Friday , November 22 2024

विदेश

पाकिस्तान को क्या आर्थिक तबाही से बचा पाएगा आईएमएफ़ ? सामने आया ये बड़ा संकट

स्लामाबाद में राशन की दुकान पर खड़े लोग. ऐसा डर जताया जा रहा है कि खाने-पीने के सामान के दाम अभी और बढ़ेंगे.पाकिस्तान अपने विदेशी मुद्रा भंडार के ख़ाली होने के ख़तरे से दो-चार है.

इस समय भारत का ये पड़ोसी देश अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से कर्ज़ लेने का अंतिम प्रयास कर रहा है.पाकिस्तान के पास एक महीने के आयात के लिए ही डॉलर बचे हैं. देश आसमान छूते विदेशी कर्ज़े पर ब्याज़ देने तक के लिए भी सघंर्ष कर रहा है.

गुरुवार को पाकिस्तान में आईएमएफ़ की टीम पहुँची है. ये टीम 10 दिन वहाँ रहेगी. इन 10 दिनों में आर्थिक संकट से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय फ़ंड जारी करने पर बातचीत होगी.

पाकिस्तान के इस चुनावी साल में वहाँ की अर्थव्यवस्था के डूबने का डर अब बढ़ता जा रहा है. पाकिस्तान को सामान ख़रीदना और बेचना महंगा पड़ रहा है. पाकिस्तान की सबसे पड़ी समस्या यही है – विदेशी मुद्रा भंडार की कमी.

फ़ैक्टरी के मैनेजर फ़हीम ने बीबीसी को बताया, “अगर हम कच्चा माल आयात नहीं कर सकते, तो सामान बनाएँगे कैसे? हम पहले ही बड़ा घाटा सह चुके हैं. हमने सभी 300 कर्मचारियों को घर भेज दिया है.”

तुर्की और सीरिया में भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़ी, 17 हजार के पार पहुंचा आकड़ा

तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या हर घंटे बढ़ती जा रही है. जान गंवाने वालों की संख्या करीब 17 हजार के पार पहुंच चुकी है.

शहर के शहर खंडहर बन चुके हैं. अपनों को खोने वालों की चीख-पुकार दुनिया के कोने-कोने तक जा रही है. भारत समेत तमाम देश मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं. इस बीच कुछ लोग अभी भी ऐसे हैं, जिनके मन में नफरत इस कदर घुस गई है कि वे इंसानियत तक भूल बैठे हैं.

मुस्लिमों के प्रति खास नजरिया रखने वाली फ्रांसीसी मैगजीन शार्ली हेब्दो ने कार्टून शेयर कर लाखों लोगों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है. मैगजीन ने जो जहर उगला है, उस पर दुनियाभर में थू-थू हो रही है.

शार्ली हेब्दो ने पहली बार मुस्लिम समुदाय पर कोई तंज नहीं कसा है. साल 2015 में पैगबंर का विवादित कार्टून छापने के बाद आतंकियों ने पेरिस स्थित दफ्तर में घुसकर 12 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. फ्रांसीसी मैगजीन ने पैगंबर के कार्टून छापने को अभिव्यक्ति से जोड़ा, जबकि दुनियाभर में इसका कड़ा विरोध हुआ.

आखिर क्यों अमेरिका की नजरों में बढ़ी नेपाल की अहमियत, ये हैं बड़ी वजह

 कम्युनिस्ट प्रभाव वाली सरकार बनने के बावजूद अमेरिका ने नेपाल को अपने पाले में लाने की कोशिशों में कोई ढील नहीं दी है। उसके अधिकारियों का नेपाल दौरा पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के मुताबिक जारी है।

यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूसएड) की प्रशासक समांत पॉवर  को यहां पहुंचीं। सिर्फ एक हफ्ते बाद अमेरिका की उप सहायक विदेश मंत्री आफरीन अख्तर यहां आएंगी। वे 14 फरवरी से दो दिन की नेपाल यात्रा पर रहेंगी। वे अमेरिकी विदेश मंत्रालय में नेपाल सहित कई दक्षिण एशियाई देशों से संबंधित मामलों की प्रभारी हैं।

