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विदेश

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने किया दावा, कबूली पाकिस्तान के दिवालिया होने की बात

पाकिस्तान इस समय काफी बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहा है. देश की स्थिति काफी खराब हो चुकी है. महंगाई इतनी बढ़ चुकि है कि पाकिस्तान की जनता को रोटी के लिए भी मोहताज होना पड़ रहा है.

आर्थिक समस्या पर बात करते हुए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बड़ा बयान दिया है. अपने बयान में उन्होंने कहा कि- पाकिस्तान दिवालिया हो चुका है. हम दिवालिया मुल्क के रहने वाले हैं.

उन्होंने मौजूदा आर्थिक संकट के लिए सेना, नौकरशाही और राजनीतिक नेताओं को जिम्मेदार ठहराया. अपने गृह नगर सियालकोट में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को खुद को स्थिर करने के लिए अपने पैरों पर खड़ा होना जरूरी है.

उनके हवाले से कहा- आपने सुना होगा कि पाकिस्तान दिवालिया हो रहा है. यह पहले ही हो चुका है. हम एक दिवालिया देश में रह रहे हैं. उन्होंने कहा- हमारी समस्याओं का समाधान देश के भीतर है. उन्होंने कहा कि- सेना, नौकरशाही और राजनीतिक नेताओं समेत हर कोई मौजूदा आर्थिक बदहाली के लिए जिम्मेदार है क्योंकि, पाकिस्तान में कानून और संविधान का पालन नहीं किया जाता.

पाकिस्तानी पत्रकार का बड़ा खुलासा, पाक की काली करतूत से एक बार फिर हटा पर्दा

पाकिस्तान के एक पत्रकार ने दावा किया है कि इस्लामाबाद ने महाविनाशकारी भूकंप से पीड़ित तुर्की को जो सहायता भेजी थी, वह वास्तव में पिछले साल विनाशकारी बाढ़ के दौरान तुर्की से ही पाकिस्तान को भेजी गई सामग्री है.

 पाकिस्तान स्थित पत्रकार शाहिद मसूद ने दावा किया है कि तुर्की को पाकिस्तान से वही सहायता मिली जो उसने बाढ़ के दौरान इस्लामाबाद को भेजी थी. उन्होंने पाकिस्तान स्थित जीएनएन न्यूज चैनल पर ये विस्फोटक दावा किया.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने उसी राहत सामग्री को दोबारा पैक किया और भूकंप सहायता के नाम पर तुर्की वापस भेज दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ तुर्की के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं. ऐसे में इस तरह की चीज होना शर्मनाक है.

बता दें कि 11 दिन पहले तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप में 45,000 से अधिक लोग मारे गए हैं.  भूकंप में लगभग 2,64,000 अपार्टमेंट नष्ट हो गए थे और बहुत से लोग अभी भी लापता हैं.

भूकंप प्रभावित तुर्की में 10 दिन तक चले ‘ऑपरेशन दोस्त’ को अंजाम देकर भारत लौटी NDRF टीम

तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप में मदद के लिए गई एनडीआरएफ  की एक टीम वहां से वापस आ गई है.NDRF की टीम जब वहां से रवाना हुई तो अदाना एयरपोर्ट पर लोगों ने तालियां बजाकर टीम का शुक्रिया अदा किया.

ताली बजाकर भारतीय बचाव दल का शुक्रिया अदा किया. इसके बाद भारत पहुंचने पर गाजियाबाद में अधिकारियों ने NDRF की टीम के सदस्यों का स्वागत किया.तुर्की में ऑपरेशन दोस्त को अंजाम देने के बाद एक टीम आज वापस आई है. जो गाजियाबाद एनडीआरएफ बटालियन पहुंची है, जहां उनका मेडिकल होगा. उसके बाद लंच करने के बाद वे घर जाएंगे. 

