Thursday , November 21 2024

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प्रेमी के साथ मिलकर की थी पति की हत्या, आरोपी महिला गिरफ्तार, प्राइमरी स्कूल में मिला था अधजला शव

इटावा: रमपुरा लोहरई गांव के प्राथमिक स्कूल परिसर में किसान की हत्या करके शव को जलाने के मामले में पुलिस ने हत्या का खुलासा कर दिया। प्रेमी के साथ मिलकर महिला ने पति की हत्या की थी। वह अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती थी, जबकि पति प्रेमी के साथ रहने नहीं दे रहा था। आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं, प्रेमी की पुलिस तलाश कर रही है। शनिवार दिन में बसरेहर क्षेत्र के रमपुरा लौहरई के प्राथमिक स्कूल में चरण सिंह (52) का अधजला शव स्कूल में छात्रों को पड़ा दिखाई दिया था। पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था। चरण की बड़ी पुत्री खुशबू ने पिता के शव की शिनाख्त की थी।

शव मिलने पर चरण सिंह की पत्नी गीता देवी ने अपने देवर पर पति की हत्या करके शव जलाने का आरोप लगाया था, जबकि गीता ने पुलिस को अपना मोबाइल गायब होने की बात बताई थी। पुलिस ने पूरे मामले की पड़ताल की तो उसका शक गीता पर गहरा गया। पुलिस पूछताछ में गीता ने बताया कि शुक्रवार रात चरण सिंह ने अत्यधिक शराब पी थी। चरण सिंह के प्राथमिक स्कूल के परिसर में आलू के बीज रखे हुए हैं। देर रात गीता पति को आलू के बीज की देखभाल के लिए स्कूल में लेकर पहुंची। वहां उसने अपने प्रेमी को फोन करके स्कूल बुला लिया। जबर सिंह ने उसके सिर पर भारी चीज से प्रहार किया। जिससे वह गिर पड़ा और उसके ऊपर घास फूस डालकर आग से जला दिया।

एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि चरन सिंह उसकी पत्नी गीता सहित परिवार के पांच लोगों के खिलाफ सैफई थाने में युवक को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज है। बीती 14 नवंबर को उसी मामले की तारीख पर चरन सिंह कोर्ट पहुंचा था। पहले से अपने प्रेमी जबर सिंह के साथ रह रही गीता भी तारीख पर पहुंची थी। चरन सिंह कोर्ट से गीता को राजी करके घर ले आया था, लेकिन प्रेमी और गीता ने शुक्रवार रात साजिश रचकर चरन सिंह की हत्या कर दी। महिला को गिरफ्तार करके कार्रवाई के बाद जेल भेज दिया गया। फरार चल रहे जबर सिंह निवासी सोनीपत हरियाणा को भी पुलिस तलाश कर रही है।

गीता ने चरन सिंह से की थी दूसरी शादी
गीता की पहली शादी करीब 25 साल पहले घाटमपुर में संजय नाम के व्यक्ति से हुई थी, जिससे दो पुत्रियां भी थीं। संजय की मौत के बाद उसने चरण सिंह से शादी कर ली थी, जिससे दो पुत्र थे। गीता की बाद में चरण सिंह के साथ में काम करने वाले जबर सिंह के साथ नजदीकियां बढ़ गई थीं। गीता कई बार जबर सिंह के साथ घर छोड़कर जा चुकी थी। लेकिन चरन सिंह गीता को मनाकर वापस घर ले आता था।

वार्ड में पांच जगह लगी थी आग, चार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर फटने से नहीं मिला बचने का मौका

झांसी:महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज की एसएनसीयू 10 मिनट में यूं ही राख नहीं हुई। इसके अंदर करीब पांच जगह से आग लगी। हादसे में झुलसीं नर्स मेघा जेम्स के अनुसार, चार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तेजी से फटे। यही वजह रही 10 नवजात शिशुओं की जान बचाने का मौका नहीं मिला।

नर्स मेघा जेम्स ने बताया एसएनसीयू (स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट) की रात 8 बजे ड्यूटी बदली थी। अंदर के कमरे में भर्ती करीब 25 नवजातों के डायपर्स और मोलिना (प्लास्टिक सीट) बदले गए थे और यह जमीन पर पड़े थे। एक शिशु की तबीयत बिगड़ने लगी तो डॉ. मेघा नेगी पहुंचीं।

उन्हें सिरिंज देते समय देखा की शाॅर्ट सर्किट से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की पाइप में आग लग गई है। उसने तुरंत बटन बंद करके कंसंट्रेटर की प्लास्टिक पाइप खींच दी। इससे जलती प्लास्टिक के अंगारे चार-पांच जगह गिरे और वहां भी आग लग गई। आग बुझाने का प्रयास करने पर प्लास्टिक की चप्पल ने आग पकड़ ली। इस बीच दूसरे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर ने भी आग पकड़ ली। इस दौरान कपड़ों में आग लग गई।

जमीन पर पड़ी मोलिना भी तेजी से जलने लगी। शोर मचाते हुए सभी ने शिशुओं को बाहर निकालना शुरू कर दिया लेकिन तब तक दोनों कमरों में धुआं भर गया। इसी दौरान बिजली आपूर्ति बंद होने से अंंधेरा हो गया। आग की लपटों और धुएं की वजह से एक कोने में रखे क्रेडल से शिशुओं को उठाने का प्रयास किया मगर सफलता नहीं मिली। आग की वजह से चार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तेज आवाज के साथ फटे।

