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नवीन पटनायक ने किया सामेली परियोजना का उद्घाटन, समलेश्वरी मंदिर से लेकर महानदी तट का विकास भी शामिल

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने संबलपुर में सामेली परियोजना का उद्घाटन किया। इस परियोजना में मां समलेश्वरी मंदिर के आस-पास विकास शामिल है। इसके अंतर्गत हेरिटेज कॉरिडोर का निर्माण, तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाएं, मंदिर तक जाने के लिए व्यवस्थाएं और महानदी तट का विकास शामिल है।

यह कार्यक्रम पुरी के जगन्नाथ मंदिर में हेरिटेज कॉरिडोर के उद्घाटन के 10 दिन बाद आयोजित किया गया था। इसके तहत 12वीं सदी के मंदिर में कई सुविधाएं जोड़ी गईं। सीएम पटनायक ने मां समलेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद सामेली परियोजना का अनावरण किया। इस मौके पर आयोजित यज्ञ में भी सीएम पटनायक शामिल हुए।

एक वीडियो कॉन्फेरेंस में पटनायक ने कहा, ओडिशा उन लोगों को हमेशा याद रखेगा जिन्होंने सामेली परियोजना के लिए अपनी जमीन छोड़ दी। उन्होंने यह भी कहा कि सामेली परियोजना पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा। सीएम ने बताया कि मां समलेश्वरी के आशिर्वाद से यह परियोजना पूरी हो सकी।

लोकसभा की 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस, अखिलेश यादव का एलान

उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर सहमति बन गई है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों की डील पक्की हो गई है। कांग्रेस यूपी में 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर यह जानकारी दी है।शनिवार को अखिलेश यादव ने पोस्ट करते हुए लिखा- कांग्रेस के साथ 11 मजबूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है। ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा। ‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी। वहीं, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अखिलेश यादव के फैसले से कांग्रेस पार्टी के अहसमत होने की खबर है। कहा जा रहा है कि यह फैसला अखिलेश यादव का है न कि कांग्रेस का। हालांकि अभी तक कांग्रेस के किसी नेता का इस पर बयान नहीं आया है।

आपको बता दें कि 17 जनवरी को सीटों के बंटवारे पर दिल्ली में गठबंधन के घटक दलों कांग्रेस और सपा के बीच बैठक हुई थी, लेकिन बैठक में कोई नतीजे नहीं निकल सका था। बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा था कि सपा के साथ एक और बैठक होनी है। बात नहीं बनी तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी या मल्लिकार्जुन खरगे अखिलेश यादव के साथ बात करेंगे।

एक-एक सीट पर हुई चर्चा
सीटों को लेकर हुई इन बैठकों में कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, सलमान खुर्शीद, आराधना मिश्रा मौजूद रहीं। वहीं, सपा की ओर से रामगोपाल यादव, जावेद अली खान और उदयवीर सिंह उपस्थित रहे। जानकारी के अनुसार, यूपी की हर एक सीट को लेकर चर्चा हुई। जीत की हर संभावना को टटोला गया।

25 सीटें मांग रही थी कांग्रेस
कांग्रेस और सपा के बीच दिल्ली में तीन दौर की बैठकें हुई। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस 25 सीटों की मांग कर रही थी। हालांकि 11 सीटों पर बात फाइनल हो गई है। वर्तमान में कांग्रेस के पास यूपी में रायबरेली की ही एकमात्र लोकसभा सीट है।

इन सीटों पर लड़ सकती है कांग्रेस
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस रायबरेली, अमेठी के अलावा प्रतापगढ़, वाराणसी, कानपुर, गाजियाबाद, इलाहाबाद, सहारनपुर, मुरादाबाद की सीटों पर लड़ सकती है। पूर्वी यूपी की ज्यादातर सीटें सपा के पास ही रहेंगी ऐसा अनुमान जताया जा रहा है।

