Sunday , November 24 2024

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‘कांग्रेस का मकसद मणिपुर में शांति-सौहार्द बहाल करना’; यात्रा के दूसरे दिन राहुल गांधी

कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दूसरे दिन राहुल गांधी मणिपुर के सेनापति इलाके में पहुंचे। राहुल ने कहा कि कांग्रेस के इस दौरे का मकसद मणिपुर में शांति और सौहार्द वापस लौटाना है। उन्होंने कहा लगभग सात महीने पहले मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हुई जातीय हिंसा के कारण प्रदेश की जनता संघर्ष कर रही है। बकौल राहुल गांधी, कांग्रेस नेताओं ने पिछले साल भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा की। इसका मकसद भारत के लोगों को एक साथ लाना है।

राहुल गांधी कई और कांग्रेस नेताओं के साथ यात्रा के लिए खास तौर पर तैयार कराई गई बस से सफर कर रहे हैं। रविवार शाम यात्रा की शुरुआत के बाद दूसरे दिन उन्होंने कुछ दूरी तक पैदल यात्रा की। इस दौरान राहुल स्थानीय लोगों से मिले और उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली। कांग्रेस नेताओं की बस जब व्यस्त इलाकों से गुजर रही थी तो यात्रा मार्ग पर कई लोगों को कतार में खड़े देखा गया। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल रहे। स्थानीय लोगों ने राहुल गांधी के साथ-साथ कांग्रेस का भी जयकारा लगाया।

मणिपुर से यात्रा शुरू करने के मकसद पर राहुल गांधी ने कहा, कांग्रेस पूर्व से पश्चिम तक यात्रा करना चाहती थी। पार्टी ने फैसला लिया कि मणिपुर से यात्रा की शुरुआत करने पर बेहद शक्तिशाली संदेश जाएगा। भारत के दूसरे राज्यों में भी लोगों को पता चलना चाहिए कि मणिपुर के लोग किस कठिन दौर से गुजर रहे हैं। लोगों को मणिपुर की जनता के संघर्ष के बारे में पता लगना चाहिए। राहुल के मुताबिक पिछले साल बेहद सफल रही- भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस ने लगभग चार हजार किलोमीटर की पदयात्रा की।

उन्होंने कहा कि मणिपुर की जनता ने त्रासदी का सामना किया है। स्थानीय जनता से मुखातिब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, ‘आपने परिवार के सदस्यों को खोया है। संपत्ति का भी बड़ा नुकसान हुआ है। मैं चाहता हूं कि आपको कांग्रेस पार्टी के रूख और समर्थन का एहसास हो। हम पूरी तरह से आपके साथ खड़े हैं, हम मणिपुर में शांति वापस लाना चाहते हैं। हम मणिपुर के लोगों के बीच फिर से सामंजस्यपूर्ण माहौल लाना चाहते हैं। बकौल राहुल, वे राज्य के प्रतिनिधिमंडल से बात कर रहे हैं। उन्हें उन मुद्दों और चुनौतियों के बारे में बता रहे हैं जिनका मणिपुर के लोग सामना कर रहे हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि मणिपुर में जल्द से जल्द शांति लौटने की पूरी उम्मीद है।

‘रेलवे स्टेशनों पर दिखेगी सांस्कृतिक विरासत’, रेल मंत्री वैष्णव ने देशभर में कायाकल्प पर कही ये बात

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के भव्य समारोह के आयोजन को महज कुछ ही दिन बचे हैं। अयोध्या में कार्यक्रम को लेकर तैयारियां तेज हो गई है। देशभर की कई जानी-मानी हस्तियां इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगी। इसी बीच, अयोध्या में हो रहे निर्माण कार्यों और रेलवे स्टेशन के कायाकल्प को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे स्टेशन लोगों के जीवन का अटूट हिस्सा है। इन्हें क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत की झलक के साथ संवारना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन के कायाकल्प में संस्कृतिक विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रेलवे स्टेशन के कायाकल्प में आगामी राम मंदिर वास्तुकला की झलक मिलेगी। वहीं पुरी के स्टेशन में भगवान जगन्नाथ मंदिर की पारंपरिक वास्तुकाल की छवि दिखाई देगी।

