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विदेश

जलवायु परिवर्तन का मतदान पर पड़ सकता असर, नेपाली PM ने जताई चिंता, कहा- प्राकृतिक आपदाएं लोगों के…

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने जलवायु परिवर्तन के कारण हो रही प्राकृतिक घटनाओं पर चिंता जताई। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जलवायु परिवर्तन के कारण हो रहीं प्राकृतिक आपदाएं नागरिकों के मतदान करने के अधिकार के इस्तेमाल में एक बड़ा रोड़ा पैदा कर सकती हैं। उन्होंने चुनाव अधिकारियों के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की अखंडता को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया।

यह मुद्दे लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण
फोरम ऑफ इलेक्शन मैनेजमेंट बॉडीज ऑफ साउथ एशिया (एफईएमबीओएसए) के 12वें सम्मेलन के उद्घाटन में ओली शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन, प्रवासन और सोशल मीडिया का उदय तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की भूमिका जैसे मुद्दे हमारे लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं।

जलवायु परिवर्तन केवल पर्यावरण से जुड़ा मुद्दा नहीं
उन्होंने आगे कहा जलवायु परिवर्तन के कारण अचानक मौसम में बदलाव आना और प्राकृतिक आपदाएं यह सुनिश्चित करने की हमारी क्षमता को खतरा पैदा करती हैं कि प्रत्येक नागरिक मतदान के अपने अधिकार का उपयोग कर सके। जलवायु परिवर्तन केवल पर्यावरण से जुड़ा मुद्दा नहीं है, यह हमारे समाज के हर पहलू को छूता है।

पीएम ओली ने ‘चुनावों में उभरती प्रवृत्ति: जलवायु परिवर्तन, सोशल मीडिया और पलायन’ विषय पर दो दिवसीय सम्मेलन में बात की। उन्होंने कहा कि सीमाओं के पार और हमारे देशों के भीतर लोगों की आवाजाही का मतदाता सूची, मतदाता पहचान और मतदान के अधिकार पर गहरा प्रभाव पड़ता है।

एआई का फायदा और नुकसान गिनाया
इसके अलावा, नेपाल के प्रधानमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस नेताओं के मतदाताओं से जुड़ने और चुनाव कराने के तरीके में क्रांति ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये उपकरण भागीदारी के लिए कई अवसर देते हैं। मगर इसके साथ ही ये गलत सूचना, फर्जी समाचार और हेरफेर जैसे खतरे भी पैदा करते हैं जो हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों में विश्वास को खत्म कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि इन तकनीकों को अपनाते हुए हमें पारदर्शिता और जवाबदेही के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए सावधानी और दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ ऐसा करना चाहिए।

‘पॉप म्यूजिक और इंटरनेट भड़का सकते हैं क्रांति’, चीन में छात्रों को नई पाठ्यपुस्तक में दी गई चेतावनी

चीन के विश्वविद्यालयों की एक नई पाठ्यपुस्तक में चेतावनी दी गई है कि रॉक एन रोल, पॉप संगीत और इंटरनेट का उपयोग चीनी युवाओं के बीच ‘रंग क्रांति’ भड़काने के लिए किया जा सकता है। माना जा रहा है कि यह राष्ट्रपति शी जिनपिंग के वैचारिक नियंत्रण को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।

बीजिंग ‘रंग क्रांति’ कोड का इस्तेमाल पश्चिमी देशों के ऐसे प्रयासों के लिए करता है, जो देश के लोगों के बीच इस मकसद से घुसपैठ के लिए किए जाते हैं कि वे मौजूदा शासन को सत्ता से हटा सकें। यह किताब राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर है। इसका विमोचन पिछले हफ्ते किया गया था। इसे युवाओं पर वैचारिक नियंत्रण मजबूत करने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है।

चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार के प्रवक्ता ने पीपुल्स डेली अखबार को बताया कि किताब ‘नेशनल सिक्योरिटी ऐजुकेशन रेडीयर फॉर कॉलेज स्टुडेंट्स’ को विश्वविद्यालयों में राष्ट्रीय सुरक्षा पर पाठ पढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। राज्य प्रसारक सीसीटीवी के मुताबिक, प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों को भी नई पाठ्यपुस्तकें दी गई हैं, जिनमें राष्ट्रीय सुरक्षा और पारंपरिक संस्कृति पर जोर दिया गया है।

