Sunday , November 24 2024

विदेश

‘शॉपिंग मॉल में नहीं थे कोई भी सुरक्षा उपकरण’, आगजनी की घटना पर बोले फायर ब्रिगेड के अधिकारी

देर रात बांग्लादेश में सात मंजिला शॉपिंग मॉल में आग लग गई थी। इस भीषण आगजनी में कम से कम 45 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने मामले की जांच करते हुए कहा कि सात मंजिला शॉपिंग मॉल में आग से बचने के लिए सुरक्षा उपाय नहीं थे। उन्होंने कहा कि मालिकों को पहले ही तीन नोटिस दिए जा चुके थे लेकिन उनकी तरफ से कोई खास कदम नहीं उठाए गए थे। ये हादसा उनकी गलतियों के कारण सामने आया है।

हादसे में 45 लोगों ने गंवाई जान, 22 घायल
नई आधिकारिक अपडेट के मुताबिक, देर रात शॉपिंग मॉल में आग लगी, जिसमें 45 लोगों की मौत हो गई, 22 अन्य घायल हो गए। अग्निशमन सेवा और नागरिक सुरक्षा महानिदेशक ब्रिगेडियर जनरल एमडी मेन उद्दीन ने शुक्रवार को कहा कि बेली रोड पर इमारत में अग्नि सुरक्षा के कोई उपाय नहीं थे। जांच में पता चला कि वहां सुरक्षा के उपकरण तक मौजूद नहीं थे, बल्कि पूरी इमारत में केवल छोटी-छोटी सीढियां थी।

कई कमरों में खिड़कियां ही नहीं थी- मेनउद्दीन
हादसे से जुड़ी घटना को बताते हुए अधिकारी ने कहा कि आग लगने के दौरान लोगों ने जिन कमरों में अपनी जान बचाने के लिए शरण ली थी, उनमें से कई कमरों में खिड़कियां ही नहीं थी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सामंत लाल सेन के मुताबिक, हादसे में अधिकांश मौतें कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता के कारण हुईं, जो बंद जगहों में अत्यधिक धुएं के कारण होती थीं।

दोषी को जहरीला इंजेक्शन लगाने के लिए नस नहीं ढूंढ पाई मेडिकल टीम, मौत की सजा पर लगी रोक

इडाहो में एक सीरियल कीलर को मौत की सजा देने के दौरान एक अजीबोगरीब घटना घटी। दरअसल, मेडिकल की एक टीम दोषी को इंजेक्शन देने से पहले सुई लगाने के लिए नस ही नहीं ढूंढ पाई, जिसके बाद उसकी सजा को रोक दी गई।

मेडिकल टीम की असफल प्रयासों के बाद रोकी गई सजा
अधिकारियों ने बताया कि 73 वर्षीय दोषी थॉमस क्रीच को एक घंटे के लिए मौत की सजा दी जाने वाली कक्ष में मेज पर बांधकर रखा गया था। मेडिकल की टीम सुई डालने के लिए बार बार उसके नस को ढूंढने का प्रयास कर रही थी। इडाहो सुधार विभाग (आईडीओसी) के निदेशक जोश तेवाल्ट ने बताया कि दोषी के हाथों और पैर में आईवी लाइन खींचने के लिए आठ बार प्रयास के बाद मौत की सजा को रोक दिया गया।

तेवाल्ट ने आगे कहा, “अब हमें समय सीमा और अगले कदम के बारे में कोई जानकारी नहीं है। ये ऐसी चीजें हैं जिसपर बाद में चर्चा होगी।” स्थानीय पत्रकार ब्रेंडा रॉडरिग्स ने बताया कि दोषी को इस दौरान कोई दर्द नहीं हुआ, लेकिन बार-बार प्रयासों के बाद उसने एक समय मेडिकल कर्मचारी को बताया कि उसके पैर में थोड़ा दर्द हो रहा है। उन्होंने आगे कहा, “लगातार प्रयासों में असफलता के बाद मौत की सजा को रोक दी गई। सजा रोकने के दौरान दोषी ऊपर की तरफ देख रहा था। वह कुछ कह रहा था, जिसे मैं सुन नहीं पाई।”

