Friday , November 22 2024

विदेश

चीन ने कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच गुआंगझोऊ शहर को किया बंद, क्या फिर लगेगा लॉकडाउन ?

चीन के बंदरगाह शहर गुआंगझोऊ को, कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद  बंद कर दिया गया।चीन के शंघाई शहर में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। सोमवार को शंघाई में 26,087 मामले सामने आए , जिनमें से केवल 914 मामलों में संक्रमण के लक्षण दिखाई दिए। दो करोड़ 60 लाख की आबादी वाले शंघाई में कड़ा लॉकडाउन लगाया गया है.

हालांकि गुआंगझोऊ के लिए इस तरह के लॉकडाउन की घोषणा फिलहाल नहीं की गयी है। यह बंदरगाह शहर हांगकांग के उत्तर पश्चिम में स्थित है और यहां कई बड़ी कंपनियों के दफ्तर हैं। गुआंगझोऊ में सोमवार को संक्रमण के 27 नए मामले सामने आए।

वहां एक प्रदर्शनी केंद्र को अस्थायी अस्पताल में परिवर्तित किया जा रहा है। शहर के प्रवक्ता चेन बिन ने सोशल मीडिया में कहा कि केवल बहुत जरूरी होने पर ही नागरिक गुआंगझोऊ से जा सकते हैं, और इसके लिए जाने के 48 घंटे पहले की जांच रिपोर्ट में उनमें संक्रमण नहीं होने की पुष्टि होनी चाहिए।

पाकिस्तान: शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए पीटीआई के शाह महमूद कुरैशी का करना होगा सामना

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ संयुक्त विपक्ष की ओर सेदेश के अगले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार चुने गए। दूसरी ओर, सत्ता से बाहर की गई इमरान खान की पीटीआई ने शाह महमूद कुरैशी का नाम प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में आगे बढ़ाया है।

संयुक्त विपक्ष की बैठक में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह अध्यक्ष और देश के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने शहबाज का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया। जरदारी के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी देश के अगले विदेशमंत्री हो सकते हैं।

इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष ने 174 वोट हासिल किए थे। इससे शहबाज शरीफ का प्रधानमंत्री चुना जाना तय माना जा रहा है। वहीं, इमरान ने अपने समर्थकों का आह्वान किया है कि ‘आयातित सरकार’ के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन करें।

पाकिस्तान में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ ने देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए रविवार को पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी से मुलाकात की। तीन शीर्ष विपक्षी नेताओं के बीच बैठक यहां बिलावल हाउस में हुई।

एक बार फिर चीनी एयरक्राफ्ट ने ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में की घुसपैठ, ताइवान ने तैनात किया मिसाइल डिफेंस सिस्टम

 चीन के चार एयरक्राफ्ट ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में देखे गए हैं। चीनी विमान शेनयांग जे-11 लड़ाकू जेट, शानक्सी वाई-8, सीएआईसी डब्ल्यूजेड-10 हेलीकॉप्टर व एमआई-17 कार्गो हेलीकॉप्टर को ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में देखा गया।

इसके बाद ताइवान की ओर से चीनी विमानों को चेतावनी जारी की गई। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि, उसने अपने वायु रक्षा क्षेत्र की सुरक्षा के लिए मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात किया है। ताइवान का कहना है कि, अप्रैल महीने में ही यह सातवीं बार है जब चीनी विमान ताइवान के वायु क्षेत्र में देखे गए हैं।

चीन लंबे समय से ताइवान पर अपना दावा करता आया है। पिछले कुछ महीनों में ताइवान पर चीन ज्यादा आक्रामक हुआ है। कई बार चीनी विमान ताइवान के रक्षा क्षेत्र में घुसपैठ कर चुके हैं। चीन, ताइवान और अमेरिका के बीच बढ़ रही नजदीकियों से भी चिंतित है। चीन का कहना है कि, अगर ताइवान और चीन के बीच कोई तीसरा देश आता है तो इसके अंजाम बुरे हो सकते हैं।

Pakistan: अविश्वास प्रस्ताव के बाद इमरान खान हुए सत्ता से बाहर, शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री पद के लिए नामांकित