‘स्टेशन के कायाकल्प में सांस्कृतिक विरासत की छवि’
भुवनेश्वन में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जितना ज्यादा आप रेलवे स्टेशनों को शहर से जोड़ते हैं, उतना ही क्षेत्र का विकास होता है। यह विकास इस तरह का होना चाहिए कि उसमें सांस्कृति विरासत की झलक दिखाई दे। रेलवे स्टेशन के कायाकल्प में विरासत का संरक्षण होना चाहिए। गौरतलब है कि स्टेशन के पुनर्निर्माण की समीक्षा करने के लिए अश्विनी वैष्णव पुरी में थे। 2021 में रेल मंत्रालय ने अमृत स्टेशन योजना शुरू की थी, जिसके तहत देशभर के 1309 रेलवे जंक्शनों के कायाकल्प किया जा रहा है।

सभी स्टेशनों को संवारने पर फोकस- वैष्णव
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि स्टेशनों के डिजाइन को इस तरह से तैयार किया जा रहा है, जिसमें सांस्कृतिक विरासत की झलक दिख सके। अन्य स्टेशनों को भी इस तरह की अवधाराणा के साथ कायाकल्प किया जा रहा है। समय सीमा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी जटिल परियोजना है, ऐसे में कई वर्ष भी लग जाते हैं। लेकिन रेलवे डिवीजन इसे बहुत बेहतरीन गति के साथ पूरा कर रहा है। वैष्णव ने कहा कि मैंने भुवनेश्वर और कटक रेलवे स्टेशनों के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और जिस गति से ये काम किए जा रहे हैं, उससे मैं खुश हूं।

‘बाबा के लिए कम नहीं हुआ सम्मान’, शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पीएम से की मुलाकात, किताब भेंट की

दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने प्रधानमंत्री को अपनी किताब ‘इन प्रणब माय फादर: ए डॉटर रिमेंबर्स’ की एक प्रति भेंट की। इसके बाद शर्मिष्ठा ने कहा कि उनके पिता के लिए प्रधानमंत्री का सम्मान कम नहीं हुआ है।

‘बाबा के लिए कम नहीं हुआ पीएम का सम्मान’
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की तस्वीरों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया है। इसके साथ ही आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मुझे मेरी किताब की प्रति भेंट करने के लिए बुलाया था। वह मेरे प्रति भी उतने ही दयालु थे, जितने वे हमेशा रहे हैं। बाबा (पिता) के लिए भी उनका सम्मान कम नहीं हुआ है। तस्वीरों में उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत करते देखा जा सकता है।

किताब में राहुल के नेतृत्व कौशल पर संदेह
कांग्रेस की पूर्व प्रवक्ता शर्मिष्ठा ने अपनी किताब में अपने पिता के साथ की घटनाओं को याद किया है। किताब में उन्होंने दावा किया है कि प्रणब मुखर्जी को (कांग्रेस सांसद) राहुल गांधी के नेतृत्व कौशल पर संदेह था और वे उन्हें राजनीति के लिए परिपक्व नहीं मानते थे। इससे पहले शर्मिष्ठा ने एक इंटरव्यू में राहुल गांधी को ‘बेहद विनम्र’ और सवालों से भरा हुआ व्यक्ति बताया था। लेकिन, यह भी कहा था कि उन्हें एक राजनेता के रूप में परिपक्व होना बाकी है। किताब के मुताबिक, प्रणब मुखर्जी ने राहुल की ‘एएम’ और ‘पीएम’ बीच अंतर न करने की क्षमता पर भी सवाल उठाया था।