इडालो में 12 वर्षों में मौत की सजा पाने वाला पहला व्यक्ति
थॉमस क्रीच 1981 में बैटरी से भरे मोजे से अपने सेलमेट की हत्या करने के आरोप में 40 से अधिक साल से सजा काट रहा था। पिछले 12 वर्षों में इडाहो में मौत की सजा पाने वाला वह पहला व्यक्ति है। क्रीच को पांच हत्याओं के मामले में सजा सुनाई गई थी।

राष्ट्रपति चुनाव से पहले ट्रंप को बड़ा झटका, इलिनॉय राज्य के प्राथमिक चुनाव के लिए भी अयोग्य घोषित

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बुधवार को कैपिटल हिल हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली। शीर्ष अदालत उनकी दलीलों को सुनने पर सहमत हुआ। वहीं दूसरी ओर, इसी मामले को लेकर इलिनॉय राज्य में एक स्थानीय अदालत से उन्हें झटका लगा। अदालत ने ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव के लिए होने वाले प्राथमिक मतदान से बाहर करने का आदेश दिया है। इससे पहले मेन और कोलाराडो राज्य भी ट्रंप को राज्य के प्राथमिक मतदान के लिए अयोग्य घोषित कर चुके हैं। इलिनॉय में 19 मार्च को प्राथमिक चुनाव होंगे।

न्यायाधीश ने फैसला सुनाया कि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने एक विद्रोह में भाग लिया था। इसलिए उन्हें राज्य के मतपत्र में रहने की अनुमति नहीं है। छह जनवरी 2021 को कैपिटल हिल की हिंसा में ट्रंप की भूमिका को लेकर उन्हें इलिनॉय में प्राथमिक चुनाव से बाहर किया गया।

इलिनॉय कुक काउंटी सर्किट की न्यायाधीश ट्रेसी पोर्टर ने ट्रंप को अपील करने के लिए शुक्रवार तक का समय दिया। न्यायाधीश ने अपना फैसला 14वें संशोधन के एक प्रावधान के आधार पर लिया। इस संशोधन की धारा 3 व्यक्ति को सार्वजनिक पद तक पहुंचने से रोकती है। इसके तहत उन लोगों को मतदान से रोका जाता है, जो एक बार संविधान को बचाने का वचन देकर बगावत में शामिल होते हैं।

पाकिस्तान नेशनल असेंबली का पहला सत्र शुरू, कार्यवाहक सरकार से विवाद के बीच मिली राष्ट्रपति से मंजूरी

पाकिस्तान की नवनिर्वाचित संसद ने गुरुवार को अपना पहला सत्र शुरू कर दिया है। कार्यवाहक सरकार के साथ चल रहे मतभेदों के बाद राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने आखिरकार विधानसभा सत्र बुलाया है। दोनों के बीच पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी समर्थित उम्मीदवारों को आरक्षित सीटें आवंटित किए जाने के मुद्दे को लेकर विवाद चल रहा था। पिछली संसद के निवर्तमान अध्यक्ष राजा परवेज अशरफ की अध्यक्षता में उद्घाटन सत्र एक घंटे से अधिक की देरी के बाद शुरू हुआ।

पोस्ट में कही ये बात
एक्स अकाउंट पर जारी बयान में कहा गया, ‘कुछ आपत्तियों के अधीन, राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 54(1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 29 फरवरी को नेशनल असेंबली बुलायी है।’

बता दें कि कि राष्ट्रपति ने अनुच्छेद 91 (2) में दी गई समयसीमा के जनादेश और निहितार्थों को ध्यान में रखते हुए और कुछ आरक्षणों के अधीन और 21वें दिन से पहले आरक्षित सीटों के मुद्दे के समाधान की उम्मीद करते हुए अपनी मंजूरी दे दी।

गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को अल्वी द्वारा उठाई गई आपत्तियों को सीरे से खारिज कर दिया था। साथ ही कहा कि पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक, नेशनल असेंबली सत्र चुनाव के 21 दिनों के भीतर होना चाहिए। संविधान के अनुच्छेद 91 के तहत, नेशनल असेंबली के पहले सत्र की जरूरी तारीख 29 फरवरी है।

अल्वी के खिलाफ दो मामले करेंगे दर्ज- बिलावल
इस मीडिया रिपोर्ट में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने मगंलवार को कहा कि संविधान की अवज्ञा करने पर अल्वी के खिलाफ कई कानूनी कार्रवाई की जाएंगी। बिलावल ने कहा कि राष्ट्रपति अल्वी के खिलाफ दो मामले दर्ज किए जाएंगे। पहला, 2022 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने पर नेशनल असेंबली को भंग करने के लिए होगा। दूसरा, नेशनल असेंबली सत्र न बुलाकर संविधान की अवज्ञा करने के लिए होगा।

