Friday , November 22 2024

विदेश

अफगानिस्तान में तालिबान शासन के बाद बढ़ी पाकिस्तान की चुनौतियाँ, क्या जल्द होगा युद्ध ?

अफगानिस्तान के तालिबान शासन के साथ बढ़ रहे तनाव से पाकिस्तान के लिए सुरक्षा संबंधी अंदरूनी चुनौतियां और गंभीर हो सकती हैं। इस घटनाक्रम पर नजर रख रहे पर्यवेक्षकों ने ये आशंका जताई है।

उनके मुताबिक अफगान तालिबान का दबाव हटने के बाद तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) पाकिस्तान के अंदर अपने हमले तेज कर सकता है।

इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के महानिदेशक मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने कहा- ‘इस बाड़ को लगाने के लिए हमारे शहीद जवानों ने अपने खूब बहाए हैं।’पिछले महीने अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में पाकिस्तान से लगी सीमा पर तालिबान लड़ाकों ने बाड़ लगाने का काम जबरन रोक दिया था। उन्होंने बाड़ लगाने में काम आने वाली सामग्रियां जब्त कर ली थीं।

साथ ही इसका मकसद व्यापार को नियमित करना है। उन्होंने कहा- ‘पाक-अफगान सीमा पर सुरक्षा, सीमा के आर-पार आने-जाने, और व्यापार को रेगुलेट करने के लिए बाड़ की जरूरत है। इसका मकसद लोगों को बांटना नहीं, बल्कि उन्हें सुरक्षित करना है।’

तालिबान को एतराज इस बात पर है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सरहद को बिना तय किए पाकिस्तान बाड़ लगा कर अपना दावा मजबूत कर रहा है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच की सीमा को डूरंड लाइन कहा जाता है।

क्या शेख हसीना की सत्ता में बांग्लादेश में हो पाएगा निर्वाचन आयोग का गठन ? देखिए यहाँ

बांग्लादेश में निर्वाचन आयोग के गठन पर चल रहा विवाद अब विपक्षी गोलबंदी का मुद्दा बनता दिख रहा है। बांग्लादेश में पहले भी इस मसले पर टकराव होता रहा है कि आम चुनाव की देखरेख किस संस्था के तहत हो।

2008 में जब शेख हसीना वाजेद के नेतृत्व वाली आवामी लीग सत्ता में आई थी, तब चुनाव कराने के लिए तटस्थ सरकार का गठन किया गया था। लेकिन सत्ता में आने के बाद शेख हसीना सरकार ने तटस्थ सरकार की परंपरा खत्म कर दी।

प्रमुख विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने इस मसले पर कई दलों के साथ एक बैठक बुलाने का फैसला किया है। निर्वाचन आयोग के गठन पर चर्चा के लिए बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने अलग-अलग दलों के साथ विचार-विमर्श की प्रक्रिया शुरू की थी। बीएनपी और कई दलों ने इस वार्ता का बहिष्कार कर दिया है।केएम नुरुल हुडा के नेतृत्व वाले वर्तमान निर्वाचन आयोग का कार्यकाल अगले 14 फरवरी को पूरा हो जाएगा। बांग्लादेश के संविधान के मुताबिक निर्वतमान आयोग का कार्यकाल खत्म होने से पहले नए आयोग का गठन हो जाना चाहिए।

इस बीच बीएनपी ने अपनी नेता पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया को विदेश जाने की इजाजत दिलाने के लिए आंदोलन तेज करने का फैसला किया है। इसके तहत अगले 12 जनवरी को देश भर में रैलियां की जाएंगी। दिसंबर में भी पार्टी ने 32 जिलों में इसी मांग पर जोर डालने के लिए रैलियां आयोजित की थीँ। बेगम जिया की सेहत खराब है।

इस देश में अचानक सड़कों पर आए लाखों लोग व किया जमकर प्रदर्शन, राष्ट्रपति ने लगाया आपातकाल

कजाखस्तान में भारी विरोध-प्रदर्शनों के बीच राष्ट्रपति कासिम जोमार्ट तोकतावेय ने प्रधानमंत्री अस्कार मामिन की सरकार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।

