Friday , November 22 2024

विदेश

नेपाल में संसदीय चुनाव के परिणामों का इंतजार जारी, किसी भी पार्टी को नहीं मिली पूर्ण बहुमत

नेपाल में हुए संसदीय चुनाव के बाद अब परिणामों का इंतजार है.  नेपाल में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है.गठबंधन कुल 275 सीटों में से आधी सीटें यानी 138 सीटें जीतने में भी असमर्थ है.

कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनिफाइड मार्क्सवादी लेनिनिस्ट के अध्यक्ष का कहना है कि ऐसे में सरकार बनाना या फिर साथ मिलकर उसे चलाना और बनाए रखना मुश्किल हो जाएगा.  ऐसा नहीं लग रहा है कि नेपाली कांग्रेस और यूएमएल गठबंधन करके सरकार बनाएंगे. माओइस्ट सेंटर इतनी सीटें नहीं जीत पाएगी कि वो सरकार बना सके.

इसके अलावा दो अन्य बड़े दल राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी और राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी ने अब तक अपना पक्ष आधिकारिक तौर पर नहीं घोषित किया है. उनका कहना है कि वह किसी भी सरकार का हिस्सा नहीं होंगे. लेकिन वह अपनी विचारधारा आगे बढ़ाते रहेंगे.

संघीय संसद के कुल 275 सदस्यों में से 165 का चयन प्रत्यक्ष मतदान के जरिये होगा, जबकि बाकी 110 को आनुपातिक चुनाव प्रणाली के माध्यम से चुना जाएगा.  सीपीएन-माओइस्ट सेंटर ने नौ, सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट ने सात और राष्ट्रीय जनमोर्चा तथा समाजवादी पार्टी ने दो-दो सीट पर जीत दर्ज की है.

डब्ल्यूएचओ ने इस बीमारी से दुनिया को किया आगाह, कहा-“इसे रोकने के लिए 95 फीसदी…”

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने  (स्थानीय समय) को कहा कि कोरोनोवायरस महामारी शुरू होने के बाद से खसरा टीकाकरण में काफी गिरावट आई है.

विभिन्न क्षेत्रों में खसरे के फैलने का खतरा तेजी से हमारी तरफ आ रहा है और कोरोना वायरस के कारण खसरा टीकाकरण में लगातार गिरावट आई है ।

 खसरा सबसे संक्रामक मानव विषाणुओं में से एक है और टीकाकरण के माध्यम से लगभग पूरी तरह से रोका जा सकता है।संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 में लगभग चार करोड़ बच्चे खसरे के टीके की खुराक लेने से चूक गए।

डब्ल्यूएचओ और सीडीसी द्वारा बनाई गई बाधाओं के कारण लगभग चार करोड़ बच्चे खसरे का टीके लेने से चूक गए। जबकि पिछले वर्षों की तुलना में इसके मामलों में वृद्धि नहीं हुई है। इसे कम करने में 12-24 महीने चुनौतीपूर्ण होंगे।

रूस यूक्रेन युद्ध में क्या अब अगला कदम होगा परमाणु हमला ? यदि ऐसा हुआ तो होगा दुनिया का अंत

रूस यूक्रेन युद्ध  के बात करते समय अक्सर परमाणु हमले के खतरे का जिक्र होता है.. उसी तरह का माहौल अभी फिर पैदा होता दिख रहा है. पश्चिमी मीडिया में बार-बार यह कहा जा रहा है कि जिस तरह से रूस यूक्रेन पर कब्जा करने में नाकाम हो रहा है.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन खिसिया कर यूक्रेन पर परमाणु हमला कर सकते हैं. एक विश्लेषण में यह जानने का प्रयास किया गया है परमाणु बम के प्रभावों की बात की करें तो अभी तक 1945 को जापान में हिरोशिमा और नागासाकी पर गिरे परमाणु बम के बाद कहीं भी परमाणु बम का इस्तेमाल नहीं किया गया है.

हिरोशिमा और नागासाकी पर गिरे परमाणु बम के प्रभाव आज भी एक बड़ी केस स्टडी के तौर पर देखे जाते हैं जिसमें परमाणु बम के तात्कालिक और दीर्घकालिक दोनों तरह का प्रभावों का अध्ययन किया जाता है. उसके आधार पर विशेषज्ञ आज भी परमाणु बम के प्रभावों का अनुमान लगाते हैं.