पाकिस्तान की सियासत में  काफी उठापटक हुई। अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से बचने के लिए संसद के स्पीकर, डिप्टी स्पीकर ने अपने पद तक से इस्तीफा दे दिया।इसके बाद रात करीब 12ः40 पर मतदान हुआ और विपक्ष के पक्ष में 174 वोट पड़े। इसी के साथ इमरान खान सत्ता से बाहर हो गए। नेशनल असेंबली का अगला सत्र सोमवार को बुलाया गया है।

 

इमरान खान 2018 में नए पाकिस्तान के नारे से सत्ता में आए थे। जल्द ही पाकिस्तान लौट सकते हैं नवाज शरीफ इमरान खान की सरकार गिरने के बाद अब जल्द ही पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ वापस लौट सकते हैं। वह लंबे समय से देश से बाहर हैं।

पीटीआई की महिला समर्थक हिरासत में अविश्वास प्रस्ताव हारने के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की महिला समर्थकों को हिरासत में लिया गया है। दरअसल, ये महिलाएं अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ सदन के बाहर नारेबाजी कर रही थीं। वहीं विपक्षी पार्टियों के समर्थकों ने देर रात तक सदन के बाहर जश्न मनाया।

आज होगा नए प्रधानमंत्री के लिए नामांकन इमरान खान की सरकार गिरने के बाद विपक्ष को नया प्रधानमंत्री नामित करने के लिए रविवार को ही नामांकन पत्र दाखिल करना होगा। विपक्ष दोपहर दो बजे तक नामांकन दाखिल कर सकता है, इसकी जांच दोपहर तीन बजे की जाएगी। इसके बाद 11 अप्रैल को दोपहर दो बजे सदन में नए प्रधानमंत्री को लेकर फिर से बैठक होगी।

Pakistan political crisis: अविश्वास प्रस्ताव की कार्यवाही के बीच हुआ जबरदस्त हंगामा, संसद को किया गया स्थगित

पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव पर आज नेशनल असेंबली में मतदान होना है। इससे पहले उन्होंने देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि, हमारे देश के लिए मेरा संदेश है कि मैं आखिरी गेंद तक पाकिस्तान के लिए हमेशा लड़ता रहा हूं और लड़ता रहूंगा।

दरअसल, देश में जारी सियासी घमासान के बीच इमरान खान को सुप्रीम कोर्ट से तगड़ा झटका लगा था। कोर्ट ने संसद की कार्यवाही को गलत बताते हुए आदेश दिया था कि, इमरान खान को अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना होगा।

पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की बेटी ने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर नेशनल असेंबली में गतिरोध के बीच इमरान खान को मनोरोगी बताया है। उन्होंने कहा, ‘मामला पूरी तरह से गतिरोध में ला दिया गया है। 22 करोड़ का देश अब बिना सरकार के है। संविधान का यह घोर उल्लंघन और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना हो रही।’

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘एक व्यक्ति जो अब अपने होश में नहीं है, उसे कहर बरपाने और पूरे देश को नीचे लाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। यह कोई मजाक नहीं है। उसे पीएम या पूर्व पीएम के रूप में नहीं माना जाना चाहिए, उसे एक मनोरोगी के रूप में माना जाना चाहिए जो सिर्फ खुद को बचाओ और पूरे देश को बंधक बना रहा है।’

अविश्वास प्रस्ताव पर संसद की कार्यवाही शुरू हो चुकी है। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कुछ ही सांसद नेशनल असेंबली में मौजूद हैं। जबकि, विपक्ष की सीटें भरी हुई हैं।

Ukraine Russia War: यूक्रेन की लड़कियों को बलात्कार से बचाने के लिए जबरन करवाया जा रहा ये काम

रूस और यूक्रेन के युद्ध को 40 दिन से भी ज्यादा समय हो चुका है. रूस का पिछले कुछ दिनों में बर्बर चेहरा सामने आया है. उसने यूक्रेन के शहरों में हमले तेज कर दिए हैं. लड़कियों पर भी अत्याचार की खबरें हैं. इस बीच यूक्रेन की राजधानी कीव से 50 मील दूर इवानकीव में लड़कियां के जबरदस्ती बाल कटवाए जा रहे हैं.