राहुल पर प्रणब की व्यंग्यात्मक टिप्पणी का जिक्र
उनके मुताबिक, एक दिन प्रणब मुखर्जी मुगल गार्डन (अब अमृत गार्डन) में सुबह की सैर के लिए निकले थे। राहुल उनसे मिलने आए। प्रणब को अपनी सुबह की सैर और पूजा के दौरान किसी भी तरह की रुकावट पसंद नहीं थी। फिर भी राहुल ने उनसे मिलने का फैसला किया। दरअसल, राहुल गांधी की शाम को प्रणब से मुलाकात की योजना थी। लेकिन, उनके कार्यालय ने प्रणब को बताया कि बैठक सुबह के समय होनी थी। जब मुझे (शर्मिष्ठा) एक अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) से घटना के बारे में पता चला तो मैंने अपने पिता से पूछा। इस पर उन्होंने व्यंग्यात्मक अंदाज में टिप्पणी की कि अगर राहुल का कार्यालय ‘एएम’ और ‘पीएम’ के बीच अंतर नहीं कर सकता है, तो वे एक दिन पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय ) कैसे चला सकते हैं?

अगले तीन दिन हो सकते हैं सबसे ठंडे, ताजा बर्फबारी से बढ़ेगी मैदानी इलाकों में गलन

सूर्य के उत्तरायण होते-होते एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ने का माहौल बन गया है। सोमवार की रात से सक्रिय होने वाले इस विक्षोभ के चलते न सिर्फ उत्तर भारत के कुछ राज्यों में बारिश की संभावनाएं बनी हैं, बल्कि पहाड़ी इलाकों पर ताजा बर्फबारी का भी अनुमान लगाया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक सोमवार रात से लेकर गुरुवार तक मैदानी इलाकों में जबरदस्त ठंड और गलन पड़ सकती है। जबकि इन्हीं इलाकों में अभी भी लगातार कोहरा बढ़ता जाएगा। वहीं बढ़े हुए कोहरे के चलते सोमवार को भी देश की राजधानी दिल्ली के हवाई अड्डे पर यातायात व्यवस्था चरमराई रही। दोपहर 12 बजे तक कई उड़ानों को अलग-अलग एयरपोर्ट के लिए डायवर्ट किया गया, जबकि 100 से ज्यादा उड़ानें एक बार फिर से देरी से उड़ीं।

मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक सोमवार देर शाम से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ने वाली है। इसके चलते हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के ऊपरी हिस्सों में ताजा बर्फबारी होगी। मैदानी इलाकों समेत उत्तराखंड के कई हिस्सों में बारिश का अनुमान किया जा रहा है। अनुमान यही लगाया जा रहा है कि विक्षोभ के चलते उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों समेत मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। मंगलवार से लेकर गुरुवार तक अलग-अलग हिस्सों में बारिश का अनुमान है। बारिश के चलते कुछ इलाकों में तापमान में अंतर देखा जा सकता है।

मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. दीपांशु यादव कहते हैं कि कुछ इलाकों में ताजा बर्फबारी का भी अनुमान लगाया जा रहा है। सात हजार फीट से लेकर नौ हजार फीट पर ताजा बर्फबारी हो सकती है। अनुमान के मुताबिक अगले तीन दिनों के भीतर बदले मौसम के चलते तकरीबन 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाएं मैदानी इलाकों में गलन बढ़ा सकती हैं। इसी वजह से मौसम विभाग का अनुमान है कि सोमवार रात से लेकर गुरुवार दोपहर तक पंजाब हरियाणा उत्तर प्रदेश उत्तराखंड के मैदान इलाको समेत चंडीगढ़ राजस्थान और मध्यप्रदेश के हिस्सों में न्यूनतम से लेकर अधिकतम पारे के गिरने का अनुमान बना हुआ है। अभी उत्तर भारत के कुछ इलाकों में तीन डिग्री से लेकर सात डिग्री सेल्सियस का तापमान बना हुआ है। अनुमान के मुताबिक अगले तीन दिनों में इसी तरह का तापमान बना रह सकता है।

मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते कुछ मैदानी इलाकों में दिन और रात के कोहरे की समय सीमा में बदलाव हो सकता है। विभाग के वैज्ञानिकों का मानना है कि अगले तीन दिनों के भीतर दिन के वक्त तो उतना कोहरा नहीं होगा। लेकिन सुबह और रातों में यह कोहरा बढ़ेगा। इसमें पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत बिहार के कुछ हिस्सों में कोहरे का यह ट्रेंड देखा जा सकता है। मौसम विभाग में राष्ट्रीय राजमार्ग संचालन से जुड़ी सरकारी एजेंसियों से कोहरे के इस ट्रेंड को लेकर जानकारियां साझा की हैं। ताकि राजमार्गों और एक्सप्रेस वे पर चलने वाले वाहनों को लेकर एडवाइजरी जारी की जा सके।

मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले तीन दिनों के भीतर उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और पंजाब हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर का प्रकोप बढ़ सकता है। विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक शीत लहर पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड के इलाकों में लगातार बढ़ेगी। मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ सुरेंद्र पाल कहते हैं कि फिलहाल अगले एक हफ्ते तक मौसम में कोई खास बदलाव का अनुमान नहीं लग रहा। वह कहते हैं कि अगले सोमवार के बाद उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में दिन के दौरान और सुबह के वक्त कोहरे में कमी दर्ज हो सकती है।

वहीं सोमवार को भी बदले मौसम के चलते दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ानों का संचालन प्रभावित रहा। जानकारी के मुताबिक दोपहर दो बजे तक हवाई अड्डे से तकरीबन 19 जहाजो का डायवर्जन किया गया। जबकि सबसे ज्यादा उड़ाने दोपहर बारह बजे तक लेट हो चुकी थी। एयरपोर्ट अथॉरिटी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक बदहाल मौसम के चलते सोमवार रात तक भी उड़ानों का संचालन व्यवस्थित होने की कोई गुंजाइश नजर नहीं आ रही थी।

पायलट ने किया विमान की उड़ान में देरी का एलान तो यात्री ने कर दिया हमला, वीडियो वायरल, बिठाई गई जांच

खराब मौसम के चलते फ्लाइट के लेट होने का सिलसिला लगातार जारी है। इस बीच दिल्ली में एक विमान के उड़ान भरने में देरी को लेकर एक यात्री इतना नाराज हो गया कि उसने फ्लाइट के कैप्टन पर ही हमला बोल दिया। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।

यात्री ने पायलट पर किया हमला
इस वीडियो में शख्स को पायलट को घूंसा मारते देखा जा सकता है। विमानन सुरक्षा एजेंसी ने इस घटना का संज्ञान लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया गया है कि यह घटना तब हुई जब पायलट माइक्रोफोन पर यात्रियों को दिल्ली से गोवा जा रही फ्लाइट के कोहरे के चलते लेट होने की जानकारी दे रहा था। इसी दौरान यात्री ने पायलट को घूंसा मार दिया। यह घटना रविवार की दोपहर एक बजे की है। यात्री की पहचान साहिल कटारिया के तौर पर की गई है। दिल्ली पुलिस ने इस घटना पर कहा, ‘आरोपी के खिलाफ हम उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे।’ इंडिगो ने भी यात्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

लोगों ने की यात्री को नो-फ्लाई-लिस्ट में डालने की अपील
इस घटना का वीडियो वायरल होते ही लोगों की प्रतिक्रिया सामने आई। एक यूजर ने कहा, ‘उड़ान में देरी को लेकर पायलट क्या कर सकता है? वह केवल अपना काम कर रहा था। इस व्यक्ति को गिरफ्तार कर इसे नो-फ्लाई लिस्ट में डाल देना चाहिए। इसकी तस्वीर को सार्वजनिक करना चाहिए, जिससे की अन्य लोगों को इसके बुरे व्यवहार के बारे में मालूम होना चाहिए।’ वहीं एक अन्य यूजर ने कहा, ‘इस व्यक्ति पर हमला करने का मामला दर्ज करना चाहिए। इसे नो-फ्लाई-लिस्ट में डाल देना चाहिए। यात्री का यह व्यवहार अस्वीकार्य है।’

हिट एंड रन पीड़ितों का बढ़ाया जा सकता है मुआवजा, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को दिए निर्देश

