Friday , November 22 2024

विदेश

तवांग मुद्दे के बीच भारत में शुरू हुआ चीनी प्रोडक्‍ट का विरोध, 58% भारतीयों ने किया बैन

वांग में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प के बाद भारत में चीनी प्रोडक्‍ट का विरोध शुरू हुआ. तवांग घटना के बाद भारतीय चीनी सामानों को लेकर क्‍या सोचते हैं देश में चीनी उत्‍पादों की मौजूदगी के बीच भारतीय यह भी मानते हैं कि स्‍वदेशी उत्‍पाद चीनी सामानों के मुकाबले ज्‍यादा बेहतर हैं.

हालिया घटना के बाद उनमें चीनी प्रोडक्‍ट्स का बहिष्‍कार करने की भावना बढ़ी है.सर्वे में भारत के 319 जिलों के 40 हजार लोगों को शामिल किया गया. इसमें 63 फीसदी पुरुष और 37 फीसदी महिलाएं थी. आइए, आंकड़ों से समझते हैं सर्वे की अहम बातें.

  तवांग घटना के बाद 58 फीसदी भारतीयों में मेड-इन-चाइना प्रोडक्‍ट का बहिष्‍कार किया और इन्‍हें न खरीदने की बात कही. 28 फीसदी भारतीय मानते हैं कि अगर क्‍वालिटी, कीमत और कस्‍टमर सर्विस को देखा जाए तो भारतीय प्रोडक्‍ट्स ज्‍यादा बेहतर हैं.

भारतीयों ने जो चीनी प्रोडक्‍ट्स खरीदे उसमें सबसे ज्‍यादा गैजेट्स शामिल थे. इसके बाद त्‍योहारों पर सजावट के लिए इस्‍तेमाल की जाने वाली फेस्टिव लाइट्स शामिल थीं.

यूक्रेन से 10 माह से जारी युद्ध के बीच अचानक रूस की मुश्किलें बढ़ी, अभी लंबी चलेगी जंग

पिछले करीब 10 माह से यूक्रेन से जंग लड़ रहे रूस की मुश्किलें बढ़ रही हैं।  रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद स्वीकार किया है, यूक्रेन के जिन चार इलाकों को रूसी हिस्सा घोषित कर लिया, वहां हालात बेहद मुश्किल हैं।
रूस में व्यापक तौर पर मनाए गए सुरक्षा सेवा दिवस के मौके पर पुतिन ने रूसी सीमाओं को मजबूत करने का भी आदेश दिया। उन्होंने रूस द्वारा नियंत्रित यूक्रेन के इलाकों में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
भारत ने बीते दिनों इस बात पर जोर दिया था कि मौजूदा दौर जंग का नहीं है। शांति और संवाद ही एकमात्र उपाय है। इसके बाद भी यूरोपीय देशों और अमेरिका की ओर से युद्ध रोकने के लिए कोई उत्साहजनक प्रतिक्रिया नहीं आई। एक ठंडा सा रवैया था। खीझे हुए रूस ने तब आक्रामक बयान दिया कि वह यूक्रेन के खिलाफ सभी विकल्पों का उपयोग करने के लिए आजाद है।
 इस माह की शुरुआत में उन्होंने कहा कि जंग लंबी चल सकती है। भारत और चीन ने परमाणु हथियारों के विकल्प का इस्तेमाल नहीं करने की बात कही। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के मुखिया विलियम बर्न्स ने अवश्य इसके बाद भारत और चीन के रवैये पर प्रसन्नता जताई और कहा कि रूस के दो शुभचिंतक देशों के इस कथन से उस पर दबाव पड़ा है।

खराब मौसम के कारण तूफानी समुद्र में अचानक डूबा थाईलैंड का युद्धपोत, 33 सदस्य हुए लापता

थाईलैंड का युद्धपोत खराब मौसम के कारण तूफानी समुद्र में डूब गया, जिसमें चालक दल के कई सदस्य लापता हो गए. थाई अधिकारियों ने कहा कि रॉयल थाई नौसेना का एक युद्धपोत  तड़के खराब मौसम में डूब गया, जिससे उसके 106 नाविकों में से चालक दल के 33 सदस्य थाईलैंड की खाड़ी के तूफानी समुद्र में लापता हो गए.

उन्होंने बताया कि लापता चालक दल के सदस्यों के लिए तलाशी अभियान जारी है. थाई नौसेना के एक बयान में कहा गया है कि तेज हवाओं ने 252 फुट (76.8 मीटर) लंबे कार्वेट एचटीएमएस सुखोथाई को झुका दिया.

जहाज की विद्युत प्रणाली बंद हो गई. बिजली के बंद होने के कारण जहाज की मुख्य बिजली व्यवस्था विफल हो गई, जिससे चालक दल युद्धाभ्यास करने या समुद्र के पानी को बाहर निकालने में असमर्थ हो गया.

लापता चालक दल के की खोज करने में भी भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. थाईलैंड के अधिकारियों ने कहा कि थाईलैंड की खाड़ी में बंग सफान जिला, प्रचुआप खिरी खान प्रांत से लगभग 20 मील (32 किलोमीटर) की दूरी पर खराब मौसम सोमवार सुबह तक लगातार जारी रहा.

