Thursday , November 21 2024

विदेश

होली के रंगों में पाकिस्तान भी डूबा, पूर्व विदेश मंत्री भुट्टो ने हिंदू समुदाय को दी बधाई

पाकिस्तान में भी होली का जश्न जोर-शोर से शुरू हो चुका है। लोग होली की मस्ती में डूब गए हैं। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने रविवार को हिंदू समुदाय को होली की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा है कि होली वह त्योहार है जो मानवता की याद दिलाता है जो धार्मिक और सांस्कृतिक मतभेदों से परे है।

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष ने समावेशिता को बढ़ावा देने और देश के भीतर विविध सांस्कृतिक परंपराओं के लिए सम्मान के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि होली साझा मानवता की याद दिलाता है जो धार्मिक या सांस्कृतिक मतभेदों से परे है।

कड़वाहट भुलाकर आगे बढ़ने के बारे में सोचना चाहिए
इस तरह के त्योहार से देश के भीतर समावेशिता को बढ़ावा देते हुए उन्होंने पाकिस्तान की आबादी के बीच आपसी समझ और एकजुटता की वकालत करते हुए सामाजिक सामंजस्य की आवश्यकता पर जोर दिया।उन्होंने कहा है कि होली वह त्योहार है जो झूठ पर सच की जीत के बारे में बताता है। ऐसे में सभी को कड़वाहट भुलाकर आगे बढ़ने के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हर नागरिक के पास संविधान के मुताबिक समान अधिकार हैं। ऐसे में उन्हें इस त्योहार को मनाने का भी पूरा हक है।

दुनिया में पहली बार सूअर की किडनी से हुआ ट्रांसप्लांट, चिकित्सकों को मरीज के जल्द ठीक होने की उम्मीद

बोस्टन में डॉक्टरों ने सूअर की आनुवंशिक रूप से संशोधित किडनी 62 वर्षीय एक मरीज में प्रत्यारोपित की। डॉक्टरों ने कहा कि वेमाउथ (मैसाचुसेट्स) के रहने वाले मरीज रिचर्ड रिक स्लेमैन ठीक हो रहे हैं और उन्हें जल्द ही छुट्टी मिलने की उम्मीद है। मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल ने एक बयान में कहा कि यह पहली बार है कि सूअर की किडनी किसी जीवित व्यक्ति में प्रत्यारोपित की गई है। इसके अलावा दो पुरुषों को पिग हार्ट ट्रांसप्लांट (सूअरों से हृदय प्रत्यारोपण) किया गया था, हालांकि दोनों की कुछ महीनों के भीतर मृत्यु हो गई थी।

पीएम मोदी के स्वागत में सड़कों पर उमड़े भूटान के लोग, बोले- हम खुशनसीब, भारत हमारा दोस्त

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर भूटान में हैं। प्रधानमंत्री आज सुबह ही नई दिल्ली से भूटान की राजधानी थिंफू के लिए रवाना हुए और कुछ घंटे बाद भूटान पहुंच गए। पीएम मोदी के भूटान दौरे को लेकर भूटान के लोग बेहद खुश हैं और उनकी खुशी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जगह-जगह थिंफू की सड़कों के किनारे लोग पीएम मोदी के स्वागत के लिए खड़े दिखाई दिए।

पीएम मोदी के स्वागत में सड़कों पर उमड़ा हुजूम
प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में बड़ी संख्या में बच्चे भी सड़क किनारे खड़े दिखाई दिए। बच्चों ने अपने हाथों में भारत और भूटान के झंडे पकड़े हुए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने भी बच्चों को निराश नहीं किया और लोगों से मिलते हुए बच्चों को उन्होंने दुलार किया। कई स्कूलों के बच्चे भी पीएम मोदी के स्वागत में अपने हाथों में तिरंगा झंडा पकड़े दिखाई दिए। एक स्कूली छात्र ने कहा कि ‘भूटान खुशनसीब है कि हमें भारत जैसा दोस्त मिला है।’ भूटान को जब भी मदद की जरूरत हुई है, भारत ने हमेशा साथ दिया है। छात्र ने भारत द्वारा जरूरत के समय की गई आर्थिक मदद और कोरोना के समय वैक्सीन उपलब्ध कराने की भी तारीफ की।

