कार्यालय ने आगे कहा, ‘कहावत से अच्छी तरह वाकिफ बीआरएस जानबूझ कर इसे एक महिला अपमान के रूप में चित्रित कर रहा है। यह राज्य में अशांति पैदा करने के लिए ध्यान भटकाने की रणनीति है क्योंकि दिल्ली आबकारी नीति में ईडी द्वारा सीएम की बेटी को तलब किया गया है।’ शिवेंद्र तिवारी
देश
झारखंड: दूसरे लड़के से बात करता देख, नाबालिग ने गुस्से में आकर रॉड से गर्लफ्रेंड को उतारा मौत के घाट
पुलिस अधीक्षक नाथू सिंह मीना ने बताया कि जांच के दौरान युवक ने अपना अपराध स्वीकार लिया। रॉड और लड़की का मोबाइल फोन को शव से कुछ मीटर दूर मिला।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के साथ इस घटना की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया। इसका नेतृत्व शिव शंकर तिवारी के हाथों में दी गई। नाबालिग होने की वजह से लड़के को फिलहाल रिमांड जेल में भेज दिया गया है।
दिल्ली दौरे पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मिले सीएम धामी, इन मुद्दों पर हुई वार्ता
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की। इस दौरान दोनों की बीच विभिन्न समसामयिक विषयों पर चर्चा हुई। सीएम धामी दिल्ली दौरे पर हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में संभावित बिजली संकट से निपटने के लिए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से अतिरिक्त बिजली की मांग की है। उन्होंने राज्य को केंद्रीय पूल से मार्च 2024 तक 400 मेगावाट अतिरिक्त बिजली देने का अनुरोध किया।
नई दिल्ली में विशेष मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने मार्च 2023 तक 300 मेगावाट बिजली देने पर आभार भी जताया। केंद्रीय मंत्री ने भरोसा दिया कि केंद्रीय दल उत्तराखंड में बिजली की मांग और जरूरत का अध्ययन कर एक कार्ययोजना तैयार करेगा।
। परियोजना से जुड़े मामले न्यायालयों में विचाराधीन होने से विद्युत मांग के सापेक्ष विद्युत उपलब्धता में कमी है। प्रदेश में बेस लोड के लिए तापीय विद्युत गृह के उपलब्ध नहीं है।
तमिलनाडु के कृष्णगिरि में भाजपा कार्यालय का नड्डा ने किया शुभारंभ, जनता को बताया DMK का अर्थ
शराब घोटाला: आखिर क्यों ईडी और सीबीआई के निशाने पर आए मनीष सिसोदिया ? ये हैं पूरी गणित
औरंगाबाद का नाम बदलने पर भड़की सियासत, AIMIM ने की जनमत संग्रह कराने की मांग
औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर करने को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी ने जनमत संग्रह की मांग कर दी है। नेता इम्तियाज जलील ने कहा कि केवल लोग ही नाम परिवर्तन पर निर्णय ले सकते हैं और कोई दिल्ली या मुंबई में बैठा नेता नहीं।
केंद्र सरकार ने पिछले महीने औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर ‘छत्रपति संभाजीनगर’ और उस्मानाबाद शहर का नाम बदलकर ‘धाराशिव’ करने की मंजूरी दी थी। औरंगाबाद का नाम मुगल बादशाह औरंगज़ब के नाम पर रखा गया है.
औरंगाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने शहर का नाम बदलने के फैसले के खिलाफ गुरुवार रात जिला कलेक्टर कार्यालय से जुबली पार्क तक कैंडल मार्च निकाला।
उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा और शिवसेना 2014-2019 के दौरान सत्ता में थे। उस समय उन्होंने शहर का नाम नहीं बदला, लेकिन जब उनकी सरकार जाने वाली थी, तो उद्धव ठाकरे को वह सपना याद आ गया।
22 साल बाद आज भी 84 गांवों तक नहीं पहुंची सडक, 10-10 किमी पैदल चलने पर मजबूर लोग
राज्य गठन के 22 साल बाद भी प्रदेश में छह हजार से अधिक गांवों में सड़क नहीं पहुंची है। 84 गांवों के लोग आज भी 10 किमी पैदल चलने को मजबूर हैं। इतना रास्ता नापने के बाद वे मोटर मार्ग तक पहुंच पाते हैं।
आयोग ने प्रदेश के पलायन की जिन प्रमुख समस्याओं को जिम्मेदार माना है, उनमें एक सड़कें भी हैं। अच्छी सड़कों के अभाव में ग्रामीणों को स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार जैसी महत्वपूर्ण सुविधाएं सहज रूप से उपलब्ध नहीं हैं।
इस कारण उन्हें ऐसे स्थानों पर पलायन करना पड़ रहा है, जहां आजीविका या रोजगार के साथ उन्हें अन्य सुविधाएं भी आसानी से मिल जाएं। रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में 10 किमी से अधिक की दूरी पर 82 गांव, तोक और मजरे मौजूद है।
विकासखंड ओखलकांडा 197, धौलादेवी में 194 व डीडहाट 191 गांव सड़कों से वंचित हैं। अलबत्ता विकासनगर, हल्द्वानी, रुद्रपुर और बाजपुर ब्लाॅक में सिर्फ एक-एक गांव सड़क से नहीं जुड़ पाए हैं। ये सभी मैदानी गांव हैं।
Umesh Pal Case: STF की जांच में बड़ा खुलासा, माफिया अतीक अहमद से जुड़े हैं शूटर उस्मान के तार
उमेश पाल हत्याकांड को लेकर यूपी एसटीएफ की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. हमारे गए शूटर उस्मान को लेकर दावा किया जा रहा है कि वो एक महीने पहले गुजरात की साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद से मिला था.
