Friday , November 22 2024

विदेश

बांग्लादेश सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में की भारी बढ़ोतरी, श्रीलंका की राह पर चला देश

कोरोना के कारण महंगाई झेल रही बांग्लादेश की जनता को सरकार ने एक और झटका दिया है। सरकार ने पेट्रोल-डीजल  की कीमतों को 51.7 फीसदी बढ़ा दिया है जिसे अब तक के सबसे बड़ी वृद्धि बताई जा रही है। शेख हसीना  सरकार को पेट्रोल के दामों पर 51.7 फीसदी औऱ डीजल पर 49 फीसदी की वृद्धि करनी पड़ी है. आजादी के बाद ईंधन  की दरों में की गई यह सबसे बड़ी वृद्धि है

बिजली, ऊर्जा और खनिज संसाधन मंत्रालय की नोटिफेकेश्न के मुताबिक, रात 12 से लागू नए किमतो के अनुसार, एक लीटर ऑक्टेन की कीमत अब 135 टाका हो गई है, जो 89 टाका की पिछली दर से 51.7 प्रतिशत अधिक है।

इस मूल्यवृद्धि के बाद बांग्लादेश में पेट्रोल 135 टका प्रति लीटर के पार पहुंच गया है. विदेशी मुद्रा भंडार की कमी के चलते बांग्लादेश के पास 4-5 महीनों के लिए ही पेट्रोल-डीजल का पैसा बचा है. इस बढ़ोतरी पर बोलते हुए बिजली, ऊर्जा और खनिज संसाधन के मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है। इस बयान में कहा गया है कि यह बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन के बढ़ते दाम को लेकर की गई है।

मंत्रालय ने बयान में यह भी कहा है कि ज्यादा दाम में ईंधन खरीद कर देश में कम दाम में बेचने पर बांग्लादेश पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन को काफी नुकसान हो रहा है। कई शहरों में विरोध प्रदर्शन के बाद प्रदर्शनकारी हिंसा पर उतारू हो गए. उन्होंने न सिर्फ पुलिस के वाहनों में तोड़-फोड़ की बल्कि पेट्रोल पंप कर्मियों के साथ भी मारपीट की. कई स्थानों से आगजनी की खबरें भी आई हैं.

क्यूबा: तेल भंडारण में आकाशीय बिजली गिरने से लगी भीषण आग, हादसे में 121 लोग गंभीर रूप से घायल

क्यूबा के मतंजस शहर में एक तेल भंडारण सुविधा में बिजली गिरने से लगी आग अनियंत्रित हो गई, जहां चार विस्फोटों और आग की लपटों में 121 लोग घायल हो गए और 17 अग्निशामक लापता हो गए।देखते ही देखते आसपास के इलाके धमाकों से गूंजने लगे।

ऊर्जा और खान मंत्रालय ने ट्वीट किया, अग्निशामक और अन्य विशेषज्ञ अभी भी मातनजस सुपरटैंकर बेस में आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे, जहां शुक्रवार रात आंधी के दौरान आग लग गई थी।

इस घटना के बारे में ऊर्जा और खान मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि अग्निशमनकर्मी और अन्य विशेषज्ञ आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं। जहां शुक्रवार रात आंधी के दौरान आग लग गई थी।

अधिकारियों ने कहा कि लगभग 800 लोगों को आग की लपटों से बचाया गया। अधिकारियों ने कहा कि अगर थोड़ी देर हो जाती तो कई लोगों की जान चली जाती।सरकार ने कहा कि उसने तेल क्षेत्र में अनुभव वाले “मित्र देशों” के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों से मदद मांगी थी।

थाईलैंड के नाइट क्लब में अचानक लगी भीषण आग, हादसे में कम से कम 13 लोगों की मौत

राजधानी बैंकॉक  से दक्षिण-पूर्व स्थित चोनबुरी प्रांत के एक नाइट क्लब में आग लगने से 13 लोगों की मौत हो गई और 35 अन्य झुलस गए. थाईलैंड में करीब एक दशक के बाद इस तरह की घटना हुई है, जब आग के चलते इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है।

अपने रंगीन रातों के लिए मशहूर इस इलाके में जिस नाइट क्लब में आग लगी है, वह भारतीय पर्यटकों  के बीच खासा लोकप्रिय है.स्थानीय समयानुसार रात एक बजे सट्टाहिप जिले के माउंटेन बी नाइट क्लब में आग शुरू हुई. सोशल मीडिया में वायरल हो रहे आगजनी के वीडियो में लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर भागते देखा जा सकता है.

