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विदेश

उत्तर कोरिया में अचानक फैला रहस्यमयी ‘बुखार’, एकांतवास में भेजे गए 1.87 लाख लोग

अन्तर्राष्ट्रीय: उत्‍तर कोरिया में कोरोना वायरस का पहला केस  सामने आने के बाद लोगों में दहशत बरक़रार हैं सिर्फ  इतना ही नही अब तानाशाह के देश में रहस्यमयी ‘बुखार’ से हो रही मौतों की वजह से हड़कंप मचा है उत्तर कोरिया में कोविड-19 के कारण ‘बुखार’ से छह लोगों की मौत हो गई है।

साथ ही 1,87,000 लोगों में बुखार के लक्षण पाए जाने के बाद एकांतवास में रखकर उनका इलाज किया जा रहा है।अबतक कोरोना महामारी से अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।

आपको बताते चलें कि हाल ही में उत्तर कोरिया में महामारी की शुरुआत होने के करीब दो साल बाद कोरोना संक्रमण पहला मामला सामने आया था.

इस पहले और नए केस की पुष्टि के बाद किम जोंग उन ने देश में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा दिया था.देशभर में अब तक 10 लाख से ज्यादा लोगों को वायरस लील चुका है।

इसे लेकर गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बयान जारी कर कहा कि देश में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या 10 लाख पार हो गई है, जो कि हमारे लिए एक बेहद दुखद आंकड़ा है। यह उन लोगों के दर्द को स्वीकार करने का पल है, जिन्होंने अपनों को खोया है।

चीन के चॉन्गकिंग में टला बड़ा हादसा, टेकऑफ के दौरान रनवे पार कर गया तिब्बत एयरलाइंस का विमान

चीन : गुरूवार सुबह चीन में एक बड़ा हादसा होते होते बचा जिसमें चीन के चॉन्गकिंग में बड़ा हादसा हुआ तो लेकिन कोई बड़ा नुक्सान नहीं हुआ।इस फ्लाइट को चॉन्गकिंग से तिब्बत के ल्हासा तक जाना था।

रनवे से उतरने के बाद विमान जब तक रुक पाया, उसमें आग लग चुकी थी। हादसे में कुछ यात्रियों के चोटिल होने की बात सामने आई है।

 

बड़ी खबर: तानाशाह किम जोंग के देश में सामने आया कोरोना का पहला केस, लगाया गया देशव्यापी लॉकडाउन

उत्तर कोरिया ने कोरोना संक्रमण के पहले केस की पुष्टि की है और इसके साथ ही देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान भी कर दिया है। देश में राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा कर दी गई। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया है।

इस लॉकडाउन को तानाशाह किम जोंग उन ने ‘सीरियस इमरजेंसी’ का नाम दिया है।कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) के अनुसार, पहला मामला सामने आने के बाद किम जोंग उन ने अधिकारियों के साथ बैठक की .

संक्रमण को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। वहीं खबर आ रही है कि उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।

इससे पहले उत्तर कोरिया ने अब तक यह मानने से इनकार कर दिया था कि उसके यहां कोरोना का कोई केस मिला है।   कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि उत्तर कोरिया में पहले भी कोरोना संक्रमण के काफी केस मिले थे।

ट्विटर के मालिक Elon Musk ने किया बड़ा एलान-“डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट से जल्द हटेगा बैन”

ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट से बैन हटाने का ऐलान किया है. साल अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव के दौरान हिंसा की घटनाएं हुई थीं.

मस्क ने मंगलवार को एक ट्वीट के जरिए इस बात की जानकारी दी है कि वो ट्रंप के ट्विटर अकाउंट पर लगे बैन को जल्द हटा देंगे.  इसके लिए ट्रंप समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया गया था.

इसके बाद ट्विटर सहित कई कंपनियों ने ट्रंप को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बैन कर दिया था. अब एलन मस्क के ट्विटर खरीदने के बाद अमेरिका में रिपलब्लिकन पार्टी की तरफ से ट्रंप के अकाउंट से बैन हटाने की मांग की जा रही है.

इस दौरान मस्क की तारीफ करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे अच्छे आदमी हैं, मुझे उम्मीद है कि वो ट्विटर में सुधार करेंगे.मस्क ने एक कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि ट्रंप के अकाउंट पर बैन लगाना ट्वीटर की मूर्खता थी. बैन लगाने के लिए किसी ठोस कारण का होना बेहद जरूरी है .

