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विदेश

तालिबान की परेड में देखने को मिले अमेरिकी हथियार और बख्तरबंद वाहन, जिसे देख दुनिया के उड़े होश

अफगानिस्तान की सत्ता पर अपने पैर जमा लेने के बाद धीरे-धीरे तालिबान खुद को एक सरकार के तौर पर स्थापित कर रहा है। तालिबानी लड़ाकों की ओर से काबुल में एक सैन्य परेड निकाली गई।

 परेड में तालिबानी लड़ाकों के हाथ में अमेरिकी हथियार और बख्तरबंद वाहन दिखाई दिए। इसके अलावा मिलिट्री परेड में जिन हेलीकॉप्टरों का प्रयोग किया गया वह भी रूस द्वारा निर्मित थे।

दरअसल, अफगानिस्तान से अमेरिका की सैन्य वापसी के बाद तालिबान उनके द्वारा छोड़े गए हथियारों का प्रयोग कर रहा है। रविवार की परेड़ में तालिबानी सैनिक अमेरिका द्वारा निर्मित एम117 बख्तरबंद वाहनों में दिए तो उनके हाथों में भी अमेरिका की बनाई हुई एम-4 असॉल्ट राइफल थी।

एक रिपोर्ट में सामने आया था कि अमेरिका ने 2002 से 2017 के बीच अफगानिस्तान में 28 अरब डॉलर से ज्यादा के हथियार, बख्तरबंद वाहन, हेलीकॉप्टर, डिफेंस सिस्टम, गोला बारूद मुहैया कराया था।इतना ही नहीं अमेरिकी सैनिकों ने एयर डिफेंस सिस्टम को भी खत्म कर दिया था।

ग्रेटा थनबर्ग ने कॉप-26 सम्मेलन को किया खारिज कहा-“इस सम्मेलन का सारांश ब्ला, ब्ला, ब्ला….”

स्कॉटलैंड के ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन पर चल रहे वैश्विक नेताओं के सम्मेलन(कॉप-26) को भले ही संयुक्त राष्ट्र दुनिया के हितों के लिए एक समझौते के रूप में देख रहा हो, लेकिन जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने इस सम्मेलन को सिर से खारिज कर दिया है।

कॉप-26 सम्पन्न हो गया है। यहां इस सम्मेलन का सारांश है, जो इस तरह है- ब्ला, ब्ला, ब्ला….असली काम हॉलों से बाहर हो रहा है और हम कभी भी हार नहीं मानेंगे।

उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर इस सम्मेलन के शुरू में एक ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था कि जब तक हम स्त्रोतों के उत्सर्जन पर तत्काल कटौती नहीं करते हैं तो इसका मतलब है कि जलवायु संकट पर सिर्फ बातें कर रहे हैं। हम असफल हैं। उन्होंने कहा था कि हमें सही दिशा में कदम उठाने होंगे।

कॉप-26 के दौरान संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने विश्व को जलवायु सकंट की चेतावनी दी तो ग्लासगो समझौते में शामिल होने वाले देशों ने भी इस बात को स्वीकार किया कि अभी बहुत काम किया जाना बाकी है।

बाल दिवस 2021: अंतरराष्ट्रीय चिल्ड्रन पीस पुरस्कार से समानित हुए दिल्ली के दो सगे भाई

दिल्ली निवासी दो सगे भाइयों विहान और नव अग्रवाल को अंतरराष्ट्रीय चिल्ड्रन पीस पुरस्कार दिया गया है। उन्हें ये पुरस्कार अपने घर में कूड़ा और प्रदूषण घटाने तथा पेड़ लगाने संबंधित परियोजना शुरू करने के लिए दिया गया है।

इस पुरस्कार के तहत दोनों भाइयों को पढ़ाई और देखभाल के लिए अनुदान और एक लाख यूरो यानी करीब 85 लाख रुपये का फंड मिलेगा जिसका आधा हिस्सा उनके प्रोजेक्ट को जाएगा।

17 वर्षीय विहान और 14 वर्षीय नव ने बताया कि इस पुरस्कार और इससे मिली पहचान का इस्तेमाल वे अपने नेटवर्क और पूरे देश में और बाहर फैलाने के लिए करेंगे। विहान से पुरस्कार मिलने से एक दिन पहले एपी से कहा, हम पूरी दुनिया में शून्य कचरा उत्पादन चाहते हैं।

विहान ने कहा कि खराब हवा के कारण उन्हें अकसर घर के अंदर रहना पड़ता था। उनका वन स्टेप ग्रीनर प्रोजेक्ट अब 15 सौ से अधिक घरों, स्कूलों और ऑफिसों तक पहुंच चुका है।

20 हजार शरणार्थीयों को यूरोपीय संघ में धकेलने की कोशिश में लगा बेलारूस, ये हैं पूरा मामला