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया है कि वह हिट एंड रन मामलों में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को और गंभीर रूप से घायलों को दिए जाने वाले मुआवजे की राशि को बढ़ाने पर विचार करे। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को इस फैसले पर विचार के लिए आठ हफ्तों का समय दिया है और 22 अप्रैल को अगली सुनवाई पर जानकारी देने का निर्देश दिया है।

साल दर साल बढ़ रहे हिट एंड रन के मामले
मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति को कोई वाहन टक्कर मारकर फरार हो जाता है और इस हादसे में पीड़ित की मौत हो जाती है तो उसे अधिकतम दो लाख रुपये का मुआवजा मिलता है। वहीं गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद मिलती है। सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस को भी हिट एंड रन के पीड़ितों के परिजनों को कानून के तहत मुआवजा योजना की जानकारी देने को भी कहा है। जस्टिए एएस ओका और जस्टिस पंकज मित्तल की पीठ ने अपने आदेश में कहा कि सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा हर साल हिट एंड रन के मामलों के आंकड़ों की जानकारी दी जाती है। इनसे पता चलता है कि साल दर साल हिट एंड रन के मामलों में तेजी आ रही है। बीते साल सड़क परिवहन मंत्री ने लोकसभा में भी इसकी जानकारी दी थी।

बेहद कम संख्या में लोगों को मिला कानून का फायदा
आंकड़ों के अनुसार, साल 2016 में हिट एंड रन के मामले 55,942 थे। 2017 में 65,186 और 2018 में 69,621 हो गए। वहीं 2019 में भी ये मामले 69,621 रहे। बीते पांच सालों में हिट एंड रन से 660 लोगों की मौत हुई है और 113 लोग घायल हुए हैं, जिनमें कुल एक करोड़ 84 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है। पीठ ने कहा कि जितने मामले दर्ज किए गए है और जितने लोगों को मुआवजा मिला है, वह बेहद कम हैं। इससे पता चलता है कि बेहद कम संख्या में लोगों का कानून का फायदा मिला है। इसकी एक वजह ये हो सकती है कि लोगों को इस कानून की जानकारी ही नहीं है। समय के साथ पैसे की कीमत कम होती है। ऐसे में हम केंद्र सरकार को निर्देश देते हैं कि हिट एंड रन मामले में मुआवजे की राशि बढ़ाई जाए। सरकार इस मामले में अगले आठ हफ्तों में फैसला ले।

47 सीटों पर जीत तय करने के लिए PM मोदी करेंगे महारैली, झारखंड-गुजरात से जाएगा संदेश

देश की लगभग नौ प्रतिशत आबादी वाले आदिवासी समाज के लिए लोकसभा में 47 सीटें आरक्षित हैं। 2014 में भाजपा ने इनमें से 27 सीटों पर जीत हासिल की थी। 2019 के चुनाव में यह संख्या 31 हो गई थी। भाजपा अपने इस प्रदर्शन को सुधारना चाहती है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फरवरी माह में झारखंड-गुजरात में दो रैलियों को संबोधित कर सकते हैं। आदिवासी समाज को ध्यान में रखते हुए आयोजित किए जाने वाले इस सम्मेलन के जरिए प्रधानमंत्री इन 47 सीटों पर पार्टी की जीत सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे।

आदिवासियों को ध्यान में रखकर लागू की ये योजनाएं
केंद्र सरकार ने ‘पीएम जन मन योजना’ के जरिए आदिवासी समाज की स्थिति सुधारने के लिए विशेष अभियान चलाया था। इसके अंतर्गत नौ प्रमुख मंत्रालयों के द्वारा देश के 100 आदिवासी बहुल जिलों में आदिवासी समुदायों के बीच कैंप लगाकर उनके विकास के लिए कार्य करना था। इसके अंतर्गत सभी आदिवासियों का आधार कार्ड बनाना, जनधन खाते खुलवाना, आयुष्मान योजना और उज्ज्वला योजना का लाभ दिलाना, किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना, पात्र किसानों को प्रधानमंत्री आर्थिक सहायता योजना का लाभ दिलाना था। इसके लिए 24 हजार करोड़ की धनराशि भी स्वीकृत की गई थी।

