पिछले साल दिसंबर में कहा था, ”तुर्किये लोगों की संस्कृति, सभ्यता और मूल्यों का सबसे बेहतर प्रतिनिधित्व और अभिव्यक्ति करेगा.” संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इस हफ़्ते अनुरोध मिलते ही इसे बदल दिया गया.

एक ओर जब अंकारा मुस्लिम दुनिया का नेता बनने की कोशिश कर रहा है तो उस पर गुलामी को ढोने का आरोप लगाया जाने लगा। इतना ही नहीं क्रैबिंज डिक्शनरी में तुर्की शब्द का मतलब एक ऐसी चीज से है जो बुरी तरह फेल हो गया हो।

भारत और इजरायल के बीच आज हुई द्विपक्षीय बैठक, दोनों देशों के रक्षा मंत्री ने अहम मुद्दों पर की वार्ता

भारत और इजरायल के बीच गुरुवार को द्विपक्षीय बैठक हुई। इस क्रम में दोनों देशों के  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और इजरायल के बेनी गैंट्ज ने मुलाकात की और समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किया।रक्षा मंत्रालय के संचार कार्यालय ने बताया कि दोनों मंत्रियों ने कूटनीतिक वैश्विक चुनौतियों, सैन्य सहयोग और रक्षा औद्योगिक सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।

गुरुवार को भारत आए गैंट्ज को जल,थल व वायु सेना की ओर से गार्ड आफ आनर दिया गया।  इसके बाद गैंट्ज ने नई दिल्ली में नेशनल वार मेमोरियल पर श्रद्धांजलि अर्पित की।संचार कार्यालय ने आगे बताया कि द्विपक्षीय वार्ता के दौरान मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और विकसित करने के अपने इरादे का एलान किया।

कार्यालय ने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया के विजन के अनुरूप ही होगा।पीएम नरेन्द्र मोदी ने इजरायल के निवासियों को उनके स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएं दी थीं और उम्मीद जाहिर की थी  कि दोनों देश आने वाले वर्षों में संबंधों को और मजबूत करेंगे।