पिछले तीन चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन
2009- कांग्रेस 69 सीटों पर चुनाव लड़ी और 21 जीती। इस चुनाव में सपा 75 पर लड़कर 23 और बसपा 69 पर लड़ी और 20 सीटें जीतीं।
2014- कांग्रेस 67 पर लड़कर सिर्फ दो सीट जीती। सपा 75 में पांच और बसपा 80 पर लड़ी और एक भी सीट नहीं जीत पाई।
2019- सपा- बसपा का गठबंधन था। कांग्रेस 67 पर लड़ी और सिर्फ रायबरेली जीत पाई। सपा 37 पर लड़ी और पांच जीती, जबकि बसपा 38 पर लड़ी और 10 जीती। रामपुर और आजमगढ़ हारने के बाद सपा के सिर्फ तीन सांसद हैं।

यूपी के आठ जिलों में स्थापित होंगे कम्प्रेस्ड गैस संयंत्र, पराली जलाने की होगी व्यवस्था

यूपी के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि प्रदेश के 8 जिलों में कम्प्रेस्ट गैस सयंत्र स्थापित होंगे। इसके लिए जल्द ही कार्ययोजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्मोक फ्री वातावरण बनाने के लिए काम किया जा रहा है। किसानों की पराली जलाने की भी व्यवस्था की जाएगी। इस मौके पर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री आज बदायूं में एक प्लांट का उद्घाटन व 8 प्लांट का शिलान्यास करेंगे हरदीप पुरी ने कहा कि प्रभु राम के जन्मभूमि पर लौटने की खुशियां मनाई जा रही हैं। इससे दुनिया भर में भारत का मान बढ़ रहा है। पहले यूपी की इमेज एक बीमारू राज्य की थी। योगी के आने के बाद वह इमेज बदली है।

एक दिन में पैदा होगी 14 टन कम्प्रेस्ड गैस
इस मौके पर हरदीप पुरी ने कहा कि दुनिया भर के निवेशक इन दिनों भारत आ रहे हैं। प्रदेश की इमेज अब इनवेस्ट करने वाली राज्य की बन रही है। उन्होंने कहा कि बदायूं में आज एक बड़े प्लांट का शुभारंभ हो रहा है। इस प्लांट से एक दिन में 14 टन कम्प्रेस्ड गैस पैदा होगी। बदायूं के अलावा 8 और प्लांटों का शिलान्यास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों की पराली अब खराब नहीं जाएगी। बॉयो फ्यूल और गन्ने का इस्तेमाल यहां किया जाएगा।

हमारा संविधान भेदभाव नहीं करता, 25 वर्षों में भारत बनेगा विकसित देश

75वें गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर तिरंगा फहराया। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि भारत ने आजादी की अपनी एक लंबी लड़ाई के उपरांत स्वतंत्र भारत में अपना स्वयं का संविधान लागू किया। 2022 में आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के बाद इस वर्ष हम सब अपने गणतंत्र का अमृत वर्ष मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत के महान स्वतंत्रता सेनानियों, संविधानविदों और विशेषज्ञों के अनुसार हमने देश में संविधान लागू किया, जो पिछले 74 वर्षों से भारत में जाति, धर्म, संप्रदाय, क्षेत्र या अन्य तमाम अवरोधों को समाप्त करते हुए पूरी तरह कसौटी पर खरा उतरा है।

हमारा संविधान भेदभाव नहीं करता : सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि दुनिया के अंदर आधुनिक लोकतंत्र के रूप में स्थापित अन्य तमाम देश जो अपने को सबसे प्रगतिशील मानते हैं, उन्होंने लंबे समय तक लिंग भेद के आधार पर महिलाओं को मताधिकार से वंचित किया था। तमाम दबी कुचली परंपराओं को समाज और राष्ट्र की मुख्यधारा से अलग किया था, लेकिन यह भारत के संविधान की महानता है कि भारत दुनिया का वो देश है, जिसने संविधान लागू करने के साथ ही इस बातों को सुनिश्चित किया था कि देश के अंदर लिंग, जाति, मत-मजहब, क्षेत्र के आधार पर किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होगा। देश में प्रत्येक वयस्क मतदाता को अपना मताधिकार करने का पूरा अधिकार है।

उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ना है : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही के दिन 1950 में भारत ने आजादी की लंबी लड़ाई के उपरांत हमने अपना स्वयं का संविधान लागू किया था। यह दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है। हमारा संविधान अनेक उपलब्धियों से भरा है। ये हमें अधिकार देता है तो हमारे कर्तव्यों के प्रति हमें आग्रही भी बनाता है। अगर हम अपने कर्तव्यों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करते हैं अगले 25 वर्ष में हमारा देश एक विकसित भारत होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने देश के अतीत पर गौरव और वर्तमान को सुंदर व सुखद बनाते हुए उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ना है।

हमारा संविधान हमारे लिए सर्वोपरि : योगी
उन्होंने कहा कि हमारा संविधान हमारे लिए सर्वोपरि है। ये हमें आग्रही बनाता है कि हर कार्य देश के नाम होना चाहिए। दुनिया के इस सबसे प्राचीनतम राष्ट्र के प्रति हम अपने संविधान के जरिए श्रद्धा का भाव प्रकट करते हैं। सीएम योगी ने इस अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र प्रसाद और संविधान शिल्पी बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को भी नमन किया। उन्होंने कहा कि ये विभूतियां हम सबके लिए प्रेरणादायी हैं।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर दी शुभकामनाएं
सीएम योगी ने प्रदेश के लोगों को सोशल मीडिया पर शुभकामनाएं देते हुए लिखा कि- प्रदेश वासियों को 75वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। यह राष्ट्रीय पर्व हमें अपने अमर सेनानियों के स्मरण के साथ ही ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना की सिद्धि हेतु प्रतिबद्ध होने का अवसर भी प्रदान करता है। आइए, ‘समर्थ-आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण के लिए हम सभी संकल्पित हों। जय हिंद।

राज्यपाल ने फहराया तिरंगा, परेड की ली सलामी
75वें गणतंत्र दिवस पर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने विधानभवन पर तिरंगा फहराया। इस दौरान मुख्यमंत्रीमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। सुबह 10.05 बजे विधानभवन पर राष्ट्रध्वज फहराया गया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने तिरंगा गुब्बारों को हवा में उड़ाया। वहीं भारतीय सेना और प्रदेश की सुरक्षा में तैनात विभिन्न सुरक्षा बलों द्वारा राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के समक्ष परेड कर सलामी दी गई। सुरक्षा बलों ने विभिन्न उन्नत हथियारों-उपकरणों के साथ ही अपने विशिष्ट बैंडों का भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

तेलंगाना-तमिलनाडु में राज्यपाल ने दी तिरंगे को सलामी, राजस्थान के CM ने आवास में फहराया झंडा

भारत आज 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराएंगी। वहीं विभिन्न राज्यों में भी तिरंगा फहराया गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। हालांकि कुछ राज्यों में तिरंगा फहरा दिया गया है।

इन राज्यों में फहराया गया तिरंगा
75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसई सौंदर्यरंजन ने सिकंदराबाद के परेड ग्राउंड में तिरंगा फहराया। इस दौरान मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी भी वहां मौजूद थे। तिरंगा फहराने के बाद उन्होंने तिरंगे को सलामी दी। तमिलनाडु में भी राज्यपाल आरएन रवि ने चेन्नई में तिरंगे को सलामी दी। गणतंत्र दिवस के इस खास मौके पर उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी मौजूद थे।

गणतंत्र दिवस के मौके पर राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने आवास में ही तिरंगा फहराया। सीएम भजनलाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा, मैं सभी नागरिकों को शुभकामनाएं देता हूं। विकसित भारत संकल्प के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि हर नागरिक का कुछ कर्तव्य होता है और मैं उन्हीं कर्तव्यों को याद दिलाना चाहता हूं। राष्ट्र निर्माण में हर नागरिक का योगदान जरूरी है। इसलिए हमें राष्ट्र के निर्माण के प्रति अपना कर्तव्य निभाना चाहिए। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी देहरादून में अपने आवास पर तिरंगा फहराकर गणतंत्र दिवस मनाया। तिरंगा फहराने के बाद उन्होंने लोगों के सामने प्रस्तावना पढ़ा।