पाकिस्तान के आतंकियों ने एक पुलिस स्टेशन पर किया कब्ज़ा, 9 लोगों को बनाया बंधक

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आतंकवादियों ने एक पुलिस स्टेशन में बने आतंकवाद रोधी केंद्र पर कब्जा कर लिया और 9 लोगों को बंधक बना लिया।

काउंटर-टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी) में  गिरफ्तार किए गए आतंकवादियों से पूछताछ की जा रही थी।  एक आतंकवादी ने पुलिस से एके -47 राइफल छीन लिया और गोलियां चला दीं।

उसने गिरफ्तार किए गए अन्य आतंकियों को छुड़ा लिया और आतंकियों ने पुलिस स्टेशन पर कब्जा कर लिया। आतंकियों ने 9 पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया है। पाकिस्तान की सेना ने पुलिस स्टेशन को चारों ओर से घेरा हुआ है।

दोनों बन्नू के रहने वाले हैं। आतंकियों ने वीडियो जारी कर मांग की है कि उन्हें सुरक्षित अफगानिस्तान पहुंचने के लिए एक हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद बंधकों को छोड़ दिया जाएगा।

इस देश में मजदूरों और ड्राइवरों के बीच बड़ी संख्या में कोविड-19 परीक्षण पाया गया पॉजिटिव

चीन में कोरोना महामारी का कहर अब भी थमा नहीं है। दो करोड़ से ज्यादा की आबादी वाले राजधानी शहर बीजिंग में कोविड से हुई मौतों के लिए शनिवार को अंतिम संस्कार और दाह संस्कार के लिए मारामारी जैसी स्थिति पैदा हो गई।

मजदूरों और ड्राइवरों का बड़ी संख्या में कोविड-19 परीक्षण पॉजिटिव आया है, देश में ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ के खिलाफ हाल ही में व्यापक स्तर पर प्रदर्शन हुए थे। राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पहली बार बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ा था।

टेस्टिंग, लॉकडाउन और सख्त यात्रा प्रतिबंधों के साथ चीन दुनिया के ऐसे देशों के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश कर रहा है, जो कोविड महामारी के बाद काफी हद तक फिर से खुल गए हैं। तक अपने घरों के अंदर ही अपने हल्के लक्षणों की देखभाल करें।

बीजिंग में 7 दिसंबर को कोविड प्रबंधन नीतियों में बदलाव के बाद से अभी तक किसी की भी कोविड से मृत्यु की सूचना नहीं थी। कोविड ने पार्लरों, रेस्तरां और कूरियर फर्मों से लेकर इसकी लगभग एक दर्जन से अधिक सेवाओं के मजदूरों और कर्मचारियों को प्रभावित किया है। मियुन शवदाह गृह के एक कर्मचारी ने बताया, अब हमारे पास कम कारें और कर्मचारी हैं।

चाइनीज होटल में विस्फोट के बाद तालिबान सरकार से डरा ड्रैगन, जल्द ले सकता हैं बदला

अफगानिस्तान में काबुल के चाइनीज होटल में विस्फोट के बाद तालिबान सरकार- चीन के बीच समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे हैं।12 दिसंबर को एक होटल पर बम और बंदूक से हुए हमले में पांच चीनी नागरिक घायल हो गए थे।

यह हमला अफगानिस्तान में चीनी राजदूत वांग यू द्वारा तालिबान शासन के उप विदेश मंत्री, शेर मोहम्मद अब्बास स्टानिकजई से मुलाकात के एक दिन बाद हुआ। इस मुलाकात के दौरान वांग यू ने समूह से काबुल में चीनी दूतावास की सुरक्षा पर अधिक ध्यान देने का अनुरोध किया था।

उसने इसकी निंदा करते हुए आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध किया। हमले को देखते हुए अफगानिस्तान में चीनी दूतावास ने अफगान पक्ष से चीनी नागरिकों को खोजने और बचाने के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा।

अपराधियों को न्याय दिलाने और अफगानिस्तान में चीनी नागरिकों और संस्थानों की सुरक्षा प्रभावी ढंग से मजबूत करने के लिए भी कहा। ईस्ट तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट , तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान, अल कायदा और अन्य आतंकवादियों ने बीजिंग के विश्वास को हिलाकर रख दिया है।

शहबाज शरीफ सरकार का बड़ा एक्शन, भारत को ठहराया आतंकवादी कार्रवाइयों का दोषी

देश के मसलों का हल ढूंढने में लगातार नाकाम रहने के बाद अब पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार घिसे-पिटे तरीके पर उतर आई है। उसने फिर उन्हीं आरोपों का सहारा लिया है, जो राजनीतिक संकट के दौरान जनता को भरमाने के लिए पाकिस्तान के राजनेताओं का जाना-पहचाना तरीका रहा है।

आर्थिक के साथ-साथ आतंकवाद के मोर्चे पर भी बेअसर साबित हो रही शहबाज शरीफ सरकार ने अब आतंकवादी कार्रवाइयों का दोष भारत पर मढ़ा है। लेकिन उसने इस बारे में कोई साक्ष्य सार्वजनिक नहीं किया है।