कुछ दिन पहले ही अमेरिका की राजनीतिक मामलों की उप मंत्री विक्टोरिया नुलैंड ने काठमांडू की यात्रा की। उन्होंने यहां विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बातचीत की थी। उस दौरान उन्होंने नेपाल के नेताओं को आगाह किया कि पड़ोसी देशों से संबंध बनाते समय उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए। खास कर ऐसा आर्थिक मामलों में करना चाहिए।

जो बाइडन प्रशासन में उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा है। साथ ही वे अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की सदस्य भी हैं। नेपाल के विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अखबार काठमांडू पोस्ट को बताया- ‘नुलैंड ने नेपाल के साथ राजनीतिक और कूटनीतिक संबंधों को लेकर बातचीत की। पॉवर आर्थिक सहयोग और विभिन्न क्षेत्रों में सहभागिता के मसले पर बातचीत करेंगी। ‘

इस देश में 20 हजार के पार जा सकता मौतों का आकड़ा! वजह जानकार रह जाएंगे दंग

तुर्किये और सीरिया में भूकंप से हालात भयावह व बद से बदतर होते जा रहे हैं। भूकंप से मरने वालों की संख्या 9,400 से अधिक हो गई है। मृतकों की संख्या बढ़ने के साथ ही यह एक दशक से अधिक समय में सबसे घातक भूकंपीय घटना बन गई है।

दोनों देशों की मदद के लिए 70 से भी ज्यादा देश आगे आए हैं। भारत भी ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत मदद भेज रहा है। टर्किश और हिंदी भाषा में ‘दोस्त’ शब्द का इस्तेमाल होता है, इसलिए इस ऑपरेशन का नाम दोस्त रखा गया है।

 तुर्किये के कई शहरों में तापमान 9 से माइनस 2 डिग्री सेलसियस पहुंच गया है।ऐसी स्थिति में लोगों को हाइपोथर्मिया होना का खतरा है। हाइपोथर्मिया में शरीर में हीट प्रोड्यूस नहीं हो पाती है जिससे बॉडी टेम्परेचर तेजी से कम होने लगता है। UN ने कहा है कि बर्फबारी और बारिश के कारण भूकंप से प्रभावित दोनों ही देशों में बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन का कहना है कि मौत का आंकड़ा 20 हजार के पार जा सकता है। ​​​​​तुर्किये में 7,108 लोगों की जान जा चुकी है और 34 हजार 810 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। सीरिया में 2,547 लोग मारे गए और 3,849 से ज्यादा जख्मी हैं। इस तरह मरने वालों की संख्या बढ़कर 7,926 हो गई है। तुर्किये में 8 हजार लोगों को बचा लिया गया है।

पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री ने कहा-“भारत की IT इंडस्ट्री का लोहा पूरी दुनिया मानती…”

पाकिस्तान के पूर्व मंत्री भी भारत के IT सेक्टर की तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पा रहे हैं। पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने कहा कि भारत की IT इंडस्ट्री का लोहा पूरी दुनिया मानती है। भारत के पास IIT है, जिससे उसकी तरक्की हो रही है।

90 के दशक में भारत ने बड़े बदलाव किए और आईटी सेक्टर का दिग्गज बन गया।IT सेक्टर का भारत की अर्थव्यवस्था में 2025 तक 10 फीसदी योगदान का अनुमान है। हमारा IT सेक्टर सिर्फ 1 फीसदी का ही योगदान क्यों देता है?’ इस पर मिफ्ताह इस्माइल ने एक ऐसा जवाब दिया, जिसे सुन कर हर भारतीय को गर्व होगा।

उन्होंने कहा, ‘भारत का IT सेक्टर इसलिए आगे है, क्योंकि भारत के में IIT और कई महान विश्ववविद्यालय है और हमारे पास नहीं। खराब कानून व्यवस्था के कारण पाकिस्तान में विदेशी निवेश नहीं करते और न ही सर्विस से जुड़े ऑफिस खोलते हैं।’ इसमें सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, इंजीनयरिंग सर्विस, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और क्लाउड कंप्यूटिंग समेत एक विविध श्रेणी शामिल है।

