Friday , November 22 2024

विदेश

नीदरलैंड की संसद अब वर्क फ्रॉम होम को कानूनी अधिकार बनाने का लेगी फैसला, जिंदगी भर घर से कर सकेंगे काम

नीदरलैंड की संसद ने वर्क फ्रॉम होम को कानूनी अधिकार बनाने का फैसला लेने वाली है। पिछले हफ्ते संसद के निचले सदन ने इस जुड़ा हुआ एक प्रस्ताव पारित किया था।नीदरलैंड की संसद में यह बिल ऐसे वक्त आया है, जब दुनिया भर की कंपनियां अपने कर्मचारियों को वापस ऑफिस बुला रही हैं.

नीदरलैंड में कंपनियां फिलहाल बिना कारण बताए कर्मचारियों की वर्क फ्रॉम होम रिक्वेस्ट खारिज कर सकती है, लेकिन इस कानून के बाद उन्हें कारण बताना होगा.अब इस प्रस्ताव को देश के ऊपरी सदन यानी सीनेट की मंजूरी मिलने का इंतजार किया जा रहा है। नीदरलैंड में कोरोना महामारी के पहले भी वर्क फ्रॉम होम का कल्चर प्रचलन में था।  नीदरलैंड में कोरोना से पहले भी 14% लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे।

2020 में कोरोना की दस्तक के बाद इसमें रिकॉर्ड उछाल दर्ज किया गया है।2015 में नीदरलैंड की संसद में फ्लेक्सिबल वर्किंग एक्ट लाया गया था. इस बिल में कर्मचारियों काम के घंटे, शेड्यूल और यहां तक ​​कि काम की जगह में भी बदलाव के लिए अपील कर सकते हैं.

अब वर्क फ्रॉम होने के लिए जो बिल लाया जा रहा है वह 2015 के बिल का ही एक्सटेंशन है.नीदलैंड में फिलहाल जो कानून लागू है उसमें कपनियों को यह अधिकार है कि अगर वे चाहें तो वर्क फ्रॉम होम के कर्मचारियों की रिक्वेंस्ट को खारिज कर सकती हैं।  नया कानून लागू हो गया तो कंपनियां ऐसा नहीं कर सकेंगी।

पूर्व PM शिंजो आबे की हत्या के दो दिन बाद उच्च सदन चुनाव में LDP पार्टी ने हासिल की बड़ी जीत

जापान में उच्च सदन के लिए हुए चुनाव में पूर्व पीएम शिंजो आबे की सत्तारूढ़ एलडीपी को बहुमत मिल गया है. ये चुनाव आबे की हत्या के दो दिन बाद हुए थे. 125 में से 70-80 सीटों पर जीत की संभावना है।

शिंजो आबे की पश्चिमी जापान के नारा शहर में शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उस वक्त वे एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे. उच्च सदन के पास कार्यकारी ताकत नहीं हैं। वैसे राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आबे की अनुपस्थिति से एलडीपी कमजोर पड़ सकती है। 1955 से वह सत्ता में है।

आबे लैंगिक समानता और समान लिंग में शादियों के मुद्दे पर पारंपरिक रुख रखते थे।रविवार को हुए जापान के उच्च सदन के चुनाव में 52.05 फीसदी वोटरों ने मतदान किया था. ये मतदान 2019 के चुनाव से अधिक है, लेकिन जापान के चुनाव इतिहास का दूसरा सबसे कम रहा.

प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की पार्टी एलडीपी के पास 248 सदस्यों वाले ऊपरी सदन में 166 से अधिक सीटें हो गई हैं. पुलिस ने आरोपी के घर की तलाशी ली, तो वहां ऐसी कई और बंदूकें बरामद हुईं।एलडीपी गठबंधन का 2013 के बाद से ये सबसे अच्छा प्रदर्शन है. वहीं, जापान की प्रमुख विपक्षी संवैधानिक डेमोक्रेटिक पार्टी के पास 23 सीटें थीं.

श्रीलंका में जारी प्रदर्शन के बीच चीन ने दी अपने नागरिकों को सख्त चेतावनी, क्या ड्रैगन चलेगा कोई बड़ी चाल

श्रीलंका में संकट के बदतर होने से पहले ही नई दिल्ली ने कोलंबो के साथ अपने सहायता प्रयासों में तेजी लाने, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और दोनों पड़ोसियों के बीच पारंपरिक संबंधों को मजबूत करने के अवसर का इस्तेमाल करने के लिए एक व्यापक योजना बना ली है.चीन श्रीलंका की स्थिति पर पैनी नजर रख रहा है, जहां सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास पर धावा बोल दिया और प्रधानमंत्री के आवास में आग लगा दी।

