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विदेश

जी-20 शिखर सम्मेलन में कोविड-19 रोधी टीकों के आपात इस्तेमाल पर हो सकता हैं ये बड़ा फैसला

 एक नवंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत जी20 नेताओं ने कोविड-19 रोधी टीकों के आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी देने की प्रक्रिया तेज करने और विकासशील देशों में टीकों की आपूर्ति बढ़ाने के कदम उठाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन को मजबूत करन का आह्वान किया, ताकि सभी देशों में 2021 के अंत तक कम से कम 40 प्रतिशत आबादी और 2022 के मध्य तक 70 प्रतिशत आबादी के टीकाकरण का वैश्विक लक्ष्य हासिल किया जा सके।

रोम घोषणापत्र में जी20 नेताओं ने जानलेवा कोविड-19 महामारी से निपटने के निरंतर प्रयासों के लिए स्वास्थ्य देखभाल और अग्रिम मोर्चे के कर्मचारियों, अतरराष्ट्रीय संगठनों तथा वैज्ञानिकों का आभार जताया।

जी20 देशों ने यहां शिखर सम्मेलन में अपने घोषणापत्र में कहा, ”टीके महामारी के खिलाफ सबसे महत्वपूर्ण उपायों में से एक हैं और व्यापक पैमाने पर टीकाकरण वैश्विक जन स्वास्थ्य के लिए अच्छा है.”

नेताओं ने कहा, ”सभी देशों की कम से कम 40 प्रतिशत आबादी को 2021 के अंत तक और 70 प्रतिशत आबादी को 2022 के मध्य तक टीके लगाने के वैश्विक लक्ष्यों को हासिल करने में मदद के लिए हम विकासशील देशों में टीकों और आवश्यक चिकित्सा सामानों की आपूर्ति बढ़ाने और प्रासंगिक आपूर्ति तथा वित्तीय बाधाओं को हटाने में मदद करने के लिए कदम उठाएंगे।”

 

कॉप 26 से हैं दुनिया को कई उम्मीदें, 12 नवंबर तक ग्लासगो में चलेगा सम्मेलन, जानें क्या हैं इसका लक्ष्य

सीओपी या कॉप दुनिया के 200 देशों वाले यूनाइटेड नेशंस फ्रेमवर्क ऑन क्लाइमेट चेंज कन्विक्शन (यूएनएफसीसीसी) के तहत निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था है। इस बार इसकी 26वीं बैठक होने जा रही है, इसलिए इसे कॉप 26 कहा जा रहा है।

2050 तक काॅर्बन उत्सर्जन का शून्य लक्ष्य हासिल करना। यानी जितना काॅर्बन उत्सर्जित हो उतना वातावरण में पेड़ों या तकनीक के द्वारा अवशोषित कर लिया जाए। इसके अलावा वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस की अधिकतम वृद्धि तक सीमित रखना।, उद्योगों और सिविल सोसायटी के बीच साझेदारी बढ़ाना।जलवायु परिवर्तन रोकने के लक्ष्यों और सदस्य देशों की नीतियों में मौजूद अंतर दूर करने के प्रयास हो सकते हैं।काॅर्बन क्रेडिट की खरीद-फरोख्त के लिए काॅर्बन मार्केट मशीनरी बनाना।सर्वाधिक जोखिम वाले देशों की क्षतिपूर्ति को वित्तीय आवंटन सुनिश्चित करना।

कॉप-26 सम्मेलन में विकसित और विकासशील देशों के बीच बढ़ते अविश्वास पर क्लाइमेट ट्रेंड की संस्थापक और डायरेक्टर आरती खोसला कहती हैं, जलवायु परिवर्तन की समस्या के लिए विकसित देश ही जिम्मेदार हैं।

जी-20 इटली: वैश्विक नेताओं के साथ प्रसिद्ध ट्रेवी फाउंटेन देखने पहुंचे पीएम मोदी, सिक्का उछाल सबने मांगी ये दुआएं

पांच दिवसीय विदेश दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेन के लिए अपनी यात्रा के पहले पड़ाव इटली की राजधानी रोम में हैं।

प्रधानमंत्री शिखर सम्मेलन से इतर अन्य वैश्विक नेताओं के साथ यहां स्थित प्रसिद्ध ट्रेवी फाउंटेन देखने पहुंचे। यह फाउंटेन इटली के सर्वाधिक दर्शनीय स्मारकों में से एक है।

जी-20 इटली के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस संबंध में रविवार को एक ट्वीट किया गया। इस ट्वीट में लिखा गया, ‘जी20 प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्षों ने शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन की शुरुआत शहर के प्रतीकात्मक स्थल, ट्रेवी फाउंटेन तक टहल कर की। यह दुनिया का सबसे खूबसूरत फाउंटेन है और इसमें सिक्का उछाले जाने की परंपरा के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है।