जाकिर नाइक को FIFA वर्ल्ड कप में न बुलाने पर विवाद, ये हैं पूरा मामला

विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को FIFA वर्ल्ड कप में बुलाने से कतर ने इनकार कर दिया है। राजनयिक माध्यमों के जरिए यह भी दावा किया है कि भारत और कतर के द्विपक्षीय संबंधों को खराब करने के लिए जानबूझकर झूठी खबरें फैलाई गई थी।

भारत ने साफ कर दिया था कि अगर नाइक को औपचारिक रूप से वीवीआईपी बॉक्स में भव्य उद्घाटन समारोह देखने के लिए बुलाया गया है, तो उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की यात्रा को रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

धनखड़ 20 नवंबर को कार्यक्रम में शामिल हुए और अगले दिन लौट आए। नाइक FIFA स्टेडियम के आसपास कहीं नजर नहीं आया। कतर के अधिकारियों का भी कहना है कि नाइक निजी यात्रा पर दोहा आ सकते हैं, लेकिन वह कहीं नजर नहीं आए।

इसके लिए भारत को 2016 से उसकी तलाश है। मार्च 2022 में केंद्रीय गृहमंत्रालय ने नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) को UAPA के तहत गैरकानूनी घोषित कर दिया था। साथ ही 5 साल का प्रतिबंध भी लगाया गया था। खबरें आई कि वह मलेशिया में है।

 

भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति को लेकर अमेरिकी आयोग ने कही बड़ी बात, डाले एक नजर

यूनाइटेड स्टेट्स कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम (यूएससीआईआरएफ) ने  आरोप लगाया कि भारत में धार्मिक स्वतंत्रता और संबंधित मानवाधिकार लगातार खतरे में हैं.

भारत ने पहले यूएससीआईआरएफ टिप्पणियों को पक्षपाती और गलत करार देते हुए खारिज कर दिया था. हालांकि, अमेरिकी विदेश विभाग के लिए यह अनिवार्य नहीं है कि वह इसकी सिफारिशें लागू करे.

यूएससीआईआरएफ ने भारत पर अपनी छह पेज की कंट्री अपडेट रिपोर्ट में तीन बार भारतीय नक्शा प्रकाशित किया है. हालांकि, दो नक्शे विकृत हैं और भारत के वास्तविक भौगोलिक मानचित्र को नहीं दर्शाते हैं.

रिपोर्ट में कहा गया था, ‘2021 में भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति काफी खराब हो गई थी. 2021 में भारत सरकार ने हिंदू राष्ट्रवादी एजेंडा को बढ़ावा देकर ऐसी नीतियों का प्रचार किया, जिससे मुस्लिमों, ईसाइयों, सिखों, दलितों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा.’

शुरुआत में अपनी सिफारिशों को दोहराते हुए यूएसीआईआरएफ ने कहा था कि यदि भारत को विशेष चिंता वाले देशों की सूची में डाला जाता है  सांप्रदायिक विभाजन को बढ़ावा देने वाली नीतियों से किनारा करने के लिए प्रोत्साहित होगी.

 

अमेरिका से एफ-35 लड़ाकू विमान खरीदने के फैसले पर जर्मनी में मचा हाहाकार ! ये हैं वजह

र्मनी सरकार के अमेरिका से एफ-35 लड़ाकू विमान खरीदने के फैसले से देश में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। सरकार के इस निर्णय के खिलाफ देसी रक्षा उद्योग ने कमर कस ली है।  इस निर्णय से अमेरिका पर जर्मनी की निर्भरता और बढ़ेगी और इससे सामरिक मामलों में जर्मनी की स्वायत्ता से समझौता होगा।जर्मन रक्षा उद्योग ने यह भी कहा है कि इस फैसले से उसे मिल सकने वाला मुनाफा अमेरिकी कंपनी की जेब में चला जाएगा।

 वक्ताओं ने आरोप लगाया कि चांसलर ओलोफ शोल्ज की सरकार ने अमेरिका के दबाव में आकर रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाए, जिसकी कीमत आम जर्मन नागरिकों को चुकानी पड़ रही है।  शोल्ज ने इसी महीने चीन की यात्रा भी की।

एफ-35 लड़ाकू विमानों की खरीद का मुद्दा गरमाया है।  जर्मन पत्रिका वर्ट्सशैफ्ट के हवाले से बताया है कि जर्मनी की कई रक्षा कंपनियों के प्रतिनिधियों ने खुल कर शोल्ज सरकार की आलोचना की है। इससे जर्मनी की सामरिक स्वायत्तता की बलि चढ़ेगी और देश की अमेरिका पर निर्भरता बढ़ेगी।

यरुशलम में दो बस स्टॉप पर हुए ब्लास्ट में एक युवक ने गवाई जान व 21 लोग घायल

यरुशलम में  दो बस स्टॉप पर हुए दो बम धमाकों में एक व्यक्ति की मौत हो गई  21 अन्य लोग घायल हो गए। इजराइली पुलिस और बचाव कर्मियों ने कहा कि यह समन्वित आतंकी हमला लगता है।

धमाका ऐसे वक्त हुआ जब कर्मचारी अपने कार्यालय और छात्र अपने शैक्षणिक संस्थान जाने के लिये रास्ते में थे। चिकित्सा अधिकारियों ने कहा कि धमाके में बस स्टॉप पर मौजूद 17 लोग घायल हो गए जिनमें से चार की हालत गंभीर बताई गई।