श्रीलंका में फिर से अपनी उपस्थिति बढ़ाने की भारत की उत्सुकता द्वीप राष्ट्र में चीन के बढ़ते प्रभाव की पृष्ठभूमि में आती है. बीजिंग कोलंबो के लेनदारों में तीसरे नंबर पर आता है और इसके बकाया ऋण के 10 प्रतिशत से थोड़ा अधिक हिस्से के लिए जिम्मेदार है.चीन ने आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका को कुछ लाख डॉलर की सहायता प्रदान की है

हाल में चावल की बड़ी खेप भेजी थी, लेकिन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे या उनके भाई पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे द्वारा चीनी ऋण की अदायगी टालने के लिए मांगी गई बड़े पैमाने पर मौद्रिक सहायता प्रदान नहीं की। चीन के इस इनकार के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं है।सरकारी अधिकारियों ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में डिप्टी एनएसए की अध्यक्षता में हुई अंतर-मंत्रालयी बैठक के दौरान ‘ प्राथमिकता वाले प्रोजेक्ट’ – श्रीलंका के साथ भारत के व्यापार और कनेक्टिविटी को बढ़ाने के प्रस्तावों- पर चर्चा की गई थी.

दक्षिण अफ्रीका में सामने आया दिल देहला देने वाला मामला, बार में भीषण गोलीबारी में 14 लोगों की मौत

दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में एक बार में फायरिंग की घटना सामने आई है जहा बताया जा रहा हैं की बार में भीषण गोलीबारी में 14 लोगों की मौत  पुलिस लेफ्टिनेंट एलियास मावेला ने रविवार को घटना की जानकारी देते हुए बताया, ‘हमें रात के करीब 12:30 बजे फोन आया था.’

फायरिंग की घटना जोहानिसबर्ग के सोवोटो शहर स्थित एक बार में हुई. पुलिस लेफ्टिनेंट ने मावेला ने रविवार को घटना की जानकारी दी. उन्होंने कहा, ‘रात 12 बजे के करीब हमले की सूचना मिली. पुलिस ने शुरूआत में 12 लोगों की मौत की खबर दी.

शनिवार और रविवार की आधी रात को गोलीबारी हुई थी. पुलिस ने शुरुआत में घटनास्थल पर आने के बाद कहा था कि 12 लोगों की मौत हुई है. बाद में दो घायल लोगों की भी मौत हो गई. जिसके बाद मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 14 पहुंच गया है.

पुलिस ने रविवार सुबह घटनास्थल से शवों को हटाकर जांच करने का काम शुरू कर दिया है.गौतेंग प्रांत के पुलिस कमिश्नर लेफ्टिनेंट जनरल एलियास मावेला ने कहा कि घटानस्थल पर मिले शवों की संख्या से पता चलता है कि लोगों के एक समूह ने गोलीबारी की है.

China के कर्ज के जाल में बर्बाद हुआ श्रीलंका, गोटबाया राजपक्षे के भागने के बाद राष्ट्रपति भवन बना टूरिस्ट स्पॉट

चीन  के कर्ज के जाल में श्रीलंका के रूप में एक देश बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है.श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार कम होने से देश में ईंधन संकट आया.  कोरोना संक्रमण रूस-यूक्रेन युद्ध से यह भी ठप हो गया.

दर्शनकारियों के डर से राष्ट्रपति गोतबाया कल रात आर्मी हेडक्वार्टर में छिप गए थे मगर मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आज प्रातः उन्होंने वहां से भी अपना ठिकाना बदल लिया है। फिलहाल उनका पता नहीं चल रहा है आखिर वे छिपे कहां हैं। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति को हर जगह तलाश रहे हैं।

प्रदर्शनकारियों के हज़ारों की संख्या में राष्ट्रपति आवास घेरे जाने से पहले ही राष्ट्रपति अपना आवास छोड़कर भाग गए थे. बताया गया कि उन्हें सैन्य मुख्यालय में शिफ्ट कर दिया गया था.राष्ट्रपति भवन एक टूरिस्ट स्पॉट बन गया है.कई वीडियो में देखा जा सकता है कि लोग राष्ट्रपति आवास में भीतर तक घुस गए हैं और लंच कर रहे हैं, स्विमिंग पूल में नहा रहे हैं

स्पीकर और वरिष्ठ नेताओं की अपील के बाद आखिरकार उन्होंने शाम को अपना इस्तीफा दे दिया. जबकि राष्ट्रपति ने ख़बर लिखे जाने तक इस्तीफा नहीं दिया है.अफसरों ने सूचित किया है कि वे प्रासंगिक तथ्यों की जांच के पश्चात् जमीनी स्थिति का ऐलान करने के लिए कदम उठाएंगे।

