Friday , November 22 2024

विदेश

जो बाइडन और PM मोदी के बीच अगले माह होगी QUAD Summit, क्या चीन पर पड़ेगा इसका कोई प्रभाव ?

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन अगले महीने जापान की यात्रा करेंगे और टोक्यो में क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे।

बता दें कि इस साल यह दूसरी बार होगा जब दोनों नेता एक दूसरे से फिर मिलेंगे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने इसकी जानकारी दी है। जेन साकी ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए बाइडन-हैरिस प्रशासन की ठोस प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाना है।

जेन साकी ने कहा कि बाइडन दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल और जापान की प्रधानमंत्री किशिदा फुमियो के साथ भी द्विपक्षीय बैठक करेंगे। हमारे नेता महत्वपूर्ण सुरक्षा संबंधों को गहरा करने, आर्थिक संबंधों को बढ़ाने और व्यावहारिक परिणाम देने के लिए हमारे घनिष्ठ सहयोग का विस्तार करने के अवसरों पर चर्चा करेंगे।व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव इस यात्रा के बारे में जल्द ही और विवरण साझा करने के लिए तत्पर हैं।

अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारत और रूस के संबंधो पर दिया बयान कहा-“भारत ने जरूरत के चलते रूस से…”

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने अमेरिका और भारत के बीच बढ़ते सामरिक अभिसरण का हवाला देते हुए कहा कि भारत ने जरूरत के चलते रूस के साथ साझेदारी की थी क्योंकि अमेरिका उस समय भारत के साथ साझेदारी करने की स्थिति में नहीं था।

ब्लिंकन ने सांसदों से  को कहा, ” भारत की बात करें तो, उनके साथ संबंध दशकों पुराने हैं और भारत ने जरूरत के चलते रूस से साझेदारी की थी क्योंकि तब हम एक साझेदार बनने की स्थिति में नहीं थे।”

उन्होंने कहा, ” अब, हम इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। मुझे लगता है कि अमेरिका और भारत के बीच सामरिक अभिसरण बढ़ रहा है।” ‘सीनेट एप्रोप्रिएशन सबकमेटी ऑन स्टेट फोरेन ऑपरेशन’ की कांग्रेस में सुनवाई के दौरान सांसद विलियम हैगर्टी के एक सवाल के जवाब में ब्लिंकन ने कहा, ” यकीनन, चीन इसका बड़ा हिस्सा है।”

उन्होंने कहा, ” मुझे लगता है कि इस साझेदारी में सबसे महत्वपूर्ण और मूलभूत साझेदारियों में से एक बनने की क्षमता है…” ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने ” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय नेतृत्व के साथ सीधे जुड़ने के लिए काफी प्रयास किए हैं।” उन्होंने कहा, ” हमने क्वाड को बढ़ावा दिया, जो भारत को ऑस्ट्रेलिया, जापान और हमसे जोड़ता है।”

यूक्रेन से जारी जंग के बीच रूस ने उठाया बड़ा कदम, इस देश के लिए प्राकृतिक गैस की सप्लाई की बंद

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध 63वें दिन भी जारी है। यूक्रेन को कई बार आत्मसमर्पण करने की समय सीमा देने के बाद रूसी सैनिक मारियुपोल में लगातार बमबारी कर रहे हैं।

 संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। वहीं इसके बाद गुटेरेस  यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की के साथ बातचीत करने के लिए कीव जाएंगे।

रूस ने रोकी पोलैंड और बुल्गारिया को प्राकृतिक गैस की सप्लाई रूस ने पोलैंड और बुल्गारिया को बुधवार से अपनी प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बंद कर दी है। रूस ने यह कदम दोनों देशों द्वारा प्राकृतिक गैस के लिए रूबल में भुगतान करने से इनकार करने के बाद उठाया है।

गुटेरेस ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने युद्ध संकट पर स्पष्ट चर्चा की है और यह स्पष्ट है कि यूक्रेन में जो हो रहा है, उस पर दो अलग-अलग दृष्टिकोण हैं। महासचिव ने एक मानवीय संपर्क समूह की स्थापना का प्रस्ताव दिया जिसमें रूस, यूक्रेन और संयुक्त राष्ट्र शामिल हैं।

