Friday , November 22 2024

विदेश

दुबई स्थित नासिर अब्दुल्ला लुटा समूह के साथ बिसलेरी ने की पार्टनरशिप, विदेशी बाजार में हुई एंट्री

बोतलबंद पानी कंपनी बिसलेरी इंटरनेशनल ने एक बड़ी डील की है। कंपनी ने दुबई स्थित नासिर अब्दुल्ला लुटा समूह के साथ साझेदारी करते हुए अपने पहले विदेशी बाजार में एंट्री का ऐलान किया है।

बिसलेरी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ एंजेलो जॉर्ज कहा- यूएई बाजार भारतीय ब्रांडों और उत्पादों को तवज्जो देता है। यूएई में रहने वाले भारतीयों का बिसलेरी के साथ गहरा संबंध है।

कि जानेमाने उद्योगपति रमेश चौहान बिसलेरी इंटरनेशनल के कारोबार को बेचना चाहते हैं। वह इसके लिए खरीदार की तलाश कर रहे हैं। रमेश चौहान ने भी बताया था कि इस डील के लिए टाटा कंज्यूमर समेत कई कंपनियों से बातचीत चल रही है।

बिसलेरी कारोबार को बेचने के पीछे क्या कारण हैं, जब यह पूछा गया तो चौहान ने कहा कि किसी को तो इसे संभालना होगा। चौहान ने तीन दशक पहले अपने सॉफ्ट ड्रिंक कारोबार को अमेरिकी पेय पदार्थ कंपनी कोका-कोला को बेच दिया था। उन्होंने थम्स अप, गोल्ड स्पॉट, सिट्रा, माजा और लिम्का जैसे ब्रांड 1993 में कंपनी को बेच दिए थे। चौहान 2016 में फिर से सॉफ्ट ड्रिंक के कारोबार में उतरे लेकिन उनके उत्पाद ‘बिसलेरी पॉप’ को उतनी सफलता नहीं मिली।

पाकिस्तान: बंदूकधारियों की गोलीबारी में दो पुलिसकर्मियों की मौके पर हुई मौत

पाकिस्तान के उग्रवाद प्रभावित दक्षिण पश्चिम बलूचिस्तान प्रांत में मंगलवार को बंदूकधारियों की गोलीबारी में दो अधिकारियों की मौत हो गयी। पुलिस ने यह जानकारी दी। मस्तुंग जिले में इस हमले के बाद हमलावर भाग गये जिनकी तलाश की जा रही है।

किसी भी संगठन ने इस गोलीबारी की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन पूर्व में हुए ऐसे हमलों के लिए बलूच अलगाववादियों एवं इस्लामिक आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया जाता रहा है जिनकी इस प्रांत में और पाकिस्तान के अन्य स्थानों पर मजबूत उपस्थिति है ।

इस्लामाबाद में केंद्रीय सरकार से स्वतंत्रता की मांग करने वाले छोटे समूहों द्वारा बलूचिस्तान में छोटे पैमाने पर विरोध प्रदर्शन देखा जाता रहा है। अधिकारियों का हालांकि कहना है कि उन्होंने विद्रोह को कुचल दिया है लेकिन प्रांत में हिंसा जारी है।

पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा की विधानसभाओं के चुनावों की तारीख का हुआ एलान

पाकिस्तान से मंगलवार को प्रकाशित अधिकांश  राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के जरिए पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा की विधानसभाओं के चुनावों की तारीखों का ऐलान किए जाने को प्रमुखता दी है।

राष्ट्रपति ने कहा है कि इलेक्शन एक्ट 2017 के सेक्शन 57 के तहत चुनाव की तिथियों की घोषणा की। इलेक्शन कमीशन चुनाव कार्यक्रम का ऐलान करे। दोनों सूबों के गवर्नर और इलेक्शन कमीशन अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी पूरी नहीं कर रहे हैं। पहले आप की तरह गेंद एक दूसरे के पाले में डाल रहे हैं। संविधान के उल्लंघन से बचने के लिए अपने संवैधानिक और कानूनी फर्ज को अदा करना जरूरी समझता हूं।

उनके इस ऐलान के बाद घमासान मचा है।  मुस्लिम लीग नवाज और पीपीपी ने भी राष्ट्रपति की आलोचना की है। सूचना प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा है कि राष्ट्रपति के जरिए संविधान तोड़ने पर आर्टिकल 6 का सामना करना पड़ेगा।

चुनाव आयोग संवैधानिक संस्था है, इसे इमरान की टाइगर फोर्स नहीं बनने देंगे।लाहौर हाईकोर्ट के जरिए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अंतरिम जमानत दिए जाने की खबरें दी हैं। अ

पाकिस्तानी सीमा पर तालिबान और पाकिस्‍तानी सेना के बीच हुई जबर्दस्त गोलीबारी

पाकिस्तानी सीमा सुरक्षाकर्मियों और अफगान तालिबान बलों के बीच सोमवार सुबह सीमा पर गोलीबारी हुई। इससे एक दिन पहले दोनों पड़ोसी देशों में तनाव के बीच अफगानिस्तान के तालिबान शासकों ने तोरखम सीमा बंद कर दी थी।

