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विदेश

अचानक यूएई के शारजाह से हैदराबाद जाने वाली इंडिगो फ्लाइट को करनी पड़ी कराची में इमरजेंसी लैंडिंग, ये हैं वजह

भारतीय यात्री विमान कंपनी इंडिगो की यूएई के शारजाह शहर से हैदराबाद जा रही फ्लाइट में खराबी आ जाने के कारण उसे पाकिस्‍तान के कराची शहर में आपात लैंडिंग करनी पड़ी है। विमान में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं।

इंडिगो एयरलाइंस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पायलट द्वारा विमान में तकनीकी खराबी देखे जाने के बाद, एहतियात के तौर पर विमान को पाकिस्तान के कराची की ओर मोड़ दिया गया।

विमान के इंजन में खराबी आ गई थी जिसकी वजह से उसे आपात लैंडिंग करनी पड़ी है। पिछले दो सप्‍ताह में यह कराची में किसी भारतीय यात्री व‍िमान के आपात लैंडिंग की दूसरी घटना है।

यात्रियों को हैदराबाद ले जाने के लिए कराची के लिए एक अतिरिक्त उड़ान भेजी जा रही है। बता दें दो सप्ताह में कराची में उतरने वाली यह दूसरी भारतीय एयरलाइन है।इससे पहले गत 5 जुलाई को भारत से यूएई के दुबई शहर जा रहे स्‍पाइस जेट कंपनी के प्लेन को कराची एयरपोर्ट में इमर्जेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी।

 

श्रीलंका में 60 लाख से अधिक लोगों के सामने पैदा हुआ ये संकट, सड़कों पर जारी हैं जनता का प्रदर्शन

श्रीलंका में आर्थिक संकट अपने चरम पर पहुंच गया है। महंगाई इतनी बढ़ गई है कि लोगों के खाने पर आफत आ गई है।दावा किया गया है कि ये स्थिति और खराब हो सकती है.श्रीलंका खाद्य के अलावा विदेशी मुद्रा संकट से भी गंभीर रूप से जूझ रहा है.

विश्व खाद्य कार्यक्रम ने कहा है कि देश में 60 लाख से अधिक लोगों पर खाने का संकट मंडरा रहा है।आज श्रीलंका में संसद की विशेष बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए कार्यवाही शुरू की जाएगी।

श्रीलंका में जारी संकट के बीच ईंधन वितरण का नया तरीका निकाला गया है. इसके मुताबिक, आईडी कार्ड दिखाने पर एक सप्ताह में एक वाहन चालक को दो बार तेल दिया जाएगा.

20 जुलाई को नए राष्ट्रपति के चुने जाने की संभावना है। द्वीप राष्ट्र के इतिहास में यह पहली बार है कि राष्ट्रपति की नियुक्ति सांसदों द्वारा की जाएगी, न कि लोकप्रिय जनादेश द्वारा। बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति गोतबाया ने देश छोड़ने के बाद इस्तीफे का एलान कर दिया है।

बिगड़ सकते हैं अमेरिका-सऊदी अरब के रिश्ते, बाइडन ने उठाया जर्नलिस्ट खशोगी की हत्या का मामला

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपनी सऊदी अरब की यात्रा के दौरान वहां के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से कुछ कठोर सवाल पूछे हैं.बाइडन ने बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा ‘मैने बैठक की शुरुआत में ही यह मुद्दा उठाया था. मैंने बहुत सीधे तौर कहा कि एक अमेरिकी राष्ट्रपति का मानवाधिकारों के मुद्दे पर चुप रहना सही नहीं है. मैं हमेशा अपने मूल्यों को लेकर हमेशा खड़ा रहूंगा.’

बाइडन ने कहा कि उन्होंने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ बैठक के दौरान पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या का मुद्दा उठाया. सऊदी अरब के साथ अमेरिका के संबंधों की पुरानी गर्मजोशी को कायम करने के लिए जो बाइडन इस समय सऊदी अरब में हैं. जबकि जो बाइडन ने इससे पहले मानवाधिकारों के रिकॉर्ड के मुद्दे पर सऊदी अरब को लेकर कठोर रुख अपनाने का वादा किया था.

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उन्होंने यह साफ कर दिया है कि 2018 में ये हत्या ‘मेरे और संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए बहुत महत्वपूर्ण’ थी.   बाइडन के अनुसार खशोगी के साथ जो कुछ हुआ वह काफी अपमानजनक था. उस समय बाइडन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे. बाइडन ने कहा था कि हत्या के कारण सऊदी अरब को विश्व मंच पर अलग-थलग किया जाना चाहिए.

