Friday , November 22 2024

विदेश

यूक्रेन-रूस के बीच हुई युद्ध की शुरुआत, भारी गोलाबारी के बाद घरों में कैद हुए लाखों लोग किसी भी वक्त हो सकता है…

यूक्रेन-रूस अब जंग के मुहाने पर पहुंच गया है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है. पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई का ऐलान करते हुए कहा कि यूक्रेन-रूस के युद्ध को टाला नहीं जा सकता.

  • व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई का आदेश दिया
  • यूक्रेन के बॉर्डर पर करीब डेढ़ लाख रूसी सैनिक तैनात हैं
  • यूक्रेन की राजधानी कीव समेत तीन जगह धमाके की आवाज सुनी गई
  • संकट के बीच यूक्रेन सरकार ने देश में इमरजेंसी लागू की
  • यूक्रेन से स्पेशल फ्लाइट के जरिये भारतीय स्टूडेंट्स का लौटना जारी

मॉस्को एक्सचेंज ने सभी बाजारों में कारोबार को सस्पेंड कर दिया है. रूस-यूक्रेन संकट का असर दुनियाभर के मार्केट पर देखने को मिल रहा है.यू्क्रेन में मार्शल लॉ लगाया गया है. यूक्रेनियन नेताओं ने लोगों से नहीं घबराने की अपील की है और कहा है यूक्रेन लड़ेगा और जीतेगा.

रूस के यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई के आदेश के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि दुनिया रूस को जवाबदेह ठहराएगी. बाइडेन ने कहा कि इस हमले से होने वाली मौतों और विनाश के लिए केवल रूस ही जिम्मेदार है. अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी और सहयोगी एकजुट और निर्णायक तरीके से जवाब देंगे.

रूस के सैन्य कार्रवाई के आदेश के बाद, यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा कि यूक्रेन अपना बचाव करेगा और जीतेगा. विदेश मंत्री ने कहा, “पुतिन ने अभी-अभी यूक्रेन पर आक्रमण शुरू किया है. यूक्रेन के शांतिपूर्ण शहरों पर हमले हो रहे हैं. ये आक्रामकता का युद्ध है. दुनिया पुतिन को रोक सकती है और उसे ऐसा करना भी चाहिए. अब कार्रवाई करने का समय है.”

 

रूस-यूक्रेन की जंग से भारत को आखिर क्या होगा नुक्सान, जानकर आपके भी उड़ जाएगे होश !

यदि रूस यूक्रेन के बीच जंग हुए तो इस संकट के झटके भारत में भी आम आदमी द्वारा महसूस किए जाने की संभावना है क्योंकि आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि तय है. जबकि रूस यूक्रेन के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है.

वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव पड़ने की आशंका बढ़ गई है. यदि दोनों देशों के बीच जंग हुई तो प्राकृतिक गैस से लेकर गेहूं तक कीमतें बढ़नी तय है. विशेषज्ञों का मानना ​​है कि निकट भविष्य में विभिन्न पदार्थों की कीमतों में इजाफा होगा.

यूक्रेन-रूस संकट ने कच्चे तेल की कीमत को 96.7 डॉलर प्रति बैरल पहुंचा दिया है, जो सितंबर 2014 के बाद से सबसे अधिक है. रूस कच्चे तेल के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है.

अतीत में कच्चे तेल की ऊंची कीमतों ने पूरे भारत में पेट्रोल डीजल की कीमतों में वृद्धि में योगदान दिया है. देश ने 2021 में ईंधन की कीमतों के मामले में रिकॉर्ड ऊंचाई देखी है. यदि रूस-यूक्रेन संकट जारी रहता है, तो भारत पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि देख सकता है.

यदि काला सागर क्षेत्र से अनाज के प्रवाह में रुकावट आती है, तो विशेषज्ञों को डर है कि इसका कीमतों ईंधन खाद्य मुद्रास्फीति पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है. रूस दुनिया का शीर्ष गेहूं निर्यातक है जबकि यूक्रेन गेहूं का चौथा सबसे बड़ा निर्यातक है. दोनों देशों का गेहूं के कुल वैश्विक निर्यात का लगभग एक चौथाई हिस्सा है.

रूस पर प्रतिबंधों की आशंकाओं के बीच, पैलेडियम, ऑटोमोटिव एग्जॉस्ट सिस्टम मोबाइल फोन में इस्तेमाल होने वाली धातु की कीमत हाल के हफ्तों में बढ़ गई है. पैलेडियम का दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक देश है.

