Sunday , November 24 2024

देश

राहुल और प्रियंका गांधी मंडल की सियासत को देंगे धार, उठा सकते हैं ये मुद्दे

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी के साथ शनिवार से भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आगाज करेंगे। दोनों भाई-बहन चुनाव की तैयारी के लिए किसानों के आंदोलन, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को उठाकर भाजपा को घेरने का प्रयास करेंगे।

कांग्रेस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में न्याय यात्रा की शुरुआत के लिए मुरादाबाद को ही केंद्र बनाया है। प्रधानमंत्री ने भी सहारनपुर के बाद संभल जिले में कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास करने के साथ लोकसभा चुनाव का बिगूल फूंका है। इसके बाद राहुल गांधी ने भी भारत जोड़ो न्याय यात्रा का पश्चिमी उत्तर प्रदेश से शुरुआत करने के लिए मुरादाबाद का चयन किया है।

राहुल गांधी न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए हेलीकॉप्टर द्वारा शनिवार की सुबह 9:35 बजे मूंढापांडे एयरपोर्ट पर उतरेंगे। सुबह दस बजे जामा मस्जिद चौराहे पर आयोजित भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे। राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी भी दिल्ली से कार द्वारा न्याय यात्रा में शामिल होंगी। दोनों भाई-बहन कोहिनूर तिराहे पर जनसभा को संबोधित करेंगे।

पार्टी नेताओं का कहना है कि आम जनता महंगाई और बेरोजगारी से काफी त्रस्त हैं। किसान एमएसपी के लिए आंदोलनरत हैं। पुलिस भर्ती में पेपर लीक होने से छात्र बेहाल हो गए हैं। आम जनता को कोई दूसरा रास्ता सुझाई नहीं दे रहा है। राहुल गांधी इन तमाम मुद्दों को उठाकर भाजपा को आईना दिखाएंगे।
किसानों की दुर्दशा और आंदोलन के प्रति सरकार को चेताएंगे। यात्रा की तैयारी के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता एक सप्ताह से तैयारी कर रहे हैं। इसके बाद सड़क मार्ग द्वारा अमरोहा जाएंगे। अमरोहा पॉलीटेक्निक मैदान में डेढ़ बजे सभा को संबोधित करेंगे।

करीब तीन बजे संभल जिले के चंदौसी में भी सभा को संबोधित करेंगे। काग्रेस के राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल का कहना है कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा के साथ लोकसभा चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश से भाजपा का सफाया होगा।

डबल फाटक पुल से जाने की नहीं मिली इजाजत, हनुमान मूर्ति पुल से जाएगी यात्रा
राहुल गांधी की प्रस्तावित भारत जोड़ो न्याय यात्रा को जिला प्रशासन ने डबल फाटक पुल से गुजरने की इजाजत नहीं दी है। सलाह दी है कि वे न्याय यात्रा हनुमान मूर्ति पुल से लेकर जा सकते हैं। रेलवे के अभियंता ने रिपोर्ट दी है कि डबल फाटक पुल काफिला के चलने योग्य नहीं है।

भाई अजित पवार से मिलने पहुंचीं सुप्रिया सुले, बैठक में बारामती से जुड़ा मुद्दा उठाएंगी

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में टूट और पार्टी पर हक को लेकर जारी विवाद के बीच शनिवार को राकांपा-शरदचंद्र पवार की नेता और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले अपने भाई और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार से मिलने पहुंचीं। बताया गया है कि पश्चिमी महाराष्ट्र में पानी की किल्लत को लेकर अजित पवार की अध्यक्षता में बैठक होनी है।

इस बैठक से पहले सुप्रिया सुले ने मीडिया से भी बात की। उन्होंने कहा कि अजित पवार महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम हैं और पुणे जिले के संरक्षक मंत्री है। मेरी सीट (बारामती) में उजनी बांध और नजरे बांध में पानी खत्म हो गया है। इससे वहां पीने के पानी और सिंचाई के पानी की भयानक किल्लत हो गई है। इसलिए मैं इस बैठक में आई हूं ताकि सरकार से इस पर बात कर सकूं। मैं अजित पवार को अपनी लोकसभा सीट पर पानी के मुद्दे के बारे में अवगत कराने आई हूं।