 

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहली पत्नी इवाना ट्रंप का हुआ निधन, Truth Social पर ट्रंप ने दी सूचना

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पूर्व पत्नी इवाना ट्रंप का निधन हो गया वे 73 वर्ष की थीं.पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी।

डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्रुथ सोशल  पर पोस्ट किया, “मुझे उन सभी लोगों को यह बताते हुए बहुत दुख हो रहा है जो इवाना ट्रंप से प्यार करते थे, जिनमें से कई हैं, कि इवाना ट्रंप का न्यूयार्क शहर में उनके घर पर निधन हो गया है।”

आगे उन्होंने कहा “वह एक अद्भुत और सुंदर महिला थीं, जिन्होंने एक महान और प्रेरणादायक जीवन व्यतीत किया। इवाना ट्रंप के तीनों बच्चे, डोनाल्ड जूनियर, इवांका और एरिक पर उन्हें गर्व था। हमें भी इवाना ट्रंप पर गर्व है। रेस्ट इन पीस, इवाना!”

इवाना ट्रंप डोनाल्ड जूनियर, इवांका एरिक ट्रंप की मां हैं. एरिक ट्रंप ने मां की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि हमारी मां एक अविश्वसनीय महिला थीं, बिजनेस में एक खास हैसियत रखती थीं.1992 में इवाना ने ट्रंप से तलाक के बाद दो शादी कीं.1995 में सबसे पहले इतालवी व्यवसायी रिकॉर्डो माज़ुचेली, जिनसे उन्होंने दो साल बाद नाता तोड़ लिया.

श्रीलंका संकट के बीच रानिल विक्रमसिंघे ने आज अंतरिम राष्ट्रपति के तौर पर ग्रहण की शपथ

श्रीलंका में प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने गोटबाया राजपक्षे का उत्तराधिकारी चुने जाने तक अंतरिम राष्ट्रपति के तौर पर आज शपथ ग्रहण की. गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफा देने के बाद विक्रमसिंघे अब देश के नए कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में तब तक भूमिका निभाएंगे जब तक गोटाबाया राजपक्षे का उत्तराधिकारी नहीं चुना जाता है।

राजपक्षे ने दिवालिया हो चुके देश की अर्थव्यवस्था को न संभाल पाने के लिए अपनी सरकार के खिलाफ प्रदर्शनों के बाद इस्तीफा दे दिया. वह देश छोड़ कर पहले मालदीव और फिर वहां से सिंगापुर चले गए हैं.

प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया कि मुख्य न्यायाधीश जयंत जयसूर्या ने विक्रमसिंघे (73) को श्रीलंका के कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर शपथ दिलायी.अध्यक्ष अभयवर्धने ने शुक्रवार को सुबह राजपक्षे के इस्तीफा पत्र की विश्वसनीयता की पुष्टि करने के बाद उनके पद छोड़ने की आधिकारिक घोषणा की।

अध्यक्ष ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे संसद द्वारा नया राष्ट्रपति चुने जाने की प्रक्रिया पूरी होने तक अंतरिम राष्ट्रपति का प्रभार संभालेंगे।

श्रीलंका: सीडीएस जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने की जनता से शांति बनाए रखने की अपील, नरम पड़े प्रदर्शनकारी

श्रीलंका में जारी उग्र विरोध प्रदर्शन के चलते कोलंबो में फिलहाल कर्फ्यू लागू सीडीएस जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने की जनता से शांति बनाए रखने की अपील राष्ट्रपति भवन और पीएम आवास को खाली करने का प्रदर्शनकारियों ने किया फैसला .जगह जगह बैरियर लगा दिए गए थे. धरपकड़ हो रही थी. इन सबके बावजूद दुनियाभर में हर किसी ने ये देखा कि 9 जुलाई को दोपहर तक हजारों-लाखों का जनसैलाब कोलंबों में प्रेसीडेंट हाउस के इर्द-गिर्द उमड़ आया. प्रेसीडेंट राजपक्षे को अपना घर छोड़कर भागना पड़ा.