यूक्रेन संकट पर UNSC की आपात बैठक में बोले टीएस तिरुमूर्ति-“हमें विश्वास है कि इस मुद्दे को केवल राजनयिक बातचीत…”

यूक्रेन संकट पर यूएन सुरक्षा परिषद ने आपात बैठक बुलाई, जिसमें भारत भी शामिल हुआ। इस बैठक में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने बयान जारी करते हुए शांति से मुद्दे को हल करने की बात कही।

टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, ”रूसी संघ के साथ यूक्रेन की सीमा पर बढ़ता तनाव गहरी चिंता का विषय है। इन घटनाक्रमों में क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को कमजोर करने की क्षमता है, हम सभी पक्षों से संयम बरतने का आह्वान करते हैं। हमें विश्वास है कि इस मुद्दे को केवल राजनयिक बातचीत के माध्यम से ही सुलझाया जा सकता है। ”

उन्होंने कहा, ”हम सभी पक्षों के लिए अत्यंत संयम बरतने और राजनयिक प्रयासों को तेज करके अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर देते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जल्द से जल्द एक पारस्परिक रूप से सौहार्दपूर्ण समाधान हो सके।”

यूएनएससी में इस मुद्दे पर यूएस ने कहा, ”कल, अमेरिका अंतरराष्ट्रीय कानून के स्पष्ट उल्लंघन के लिए रूस को जवाबदेह ठहराने के लिए और कदम उठाएगा। हम और हमारे सहयोगी स्पष्ट हैं कि यूक्रेन पर और आक्रमण करने के लिए रूस द्वारा त्वरित और गंभीर प्रतिक्रिया दी जाएगी। इस समय कोई भी किनारे पर खड़ा नहीं हो सकता।”

यूक्रेन पर हमले की आशंका के बीच भारतीय नागरिकों के लिए शुरू हुआ निकासी अभियान, एयर इंडिया का विशेष विमान हुआ रवाना

यूक्रेन पर हमले की गहराती आशंका के बीच भारत ने यूक्रेन व आसपास के क्षेत्रों में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए निकासी अभियान शुरू कर दिया है। आज सुबह एयर इंडिया का विशेष विमान यूक्रेन रवाना कर दिया गया है।

भारत ने इस विशेष अभियान के लिए 200 से ज्यादा सीटों वाले ड्रीमलाइनर बी-787 विमान को तैनात किया है। इसके अलावा भारत की ओर से फरवरी में दो और उड़ानों का संचालन किया जाएगा।
रूस द्वारा यूक्रेन के दो शहरों को स्वतंत्र घोषित किए जाने और सेना भेजने के आदेश के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आपात बैठक बुला ली है। इसमें संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि, रूसी संघ के साथ यूक्रेन की सीमा पर बढ़ता तनाव गहरी चिंता का विषय है। इन घटनाक्रमों में क्षेत्र की शांति और सुरक्षा खंडित होगी।रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने संबोधन में यूक्रेन को अमेरिका का उपनिवेश बताते हुए कहा कि यूक्रेन का शासन अमेरिका के हाथों की ‘कठपुतली’ है। राष्ट्रपति की सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद पुतिन ने यह घोषणा की और इसी के साथ मॉस्को समर्थित विद्रोहियों और यूक्रेनी बलों के बीच संघर्ष के लिए रूस के सैन्य बल और हथियार भेजने का रास्ता साफ हो गया है।

क्या Joe Biden रोक पाएंगे रूस और यूक्रेन का युद्ध, इस शर्त पर अमेरिकी राष्ट्रपति करेंगे Putin से मुलाकात

रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनातनी के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के लिए तैयार हो गए हैं लेकिन उन्होंने एक शर्त रखी है कि यह मुलाकात तभी संभव है जब रूस, यूक्रेन पर हमला नहीं करेगा.

व्हाइट हाउस द्वारा जारी प्रेस में कहा गया कि अमेरिका हमेशा से कूटनीतिक रास्तों पर चलने का हितैषी रहा है. वह लगातार यह दावा कर रहा है कि रूस की कथनी और करनी में अंतर है और वह यूक्रेन पर हमले के लिए पूरी तरह से तैयार है.

जहां यूरोप की सुरक्षा और रणनीतिक स्थिरता पर चर्चा की जानी है. फ्रांस के राष्ट्रपति भवन द्वारा यह जानकारी दी गई है कि दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की तरफ से बातचीत पर रजामंदी जताई जा चुकी है.