अंतरिम सरकार के प्रमुख ने राजनीतिक दलों से की बात, बांग्लादेश की हालत में सुधार के लिए मांगे सुझाव

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने देश के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने देश की हालत में सुधार के लिए सुझाव मांगे। मोहम्मद यूनूस के निजी सहायक ने बताया कि अंतरिम सरकार के प्रमुख ने सभी को सुधार के लिए व्यापक रूपरेखा बनाने आश्वासन दिया। राजधानी के स्टेट गेस्ट हाउस में हुई बैठक में कई राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए।

अंतरिम सरकार के प्रमुख के विशेष सहायक महफूज आलम ने कहा कि मुख्य सलाहकार ने राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ चर्चा की। साथ ही अंतरिम सरकार द्वारा लागू किए जाने वाले सुधारों के बारे में जानकारी दी। बैठक में कई नेताओं ने भी सुधार प्रस्ताव पेश किए। नेताओं ने देश के संविधान में सुधार करने का सुझाव दिया। इस पर मुख्य सलाहकार ने प्रस्तावों पर विचार करने का आश्वासन दिया।

यूनुस ने नेताओं को आश्वासन दिया कि सभी राय के आधार पर सुधार लागू करने और राष्ट्रीय परिवर्तन के लिए बड़ी राष्ट्रीय सहमति बनाई जाएगी। प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने यूनुस के हवाले से कहा कि यह देश के लिए सुधार का एक सुनहरा अवसर है और इस अवसर का उपयोग करने की जरूरत है। सुधारों की समय सीमा प्रस्तावों पर निर्भर करेगी। किसी भी नेता ने विशिष्ट समय सीमा के बारे में बात नहीं की।

शफीकुल आलम ने कहा कि नेताओं ने प्रोफेसर यूनुस के नेतृत्व में आगे बढ़ने की बात कही। नेताओं ने कहा कि उनके नेतृत्व में देश आगे बढ़ेगा। जल्द ठोस और बहुत स्थायी सुधार होंगे। बैठक में जातीय पार्टी, गोनो फोरम, इस्लामी एंडोलन बांग्लादेश, लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) समेत 35 राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए। गुरुवार को बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने महासचिव मिर्जा फखरुल के नेतृत्व में मुख्य सलाहकार से मुलाकात की थी।

इस्राइली सेना ने छह बंधकों के शव गाजा से बरामद किए, मृतकों में एक अमेरिकी नागरिक भी शामिल

इस्राइली सुरक्षा बलों ने गाजा से छह बंधकों के शव बरामद किए हैं। जिन बंधकों के शव बरामद हुए हैं, उनमें एक अमेरिकी नागरिक हेरश गोल्डबर्ग पोलिन भी शामिल है। इस्राइली सेना ने बताया कि बंधकों के शव गाजा के शहर राफा में एक टनल से बरामद किए गए हैं। मृतकों की पहचान एडेन यरुशलमी (24), कार्मेल गाट (39), अलमोग सरुसी (26), एलेक्स लुबनोव (32) और ओरी डानिनो (25) शामिल हैं। छह बंधकों के शव मिलने पर इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ‘जिसने भी बंधकों की हत्या की है, वह नहीं चाहता कि कोई समझौता हो।’

अमेरिकी राष्ट्रपति ने की पुष्टि
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी पुष्टि की है कि इस्राइली सेना को मिले शवों में एक अमेरिकी नागरिक हेरश गोल्डबर्ग पोलिन का शव भी शामिल है। बाइडन ने एक बयान में कहा कि ‘आज राफा की सुरंग में छह बंधकों के शव मिले हैं। हम इसकी पुष्टि करते हैं कि एक शव अमेरिकी नागरिक हेरश गोल्डबर्ग पोलिन का है।’ 23 साल के गोल्डबर्ग पोलिन को बीते साल 7 अक्तूबर को हुए हमले के दौरान बंधक बनाया गया था। हमास के आतंकियों ने कुल 251 लोगों को बंधक बनाया था, जिनमें से 100 से ज्यादा बंधकों को बीते दिनों हुए युद्धविराम के दौरान रिहा कर दिया गया था।