 

तो शिंजो आबे नहीं बल्कि ये शख्स था तेत्सुया यामागामी का टारगेट, पुलिस की पूछताछ में हुए कई बड़े खुलासे

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।हमलावर 40 साल के तेत्‍सुयू यामागामी ने शिंजो आबे पर दो गोलियां चलाई थीं। एक गोली उनकी छाती पर लगी तो दूसरी गर्दन पर लगी थी। जिस बंदूक से आबे पर हमला किया गया है, वो एक होममेड हथियार है।

यामागामी ने पुलिस से पूछताछ में बताया कि वह एक धार्मिक संगठन के लीडर पर हमला करना चाहता था। हमलावर का दावा है कि धार्मिक लीडर ने उसकी मां के साथ धोखेबाजी की थी। जिस बंदूक से आबे पर हमला किया गया है, वो एक होममेड हथियार है।

इसे डक्‍ट टेप और पाइप्‍स को मिलाकर तैयार किया गया था।यामागामी, उसी नारा सिटी का रहने वाला था जहां पर आबे पर हमला हुआ।यामागामी का मानना था कि पूर्व पीएम आबे ने उस संगठन को देश में प्रमोट किया था। इसे देखते हुए उसने आबे की हत्या की योजना बनाई। वो साल 2005 तक जापान की नेवी का हिस्‍सा था।

जापान के पीएम फुमियो कीशिदा ने कहा है कि ये हमला बर्बर है और हत्‍यारे को बख्‍शा नहीं जाएगा। पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल देसी बंदूक बरामद कर ली और बाद में उसके अपार्टमेंट में कई बंदूकें बरामद की गईं। दुनियाभर में विशेषज्ञ हैरान हैं कि कैसे उसे बंदूक हासिल हुई और कैसे उसने पूर्व पीएम पर हमला कर दिया।

श्रीलंका: घर छोड़कर भागे राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे, राष्ट्रपति भवन की और बढ़े भारी संख्या में प्रदर्शनकारी

श्रीलंका में आर्थिक संकट गहराता जा रहा है। कोई हल नहीं निकलता देख आम जनता सड़कों पर है। शनिवार को भी यहां बड़ा प्रदर्शन हुआ। भारी संख्या में प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन की और बढ़े और देखते ही देखते राष्ट्रपति भवन में घुस गए।देशभर में तेल और बाकी जरूरत के सामान की कमी के बीच लोग एक बार फिर सड़कों पर हैं।
प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने शनिवार को राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के आवास का घेराव कर लिया। ये प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति के घर में घुसने की कोशिश करने लगे, जिसके बाद राजपक्षे अपना आवास छोड़कर भाग खड़े हुए।पुलिस के मुताबिक पश्चिमी प्रांत में सात पुलिस संभागों में कर्फ्यू लगाया गया था जिसमें नेगोंबो, केलानिया, नुगेगोडा, माउंट लाविनिया, उत्तरी कोलंबो, दक्षिण कोलंबो और कोलंबो सेंट्रल शामिल हैं. यह कर्फ्यू शुक्रवार रात नौ बजे से अगली सूचना तक लागू किया गया था.

श्रीलंका में यह संकट लंबे समय से चल रहा है और हर शनिवार तथा रविवार को भारी प्रदर्शन होते हैं। लोगों को यहां पेट्रोल और डीजल नहीं मिल रहा है।पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) सी डी विक्रमरत्ने ने शुक्रवार को घोषणा करते हुए कहा, जिन क्षेत्रों में पुलिस कर्फ्यू लागू किया गया है,  कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

44 अरब में ट्विटर को खरीदने की डील को Elon Musk ने किया कैंसल, 3 महीने में आखिर ऐसा क्या हुआ जो लेना पड़ा ये फैसला

दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्‍क अब Twitter नहीं खरीदेंगे । एलन मस्क ने इसकी घोषणा की कि वह ट्विटर को खरीदने के लिए 44 बिलियन डॉलर की अपनी पेशकश से पीछे हट रहे हैं.उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को 54.2 डॉलर प्रति शेयर के रेट से 44 अरब डॉलर में खरीदने का ऑफर दिया.

