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विदेश

मुल्लाह बरादर या मुल्लाह याकूब आखिर कौन बनेगा अफगानिस्तान का अगला प्रधानमंत्री ?

अमेरिका के अफगानिस्तान से पूरी तरह वापस लौटने के बाद अब कुछ हीं दिनों में अफगानिस्तान में नई तालिबानी सरकार बन सकती है. अफगानिस्तान में मौजूद विश्वसनीय सूत्रों से मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक तालिबान अफगानिस्तान में ईरान के तर्ज़ पर सरकार गठन कर सकता है.

साथ हीं अफगानिस्तान का प्रधानमंत्री मुल्लाह बरादर या मुल्लाह याकूब को बनाया जा सकता है. आपको बता दें कि मुल्लाह याकूब मुल्लाह उमर का बेटा है और काफी हार्डलाइनर माना जाता है.

सुप्रीम लीडर अखुन्दज़ादा कांधार में हीं रहेंग और प्रधानमंत्री और सरकार के बाकी मंत्री काबुल से सरकार का संचालन करेंगे. अफगानिस्तान के मौजूदा संविधान को रद्द कर 1964-65 के पुराने संविधान को हीं फिर से लागू कर सकता है क्योंकि तालिबान का मानना है कि नया संविधान विदेशी मुल्कों के आधीन बनाया गया था. तालिबान का हार्डलाइनर गुट सत्ता में किसी और को शामिल नहीं करना चाहता. मगर, दोहा आफिस के तालिबानी नेता दूसरे पक्षों को भी शामिल करना चाहते हैं.

अफगानिस्तान से हजारों सैनिकों को हटाने वाले अमेरिका ने अब किया एक और बड़ा खुलासा, देखिए यहाँ

अफगानिस्तान में दो दशकों तक युद्ध में अपने हजारों सैनिकों को खोने वाले अमेरिका के वहां से निकलने की काफी आलोचना की गई, लेकिन अब इसकी तस्वीर साफ होने लगी है।

अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस क्षेत्र में अमेरिकी संबंधों को बढ़ावा देने के लिए सिंगापुर की यात्रा के दौरान चीन की कथित धमकी के खिलाफ भाषण दिया था। नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के लिए खतरा हैं, विशेष रूप से दक्षिण चीन सागर में क्षेत्र के अपने आक्रामक दावे को लेकर।

ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन के विदेश नीति विशेषज्ञ रयान हैस ने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिका के हटने की पराजय का एशिया में वाशिंगटन की विश्वसनीयता पर स्थायी प्रभाव नहीं पड़ेगा। एशिया में अमेरिका की स्थिति चीन के उदय को संतुलित करने और इस क्षेत्र के तीव्र विकास को आधार बनाने वाली लंबी शांति को बनाए रखने में अपने सहयोगियों के साथ साझा हितों का एक कार्य है।”

चीन लगभग पूरे समुद्र पर दावा करता है – जिसके कुछ हिस्सों पर वियतनाम, मलेशिया और फिलीपींस सहित कुछ दक्षिण पूर्व एशियाई देशों ने भी दावा किया है।

दुनियाभर में अबतक कोरोना केस की संख्या पहुंची 21 करोड़ 70 लाख के पार, इन देशों में मचा हाहाकार

दुनिया में कोरोना महामारी को आए दो साल होने वाले हैं और आज भी कई देशों में इसका कहर देखने को मिल रहा है।  वैश्विक कोरोना वायरस केसलोड अब 217 मिलियन से ऊपर पहुंच चुका है, जबकि मौतें 4.50 मिलियन से अधिक हो गई हैं और अब तक दुनिया में टीकाकरण 5.23 बिलियन से अधिक हो गया है।

अमेरिका दुनिया के सबसे अधिक मामलों और मौतों की संख्या क्रमशः 39,048,678 और 638,676 दर्ज करने के बाद सबसे प्रभावित देश बना हुआ है। संक्रमण के मामले में भारत 3 करोड़ 27 लाख 37 हजार 939 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है।

3 मिलियन (30 लाख) से अधिक मामलों वाले अन्य सबसे खराब देश ब्राजील (20,752,281), फ्रांस (6,834,834), रूस (6,803,323), यूके (6,789,189), तुर्की (6,366,408), अर्जेंटीना (5,178,889), कोलंबिया (4,907,264), ईरान (4,960,744), स्पेन (4,847,298), इटली (4,534,499) , इंडोनेशिया (4,079,267), जर्मनी (3,947,035) और मेक्सिको (3,335,700) हैं।

8 साल पुरानी इस किताब ने खोला अफगानिस्तान का ये बड़ा राज़, तालिबान-आईएसआई के रिश्तों पर भी हुआ खुलासा

अमेरिकी सेना की आखिरी टुकड़ी अफगानिस्तान छोड़कर लौट गई। इसी के साथ अब पूरे देश में 20 साल बाद फिर तालिबान का कब्जा हो गया है।