कर्नाटक सरकार को झटका, भाजपा-जेडीएस के विरोध के चलते विधान परिषद से पास नहीं हुआ मंदिर विधेयक

कर्नाटक की कांग्रेस सरकार को बड़ा झटका लगा है। दरअसल कर्नाटक सरकार द्वारा लाया गया ‘हिंदू धार्मिक संस्थान और धर्मार्थ बंदोबस्ती (संशोधन) विधेयक’ विधान परिषद से पारित नहीं हो सका। विपक्षी पार्टियों भाजपा और जेडीएस ने इसका विरोध किया। विधान परिषद में विपक्ष के पास बहुमत है, ऐसे में विपक्ष के विरोध के चलते विधान परिषद से यह विधेयक पारित नहीं हो सका।

असम सरकार का बड़ा फैसला, खत्म किया मुस्लिम विवाह एवं तलाक कानून

असम सरकार ने राज्य में बाल विवाह पर रोक के लिए मुस्लिम विवाह एवं तलाक पंजीकरण कानून, 1935 खत्म कर दिया है। शुक्रवार देर रात हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ’23 फरवरी को असम कैबिनेट ने एक अहम फैसला लेते हुए वर्षों पुराने असम मुस्लिम विवाह एवं तलाक पंजीकरण कानून को वापस ले लिया गया है। इस कानून में ऐसे प्रावधान थे कि अगर दूल्हा और दुल्हन शादी की कानूनी उम्र यानी लड़कियों के लिए 18 साल और लड़कों के लिए 21 साल के नहीं हुए हैं, तो भी शादी को पंजीकृत कर दिया जाता था। यह असम में बाल विवाह रोकने की दिशा में अहम कदम है।’

मुस्लिम विवाह रजिस्ट्रार्स को मुआवजा देगी असम सरकार
असम सरकार ने बताया कि मुस्लिम विवाह एवं तलाक पंजीकरण कानून खत्म होने के बाद मुस्लिमों की शादी का पंजीकरण भी स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत जिला आयुक्त और जिला रजिस्ट्रार कर सकेंगे, जो कि पहले 94 मुस्लिम विवाह रजिस्ट्रार करते थे। सरकार ने एलान किया है कि मुस्लिम विवाह का पंजीकरण करने वाले रजिस्ट्रार्स को हटाया जाएगा और उन्हें एकमुश्त दो-दो लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। असम सरकार ने कानून हटाने के पीछे तर्क दिया है कि ये कानून अंग्रेजी शासनकाल के दौर के हैं।

कानून रद्द होने के बाद असम में क्या बदलेगा?
सरकार का कहना है कि मुस्लिम विवाह एवं तलाक पंजीकरण कानून के तहत शादी और तलाक का पंजीकरण अनिवार्य नहीं था। साथ ही शादी का पंजीकरण करने की व्यवस्था पूरी तरह से अनौपचारिक थी, जिससे नियमों की अनदेखी हो रही थी और बाल विवाह की भी मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही थी।

कानून के तहत राज्य सरकार मुस्लिमों को शादी और तलाक का पंजीकरण करने का लाइसेंस देती थी, लेकिन अब कानून हटने के बाद कोई भी व्यक्ति शादी और तलाक का पंजीकरण नहीं कर सकेगा और यह औपचारिक रूप से हो सकेगा। राज्य सरकार के मंत्री जयंत मल्ला बरुआ ने मीडिया चैनल से बात करते हुए ये भी दावा किया कि इस कानून का खत्म होना राज्य में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू होने की दिशा में अहम कदम है।

इस बार सांसद रवि किशन ने ली चुटकी, कहा- विधायक जी! लागतआ की आजकल बादाम खात बाड़अ

गोरखपुर के गीडा में आयोजित कार्यक्रम में सांसद रवि किशन ने अपने संबोधन में सहजनवां के विधायक प्रदीप शुक्ला का जिक्र करते हुए कहा कि विधायक जी तोहार यादाश्त बढ़ल बा। कुल काम गिना देहलअ, लागत बा आजकल बादाम खात बाड़अ। यह सुनते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खिलखिलाकर हंस पड़े।