जन मन योजना से मिली मदद
जनजातीय कार्य मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, यह योजना काफी सफल रही है। सभी लक्षित जिलों में ज्यादातर आदिवासियों को केंद्र सरकार की सभी योजनाओं का लाभ दिलाने में सफलता मिल गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी रैलियों में इनका उल्लेख कर सकते हैं। वे पीएम जन मन योजना के लाभार्थियों से इन सम्मेलनों में मुलाकात भी कर सकते हैं। भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष युवराज बोध ने अमर उजाला से कहा कि आदिवासी समुदाय की परेशानियां बहुत अलग प्रकार की थीं। उन्हें हल करने के लिए विशेष प्रयास की आवश्यकता थी। इसे ध्यान में रखते हुए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम जन मन योजना की शुरुआत की थी। आज इस योजना के अंतर्गत देश के हर आदिवासी तक पहुंचने और उनकी परेशानियों को हल करने में मदद मिली है।

‘तुम आजाद हो, जब तक मैं हिरासत में हूं’, सूचना सेठ और उसके पति का पुलिस स्टेशन में हुआ आमना-सामना

गोवा में महिला सीईओ सूचना सेठ ने अपने ही चार साल के बच्चे को मौत के घाट उतार दिया था। जिसके बाद पुलिस ने सूचना सेठ को गिरफ्तार कर लिया था। गोवा के कैलंगुट पुलिस स्टेशन में शनिवार को आरोपी महिला सूचना सेठ और पति वेंकट रमन की 15 मिनट की मुलाकात हुई। इस दौरान आरोपी महिला ने अपने पति से कहा कि मैं जब तक पुलिस हिरासत में हूं, तुम आजाद हो। तुम्हारी वजह से ही मेरी यह दुर्दशा हुई है। बातचीत में सूचना सेठ ने चार साल के अपने बच्चे की हत्या के आरोपों से इनकार किया। उस दौरान उसके पति वेंकट रमन ने कहा कि अगर बच्चे की हत्या तुमने नहीं कि तो आखिर उसे किसने मारा। गौरतलब है कि शनिवार को बयान दर्ज कराने के लिए सूचना सेठ के पति वेंकट अपने पति के साथ गोवा के कैंलगुट पुलिस स्टेशन पुहंचे थे। अपने बच्चे की हत्या के दौरान वह इंडोनेशिया में थे। बच्चे की मौत की खबर मिलने के बाद नौ जनवरी को वेंकट भारत आए।

दोनों के बीच बच्चे की कस्टडी की लड़ाई चल रही थी
पति के वकील अजहर मीर ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पिछले एक साल से बंगलूरू के एक फैमिली कोर्ट में बच्चे की कस्टडी की लड़ाई चल रही थी। कोर्ट ने पिता वेंकट को बच्चे से फोन या वीडियो कॉल के जरिए बात करने की इजाजत दी थी। नवंबर 2023 में अदालत ने बच्चो के पिता से हर रविवार घर पर मिलने की अनुमति दी थी। हालांकि उस दौरान सूचना सेठ ने कहा कि बच्चे को पिता से कैफे में मिलना चाहिए न कि घर में। वेंकट सात जनवरी को बेटे से मिलने वाला था। बता दें शुक्रवार को पुलिस ने घटना स्थल पर ही सीन रिक्रिएशन के जरिए मामले को समझने की कोशिश की।

ऐसे हुआ मामले का खुलासा
गोवा पुलिस के मुताबिक, छह जनवरी को सूचना सेठ गोवा के सोल बनयान ग्रांडे होटल में अपने चार साल बेटे के साथ आई थी। इसके बाद उसने आठ जनवरी को होटल से चेक-आउट किया था। सूचना सेठ के सोमवार को चेक आउट करने के बाद हत्या का खुलासा हुआ। दरअसल, सेठ के अपार्टमेंट छोड़ने के बाद हाउसकीपिंग स्टाफ सफाई करने गया तो वहां खून के धब्बे मिले। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। इस पर पुलिस ने सबसे पहले होटल की सीसीटीवी फुटेज खंगाली। जिसमें सूचना चेक इन के वक्त अपने बच्चे के साथ आती दिख रही थी। वहीं, आठ जनवरी को सूचना को अपने बेटे के बिना सर्विस अपार्टमेंट से बाहर निकलते हुए देखा गया। इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई और सूचना की तलाश तेज की।