पिछले कुछ दिनों में अमेरिका की ओर से अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ चलाए गए मिशनों और उनकी सफलता-असफलता को लेकर कई विश्लेषण आए।  उसका जिक्र एक 2013 की किताब ‘द किल लिस्ट’ में हूबहू मिलता है।

किताब में तालिबान-हक्कानी नेटवर्क के संबंधों का जिक्र द किल लिस्ट उपन्यास वैसे तो काल्पनिक घटनाक्रम पर आधारित है, लेकिन तालिबान, पाकिस्तान, आईएसआई के संबंधों को लेकर लेखक ने इसमें अपनी अफगान मामलों से जुड़ी जानकारी का इस्तेमाल किया है।

इस किताब के एक छठे चैप्टर में फ्रेड्रिक ने तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के रिश्तों का जिक्र किया और कहा कि जब सोवियत सेनाओं के जाने के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान पर शासन कायम किया (1992-1996), तब जलालुद्दीन हक्कानी तालिबान का कमांडर बन गया।

 

काबुल एयरपोर्ट के बाहर एक बार फिर से हुआ भयावाह ब्लास्ट, ISIS आतंकियों पर Airstrike कर रहा अमेरिका

 काबुल एयरपोर्ट पर आज सुबह हुए रॉकेट से हमले के बाद तालिबान ने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के आसपास अपने घेरे को बढ़ा दिया है। हालांकि इसके पीछे वह सुरक्षा कारण बता रहा है, लेकिन बताया जा रहा है कि उसने ऐसा अफगान नागरिकों को देश नहीं छोड़ने देने के लिए किया है।

अफगान पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, काबुल हवाई अड्डे के पास रॉकेट से हमला हुआ जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई है। दो प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विस्फोट एक रॉकेट के कारण हुआ था जो काबुल हवाई अड्डे के उत्तरी हिस्से के एक घर से टकराया था।

सूत्र ने कहा कि इसके बाद अफगान नागरिकों को अधिक जांच का सामना करना पड़ रहा है, जो अपना देश छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया कि अमेरिका ने काबुल में संदिग्ध ISIS-K आतंकवादियों को निशाना बनाते हुए एक सैन्य हमला किया है।

। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने शनिवार को कहा था कि हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक और आतंकवादी हमला अगले 24 से 36 घंटों होने की संभावना है। इसके लिए अलर्ट भी जारी किया गया था।

खौफनाक! अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनते ही महिलाओं पर होगा इस चीज़ का बड़ा संकट

अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण ने एक बार फिर निसंदेह महिलाओं के जीवन को खतरे में डाल दिया है कई अफगान महिलाओं के लिये हिंसा बहुत लंबे समय से एक कड़वी सच्चाई रही है। यूएसएआईडी के जनसांख्यिकी एवं स्वास्थ्य कार्यक्रम के 2015 के सर्वेक्षण के अनुसार, देश के कुछ इलाकों में 90 प्रतिशत महिलाओं ने अपने पति के द्वारा की गई हिंसा का सामना किया है।

जिन पुरुषों से हमने बात की, वे भी पुरुषों और महिलाओं के बीच की असमानताओं से अच्छी तरह वाकिफ हैं। लेकिन वे अक्सर मानते हैं कि महिलाओं को पुरुषों के संरक्षण और मार्गदर्शन में रहना चाहिये। लोग अपने अपने हिसाब से इस पर तर्क-वितर्क करते हैं।

अमेरिकी अतिक्रमण के दौरान, एमनेस्टी इंटरनेशनल और ह्यूमन राइट्स वाच ने मुजाहिदीन, कबीलों के कट्टरपंथी मुखिया आदि की भूमिका रेखांकित की थी जो खुद ही युद्ध अपराधी होते हैं और यौन उत्पीड़न करते हैं। अफगानिस्तान सरकार के दौरान ये लोग ही मंत्री, गवर्नर और संसद के सदस्य बन गए। युद्ध ने महिलाओं को गई घाव दिए।

अफगानिस्तान की महिलाएं और कुछ हद तक पुरुष पितृसत्ता और लैंगिक भेदभाव को खत्म होते देखना चाहते हैं, लेकिन उम्मीद की किरण उन्हें धुंधली ही दिखाई देती है।

ओपन रोमांस करती नजर आई आमिर खान की लाडली बेटी, जिम ट्रेनर के साथ फर्श पर लेटकर किया ये…

बॉलीवुड एक्टर आमिर खान की बेटी इरा खान अक्सर किसी ना किसी वजह से सुर्खियों में रहती हैं. इरा नुपुर शिखर के साथ ओपन रिलेशनशिप में हैं. वह समय समय पर फैंस के साथ फोटोज और वीडियोज शेयर करती रहती हैं.