गोलीबारी में दोनों तरफ के कितने लोग हताहत हुए, इस बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। पाकिस्तान ने बिना यात्रा दस्तावेजों के अफगानिस्तान के रोगियों और उनके तिमारदारों को इलाज के लिए पाकिस्तान में प्रवेश की अनुमति देने से कथित तौर पर इनकार कर दिया था।

पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर यह जानकारी दी। पाकिस्तान की सेना या विदेश मंत्रालय ने इस पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है। तोरखम में तालिबान द्वारा नियुक्त आयुक्त मुल्ला मोहम्मद सिद्दीक ने कहा कि पाकिस्तान अपनी “प्रतिबद्धताओं का पालन नहीं कर रहा है, इसलिए सीमा को बंद कर दिया गया।” उन्होंने और विवरण नहीं दिया।

विश्व की रेटिंग एजेंसियों ने भारत में सबसे तेज आर्थिक विकास की करी भविष्यवाणी, क्या भारत-अमेरिका के रिश्तों पर पड़ेगा इसका असर ?

 कोरोना महामारी के बाद रूस और यूक्रेन युद्ध ने दुनिया को खाद्य और ऊर्जा के गहरे संकट में डुबो दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन युद्ध के आगाज से ही दुनिया पर मंडराते गहरे खाद्य और ऊर्जा संकट के प्रति आगाह किया था.

जो आज सच साबित हो रहा है। जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भी भारत ने खाद्य और ऊर्जा संकट के साथ जलवायु परिवर्तन को ही मुख्य मुद्दा बनाया है। विश्व को भुखमरी से बचाने के लिए पीएम मोदी ने 2023 को मोटे अनाज के वर्ष के रूप में मनाने की अपील की है।

श्रीलंका से लेकर पाकिस्तान जैसे देश तो पूरी तरह कंगाल हो चुके हैं। यूरोपीय देशों में भी ऊर्जा और खाद्य संकट गहराने से हाहाकार मचना शुरू हो गया है। इसका समाधान खोज पाने में अमेरिका को भी भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में भारत के साथ मिलकर ऊर्जा समाधान खोजने में जो बाइडन को भी उम्मीद की नई किरण दिखाई दे रही है।

मौजूदा वैश्विक परिवेश में भारत और अमेरिका दुनिया के सबसे मजबूत देश बने हुए हैं।रेटिंग एजेंसियां और विश्व बैंक व अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसी वैश्विक संस्थाएं कह रही हैं। आइएमएफ ने कहा है कि 2023 पूरी दुनिया के लिए सबसे अधिक चिंतापूर्ण होने वाला है।

रूस-यूक्रेन जंग में कूदे हंगरी के प्रधानमंत्री, संघर्ष में शांति बनाए रखने की करी अपील

रूस और यूक्रेन के बीच पिछले एक साल से युद्ध जारी है.  हंगरी के प्रधानमंत्री ने रूस-यूक्रेन संघर्ष में शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि हम युद्ध से बाहर रहेंगे.

हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने रूस यूक्रेन संघर्ष में शांति का आह्वान किया है और संघर्ष बढ़ने की चेतावनी दी. उन्होंने अपना वार्षिक स्टेट ऑफ द नेशन एड्रेस देते हुए कहा कि संघर्ष वर्षों तक चल सकता है. उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) और यूरोपीय संघ (ईयू) में हर कोई हंगरी को छोड़कर युद्ध के पक्ष में है.

अपने भाषण में ओरबान ने बताया कि यूरोपीय संघ पहले से ही रूस के साथ युद्ध में अप्रत्यक्ष रूप से उलझा है. हंगेरियन पीएम ने वादा किया कि मामला और बिगड़ने पर भी हंगरी अपनी स्थिति पर कायम रहेगा और रूस के साथ आर्थिक संबंध बनाए रखना जारी रखेगा.

ओरबान के अनुसार हंगरी की स्थिति यूरोप के भीतर एक अपवाद है लेकिन वास्तव में बाकी दुनिया में काफी सामान्य है. उन्होंने कहा कि यूरोपीय आबादी प्रतिबंधों की कीमत चुकाते-चुकाते थक जाएंगे, तब नई सरकारों को हंगरी की नीति उचित लगेगी.

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने किया दावा, कबूली पाकिस्तान के दिवालिया होने की बात

पाकिस्तान इस समय काफी बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहा है. देश की स्थिति काफी खराब हो चुकी है. महंगाई इतनी बढ़ चुकि है कि पाकिस्तान की जनता को रोटी के लिए भी मोहताज होना पड़ रहा है.

आर्थिक समस्या पर बात करते हुए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बड़ा बयान दिया है. अपने बयान में उन्होंने कहा कि- पाकिस्तान दिवालिया हो चुका है. हम दिवालिया मुल्क के रहने वाले हैं.

