तवांग में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प के बाद भारत में चीनी प्रोडक्ट का विरोध शुरू हुआ. तवांग घटना के बाद भारतीय चीनी सामानों को लेकर क्या सोचते हैं देश में चीनी उत्पादों की मौजूदगी के बीच भारतीय यह भी मानते हैं कि स्वदेशी उत्पाद चीनी सामानों के मुकाबले ज्यादा बेहतर हैं.
हालिया घटना के बाद उनमें चीनी प्रोडक्ट्स का बहिष्कार करने की भावना बढ़ी है.सर्वे में भारत के 319 जिलों के 40 हजार लोगों को शामिल किया गया. इसमें 63 फीसदी पुरुष और 37 फीसदी महिलाएं थी. आइए, आंकड़ों से समझते हैं सर्वे की अहम बातें.
तवांग घटना के बाद 58 फीसदी भारतीयों में मेड-इन-चाइना प्रोडक्ट का बहिष्कार किया और इन्हें न खरीदने की बात कही. 28 फीसदी भारतीय मानते हैं कि अगर क्वालिटी, कीमत और कस्टमर सर्विस को देखा जाए तो भारतीय प्रोडक्ट्स ज्यादा बेहतर हैं.
भारतीयों ने जो चीनी प्रोडक्ट्स खरीदे उसमें सबसे ज्यादा गैजेट्स शामिल थे. इसके बाद त्योहारों पर सजावट के लिए इस्तेमाल की जाने वाली फेस्टिव लाइट्स शामिल थीं.