बंगलूरू तक टैक्सी से जाने की जिद ने भी फंसाया
वहीं, होटल के कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि जब सूचना ने बंगलूरू लौटने के लिए टैक्सी बुलाने के लिए कहा, तो उन्हें समझाया गया कि विमान से जाना ज्यादा सस्ता और सुविधाजनक रहेगा। लेकिन उन्होंने सड़क से यात्रा करने पर जोर दिया। इस पर होटल ने एक स्थानीय टैक्सी की व्यवस्था की। होटल स्टाफ ने जब यह पुलिस को बताया तो पुलिस का शक और पुख्ता हो गया। इसके बाद पुलिस ने टैक्सी ड्राइवर का पता लगाया।

‘भाजपा के पास 450 से अभी अधिक सीट जीतने का मौका’; त्रिपुरा के CM माणिक साहा ने कही यह बात

लोकसभा चुनाव 2024 पर सबकी नजरें टिकी हैं। प्रधानमंत्री मोदी लगातार तीसरी बार राजनीतिक विजय हासिल करने के प्रति आश्वस्त दिख रहे हैं। उन्होंने कई भाषणों में इसके संकेत भी दिए हैं। भाजपा की मजबूत तैयारियों को देखते हुए कुछ समीक्षकों ने कहा है कि इस साल बीजेपी 400 से अधिक सीटें जीत सकती है। ताजा घटनाक्रम में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता माणिक साहा ने कहा है कि इस बार के लोक सभा चुनाव में भाजपा को 450 से भी अधिक सीटें मिलने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि चुनाव की स्थिति और तैयारियों को देखते हुए, भाजपा की झोली में आने वाली सीटों की संख्या 450 के आंकड़े के करीब पहुंच सकती है।

गौरतलब है कि 2019 के चुनाव में भाजपा ने 303 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को केवल 52 सीटों से संतोष करना पड़ा। पांच साल के बाद बदले हुए सियासी समीकरण और पार्टियों की संभावना पर माणिक साहा ने रविवार को कहा, त्रिपुरा की दोनों संसदीय सीटों को भारी अंतर से जीतने का लक्ष्य रखा गया है। भाजपा का संगठन जमीनी स्तर पर काम पहले ही शुरू कर चुका है।

सांसद बृजभूषण और निलंबित कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह को जान से मारने की धमकी, मुकदमा दर्ज

निलंबित भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह बबलू को फोन कर जान से मारने की धमकी दी गई है। फोन करने वाले ने भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की भी हत्या की धमकी संजय सिंह बबलू को दी है। प्रकरण को लेकर वाराणसी के कबीर नगर, दुर्गाकुंड निवासी संजय सिंह बबलू की तहरीर के आधार पर भेलूपुर थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। संजय सिंह बबलू ने पुलिस को बताया कि बीते 12 जनवरी की रात एक अनजान नंबर से उनके मोबाइल पर दो बार कॉल आई। अनजान नंबर होने के कारण उन्होंने कॉल नहीं रिसीव की। 13 जनवरी को उसी नंबर से फिर फोन आने लगा।

तीसरी बार में उन्होंने कॉल रिसीव कर पूछा कि क्या बात है। इस पर कॉल करने वाले ने कैसरगंज के भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह और उन्हें गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी। इस पर उन्होंने डर के मारे फोन काट दिया। मगर, उस नंबर से लगातार फोन आ रहा है, इससे वह और उनका पूरा परिवार सहमा हुआ है। संजय सिंह बबलू की तहरीर के आधार पर भेलूपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। प्रकरण की जांच सब इंस्पेक्टर अनुराग कुमार मिश्र को सौंपी गई है।