थिंफू की रहने वाली एक महिला ने इस बात की उम्मीद जताई कि पीएम मोदी के भूटान दौरे से दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे। पीएम मोदी का थिंफू के पारो एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत किया गया। एयरपोर्ट पर पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। भूटान के पीएम शेरिंग तोबगे ने एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत किया। भूटान की राजधानी में जगह जगह पीएम मोदी के स्वागत में पोस्टर बैनर लगाए गए हैं।

पीएम मोदी के भूटान दौरे पर दोनों देशों के संबंधों को बढ़ाने पर फोकस किया जाएगा। भारत और भूटान के बीच राजनयिक संबंधों की शुरुआत 1968 में हुई थी। भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक कई बार भारत का दौरा कर चुके हैं। पिछले साल नवंबर में भी भूटान नरेश ने भारत का दौरा किया था।

ब्रिटिश राजकुमारी केट मिडलटन के मेडिकल रिकॉर्ड लीक होने पर हंगामा, अस्पताल कर्मियों से पूछताछ शुरू

ब्रिटेन में नागरिकों की निजता की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार इंफोर्मेशन कमिश्नर ऑफिस (आईसीओ) ने ब्रिटिश राजघराने की बहू केट मिडलटन के मेडिकल रिकॉर्ड के कथित लीक मामले में जांच शुरू कर दी है। इस बीच एक पुरानी जांच रिपोर्ट की ब्रिटेन में चर्चा चल रही है, जिसमें कहा गया कि मरीज के मेडिकल रिकॉर्ड मेडिकल स्टाफ को आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। यह रिपोर्ट केयर क्वालिटी कमीशन ने साल 2021 में जारी की थी।

मेडिकल रिकॉर्ड लीक की जांच शुरू
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुरानी रिपोर्ट में दावा किया गया कि बड़े अस्पतालों में मरीजों के रिकॉर्ड सुरक्षित रखे जाते हैं, लेकिन वे मेडिकल कर्मियों को आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। केट मिडलटन की बीती जनवरी में सर्जरी हुई थी। यह सर्जरी लंदन के एक अस्पताल में हुई। दो हफ्ते अस्पताल में रहने के बाद केट अस्पताल से डिस्चार्ज हो गईं थी। हाल ही में आरोप लगे कि अस्पताल में केट के मेडिकल रिकॉर्ड लीक हुए। इस मामले में तीन कर्मचारियों से पूछताछ हो चुकी है। वहीं केट मिडलटन सर्जरी के बाद से ही सार्वजनिक तौर पर नहीं दिखाई दी हैं। जिसके चलते उनकी सेहत को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाओं का दौर चल रहा है।

‘अगर किसी जज को हटाना इतना आसान…’, HC के न्यायाधीश को पद से बर्खास्त करने पर SC की फटकार

पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को हाईकोर्ट के एक पूर्व न्यायाधीश को बर्खास्त करने के आदेश को अवैध घोषित कर दिया। दरअसल, न्यायाधीश को देश की शक्तिशाली खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के खिलाफ भाषण देने के लिए पद से हटा दिया गया था।

साल 2018 में बर्खास्त किया
रावलपिंडी बार एसोशिएसन में इस्लामाबाद हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश शौकत अजीज सिद्दीकी ने आईएसआई पर अदालत की कार्यवाही को प्रभावित करने और पसंद की पीठें बनाने का आरोप लगाया था। इसी को लेकर उन्हें 11 अक्तूबर, 2018 में सर्वोच्च न्यायिक परिषद द्वारा बर्खास्त कर दिया गया था।

