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विदेश

आज से शुरू हुआ पीएम मोदी का अमेरिका दौरा, राष्ट्रपति बाइडन से होगी मुलाकात व इन मुद्दों पर करेंगे चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का अमेरिका दौरा आज से शुरू हो रहा है. पीएम आज सुबह 11 बजे अमेरिका के लिए रवाना होंगे और 26 सितंबर को भारत लौटेंगे. भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल (Ajit Doval) भी उनके साथ इस दौरे पर रहेंगे.

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की इस यात्रा में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ व्हाइट हाउस में उनकी बैठक है। राष्ट्रपति बाइडन के साथ प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली व्यक्तिगत बैठक होगी। भारत ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत में अफगानिस्तान में विकास, कट्टरवाद, उग्रवाद और सीमा पार आतंकवाद रोकने की तरीके और भारत-अमेरिकी वैश्विक साझेदारी का और विस्तार का मुद्दा प्रमुखता में होगा।

अपनी इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ 24 सितंबर को व्हाइट हाउस में द्विपक्षीय बैठक में हिस्सा लेंगे. इस बैठक में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी मौजूद होंगी.

 

 

सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान ने की पीएम मोदी से मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान अल सऊद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और उन्होंने अफगानिस्तान में हालात समेत क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान जारी कर बताया कि बैठक में विभिन्न द्विपक्षीय कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गई। इसमें दोनों देशों के बीच स्थापित रणनीतिक साझेदारी परिषद के तहत पहल शामिल हैं।

पीएमओ की ओर से जारी बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने सऊदी अरब की ओर से अधिक निवेश किए जाने की उम्मीद जताई जिनमें ऊर्जा, सूचना प्रौद्योगिकी और रक्षा निर्माण समेत प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं।

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ”सऊदी अरब के विदेश मंत्री हिज हाइनेस प्रिंस फैसल बिन फरहान अल सऊद से भेंट कर खुशी हुई। द्विपक्षीय सहयोग के लिए जारी पहल और क्षेत्रीय स्थिति पर विचारों का आदान प्रदान किया।”

टीएस त्रिमूर्ति ने कही बड़ी बात, “यूएनजीए में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे प्रतीक्षित नेता हैं”

युनाइटेड नेशंस में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने कहा कि यूएनजीए में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे प्रतीक्षित नेता हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमेशा उन मुद्दों को उठाया है जोकि दुनिया के सबसे अहम हैं साथ ही जिसकी भारत के लिए भी महत्ता है।

त्रिमूर्ति ने कहा कि जैसा की आप जानते हैं कि पीएम मोदी 25 सितंबर को यूएनजीए के 76वें सत्र को संबोधित करेंगे। त्रिमूर्ति ने बताया कि अमेरिका में महामारी की स्थिति में सुधार हुआ है और टीकाकरण के अभियान को चलाया गया है।

ऐसे में इससे हुए वैश्विक आर्थिक नुकसान और सुस्त अर्थव्यवस्था को लेकर भी यूएन में चर्चा हो सकती है। साथ ही यूएन में आतंकवाद जैसे मुद्दों को भी उठाया जा सकता है। जिस तरह से अफगानिस्तान में घटनाक्रम हुआ है उसपर भी चर्चा संभावित है।

त्रिमूर्ति ने कहा कि अफगानिस्तान गंभीर मानवीय संकट से गुजर रहा है, यहां आतंकवाद और कट्रटर विचारधारा, अनियंत्रित ड्रग्स की सप्लाई, अवैध हथियार अहम चुनौती है।

तो ये हैं अफ़ग़ानिस्तान की सत्ता पर कब्ज़ा करने वाले तालिबान का असली चेहरा, महिलाओं संग कर रहे जंगली बर्ताव

अफगान महिलाओं के अधिकार बरकरार रखने के वादों के बावजूद तालिबान उनका भरोसा जीतने में विफल रहा है। अफगानिस्तान में आतंकी संगठन के शासन में महिलाएं खौफजदा हैं।

थिंक टैंक इंटरनेशनल फोरम फॉर राइट एंड सिक्योरिटी का कहना है कि जब अर्घंद जैसी पढ़ी-लिखी महिला को तालिबान के डर के मारे भागना पड़ा तो गांव-कस्बों में रहने वाली आम महिलाओं की पीड़ा समझी जा सकती है।