तुर्की में भूकंप से दहशत में लोग, आपदा में मरने वालों की संख्या हुई 5000 के पार

तुर्की में आए भूंकप से पूरा देश हिल गया है। 4 बजे आए भूकंप में मरने वालों की संख्या 5000 हो गई है। हजारों लोग अभी भी लापता हैं। दीवारों और मलबे के नीचे अभी कई जानें फंसी हुई हैं।

तुर्की कुश्ती महासंघ ने बताया कि आठ पहलवानों को अब तक कहारनमारास भूकंप में मलबे से बचाया गया है। लेकिन अभी भी कई एथलीट दबे हुए हैं। राष्ट्रीय पहलवान ताहा अक्गुल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बताया कि इमारत में दर्जनों एथलीट थे।

कहारनमारास नगर पालिका ने बताया कि माल्टा मेट्रोपॉलिटन बेलेडिएस्पोर के 11 वॉलीबॉल खिलाड़ी और चार विकलांग फुटबॉलर गायब हैं। पूर्व चेल्सी और न्यूकैसल फॉरवर्ड क्रिश्चियन अत्सु लापता हैं और माना जा रहा है कि तुर्की में आए शक्तिशाली भूकंप के बाद वह मलबे में फंसे हैं।

तुर्की में 3419 लोगों की जान जा चुकी है और 15 हजार से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। सीरिया में 1602 लोग मारे गए और 2 हजार से ज्यादा जख्मी हैं. गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से NDRF कर्मियों की एक टीम तुर्की रवाना हो गई। टीम अपने साथ विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड और आवश्यक उपकरणों को राहत-बचाव कार्य के लिए ले गई है।

तुर्की और सीरिया में आए 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप से सदमे में लोग, 600 से ज्यादा लोगों की मौत

तुर्की में सोमवार सुबह 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। इस भूकंप की तबाही में सैकड़ों लोगों की जान चली गई। भूकंप इतना भयानक था की कई इमारतें जमींदोज हो गईं, पेट्रोल की पाइप लाइन फट गईं जिससे आग लग गई।जिस बिस्तर पर सो रहे थे, उस पर मौत की नींद सो गए।

भूकंप का असर सीरिया तक था। सीरिया में अकसर भूकंप आता रहता है। बीते 24 साल में यहां भूकंप की वजह से 18 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।तुर्की और सीरिया में आए 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप ने ऐसा ही मंजर पेश किया है। इमारतें जमींदोज हो गई हैं और पूरी की पूरी बस्तियां ही उजाड़ हो गई हैं।

एक मिनट तक आए भूकंप ने हाहाकार मचा दिया है। भूकंप इतना तगड़ा था कि इसके झटके साइप्रस, लेबनान और मिस्र जैसे पड़ोसी देशों तक महसूस किए गए हैं। अब तक 600 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर आ चुकी है।

यही नहीं इस भूकंप के चलते सुनामी की आशंका भी इटली में जाहिर की गई थी। फिलहाल तुर्की और सीरिया में बचाव कार्य जारी है और मलबे से निकलती लाशों के साथ ही मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। डर का आलम यह रहा कि तमाम लोग घंटों कारों में ही बैठे रहे ताकि फिर से आया कोई भूकंप का झटका फिर से मौत की वजह न बन जाए।

कश्मीर का राग छेड़ता नजर आया पाकिस्तान, शहबाज शरीफ ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी…

खुद को डिफॉल्ट होने से बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के सामने गिड़गिड़ाते पाकिस्तान ने एक बार फिर से कश्मीर और कश्मीरियों का राग छेड़ा है.  बैकचैनल कूटनीति के द्वारा कश्मीर मुद्दे को ठंडे बस्ते में डालने की योजना बनाई गई थी.

पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि कश्मीर मुद्दे को 20 साल तक लटकाए रखने की साजिश रची गई थी. हालांकि, शहबाज शरीफ ने कहा कि कोई पाकिस्तानी ऐसी योजनाओं पर अमल करने की सोच भी नहीं सकता है.

‘कश्मीर एकजुटता दिवस’ के मौके पर रविवार को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर विधायिका के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा, ‘अगले 20 सालों तक कश्मीर में जनमत संग्रह को टालने के लिए एक साजिश रची गई थी. कश्मीरियों के साथ इससे बड़ी कोई साजिश और क्रूरता नहीं हो सकती है. मुझे लगता है कि कोई भी पाकिस्तानी नेता या सैनिक ऐसा कुछ सोच भी नहीं सकता है.’