कई साल बीतने के बाद सुनवाई
पूर्व न्यायाधीश ने पद से हटाए जाने के फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी थी। कई साल बीत जाने के बाद इस मामले पर सुनवाई शुरू की गई। मुख्य न्यायाधीश काजी फैज ईसा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय पैनल और इसमें न्यायमूर्ति अमीनुद्दीन खान, न्यायमूर्ति जमाल खान मंडोखल, न्यायमूर्ति हसन अजहर रिजवी और न्यायमूर्ति इरफान शादत शामिल थे।

23 जनवरी को रखा था फैसला सुरक्षित
पीठ ने 23 जनवरी को सुनवाई पूरी कर ली थी और आदेश को सुरक्षित रख लिया था, जो आज जारी किया गया। पीठ ने कहा कि सिद्दीकी को हटाया जाना गलत है। उन्हें इस्लामाबाद हाईकोर्ट का सेवानिवृत्त न्यायाधीश माना जाएगा और वह एक पूर्व न्यायाधीश की तरह सभी लाभों के हकदार होंगे।

‘अमेरिका आते हुए बहुत सावधान रहें…’, छात्रों को पेप्सिको की पूर्व सीईओ नूई की ये बात जरूर सुननी चाहिए

पेप्सिको की पूर्व सीईओ इंदिरा नूई ने अमेरिका में रह रहे या अमेरिका जाने की तैयारी कर रहे भारतीय छात्रों को सलाह दी है कि वह अमेरिका में बहुत ध्यान से रहें और स्थानीय कानूनों का पालन करें। साथ ही नूई ने अपील की कि भारतीय युवा अमेरिका आकर ड्रग्स या किसी भी नशे से दूर रहें। हाल के समय में अमेरिका में भारतीय छात्रों के साथ अनहोनी की कई घटनाएं हुई हैं। यही वजह है कि इंदिरा नूई ने भारतीय छात्रों को अलर्ट रहने की सलाह दी है।

इंदिरा नूई ने जारी किया वीडियो
इंदिरा नूई को वैश्विक स्तर पर कॉरपोरेट जगत की ताकतवर और प्रभावशाली शख्सियत के तौर पर जाना जाता है। नूई ने एक 10 मिनट के वीडियो संदेश जारी किया है, जिसे न्यूयॉर्क में भारत के कॉन्सुलेट जनरल ने सोशल मीडिया पर साझा किया है। वीडियो संदेश में नूई ने कहा कि ‘इस वीडियो को रिकॉर्ड करने का मकसद ये है कि मैं आप सभी युवाओं से, जो अमेरिका आना चाहते हैं या पहले से ही यहां रहकर पढ़ाई कर रहे हैं, उनसे बात करना चाहती थी। आजकल भारतीय छात्रों के साथ अनहोनी होने की कई घटनाएं सामने आई हैं। लेकिन ये आपके हाथ में है कि आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।’

छात्रों को नशे से दूर रहने की सलाह
नूई ने कहा कि ‘कानून का पालन करें और रात में अकेले सुनसान जगहों पर न जाएं। ड्रग्स या किसी भी तरह के नशे के सेवन से बचें क्योंकि यही सब चीजें आपदा लेकर आती हैं।’ पेप्सिको की पूर्व सीईओ ने भारतीय छात्रों को सलाह दी कि वह अमेरिका में अपनी यूनिवर्सिटी और कोर्स को बहुत सावधानी से चुनें। जब अमेरिका आएं तो शुरुआती महीनों में बेहद सावधान रहें। दोस्त सावधानी से चुनें और नई आदतों को भी सोच-विचारकर अपनाएं। उन्होंने कहा कि ‘जब सांस्कृतिक बदलाव होता है तो बहुत आशंका होती है कि छात्र इस आजादी में भटक जाते हैं और कई बार ड्रग्स के आदी हो जाते हैं। ये बेहद खतरनाक है।’