पाकिस्तान के गृह मंत्री राना सनाउल्लाह ने मंगलवार को यह दावा किया कि पिछले साल लाहौर में हुए बम धमाके में भारतीय एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का हाथ होने का पाकिस्तान सरकार को ‘अकाट्य सबूत’ मिला है।

पाकिस्तान सरकार का दावा है कि उस सिलसिले में तीन ‘आतंकवादी’ गिरफ्तार किए गए। उनसे पाकिस्तान की जांच एजेंसियों को कथित सबूत हासिल हुए।

पाकिस्तान में आतंकवाद फैलाने में वह शामिल पाया गया है।’ विश्लेषकों के मुताबिक इस तरह आम इल्जाम लगा कर सनाउल्लाह ने अपनी दलील को और कमजोर कर दिया है। सनाउल्लाह ने ये आरोप एक प्रेस कांफ्रेंस में लगाए,  उनके साथ पंजाब प्रांत के काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट के अतिरिक्त आईजी इमरान महमूद भी मौजूद थे।

China: WHO ने दी ड्रैगन को सख्त चेतावनी कहा -“आने वाला समय बहुत मुश्किल हो सकता है”

 चीन के कोविड संबंधी सभी नियम  हटाने के एक हफ्ते बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि आगे आने वाला समय बहुत मुश्किल हो सकता है. अभी भी बीजिंग के अस्पतालों में गंभीर रूप से बीमार लोग भर्ती हैं

जिनके चलते संक्रमण की लहर की आशंका बढ़ गई है. चीन ने पिछले  को टेस्टिंग और क्वारंटीन के नियमों को पूरी तरह से हटाने का ऐलान किया और ये संदेश दिया कि उसे बड़े पैमाने पर दुनिया के लिए खोल दिया गया है.

लॉकडाउन  के चलते लाखों लोगों के लिए मानसिक तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी इसने वायरस को रोक कर रखा था लेकिन इसके खिलाफ बड़े पैमाने पर हुए विरोध के बाद नियमों को पूरी तरह से हटा दिया गया था.चीन अब ऐसी आबादी को बचाने की कीमत चुका सकता है जिनमें हर्ड इम्यूनिटी का अभाव है इसके साथ ही बुजुर्गों में टीकाकरण की रफ्तार भी कम है.

पाकिस्तान: गुरुद्वारा शहीद भाई तारू के बंद होने से भड़का सिख समुदाय, किया विरोध-प्रदर्शन व नारेबाजी

पाकिस्तान के लाहौर में नौलखा स्थित गुरुद्वारा शहीद भाई तारू पर ताला लगाने से सिख समुदाय में भारी रोष व्याप्त है। इस मामले को लेकर लोगों ने  दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन किया व पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की।

पाकिस्तान सरकार ने इस गुरुद्वारे पर ताला लगाने के लिए जमीनी विवाद को मुद्दा बनाया।  जग आसरा गुरु ओट (जागो) पार्टी और दिल्ली के तमाम सिखों ने पार्टी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके के नेतृत्व में पाकिस्तानी दूतावास के नजदीक विरोध प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के बाद जागो पार्टी के नेताओं ने दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पाकिस्तान दूतावास के अधिकारी जुल्फिकार अली को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नाम एक ज्ञापन सौंपा।

दिल्ली पुलिस ने धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन के बाहर अवरोधक लगाकर रोक दिया। प्रदर्शनकारियों की मांग भी कि पाकिस्तान सरकार को उस ताले को हटा देना चाहिए और सिख समुदायों या पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक समिति को चाबी सौंप देनी चाहिए।

अमेरिका ने दिखाया सख्त रुख कहा-“हमारे सहयोगियों के खिलाफ भी बढ़ रही चीन की आक्रामकता”

रुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर के पास भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच ताजा संघर्ष के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के भारत के प्रयासों का अमेरिका ने समर्थन किया है। पैट राइडर ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि हम अपने सहयोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहेंगे।

भारतीय सेना के जवानों ने चीनी सेना को वहां से हटने के लिए कहा और दृढ़ता से उन्हें आगे बढ़ने से रोका। इसके बाद हुई झड़प में दोनों पक्षों के सैनिकों को चोटें आईं। भारत ने जिस तरह से स्थिति को नियंत्रित किया हम उसके प्रयासों का पूरा समर्थन करते हैं।

अमेरिका, भारत-चीन सीमा पर चल रही गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि यह दुनिया जानती है कि चीन किस तरह से तानाशाही कर सीमा पर अपने बलों को इकट्ठा कर तथाकथित सैन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है।

पैट राइडर ने आगे कहा कि चीन खुद को मुखर करने की कोशिश में अमेरिकी सहयोगियों और भागीदारों के खिलाफ भी आक्रामक हो रहा है। उन्होंने कहा कि एलएसी के बाद अब चीन समुद्री सीमा में भी भारत के अलावा अन्य देशों के लिए भी बड़ी चुनौती बन रहा है।