गणतंत्र दिवस के मौके पर लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने दिल्ली में तिरंगा फहराया। मैं देशवासियों से भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए ‘संकल्प से सिद्धि’ की दिशा में काम करने की अपील करता हूं।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी गणतंत्र दिवस के मौके पर अपने आवास पर ही तिरंगा फहराया। इस खास मौके पर उन्होंने लोगों के बीच मिठाई भी बांटीं। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी अपने आवास पर तिरंगा फहराया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं भी दीं।

असहमति लोकतंत्र में जरूरी पर इसे हिंसा में नहीं बदला जाना चाहिए, गवर्नर खान बोले- शिक्षा से आएगा बदलाव

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर शुक्रवार को कहा कि असहमति और मतभेद लोकतांत्रिक कामकाज के आवश्यक तत्व हैं, लेकिन उन्हें हिंसा में तब्दील नहीं किया जाना चाहिए। खान ने तिरुवनंतपुरम के सेंट्रल स्टेडियम में गणतंत्र दिवस समारोह का नेतृत्व करते हुए कहा कि समाज को शासन को प्रभावित करने के लिए समूह प्रतिद्वंद्विता या सत्ता के लिए आंतरिक संघर्ष की अनुमति नहीं देनी चाहिए क्योंकि यह भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक बुरा उदाहरण पेश करेगा।

राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा समाज में बदलाव लाने का मुख्य साधन है और पुराने पूर्वाग्रहों से दिमाग को शुद्ध करने का यही एकमात्र प्रभावी तरीका है। भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि हम अपने विचारों और कार्यों में क्या हैं। इसके लिए हमें उच्च शिक्षण संस्थानों की आवश्यकता है जो वास्तव में स्वायत्त हों और किसी भी बाहरी हस्तक्षेप से मुक्त हों जो युवाओं को शैक्षणिक वातावरण को प्रदूषित करने वाली गतिविधियों में संलग्न करने के लिए प्रेरित करता हो।

खान ने स्टार्टअप, स्वास्थ्य और पर्यटन समेत विभिन्न क्षेत्रों में केरल की ओर से हासिल की गई उपलब्धियों का जिक्र किया और कहा कि ऐसे संपन्न राज्य के लोगों के लिए यह जरूरी है कि वे स्वस्थ लोकतंत्र का पोषण करें जो परस्पर सम्मान और गहरी समझ की भावना के साथ रचनात्मक सार्वजनिक संवाद को प्रोत्साहित करे।

उन्होंने कहा, “असहमति और मतभिन्नता लोकतांत्रिक कामकाज के आवश्यक तत्व हैं. लेकिन असहमति का हिंसा में तब्दील होना, चाहे वह शारीरिक हो या मौखिक, लोकतंत्र के साथ विश्वासघात है और यह मानवीय विफलता का प्रतीक है।” उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि समाज में अधिक सभ्यता, सहानुभूति और संवाद की संस्कृति को बढ़ावा दिया जाए, जो “तर्क की शक्ति में विश्वास करता है न कि शक्ति के तर्क में।” राष्ट्रीय ध्वज फहराने और परेड का निरीक्षण करने के बाद, राज्यपाल ने विभिन्न पुलिस और सशस्त्र बलों की टुकड़ियों से सलामी ली, जिन्होंने जोरदार मार्च पास्ट किया।

गणतंत्र दिवस के मौके पर विशेष पगड़ी पहनकर आए पीएम मोदी, जानें इस बार उनके लुक में क्या अलग

भारत आज 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली स्थित वॉर मेमोरियल पहुंचे। उन्होंने वहां तीनों सेना के प्रमुख से मुलाकात की। पीएम मोदी ने वॉर मेमोरियल पर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। गणतंत्र दिवस के इस खास मौके पर पीएम मोदी केसरी रंग का पगड़ी पहने नजर आए। पीएम मोदी की इस पगड़ी का लुक बांधनी पगड़ी से मिलता जुलता है। पीएम ने इसी तरह की लाल, गुलाबी और पीले रंग की पगड़ी पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर भी पहनी थी। इस पगड़ी के साथ पीएम मोदी ने सफेद रंग का कुर्ता-पायजामा और भूरे रंग की सदरी पहनी।