रूसी सेना ने अबतक कीव में 390 इमारतों को किया राख, 222 आवासीय अपार्टमेंट भी हैं शामिल

रूस ने यूक्रेन पर हमला तेज कर दिया है।  दूसरी ओर से कीव के नागरिक रूसी हमलों को लेकर दहशत में हैं। कीव में अभी तक कुल 390 इमारतों को नष्ट कर दिया गया है, जिनमें से 222 आवासीय अपार्टमेंट हैं

सोशल मीडिया पोस्ट में, परिषद ने कहा, हमने पहले से ही 20 आवासीय भवनों की पहचान की है जहां हमें प्राथमिकता के रूप में बहाली का काम शुरू करना होगा। ताकि लोग अपने घरों को और अधिक तेजी से लौट सकें। इस काम की अनुमानित लागत होगी 5.8 मिलियन यूरो।

विशेषज्ञ अभी भी क्षति का निर्धारण करने के लिए शेष आवासीय भवनों का निरीक्षण कर रहे हैं। आज हम कह सकते हैं कि राजधानी में 17 आवासीय भवनों को काफी नुकसान हुआ है और हम विशेषज्ञों की सिफारिशों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

दक्षिण पूर्व कीव का एक निवासी जिसने सर्गेई के रूप में अपना परिचय दिया, ने बताया कि वह सुबह करीब 4 बजे उठा और अपार्टमेंट की बालकनी में गया तो बाहर का नजारा देख सन्न रह गया। विस्फोट में जिन इमरातों को नुकसान पहुंचा है, वहां के मलबे खुद स्थानीय नागरिक हटा रहे हैं। कुछ लोगों अपने घरों को किसी तरह से व्यवस्थित करने में जुटे हुए हैं।

श्रीलंका में नहीं थम रहा विवाद, मॉब लिंचिंग का शिकार होते-होते बचे पीएम महिंदा राजपक्षे

श्रीलंका में पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे की गिरफ्तारी की मांग तेज होती जा रही है। बड़ी तादाद में प्रदर्शनकारियों ने उनके घर की तरफ कूच कर दिया.

महिंदा राजपक्षे पर सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे लोगों के विरुद्ध हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। इस हिंसा में अब तक कम से कम 8 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने ‘टेंपल ट्रीज’ में घुसने एक प्रयास किया। यह एक औपनिवेशिक युग की दो मंजिला इमारत है, जहां श्रीलंका के प्रधानमंत्री और उनका परिवार रहता है।

श्रीलंका में गंभीर आर्थिक संकट के बीच महिंदा राजपक्षे ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इस घटनाक्रम से कुछ घंटे पहले महिंदा राजपक्षे के समर्थकों ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला किया था, जिसके मद्देनजर पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया गया और राजधानी कोलंबो में सेना के जवानों को तैनात किया गया।

कोरोना रिटर्न: इस देश में घर से बाहर निकलने को तड़प रहे लोग, सरकार ने लगाईं सख्त पाबंदियां

चीन में पिछले तीन दिनों से कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. कई जिलों में जारी नोटिस में कहा गया कि निवासियों को घर में रहने का आदेश दिया गया है  इस अवधि के दौरान गैर-जरूरी आपूर्तियां प्राप्त करने पर रोक लगाई गई है।

यह स्पष्ट नहीं है कि किस वजह से नए सिरे से सख्ती बरतने की जरूरत पड़ी जबकि शहर में कोविड-19 के मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। शंघाई में बीते 24 घंटों के दौरान 3,947 नए मामले सामने आए और 11 लोगों की मौत हो गई। नए मामलों लगभग सभी में बीमारी के लक्षण नहीं थे।

शंघाई में लगातार 6 हफ्तों से लॉकडाउन जारी है। बताया जा रहा है कि यहां संक्रमण को रोकने के लिए प्रतिबंधों को और कड़ा किया गया है. हालांकि, इसे लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।

पिछले 24 घंटे में देश में 5,280 नए मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें 3,507 घरेलू केस हैं. मौजूदा लहर में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित जिलिन प्रांत है. इसके अलावा चीन का तकनीकी हब कहे जाने वाले शेनझेंग प्रांत में भी सख्त पाबंदियां लगा दी गई हैं. महामारी की वुहान से हुई शुरुआत के बाद से दूसरी बार ये सर्वाधिक मामले हैं.