उन्होंने आगे कहा, ‘अल्लाह ने मुद्दों को हल करने के लिए दूरदर्शिता रखने और परामर्श करने का आदेश दिया है और यदि हम इस मार्ग को अपनाते हैं और उन पर भरोसा रखते हुए अपने सभी संसाधनों को इस काम में लगाते हैं, तो हम कश्मीरियों को उनका अधिकार दिला सकते हैं.’

जासूसी गुब्बारा मार गिराने से बढ़ी अमेरिका चीन के बीच तनातनी, ड्रैगन ने दे डाली ये चेतावनी

मेरिका और चीन के बीच एक बार फिर से तनातनी बढ़ गई है। कारण चीन का वो जासूसी गुब्बारा, जो अमेरिका के आसमान में दिखा था। जासूसी गुब्बारे को तो अमेरिका ने मार गिराया। चीन ने अमेरिका को अंजाम भुगतने तक की चेतावनी दे डाली है।

 अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन की ओर से खुलासा किया गया था कि चीन का एक जासूसी गुब्बारा कनाडा के बाद अमेरिका के आसमान में उड़ान भर रहा है। इतना ही नहीं शनिवार को सामने आया कि चीन का एक और जासूसी गुब्बारा लैटिन अमेरिका के ऊपर मौजूद है।

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपनी चीन यात्रा को टाल दी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के आदेश पर अमेरिकी वायुसेना ने रविवार को चीन के इस जासूसी गुब्बारे को मार गिराया। इसके लिए अमेरिकी फाइटर जेट F-22 का इस्तेमाल हुआ। इस फाइटर जेट की मदद से जासूसी गुब्बारे पर AIM-9X SIDEWINDER मिसाइल से हमला किया गया और उसे नष्ट कर दिया गया।

चीन ने अपने असैन्य एयरशिप को अमेरिका में मार गिराने पर तीखी प्रतिक्रिया दी। चीन ने कहा कि अमेरिका की यह कार्रवाई राजनीतिक स्टंट के अलावा कुछ नहीं है। हम जरूरत पड़ने पर करारा जवाब देंगे। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि गुब्बारा जमीन पर लोगों के लिए सैन्य या शारीरिक खतरा पेश नहीं करता है। यह बात अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने भी मानी।

पाकिस्‍तान में आया एक और बड़ा संकट, सबसे बड़ी ऑयल रिफाइनरी सेनेरजिएको को किया गया बंद

दिवालिएपन के मुहाने पर खड़े पाकिस्‍तान पर एक और गाज गिरने वाली है। आर्थिक संकट में फंसे देश में डॉलर की कमी के चलते यहां की सबसे बड़ी ऑयल रिफाइनरी सेनेरजिएको को बंद कर दिया गया है।

पिछले दिनों रुपए की कीमत में एतिहासिक तौर पर गिरावट हुई। इससे कच्‍चे तेल के आयात की क्षमता पर खासा असर पड़ा है। ऐसे में यह मुश्किल फैसला लना पड़ गया है। रिफाइनरी में कच्‍चा तेल ही नहीं बचा है।

चिट्ठी में कहा गया था कि सेनेरजिएको रिफाइनरी को दो फरवरी तक बंद करना पड़ेगा और यह 10 फरवरी से ही काम शुरू कर पाएगी जब तेल के जहाज पहुंचेंगे। इस रिफाइनरी को पहले बाइको पेट्रोलियम के तौर पर जाना जाता था।

रिफाइनरी के पास 156,000 बैरल प्रति दिन कच्‍चे तेल को प्रॉसेस करने की क्षमता है। यहां पर पेट्रोलियम, डीजल, भट्ठी के तेल और दूसरे पेट्रोलियम उत्‍पादों को रिफाइन करने का काम होता है।कोई कदम नहीं उठाया गया और आयात सुनिश्चित करने का प्रबंध नहीं किया गया तो सबकुछ खत्‍म हो जाएगा। इस चिट्ठी में साफ-साफ लिखा था कि तेल की कीमतें बढ़ रहीं हैं और पाकिस्‍तान का रुपया लगातार गिर रहा है।