गोल्डबर्ग के परिजनों ने हाल ही में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन के दौरान भी हिस्सा लिया था और मंच से पोलिन की मां ने संबोधित भी किया था। हेरश को 7 अक्तूबर को म्यूजिक फेस्टिवल के दौरान पकड़ा गया था। बीते दिनों 24 अप्रैल को हेरश और अन्य बंधकों का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें आतंकी बंधकों को हाथ-पैर बांधकर एक गाड़ी में ले जा रहे थे। इन्हीं बंधकों में हेरश गोल्डबर्ग भी था।

ब्रिटेन के नवनिर्वाचित सिख सांसद के खिलाफ शिकायत, किराएदारों ने लगाए गंभीर आरोप

ब्रिटेन के एक नवनिर्वाचित सिख सांसद के खिलाफ उनके कई किराएदारों ने शिकायत की है। शिकायतों में कहा गया है कि सिख सांसद के स्वामित्व वाली संपत्तियों की स्थिति बेहद खराब है और वहां कई जगह चीटियों का संक्रमण और फफूंद की समस्या है। हालांकि सांसद ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है।

सांसद ने दी सफाई
पूर्वी लंदन के इलफोर्ड साउथ निर्वाचन क्षेत्र से पिछले महीने हुए आम चुनाव में लेबर पार्टी के टिकट पर चुने गए जस अठवाल ने कहा कि किराएदारों द्वारा उन पर लगाए आरोपों से वह स्तब्ध हैं और खेद महसूस कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 60 वर्षीय अठवाल के पास 15 फ्लैट हैं, जिनमें किराएदार रहते हैं। सांसद ने कहा कि उन्हें इन समस्याओं के बारे में पता नहीं था, क्योंकि संपत्तियों का प्रबंधन एक एजेंसी द्वारा किया जा रहा था। उन्होंने वादा किया है कि अब जल्द ही वह अपनी संपत्तियों की मरम्मत और रखरखाव का काम पूरा कराएंगे।

अठवाल ने एक बयान में कहा, ‘मैं किराएदारों का समर्थक हूं। मुझे बाजार से कम कीमत पर सुरक्षित घर किराए पर देने पर गर्व है। मैं चाहता हूं कि मेरे हर किराएदार के पास बेहतरीन आवास हो; मैं कई संपत्तियों की कथित स्थिति से हैरान हूं और मैंने प्रबंध एजेंट से स्पष्टीकरण मांगा है तथा किसी भी समस्या को ठीक करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने को कहा है।

मलयेशिया में गड्ढे में गिरी भारतीय महिला की तलाश रोकी गई, बचाव में आ रही थीं ये तमाम दिक्कतें

मलेशिया में आठ दिन पहले एक सिंकहोल में गिरी भारतीय महिला की खोज और बचाव अभियान को कुआलालंपुर के जालान मस्जिद इंडिया में रोक दिया गया है। मामले में जानकारी देते हुए अग्निशमन और बचाव विभाग ने कहा कि पंताई दलम आईडब्ल्यूके सीवेज प्लांट में बचाव प्रयास जारी रहेंगे।

बचाव अभियान में आ रही थी तमाम दिक्कतें
अग्निशमन और बचाव विभाग के महानिदेशक नोर हिशाम मोहम्मद ने एक समाचार पत्र को बताया कि जांच से पता चला है कि स्कूबा डाइविंग विधियों का उपयोग करके खोज और बचाव जारी रखना बहुत जोखिम भरा था। उन्होंने ने आगे कहा कि भूमिगत जल की तेज धाराएं, बचावकर्मियों के लिए सीमित जगह के कारण बचाव अभियान में दिक्कतें आ रही थी, जिसके कारण यह निर्णय लिया गया।

‘बचावकर्मियों के लिए नेविगेट करना मुश्किल था’
अग्निशमन और बचाव विभाग के महानिदेशक ने आगे बताया कि जब हमने बचाव के लिए जगह देखा, जो लगभग दो फीट (60 सेमी) चौड़ा था, तो हमें समझ आया कि बचावकर्मी यहां फंस सकते हैं। जबकि वहां पर स्कूबा गोताखोरों के लिए खतरे के अलावा, उनके लिए नेविगेट करना भी मुश्किल था।