विपक्षी पार्टी ने प्रवासी भारतीयों से जुड़ने को शुरू की ‘लेबर इंडियंस’ पहल, लैमी ने भारत को बताया महाशक्ति

ब्रिटेन में इस साल के आखिर में होने वाले आम चुनाव में विपक्षी लेबर पार्टी अपनी नैया पार लगाने के लिए ब्रिटिश भारतीयों को साधने में जुट गई है। लेबर पार्टी ने प्रवासी भारतीयों से जुड़ने और सत्ता में आने के बाद एक साल में भारत के साथ बातचीत को मजबूत करने के मकसद से नया प्रवासी आउटरीच कार्यक्रम शुरू किया है। लेबर पार्टी के विदेश मामलों के सचिव डेविड लैमी ने लंदन में संसद भवन परिसर में ‘लेबर इंडियंस’ पहल का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर उन्होंने अपनी हालिया भारत यात्रा का जिक्र किया। साथ ही लैमी ने लेबर पार्टी के आगामी चुनाव में जीतने पर भारत-ब्रिटेन साझेदारी को नई ऊंचाई पर ले जाने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को साझा किया। भारत को महाशक्ति बताते हुए लैमी ने कहा कि भारत की रणनीतिक साझेदारी दलगत राजनीतिक से परे है। उन्होंने कहा, उद्यमशीलता, इनोवेशन, वैज्ञानिक, औद्योगिक आधार और बड़ी आबादी के साथ एक महाशक्ति है।

लैमी ने कहा, हालांकि भारत के सामने अभी भी चुनौतियां हैं। लेकिन मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस भू-राजनीतिक समय में ब्रिटेन को यह समझना बेहद महत्वपूर्ण है कि भारत दुनिया की एक महाशक्ति है। उन्होंने आगे कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि भारत के प्रधानमंत्री कौन हैं और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कौन हैं, क्योंकि रणनीतिक रूप से दोनों देशों के बीच बहुत मजबूत संबंध हैं।

‘डोनाल्ड ट्रंप मेरे जितना बूढ़ा…’; उम्र से जुड़ी आलोचना पर भड़के राष्ट्रपति बाइडन का पलटवार

अमेरिका में इस साल के अंत में राष्ट्रपति चुनाव कराए जाने हैं। राष्ट्रपति जो बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है। रिपब्लिकन खेमे का दावा है कि बाइडन का जनाधार कमजोर हो चुका है और इस बार ट्रंप उन्हें पटखनी देंगे। खुद ट्रंप ने बाइडन की आयु पर टिप्पणी करते हुए कहा कि दूसरे कार्यकाल के लिए बाइडन काफी बूढ़े हैं। ट्रंप पर पलटवार करते हुए बाइडन ने कहा कि ट्रंप भी लगभग उतने ही बूढ़े हैं।

ट्रंप भी मेरे जितना ही बूढ़ा
न्यूयॉर्क में चुनाव प्रचार के दौरान सोमवार को बाइडन ने एनबीसी के कार्यक्रम में सेठ मेयर्स से बातचीत की। उन्होंने 81 साल के होने संबंधी दस्तावेज पर पूछे गए सवाल पर कहा, ऐसा किसने कहा, यह दस्तावेज क्लासिफाइड हैं। 77 साल के ट्रंप की आयु का जिक्र करते हुए बाइडन ने कहा कि ‘आपको दूसरे आदमी (ट्रंप) की आयु पर भी एक नजर डालनी होगी, वह भी मेरे जितना ही बूढ़ा है।’

चुनाव अमेरिका का भविष्य निर्धारित करेंगे
बाइडन ने साफ किया कि शारीरिक आयु मायने नहीं रखती। आपके विचार अहम हैं। उन्होंने कहा कि इस साल होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव अमेरिका का भविष्य निर्धारित करेंगे। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने देश के हित में कई अहम फैसले लिए।