यूक्रेन की राजधानी पर रूस का मिसाइल हमला, कम से कम आठ लोग घायल

रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से युद्ध जारी है। इस बीच रूस ने एक बार फिर गुरुवार तड़के कीव पर मिसाइल हमले किए। इस हमले में कम से कम आठ लोग घायल हुए। वहीं कई आवासीय इमारतें व औद्योगिक प्रतिष्ठान क्षतिग्रस्त हो गए। बताया जा रहा है कि यूक्रेन ने जवाबी हमले किए, जिसके कारण राजधानी में सुबह पांच बजे के आसपास जोरदार धमाके सुने गए। वहीं, हवाई हमले की चेतावनी सुबह छह बजकर 10 मिनट पर समाप्त हुई। न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, यह हाल के हफ्तों में यूक्रेन की राजधानी पर हुआ सबसे बड़ा हमला है। हालांकि, फिलहाल नुकसान का पता नहीं चला है।

मलबा गिरने से लगी आग
यूक्रेन की सेना ने बताया कि रूस ने हाइपरसोनिक और बैलेस्टिक मिसाइलों से हमला किया। कीव के पार्षद विताली क्लिट्सको ने बताया कि वायु रक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई कर मिसाइलों को मार गिराया। इन मिसाइलों का मलबा शहर के विभिन्न हिस्सों में गिर गया, जिससे कम से कम तीन आवासीय इमारतों और पार्किंग स्थलों में आग लग गई। हमले को देखते हुए पहले से ही आपातकाली सेवाओं को सतर्क कर दिया गया था।

सैन्य सहायता की आवश्यकता
बता दें, हवाई हमला ऐसे समय में हुआ, जब रूसी सेना 600 मील से अधिक की सीमा रेखा के साथ कई स्थानों पर जमीनी हमलों के साथ आगे बढ़ रही है। इस हमले से एक दिन पहले ही यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बुधवार को कहा था कि देश को हमलों से बचाने के लिए सैन्य सहायता की आवश्यकता है।

पश्चिम एशिया के दौरे पर सऊदी अरब पहुंचे एंटनी ब्लिंकन, इस्राइल हमास युद्ध शुरू होने के बाद छठा दौरा

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन एक बार फिर पश्चिम एशिया के दौरे पर हैं। अपने दौरे के तहत अमेरिकी विदेश मंत्री बुधवार को सऊदी अरब पहुंचे। एंटनी ब्लिंकन, सऊदी अरब सरकार के साथ इस्राइल हमास के बीच युद्धविराम के मुद्दे पर चर्चा करेंगे। साथ ही अमेरिका की कोशिश है कि इस्राइल-हमास युद्ध अरब क्षेत्र में फैलने न पाए।

इस्राइल हमास युद्ध शुरू होने के बाद छठा दौरा
अमेरिकी विदेश मंत्री सऊदी अरब के बाद गुरुवार को मिस्त्र के दौरे पर जाएंगे और वहां के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने बताया कि एंटनी ब्लिकंन इस्राइल का दौरा भी करेंगे और इस्राइली सरकार के साथ बंधकों की रिहाई के प्रयासों पर बात करेंगे। साथ ही ब्लिंकन गाजा में मानवीय मदद पहुंचाने के प्रयासों पर भी बात करेंगे। इस्राइल हमास युद्ध शुरू होने के बाद से अमेरिकी विदेश मंत्री का पश्चिम एशिया का यह छठा दौरा है।

अमेरिका कोशिश कर रहा है कि सऊदी अरब, इस्राइल के साथ कूटनीतिक संबंध स्थापित करे। इसके बदले में इस्राइल, फलस्तीन को कुछ राहत दे। साथ ही सऊदी अरब चाहता है कि अमेरिका और इस्राइल उसके परमाणु कार्यक्रम को बनाने में समर्थन दें। सऊदी अरब, अमेरिका से सैन्य मदद भी चाहता है। सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच भी इस मुद्दे पर चर्चा हो चुकी है।

चीन ने की पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह पर आतंकी हमले की कड़ी निंदा, कहा- आतंकवाद के खिलाफ हम एकजुट

