Friday , November 22 2024

विदेश

ब्रिटेन के किंग के रूप में चार्ल्स तृतीय ने संभाला कार्यभार, 70 साल बाद देश में लौटी किंगशिप

क्वीन एलिजाबेथ के लंबे शासन के बाद जब उनका निधन हुआ तो 73 साल की उम्र में प्रिंस चार्ल्स की ताजपोशी किंग यानि राजा के तौर पर हुई.उनकी आधिकारिक रूप से ताजपोशी 2023 में हो सकती है. ब्रिटेन की किंगशिप के अलावा उनके पास दर्जनभर से अधिक देशों के राष्ट्राध्यक्ष की जिम्मेदारी भी है.

इसके साथ ही चार्ल्स ऐसे उत्तराधिकारी भी रहे, जिन्हें ब्रिटेन की गद्दी तक पहुंचने में सबसे ज्यादा समय लगा.ब्रिटेन के किंग के रूप में चार्ल्स तृतीय को अब राजनीतिक रूप से तटस्थ रहने की जरूरत है.  क्वीन एलिजाबेथ के ही जीवन के दौरान ब्रिटिश राजशाही को अपना सुप्रीम मानने वाले तमाम देशों में राजशाही से अलग होने की आवाज उठने लगी है.

कुछ देशों में इसे लेकर रायशुमारी हुई तो कुछ देशों ने गणराज्य बनने की ओर कदम बढ़ा लिये हैं.ब्रिटेन की गद्दी पर बैठने वाला शख्स देश के मामलों में अधिक मुखर होकर टिप्पणी नहीं कर सकता. यह ब्रिटेन की राजशाही के ही नियम है कि देश के शासक का झुकाव किसी भी राजनीतिक पार्टी की ओर नहीं होना चाहिए.

इसके अलावा स्टेट ओपनिंग या संसदीय वर्ष की शुरुआत के समय किंग का संबोधन होता है. संसद के जरिए कानून पारित होने पर उस पर औपचारिक मुहर लगाने का काम भी किंग या क्वीन का होता है.कनाडा में चार्ल्स के किंग बनने की खबर लोगों के लिए बहुत खुशी की नहीं थी. वहां भी लोगों ने ब्रिटिश राजशाही का विरोध करना शुरू कर दिया. एक

 

एस जयशंकर ने प्रिंस फैजल बिन फरहान के साथ की वार्ता, राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर हुई चर्चा

भारत और सऊदी अरब के बीच रणनीतिक आर्थिक संबंधों के महत्व पर जोर देते हुए, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने  कहा कि सहयोग “साझा विकास, समृद्धि, स्थिरता, सुरक्षा और विकास का वादा” रखता है।

बैठक में दोनों नेताओं ने वर्तमान वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर चर्चा की तथा जी-20 व अन्य बहुपक्षीय संगठनों में मिलकर काम करने पर सहमत हुए।जयशंकर सऊदी अरब के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर  चर्चा करने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर शनिवार को रियाद पहुंचे थे।

उन्होंने रियाद में प्रिंस सऊद अल फैसल इंस्टीट्यूट ऑफ डिप्लोमैटिक स्टडीज में राजनयिकों को संबोधित किया, जहां उन्होंने “ऐसे समय में भारत-सऊदी रणनीतिक संबंधों के महत्व को रेखांकित किया जब दुनिया चौराहे पर है”।

जयशंकर ने अपने सऊदी समकक्ष के साथ भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद के ढांचे के तहत स्थापित राजनीतिक, सुरक्षा, सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग समिति (PSSC) की पहली मंत्रिस्तरीय बैठक की सह-अध्यक्षता की। जयशंकर ने सुबह रियाद में ‘प्रिंस सऊद अल फैजल इंस्टीट्यूट ऑफ डिप्लोमैटिक स्टडीज’ में राजनयिकों को संबोधित किया।

राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने किया दावा, यूक्रेनी सेना ने अभी अभी हासिल की ये बड़ी सफलता

रूस और यूक्रेन के बीच भीषण जंग जारी है. वहीं रूस के काउंटर अटैक पर राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सर्दियों के 90 दिन आजादी के 30 साल पर भारी हैं. जेलेंस्की ने कहा था कि यूक्रेनी सेना ने खार्किव ओब्लास्ट में 30 से अधिक शहरों और कस्बों पर नियंत्रण कर लिया है।

जेलेंस्की ने  कहा, कदम दर कदम, हमारे लड़ाके यूक्रेनी भूमि को मुक्त करा रहे हैं।113वीं प्रादेशिक रक्षा ब्रिगेड के सैनिकों ने खार्किव ओब्लास्ट में वासिलेनकोव और आर्टेमिवका को मुक्त कर दिया है।इजियम  और क्यूपियांस्क पर दोबारा कब्जा कर लिया है.