राष्ट्रपति तोकततावेय ने फिलहाल उपप्रधानमंत्री रहे अलीखान समाइलोव को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया है। कजाखस्तान सरकार ने मंगलवार की शाम मंगिस्ताउ प्रांत में तेल की कीमत 50 टेंज (कजाखस्तानी मुद्रा) करने की घोषणा की थी।

हिंसक प्रदर्शनों के बीच सरकार के इस्तीफे के बाद भी विरोध प्रदर्शन नहीं रुके। इसे देखते हुए देश के कुछ हिस्सों में दो सप्ताह के लिए आपातकाल लगाने की घोषणा की गई।

हालात ऐसे थे कि कई जगहों पर पुलिस ने भीड़ का गुस्सा शांत करने के लिए लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया। आपातकाल के दौरान देश में हथियारों व शराब की बिक्री भी रोक दी गई है।

दुनिया को कोरोना की भेट चढाने वाले चीन ने अचानक बंद किये सभी सुपरमार्केट, बताई जा रही ये वजह

कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट इस बार कहीं गुना ज्यादा खतरनाक होकर दुनिया के सामने आया है। लगभग सभी देशों को यह अपनी चपेट में चुका है।  चीन में ड्रैगन फ्रूट में भी कोरोना वायरस पाया गया है। ड्रैगन फ्रूट वियतनाम से आए हैं।

खबर सामने आने के बाद चीन के कई सुपरमार्केट को बंद करा दिया गया है।चीन के झेजियांग और जियांग्शी प्रांत के नौ शहरों में फलों की जांच में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। इसके बाद फल खरीदारों को भी क्वारंटीन होने का आदेश दे दिया गया है।

इसके अलावा विदेश से आने वाली खान-पान की चीजों की भी जांच शुरू कर दी गई है।ड्रैगन फ्रूट में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद चीन ने वियतनाम से ड्रैगन फ्रूट के आयात पर 26 जनवरी तक प्रतिबंध लगा दिया है। चीन में पिछले सप्ताह ड्रैगन फ्रूट में कोरोना वायरस मिलने की पुष्टि हुई थी।

2022 के पहले सप्ताह में उत्तर कोरिया ने दुनिया को डराया, बैलिस्टिक मिसाइल दाग दिया ये संकेत

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने नए साल में अपना रुख नहीं बदला है। बुधवार को उत्तर कोरिया ने 2022 के पहले सप्ताह में ही बैलेस्टिक मिसाइल दाग कर नए साल में भी अपने आक्रामक इरादे कायम रखे हैं।

उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी तट से एक संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल दागी। इसके साथ ही उसने अपने नेता किम जोंग उन के नए साल के संकल्प को दोहराया। किम जोंग ने हाल ही में कहा था कि अस्थिर अंतरराष्ट्रीय स्थिति का मुकाबला करने के लिए देश की सेना को मजबूत किया जाएगा।

यह बैलेस्टिक मिसाइल हो सकती है। इसके बाद देश के रक्षा मंत्री ने कहा कि यह करीब 500 किलोमीटर दूर गई। जापान के प्रधानमंत्री फुमिया किशिदा ने कहा है कि पिछले साल से ही उत्तर कोरिया लगातार मिसाइलें दाग रहा है, यह बहुत खेदजनक है।

दक्षिण कोरिया के संयुक्त सेना प्रमुख ने भी कहा कि परमाणु शक्ति संपन्न उत्तर कोरिया ने मिसाइल दागी है, यह बैलेस्टिक मिसाइल हो सकती है। उन्होंने एक बयान में कहा कि हमारी भी सैन्य तैयारी पूरी है। हमारी सेना अमेरिका के साथ निकट सहयोग कायम रखते हुए सतर्कता से निगरानी रख रही है।

दुनिया के इस सबसे आबादी वाले देश पर छाया एक और बड़ा संकट, तीन बच्चा नीति पर खड़े हुए ये सवाल

विश्व की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश चीन 10 प्रांत स्तरीय क्षेत्रों में वर्ष 2020 में जन्म दर घटकर एक फीसदी से नीचे आ गई है। इसने चीनी युगलों को तीन बच्चे पैदा करने की प्रोत्साहन नीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