कराची यूनिवर्सिटी के पास हुए ब्लास्ट में 3 चीनी नागरिकों की मौत से भड़का ड्रैगन, दे दी ये चेतावनी

पाकिस्तान में कराची यूनिवर्सिटी के बाहर हुए धमाके में अपने 3 नागरिकों की मौत से चीन भड़क गया है।चीन ने पाकिस्तान को चेतवनी देते हुए उसे पाक में काम कर रहे चीनी नागरिकों की सुरक्षा बढ़ाने और कराची विश्वविद्यालय में हुए आत्मघाती हमले के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा।

चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर हुए ताजा हमले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि चीनी नागरिकों का खून यूं ही नहीं बहाया जा सकता और इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों से यकीनन इसकी कीमत वसूली जानी चाहिए।

पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी स्थित कराची विश्वविद्यालय में मंगलवार को बुर्का पहने एक आत्मघाती महिला हमलावर ने एक कार को विस्फोट कर उड़ा दिया जिसमें तीन चीनी नागरिकों और एक अन्य की मौत हो गई। विश्वविद्यालय में कन्फ्यूशियस इंस्टिट्यूट के पास हुए इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी सहायक विदेश मंत्री वू जियानघाओ ने चीन में पाकिस्तानी राजदूत को तत्काल फोन किया और गहरी चिंता जताई। प्रवक्ता ने बताया कि इस दौरान वू ने कहा की पाकिस्तानी पक्ष को तुरंत घटना की गहन जांच करनी चाहिए.

पाकिस्तान, ब्रिटेन और अमेरिका में प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन बीएलए के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह हमला ”ब्रिगेड की पहली महिला आत्मघाती हमलावर” शैरी बलूच उर्फ ब्रम्श ने किया था।

 

चीन से वायरल हो रहे ये डरावने वीडियो, बीजिंग के कुछ इलाकों में लगा लॉकडाउन तो कही कोविड टेस्ट हुआ अनिवार्य

शंघाई में बेकाबू कोरोना लहर के बाद चीन ने राजधानी बीजिंग में इसकी पुनरावृत्ति रोकने के लिए सारे संसाधन झोंक दिए हैं। चीन इस वक्त ओमिक्रॉन की लहर से जूझ रहा है।

चीन अपनी ‘जीरो कोविड नीति’ में बिल्कुल भी ढील देने के मूड में नहीं है जिसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है। सबसे बड़ा शहर शंघाई सख्त लॉकडाउन और संक्रमण से बढ़ती मौतों की दोहरी मार झेल रहा है।

कोरोना का डर इस कदर फैल चुका है कि बीजिंग के कुछ इलाकों में लॉकडाउन लगा दिया गया है और एक जिले में कोविड टेस्ट को अनिवार्य कर दिया गया है।

चीन नहीं चाहता है कि उसे शंघाई की तरह बीजिंग में भी लॉकडाउन करना पड़े। सोमवार को उसने बीजिंग के बिजनेस, विदेशी दूतावास वाले चाओयांग जिले में व्यापक कोरोना परीक्षण शुरू किया। पांच दिनी अभियान के तहत अस्थाई जांच केंद्रों पर सोमवार को लंबी कतारें नजर आईं।

 रात आठ बजे तक ही 37 लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट किए जा चुके थे। देर रात तक अधिकारियों ने बताया कि इनमें से करीब पांच लाख की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी थी। मंगलवार को भी टेस्ट जारी रहेंगे .

 ये जांच बुधवार और शुक्रवार को भी दोहराई जाएगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की मंगलवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार चीनी मुख्यभूमि में संक्रमण के स्थानीय प्रसार के 1,908 मामले सामने आए जिनमें से 1,661 मामले शंघाई से सामने आए।

एलन मस्क की ट्विटर को 44 बिलियन डॉलर में खरीदने की डील पर व्हाइट हाउस ने जताई इस बात की चिंता

टेस्ला के सीईओ और दुनिया के सबसे रईस शख्स एलन मस्क ने ट्विटर को 44 बिलियन डॉलर में खरीद लिया है. इस डील की चर्चा दुनियाभर में हो रही है. इसे लेकर व्हाइट हाउस ने भी प्रतिक्रिया दी है. हालांकि व्हाइट हाउस ने ट्विटर और एलन मस्क के बीच हुए सौदे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.