दरअसल, कार्यक्रम की शुरूआत में स्थानीय विधायक प्रदीप शुक्ला को स्वागत भाषण के लिए बुलाया गया। विधायक ने क्षेत्र में हुए विकास कार्यों को गिनाया। इसके बाद सांसद रविकिशन का नंबर आया। रविकिशन ने विधायक की तारीफ करते हुए कहा कि विधायक जी पूरा लिस्ट रट लेहले बाड़न।

लागतआ आजकल बादाम रोज खात बाड़न। इस पर मुख्यमंत्री समेत सभी लोग हंस पड़े। सांसद यहीं नहीं रुके, बोले महराज जी जितना पत्थर वाराणसी में प्रधानमंत्री का लगा है, आपके आशीर्वाद से उतना ही मेरे नाम का पत्थर गोरखपुर में भी लगा है। इस पर सीएम ने खूब ठहाके लगाए। खजनी के विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता श्रीराम चौहान का नाम लेते हुए कहा कि अभी महराज जी ने आपके बारे में कई गूढ़ बातें बताई हैं। इस पर फिर सब लोग हंसने लगे।

सीएम जब बोलने उठे तो प्लास्टिक पैकेजिंग मैटेरियल का जिक्र करते हुए कहा कि सजना-संवरना बड़ा जरूरी है। आप लोगों ने रवि किशन की फिल्म देखी होगी। हाथ उठवाकर लोगों से हामी भरवाने के बाद सीएम ने कहा कि शूटिंग से पहले ये लोग अपने चेहरे पर बड़ा डेंटिंग-पेंटिंग करते हैं। इस पर एक बार फिर पूरा पंडाल ठहाके लगा।

‘आपकी नीतियों से ही रूस और चीन करीब आए’, जयशंकर ने पश्चिमी देशों को फिर सुनाई खरी-खरी

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को मौजूदा भू-राजनीतिक घटनाक्रमों और उनके दुष्परिणामों का जिक्र किया। इस साथ ही उन्होंने कहा कि रूस शासन कला की एक विशाल परंपरा वाली ताकत है और वह एशिया या दुनिया के गैर-पश्चिम हिस्सों की ओर अधिक रुख कर रहा है। जयशंकर ने रायसीना डायलॉग में मॉस्को और बीजिंग की बढ़ती नजदीकियों के सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की।

पश्चिम की नीतियों से करीब आए रूस और चीन
विदेश मंत्री ने कहा कि रूस अन्य देशों, खासतौर पर एशिया के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों की नीतियां रूस और चीन को करीब ला रही हैं। एक तरफ आपके पास ऐसे लोग हैं जो नीतियां बनाते हैं। दोनों को एकसाथ लाते हैं और फिर कहते हैं उनके एक साथ आने से सावधान रहें। दोनों देशों की नजदीकियों को लेकर यह सवाल ऑस्ट्रेलिया के लोवी इंस्टीट्यूट के कार्यकारी निदेशक माइकल फुलिलोव ने पूछा था।

‘रूस के साथ भारत के संबंध स्थायी और बहुत दोस्ताना’
इससे पहले जयशंकर ने कहा था कि रूस के साथ भारत के स्थायी और बहुत दोस्ताना संबंध हैं। मॉस्को ने कभी भी नई दिल्ली के हितो को नुकसान नहीं पहुंचाया है। यूक्रेन पर मॉस्को के हमले के बावजूद भारत और रूस के संबंध मजबूत बने रहे। कई पश्चिमी देशों की आपत्तियों के बावजूद भारत ने रूस से कच्चे तेल का आयात बढ़ाया है।

यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की भारत ने नहीं की निंदा
भारत ने अब तक यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की निंदा नहीं की है। नई दिल्ली कहता रहा है कि संकट को कूटनीति और बातचीत के जरिए हल किया जाना चाहिए। जयशंकर ने भारत की जी 20 अध्यक्षता पर भी प्रकाश डाला और बताया कि कैसे इसने समूह के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ को शामिल करना सुनिश्चित किया।

महाकाल दर्शन, आदिवासी संवाद-रैली और राहुल की न्याय यात्रा से इस वोट बैंक पर फोकस कर रही कांग्रेस

लोकसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 2 मार्च को धौलपुर (राजस्थान) से मध्यप्रदेश में मुरैना से प्रवेश करने जा रही है। राज्य में यह यात्रा करीब पांच दिनों तक रहेगी। राहुल की यात्रा रतलाम जिले के सैलाना से राजस्थान के बांसवाड़ा जिले की सीमा में प्रवेश करेगी।

पिछले वर्ष विधानसभा चुनाव से पहले निकली राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का चुनाव में कोई असर नहीं पड़ा था। यात्रा जिन 22 विधानसभा क्षेत्रों से निकली थी, उनमें से 18 सीटें भाजपा ने जीती थीं। इसमें पांच एसटी वर्ग के लिए सुरक्षित सीटें भी थीं। इसमें से भी कांग्रेस को दो पर ही जीत मिली।

प्रदेश में पहली राहुल की सभा मध्यप्रदेश के मुरैना में होगी। इसके बाद वे रोड शो और नुक्कड़ सभाएं करेंगे। सांसद गांधी अपनी पूरी यात्रा के दौरान हर शहर में अलग-अलग ग्रुप में लोगों से चर्चा करेंगे। कांग्रेस 6 मार्च को धार जिले के बदनावर में आदिवासियों के बीच राहुल की एक सभा का आयोजन करने की योजना भी बना रही है। इसके अलावा आदिवासी वर्ग का भरोसा जीतने के लिए शिवपुरी में आदिवासी संवाद का आयोजन भी होगा। मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से छह एसटी वर्ग के लिए सुरक्षित हैं।

दरअसल, राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा का 26 फरवरी से लेकर 1 मार्च तक ब्रेक रहेगा। 27-28 को राहुल इंग्लैंड की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी जाकर लेक्चर देंगे।

राहुल ने यहीं से पढ़ाई की है। पिछल वर्ष उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में लेक्चर देने का वादा किया था। बाकी के दिनों में राहुल राजधानी दिल्ली में पार्टी की लोकसभा चुनाव से जुड़ी महत्वपूर्ण बैठकों में भी शामिल होंगे।

विदेश मंत्रालय ने दिलाया भरोसा- जल्द वापसी के प्रयास जारी, संपर्क में है सरकार

रूस में फंसे भारतीयों के मामले में विदेश मंत्रालय ने मदद का भरोसा दिलाया है। सरकार ने कहा है कि रूसी सेना के साथ सपोर्ट स्टाफ के रूप में काम कर रहे लोगों को सुरक्षित भारत लाने का प्रयास किया जा रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि सरकार रूसी सेना में सहायक कर्मचारियों के रूप में कार्यरत भारतीयों को जल्द मुक्त कराने के लिए मॉस्को से लगातार संपर्क में बनी हुई है। भारत ने अपने नागरिकों से कहा है कि रूस के साथ जारी युद्ध के कारण हिंसाग्रस्त इलाकों में जाने से बचें।

विदेश मंत्रालय का बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई कि कुछ भारतीय युद्धग्रस्त इलाकों में रूसी सेना के सहायक के रूप में काम कर रहे हैं। जायसवाल ने कहा, सरकार इस बात से अवगत है कि कुछ भारतीय रूसी सेना में सहायक पदों पर नौकरी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मॉस्को में भारतीय दूतावास नियमित रूप से इस मामले पर संबंधित रूसी अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीयों की शीघ्र वापसी के प्रयास किए जा रहे हैं।

केंद्र सरकार मामले पर रूसी सरकार से करें चर्चा- ओवैसी
हैदराबाद निवासी सुफियान के परिवार ने केंद्र सरकार के साथ-साथ विदेश मंत्रालय से रूस में फंसे युवकों को सुरक्षित निकालने और एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस मुद्दे पर केंद्र से रूसी सरकार के साथ बातचीत करने का आग्रह किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट साझा करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मोदी सरकार को रूसी सरकार से चर्चा करनी चाहिए। रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे 12 युवाओं को वापस लाना चाहिए।