एनडीआरएफ की 47 सदस्यीय टीम डॉग स्क्वायड के सदस्य रेम्बो और हनी के साथ भूकंप प्रभावित तुर्की में 10 दिन तक चले बचाव अभियान के बाद आज भारत लौटी है.

तुर्की-सीरिया  में आए भूकंप में अब तक 41 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. भूकंप के बाद तुर्की की मदद के लिए दुनियाभर के तमाम देशों ने हाथ बढ़ाए थे.

रूस यूक्रेन युद्ध की स्थिति हुई और भी ज्यादा गंभीर, साल भर बाद भी खत्म होने के दूर-दूर तक नहीं संकेत

मेरिका में यूक्रेन युद्ध की स्थिति का गंभीरता से आकलन किया जा रहा है।  यूक्रेन युद्ध को शुरू हुए एक साल पूरा हो जाएगा। इस युद्ध में निकट भविष्य में किसी पक्ष की निर्णायक जीत होगी .

वैसे सार्वजनिक रूप से पश्चिमी नेता लगातार यूक्रेन के प्रति अपना समर्थन जता रहे हैं।  अमेरिका के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मिले ने इस हफ्ते कहा- ‘रूस रणनीतिक और कार्यनीतिक रूप से पराजित हो चुका है।’ नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन (नाटो) के महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने इस बुधवार को कहा- ‘व्लादीमीर पुतिन को यह समझना चाहिए कि वे विजयी नहीं हो सकते।’

लेकिन सामरिक विशेषज्ञों की राय इससे अलग है। अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए के पूर्व प्रमुख डेविड पेट्रेअस ने टीवी चैनल सीएनएन से कहा कि युद्ध का समाधान बातचीत से निकलेगा।टिप्पणी से साफ है कि पेट्रेअस की राय में पश्चिमी देश रूस को हरा देंगे, ऐसा वे नहीं मानते हैं।

पाकिस्तान के इस मंदिर में ख़ास होगी महाशिवरात्रि, 114 हिंदू तीर्थयात्रियों को मिलेगा दर्शन का सौभाग्य

महाशिवरात्रि मनाने के लिए एक हिंदू जत्था कटास राज मंदिर परिसर की तीर्थ यात्रा के लिए गुरुवार को अटारी-वाघा सीमा के माध्यम से पाकिस्तान जाएगा.

पाकिस्तान उच्चायोग ने पंजाब प्रांत के चकवाल जिले में 12 से 22 फरवरी के बीच श्री कटास राज मंदिर के दर्शन के लिए भारत के 114 हिंदू तीर्थयात्रियों के समूह को वीजा जारी किए हैं. हिंदू तीर्थयात्रियों को आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं  रेखांकित किया कि पाकिस्तान पवित्र धार्मिक स्थलों के संरक्षण तथा सभी धर्मों के तीर्थयात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.

तीर्थयात्री 20 फरवरी को लाहौर स्थित श्री कृष्ण मंदिर भी जाएंगे और एक धार्मिक समारोह में हिस्सा लेंगे. 21 फरवरी को जत्थे के सदस्य लाहौर में राम के बेटे लव की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.

जत्था 22 फरवरी को भारत लौटेगा.धार्मिक स्थलों के दौरे को लेकर वर्ष 1974 के द्विपक्षीय प्रोटोकॉल के तहत हिंदू तीर्थयात्रियों को श्री कटास राज मंदिर की यात्रा कराई जा रही है.