इसे लेकर जी-20 इटली की ओर से एक वीडियो भी जारी किया गया है। इस वीडियो में फाउंटेन तक गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को इसके पानी में अपने कंधों के ऊपर से सिक्के उछालते हुए देखा जा सकता है। इसे लेकर मान्यता है कि अगर आप अपने कंधों के ऊपर से इस फाउंटेन के पानी में सिक्का फेंकें तो इसका मतलब है कि आप रोम एक बार फिर लौट कर जरूर आएंगे। जी20 की अध्यक्षता इस समय इटली के पास है जो पिछले साल दिसंबर से इसका अध्यक्ष है।

इटली के प्रधानमंत्री से मिलेंगे पीएम मोदी
सम्मेलन के दूसरे दिन यानी आज प्रधानमंत्री मोदी स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सैंशेज से द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे। इसके अलावा वह सतत विकास पर एक सत्र में हिस्सा लेंगे और आपूर्ति श्रृंखला के लचीलेपर पर एक कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।

 

G-20 Summit: कोरोना महामारी से निपटने के लिए पीएम मोदी ने दुनिया को दिया ‘वन अर्थ वन हेल्थ’ का मंत्र

कोरोना महामारी के बाद  पहली बार दुनिया की आर्थिक महाशक्तियों के नेता शिखर वार्ता के लिए आमने-सामने बैठे। रोम में आयोजित हो रहे इस सम्मेलन के एजेंडे में कई महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दे हैं दौरान पीएम मोदी ने कोरोना महामारी और इससे निपटने में भारत के प्रयासों का जिक्र किया। इसके साथ ही उन्होंने सम्मेलन में वन अर्थ वन हेल्थ का मंत्र भी दिया।

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “जी-20 में आज की कार्यवाही व्यापक और उत्पादक थी। ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ के दृष्टिकोण पर मैंने कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में भारत के योगदान, स्वास्थ्य सेवा में नवाचार को आगे बढ़ाना, लचीला वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की आवश्यकता और प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला।

पहले सत्र में पीएम मोदी ने कोविड 19  के खिलाफ लड़ने में भारत के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने 150 से अधिक देशों को भारत की चिकित्सा आपूर्ति का उल्लेख किया और वन अर्थ, वन हेल्थ के हमारे दृष्टिकोण के बारे में बात की जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सहयोगात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है। इसका जी-20 में विश्व के नेताओं ने स्वागत किया।

 

महत्वपूर्ण सूचना
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संपादक
रामनरेश यादव

फ्रांस की नाराजगी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कही बड़ी बात-“हमारे पास इस समय फ्रांस से…”

ऑस्ट्रेलिया के साथ परमाणु सबमरीन के सौदे में जुटा अमेरिका दो कदम पीछे हट गया है। फ्रांस की नाराजगी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रों से रोम में बातचीत की।

इस दौरान उन्होंने कहा कि अमेरिका फ्रांस की पीठ के पीछे ऑस्ट्रेलिया के साथ सबमरीन का सौदा करने में अनाड़ी है। उन्होंने कहा कि हमारे पास इस समय फ्रांस से बेहतर कोई सहयोगी नहीं है।
जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने फ्रांस के साथ डीजल संचालित पनडुब्बी के करार को रद्द कर दिया था। इस पर फ्रांस ने नाराजगी जताई थी और इससे वाशिंगटन के साथ उसके रिश्तों में भी खटास आ गई थी।
बाइडन ने कहा कि फ्रांस अमेरिका के लिए अत्यंत सहयोगी देश है। वह अपने आप में एक शक्तिशाली देश है।परमाणु पनडुब्बी का सौदा रद्द होने के बाद फ्रांस ने नाराजगी जताई थी और वाशिंगटन और कैनबरा से अपने राजदूतों को भी वापस बुला दिया था।

5 से 11 साल तक के बच्चों का अमेरिका में शुरू होगा वैक्सीनेशन, फाइजर-बायोटेक की वैक्सीन को मिली हरी झंडी

अमेरिका में अब 5 से 11 साल तक के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. अमेरिका के खाद्य और औषधि प्रशासन ने बच्चों के टीके को मंजूरी दे दी. फाइजर-बायोटेक  पहली ऐसी कंपनी बन गई है जिससे अमेरिका के एफडीए ने 5 से 11 साल के बच्चों के टीके को मंजूरी दी है.

फाइजर के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर अल्बर्ट बोला ने कहा, ‘अमेरिका में 60 लाख से ज्यादा बच्चे कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इसके अलावा बहुत से कम उम्र के लोग और युवा भी इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं. इस वैक्सीन से हम बच्चे, उनके परिवार और समाज सभी की रक्षा कर पाएंगे.’

लेकिन, बच्चों का वैक्सीनेशन  शुरू होने से पहले अमेरिका की FDA इस वैक्सीन के बारे में मंगलवार को और विस्तृत जानकारी लेगी. इसके बाद ही बच्चों का वैक्सीनेशन प्रोग्राम को शुरू किया जाएगा.