आर्थिक संकट के चलते श्रीलंका में भारी विरोध के बीच अब सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। फिर इस भीड़ ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के घर पर प्रदर्शन किया. सरकारी भवनों पर कब्जा कर लिया. कोलंबो की सड़कों में सैन्य वाहनों को तैनात कर दिया गया है। गुरुवार को देश भर में अशांति और उग्र विरोध के बीच राजधानी कोलंबो की सड़कों पर सैन्य बख्तरबंद वाहन नजर आए।

प्रदर्शनकारियों ने पिछले हफ्ते राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आवास पर कब्जा कर लिया था। श्रीलंका में फिलहाल कार्यवाहक राष्ट्रपति की भूमिका निभा रहे प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने प्रदर्शनकारियों से सरकारी इमारतों और कार्यालयों को खाली करने की अपील की थी।

श्रीलंका के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने देश के सभी नागरिकों से कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और सशस्त्र बलों का समर्थन देने का अनुरोध किया है।रानिल विक्रमसिंघे ने सुरक्षाबलों के स्थिति नियंत्रण में करने कि लिए आवश्यक कदम उठाने के आदेश भी दिए थे।कोलंबो में फिलहाल कर्फ्यू लगा दिया गया है।

श्रीलंका के बाद अब भारत का ये पडोसी देश हुआ कंगाल, सरकार का खजाना हुआ खाली कर्ज चुकाने को नहीं बचे पैसे

पाकिस्तान को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पढ़ रहा है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार धीरे -धीरे खत्म होता जा रहा है।पाकिस्तान के हालात तो श्रीलंका से भी ज्यादा बदतर हो सकते हैं.

क्योंकि एक तरफ जहां उस पर कर्जा का बोझ बढ़ता जा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर उसका विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से खाली होता जा रहा है।  एक तरफ श्रीलंका की आर्थिक बदहाली की गवाह पूरी दुनिया बन गयी है।

देश में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। राष्ट्रपति देश छोड़कर भाग गए। देश भयानक आर्थिक संकट से झूझ रहा है।लोगों का जरुरत की चीजों को खरीदना भी मुश्किल हो गया है।

अब ऐसी ही स्थिति का अंदेशा एक पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के लिए भी लगया जा रहा है। पाकिस्तान में हालत इससे भी ज्यादा गंभीर हो सकते है। एक तरफ पाकिस्तान विदेशी कर्ज बढ़ा रहा है तो वहीं दूसरे और विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से कम होता जा रहा है। पाकिस्तान का विदेशी कर्ज तेजी से बढ़ रहा है।

वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तीन तिमाही में पाकिस्तान का विदेशी कर्ज पहले के मुकाबले बढ़कर 10.886 अरब डॉलर का हो गया है। जबकि पूरे 2021 के वित्त वर्ष में यह विदेशी कर्ज 13.38 अरब डॉलर था।

नासा की नयी अंतरिक्ष दूरबीन से दिखा आकाशगंगाओं का अद्भुत नज़ारा, रोमांच से भर देगी ये तस्वीरे

 नासा की नयी अंतरिक्ष दूरबीन से ली गई पहली तस्वीर आकाशगंगाओं से भरी हुई है तथा यह ब्रह्मांड का अब तक का सबसे गहरा रूप प्रस्तुत करती है।पृथ्वी के परे जीवन की तलाश में नासा समेत दुनियाभर की अंतरिक्ष एजेंसियां लंबे से जुटी हैं।

इस दिशा में एक अहम उपलब्धि हासिल करते हुए नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप  ने एक हजार प्रकाश वर्ष दूर स्थित एक विशाल ग्रह पर पानी, बादल और धुंध का पता लगाया है।जिसमें हर तारे की डिटेल साफ-साफ दिख रही है। इन भूरे रंग के बादलों के उसपार भी जेम्स वेब का कैमरा देख सकता है।

नासा ने बुधवार को बताया कि यह ग्रह मोटे तौर पर दक्षिणी-आकाश नक्षत्र फीनिक्स से लगभग 1,150 प्रकाश-वर्ष दूर स्थित है। यहां विशाल मात्रा में गैस है। इसका वजन द्रव्यमान बृहस्पति के आधे से कम है और इसका व्यास बृहस्पति से 1.2 गुना अधिक है।  पहले भी इसकी तस्वीर मिली थी लेकिन इतनी साफ-सुथरी तस्वीर पहली बार मिली है.
आमतौर पर किसी तारे के निर्माण से संबंधित हिस्सों की तस्वीरें नहीं मिल पाती लेकिन जेम्स वेब के संवेदनशील पेलोड्स बेहद बारीक वस्तुओं की भी तस्वीर ले लेता है।नासा ने बताया कि यह ग्रह हमारे सूर्य की परिक्रमा करने वाले किसी भी ग्रह की तुलना में बहुत अधिक उभरा हुआ है। उसका तापमान 538 डिग्री सेल्सियस से अधिक है। यानी यह काफी गर्म है।