दूसरी तरफ रूस के रक्षा मंत्रालय ने वह यूक्रेन के पूर्वी खार्किव क्षेत्र के दो क्षेत्रों से सैनिकों को वापस बुला रहा है.  यूक्रेनी सैनिक इजियम में दाखिल हो चुके हैं.देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव के करीब, दक्षिण में स्थित इन शहरों में यूक्रेन की सेना को साफ बढ़त मिलना यूक्रेन की सेना के लिए एक बड़ी सफलता हो सकती है.

रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाश्नकोव के मुताबिक खार्कीव के बालकलिया इज्युम इलाके से हटाई गई रूसी सेना को पूर्वी डोनेत्सक में तैनात किया जा रहा है. खार्कीव क्षेत्र में इज्युम रूसी सेना के लिए एक बड़े सैन्य अड्डे के तौर पर काम कर रहा था.

यूक्रेनी सेना ने 7 महीने पहले जंग की शुरुआत के बाद राजधानी कीव पर कब्जा करने के लिए बढ़ रहे रूस के सामने टिकने में कामयाबी पाई थी. जिसके बाद रूस को पीछे हटना पड़ा था.

 

 

पाकिस्तान में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए हिंदू मंदिर के सदस्य, किया ये नेक काम…

विनाशकारी मानसूनी बारिश और भयंकर बाढ़ के बीच पाकिस्तान में 3.3 करोड़ लोगों को प्रभावित किया है।पाकिस्तान के एक तिहाई हिस्से के डूबने की विनाशकारी तबाही के बीच इस साल जून से शुरू हुई .बलूचिस्तान के एक छोटे से गांव में एक हिंदू मंदिर ने लगभग 200 से 300 बाढ़ प्रभावित लोगों, जिनमें ज्यादातर मुस्लिम हैं, को भोजन और आश्रय प्रदान किया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि जलाल खान में हिंदू समुदाय के अधिकांश सदस्य रोजगार और अन्य अवसरों के लिए कच्छी के अन्य शहरों में चले गए हैं, लेकिन कुछ परिवार इसकी देखभाल के लिए मंदिर परिसर में रहते हैं।

भारी मानसूनी बारिश के कारण देशभर में अचानक बादल फटने और बाढ़ आने की घटनाओं पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बाढ़ से तबाह पाकिस्तान में मानवीय स्थिति को लेकर गंभीर चेतावनी दी है और कहा है कि आने वाले दिनों में हालात और भी बदतर होंगे।

भाग नारी तहसील के एक दुकानदार 55 वर्षीय रतन कुमार वर्तमान में मंदिर के प्रभारी हैं। रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया है कि मंदिर में सौ से अधिक कमरे हैं क्योंकि हर साल बलूचिस्तान और सिंध से बड़ी संख्या में लोग तीर्थयात्रा के लिए यहां आते हैं।

चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात, कतर और अन्य देशों जैसे देश दुबई से एक विशाल एयरलिफ्ट ऑपरेशन शुरू करते हुए राहत सहायता भेज रहे हैं।

एलिजाबेथ के निधन के बाद ब्रिटेन की गद्दी पर राज करेंगे किंग चार्ल्स, पत्नी कैमिला को मिला ‘क्वीन कन्सॉर्ट’

चार्ल्स तृतीय को आज यानी शनिवार को सेंट जेम्स पैलेस में एक ऐतिहासिक समारोह में आधिकारिक रूप से ब्रिटेन का ‘किंग’ घोषित किया गया है. इसके साथ ही उनकी पत्‍नी कैमिली पार्कर को क्‍वीन कन्‍सॉर्ट की उपाधि दी गई है. कैमिका पार्कर को यह पदवी यूं ही नहीं मिली है.

इसकी वजह है उनका प्रिंस चार्ल्‍स की पत्‍नी होना. लेकिन बड़ा सवाल है कि क्‍या ‘क्‍वीन कन्‍सॉर्ट’ की उपाधि पाने के बाद कैमिला को महारानी जैसे अध‍िकार और पावर मिलेगी या नहीं.किंग चार्ल्स तृतीय की नई उपाधि की सार्वजनिक घोषणा करने की प्रक्रिया कई चरणों में पूरी हुई. दिवंगत महारानी के निधन से शोक में झुके ध्वज नए सम्राट के राज्याभिषेक की घोषणा के बाद पूरी तरह फहराए गए.