पुलिस ने बताया है कि घायलों में 14 लोगों की हालत गंभीर है। यह क्लब राजधानी बैंकॉक से 180 किमी दूर दक्षिण पूर्व में है।कुछ वीडियो में लोग बदन में लगी आग के बावजूद इधर-उधर भागते देखे गए. पुलिस कर्नल वुटिपोंग सोमजाई के मुताबिक सट्टाहिप जिले के माउंटेन बी नाइट क्लब में आग लगभग गुरुवार और शुक्रवार की मध्य रात्रि 1:00 बजे लगी थी. मारे गए ज्यादातर लोगों में थाई वासी हैं.

करीब 13 साल पहले बैंकॉक में संतिका नाइट क्लब में न्यू ईयर की पार्टी के दौरान पायरोटैक्निक्स के चलते आग लग गई थी। उस दौरान हादसे में 66 लोगों की मौत हो गई थी। जांच में क्लब में कई खामियों की बातें सामने आई थीं।

नैंसी पेलोसी की यात्रा से आक्रामक हुआ चीन, ताइवान की घेराबंदी के लिए युद्धभ्यास किया शुरू

अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से भड़का चीन, आक्रामक होता जा रहा है।उसने ताइवान की घेराबंदी के लिए युद्धभ्यास शुरू किया।अमेरिका पर भड़के चीन ने अब यूरोपियन यूनियन के देशों पर भी भड़ास निकाली है।
चीन ने ताइवान की यात्रा करने पर अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी पर शुक्रवार को पाबंदी लगा दी। पेलोसी ने चीन की धमकियों की परवाह किए बगैर गत शनिवार को ताइवान का एक दिनी दौरा किया था। इससे चीन बुरी तरह बौखला गया है।
दशकों बाद ताइवान और चीन के बीच इस कदर तनाव देखने को मिला है। यही नहीं चीन की आक्रामकता का असर जापान तक देखने को मिल रहा है।

 

जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने शुक्रवार को कहा कि ताइवान की ओर लक्षित चीन का सैन्य अभ्यास एक ”गंभीर समस्या” के दिखाता है, जिससे क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा को खतरा है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि चीन ने उसके काफी करीब तक सैन्य जहाजों को भेजा है। बफर जोन को पार करने की कोशिश भी चीनी जहाजों की ओर से की गई है।

 

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की धमकियों के बीच स्वीडन और फिनलैंड NATO में हुए शामिल

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की धमकियों के बीच  स्वीडन और फिनलैंड को अमेरिकी सीनेट ने  को गठबंधन में शामिल होने के लिए दोनों देशों के आवेदनों को मंजूरी दे दी है.अमेरिकी सीनेट ने एक के मुकाबले 95 मतों से दोनों पश्चिमी यूरोपीय देशों के नाटो में शामिल होने का समर्थन किया।

इसके बाद दोनों देशों को नाटो में शामिल होने पर पुतिन की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है.  पुतिन ने पहले ही  फिनलैंड और स्वीडन को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि सीमा पर विदेशी सैनिकों की तैनाती हुई तो रूस इसका जवाब देगा.इसके लिए सभी सदस्य देशों की अनुमति की आवश्यकता होगी।

अभी नाटो के सदस्य देशों की संख्या 30 है। पिछले तीन महीने में नाटो के आधे से ज्यादा सदस्यों ने दो समृद्ध उत्तरी यूरोपीय देशों की उम्मीदवारी का समर्थन किया है। सीनेटरों ने 95-1 से मतदान किया. केवल मिसौरी के रिपब्लिकन सीनेटर जोश हॉले ने मतदान नहीं किया.

केंटकी के रिपब्लिकन सीनेटर रैंड पॉल ने मतदान किया. दोनो देशों को शामिल करने के लिए सीनेट में दो-तिहाई समर्थन से कहीं अधिक था जो संधि को मंजूरी देने के लिए आवश्यक था.दोनों देशों ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बीच मई में नाटो की सदस्यता के लिए आवेदन दिया था।

ताइवान के बाद दक्षिण कोरिया पहुंचीं नैंसी पेलोसी, शीर्ष नेताओं से करेंगी मुलाकात

यूएस हाउस रिप्रजेंटेटिव की स्पीकर नैन्सी पेलोसी का ताइवान दौरा खत्म हो गया है और वो अब दक्षिण कोरिया पहुंच चुकी हैं.ताइवान की सफल यात्रा कर चीन को झटका देने के बाद अमेरिकी संसद की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी  को दक्षिण कोरिया पहुंची। देश के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगी और क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक सहयोग तथा जलवायु संबंधी मुद्दों पर चर्चा करेंगी।