पुलिस ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को हताहत करने के लिये विस्फोटक सामग्री के साथ कीलों को रखा गया था और धमाकों को समान रिमोट उपकरणों द्वारा नियंत्रित किया गया था। इजराइल के पुलिस आयुक्त कोबी शब्ताई ने कहा, ‘यह हमले की ऐसी कार्य योजना थी जिसे हमनें कई सालों से नहीं देखा।’

अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि घायलों में से एक की बाद में शारे जेदक मेडिकल सेंटर में मौत हो गई। दूसरा धमाका यरुशलम में प्रवेश के एक और मार्ग पर रामोत में एक बस स्टॉप पर सुबह साढ़े सात बजे के बाद हुआ।

सऊदी अरब सरकार के नियम तोड़ने वालों के खिलाफ एक बार फिर अपनाया जाएगा सख्त रवैया

ऊदी अरब अपने कड़े और बेहद खौफनाक सजा देने के लिए जाना जाता है। कुछ सालों में सऊदी अरब सरकार की नियम तोड़ने वालों के प्रति थोड़ी नरमी जरूर दिखी थी।

सऊदी अरब ने नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों के लिए पिछले 10 दिनों में 12 लोगों को मौत की सजा दी है।  नशीली दवाओं से संबंधित आरोपों में पकड़े जाने के बाद 12 लोगों को मौत की सजा सुनाई गई थी। इसमें तीन पाकिस्तानी नागरिक, चार सीरियाई, दो जॉर्डन और तीन सऊदी शामिल थे।

साल 2018 में सऊदी अरब ने अपने देश में इस तरह की सजा को घटाने का फैसला किया था। सऊदी अरब अर जघन्य अपराध करने वालों को ही मौत की सजा देगा जिन पर किसी की हत्या या फिर मारकाट का आरोप होगा।  12 लोगों को मौत की सजा देने के बाद से अब एक फिर से सजाओं को लेकर चर्चा शुरू हो गई है।

चंद्रमा पर पहुंची NASA Orion Capsule, 50 साल बाद हुआ कुछ ऐसा जिससे…

नासा का ‘ओरियन’ कैप्सूल को चंद्रमा पर पहुंच गया. 50 साल पहले NASA के अपोलो कार्यक्रम के बाद से यह पहली बार है जब कोई कैप्सूल चंद्रमा पर पहुंचा है.

पिछले बुधवार को शुरू हुई 4.1 अरब डॉलर की लागत वाली यह परीक्षण उड़ान काफी महत्वपूर्ण है. जैसे ही कैप्सूल चंद्रमा के पीछे से बाहर निकला, इसमें लगे कैमरों ने धरती की एक तस्वीर भेजी. अगर सबकुछ ठीक रहा तो इसे तिरछी कक्षा में रखने के लिए शुक्रवार को एक और ‘इंजन फायरिंग’ की जाएगी.

धरती पर लौटने से पहले कैप्सूल चंद्रमा की कक्षा में करीब एक सप्ताह बिताएगा. इसे 11 दिसंबर को प्रशांत महासागर में गिराने की योजना बनाई गई है. इस मिशन के सफल होने पर NASA 2024 में अंतरिक्ष यात्रियों को चांद के आसपास भेजने के मिशन को अंजाम देगा. इसके बाद NASA 2025 में एक यान को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतारने की कोशिश करेगा.

दक्षिण चीन सागर को लेकर फिलीपीन और चीन हुआ आमने-सामने, इस वजह से फिर बनी टकराव की स्थिति

  दक्षिण चीन सागर में एक और टकराव देखने को मिला.  चीनी तट रक्षक बल ने रॉकेट का मलबे ले जा रही फिलीपीनी नौसेना से जबरन उसे जब्त कर लिया. मलबा चीन के रॉकेट प्रक्षेपण का लग रहा था.

 वाइस एडमिरल अल्बर्टो कार्लोस ने सोमवार को कहा कि रविवार को फिलीपीन के कब्जे वाले थीटू तट से निकाले जा रहे मलबे को जब्त करने से पहले चीनी जहाज ने फिलीपीनी नौसेना की नौका को दो बार रोका.

चीनी तट रक्षक जहाजों ने पहले भी विवादित जल क्षेत्र में फिलीपीन के बलों को आपूर्ति करने वाली फिलीपीनी आपूर्ति नौकाओं का मार्ग अवरुद्ध कर दिया था,  किसी अन्य देश की सेना के कब्जे से किसी वस्तु को जब्त करना एक ज्यादा निंदनीय कृत्य है.

वाइस एडमिरल अल्बर्टो कार्लोस ने कहा कि फिलीपीनी नौसैनिकों ने थीटू द्वीप पर एक लंबी दूरी के कैमरे का उपयोग करते हुए लगभग 800 गज (540 मीटर) दूर एक टीले के पास तेज लहरों में बहते हुए मलबे को देखा.उन्होंने देखा कि चीन का तट रक्षक पोत संख्या 5203 उनकी तरफ आ रहा था और बाद में दो बार उनके पूर्व नियोजित मार्ग को अवरुद्ध कर दिया.