बेसचस्ना ने रूस के सैनिकों की बर्बरता के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि इस इलाके के एक गांव की दो बहनों के साथ बलात्कार किया गया. उन्होंने कहा कि दोनों बहनों को बेसमेंट से उनके बालों को पकड़कर निकाला गया था.

आईटीवी न्यूज ने बेसचस्ना के हवाले से कहा, ‘महिलाओं को उनके बाल पकड़कर बेसमेंट से निकाला गया ताकि वे उन्हें गाली दे सकें. लड़कियों ने अब अपने बाल छोटे कराने शुरू कर दिए हैं, ताकि वे कम आकर्षक लगें और कोई उन्हें ना देखे.’ उन्होंने आगे कहा, ‘एक गांव में ऐसा मामला सामने आया था, जिसमें एक गांव में दो बहनों (15 और 16 साल की) के साथ रेप किया गया.’

बुचा में, मेयर अनातोली फेडोरुक ने कहा है कि जांचकर्ताओं को ऐसी तीन जगह मिली हैं, जहां सामूहिक तौर पर नागरिकों को गोली मारी गई है. पार्कों, यार्ड और शहरों के चौराहों पर शव मिल रहे हैं, जिनमें से 90% को गोली मार दी गई थी.

 

बूचा नरसंहार मुद्दे पर मानवाधिकार परिषद में घिरा रूस, तो चीन ने पहली बार खुलकर दिया मित्र का साथ

बूचा में नरसंहार के मुद्दे पर अमेरिका समेत कई अन्य देशों ने रूस को शुरू से घेरने की कोशिश की. इसके लिए ये सभी देश रूस को संयुक्त राष्ट्र महासभा के मानवाधिकार परिषद से बाहर करने का प्रस्ताव लेकर आए.

इसमें रूस के खिलाफ कई वोट पड़े और उसे मानवाधिकार परिषद से बाहर करने को मंजूरी मिल गई. बेशक ज्यादा वोट रूस के खिलाफ पड़े और इस वजह से उसे मानवाधिकार परिषद से बाहर कर दिया गया, लेकिन इस बार मॉस्को के साथ खड़े होने वाले देशोें की संख्या भी बढ़ी. चीन ने पहली बार खुलकर रूस का साथ दिया और उसके पक्ष में वोट किया. कुल 24 देश रूस के साथ खड़े दिखे.

वोटिंग के दौरान भारत ने एक बार फिर अपना वही नजरिया जारी रखा और वोटिंग में शामिल नहीं हुआ. भारत समेत 58 देश ऐसे रहे जिन्होंने वोटिंग नहीं की. भारत के अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, ब्राजील, इंडोनेशिया, घाना, इराक, कुवैत, नेपाल, मलेशिया, मालदीव, सूरीनाम, सिंगापुर समेत कुल 58 देशों ने मतदान नहीं किया.

 

युद्ध के 44वें दिन रूस ने यूक्रेन के पूर्वी शहर के रेलवे स्टेशन पर दागा रॉकेट, हादसे में 30 लोगों की मौत

रूस-यूक्रेन युद्ध का आज 44वां दिन है. शुक्रवार को रूस ने यूक्रेन के पूर्वी शहर क्रामाटोर्स्क में एक रेलवे स्टेशन पर रॉकेट से हमला किया है. इस हादसे में कम से कम 30 लोगों की मौत होने की खबर है. 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.

यूक्रेन के रेलवे प्रमुख ने बताया कि नागरिकों को निकालने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे रेलवे स्टेशन पर रॉकेट हमले में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई. दोनेस्त्क क्षेत्र के गवर्नर ने कहा, ‘रॉकेट हमले के वक्त हजारों नागरिक, वहां से जाने का इंतजार करते हुए रेलवे स्टेशन पर मौजूद थे.’

