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विदेश

यूक्रेन पर परमाणु हमला करने के लिए तैयार हुआ रूस, पुतिन के इस कदम से क्या अमेरिका होगा अलर्ट

 रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध को लेकर बेलारूस से राहत देने वाली खबर आई है। साढ़े तीन घंटे चली वार्ता में दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों में युद्धविराम को लेकर कुछ बिंदुओं पर सहमति बनी है।

इसलिए जल्द ही दूसरे दौर की वार्ता हो सकती है। जिन बिंदुओं पर दोनों देशों की सहमति बनी है, उन्हें अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल वार्ता परिणामों की जानकारी देने के लिए मास्को और कीव लौट गए हैं।

इधर परमाणु हथियारों के लिए जिम्मेदार रणनीतिक बल को हाई अलर्ट पर लाने के बाद रूस ने सोमवार को एटम बमों से लैस मिसाइलों को हमले के लिए तैयार रखने का आदेश दे दिया।

पुतिन के जवाब में अमेरिका ने भी अपने परमाणु हथियारों को संभालने वाली यूनिट को अलर्ट कर दिया है। यही नहीं रूस के कदम से सतर्क हुए अमेरिका ने मास्को के अपने दूतावास से अतिरिक्त कर्मियों और परिवारों को वापस भेजने के लिए कहा है।

World Taekwondo ने रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दिया तगड़ा झटका, 9वीं डैन ब्लैक बेल्ट को वापस लेने का किया फैसला

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इन दिनों दुनिया भर के देशों के निशाने पर हैं।   फुटबॉल जगत में फीफा सहित यूईएफए ने रूस पर बैन लगा दिया है। कई और खेलों से जुड़े संगठनों ने भी ऐसी ही कार्रवाई की है। इस बीच पुतिन को लेकर वर्ल्ड ताइक्वांडो ने बड़ा ऐलान किया है।

वर्ल्ड ताइक्वांडो ने यूक्रेन पर हमला करने के लिए पुतिन को दी गई मानद ताइक्वांडो ब्लैक बेल्ट की उपलब्धि छीन ली है। वर्ल्ड ताइक्वांडो ने ट्विटर पर इसकी घोषणा की।

इसमें आगे कहा गया, ‘इस संबंध में, वर्ल्ड ताइक्वांडो ने नवंबर 2013 में व्लादिमीर पुतिन को प्रदान की गई मानद 9वीं डैन ब्लैक बेल्ट को वापस लेने का फैसला किया है।’

प्रतिबंधों को और सख्त करते हुए वर्ल्ड ताइक्वांडो ने कहा कि वह रूस और बेलारूस में ताइक्वांडो कार्यक्रमों का आयोजन या उसे मान्यता नहीं देगा। वर्ल्ड ताइक्वांडो की घोषणा का सोशल मीडिया यूजर्स और इस खेल का अभ्यास करने वालों कई लोगों ने स्वागत किया है।

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने भी यूक्रेन पर हमला करने के लिए रूस को अलग थलग करने और उसकी निंदा करने के लिये बड़ा कदम उठाते हुए सोमवार को सभी खेल निकायों से रूसी खिलाड़ियों और अधिकारियों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से बाहर करने का आग्रह किया।

 

रूस से जारी युद्ध के बीच Google ने इन टूल्स को अस्थाई तौर पर यूक्रेन में किया बंद व लिया ये बड़ा फैसला

यूक्रेन और रूस के बीच भीषण जंग जारी है.अल्फाबेट इंक के गूगल ने  पुष्टि की कि उसने यूक्रेन में कुछ गूगल मैप्स टूल्स को अस्थायी रूप से डिसेबल कर दिया है. इस गूगल मैप टूल्स  के माध्यम से लोगों को ट्रैफिक की स्थिति को लेकर लाइव जानकारी और सूचना मिलती है. टेक कंपनी का कहना है .

गूगल मैप लाइव ट्रैफिक डेटा के जरिए इस बात की जानकारी मिलती है कि कहां किस तरह की व्यस्तता है और ट्रैफिक की स्थिति क्या है. कंपनी ने कहा कि उसने क्षेत्रीय अधिकारियों सहित दूसरे सोर्स से बातचीत करने और परामर्श करने के बाद देश में इस गूगल फीचर को बंद करने का फैसला लिया है. कंपनी ने ग्लोबली यूक्रेन के लिए फिलहाल इस सेवा को अस्थायी तौर पर बंद किया है.

