नासा के आर्टेमिस 1 मिशन के तहत अंतरिक्ष यान की पहली उड़ान 29 अगस्त को खुलेगी। 1972 के बाद मनुष्यों को पहली बार चंद्रमा पर ले जाने की यह योजना है।वो लंबे समय तक चांद की कक्षा में रहेगा, फिर वापस आ जाएगा.
अगर सब कुछ ठीक रहा तो 2025 में मानव को चंद्रमा पर दोबारा ले जाने के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए आर्टेमिस प्रोजेक्ट पटरी पर आ जाएगी। आर्टेमिस अपोलो की बहन का नाम है और प्राचीन ग्रीक पौराणिक कथाओं के अनुसार यह जीउस की बेटी है।नासा 29 अगस्त को अमेरिका के फ्लोरिडा में कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च पैड 39बी से आर्टेमिस को लॉन्च करेगी.
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने चांद के दक्षिणी ध्रुवीय इलाके में 13 लैंडिंग एरिया की पहचान की है. इनमें से एक को आर्टेमिस के मिशन में लैंडिंग के लिए चुना जाएगा. यह छह अंतरिक्ष यात्रियों को 21 दिनों तक अंतरिक्ष में ले जाने में सक्षम है। हालां
ये लॉन्चिंग भारतीय समयानुसार शाम 6 बजे की जाएगी. जिस पर पूरी दुनिया की नजर है.इस प्रोजेक्ट को हमारे निकटतम आकाशीय पड़ोसी पर एक दीर्घकालिक मानव उपस्थिति स्थापित करने के लिए डिजाइन किया गया है।