मलेशियाई प्रधान मंत्री ने पर्यटकों को दिया आश्वासन
इधर इस मामले में मलेशियाई प्रधान मंत्री अनवर इब्राहिम ने पर्यटकों को आश्वासन दिया कि कुआलालंपुर सुरक्षित है, उन्होंने कहा कि सिंकहोल वाले किसी भी क्षेत्र में तुरंत सुरक्षात्मक काम किए जाएंगे। वहीं कुआलालंपुर में भारतीय उच्चायोग ने बताया कि हम महिला की तलाश के लिए चलाए जा रहे अभियान और महिला के परिवार के सदस्यों के संपर्क में है।

आंध्र प्रदेश की रहने वाली थी महिला
इस बीच, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश गैर-निवासी तेलुगु (एपीएनआरटी) सोसाइटी के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि तलाशी अभियान प्रभावी ढंग से चलाया जाए। गड्ढे में गिरी भारतीय महिला की पहचान विजय लक्ष्मी गली (48 वर्षीय) के रूप में हुई है। 23 अगस्त को जब वह अपने परिवार के साथ कुआलालंपुर स्थित एक मंदिर में नाश्ता करने जा रहीं थी, तभी फुटपाथ की एक सड़क अचानक से धंस गई। जिससे विजय लक्ष्मी उस गड्ढे में समा गई।

विनाशकारी बाढ़ से बांग्लादेश में मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 59, करीब 5.4 लाख लोग प्रभावित

पहले आरक्षण को लेकर हिंसा, फिर सरकार विरोधी प्रदर्शन और राजनीतिक अस्थिरता के बाद अब बांग्लादेश में प्रकृति का कहर देखने को मिल रहा है। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हुआ, जिनकी देश में राजनीतिक स्थिरता को कायम करना प्रमुख प्राथमिकता थी, लेकिन प्रकृति के तांडव ने उनकी मुश्किलों को और बढ़ा दिया है।

भारत से सटे दो जिलों में सबसे ज्यादा मौतें
अंतरिम सरकार की तरफ से जारी किए गए रिपोर्ट के अनुसार देश में बाढ़ से अब तक 59 लोगों, जिसमें छह महिलाएं और 12 बच्चे शामिल है, की मौत हो चुकी है। जबकि इस विनाशकारी बाढ़ की वजह से पांच लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्रालय ने बाढ़ की स्थिति पर जानकारी देते हुए कहा कि सबसे अधिक मौतें कुमिला और फेनी जिलों में हुई हैं, जो कि भारत के पूर्वोत्तर भाग में त्रिपुरा की सीमा से सटे हैं, जहां क्रमशः 14 और 23 लोगों की मौत हुई है।

दो हफ्ते तक बाढ़ ने देश में बरपाया कहर
सरकार के अनुसार बांग्लादेश के डेल्टा क्षेत्र और ऊपरी भारतीय क्षेत्रों में मानसूनी बारिश से आई बाढ़ ने देश में लगभग दो सप्ताह तक कहर बरपाया, जिसकी वजह से लोगों और सैकड़ों मवेशियों की मौतें हुई। इसकी वजह से लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा और उनकी संपत्ति का नुकसान भी हुआ। बता दें कि बांग्लादेश में करीब 200 नदियां बहती है, जिसमें से 54 नदियां भारत के ऊपरी तटवर्ती इलाकों से होकर गुजरती हैं और चार मुख्य घाटियों में बहती हैं। पिछले हफ्ते बंगाल की खाड़ी में बने एक दबाव के कारण दो घाटियों – उत्तर-पूर्वी मेघना बेसिन और दक्षिण-पश्चिमी चटगांव हिल्स बेसिन – में नदियों में बाढ़ आ गई है।

आश्रय केंद्र में रह रहे हैं करीब चार लाख लोग
आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़े के अनुसार 54 लाख 57 हजार 702 लोग 11 जिलों के 504 संघों और नगर पालिकाओं में लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। करीब सात लाख लोग अभी भी बाढ़ में फंसे हुए हैं, जबकि करीब चार लाख लोग 3,928 आश्रय केंद्रों में रह रहे हैं। वहीं कुल 36,139 मवेशियों को भी आश्रय दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार जैसे-जैसे स्थिति में सुधार हो रहा है, लोग घर लौट रहे हैं, जबकि बाढ़ प्रभावित जिलों में संचार व्यवस्था सामान्य हो गई है।