बच्चों पर महामारी का बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है. महामारी ने बच्चों के शारीरिक विकास के साथ-साथ सामाजिक विकास पर भी बहुत बुरा प्रभाव डाला है.

 

बांग्लादेश: विदेश मंत्री ने तोड़ी चुप्पी व सांप्रदायिक हिंसा वाली सभी खबरों को करारा प्रोपगेंडा का हिस्सा

बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान पंडालों और मंदिरों में हुई हिंसा को लेकर मीडिया में चल रही खबरों पर यहां के विदेश मंत्री ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने सांप्रदायिक हिंसा वाली सभी खबरों को प्रोपगेंडा का हिस्सा करार दिया है। विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमेन ने बताया कि हाल में हुई हिंसा में सिर्फ 6 लोगों की मौत हुई थी।

उन्होंने कहा “कुछ उत्साही मीडिया” और सोशल मीडिया पर इस तरह की कहानी फैलाई गई।यह धार्मिक सद्भाव के लिए प्रतिबद्ध सरकार को शर्मिंदा करने के लिए किया गया था।

बयान में विदेश मंत्री मोमेन ने कहा, ‘सभी चल रहे प्रचारों के विपरीत हाल की हिंसा के दौरान केवल 6 लोग मारे गए। पुलिस मुठभेड़ के दौरान 4 मुस्लिम और 2 हिंदू भी मारे गए थे. इनमें से एक की मौत सामान्य थी, जबकि दूसरे ने तालाब में कूदकर जान गंवाई.य हिंसक घटनाओं के दौरान किसी का रेप नहीं हुआ और न ही किसी मंदिर को नष्ट किया गया। उन्होंने कहा कि कुछ मूर्तियों को तोड़ा गया है। ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं, जो नहीं होनी चाहिए थी।

पकिस्तान: इस्लामी अदालत का एलान ,”शादी के लिए लड़कियों की न्यूनतम उम्र निर्धारित करना इस्लाम की शिक्षाओं के विरुद्ध नहीं”

महिलाओं के अधिकारों से जुड़े एक मामले में पाकिस्तानी शीर्ष इस्लामी अदालत ने बड़ा फैसला सुनाया है। फैसले के मुताबिक, लड़कियों की शादी के लिए न्यूनतम उम्र निर्धारित करना इस्लाम की शिक्षाओं के विरुद्ध नहीं है।

कोर्ट के इस फैसले के बाद महिला अधिकारों के प्रति एक उम्मीद जगी है और उन कट्टरपंथी मुसलमानों को झटका लगा है, जो कहते हैं कि इस्लाम में शादी के लिए कोई उम्र निर्धारित नहीं की गई है। यह फैसला संघील शरीयत न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश मेाहम्मद नूर मेस्कनजई की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने सुनाया है।

अदालत ने अपने 10 पन्नों के फैसले में माना है कि बाल विवाह पर प्रतिबंध संबंधी कानून गैर इस्लामी नहीं है। विवाह के लिए लड़कियों और लड़कों की न्यूनतम उम्र निर्धारत करना इस्लामिक शिक्षाओं के खिलाफ नहीं है। अदालत ने अपने फैसले में कहा है कि शिक्षा और जागरूकता की व्यापकता की आवश्कता है।

साल 2025 तक के लिए इस देश की सरकार ने जनता को सुनाया फरमान कहा-“जिंदा बचना है तो कम…”

उत्तर कोरिया में खाद्य संकट  का असर काफी गंभीर होता जा रहा है. इसके मद्देनजर उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन ने लोगों को कम खाने का फरमान सुनाया है. किम जोंग ने देशवासियों से कहा है कि साल 2025 तक कम खाना खाएं ताकि देश खाद्य संकट से उभर सके.

पिछले काफी समय से उत्तर कोरिया में खाद्य आपूर्ति (Food Crisis in North Korea) कम हो गई है. यहां रहनेवाले लोगों के मुकाबले खाने-पीने की सप्लाई काफी कम हो गई है, जिसके नतीजन खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं.

इसके साथ ही अधिकारियों की तरफ से इस बात पर भी जोर दिया जा रहा है कि 2025 से पहले उत्तर कोरिया और चीन के बीच सीमा शुल्क को फिर से बहाल करने की संभावना बहुत कम है.

किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने कुछ समय पहले यहां तक स्वीकार किया था कि देश ‘सबसे खराब स्थिति’ का सामना कर रहा है. इससे पहले अप्रैल में, किम ने सत्ताधारी पार्टी के अधिकारियों से काम और बलिदान का एक और ‘कठिन मार्च’ करने का भी आग्रह किया था.

मौजूदा आर्थिक सकंट को साल 1990 के अकाल और आपदा की अवधि से जोड़ा जा रहा है. दरअसल, सोवियत संघ के पतन के बाद अकाल के दौरान नागरिकों को एकजुट करने के लिए अधिकारियों द्वारा ‘कठिन मार्च’ शब्द अपनाया गया था.