निक्की हेली ने ट्रंप-बाइडन की उम्र पर साधा निशाना
चुनाव में ताल ठोक रहे प्रत्याशियों की आयु इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि भारतवंशी निक्की हेली ने भी बाइडन और ट्रंप पर कटाक्ष किया था। बीते दिनों निक्की हेली ने अपने प्रचार अभियान में डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन को गुस्सैल बुजुर्ग बताया है। हेली ने सोशल मीडिया पर भी एक तस्वीर साझा कर दोनों नेताओं की बढ़ती उम्र को निशाना बनाया है। जो बाइडन 81 साल के हैं और डोनाल्ड ट्रंप 77 साल के।

हेली की प्रचार अभियान टीम ने बयान जारी कहा है कि ट्रंप कहते हैं कि वह 20 साल पहले जितने तेज थे, उससे ज्यादा अब दिमागी तौर पर तेज हैं, लेकिन अगर ऐसा है तो वे निक्की हेली से डिबेट क्यों नहीं कर रहे? इसकी वजह साफ है कि बुजुर्ग नेता मुश्किल सवालों के जवाब नहीं देना चाहते।

सैन्य कर्मियों के भारत लौटने से पहले तकनीकी टीम पहुंची मालदीव, विमानन प्लेटफॉर्म का संचालन संभालेगी

सैन्य कर्मियों के पहले बैच के 10 मार्च तक मालदीव छोड़ने से पहले भारतीय तकनीकी कर्मियों की पहली टीम द्वीप राष्ट्र पहुंच गई है। मालदीव के रक्षा मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है।

मालदीव के रक्षा मंत्रालय ने बताया, “भारतीय नागरिकों की पहली टीम पहुंच गई है। अब वे अड्डू में हेलीकॉप्टर का संचालन संभालेंगे। अड्डू में तैनात भारतीय सैन्य कर्मी दोनों देशों की सरकारों की सहमति से 10 मार्च तक वापस भारत लौट आएंगे।” बयान में बताया गया कि बुधवार तक भारत से एक रिप्लेसमेंट हेलीकॉप्टर भी आ जाएगा, जिसके बाद नागरिक टीम इसके संचालन को संभालने के लिए प्रशिक्षण अभ्यास शुरू कर देगी।

बता दें कि दो फरवरी को दोनों देशों ने सहमति जताई थी कि भारत अपने सैन्यकर्मियों को मार्च और मई के बीच मालदीव से वापस बुला लेगा। वहीं आठ फरवरी को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने बताया कि वर्तमान कर्मियों को भारतीय तकनीकी कर्मियों द्वारा रिप्लेस किया जाएगा। वे मालदीव में दो हेलीकॉप्टर और एक डोर्नियर विमान का संचालन जारी रखेंगे।

दोनों देशों के बीच हुई थी चर्चा
मालदीव ने एक बयान जारी कर दावा किया था कि दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए हैं कि तीन विमानन प्लेटफार्मों में से एक में भारत सैन्य कर्मियों को 10 मार्च तक और अन्य को 10 मई तक बदल देगा। हालांकि, भारत ने सैनिकों को वापस लेने का कोई उल्लेख नहीं किया था।

भारत की ओर से कहा गया, “बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने साझेदारी को बढ़ाने के लिए कदमों की पहचान करने की दिशा में द्विपक्षीय सहयोग से संबंधित व्यापक मुद्दों पर अपनी चर्चा जारी रखी। विदेश मंत्रालय ने कहा, ”दोनों पक्ष भारतीय विमानन मंचों के निरंतर परिचालन के लिए परस्पर व्यावहारिक समाधान पर भी सहमत हुए जो मालदीव के लोगों को मानवीय और चिकित्सकीय सेवाएं मुहैया कराते हैं।

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में खाई में गिरी यात्रियों से भरी बस, कम से कम 10 की मौत

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में मंगलवार देर रात यात्रियों से भरी एक बस गहरी खाई में गिर गई। इस घटना में कम से कम 10 लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं, 15 से अधिक लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने बताया कि बस काफी तेजी से चल रही थी। इसी दौरान एक मोड़ पर ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया और बस खाई में गिर गई।

बताया गया है कि यह बस हरिपुर जिले में खानपुर के पहाड़ी गांव की तरफ जा रही थी। रास्ते में तरनावा में यह हादसे का शिकार हो गई। मृतकों में पुरुष, महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। बस के खाई में गिरने की खबर मिलते ही राहत-बचाव दलों को घटनास्थल पर रवाना किया गया। घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

‘अगले सोमवार तक गाजा में थम जाएगा युद्ध’, इस्राइल-हमास जंग पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने जताई उम्मीद