एलन मस्क और टेस्ला को बड़ी राहत, अरबों का घपला करने के आरोप से जुड़ी याचिका खारिज

दिग्गज कारोबारी एलन मस्क को एक बड़ी राहत मिली है। उन्होंने और उनकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला ने एक मुकदमा जीत लिया है। दरअसल, उन पर क्रिप्टोकरेंसी डॉजक्वाइन को बढ़ावा देने और इनसाइडर ट्रेडिंग करके निवेशकों को धोखा देने का आरोप लगाया गया था।

क्या है मामला?
गौरतलब है, टेस्ला के मालिक एलन मस्क पर इनसाइडर ट्रेडिंग का आरोप लगा था। आरोप भी उन्हीं की इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला के शेयरधारकों ने लगाया था। शेयरधारकों ने मस्क के खिलाफ मुकदमा भी दायर किया था। बता दें, इनसाइडर ट्रेडिंग का मतलब गैर-सार्वजनिक जानकारियों का इस्तेमाल करके अनुचित तरीके से लाभ कमाना होता है। अ

अब अदालत ने दी राहत
अब इस मुकदमे को खारिज कर दिया गया है। मैनहट्टन में अमेरिकी जिला न्यायाधीश एल्विन हेलरस्टीन ने गुरुवार रात को यह फैसला सुनाया।

यह था आरोप
टेस्ला के शेयरधारकों ने आरोप लगाया था कि मस्क ने टेस्ला में अपने पद का दुरुपयोग किया। उन्होंने ट्विटर, न्यूज चैनल और सार्वजनिक स्टंट कर अनुचित लाभ कमाया। इसके अलावा, उन्होंने टेस्ला के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारियों का उल्लंघन किया। निवेशकों का कहना था कि उन्हें इन सब हथकंडों को अपना कर कई डॉजक्वाइन वॉलेट के जरिए लाभ कमाया।

शेयरधारकों के अनुसार, मस्क ने जानबूझकर दो सालों में डॉजक्वाइन की कीमत 36 हजार फीसदी से अधिक बढ़ा दी और फिर इसमें गिरावट होने के लिए छोड़ दिया। वह और टेस्ला अक्सर डॉजक्वाइन से संबंधित मस्क के सार्वजनिक बयानों और गतिविधियों के अनुसार ही ट्रेडों का समय निर्धारित करते थे। उन्होंने आगे कहा था कि जब मस्क ने अप्रैल 2023 में ट्विटर के ब्लू बर्ड लोगो को बदलने के बाद डॉजक्वाइन को बेच दिया था, तब इसकी कीमत में 30 फीसदी की वृद्धि हुई थी।

मस्क के वकीलों ने दी ये दलीलें
मस्क के वकीलों ने मामले को खारिज करने की मांग की थी। उनका कहना था कि वादी पक्ष के पास अभी भी कोई मामला नहीं है, जबकि उन्होंने अपने मुकदमे के पांच संस्करण दायर किए हैं, जिनमें मूल रूप से दो वर्षों में 258 अरब डॉलर की मांग की गई थी।

विमान में दंपती ने अपनी सीट पर ही बदला बच्चे का गंदा डायपर, यात्री का भड़का गुस्सा, कहा- कभी किसी ने…

आजकल सोशल मीडिया पर आए दिन विमान से जुड़ीं खबरें सामने आती रहती हैं। कभी बीच उड़ान में ब्रेड का आटा तैयार करने पर विवाद तो कभी यात्रियों के हाथापाई की खबर सामने आती है। अब एक बच्चे के डायपर बदलने पर बवाल खड़ा हो गया है। एक यात्री ने सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। उसने बताया कि कैसे बीच उड़ान के दौरान दंपती ने अपने बच्चे का गंदा डायपर सीट पर बैठे-बैठे बदला।

गुस्साए यात्री ने कहा कि जब आप हवाई जहाज से यात्रा कर रहे हों तब आपको शिष्टाचार का पालन करना चाहिए। इसके साथ ही आसपास के लोगों के साथ समायोजित करने की कोशिश करनी चाहिए ताकि किसी को कोई परेशानी न हो। उसने हाल ही में अपनी एक विमान यात्रा को साझा किया।