पीएम मोदी का पगड़ी क्यों है खास
पीएम मोदी के पगड़ी में वैसे तो कई रंग है, लेकिन केशरी रंग सबसे ज्यादा निखर रहा है। दरअसल, इस रंग को भगवान राम का पसंदीदा रंग माना जाता है। जिस वजह से उनकी पगड़ी को भगवान राम के रंग से जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि 22 जनवरी को पीएम मोदी ने अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की और रामलला की मूर्ति का अनावरण भी किया। गणतंत्र दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने इस पगड़ी को पहनकर भगवान राम के प्रति अपनी श्रद्धा को प्रदर्शित किया है।

महिलाओं पर केंद्रित है गणतंत्र दिवस का परेड
इस बार के गणतंत्र दिवस के लिए झांकी, परेड और थीम के केंद्र में महिलाएं हैं। अभी तक हमेशा परेड की शुरुआत सैन्य बैंड के साथ होती आई है, लेकिन इस बार देशभर की 100 महिला सांस्कृतिक कलाकार पारंपरिक वाद्यों के साथ परेड का आगाज किया। इस साल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए हैं।

महिला आधारित गणतंत्र दिवस थीम के तहत परेड में पहली बार महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी भी कर्तव्य पथ पर मार्च करती हुए दिखाई दे रही हैं। इसमें कैप्टन शरण्या राव थलसेना की टुकड़ी का नेतृत्व कर रही हैं। 75वें गणतंत्र दिवस की परेड में फ्रांस की 95 सदस्यीय मार्चिंग टीम और 33 सदस्यीय बैंड दल भी शिरकत कर रहा है।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मोदी आज से करेंगे चुनावी शंखनाद, बुलंदशहर से शुरुआत

अयोध्या में श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को मिशन 2024 के लिए चुनावी रैलियों का शंखनाद करेंगे। पीएम मोदी यूपी के बुलंदशहर में लोकसभा चुनाव से पूर्व की पहली चुनावी रैली को संबोधित करेंगे।भाजपा ने रामलहर के माहौल में चुनावी अभियान की शुरुआत करने जा रही है। मोदी लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले देश भर में चुनावी रैलियों और रोड शो का एक चरण पूरा करेंगे। मोदी यूपी में भी तीन रैलियां करेंगे। ब्रज और पश्चिम क्षेत्र की रैली का आयोजन बुलंदशहर में रखा गया है। वहीं आगामी दिनों में गोरखपुर और काशी क्षेत्र की रैली आजमगढ़ और अवध एवं कानपुर क्षेत्र की रैली लखनऊ में प्रस्तावित है।

पार्टी ने तय रणनीति के तहत अलीगढ़ में प्रस्तावित रैली का स्थान बदलकर बुलंदशहर किया है। बुलंदशहर लोकसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। मोदी चुनावी रैली की शुरुआत दलित बहुल सीट से कर रहे हैं। इसके जरिये दलित वोट बैंक साधने के साथ पश्चिम में बसपा के वोट बैंक में सेंध लगाने का प्रयास है। रैली से करीब 20 लोकसभा क्षेत्रों के दो लाख से अधिक लोगों को जुटाने का प्रयास किया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक चुनाव की अधिकृत घोषणा से पहले देश भर में मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्ड़ा सहित अन्य नेताओं की रैलियों का एक चरण पूरा होने से पार्टी को देश में मिशन 400 पार और यूपी में लक्ष्य 80 को पूरा करने में मदद मिलेगी।

‘भगवान राम जाति को नहीं मानते थे… उन्होंने भेदभाव नहीं किया’; सीएम केजरीवाल का बड़ा बयान

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकार के द्वारा आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लिया। छत्रसाल स्टेडियम में राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह मनाया गया। जहां मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि भगवान राम से हमें त्याग की सीख मिलती है। उन्होंने कभी जाति को नहीं माना था। राम राज्य में सभी अपने धर्म का पालन करते हैं।

गणतंत्र दिवस के संबोधन में सीएम केजरीवाल ने कहा कि रामायण की तरह राम राज्य की परिभाषा के अनुसार शहर पर शासन करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली में शिक्षा व्यस्था को बदला। दिल्ली में राम राज्य से प्रेरित होकर शासन किया। राम राज्य का मतलब सुख-शांति वाला शासन होता है। सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि हम बुजुर्गों को अयोध्या भेजेंगे।