आबादी बढ़ाने वाली नीतियों के बावजूद जन्म दर घटने से चीन में गहराते जनसांख्यिकीय संकट को दूर करने की दुविधा बढ़ गई है।
इसके बाद जब 10 साल में एक बार की जाने वाली जनगणना की रिपोर्ट आई तो उसमें पता चला कि चीन की आबादी अब तक की सबसे कम रफ्तार से बढ़कर 1.41 अरब तक पहुंची तो चीन ने दो बच्चा नीति में भी संशोधन कर इसे तीन बच्चा नीति बनाया।
चीन के नए जनसंख्या आंकड़े बताते हैं कि चीन में जनसांख्यिकीय संकट गहराता जा रहा है, क्योंकि 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या 2020 में 18.7 फीसदी बढ़कर 26.40 करोड़ हो गई है।चीन बच्चा नीति को मंजूरी के बाद चीन ने अपने 20 से ज्यादा प्रांत स्तरीय क्षेत्रों में नियमों में बदलाव कर दिया था। सांख्यिकीय ईयरबुक के अनुसार चीन के 10 प्रांत स्तरीय क्षेत्रों में जन्म दर वर्ष 2020 में एक फीसदी से भी कम रही है।

जनरल कासिम सुलेमानी की बरसी पर ईरान ने दी बदले की धमकी कहा-“ट्रंप व पोम्पियो पर केस नहीं…”

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने अमेरिका को जनरल कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने की धमकी दी है। सुलेमानी की दूसरी बरसी के मौके पर रईसी ने कहा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पियो पर सुलेमानी की हत्या को लेकर मुकदमा अवश्य चलाया जाना चाहिए।

राष्ट्रपति रईसी ने  भाषण में कहा, ‘यदि ट्रंप व पोम्पियो पर जनरल सुलेमानी की हत्या को लेकर निष्पक्ष आपराधिक केस नहीं चलाया गया तो मुस्लिम समुदाय शहादत का बदला लेगा।’ उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को आक्रमणकर्ता, हत्यारा और मुख्य आरोपी करार दिया और कहा कि उन पर इस्लामिक कानून के मुताबिक मुकदमा चलना चाहिए।

ईरान के इस्लामिक कानून के मुताबिक हत्या के दोषी व्यक्ति को फांसी दी जाती है, बशर्ते पीड़ित का परिवार ‘ब्लड मनी’ लेकर सुलह के लिए तैयार न हो।ईरान के न्याय अधिकारियों ने सुलेमानी की हत्या के मामले में नौ देशों के 127 लोगों को आरोपी माना है। इन देशों को इस बात की जानकारी दे दी गई है। इन आरोपियों में 74 अमेरिकी नागरिक हैं।

परमाणु विभीषिका से बचने के लिए एक जुट हुए पांच महाशक्ति देश, परमाणु युद्ध को लेकर कही ये बड़ी बात !

दुनिया को परमाणु विभीषिका से बचाने के लिए पांच महाशक्ति देश एकजुट नजर आ रहे हैं। इन पांचों परमाणु शक्तियों- चीन, रूस, ब्रिटेन, अमेरिका व फ्रांस ने इस बात पर सहमति जताई है कि परमाणु हथियारों का और प्रसार नहीं होना चाहिए और परमाणु युद्ध टाला जाना चाहिए।

 इसमें कहा गया गया है कि पांचों देश, जो कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य भी हैं, मानते हैं कि परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच जंग टालना व सामरिक जोखिम कम करना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है।
अंग्रेजी में रूपांतरित बयान में कहा गया है कि ‘हम स्पष्ट मानते हैं कि परमाणु युद्ध कभी नहीं जीता जा सकता, इसलिए यह कभी नहीं लड़ा जाना चाहिए। चूंकि परमाणु शस्त्रों के उपयोग के दूरगामी परिणाम होंगे, इसलिए जब तक ये हथियार मौजूद हैं, उनसे रक्षात्मक उद्देश्यों की पूर्ति करना चाहिए, इनके जरिए आक्रमण और युद्ध को रोकना चाहिए।’

अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने चीन के परमाणु भंडार को लेकर नवंबर में जारी अपने अनुमान में बड़ी बढ़ोतरी की है। उसके अनुसार चीन के पास 2027 तक करीब 700 परमाणु हथियार हो सकते हैं और 2030 तक ये 1000 तक पहुंच जाएंगे।