जारी तनावके बीच भारतीय दूतावास के अधिकारियों के परिवारों को भी वापस स्वदेश लौटने को कहा गया है.इससे पहले कीव स्थित भारतीय दूतावास ने छात्रों और भारतीय नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने की एडवाइजरी जारी की थी.

पाकिस्तान की इमरान सरकार ने सोशल मीडिया में इन पोस्ट को शेयर करने पर लगाया अंकुश, ऐसा करने पर होगी 5 साल की जेल

पाकिस्तान के हुक्मरानों को सोशल मीडिया में अपनी आलोचना नागवार गुजर रही है। इसलिए इमरान सरकार ने अब सोशल मीडिया में पोस्ट पर अंकुश लगा दिया है। पाक सोशल मीडिया में किसी भी व्यक्ति का अपमान करने पर अब पांच साल की जेल होगी।

सोशल मीडिया पर नियंत्रण के इरादे से यह कानूनी प्रावधान किया गया है। इमरान सरकार ने प्रिवेंशन आफ इलेक्ट्रॉनिक क्राइम्स एक्ट (PECA) में संशोधन किया है। पाक मीडिया संगठन व पत्रकार इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी द्वारा जारी एक अध्यादेश के जरिए इलेक्ट्रॉनिक अपराध रोकथाम कानून, 2016 (PECA) के प्रावधानों में बदलाव किए गए हैं। इससे कुछ दिन पहले पाक संचार मंत्री मुराद सईद के खिलाफ अभद्र टिप्पणियों के लिए मीडिया महारथी मोहसिन बेग को गिरफ्तार किया गया था।कानून मंत्री बैरिस्टर फारुख नसीम ने भी चेतावनी दी थी कि फर्जी खबरों फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक अपराध रोकथाम (संशोधन) अध्यादेश, 2022 लागू किया गया।

लैटिन अमेरिका में चीन के बढ़ते दबदबे को देख चिंता में आया अमेरिका, ये हैं पूरा मामला

लैटिन अमेरिका में चीन की बढ़ती पैठ से अमेरिका की चिंता बढ़ रही है। हाल की जिस घटना ने यहां सबसे ज्यादा चिंता पैदा की है, वह चीन और अर्जेंटीना के बीच हुए समझौते हैं।

अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्तो फर्नांडिज विंटर (शीतकालीन) ओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह में भाग लेने फरवरी के पहले हफ्ते में चीन गए थे। उस मौके पर उन्होंने कई खास समझौते किए। दूसरे समझौते के तहत चीन अर्जेंटीना में परमाणु बिजली का संयंत्र लगाएगा।

अमेरिकी टीकाकारों ने ध्यान दिलाया है कि लैटिन अमेरिका और कैरिबियाई क्षेत्र में मौजूद कुल 33 में से 20 देश अब बीआरआई का हिस्सा बन चुके हैं। इससे इस क्षेत्र के देशों की चीन पर आर्थिक निर्भरता बढ़ रही है।

विश्लेषकों ने ध्यान दिलाया है कि एआईआईबी से कर्ज लेने का मतलब यह है कि अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) पर अर्जेंटीना की निर्भरता घट गई है। आईएमएफ में अमेरिका की निर्णायक भूमिका मानी जाती है।

यानी अर्जेंटीना जितना निर्यात करता है, उससे कम आयात करता है। 2021 में उसके निर्यात में 23 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। अर्जेंटीना मुख्य रूप से कृषि उत्पाद, कारखाना उत्पाद और प्राथमिक वस्तुओं का निर्यात करता है।

लॉन्च के लिए तैयार हुआ डोनाल्ड ट्रंप का नया सोशल मीडिया ऐप ‘ट्रूथ सोशल’, ट्विटर पर मिली जानकारी

डोनाल्ड ट्रंप का नया सोशल मीडिया वेंचर, ट्रुथ सोशल, सोमवार को ऐप्पल के ऐप स्टोर पर लॉन्च होने के लिए तैयार है, एक टेस्ट वर्जन पर एक एग्जीक्यूटिव के पोस्ट के अनुसार, संभावित रूप से यूएस प्रेजिडेंट्स डे हॉलिडे पर पूर्व राष्ट्रपति की वापसी को चिह्नित करता है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक बिली बी के रूप में लिस्टेड नेटवर्क के चीफ प्रॉडक्ट ऑफिसर के लिए एक वेरिफाई अकाउंट ने ऐप पर अपने टेस्ट फेज के दौरान इसका उपयोग करने के लिए आमंत्रित लोगों के सवालों के जवाब दिए.