‘विजय दिवस’ के मौके पर बोले राष्ट्रपति पुतिन-“1945 की तरह होगी हमारी जीत”, यूक्रेन सहित 15 देशों को भेजा संदेश

रूस आज यानी 9 मई को अपना विजय दिवस मना रहा है। सोमवार को 77वें विजय दिवस को संबोधित करते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में रूस की कार्रवाई की तुलना द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुई सोवियत लड़ाई से की।

उन्होंने कहा, यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई पश्चिमी देशों की नीतियों के खिलाफ सही समय पर दिया गया उचित जवाब है।दूसरे विश्व युद्ध के दौरान आज के ही दिन रूसी सैनिकों ने जर्मनी पर विजय हासिल की थी।रूस, यूक्रेन में अपनी मातृभूमि की रक्षा कर रहा है। उन्होंने कहा, यह हमारी जिम्मेदारी है कि हर वह चीज करें जिससे दुनिया में युद्ध फिर दोबारा न हो।

इस अवसर पर उन्होंने कहा है, ‘अपने पूर्वजों की तरह ही हमारे सैनिक मातृभूमि को नाजी से मुक्त करने के लिए लड़ रहे हैं। आज, हमारा कर्तव्य है नाजीवाद को रोकना, जिससे विभिन्न देशों के लोगों को बहुत पीड़ा हुई।” उन्होंने यह भी कहा है, “नई पीढ़ियां अपने पिता और दादा की स्मृति के योग्य हो सकती हैं।”

रूसी सेना अपने टैंक, मिसाइल के साथ अपने अत्याधुनिक हथियारों का प्रदर्शन करती है। इसी बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राजधानी मास्को में विजय दिवस पर एक महत्वपूर्ण भाषण दिया।

श्रीलंका में नहीं कम हो रहा आर्थिक संकट का सिलसिला, प्रदर्शनकारियों और सरकार के समर्थकों में हुई झड़प

श्रीलंका में गंभीर आर्थिक संकट चल रहा है, इसके चलते वहा की जनता भी भड़की हुई है और लोग इतना आक्रोशित हैं की सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है।कोलंबो के गॉल फेस इलाके में प्रदर्शनकारियों और सरकार के समर्थकों के बीच जोरदार झड़प हुई है। इस झड़प में 9 लोग घायल हुए हैं।

श्रीलंका के प्रधान मंत्री महिंदा राजपक्षे ने “किसी भी बलिदान” की आवश्यकता के लिए पेशकश की, यहां तक ​​​​कि उनके समर्थकों ने प्रधानमंत्री और उनके भाई, राष्ट्रपति की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों के साथ संघर्ष किया, स्वतंत्रता के बाद से देश के सबसे खराब आर्थिक संकट की मान्यता में इस्तीफा दे दिया।

स्थानीय टेलीविजन ने सोमवार को कोलंबो में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास के बाहर प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाए गए तंबुओं में आग लगाते हुए दिखाया। इसी तरह के दृश्य शहर के तटवर्ती सैरगाह के सामने खेले गए जहां राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग के लिए नागरिकों ने हफ्तों तक शांतिपूर्वक लाइन लगाई।

सऊदी अरब किंग सलमान बिन को लेकर आई बुरी खबर, अस्पताल में इस वजह से हुए भर्ती

सऊदी के अरब किंग सलमान बिन की अचानक तबियत बिगड़ गई है।  स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सऊदी अरब के 85 वर्षीय शासक, किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज को राजधानी रियाद में किंग फैसल स्पेशलिस्ट अस्पताल में भर्ती कराया है।

सऊदी अरब प्रशासन की ओर से जारी किए गए बयान के अनुसार, 2020 में किंग सलमान के पित्ताशय की थैली की सर्जरी कराई गई थी, मार्च में उनके पेसमेकर की बैटरी बदली गई थी।

किंग के पित्ताशय में फिर से सूजन की शिकायत मिली है। इसके बाद उन्हें परीक्षण के लिए अस्पताल ले जाया गया है। वह 2015 में दुनिया के सऊदी अरब के शासक बने थे।

सऊदी अरब में दशकों से महिलाओं के अधिकार समेत मानवाधिकार की स्थिति चिंताजनक थी। 2015 के बाद से ही किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज के आने के बादइन सभी परिस्थितियों में बदलाव आया है।