इस कार्यक्रम का पहली बार टेलीविजन पर लाइव प्रसारण भी किया गया. कैमिला को क्‍वीन कन्‍सॉर्ट का पद मिला है ‘क्‍वीन’ का नहीं. शाही परिवार का नियम कहता है कि सिंहासन पर बैठने का अध‍िकार उसी को मिलता है जिसकी रगों में शाही परिवार का खून हो. इसलिए कैमिला पति चार्ल्‍स के साथ मिलकर उनका हाथ बंटाने में मदद जरूर करेंगी.

महारानी एलिजाबेथ II को बड़ी संख्या में श्रद्धांजलि देने पहुंचे लोग, पूरे ब्रिटेन में बजी चर्च की घंटियां

 ब्रिटेन में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल स्थित आवास पर निधन के एक दिन बाद शुक्रवार को ब्रिटेन में राजकीय शोक जारी है। दिवंगत महारानी को श्रद्धांजलि देने के लिए कई खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है

सेल्फ्रिज डिपार्टमैंट स्टोर तथा लिगोलैंड मनोरंजन पार्क सहित कई प्रतिष्ठानों ने भी अपना कामकाज स्थगित कर दिया है।कैंटरबरी के आर्क बिशप जस्टिन वेल्बी ने कहा कि महारानी का निधन ब्रिटेन और दुनिया के लिए एक बहुत बड़ी घटना है।

इस बीच महारानी के आवास के इर्द-गिर्द श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लग चुका है। लंदन के बकिंघम पैलेस और बर्कशायर में विंडसर कैसल के बाहर भारी भीड़ जमा हो गयी, जिसमें कई लोगों ने 70 साल तक राज करने वाली महारानी के निधन पर अश्रुपूरित नेत्रों से श्रद्धांजलि दी। महारानी एलिजाबेथ-द्वितीय का 96 साल की उम्र में कल निधन हो गया।

महारानी ने कल अंतिम सांस ली थी जिसके बाद ब्रिटेन शोक में डूब गया है और दुनियाभर के नेताओं ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री लिज ट्रस और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों के लंदन स्थित सेंट पॉल कैथेड्रल में एकत्र होने की उम्मीद है

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे पाकिस्तान, बाढ़ से पीड़ित लोगों को दिया मदद का आश्वासन

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार की तड़के यहां पहुंचे और देश भर में अभूतपूर्व बारिश और बाढ़ के कारण हुई एक विशाल जलवायु-प्रेरित प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए पाकिस्तान की सरकार और लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की।

एंटोनियो गुटेरस ने पाकिस्तान पहुंचने के बाद ट्वीट किया, ‘मैं यहां विनाशकारी बाढ़ के बाद पाकिस्तानी लोगों के साथ अपनी गहरी एकजुटता व्यक्त करने के लिए पहुंचा हूं।’

उन्होंने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हैं कि बाढ़ग्रस्त पाकिस्तान की मदद करने के लिए आगे आए। पाकिस्तानी उप विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने गुटेरस का स्वागत किया और अब वह प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात करेंगे।विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार ने हवाई अड्डे पर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख की अगवानी की।

इसके बाद विदेश कार्यालय में एक संयुक्त प्रेस स्टेकआउट करेंगे। गुटेरस बलूचिस्तान और सिंध सहित बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा करेंगे.महासचिव जलवायु आपदा से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे।

क्षेत्र में विस्थापित परिवारों के साथ बातचीत करेंगे और लाखों प्रभावित लोगों के लिए सरकार के बचाव और राहत प्रयासों के समर्थन में संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रतिक्रिया कार्य की देखरेख करेंगे।

96 वर्ष की आयु में अपनी मां महारानी एलिजाबेथ के निधन के बाद शाही गद्दी संभालेंगे राजा चार्ल्स

महारानी के निधन पर दुनिया भर से लोगों ने शोक व्यक्त किया है। लंदन में जनता ने बकिंघम पैलेस के बाहर फूल बिछाएं और शहर भर में शोक संदेश के होर्डिंग लगाए गए।ब्रिटेन के राजा के रूप में नियुक्त होने के बाद अब किंग चार्ल्स III को कोई रॉयल अधिकार मिलेंगे.

बिना पासपोर्ट किसी भी देश की यात्रा कर सकेंगे और बिना लाइसेंस के गाड़ी भी चला सकेंगे. शाही परिवार के अन्य सदस्य पासपोर्ट के साथ ट्रैवल करते हैं.

उन्हें पासपोर्ट की जरूरत इसलिए नहीं होगी, क्योंकि ये डॉक्यूमेंट उनके ही नाम पर ही जारी होगा. अगर आसान भाषा में समझें, तो किसी भी देश के प्रमुख के नाम पर पासपोर्ट को जारी किया जाता है.