गंध इतनी भयानक थी…
उसने कहा कि वह तब हैरान रह गया, जब डेल्टा फ्लाइट में उसके सामने वाली लाइन में बैठे एक दंपती ने अपनी सीट पर ही बच्चे का गंदा डायपर बदल दिया। यात्री ने कहा कि कभी किसी ने ऐसा कुछ अनुभव किया? इसकी गंध इतनी भयानक होती है। बाथरूम में डायपर नहीं बदलने का कोई खास कारण नहीं है। उन्होंने आगे यह भी कहा, ‘बदबू इतनी अधिक भयानक थी कि मैं वहां से उठकर थोड़ी दूर खाली सीट पर बैठ गया।’

मैंने तुरंत सीट बदल ली
यात्री ने कहा, ‘भला हो कि विमान की एक कर्मचारी मेरे पास आई और इस पर ध्यान दिया। उन्होंने पूछा कि मैंने सीट क्यों बदल ली। मैंने उन्हें पूरी बात बताई। इस पर उन्होंने शर्मिंदगी जताई और जानकारी देने के लिए मुझे धन्यवाद दिया। बाद में वह बच्चे के पिता के पास गईं और कहा कि यह सही नहीं है। बाथरूम में डायपर बदलना चाहिए। इस पर शख्स ने कहा कि ठीक है।’

लोगों ने दी प्रतिक्रिया
बता दें, यात्री ने कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर यह जानकारी साझा की थी। तब से 700 से अधिक लोग इस पर प्रतिक्रिया दे चुके हैं। कई लोगों ने दंपती को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया। एक अन्य यूजर ने कहा कि रात में एक उड़ान ली थी, तब ऐसा अनुभव किया था। सच में गंध बहुत भयानक थी, जिसकी वजह से नींद उड़ गई थी। विमान कर्मचारी ने महिला से कहा था कि उसे बाथरूम में जाने की जरूरत है। मगर पहले ही गंध फैल चुकी थी।

डोनाल्ड ट्रंप की जातिगत टिप्पणी पर अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैरिस ने कुछ यूं दी प्रतिक्रिया

अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव के दौरान पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जातिगत टिप्पणी को लेकर मौजूदा उपराष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस ने प्रतिक्रिया दी। एक साक्षात्कार में जब हैरिस से ट्रंप की टिप्पणी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कृपया अगला प्रश्न पूछें। उन्होंने सवाल के जवाब में बस इतना कहा कि ट्रंप की टिप्पणी पुरानी और थकी हुई प्ले बुक जैसी थी।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पांच नवंबर को होना है। इसमें रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के रूप में मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस आमने सामने हैं। ट्रंप अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान हैरिस के बारे में लगातार व्यक्तिगत टिप्पणियां करते रहे हैं। हाल ही में नेशनल एसोसिएशन ऑफ ब्लैक जर्नलिस्ट्स सम्मेलन में उन्होंने हैरिस की जाति को लेकर टिप्पणी की थी।

ट्रंप ने दावा किया था कि राजनीतिक लाभ के लिए वह अश्वेत बन गईं। उन्होंने कहा था कि कई साल पहले तक मुझे नहीं पता था कि वह काली हैं। अब वह काली कहलाना चाहती हैं। मुझे नहीं पता क्या वह भारतीय है या वह काली है? ट्रंप ने पिछले दिनों देश के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बराक ओबामा पर अमेरिका में पैदा नहीं होने का झूठा आरोप लगाया था।

कमला हैरिस बोलीं- वह अपने उदार मूल्यों को नहीं छोड़ेंगी
कमला हैरिस ने जोर देकर कहा कि वह अवैध आव्रजन पर सख्त रहेंगी और विवादित तेल गैस फ्रैकिंग तकनीक का भी समर्थन करेंगी। हालांकि उन्होंने ये भी साफ किया कि वह अपने उदार मूल्यों को नहीं छोड़ेंगी। अमेरिका की पहली अश्वेत और दक्षिण एशियाई मूल की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने आरोप लगाया कि ‘ट्रंप ऐसा माहौल बना रहे हैं, जो बतौर अमेरिकी हमारे चरित्र को कमजोर कर रहा है। वह देश को बांट रहे हैं।’ हैरिस ने इंटरव्यू के दौरान तेल गैस के लिए फ्रैकिंग तकनीक की मदद लेने का भी समर्थन किया।