यहां तक कि महिला पुलिसकर्मियों को भी धमकियां मिल रही हैं। शहरी इलाकों से दूर महिलाएं, बच्चियां परिवार के पुरुषों के बिना गली-सड़कों पर नहीं निकल सकतीं। सरकार में महिलाओं को जगह न मिलने से भी साफ हो गया है कि तालिबान राज में उनके लिए झूठ के अलावा ज्यादा कुछ नहीं है।

काबुल के अंतरिम मेयर हमदुल्लाह नमोनी ने शहर की कामकाजी महिलाओं को नई सरकार के नियमों का हवाला देकर घर में ही रहने का फरमान जारी किया है।

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तबियत अचानक बिगड़ी, पिछले 600 दिनों से नहीं किया कोई भी विदेश दौरा

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सेहत को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है।विदेशी दौरों के प्रति जिनपिंग की उदासीनता से भी इन अटकलों को बल मिल रहा है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीनी राष्ट्रपति ने पिछले 600 दिनों से एक बार भी विदेशों का दौरा नहीं किया है। वह इससे पहले 18 जनवरी, 2020 को म्यांमार के दौरे पर गए थे। इसके बाद से वह देश से बाहर नहीं गए।

स्वास्थ्य कारणों से जिनपिंग अब अधिक से अधिक वार्ता टेलीफोन पर कर रहे हैं। उक्त अवधि में उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों समेत करीब 60 राष्ट्राध्यक्षों से टेलीफोन पर वार्ता की।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि राष्ट्रपति जिनपिंग चीन में अमेरिकी विदेश मंत्री, सिंगापुर के प्रधानमंत्री, डेनिश प्रधानमंत्री के साथ बैठकों को बिना कोई कारण बताए स्थगित कर चुके हैं।

बौद्ध विरासत स्थलों को पाकिस्तान में नष्ट करने के फैसले पर श्रीलंका हुआ नाराज़, ले सकता हैं ये फैसला

पाकिस्तान में बौद्ध विरासत स्थलों को नष्ट किए जाने पर श्रीलंका ने नाराजगी जताई है। इसकी वजह से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों प्रभावित भी हो सकते हैं। पाकिस्तान के स्वात घाटी में विरासत स्थलों में बौद्ध नक्काशी, स्तूपों और बुद्ध की मूर्तियों को विध्वंस किया गया है।

2020 में पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में बुद्ध की 1,700 साल पुरानी एक मूर्ति को ध्वस्त कर दिया गया था। मूर्ति विध्वंस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसको लेकर नागरिक कार्यकर्ताओं और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने चिंता व्यक्त की है।

इस्लाम खबर की रिपोर्ट के अनुसार, यह निश्चित रूप से पाकिस्तान सरकार की धार्मिक पर्यटन को मजबूत करके श्रीलंका के साथ संबंधों का विस्तार करने की योजना के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

पाकिस्तान को आतंकी गतिविधियों का केंद्र माना जाता है। इसके कारण पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट देखी गई है। अब धार्मिक संरचना के विध्वंस ने न केवल पर्यटकों की संख्या बल्कि राजस्व में भी भारी कमी देखने को मिली है।

न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान सार्क विदेश मंत्रियों की बैठक में आमने सामने होंगे भारत-पाक

न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान सार्क विदेश मंत्रियों की बैठक का आयोजन होगा, जिसमें भारत और पाक के विदेश मंत्री शामिल होंगे। मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी एक ही छत के नीचे मौजूद होंगे।

सूत्र बताते हैं कि इस मंच से पाकिस्तान का नाम लिए बिना विदेश मंत्री एस जयशंकर क्षेत्र में आतंकवाद के मुद्दे पर भारत की चिंता जताएंगे, साथ ही अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के कब्ज़े के बाद सार्क के मंच से भी विदेश मंत्री जयशंकर भारत का रुख रखेंगे।

विदेश मंत्री जयशंकर के संबोधन के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री बैठक से गायब रहे। कुरैशी ने इसे अपनी तरफ से भारत के बायकाट का तरीका करा दिया।

2018 में उस वक्त की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सार्क विदेश मंत्रियों की बैठक से अपना संबोधन खत्म करने के तुरंत बाद चली गई थी, जिसके बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी बोखला गए थे।

भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने मनाया 55 वां बर्थडे, जानें उनसे जुड़ी कुछ बातें

भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और अमेरिकी नौसेना की सदस्य सुनीता विलियम्स आज 55 वर्ष की हो गई हैं. उनका जन्म 19 सितंबर 1965 को ओहायो के यूक्लिड शहर में हुआ था.

भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री 195 से भी ज्यादा दिन तक अंतरिक्ष में रहने का विश्व रिकॉर्ड बना चुकी हैं. आज हम आपको उनके जन्मदिन के मौके पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ अनसुनी और दिलचस्प बातें बताएंगे.

सुनीता विलियम्स का जन्म 19 सितंबर 1965 को ओहायो शहर में हुआ था, उनके पिता भारत के गुजरात के रहने वाले है, वहीं उनकी मां स्लोविनिया से हैं. इस नाते सुनीता का कनेक्शन भारत से गहरा है.

सुनीता विलियम्स ने साल 1983 में मैसाचुसट्स में नीधम हाई स्कूल से पढ़ाई पूरी की.सुनीता विलियम्स ने अपने इंटरव्यू में अपने अंतरिक्षा यात्रा से जुड़ी एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया था. उन्होंने अपने इंटरव्यू में बताया था कि वो अपनी यात्रा में अपने साथ भगवद गीता, भगवान गणेश की मूर्ति और समोसा साथ लेकर गई थीं.

 

अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया पर भड़का फ्रांस कहा, “हमें धोखा देकर पीठ पीछे किया समझौता…”

फ्रांस ने अमेरिका से सौदा करने के लिए पनडुब्बी बनाने के पेरिस के साथ किए गए अनुबंध को अचानक रद्द करने के ऑस्ट्रेलिया के फैसले को ‘छल, उपेक्षा और झूठ’ बताया है.

फ्रांस ने इस फैसले की निंदा की और पश्चिमी सहयोगियों के बीच जल्द संकट पैदा होने की आशंका व्यक्त की. राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने  को अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से अपने राजदूतों को वापस बुला लिया.

उन्होंने ‘फ्रांस 2’ टेलीविजन को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि राजदूतों को वापस बुलाना फ्रांसीसी सरकार और वाशिंगटन और कैनबरा के बीच ‘आज संकट की गहराई को दिखाता है.’

उन्होंने कहा, ‘यह सच नहीं है.’ उनके अनुसार, ‘सहयोगी फ्रांस जैसे प्रमुख साझेदार के साथ इतनी क्रूरता, इतनी अनिश्चितता के साथ व्यवहार नहीं करते… सच में संकट की स्थिति है. हमारे पास अपने गठबंधन की क्षमता पर सवाल उठाने की वजहें हैं.’

भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को नहीं मिल रही डब्ल्यूएचओ की मंजूरी, जल्द हो सकता हैं ये फैसला

भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को लेकर डब्ल्यूएचओ की मंजूरी का इंतजार बढ़ता ही जा रहा है। हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक अपने स्वदेशी कोरोना वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से बहुप्रतीक्षित आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (ईयूए) की प्रतीक्षा कर रहा है ।

भारत बायोटेक ने शुक्रवार को कहा कि उसने आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) के लिए अपनी कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सीन से संबंधित सभी डेटा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को सौंप दिए हैं और अब उसे वैश्विक स्वास्थ्य संगठन से फीडबैक का इंतजार है।

इस बीच भारत बायोटेक ने ट्वीट किया, ‘कोवैक्सीन का नैदानिक ​​​​परीक्षण डेटा जून 2021 में पूरी तरह से संकलित और उपलब्ध था। विश्व स्वास्थ्य संगठन को आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) आवेदन के लिए सभी डेटा जुलाई की शुरुआत में सौंप दिए गए। हमने डब्ल्यूएचओ द्वारा मांगे गए स्पष्टीकरण का जवाब दिया है और आगे की फीडबैक की प्रतीक्षा कर रहे हैं।’

भारत बायोटेक ने कहा कि कंपनी जल्द से जल्द डब्ल्यूएचओ ईयूएल पाने के लिए पूरी लगन के साथ कोशिश कर रही है। डब्ल्यूएचओ ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि वह वैक्सीन के डेटा की समीक्षा कर रहा है।