तुर्की में भूकंप के कारण मचा मातम, 17 वर्षीय युवती को 248 घंटे बाद निकाला गया सुरक्षित

तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप के कारण बचाव दल का रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है। भूकंप के 248 घंटों के बाद बचाव दल ने 17 वर्षीय लड़की को एक इमारत के मलबे से सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। मलबे से युवती को निकालने के बाद बचाव दल ने राहत की सांस ली।

 युवती दक्षिणी मध्य प्रांत कहारनमारस में ढह गई इमारत के मलबे में दबी हुई थी। तुर्की में आए भूकंप के 10 दिन बाद भी लोगों को बचाने का काम जारी है। भूकंप से तुर्की में बड़े पैमाने पर जान-माल की हानि हुई है।

तुर्की में भूकंप से प्रभावित लोगों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।   कई जिंदगियां इस आपदा में हार गई और मौत की भेंट चढ़ गई।तुर्की के आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, तुर्की में मरने वालों की संख्या बढ़कर 36,187 हो गई है। बताया जा रहा है कि शुरुआती झटके के बाद से आपदा क्षेत्र में 4,300 से अधिक आफ्टर शॉक आ चुके हैं।

भूकंप मध्य तुर्की और उत्तर-पश्चिम सीरिया में आया। तुर्की में बाद में दिन में 7.6 और 6.0 तीव्रता के दो और भूकंप आए। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, 13 फरवरी को तुर्की के दक्षिणी शहर कहारनमारस में 4.7 तीव्रता का एक और भूकंप आया।

Gautam Adani की वजह से Hindenburg के फाउंडर नाथन एंडरसन को हुआ बड़ा फायदा !

भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी  और हिंडनबर्ग …ये दोनों ही नाम इस समय सुर्खियों में बने हुए हैं. अमेरिकी रिसर्च फर्म ने बीते 24 जनवरी 2023 को अडानी ग्रुप पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक रिपोर्ट पब्लिश की, जिसके बाद अडानी का साम्राज्य हिल गया और गौतम अडानी को अब तक का सबसे बड़ा नुकसान  उठाना पड़ रहा है.

 फाउंडर नाथन एंडरसन  की लोकप्रियता अडानी का नाम जुड़ते ही एक झटके में बढ़ गई.Adani Group पर जारी रिपोर्ट ने भले ही हिंडनबर्ग रिसर्च  और इसके फाउंडर कॉरपोरेट सेक्टर की आंखों की किरकिरी बना दिया हो, लेकिन इस विवाद के चलते उनकी सोशल मीडिया पर पॉपुलैरिटी हर दिन तेजी से बढ़ रही है.

सोशल मीडिया एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म सोशल ब्लेड  के डेटा से पता चलता है कि पिछले एक महीने में ही यानी अडानी ग्रुप पर रिसर्च रिपोर्ट पब्लिश होने से अब तक हिंडनबर्ग रिसर्च के फॉलोअर्स की संख्या में करीब 2.5 लाख का जोरदार इजाफा हुआ है.

Gautam Adani का नाम जुड़ने का असर सिर्फ कंपनी पर ही नहीं पड़ा है,  इसके फाउंडर नाथन एंडरसन  भी ट्विटर समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फेमस होते जा रहे हैं. एंडरसन का ट्विटर हैंडल @ClarityToast है, फिलहाल वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बने गौतम अडानी पर रिपोर्ट जारी करने के बाद से इसे ज्यादा लोग फॉलो करने लगे हैं. ताजा वृद्धि के बाद एंडरसन के फॉलोअर्स की कुल संख्या लगभग 44,000 आंकी गई है.

कोहिनूर हीरे से जड़ा ताज किंग चार्ल्स तृतीय की पत्नी कंसोर्ट कैमिला ने पहनने से किया इंकार

पिछले साल महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद कोहिनूर हीरे से जड़ा ताज किंग चार्ल्स तृतीय की पत्नी क्वीन कंसोर्ट कैमिला को सौंपा गया था। लेकिन,अब कैमिला ने इस विवादित ताज को पहनने से इनकार किया है।

 इस साल मई में किंग चार्ल्स तृतीय का राज्याभिषेक होगा।  ब्रिटेन के राजा की गद्दी को संभालेंगे। इस दौरान कैमिला को इस कोहिनूर से जड़े ताज को पहनना था, लेकिन उन्होंने इससे इनकार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत लंबे समय से कोहिनूर हीरे की वापसी की मांग करता रहा है, ऐसे में अगर कैमिला उस ताज को पहनतीं, तो नया रानजयिक विवाद पैदा हो सकता था।