जेन साकी ने कहा कि “राष्ट्रपति बाइडन ने लंबे समय से गलत सूचना फैलाने के लिए ट्विटर सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की शक्ति के बारे में अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं और उन पर बात भी की है. यह चिंता अब भी कायम है.” उन्होंने कहा कि, “व्हाइट हाउस व्यक्तिगत लेनदेन पर कोई टिप्पणी नहीं करेगा.”

जेन साकी ने मीडिया को बताया कि, व्हाइट हाउस धारा 230 को रद्द करने की वकालत करता रहेगा, क्योंकि यह कानून ऑनलाइन कंपनियों को उपयोगकर्ताओं द्वारा पोस्ट की गई सामग्री पर जवाबदेही से बचाता है.

साकी ने कहा कि, “हम सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ नियमित रूप से जुड़े रहते हैं. यहा सिलसिला आगे भी जारी रहेगा, लेकिन इसकी बेहतरी के लिए जो कदम उठाए जा सकते हैं, वो उठाए जाएंगे.

श्रीलंका में एक बार फिर मचा बवाल, भारी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री निवास का घेराव किया

 ऐतिहासिक आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका में नागरिकों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब एक बार फिर भारी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री निवास घेर लिया है।

श्रीलंका में आर्थिक संकट के साथ सियासी संकट भी लगातार जारी है। अब आम नागरिकों के साथ विद्यार्थी व अन्य तमाम समूहों के लोग आंदोलन कर रहे हैं। विद्यार्थियों ने कोलंबो के विजेरामा मावथा क्षेत्र में स्थित प्रधानमंत्री निवास को घेर कर खूब नारेबाजी की।

श्रीलंका सरकार आर्थिक रूप से कंगाली के कगार पर है। श्रीलंका में आवश्यक वस्तुएं की कीमतें अत्यधिक बढ़ चुकी हैं और सरकार के पास सामान्य दिनचर्या के लिए महत्वपूर्ण वस्तुओं के आयात के लिए भी धन नहीं है।

इस कारण न सिर्फ ईंधन, दवाओं और बिजली की आपूर्ति भी प्रभावित हो गयी है। इस बीच अंतरिम सरकार गठन की मांग खारिज कर दिए जाने के कारण प्रधानमंत्री राजपक्षे के विरोध में प्रदर्शन तेज कर दिए गए हैं।

पिछले सप्ताह सरकार ने प्रदर्शनकारियों व विपक्ष से आंदोलन खत्म करने को कहा था किन्तु उनके प्रयास सफल नहीं हो सके। आंदोलनकारियों ने सरकार के इस्तीफे से कम कुछ भी स्वीकार करने से साफ इनकार कर दिया है।

फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव 2022 में Emmanuel Macron ने Elysee Palace पर तीसरी बार किया कब्जा

फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव 2022  में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने आधिकारिक निवास एलिसी पैलेस  पर अपना कब्जा बरकरार रखा है. मतदान समाप्त होने के कुछ ही मिनटों के भीतर परिणाम की आधिकारिक घोषणा हुई.

राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को विजेता घोषित कर दिया गया. राजधानी पेरिस में हजारों लोग मशहूर एफिल टॉवर के पास इकट्ठा होकर एक विशाल टेलीविजन स्क्रीन पर चुनावों के बारे में लाइव अपडेट देख रहे थे.

चुनाव परिणाम के बाद मैक्रों के समर्थकों ने जमकर जश्न मनाया. वहीं मरीन ले पेन समर्थकों में निराशा छा गई उन्होंने हूटिंग शुरू कर दी. राष्ट्रपति चुनाव में हिंसा की भी खबर सामने आई.वोटों के आरंभिक अनुमानों में मैक्रों को 58.8 फीसदी वोट मिले. उनकी प्रतिद्वंद्वी मरीन ले पेन केवल 41.2 प्रतिशत वोट हासिल कर सकीं.

फ्रांस में साल 2002 यानी 20 साल पहले केंद्रीय रिपब्लिकन पार्टी के जैक्स शिराक के फिर से चुने जाने के बाद यह पहली बार है कि एक फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने आधिकारिक निवास एलिसी पैलेस पर अपना कब्जा बरकरार रखा. मैक्रों देश में दूसरी बार पद संभालने वाले तीसरे राष्ट्रपति होंगे.