बेलारूस और पोलैंड की सीमा पर हजारों शरणार्थी व प्रवासी और हथियारबंद सैनिक इस समय आमने-सामने हैं। बेलारूस से यह प्रवासी पोलैंड के जरिए यूरोपीय संघ में घुसना चाहते हैं।

रूस ने परमाणु हमले में सक्षम युद्ध विमान भेजे हैं और सीमा के पास पैराट्र्रूपर्स उतारकर बेलारूसी सेना के साथ युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है। दूसरी तरफ पोलैंड की मदद के लिए यूरोपीय संघ और ब्रिटेन ने भी सैनिक भेजे हैं।

पोलैंड के रक्षामंत्री मारियूज ब्लासजेजक ने बताया कि उन्होंने 15000 सैनिक सीमा पर लगा रखे हैं। ब्रिटिश सेना के इंजीनियर भी तैनात हो चुके हैं। ईयू ने बेलारूस से घुसपैठ को पागलपन बताया और कहा कि निर्दोष नागरिकों का हथियार की तरह उपयोग किया जा रहा है। रूसी हमले की चेतावनी के बाद यूक्रेन ने भी 8,500 सैनिक सीमा पर लगाए हैं।

20 हजार तक प्रवासी बेलारूस से पोलैंड, लिथुआनिया और लातविया में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। वे बर्फीली सर्दी में कंटीले तारों के सामने बेहद छोटे टेंट या खुले में रुके हैं। रूस यहां की सरकार को वित्तीय व राजनीतिक सहयोग दे रहा है।

2050 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करेगा भारत, ओआरएफ ने रिपोर्ट में किया दावा

शून्य कार्बन उत्सर्जन और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देकर भारत न सिर्फ प्रदूषण से लड़ने में कामयाब होगा, बल्कि जीडीपी का आकार और नौकरियां पैदा करने में भी बड़ी सफलता हासिल कर सकता है।

वैश्विक थिंक टैंक ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) ने जारी एक रिपोर्ट में दावा किया कि भारत 2050 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करता है, तो उसकी अर्थव्यवस्था का आकार 30.25 लाख करोड़ रुपये बढ़ जाएगा।

पिछले दिनों ग्लासगो जलवायु सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन वाला देश बन जाएगा। इतना ही नहीं 2030 तक हम अपनी जरूरत की 50 फीसदी ऊर्जा नवीकरणीय स्रोतों (सौर, पवन) से हासिल करेंगे।

वित्त मामलों की स्थायी समिति के चेयरपर्सन जयंत सिन्हा ने कहा, शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने के लिए हमैं कानूनी रूप से भी सख्त कदम उठाने होंगे।

उन्होंने महंगाई को लेकर चिंता जताई और कहा कि पेट्रोल-डीजल जैसी ऊर्जा के प्रमुख स्रोतों की कीमतों में लगातार हो रहे इजाफे से सतत विकास की ओर बढ़ रही वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कुछ दबाव जरूर दिखेगा।

कोरोना वायरस को लेकर आई बड़ी खबर, फ्रांस में हुई पांचवीं लहर की शुरुआत व जर्मनी में चौथी की आशंका

कोरोना महामारी को लेकर राहत की खबर है कि देश में अब वायरस के दूसरे स्वरूप (म्यूटेशन) गायब होने लगे हैं। हालांकि, दोबारा से संक्रमित करने वाला डेल्टा या फिर इससे जुड़े अन्य म्यूटेशन चिंता का सबब बने हुए हैं।

 45,394 (69 फीसदी) में गंभीर श्रेणी के म्यूटेशन मिले हैं। इनमें से 41 हजार नमूनों में डेल्टा और डेल्टा प्लस जैसे आक्रामक म्यूटेशन दिखाई दिए हैं। 28,820 में डेल्टा, 5,450 में डेल्टा प्लस और 6,611 में एवाई श्रेणी के म्यूटेशन मिले हैं।
नई दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटिग्रेटिव बायोलॉजी (आईजीआईबी) के निदेशक डॉ. अनुराग अग्रवाल के अनुसार, डेल्टा वायरस महामारी को दोबारा से फैलाने की पूरी क्षमता रखता है। भारत में दूसरी लहर इसी का परिणाम थी।
इन्साकॉग ने कहा, देश में अब वायरस के दूसरे म्यूटेशन कमजोर होने लगे हैं। गामा जैसे म्यूटेशन तो बिल्कुल गायब हो चुके हैं। कोरोना वायरस में दूसरा कोई बड़ा म्यूटेशन अब तक नहीं होने की जानकारी भी है।
 

स्पेसएक्स ने रचा इतिहास, नासा के साथ मिलकर चार अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा आईएसएस

एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने गुरुवार को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के साथ मिलकर चार अंतरिक्ष यात्रियों का इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) का मिशन सफलतापूर्वक लॉन्च किया।

इस क्रू के पृथ्वी की कक्षा पार करते ही 60 वर्षों के इतिहास में 600 लोगों के अंतरिक्ष में जाने का रिकॉर्ड बन चुका है। मजेदार बात यह है कि जहां अंतरिक्ष में पहला इंसान रूस (तब सोवियत संघ) ने 1961 में भेजा था। वहीं 600वां व्यक्ति एक जर्मनी का नागरिक है, जिसे अमेरिका की तरफ से भेजा गया है।

नासा के मुताबिक, जर्मनी के मथायस माउरर अंतरिक्ष जाने वाले 600वें व्यक्ति के रूप में चुने गए। उनके साथ गए तीनों क्रू मेंबर 24 घंटे के अंदर स्पेस स्टेशन पहुंच जाएंगे। हालांकि, नासा-स्पेसएक्स का यह मिशन करीब एक हफ्ते की देरी से लॉन्च हुआ है, क्योंकि मेक्सिको की खाड़ी के करीब केप कैनावरल की लॉन्चिंग साइट पर कई दिनों से मौसम खराब था।

सावधान! इस देश में कोरोना वायरस की पांचवीं लहर ने दी दस्तक, पहले से और भी ज्यादा खतरनाक

फ्रांस में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं। बताया जा रहा है कि देश में कोरोना की पांचवीं लहर जल्द दी दस्तक दे सकती है, इसलिए सभी को सावधान व सतर्क रहने की दरकार है।

फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन के मुताबिक, पांचवीं लहर पहले से कहीं ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। ओलिवियर वेरन ने कहा है कि पांचवीं लहर से बचने का एकमात्र उपाय यह है कि हम लगातार कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते रहें।

उन्होंने कहा कि देश में कोरोना संक्रमण के मामले अक्तूबर मध्य से लगातार बढ़ रहे हैं। ओलिवियर ने कहा कि ज्यादा वैक्सीनेशन, मास्क और स्वच्छता उपायों के साथ हम पांचवीं लहर का सामना मजबूती के साथ कर सकते हैं। ऐसा भी संभव है कि हम इस महामारी को पूरी तरह से हरा दें।फ्रांस में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 73 लाख 46 हजार हैं। कोरोना के कारण देश में 1 लाख 19 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

एक बार फिर जापान की सत्ता में वापस आए पीएम फुमियो किशिदा, डेमोक्रेटिक पार्टी को मिली बड़ी जीत

फुमियो किशिदा एक बार फिर जापान के प्रधानमंत्री चुने गए हैं। संसदीय चुनाव में उनकी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी को बड़ी जीत मिली है। बुधवार को संसदीय चुनाव के नतीजों में 465 सदस्यीय निचले सदन में किशिदा की पार्टी को 261 सीटों पर जीत हासिल हुई है.

 

इससे पहले योशिहिते सुगा के इस्तीफे के बाद संसद के सदस्यों ने किशिदा को ही प्रधानमंत्री चुना थी। पीएम बनते ही उन्होंने संसद भंग करके तत्काल चुनाव कराने की घोषणा कर दी थी। प्रधानमंत्री बनने से पहले किशिदा पूर्व विदेश मंत्री भी रह चुके हैं। इसके बाद उन्होंने समय से पहले संसद भंग करके चुनाव कराने का ऐलान कर दिया था।

कोरोना महामारी से निपटने ओर खस्ताहाल हुई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए उन्होंने जल्द चुनाव की घोषणा कर दी थी। पीएम चुने जाने के बाद सत्ता पर उनकी पकड़ और मजबूत हो गई थी।

उच्चतम न्यायालय में इमरान खान का बड़ा बयान कहा-“पाकिस्तान में कोई पवित्र गाय नहीं हैं”

पाकिस्तान  के प्रधानमंत्री इमरान खान  ने बुधवार को मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच में कहा, “पाकिस्तान में कोई पवित्र गाय नहीं हैं, मैं कानून के शासन में विश्वास करता हूं.”

पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार आर्मी पब्लिक स्कूल (APS) नरसंहार मामले की सुनवाई में शामिल होने के लिए आज पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान उच्चतम न्यायालय में पेश हुए थे.

जब प्रधानमंत्री मंच पर उपस्थित हुए, तो जज एजाज उल अहसन ने कहा कि शहीद बच्चों के माता-पिता उस समय के शासकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं जब एपीएस नरसंहार हुआ था.

उन्होंने कहा कि सरकारी अधिकारियों ने शोक संतप्त माता-पिता से अस्पतालों में मुलाकात की थी,इसलिए उनके साथ ठीक से बात करना संभव नहीं था.