कुछ इसी तरह का फैसला मेटा ने भी अपने फेसबुक प्लेटफॉर्म के लिए लिया है. फेसबुक ने रूस के किसी भी मीडिया हाउस के फेसबुक को इस्तेमाल करते हुए कमाई करने पर रोक लगा दी है. बता दें कि रूस सैनिकों की ओर से किए जा रहे हमले में यूक्रेन में कई लोग हताहत हुए हैं. रूस की सेना लगातार यूक्रेन के सैन्य ठिकानों को निशाना बना रही है.

आर्थिक प्रतिबंधों को क्यों तवज्जो नहीं दे रहा है रूस? क्या गुरिल्ला युद्ध छेड़ने की फिराक में हैं राष्ट्रपति पुतिन

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के प्रतिनिधि बिना शर्त बेलारूस की सीमा पर चर्चा करने को राजी हैं। रूस ने इसके साथ यूक्रेन में तीसरे चरण के अभियान की शुरुआत कर दी है।

यह स्थिति राष्ट्रपति जेलेंस्की के यूक्रेन छोड़कर न भागने और अंतिम समय तक लड़ने का हौसला दिखाने के बाद आई है। दूसरा संदेश अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने आर्थिक प्रतिबंधों पर सफाई और इस सैन्य कार्रवाई को तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा बताकर दिया है। तीसरी सूचना इटली समेत तमाम देशों द्वारा यूक्रेन को सैन्य और आर्थिक सहायता देने की है।

कीव, खारकीव समेत यूक्रेन के तमाम शहरों से खबर आ रही है कि वहां नागरिकों ने हथियार उठाकर प्रतिरोध तेज कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकारों का कहना है कि रूस इस स्थिति से बचना चाहता है।

बड़ा सवाल यह भी है कि जब तक अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस जैसे बड़े देश अभियान में शामिल नहीं होते, यूक्रेन तक सैन्य मदद पहुंचाना भी मुश्किल है। रूस ने यूक्रेन को जमीन, आसमान, जल जैसे सभी रास्तों से घेर रखा है। सब कुछ निगहबानी में है। ऐसे में नागरिकों का संघर्ष या गुरिल्ला वार ही अंतिम विकल्प है।

Ukraine को चारो तरफ से घेरने की Russia ने बनाई तैयारी, अब युद्ध में रूस की मदद के लिए बेलारूस भेजेगा सेना

यूक्रेन ने रूस को पिछले चार दिनों से कीव के बाहर रोक कर रखा है। इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि, अगले 24 घंटे यूक्रेन के लिए सबसे कठिन होने वाले हैं।

बेलारूस में थोड़ी देर में शुरू होगी वार्ता रूस-यूक्रेन के बीच बातचीत शुरू होने से पहले रूसी सेना ने हमले की रफ्तार धीमी कर दी है। इसकी पुष्टि यूक्रेनी सेना की ओर से की गई है। बेलारूस में किसी भी पल दोनों देशों के बीच वार्ता शुरू हो सकती है।

कीव में हटाया गया वीकेंड कर्फ्यू यूक्रेन की राजधानी कीव में वीकेंड कर्फ्यू हटा लिया गया है। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की है। छात्रों से कहा गया है कि, सुरक्षित निकासी के लिए विशेष ट्रेनें तैयार की गई हैं। इनके माध्यम से सभी छात्रा यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्रों में शरण ले लें, जिससे उनकी निकासी की व्यवस्था की जा सके।

सिंधिया, वीके सिंह और रिजिजू समेत चार मंत्री भेजे जाएंगे सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरण रिजिजू व जनरल वीके सिंह निकासी मिशन के समन्वय और छात्रों की मदद करने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों की यात्रा करेंगे।

अमेरिका, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन ने आखिरकार इस ब्रह्मास्त्र के जरिए रूस पर किया वार, 63,000 करोड़ डॉलर की संपत्तियों को किया फ्रीज