इस्राइल और हमास के बीच पांच महीने से अधिक समय से युद्ध जारी है। सात अक्तूबर को हमास के आतंकियों ने इस्राइल पर हमला कर कई सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया था। इसके बाद, इस्राइल ने कड़ी जवाबी कार्रवाई और समझौता कर अपने कुछ लोगों को रिहा करा लिया था। अब एक बार फिर जंग थोड़े समय के लिए रुक सकती है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने उम्मीद जताई है कि अगले सोमवार तक इस्राइल और हमास के बीच युद्धविराम हो जाएगा। उन्होंने माना है कि दो पक्ष संघर्ष विराम समझौते के करीब हैं।

जो बाइडन ने गाजा में संघर्ष विराम के सवाल पर कहा, ‘मेरे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने मुझसे कहा है कि हम इसके करीब हैं और मेरी उम्मीद है कि अगले सोमवार तक हम युद्धविराम कर लेंगे।’ साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हम इसके नजदीक हैं, लेकिन यह अभी तक पूरा नहीं हुआ है। अभी इस पर फाइनल मुहर लगना बाकी है।

एक दिन पहले ही बनी है सहमति
गौरतलब है, इससे एक दिन पहले ही व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने बताया था कि, ‘इस्राइल, अमेरिका, मिस्र और कतर के प्रतिनिधियों ने पेरिस में मुलाकात की। इस दौरान अस्थायी संघर्षविराम के बदले हमास द्वारा बनाए गए बंधकों को रिहा करने पर चारों के बीच सहमति बन गई है।’

इन लोगों के बीच हुई बातचीत
मोसाद के निदेशक डेविड बार्निया सहित एक इस्राइली प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को पेरिस में सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) के निदेशक बिल बर्न्स, मिस्र और कतर के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की। कथित तौर पर, हमास और इस्राइल एक दूसरे से सीधे बात नहीं करते हैं, इन दोनों के बीच कतर और मिस्र मध्यस्थता निभाते हैं। बताया जा रहा है कि पेरिस में हुई बातचीत के बारे में हमास को रविवार शाम को जानकारी दी गई थी।

लाल सागर में जहाजों पर नहीं थमे हमले, अमेरिकी सेना ने हूती विद्रोहियों के हथियारों के गोदाम तबाह किए

इस्राइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन से गुजरने वाले व्यापारिक जहाजों पर लगभग दो दर्जन हमले हो चुके हैं। यमन के हूती विद्रोही जहाजों को निशाना बना रहे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देश खुले शब्दों में चेतावनी दे चुके हैं, लेकिन हूती अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में अमेरिका ने एक बार फिर कड़ी कार्रवाई की है। उसने लाल सागर में बढ़ते तनाव के बीच यमन के हूती नियंत्रित इलाकों में आत्मरक्षा के लिए हमले किए।

इन हथियारों को किया नष्ट
अमेरिकी सेंट्रल कमांड (CENTCOM) ने बताया कि हमले में दो मोबाइल एंटी-शिप क्रूज मिसाइलों (ASCM), तीन मानव रहित सतही जहाजों (USV) और एक तरफा हमले वाले मानव रहित हवाई वाहन (UAV) को नष्ट कर दिया। सेना ने कहा कि इस हमले का मसकद लाल सागर और आसपास के जलमार्गों में अमेरिका व साझेदार बलों को धमकी देने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली हूती क्षमताओं को नष्ट करके नेविगेशन की स्वतंत्रता को बहाल करना है।

खतरे को भांपते हुए लिया फैसला
अमेरिका की मध्य कमान ने बताया कि यूएसवी और एएससीएम हथियार हमले करने के लिए तैयार थे। वहीं, लाल सागर के ऊपर मानव रहित हवाई वाहन घूम रहे थे। बाद में पता चला कि यह हमले करने वाले हैं। ऐसे में लाल सागर में व्यापारी जहाजों और अमेरिकी नौसेना के जहाजों के लिए खतरे को भांपते हुए हमला करने का फैसला लिया।

सेंटकॉम ने बताया, 26 फरवरी को शाम 4:45 बजे यूएस सेंट्रल कमांड के बलों ने तीन मानव रहित सतह जहाजों, दो मोबाइल एंटी-शिप क्रूज मिसाइलों, और आत्मरक्षा में एक तरफा हमला मानव रहित हवाई वाहन को नष्ट कर दिया।’