गुरुवार को ग्वादर बंदरगाह पर आतंकी हमले की चीन ने कड़ी निंदा की है। साथ ही आतंकवाद से लड़ने और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने के लिए पाकिस्तान के प्रयासों का दृढ़ता से समर्थन किया है। गौरतलब है कि ग्वादर बंदरगाह चीन के अरबो डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) का हिस्सा है।

आठ आतंकियों को किया गया ढेर- पाकिस्तानी सेना
पाकिस्तानी सेना के मुताबिक, अशांत बलूचिस्तान प्रांत में ग्वादर बंदरगाह प्राधिकरण परिसर पर आतंकियों ने हमला किया। जवानों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में दो सैनिकों की मौत हो गई और आठ बलूच आतंकियों को ढेर किया गया है।

आतंकवाद के हम सख्त विरोधी- लिन जियान
इस बीच, चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि हमने रिपोर्ट्स पर गौर किया है। हमने आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है और हमले में मारे गए पाकिस्तानी कर्मियों के लिए शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि चीन आतंकवाद का सख्त विरोधी रहा है। बंदरगाह परिसर में कई सरकारी और अर्धसैनिक कार्यालय हैं और रणनीतिक रूप से स्थित ग्वादर बंदरगाह अरबों डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजना के केंद्र बिंदुओं में से एक बना हुआ है।

बलूचिस्तान रहा हिंसक विद्रोह का केंद्र
ईरान और अफगानिस्तान की सीमा से लगा बलूचिस्तान लंबे समय से चल रहे हिंसक विद्रोह का केंद्र रहा है। बलूच विद्रोही समूहों ने पहले भी 60 अरब अमेरिकी डॉलर की सीपीईसी परियोजनाओं को निशाना बनाते हुए कई हमले किए हैं। आठ फरवरी को आम चुनाव के बाद से ही बलूचिस्तान प्रांत में कई आतंवादी गतिविधियों देखी गई। सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज द्वारा जारी एक वार्षिक सुरक्षा रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में 2023 में 789 आतंकी हमलों और आतंकवाद विरोधी अभियानों में हिंसा से संबंधित 1,524 मौतें और 1,463 घायल हुए, जो छह साल का रिकॉर्ड उच्चतम स्तर है।

असम पुलिस ने बताया कैसे गिरफ्त में आया आईएसआईएस इंडिया का प्रमुख, जानें क्या थी योजना

आईएसआईएस इंडिया प्रमुख हारिस फारूकी उर्फ हरीश अजमल फारुखी और उसके सहयोगी अनुराग सिंह उर्फ रेहान को बांग्लादेश से सीमा पार करने के बाद बुधवार को असम के धुबरी जिले से गिरफ्तार कर लिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि खुफिया सूचनाओं के 15 दिनों के विश्लेषण और स्थानीय लिंक की तलाश के बाद यह कार्रवाई की गई।

एनआईए को सौंपे दिए गए पकड़े गए दो आतंकी
एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के महानिरीक्षक पार्थसारथी महंत ने कहा कि दो आईएसआईएस आंतकियों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए पहले ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया गया है। हमें लगभग 15 दिन पहले एक केंद्रीय एजेंसी से जानकारी मिली थी कि धुबरी के कुछ हिस्सों में आईएसआईएस आतंकी की संभावित आवाजाही हो सकती है।

इनपुट विश्वसनीय थे और इसलिए एसटीएफ को शामिल किया गया था। इस बीच, एनआईए ने भारत में आईएसआईएस के दो आतंकी हारिस फारूकी और उसके सहयोगी अनुराग सिंह उर्फ रेहान, जिन्हें असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा गिरफ्तार किया गया था, को गुवाहाटी में एनआईए अदालत में पेश किया।

15 दिनों तक विश्लेषण के बाद की आतंकियों पर कार्रवाई- महंत
महंत ने कहा, इसके बाद एसटीएफ ने संभावित क्षेत्रों पर काम करना शुरू कर दिया था, यदि कोई स्थानीय लिंक हो तो उसे ढूंढने की कोशिश की और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए एक योजना तैयार की थी।