अमेरिका, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन ने रूस पर और आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं। रूस के कुछ बैंकों को स्विफ्ट सिस्टम से बाहर किया गया है। रूस के सेंट्रल बैंक को भी स्विफ्ट सिस्टम से बाहर किया गया।उसकी 63,000 करोड़ डॉलर की संपत्तियों को फ्रीज किया गया है।

 पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, प्रतिबंध नहीं लगाने पर अंतिम विकल्प तीसरा विश्वयुद्ध शुरू करने का बचेगा। ईयू आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन के अनुसार प्रतिबंधों से रूसी बैंक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लेन-देन नहीं कर पाएंगे, जिससे उसके आयात-निर्यात पर असर पड़ेगा।

स्विफ्ट के विकल्प हैं, लेकिन सीमित

  • स्विफ्ट के अलावा फेडवायर, रिपल, एसपीएफएस, चिप्स आदि सिस्टम भी विकल्प हैं, लेकिन सीमित स्तर पर।
  • इनके मुकाबले स्विफ्ट बेहद बड़ा है, इसे 11 देश और वहां के केंद्रीय बैंक मिलकर बेल्जियम से चलाते हैं।
  • रूस के लिए एसपीएफएस अस्थायी विकल्प बन सकता है। 2014 में क्रीमिया छीनने के बाद इसे रूस ने स्विफ्ट के मुकाबले तैयार किया था।

 रूसी बैंक पहले ही अमेरिका से प्रतिबंधित हैं। तेल व गैस के लिए होने वाले लेन-देन को प्रतिबंध से बाहर रखा गया। रूस इसी से 40 प्रतिशत राजस्व पाता है, लिहाजा ताजा प्रतिबंध ज्यादा प्रभावी नहीं माने जा रहे। विशेषज्ञों के अनुसार व्यापक वित्तीय प्रतिबंधों का ही असर होता है। 2012 में अमेरिका ने ईरान को स्विफ्ट सिस्टम से पूरी तरह बाहर किया। उसका 50 प्रतिशत तेल निर्यात राजस्व बंद हुआ, कुल 30 प्रतिशत विदेशी कारोबार भी खत्म हो गया।

यूक्रेन की मदद के लिए आगे आए एलन मस्क, एक गुहार के बाद सीधे अंतरिक्ष से यूँ भेजी मदद

रूस के हमलों का सामना कर रहे यूक्रेन की मदद के लिए दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति ने कदम बढ़ाए हैं। यूक्रेन की एक गुहार पर एलन मस्क ने सीधे अंतरिक्ष से ही मदद भेज दी है।

दरअसल, रूसी साइबर हमलों में यूक्रेन की राजधानी कीव समेत पूर्वी व दक्षिणी शहरों में इंटरनेट सर्विस डाउन हो गई थी। इसके बाद यूक्रेन ने मस्क से मदद मांगी, जिसके बाद तुरंत ही उन्होंने अपनी स्टारलिंक सर्विस को यूक्रेन में एक्टिव कर दिया।

ट्वीट में लिखा गया था कि, एलन मस्क आप मंगल पर घर बनाने की योजना बना रहे हैं, यहां रूस यूक्रेन पर कब्जा कर रहा है। आपके रॉकेट अंतरिक्ष से सफलतापूर्वक लैंड कर रहे हैं, लेकिन रूसी रॉकेट यूक्रेन में आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। हम आपसे प्रार्थना करते हैं कि हमें यूक्रेन में स्टारलिंक स्टेशन मुहैया कराएं, जिससे हम रूस का सामना कर सकें।

यूक्रेनी नेता की ओर से आए इस ट्वीट का एलन मस्क ने तुरंत जवाब दिया। उन्होंने लिखा, स्टारलिंक सर्विस अब यूक्रेन में एक्टिव है। कई अन्य टर्मिनल रास्ते में हैं।

रूस के विरोध में उतरा YouTube, 26 रूसी YouTube चैनलों के खिलाफ उठाया ये बड़ा कदम…

रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे महायुद्ध के बीच रूस को यूट्यूब से भी अब बड़ा झटका मिला है. अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों की तरह अब यूट्यूब भी रूस के विरोध में उतर आया है.

पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यूट्यूब ने रूसी मीडिया संस्थान RT को उनकी वीडियो पर विज्ञापनों से होने वाली आय पर रोक लगा दी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस को दिसंबर 2018 तक दो साल में 26 YouTube चैनलों के विज्ञापनों से 7 मिलियन से 32 मिलियन डॉलर का लाभ पहुंचा था. ऐसे में रूस सरकार के लिए यूट्यूब का यह कदम एक बड़ा झटका है.

जिसमें यूरोपीय संघ के हाल के प्रतिबंधों में कई रूसी चैनल भी शामिल हैं. जैसा कि जानकारी हो वीडियो पर विज्ञापन को यूट्यूब द्वारा ही कंट्रोल किया जाता है.

यूरोपीय संघ ने मार्गरीटा सिमोनियन सहित कुछ व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी. मार्गरीटा सिमोनियन RT की प्रधान संपादक रूसी प्रोपेगेंडा की ‘एक प्रमुख हस्ती’ है. फिलहाल आरटी सिमोनियन की कोई टिप्पणी नहीं आई है.

इस कड़ी में यूक्रेन के डिजिटल मंत्री मायखाइलो फेडोरोव ने ट्वीट किया था कि उन्होंने यूट्यूब से Russia24, TASS, RIA Novosti जैसे रूसी प्रोपेगेंडा चैनलों को ब्लॉक करने के लिए संपर्क किया था. बता दें, रूस ने फेसबुक को आंशिक रूप से प्रतिबंधित किया हुआ है.

यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में दाखिल हुई रूसी सेना, ये होगा पुतिन का अगला ‘मास्टर प्लान’

रूस-यूक्रेन के छिड़ी जंग का आज चौथा दिन है। कीव पर कब्जे के लिए रूस ने हमले और भी ज्यादा तेज कर दिए हैं। रूसी हमलों में अब तक सैंकड़ों नागरिकों के मारे जाने की खबर है।

 जर्मनी ने रूसी विमानों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है।यूक्रेन ने रखी शर्त रूस की ओर से बातचीत की पेशकश और बेलारूस में प्रतिनिधमंडल भेजे जाने के बाद यूक्रेन ने शर्त रखी है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है कि, हम बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन बेलारूस में नहीं। यह बातचीत कहीं और होगी। इससे पहले रूस की ओर से शर्त रखी गई थी कि जब तक यूक्रेन आत्मसमर्पण नहीं करता है, तब तक बातचीत संभव नहीं है।रूस ने यूक्रेन के दो बड़े शहरों का किया घेराव रूस की ओर से दावा किया गया है कि, उसने यूक्रेन के दो बड़े शहरों का घेराव कर लिया है। इसमें से एक शहर दक्षिण और दूसरा दक्षिण-पूर्व में है। इस बीच यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में रूसी सेना के दाखिल होने की भी खबर सामने आई है।

थमने का नाम नहीं ले रहा रूस-यूक्रेन युद्ध, कीव एयरपोर्ट के पास हुआ बड़ा धमाका कई इमारतों को हुआ नुकसान

रूस-यूक्रेन सीमा पर पिछले दो दिनों से लगातार युद्ध चल रहे है.यूक्रेन पर रूस की तरफ से छोड़े गए मिसाइलों के कारण 137 लोगों की मौत हो गई है जबकि यूक्रेन ने भी दावा किया है कि उन्होंने रूस के 800 सैनिक को मार गिराया है.

यूक्रेन इस वक्त अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. ज्यादा से ज्यादा लोग अपने परिवार और करीबी की जान बचाकर भाग जाना चाहते हैं. इस बीच यहां की सरकार ने देश में बन रहे तनावपूर्ण हालात को देखते हुए18-60 साल के सभी पुरुषों को देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है.

दूसरी ओर कीव में अधिकारियों ने दशकों में सबसे गहरे यूरोपीय सुरक्षा संकट के दौरान रूसी सेना को आगे बढ़ने से रोकने और राजधानी की रक्षा करने में नागरिकों से मदद का आग्रह किया.

सर्गेई न्याकिफोरोव ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, “यूक्रेन युद्धविराम और शांति के बारे में बात करने के लिए तैयार था और रहेगा. प्रवक्ता ने बाद में कहा कि यूक्रेन और रूस बातचीत के लिए जगह और समय पर चर्चा कर रहे हैं.