भारत-अमेरिका के बीच 11वीं द्विपक्षीय वार्ता, प्रत्यर्पण सहित कई मुद्दों पर चर्चा

भारत और अमेरिका ने शुक्रवार को नई दिल्ली में 11वीं द्विपक्षीय राजनयिक वार्ता की। दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने विभिन्न मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। इसमें प्रत्यर्पण, छात्रों और पेशेवरों की आवाजाही, सुरक्षित और कानूनी प्रवासन, कमजोर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा व अपने-अपने नागरिकों की यात्रा को सुगम बनाने जैसे मुद्दे शामिल थे।

केजे श्रीनिवासन ने किया भारत का नेतृत्व
विदेश मंत्रालय (एमईए) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व एमईए के संयुक्त सचिव (सीपीवी) केजे श्रीवास्तव ने किया जबकि अमेरिका की वाणिज्य दूतावास मामलों की सहायक विदेश मंत्री रेना बिटर ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व किया।

इन मुद्दों पर हुई दोनों देशों के बीच चर्चा
बयान के मुताबिक, इस वार्ता ने दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों और सहयोग मजबूत किया। दोनों देशों ने आपसी हित के राजनयिक मुद्दों को साझा किया। दोनों पक्षों ने प्रत्यर्पण, छात्रों और पेशेवरों की आवाजाही, सुरक्षित और कानूनी प्रवासन, कमजोर तबके की महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और अपने-अपने नागरिकों की यात्रा को सुगम बनाने जैसे कई मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।

रेना बिटर ने भारत पहुंचने पर क्या कहा था
उन्होंने कहा था, हम यहां आने के लिए बहुत उत्साहित थे। भारत के साथ राजनयिक मुद्दों पर यह हमारी 11वीं वार्षिक वार्ता है। अमेरिका और भारत बहुत सारी चीजों के बारे में बात करेंगे। किसी भी समय के इतिहास की तुलना में आज अधिक संख्या भारतीय अमेरिका की यात्रा कर सकते हैं। हम कुछ ऐसे मुद्दों पर भी बात करेंगे जो दोनों देशों के बीच वास्तव में पारिवारिक संबंधों को मजबूत बनाते हैं।

’75 फीसदी कम हुआ वीजा के लिए इंतजार का समय’
बिटर ने कहा, इतिहास के किसी भी समय की तुलना में आज भारतीय ज्यादा संख्या में अमेरिका की यात्रा कर सकते हैं। पिछले साल इस हमने 14 लाख वीजा देने का फैसला किया, जो कि बीते कई वर्षों में सबसे अधिक है। हमने जबरदस्त प्रगति की है। हमारी ओर से हर श्रेणी में वीजा जारी किए गए हैं। हमारे पास मानवीय मुद्दों से निपटने और व्यापार वीजा में तेजी लाने के लिए तंत्र है। बीते वर्षों में वीजा के लिए इंतजार के समय को हमने 75 फीसदी कम कर दिया है।

महाराष्ट्र में भाजपा विधायक राजेंद्र पाटनी का निधन, लंबे समय से बीमार चल रहे थे

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और करांजा सीट से विधायक राजेंद्र पाटनी का निधन हो गया है। वे कई दिनों से बीमार चल रहे थे। अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उन्होंने शुक्रवार सुबह अंतिम सांस ली। उनके निधन पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शोक जताया।

उपमुख्यमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया कि अत्यंत दुखद समाचार है कि विधानसभा में मेरे सहयोगी राजेंद्र पाटनी का आज निधन हो गया। वह पिछले कुछ महीनों से बीमारी से जूझ रहे थे। हम सभी को उम्मीद थी कि वे इस संकट से बाहर आ जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।

उन्होंने लिखा, ‘भाजपा ने ग्रामीण मुद्दों की जानकारी रखने वाला एक जन प्रतिनिधि खो दिया है। पश्चिम विदर्भ की समस्याओं के समाधान के लिए वे सदैव तत्पर रहते थे। उनकी कोशिश थी कि सिंचाई की समस्या का समाधान होना चाहिए। उनका निधन मेरी व्यक्तिगत क्षति है। मैं उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस दुखद अवसर पर हम उनके परिवार का दुख साझा करते हैं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दे।’