एक यूजर ने उनसे पूछा कि बीटा टेस्टर्स के लिए इस सप्ताह उपलब्ध ऐप को जनता के लिए कब जारी किया जाएगा. “हम वर्तमान में 21 फरवरी सोमवार के लिए ऐप्पल ऐप स्टोर में रिलीज के लिए तैयार हैं,”.

15 फरवरी को ट्रम्प के सबसे बड़े बेटे डोनाल्ड जूनियर ने ट्विटर पर अपने पिता के वेरिफाई @realDonaldTrump ट्रुथ सोशल अकाउंट का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया. उन्होंने नए मंच पर लिखा, तैयार हो जाओ! आपके पसंदीदा राष्ट्रपति जल्द ही आपसे मिलेंगे. नया ऐप ट्रम्प मीडिया एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप (टीएमटीजी) द्वारा बनाया जा रहा है.

कनाडा: तीन संस्थान बंद होने से संकट के घेरे में आए भारतीय छात्र, भारतीय उच्चायोग ने छात्रों के लिए जारी की ये एडवाइजरी

कनाडा में तीन संस्थान बंद होने से भारतीय छात्र संकट में आ गए हैं। देश में चल रहे विरोध के मद्देनजर राइजिंग फीनिक्स इंटरनेशनल इंक ने अपने तीन संस्थान बंद करने का नोटिस दिया है।

इसे देखते हुए भारतीय उच्चायोग ने भारतीय छात्रों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। ये राइजिंग फीनिक्स इंटरनेशनल इंक द्वारा संचालित तीन संस्थानों में नामांकित हैं।

उच्चायोग कनाडा की संघीय सरकार, क्यूबेक की प्रांतीय सरकार के साथ-साथ प्रभावित छात्रों को सहायता प्रदान करने में लगा है। समस्या के समाधान के लिए भारतीय समुदाय के निर्वाचित कनाडाई प्रतिनिधियों के साथ भी संपर्क किया जा रहा है।

उच्चायोग ने एडवायजरी में कहा है कि कनाडा में उच्च अध्ययन की योजना बनाने वाले भारत के विद्यार्थियों को फिर से सलाह दी जाती है कि वे ऐसे संस्थानों को कोई भुगतान करने से पहले संस्थान की विश्वसनीयता और स्थिति की पूरी तरह से जांच कर लें।

एडवायजरी में यह भी कहा गया है कि कनाडा में भारत के छात्रों या कनाडा की यात्रा करने की योजना बनाने वालों को सलाह दी जाती है कि वे अपने नजदीकी भारतीय मिशन या ‘मदद पोर्टल’ पर ऑनलाइन पंजीकरण कराएं।

यूक्रेन संकट को लेकर बाइडन ने जाहिर की चिंता, पुतिन की अगली चाल पर टिकी पूरी दुनिया की निगाहें

यूक्रेन को लेकर रूस का रुख दुनिया के लिए अभी भी अस्पष्ट है। रूस कब, कैसे और कौन सी चाल चलेगा, यह सिर्फ उनके राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को ही पता है।  हाल ही में रूस ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि क्रीमिया से वह अपन सैन्य अभ्यास को समाप्त कर रहा है।

एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि यूक्रेन की सीमा पर अभी भी 40 प्रतिशत रूसी सैनिक हमले की स्थिति में तैनात हैं। नाम न छापने की शर्त पर अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने बताया कि पिछले 48 घंटे में यूक्रेन की सीमा पर सामरिक सैन्य जमावड़ा किया गया है।

इस तनातनी के बीच अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि, रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमले के लिए रूस किसी भी क्षेत्र में किसी घटना के जरिए यूक्रेन को उकसा सकता है।

डीआईयू ने ट्वीट किया कि यूक्रेन के अस्थायी रूप से कब्जे वाले क्षेत्रों में अपने सैनिकों के माध्यम से रूस बुनियादी सुविधाओं और ढांचों को नुकसान पहुंचाकर स्थिति को अस्थिर करना चाहता है और इस तरह की घटनाओं को वह यूक्रेन पर आतंकवादी जैसी गतिविधियों के आरोप लगाने के लिए आधार बनाना चाहता है।

उन्होंने कहा कि हमारे पास यह मानने का कारण है कि रूसी सेना आने वाले दिनों में यूक्रेन पर हमला करने का इरादा रखती है। हमें विश्वास है कि वे यूक्रेन की राजधानी कीव को निशाना बनाएंगे।