इरा ने उन्हें पीछे से गले लगाया हुआ है. तस्वीर में नुपुर मुस्कुराते हुए कैमरे से दूर देख रहे हैं, जबकि इरा उनकी तरफ देख रही हैं. नुपुर ने जहां सफेद रंग की टी-शर्ट पहनी हुई है, वहीं इरा ने ब्लैक टॉप पहना हुआ है. इरा और नूपुर को एक दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम बीता रहे हैं. इरा ने पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “आई लव यू.”

इरा ने अपने निर्देशन की शुरुआत दो साल पहले यूरिपीडेस मेडिया नामक के शो से की थी. इरा और नूपुर ने इस साल की शुरुआत में इंस्टाग्राम पर अपने रिश्ते को ऑफिशियल किया था.

अफगानिस्तान में अमेरिका का रेस्क्यू मिशन ख़त्म होने से पहले ही तालिबान ने चली नई चाल किया ये…

अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद अमेरिका, ब्रिटेन समेत विभिन्न देशों के रेस्क्यू अभियान की जो शुरुआत हुई थी, वह धीरे-धीरे खत्म होने लगा है. ब्रिटेन ने तीन दिन पहले ही अफगानिस्तान से अपना निकासी अभियान खत्म कर दिया और सभी नागरिकों को वापस अपने देश बुला लिया.

अमेरिका का अभियान भी 31 अगस्त तक खत्म हो जाएगा. अफगानिस्तान में बिगड़े हुए हालात के बीच में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बीच में शनिवार देर रात बात हुई है.

अमेरिकी विदेश विभाग ने बताया है कि दोनों ने अफगानिस्तान और संयुक्त राष्ट्र में निरंतर समन्वय सहित साझा प्राथमिकताओं की व्यापक चर्चा की. दोनों अमेरिका-भारत साझेदारी को गहरा करने के लिए साझा लक्ष्यों और प्राथमिकताओं पर समन्वय बनाए रखने पर सहमत हुए हैं.

गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर इजरायल ने किया भयावह हवाई हमला, गिराए आग के गुब्बारे

इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष एक बार फिर जोर पकड़ने लगा है। गाजा ने एक बार फिर इजारीइल को निशाना बनाते हुए आग गुब्बारे छोड़े। इसके जवाब में इजरायली युद्धक विमानों ने एक निर्माण स्थल पर हमला करके गुब्बारे छोड़े जाने उस क्षेत्र को ही ध्वस्त कर दिया। इस हमले से किसी के हताहत होने की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं आई है।

इजराइली प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ आमने-सामने बैठक कर देश की अपनी यात्रा खत्म करने और इजराइल रवाना होने के लिए विमान में सवार होने से पहले वाशिंगटन में संवाददाताओं से बातचीत की।

जून में बेनेट के प्रभार संभालने के बाद से यह उनकी पहली यात्रा थी। उन्होंने हीब्रू भाषा में कहा, ”हम गाजा में अपने हितों के हिसाब से काम करेंगे।’ बेनेट ने कहा कि उन्होंने ईरान को परमाणु हथियार प्राप्त करने से रोकने में रणनीतिक सहयोग सहित वाशिंगटन की “यात्रा के सभी उद्देश्यों को प्राप्त किया।’ इस्लामिक आतंकी संगठन हमास के हथियार बनाने के इस परिसर को इजरायली वायुसेना ने पूरी तरह तहस-नहस कर दिया है।

अफगानिस्तान में फंसे सभी अमेरिकी नागरिकों से US ने की ये बड़ी अपील कहा, “अभी के अभी यहाँ से…”

अमेरिका ने अफगानिस्तान के काबुल हवाईअड्डा क्षेत्र में मौजूद अपने सभी नागरिकों से तत्काल इलाका छोड़ने का अनुरोध किया है। अमेरिका ने क्षेत्र में खतरे की खुफिया जानकारी मिलने पर अपने नागरिकों से यह अनुरोध किया।

विदेश विभाग ने रविवार सुबह दी चेतावनी में कहा कि अमेरिकी नागरिकों को इस वक्त हवाईअड्डे तथा उसके सभी द्वारों की ओर जाने से बचना चाहिए।

घातक काबुल हवाई अड्डे पर हमले के जवाब में अमेरिकी हवाई हमले ने अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट को निशाना बनाया।अमेरिकी सेना ने  को कहा कि उसने अफगानिस्तान में एक ड्रोन हमला किया, जिसमें इस्लामिक स्टेट के दो ”साजिशकर्ताओं” की मौत हो गई।

ब्रिटेन ने पिछले 2 हफ्ते में काबुल से लगभग 15,000 ब्रिटेन और अफगानी नागरिकों को निकालने के बाद अपना बचाव अभियान खत्म कर दिया है। ब्रिटेन की सरकार ने शनिवार को कहा था कि ब्रिटेन और अफगान नागरिकों को सुरक्षित निकालने के अभियान में लगे कम से कम एक हजार सैनिकों ने आखिरी निकासी उड़ान के कुछ घंटो बाद देश छोड़ दिया है। अनेक देशों ने अफगानिस्तान से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का अभियान बंद कर दिया है।