उन्होंने मौजूदा आर्थिक संकट के लिए सेना, नौकरशाही और राजनीतिक नेताओं को जिम्मेदार ठहराया. अपने गृह नगर सियालकोट में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को खुद को स्थिर करने के लिए अपने पैरों पर खड़ा होना जरूरी है.

उनके हवाले से कहा- आपने सुना होगा कि पाकिस्तान दिवालिया हो रहा है. यह पहले ही हो चुका है. हम एक दिवालिया देश में रह रहे हैं. उन्होंने कहा- हमारी समस्याओं का समाधान देश के भीतर है. उन्होंने कहा कि- सेना, नौकरशाही और राजनीतिक नेताओं समेत हर कोई मौजूदा आर्थिक बदहाली के लिए जिम्मेदार है क्योंकि, पाकिस्तान में कानून और संविधान का पालन नहीं किया जाता.

पाकिस्तानी पत्रकार का बड़ा खुलासा, पाक की काली करतूत से एक बार फिर हटा पर्दा

पाकिस्तान के एक पत्रकार ने दावा किया है कि इस्लामाबाद ने महाविनाशकारी भूकंप से पीड़ित तुर्की को जो सहायता भेजी थी, वह वास्तव में पिछले साल विनाशकारी बाढ़ के दौरान तुर्की से ही पाकिस्तान को भेजी गई सामग्री है.

 पाकिस्तान स्थित पत्रकार शाहिद मसूद ने दावा किया है कि तुर्की को पाकिस्तान से वही सहायता मिली जो उसने बाढ़ के दौरान इस्लामाबाद को भेजी थी. उन्होंने पाकिस्तान स्थित जीएनएन न्यूज चैनल पर ये विस्फोटक दावा किया.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने उसी राहत सामग्री को दोबारा पैक किया और भूकंप सहायता के नाम पर तुर्की वापस भेज दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ तुर्की के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं. ऐसे में इस तरह की चीज होना शर्मनाक है.

बता दें कि 11 दिन पहले तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप में 45,000 से अधिक लोग मारे गए हैं.  भूकंप में लगभग 2,64,000 अपार्टमेंट नष्ट हो गए थे और बहुत से लोग अभी भी लापता हैं.

भूकंप प्रभावित तुर्की में 10 दिन तक चले ‘ऑपरेशन दोस्त’ को अंजाम देकर भारत लौटी NDRF टीम

तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप में मदद के लिए गई एनडीआरएफ  की एक टीम वहां से वापस आ गई है.NDRF की टीम जब वहां से रवाना हुई तो अदाना एयरपोर्ट पर लोगों ने तालियां बजाकर टीम का शुक्रिया अदा किया.

ताली बजाकर भारतीय बचाव दल का शुक्रिया अदा किया. इसके बाद भारत पहुंचने पर गाजियाबाद में अधिकारियों ने NDRF की टीम के सदस्यों का स्वागत किया.तुर्की में ऑपरेशन दोस्त को अंजाम देने के बाद एक टीम आज वापस आई है. जो गाजियाबाद एनडीआरएफ बटालियन पहुंची है, जहां उनका मेडिकल होगा. उसके बाद लंच करने के बाद वे घर जाएंगे. 

एनडीआरएफ की 47 सदस्यीय टीम डॉग स्क्वायड के सदस्य रेम्बो और हनी के साथ भूकंप प्रभावित तुर्की में 10 दिन तक चले बचाव अभियान के बाद आज भारत लौटी है.

तुर्की-सीरिया  में आए भूकंप में अब तक 41 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. भूकंप के बाद तुर्की की मदद के लिए दुनियाभर के तमाम देशों ने हाथ बढ़ाए थे.

रूस यूक्रेन युद्ध की स्थिति हुई और भी ज्यादा गंभीर, साल भर बाद भी खत्म होने के दूर-दूर तक नहीं संकेत

मेरिका में यूक्रेन युद्ध की स्थिति का गंभीरता से आकलन किया जा रहा है।  यूक्रेन युद्ध को शुरू हुए एक साल पूरा हो जाएगा। इस युद्ध में निकट भविष्य में किसी पक्ष की निर्णायक जीत होगी .

वैसे सार्वजनिक रूप से पश्चिमी नेता लगातार यूक्रेन के प्रति अपना समर्थन जता रहे हैं।  अमेरिका के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मिले ने इस हफ्ते कहा- ‘रूस रणनीतिक और कार्यनीतिक रूप से पराजित हो चुका है।’ नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन (नाटो) के महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने इस बुधवार को कहा- ‘व्लादीमीर पुतिन को यह समझना चाहिए कि वे विजयी नहीं हो सकते।’

लेकिन सामरिक विशेषज्ञों की राय इससे अलग है। अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए के पूर्व प्रमुख डेविड पेट्रेअस ने टीवी चैनल सीएनएन से कहा कि युद्ध का समाधान बातचीत से निकलेगा।टिप्पणी से साफ है कि पेट्रेअस की राय में पश्चिमी देश रूस को हरा देंगे, ऐसा वे नहीं मानते हैं।