इतिहास रचने के बाद इमैनुएल मैक्रों अपनी पत्नी ब्रिगिट अपने बच्चों के साथ एफिल टॉवर के पास चैंप डे मार्स पर सजे मंच पर पहुंचे. राष्ट्रगान गाने के बाद मैक्रों ने पांच साल बाद फिर से उसी जगह लोगों को संबोधित किया.

दूसरी बार फ्रांस का राष्ट्रपति चुने जाने के बाद इमैनुएल मैक्रों ने अपने समर्थकों का धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, ‘धन्यवाद प्यारे दोस्तों, सबसे पहले धन्यवाद. आप सभी ने अगले पांच वर्षों के लिए मुझ पर अपना भरोसा जताया. मुझे पता है कि मैं आपका ऋणी हूं.’

 

 

WHO ने किया ये बड़ा खुलासा, कोरोना के बाद बच्चों के बीच तेज़ी से बढ़ रहा ‘हेपेटाइटिस’ का खतरा

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बच्चों में अज्ञात मूल के हेपेटाइटिस के लगभग 170 मामले दर्ज किए हैं, जिनमें से कम से कम एक की मौत की पुष्टि पहले ही हो चुकी है।

मामले 1 महीने से 16 साल की उम्र के हैं, जिनमें 17 बच्चों (लगभग 10%) को लीवर प्रत्यारोपण की आवश्यकता है। डब्ल्यूएचओ ने बताया कि 21 अप्रैल 2022 तक, डब्ल्यूएचओ यूरोपीय क्षेत्र के 11 देशों और अमेरिका के डब्ल्यूएचओ क्षेत्र के एक देश से अज्ञात मूल के तीव्र हेपेटाइटिस के कम से कम 170 मामले सामने आए हैं।

डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि यूनाइटेड किंगडम यानी ब्रिटेन जहां कोरोना अपने चरम पर है वहा बच्चों में एडेनोवायरस संक्रमण में वृद्धि देखी गई है लेकिन इनमें से किसी भी मामले में एक्यूट वायरल हेपेटाइटिस (हेपेटाइटिस वायरस ए, बी, सी, डी और ई) का कारण बनने वाले सामान्य वायरस का पता नहीं चला है।

पश्चिमी यूक्रेन में तैनात हुई ब्रिटेन की एसएएस स्पेशल फोर्सेस, जिससे रातों रात बढ़ी रूस की चिंता

रूस की शीर्ष जांच एजेंसी ने कहा कि वह एक रूसी मीडिया रिपोर्ट में किए गए उन दावों की जांच करेगी जिसमें आरोप लगाया गया था कि ब्रिटिश एसएएस स्पेशल फोर्सेस के लड़ाके को पश्चिमी यूक्रेन में तैनात किया गया है.

एक रूसी रक्षा सूत्र के हवाले से कहा कि एसएएस के करीब 20 सदस्यों को लवीव क्षेत्र में तैनात किया गया है. एक बयान में जांच समिति ने कहा कि वह रिपोर्ट की जांच करेगी, जिसमें कहा गया है कि इन्हें युद्ध में यूक्रेनी सेना की मदद करने के लिए भेजा गया है.

वहीं, ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, “हम स्पेशल फोर्सेस पर कोई टिप्पणी नहीं करते हैं.” ब्रिटेन ने कहा कि उसने इस साल की शुरुआत में स्थानीय सैनिकों को एंटी-टैंक हथियारों के इस्तेमाल की ट्रेनिंग देने के लिए सैन्य प्रशिक्षकों को यूक्रेन भेजा था, युद्ध शुरू होने से पहले 17 फरवरी को ब्रिटिश सरकार ने कहा था कि दूतावास की सुरक्षा में लगे सैनिकों को छोड़कर सभी सैनिकों को वापस बुला लिया है.

अभी यह स्पष्ट नहीं है कि रूसी जांच समिति ने इन दावों की जांच के लिए क्या कदम उठाने की योजना बनाई है, लेकिन नाटो बलों की यूक्रेन में संभावित उपस्थिति की जांच का तथ्य अहम है.