रूसी सैनिकों के हमलों के बाद यूक्रेन के कई शहरों में इमारतें, सड़कें और यातायात के साधन तबाह हो गए हैं. जबकि आम नागरिकों की मौत के मामलों में भी लगातार इजाफा हो रहा है, जिसकी दुनियाभर में निंदा की जा रही है.

यूक्रेन के पूर्व और दक्षिण शहरों में रूस की गोलाबारी जारी है. रूस की सेना रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण शहर इजियम से दक्षिण में आगे बढ़ गई है, जो मास्को के नियंत्रण में है.

ऑर्गन ट्रांसप्लांट करने की फिराक में चीन, मौत की सजा पाए कैदियों के शरीर से निकाले जाएँगे अहम अंग

चीन से एक दिल-दहला देने वाली रिपोर्ट सामने आई है। यहां सैकड़ों की संख्या में सर्जन्स और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों पर मौत की सजा पाए कैदियों के दिल और अहम अंग निकालने और उन्हें मरता छोड़ने के आरोप लगे हैं।

एक एकेडमिक पेपर में खुलासा हुआ है कि डॉक्टर यह काम कैदी को सजा दिए जाने से पहले ही कर लेते थे। यानी फांसी या मौत के इंजेक्शन दिए जाने से पहले ही जेल में कैदी की मौत हो चुकी होती थी।

अमेरिकन जर्नल ऑफ ट्रांसप्लांटेशन में छपी ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी की रिसर्च में इशारा किया गया है कि यह हरकत चीन के सर्जन्स की ओर से ही की गई है। दुनियाभर में ऑर्गन ट्रांसप्लांट को कानूनी वैधता तभी मिलती है, जब इसके लिए पहले से अंग दान करने वाले व्यक्ति की संस्तुति ले ली जाती है।

इस स्टडी में शामिल रहे पीएचडी रिसर्चर मैथ्यू रॉबर्टसन के मुताबिक, चीनी सर्जन्स ने फायरिंग स्कवॉड या इंजेक्शन के जरिए मारे जाने वाले कैदियों का फायदा उठाने के लिए पहले ही उनके अहम अंगों को निकालने का काम किया, जिससे उनकी मौत सजा मिलने से पहले ही निश्चित हो जाती थी।

चीन ने साइबर जासूसी अभियान के तहत एक बार फिर भारत के बिजली सेक्टर को बनाया निशाना, किया ये…

इंटेलीजेंस फर्म ‘रिकॉर्डेड फ्यूचर इंक’ ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि चीन ने साइबर जासूसी अभियान के तहत भारत के बिजली सेक्टर को निशाना बनाया है. ‘रिकॉर्डेड फ्यूचर’ की रिपोर्ट के हवाले से ब्लूमबर्ग में प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि उत्तर भारत के कम से कम 7 लोड डिस्पैच सेंटर्स चीन की सरकार द्वारा प्रायोजित हैकर्स के निशाने पर थे.

इन लोड डिस्पैच सेंटर्स का काम पूरे लद्दाख और यहां चीन सीमा के पास मौजूद इलाकों में ग्रिड नियंत्रण और बिजली पहुंचाने के लिए रियल टाइम ऑपरेशनों को अंजाम देना है.

इन लोड डिस्पैच सेंटर्स में से एक पर पहले भी हैकिंग ग्रुप RedEcho द्वारा अटैक किया जा चुका है. रिकॉर्डेड फ्यूचर की रिपोर्ट के मुताबिक ये हैकर्स एक बड़े हैकिंग ग्रुप से संबंध रखते हैं. वहीं, अमेरिका भी मानता है कि हैकिंग ग्रुप का सीधा संबंध चीनी सरकार से है.

रिपोर्ट के मुताबिक, यह सॉफ्टवेयर पहले चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी और डिफेंस मिनिस्ट्री इस्तेमाल कर चुके हैं. रिकॉर्डेड फ्यूचर की रिपोर्ट का कहना है कि डिस्पैच सेंटर्स को निशाना बनाकर महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के आसपास की जानकारी एकत्र की गई होगी या फिर भविष्य में कहां क्या योजनाएं बनाई जा रही हैं.