गणतंत्र दिवस के संबोधन में सीएम केजरीवाल ने कहा कि रामायण की तरह राम राज्य की परिभाषा के अनुसार शहर पर शासन करने की कोशिश की जा रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनकी सरकार रामायण में दी गई राम राज्य की परिभाषा के अनुसार शहर पर शासन करने की कोशिश कर रही है। उन सिद्धांतों को आत्मसात करना महत्वपूर्ण है जिनका भगवान राम ने अनुकरण किया।

दिल्ली में बदली शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य सेवा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह सुनिश्चित करने की कोशिश से कि कोई भी भूखा न सोए। सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा मिले। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि शहर में इन मामलों में चीजें आदर्श हैं, लेकिन वे उस उद्देश्य की ओर बढ़ रहे हैं।

अयोध्या तीर्थयात्रा के लिए कई अनुरोध आए
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार जल्द ही उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हाल ही में उद्घाटन किए गए राम मंदिर के लिए तीर्थयात्रा पर भेजेगी। हमने अब तक 83,000 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीर्थ यात्राओं पर भेजा है। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद से अयोध्या में तीर्थयात्रा आयोजित करने के लिए कई अनुरोध आए हैं। हम जल्द ही ऐसा करेंगे और जितना संभव हो उतने लोगों को वहां ले जाएंगे।

‘न्याय यात्रा में राहुल गांधी के हमशक्ल का हो रहा इस्तेमाल’, असम सीएम हिमंता सरमा ने लगाए गंभीर आरोप

कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा असम से पश्चिम बंगाल में दाखिल हो गई है। असम में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान कई विवाद देखने को मिले। अब इसे लेकर असम सीएम हिमंता बिस्व सरमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर गंभीर आरोप लगाए। असम सीएम ने मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से दावा किया कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी के हमशक्ल का इस्तेमाल किया जा रहा है।

असम सीएम ने राहुल गांधी के हमशक्ल के इस्तेमाल के लगाए आरोप
असम सीएम ने कहा कि ‘कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान बस से लोगों का अभिवादन करने के लिए राहुल गांधी के हमशक्ल का इस्तेमाल किया जा रहा है। असम सीएम ने आरोप लगाया कि बस यात्रा के दौरान राहुल गांधी और अन्य प्रमुख नेता बस में बने विशेष कमरे में बैठकर आराम करते हैं। वहीं राहुल गांधी जैसा दिखने वाला शख्स बस में आगे बैठकर लोगों का अभिवादन करता है।’

सीएम का आरोप- असम में सांप्रदायिक दंगे की थी साजिश
असम के मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि ‘राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा ना तो लाचित बोरफुकन की समाधि पर रुकी ना ही भूपेन हजारिका की। भारत जोड़ो न्याय यात्रा बारपेटा सतरा भी नहीं गई और ना ही धुबरी के प्रसिद्ध गुरुद्वारे भी नहीं गई। ये राहुल गांधी का अहंकार है। इन्होंने असम में सांप्रदायिक दंगों की साजिश रची थी। हमें गुवाहाटी में इसकी झलक मिल गई थी, लेकिन असम के लोगों और रामभक्तों ने अपने आप पर नियंत्रण रखा। उन्होंने असम में कोई भी अनहोनी नहीं होने दी। मैं राहुल गांधी को कहना चाहता हूं कि असम के लोग लोकसभा चुनाव में आपके अहंकार का जवाब देंगे। मैं ये वादा करता हूं कि कांग्रेस को असम में पहले से भी कम सीटें मिलेंगी और हम उन्हें बड़े अंतर से हराएंगे।’

बीते मंगलवार को राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हुई थी। दरअसल यात्रा को गुवाहाटी में दाखिल होने की इजाजत नहीं थी, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता गुवाहाटी में अंदर जाने की मांग कर रहे थे। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस के लगाए बैरिकेड तोड़ दिए थे। इस मामले में सीएम ने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर करने का निर्देश दिया था। वहीं कांग्रेस ने असम सीएम पर सबसे भ्रष्ट सीएम होने के आरोप लगाए थे।