शूटर उस्मान ने अकेले ही उमेश पाल और सिपाहियों को ठिकाने लगाने का वादा किया था. वादे के अनुसार, उमेश पाल और सिपाही को पहली गोली विजय उर्फ उस्मान ने ही मारी. शूटर उस्मान के बाद बाकी शूटरों ने उमेश पाल और सिपाहियों पर अटैक किया.
उमेश पाल हत्याकांड में खुलासों की लिस्ट बढ़ती ही जा रही है. उमेश हत्याकांड में एक ट्विस्ट भी सामने आया है. प्रयागराज में हुए उमेश पाल मर्डर केस के शूटर शाबिर के भाई की बॉडी गुरुवार को कौशाम्बी जिले में बरामद हुई. एसपी के अनुसार, परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज करके जांच की जा रही है.
यूपी में हो रही बुलडोजर कार्रवाई को लेकर समाजवादी पार्टी की नाराजगी भी बढ़ गई है. उमेश पाल हत्याकांड मामले में गुजरात की साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद को उत्तर प्रदेश लाने की तैयारी तेज हो गई है. अतीक अहमद को यूपी में लाने का आधार बनाने पर काम चल रहा है
सीएम योगी कैबिनेट ने 21 महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर लगाईं मुहर, गाड़ियों की स्कैप पॉलिसी से जुडी आई ये खबर
यूपी में निकाय चुनाव में पिछड़ों का आरक्षण तय करने के लिए गठित राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट को मंजूरी देने के साथ ही योगी आदित्यनाथ कैबिनेट ने 21 महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर अपनी मुहर लगा दी है।
इसमें नई खेल नीति और गाड़ियों की स्कैप पॉलिसी को भी मंजूरी दे दी गई है।बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में उच्च शिक्षा मंत्री ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के में चार निजी विश्विद्यालय को आशय पत्र जारी करने की मंजूरी दी गई है।
टीएस मिश्रा विश्विद्यालय लखनऊ भी शामिल है। वरुण अर्जुन विश्विद्यालय शाहजहांपुर, फारुख हुसैन विश्विद्यालय आगरा और विवेक राष्ट्रीय विश्विद्यालय बिजनौर के लिए भी आशय पत्र जारी किया गया है।इसके साथ ही पुलिस कमिश्नर प्रणाली में गुंडा एक्ट में एडीएम, जॉइंट सीपी और एडिशनल सीपी को भी ऐक्शन का अधिकार दिया गया है।
TROPEX 2023: भारतीय नौसेना जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों ने दिखाई अरब सागर में अपनी ताकत
भारतीय नौसेना के प्रमुख समुद्री युद्ध अभ्यास ट्रोपेक्स का प्रमुख ऑप-लेवल अरब सागर में संपन्न हुआ। इसमें भारतीय नौसेना की सभी इकाइयों के साथ-साथ भारतीय थल सेना, भारतीय वायु सेना और तटरक्षक बल से जुड़ी परिसंपत्तियों की भी भागीदारी हुई।
इस अभ्यास के दौरान ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स के साथ-साथ युद्ध के दौरान होने वाली गतिविधियों को भी परखा गया। नौसेना के संचालन की अवधारणा को मान्य और परिष्कृत करने के लिए युद्धपोतों, कार्वेट के साथ-साथ पनडुब्बियों और विमानों की क्षमता भी देखी गई।
भारतीय नौसेना की सतह पर स्थित सभी लड़ाकू इकाइयों को जटिल समुद्री परिचालन तैनाती से गुजारा गया। इस अभ्यास में हथियारों से प्रत्यक्ष फायरिंग सहित युद्ध संचालन के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया। इसे विभिन्न चरणों में बंदरगाह और समुद्र दोनों में आयोजित किया जा रहा है। 23 मार्च तक अभ्यास का आखिरी पड़ाव है।