 पिछले गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने रूसी समकक्ष ब्लादिमीर पुतिन से कहा कि यूक्रेन पर संभावित कदम उनके देश पर प्रतिबंधों की वजह बनेगा और यूरोप में अमेरिकी की मौजूदगी बढ़ाएगा।

पारंपरिक युद्ध की जगह वर्चुअल युद्ध लड़ने की तैयारी कर रहा चीन, फेसबुक-ट्विटर को बनाया हथियार

अपनी आक्रामकता और विस्तारवादी सोच के लिए दुनिया भर में एक खतरनाक चुनौती बनकर उभरा चीन अब पारंपरिक युद्ध की जगह वर्चुअल युद्ध लड़ रहा है। उसके इस युद्ध का सबसे बड़ा हथियार फेसबुक, ट्विटर सहित सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म हैं।

चीन की कम्युनिस्ट पार्टी पिछले आठ साल से इंटरनेट पर लोगों की राय जीतने के लिए न सिर्फ दुष्प्रचार फैला रही है, बल्कि इसे युद्ध का मैदान बनाकर लोगों पर अपनी विचारधारा थोपने में भी जुटी हुई है।

चीनी अधिकारी जरूरत के मुताबिक फेसबुक व ट्विटर सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मन मुताबिक कंटेट, फॉलोअर बढ़ाने, आलोचकों को ट्रैक करने व अन्य सूचना अभियानों के लिए निजी कंपनियों का इस्तेमाल करते हैं।

नतीजा यह है कि साइबर हमलों से लेकर चीन की सरकार के समर्थन में वैश्विक स्तर पर सोशल मीडिया पर कंटेट की भरमार है। चीन की सरकार पर सोशल मीडिया का वैश्विक स्तर पर हथियार की तरह इस्तेमाल किए जाने को लेकर लंबे समय से आरोप लगते रहे हैं।

चीन की इस करतूत का काला चिट्ठा दुनिया के सामने आया है। अमेरिका की एक तकनीकी कंपनी, जो चीन सरकार की इस करतूत में शामिल थी, उसने चीन के इस फरेब का पर्दाफाश किया है।

फेसबुक ने हाल ही में पांच सौ से ज्यादा खातों को बंद किया, जो विल्सन एडवर्ड्स के नाम के एक स्विस जीवविज्ञानी के पोस्टों को तेजी से फैला रहे थे। विल्सन की तरफ से लगातार लिखा जा रहा था कि अमेरिका विश्व स्वास्थ्य संगठन की कोरोना वायरस महामारी की उत्पत्ति को ट्रैक करने कोशिशों को बाधित कर रहा है।

अमेरिका में फिर बढ़ा कोरोना का खतरा, रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन हुए संक्रमित 5 दिन के लिए खुदको किया क्वारंटीन

अमेरिका में भी एक बार फिर कोरोना कहर बरपा रहा है। देश के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भी कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए। अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने बताया कि वह पृथक-वास में रह रहे हैं।  राष्ट्रपति जो बाइडन और मेरी टीम को मेरे संक्रमित होने की जानकारी दे दी है।

 ऑस्टिन ने कहा, ‘मेरे स्टाफ के कर्मियों ने मेरे संपर्क में आए लोगों का पता लगाना शुरू कर दिया है। उन सभी लोगों की जांच की जा रही है, जो पिछले सप्ताह मेरे संपर्क में आए थे’ 68 वर्षीय ऑस्टिन ने बताया कि उनका पूर्ण टीकाकरण हो चुका है और उन्होंने अक्तूबर में बूस्टर डोज भी लिया था। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना रोधी टीके लाभकारी हैं, मैं सभी को ‘बूस्टर’ खुराक लेने के लिए प्रोत्साहित करता हूं।’

उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर सीडीसी के दिशानिर्देशों के अनुरूप वह पांच दिन के क्वारंटीन हो रहे हैं।  ऑस्टिन ने यह भी बताया कि पिछली बार वह राष्ट्रपति बाइडन से 21 दिसंबर को मिले थे और अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन में वे गत गुरुवार को गए थे।हमने मास्क पहन रखा था और उचित दूरी बनाए रखी थी।