समाचार पत्रों ने पहले पन्ने पर रानी को श्रद्धांजलि अर्पित की।  हजारों लोग रानी के महल के बाहर जमा हो गए थे। ये खबर मिलने के बाद झंडा आधा झुका हुआ था।.कई लोगों ने उनकी मृत्यु पर सदमे की भावना का वर्णन किया जिसे अधिकांश ब्रितानियों ने कभी जाना है। यह हम सभी के लिए एक दुखद दिन है

73 वर्षीय व्यक्ति ने एक बयान में कहा, हम एक पोषित संप्रभु और एक बहुत प्यारी मां के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं। जन्म के साथ ही देश की राजगद्दी के उत्तराधिकारी चार्ल्स ने ब्रिटिश राजशाही के मॉर्डनाइजेशन में जरूरी भूमिका निभाई है. चार्ल्स पहले ऐसे शाही उत्तराधिकारी हैं जिनकी शिक्षा घर में नहीं हुई है,

एफबीआई की छानबीन में डोनाल्ड ट्रम्प के घर से जब्त हुए थे मिलिट्री और न्यूक्लियर कैपेबिलिटी से जुड़े दस्तावेज

अमेरिकी संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के घर की तलाशी के दौरान 11 महत्वपूर्ण दस्तावेज फाइलें बरामद की थे जिनमें से कुछ को ‘टॉप सीक्रेट’ के रूप में चिह्नित किया गया था।एफबीआई को डोनाल्ड ट्रम्प के घर से दूसरे देशों की मिलिट्री और न्यूक्लियर कैपेबिलिटी से जुड़े दस्तावेज मिले हैं।

एफबीआई को छापे में अमेरिका के टॉप सीक्रेट ऑपरेशन्स से जुड़े दस्तावेज भी मिले हैं।ट्रम्प के घर से जो दस्तावेज मिले उन दस्तावेजों के बारे में सीनियर नेशनल सिक्योरिटी ऑफिसर्स को भी जानकारी नहीं थी। इसके बारे में सिर्फ ट्रम्प और उनके कुछ करीबी को ही पता था।अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के घर की तलाशी का कारण जासूसी अधिनियम का उल्लंघन था।

इस दस्तावेजों तक पहुंचने के लिए अधिकारियों को भी स्पेशल क्लियरेंस दी जाती थी। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित आवास से बरामद किए गए 15 बक्सों में से 14 में गोपनीय दस्तावेज थे।

बराक ओबामा के राष्ट्रपति काल के दौरान सीआईए निदेशक डेविड पेट्रियस को एक जीवनीलेखक के साथ गोपनीय दस्तावेज साझा करने को लेकर पद से इस्तीफा देना पड़ा था। यह छापा उस जांच का हिस्सा थी कि क्या डोनाल्ड ट्रम्प ने पद छोड़ने के बाद अवैध रूप से दस्तावेजों को हटा दिया था।

दुनिया के करीब 1 करोड़ 60 लाख पुरुष चंगेज खान के वंशज, इनका इतिहास जान उड़ जाएँगे होश

चंगेज खान का नाम इतिहास में दर्ज है, जिसे पूरी दुनिया जानती है। उसके अपराधों, लूटपाट और विरासत से जुड़ी कहानियों को अकसर सुना जाता है। सिर्फ लूट और हत्याएं ही नहीं, बल्कि उसने बड़े पैमाने पर महिलाओं का बलात्कार भी किया। सुंदर दिखने वाली महिलाओं को तो वह अपनी हरम में शामिल कर लेता था और बाकियों का कत्ल करवा देता था। चंगेज खान की सैकड़ों पत्नियां थीं।

इन पत्नियों से चंगेज खान के कुल 200 बेटे हुए, जिनमें से कई ने आगे चलकर खुद के साम्राज्य स्थापित कर बड़े-बड़े हरम बनाएं। इतने बड़े परिवार के बावजूद चंगेज खान को मौत के समय किसी का भी साथ नसीब नहीं हुआ।

दुनिया के प्रत्येक 200 में से एक शख्स सीधे चंगेज खान का वंशज हो सकता है। ये लोग रूस, चीन और पाकिस्तान में रहते हैं। पाकिस्तान का हजारा समुदाय भी चंगेज खान के परिवार से जुड़े हुआ है।

मंगोल आक्रमणकारी चंगेज खान 1162 में बोर्जिगिन कबीले के टेमुजिन से पैदा हुआ था। उसका खौफ इतना था कि बड़े-बड़े साम्राज्य सिर्फ नाम सुनकर उसके सामने झुक जाते थे। चंगेज खान मॉस्को से लेकर बीजिंग तक के साम्राज्य का मालिक था। चंगेज खान तीन करोड़ स्क्वायर किलोमीटर में फैले साम्राज्य का मालिक था।