 उनके दौरे को लेकर अमेरिका और ताइवान के बीच जंग जैसे हालात बन गये हैं, अभी भी चीन का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। बीजिंग ने अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि, वॉशिंगटन आग से खेल रहा है। पेलोसी  शाम को कांग्रेस के अन्य सदस्यों के साथ दक्षिण कोरिया पहुंचीं। इससे पहले उन्होंने सिंगापुर, मलेशिया और ताइवान की यात्रा की। दक्षिण कोरिया के बाद वह जापान जाएंगी।

चीन की सेना दक्षिण चीन सागर में युद्धाभ्यास की तैयारी में लग गई है।शी जिनपिंग की धमकियों को अनदेखा करते हुए मंगलवार शाम को अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव की स्पीकर नैंसी पेलोसी का विमान ताइवान पहुंचा था।

पेलोसी बृहस्पतिवार को दक्षिण कोरियाई नेशनल असेंबली के अध्यक्ष किम जिन प्यो तथा संसद के अन्य वरिष्ठ सदस्यों से मुलाकात करेंगी और क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक सहयोग तथा जलवायु संबंधी मुद्दों पर बातचीत करेंगी।दक्षिण कोरिया के एक अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि पेलोसी की अंतर-कोरियाई सीमा क्षेत्र की यात्रा करने की भी योजना है.

वैश्विक आंतकी अल जवाहिरी की इस बुरी आदत ने ही उन्हें चढ़ाया मौत के घाट, क्या जानते हैं आप ?

अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी यानी सीआईए ने अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन चलाया था. इसी में अल-ज़वाहिरी की मौत हुई है.अल-जवाहिरी के अंत का कारण उसकी एक आदत बनी।

इसी आदत को सामने रखते हुए इस बड़े आतंकवाद निरोधी अभियान की तैयारी कई महीने पहले ही कर ली गई थी।अमेरिकी अधिकारियों ने अल-जवाहिरी की पनाहगाह का वृहद मॉडल तैयार कर उसे व्हाइट हाउस के ‘सिचुएशन रूम’ में राष्ट्रपति जो बाइडेन के समक्ष पेश किया था। उन्हें पता था कि अल-जवाहिरी अक्सर अपने घर की बालकनी में बैठता है।

अमेरिकी खुफिया विभाग ने अल-जवाहिरी की जीवनशैली का विस्तृत खाका तैयार किया था और जब मिसाइलों ने उड़ान भरी, तब अधिकारियों को यकीन था कि अल-कायदा सरगना बालकनी में होगा।

अमेरिका में 9/11 के हमले की साज़िश लादेन और ज़वाहिरी ने ही रची थी. ज़वाहिरी को अमेरिका मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी मानता था.बाइडन ने कहा कि अल-क़ायदा नेता के मारे जाने से 2001 में 9/11 के हमले के पीड़ितों के परिवार वालों को राहत मिली होगी.

तालिबान ने अमेरिका के इस अभियान को अंतरराष्ट्रीय नियमों और सिद्धांतों का खुला उल्लंघन बताया है. तालिबान के प्रवक्ता ने कहा, ”पिछले 20 सालों में ऐसी कार्रवाइयाँ नाकाम अनुभवों का दोहराव है. यह अमेरिकी हितों के ख़िलाफ़ है.”

 

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की गर्लफ्रेंड को ये काम करना पड़ा भारी, अमेरिका ने लगाया प्रतिबंध

अमेरिका ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की गर्लफ्रेंड और पूर्व जिमनास्ट अलीना कबाएवा (39) का वीजा फ्रीज करते हुे उनकी संपत्तियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।वीजा फ्रीज कर संपत्तियों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है

अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने पूर्व ओलंपिक जिमनास्ट एवं ‘स्टेट ड्यूमा’ की पूर्व सदस्य अलीना काबेवा का वीजा फ्रीज कर दिया है और उनकी संपत्तियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।मंत्रालय ने कहा कि काबेवा रूस की एक मीडिया कंपनी की प्रमुख भी हैं, जो यूक्रेन पर रूसी आक्रमण का समर्थन करती है।

उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले यह चर्चा थी कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक बार फिर पिता बन सकते हैं और इस बच्चे की मां उनकी गर्लफ्रेंड अलीना होंगी।

अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने एक वक्तव्य में कहा, ‘यूक्रेन पर रूस के अवैध आक्रमण के कारण मासूम लोगों को बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि पुतिन के सहयोगियों ने खुद को समृद्ध किया है और वे अत्यंत विलासितापूर्ण जीवन जी रहे हैं।’

अमेरिका के वित्त विभाग ने एंड्री ग्रिगोरीविच गुरेव पर भी प्रतिबंध लगाए हैं। 25 कमरों वाला विटनहर्स्ट एस्टेट लंदन में बकिंघम पैलेस के बाद दूसरा सबसे बड़ा महल है।  उनकी 12 करोड़ डॉलर की याच पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं।

नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर भड़का चीन कहा-“हम पेलोसी के कार्यक्रम पर करीबी नजर रख रहे हैं…”

चीन, अमेरिकी कांग्रेस की स्‍पीकर नैंसी पेलोसी के एशिया दौरे को लेकर काफी नाराज है। पेलोसी एशिया के चार देशों, सिंगापुर, जापान, साउथ कोरिया और मलेशिया की यात्रा पर रवाना हुई हैं। नैंसी पेलोसी की आज से संभावित ताइवान यात्रा का है।

नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा  पर चीन ने चेतावनी दी है कि अगर नैंसी पेलोसी ताइवान की यात्रा करती हैं, तो उसकी सेना कड़ा जवाब देने के लिए तैयार है.हम पेलोसी के कार्यक्रम पर करीबी नजर रख रहे हैं.

चीनी विदेश मंत्रालय ने पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर आज फिर धमकी दी। चीनी प्रवक्ता ने कहा कि हमारी स्थिति स्पष्ट है। हमने अमेरिका को कड़ा विरोध पत्र भेजा है। हम स्पीकर नैन्सी पेलोसी के यात्रा कार्यक्रम पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। अगर अमेरिका गलत रास्ते पर अड़िग रहा तो हम अपनी संप्रभुता और सुरक्षा की खातिर कड़े कदम उठाएंगे।

उसने यह भी कहा है कि पेलोसी की इस यात्रा के बाद अमेरिका को गंभीर नतीजे भुगतने होंगे. ताइवान और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से कहा कि बाइडन प्रशासन की चेतावनियों के बावजूद पेलोसी के ताइवान की यात्रा करने की संभावना है.

 

Al Qaeda के अल जवाहिरी को मारने में पकिस्तान ने दिया अमेरिका का साथ, दोनों देशों के बीच हुई थी ये ख़ास डील

अमेरिका ने  अल कायदा के चीफ अल जवाहिरी को ड्रोन हमले में ढेर कर दिया. अल जवाहिरी अफगानिस्तान के काबुल में छिपा था.अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडेन ने ट्वीट करके अल जवाह‍िरी की मौत की पुष्टि कर दी है।

 पाकिस्तानी सेना के चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने अमेरिका से एक मदद की गुहार लगाई गई थी।खुफिया मामलों के जानकारों का मानना है कि उसी मदद के भरोसे के बदले अमेरिका को पाकिस्तानी सेना और आईएसआई ने काबुल में रह रहे अल-जवाहिरी के न सिर्फ ठिकाने का पता दिया, बल्कि काबुल से लेकर वाशिंगटन तक इस मामले जानकारियां साझा करता रहा।

 राष्‍ट्रपति जो बाइडेन ने अपने ट्वीट में कहा, शनिवार को मेरे निर्देश पर अमेरिका ने अफगानिस्‍तान, काबुल में कामयाब हवाई हमला किया, जिसमें अल कायदा का अमीर अयमान अल जवाहिरी मारा गया। इंसाफ हो गया। अल जवाहिरी पर अमेरिका में हुए कई हमलों का आरोप था

साल 2001 में 11 सितंबर को अमेरिका पर हुए हवाई हमलों में जवाहिरी ने अहम भूमिका न‍िभाई थी। इन हमलों में अमेरिका के चार नागरिक विमानों को हाइजैक करके उन्‍हें न्‍यू यॉर्क के वर्ल्‍ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर, वॉशिंगटन के पास रक्षा मंत्रालय पेंटागन और पेंसिलवेनिया में टकराया गया था। इन हमलों में करीब 3 हजार लोग मारे गए थे।

CIA ने  जवाहिरी पर हमले को अंजाम दिया. बताया जा रहा है कि ये हमला शनिवार सुबह स्थानीय समयानुसार करीब 6 बजे हुआ. उस दौरान जवाहिरी अपनी बालकनी पर ही था.बताया जा रहा है कि अमेरिका ने इस हमले के लिए पाकिस्तानी एयरस्पेस का इस्तेमाल किया.