पिछले तीन महीने से किसी ना किसी वजह से यह डील चर्चा में बनी रही है. पहले अपनी कीमत को लेकर तो फिर CEO से मतभेद और अब तो टूटने पर चर्चा हो रही है.मैंने कंपनी से नकली अकाउंट्स की संख्या के बारे में जानकारी मांगी थी, जिसके बारे में पर्याप्त जानकारी देने में कम्पनी विफल रही है। मस्क ने  पहले ट्विटर को मस्क की टीम द्वारा भेजे गए एक पत्र में 44 बिलियन अमरीकी डालर के ट्विटर खरीद सौदे को समाप्त करने की घोषणा की थी।

13 अप्रैल को मस्क ने ट्विटर को खरीदने का ऐलान करके लोगों को चौंका दिया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को 54.2 डॉलर प्रति शेयर के रेट से 44 अरब डॉलर में खरीदने का ऑफर दिया. 13 अप्रैल की फाइलिंग में यह बात सामने आई.शुरुआत में Twitter ने ‘पॉयजन पिल’ स्ट्रैटजी अपनाई, लेकिन बाद में उन्होंने मस्क के 44 अरब डॉलर के ऑफर को एक्सेप्ट कर लिया. 25 अप्रैल को ट्विटर ने मस्क का ऑफर मान लिया था. मगर दोनों के बीच का रोमांस ज्यादा दिनों तक चल नहीं पाया और जल्द ही रिश्तों में दरार आने लगी.

बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद आखिर किसे मिलेगी सत्ता ?

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन  आखिरकार कंजरवेटिव पार्टी (टोरी) के नेता के तौर पर इस्तीफा देने के लिए  सहमत हो गए, जिसके साथ देश में एक अभूतपूर्व राजनीतिक संकट का अंत हो गया.स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद और चांसलर ऋषि सनक के नेतृत्व में जॉनसन की सरकार के 50 से अधिक सदस्यों ने डेढ़ दिन में इस्तीफा दे दिया।

जॉनसन एक विशिष्ट नेता नहीं थे, और उनके उत्तराधिकारी के सामने एक मुश्किल विरासत को संभालने का काम होगा। उन्हें अगले आम चुनाव (जो समय से पहले कराए जा सकते हैं)से पहले कंजर्वेटिव पार्टी को मजबूत करना होगा।

कई दिनों तक चले राजनीतिक घटनाक्रम के बाद यह कदम उठाया गया है. जॉनसन के मंत्रिमंडल के कई सदस्य मंगलवार से इस्तीफा दे चुके हैं. देश के नए वित्त मंत्री नदीम जहावी ने जॉनसन के इस्तीफे की मांग की है. जॉनसन के उन्हें नया वित्त मंत्री नियुक्त किया था, जिसके 36 घंटे बाद ही उन्होंने यह मांग कर डाली.

जॉनसन ने अब पार्टी के नेता के रूप में इस्तीफा दे दिया है और वह एक नया नेता चुने जाने तक पीएम पद पर बने रहेंगे।इराकी मूल के जहावी ने एक पत्र लिखकर जॉनसन के नेतृत्व पर सवाल उठाया और कहा, ‘प्रधानमंत्री आपको पता है कि सही कदम क्या है.. अब जाइए.’ इससे पहले, जॉनसन के शीर्ष सहयोगियों में से एक ने वह ‘बेहद उत्साहित हैं’

शिंजो आबे पर जानलेवा हमले के बाद सदमे में जापान, पीएम किशिदा ने कहा- माफ नहीं करेंगे बर्बर हमला

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर जानलेवा हमले के बाद उनकी हालत बेहद गंभीर है। जापान के प्रधानमंत्री किश‍िदा फूमियो ने देश के नाम संबोधन में यह जानकारी दी है।तत्‍सुका यामागामी नाम के लगभग 41 साल के शख्स ने होममेड बंदूक से आबे को पीछे से दो बार गोली मारी. फिलहाल आबे का अस्पताल में इलाज चल रहा है उनकी हालत गंभीर बनी हुई है.

शिंजो आबे की हालत बताते हुए पीएम किशिदा रो पड़े।1990 के बाद से आबे पांचवें ऐसे राजनीतिज्ञ हैं, जिन्हें गोली मारी गई. यानी बीते तीन दशकों से अधिक में सिर्फ पांच नेताओं को ही गोलीबारी का सामना करना पड़ा.

उन्‍होंने कहा कि डॉक्‍टर उन्‍हें बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। मैं आशा करता हूं कि पीएम शिंजो अबे बच जाएंगे। उन्‍होंने कहा कि यह बर्बर हमला है और इसे माफ नहीं किया जा सकता है। मैं इस कठिन परिस्थिति को समझने की कोशिश कर रहा हूँ.

1994 में भूतपूर्व प्रधानमंत्री होसोकावा मोरिहीरो पर टोक्यो के होटल में एक दक्षिणपंथी समूह के सदस्य ने गोली चला दी थी. अच्छी बात यह रही थी होसोकावा इस हमले में बाल-बाल बच गए थे उन्हें खरोच तक नहीं आई थी.