प्रर्दशनकारियों ने घेरा श्रीलंकाई राष्ट्रीय न्यूज चैनल, प्रधानमंत्री ने पूरे देश में की आपातकाल की घोषणा

भयंकर आर्थिक संकट का सामना कर रहा श्रीलंका अब फिर से विरोध प्रर्दशन की आग में भारी रूप से जल रहा हैं।प्रधान मंत्री ने कथित तौर पर सुरक्षा बलों को उन दोनों वैन को जब्त करने का निर्देश दिया है जिनमें दंगाइयों और दंगाइयों को खुद घूम रहे हैं।

प्रधान मंत्री का कार्यालय राज्य की राजधानी कोलंबो में फ्लावर रोड पर स्थित है, जो प्रमुख प्रदर्शन स्थान गाले फेस ग्रीन से लगभग 20 मिनट की पैदल दूरी पर है, और हजारों प्रदर्शनकारियों ने जबरन अंदर प्रवेश किया।प्रर्दशनकारियों ने श्रीलंका के समाचार प्रसारित करने वाले एक सरकारी टीवी चैनल को भी कब्जे में ले लिया हैं। प्रर्दशनकारियों का कहना हैं कि हमारी आवाज को क्यो नही दिखाया जा रहा हैं।

श्रीलंका में वर्तमान काफी भयावह हालात हैं पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे देश को छोड़कर भाग गये हैं। जिसके कारण लोगों में ओर भी गुस्सा बढ़ गया हैं विक्रमसिंघे ने कहा था कि अगर राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे पद छोड़ देते हैं और एक सर्वदलीय संक्रमणकालीन सरकार स्थापित हो जाती है तो वह इस्तीफा दे देंगे। अधिकांश श्रीलंकाई चाहते हैं कि प्रधान मंत्री तुरंत पद छोड़ दें।विक्रमसिंघे श्रीलंका के संविधान के अनुसार 30 दिनों की अवधि के लिए स्वचालित रूप से राष्ट्रपति का पद ग्रहण करेंगे।

फ्रिज में रखी इन चीजों में करीब 30 दिन तक जिंदा रह सकता है कोविड वायरस ? पढ़े पूरी खबर

कोरोना वायरस महामारी  का खतरा एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है। अमेरिकी शोध में पाया गया है कि फ्रीज या फ्रीजर में रखे मांस व मछलियों में यह वायरस 30 दिनों तक जिंदा रह सकता है।देश में रोजाना पंद्रह हजार के करीब नए मामले सामने आ रहे हैं। इसे कोरोना की चौथी लहर  के रूप में देखा जा रहा है।

अगर आपने कोरोना की तरफ ध्यान देना छोड़ दिया है और आप उससे जुड़े नियमों को अब फॉलो नहीं कर रहे हैं, तो आप बड़ी गलती कर रहे हैं। कोरोना एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है और रोजाना दर्जनों लोगों की मौत हो रही है।शोधकर्ताओं ने यह जानने के बाद अध्ययन किया कि COVID-19 का प्रकोप दक्षिण पूर्व एशिया में सामुदायिक प्रसारण से पहले हो रहा था।

ऐसे नाजुक समय में आपको डाइट पर खास ध्यान देना चाहिए। हम आपको कुछ खाने-पीने से जुड़े टिप्स बता रहे हैं, जो आपकी सेहत को दुरुस्त रख सकते हैं।बेली ने कहा कि डिब्बाबंद मांस उत्पाद उन इलाकों तैयार किए जा रहे थे, जहां SARS-CoV-2 वायरस पाया गया था। ऐसे में यह संक्रमण का सबब बन सकता है। उन्होंने कहा कि हम यह जांचना चाहते थे कि इतने ठंडे वातावरण में समान वायरस जीवित रह सकते हैं या नहीं?

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में 16,159 नए केस मिले हैं और 28 लोगों की मौत हुई है।इन खाद्य पदार्थों की पैकेजिंग से पहले इनका कीटाणु से पर्याप्त बचाव जरूरी है। देश में अब तक कुल 5,23,270 लोगों की मौत हो गई है। चिंता की बात यह है कि एक्टिव केस बढ़कर 1,15,212 हो गए हैं।