कोहिनूर हीरे से जड़ा ताज किंग चार्ल्स की दिवंगत दादी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने अंतिम बार पहना था। बताया जाता है कि यह कोहिनूर हीरा 105 कैरट का है, जो दुनिया के सबसे बड़े कटे हुए हीरों में से एक है। भारत का दावा है कि इसे अंग्रेजी हुकूमत ने ईस्ट इंडिया कंपनी के राज के दौरान भारत से ले जाया गया था और महारानी विक्टोरिया को भेंट किया गया था।

बांग्लादेश: देश के 22वें राष्ट्रपति के नाम का हुआ एलान, शहाबुद्दीन चुप्पू को मिली सत्ता की चाभी

बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयोग ने देश के 22वें राष्ट्रपति के नाम का एलान कर दिया है। आयोग ने कहा है कि पूर्व न्यायाधीश और स्वतंत्रता सेनानी मोहम्मद शहाबुद्दीन चुप्पू बांग्लादेश के नए राष्ट्रपति होंगे।

 बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त काजी हबीबुल अवल ने रविवार को जमा किए गए उनके नामांकन पत्रों की जांच के बाद उनके नाम का एलान कर दिया।

वर्तमान में अवामी लीग सलाहकार परिषद के सदस्य थे अब उन्हें पार्टी में अपने पदों को छोड़ना होगा। उनका राष्ट्रपति बनना पहले से ही तय माना जा रहा था क्योंकि उनके खिलाफ को प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार नहीं था।

चुप्पू बांग्लादेश के 22वें राष्ट्रपति होंगे। बांग्लादेश के सबसे लंबे समय तक रहने वाले राष्ट्रपति अब्दुल हामिद का कार्यकाल 23 अप्रैल को समाप्त होगा। बांग्लादेश के संविधान के अनुसार देश में कोई भी व्यक्ति केवल दो बार ही राष्ट्रपति बन सकता है।

इस देश में हो रहा ‘वैलेंटाइंस डे’ का विरोध, कहीं ‘हया डे’ तो कहीं ‘विचेज डे’ दिया गया नाम

क तरफ पूरी दुनिया में 14 फरवरी को प्यार और मोहब्बत के पर्व के तौर पर मनाया जा रहा है।  पाकिस्तान में इसका जमकर विरोध हो रहा है। जमात-ए-इस्लामी की स्टूडेंट्स विंग ऑफ जमीयत तलाबा ने इसके खिलाफ मार्च निकाला।

इस दौरान बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं सड़कों पर नजर आए। हाथों में बैनर और पोस्टर लिए इस हुजूम ने जमकर नारेबाजी की। वहीं कई अन्य धार्मिक संगठनों ने इस दिन ‘विचेज डे’ का नाम देकर इसका विरोध किया।

वैलेंटाइंस के मौके पर पाकिस्तान में अलग ही रंग नजर आ रहा है।  विरोध में इन संगठनों ने रैलियों, जुलूस और मार्च का आयोजन किया। ऐसी ही एक संस्था- जमात-ए-इस्लामी की स्टूडेंट्स विंग ऑफ जमीयत तलाबा ने इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर मार्च निकाला।

रावलपिंडी डिस्ट्रिक्ट पीस कमेटी ने भी लोगों को वैलेंटाइंस डे मनाने से दूर रहने को कहा। इस संस्था ने तो इस मौके पर मोबाइल सेवाओं को भी प्रतिबंधित किए जाने की मांग उठाई थी। संस्था के चेयरमैन अल्लामा इजहार शाह बुखारी और सदस्यों, अल्लामा जाहिद काजमी व पीर अतीकुर रहमान ने कहा कि युवा पीढ़ी को वैलेंटाइंस डे से दूरी बनाकर रहनी चाहिए।