मंडलायुक्त ने भेजी जांच रिपोर्ट, कहा- प्लग में हुई स्पार्किंग से वार्ड में लगी थी आग
मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू में आग लगने की शुरुआत एक प्लग में हुई स्पार्किंग के बाद हुई थी। मंडलायुक्त बिमल कुमार दुबे की ओर शासन को भेजी गई रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में तीमारदार और स्टाफ के 18 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने मंडलायुक्त को घटना की जांच कर 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे।

परिजनों के खाते में भेजे पांच-पांच लाख
शासन की ओर से मृत व घायल नवजातों के परिजन को सहायता राशि भी उपलब्ध कराई है। नौ मृत बच्चों के परिजन के खाते में रविवार को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि भेजी गई। एक मृत बच्चे के परिजन का बैंक खाता खुलने के बाद उसे सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा घायल बच्चों के परिजन को 50-50 हजार रुपये की सहायता दी गई।

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा की खबरें, भाजपा नेता बोले- कार्तिक पूजा के दौरान हुई घटना

कोलकाता: भाजपा ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में शुक्रवार को सांप्रदायिक हिंसा हुई है। पार्टी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि कार्तिक पूजा के दिन मुर्शिदाबाद के बेलदांगा में हिंसा भड़क उठी, जिसमें कई घरों पर हमले हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान ममता बनर्जी की पुलिस मूक दर्शक बनी रही।

अमित मालवीय ने इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी शेयर किया है। हालांकि,  वीडियो में देखा जा सकता है कि दो पक्षों के बीच पत्थरबाजी हो रही है। बीच में आग भी देखी जा सकती है।वहीं, बंगाल भाजपा ने भी इस घटना को लेकर एक्स पर पोस्ट किया है। पार्टी ने कहा कि इस तरह की अराजकता को अब खत्म करना होगा।

ओडिशा का पातापुर पुलिस स्टेशन चुना गया देश का सबसे अच्छा थाना, गृह मंत्री अमित शाह देंगे अवार्ड

भुवनेश्वर: ओडिशा के गंजम जिले का पातापुर पुलिस स्टेशन देश के सबसे अच्छे पुलिस थानों में से एक चुना गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साल 2024 के लिए देश के तीन थानों को सर्वश्रेष्ठ थाने चुना है, जिनमें पातापुर थाने का भी नाम है। गृह मंत्रालय के खुफिया ब्यूरो के संयुक्त निदेशक और सम्मेलन सचिव समीर एस ने ओडिशा के पुलिस महानिदेशक वाई.बी. खुरानिया को पत्र लिखकर पातापुर के देश के सर्वश्रेष्ठ थानों में से एक चुने जाने की जानकारी दी है।

150 से अधिक पैरामीटर्स के आधार पर तय होती है रैंकिंग
गृह मंत्रालय के खुफिया ब्यूरो के संयुक्त निदेशक और सम्मेलन सचिव समीर एस ने ओडिशा के पुलिस महानिदेशक वाई.बी. खुरानिया को पत्र लिखकर पातापुर के देश के सर्वश्रेष्ठ थानों में से एक चुने जाने की जानकारी दी है। गृह मंत्रालय द्वारा देशभर के पुलिस स्टेशनों की रैंकिंग जारी की जाती है। ये रैंकिंग कुछ पैरामीटर के आधार पर जारी की जाती है, जिसमें स्टेशनों को अपराध दर, मामलों की जांच और निपटान, बुनियादी ढांचे और सार्वजनिक सेवा वितरण जैसे 150 से अधिक विभिन्न मापदंडों के आधार पर तय की जाती है।

गृह मंत्रालय की टीम ने किया था थाने का दौरा
थानों की रैंकिंग में करीब 20 प्रतिशत अंक नागरिकों के फीडबैक पर आधारित हैं। रैंकिंग का मुख्य उद्देश्य पुलिसिंग की गुणवत्ता में सुधार करना और पुलिस स्टेशनों को लोगों के लिए मैत्रीपूर्ण बनाना है। एसपी (गंजम) सुवेंदु कुमार पात्रा ने कहा, ‘हमें बेहद खुशी है कि हमारा पुलिस स्टेशन देश के तीन सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशनों में से एक है। यह कर्मचारियों के टीमवर्क के कारण संभव हो पाया है।’ गृह मंत्रालय की एक टीम ने 28 सितंबर को 113 साल पुराने पातापुर पुलिस स्टेशन का दौरा किया था और इसकी बुनियादी सुविधाओं का आकलन किया था।

अधिकारियों ने बताया कि टीम ने सामुदायिक पुलिसिंग और स्टेशन के कामकाज के बारे में जनता से फीडबैक भी लिया था। विभिन्न अपराधों का पता लगाने, उनका निपटान करने, प्रवर्तन, अपराधों को रोकने के लिए उठाए गए कदमों, अपराध और अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम (सीसीटीएनएस) के कार्यान्वयन के अलावा, पुलिस स्टेशन में महिला और बाल डेस्क, बच्चों के लिए अनुकूलन कोना, शौचालय, अग्नि सुरक्षा उपाय और जनता के लिए खुला जिम जैसी अच्छी बुनियादी सुविधाएं भी हैं।

भगवान जगन्नाथ की जमीन को बेचने का प्रयास करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई, राज्य कानून मंत्री का वादा

पुरी:  ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने रविवार को बताया कि पुरी में भगवान जगन्नाथ की जमीन पर अवैध कब्जा करने और उसे बेचने का प्रयास करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने शनिवार को पुरी के बेसेली साही पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। मंदिर प्रशासन ने बताया कि भगवान जगन्नाथ से संबंधित जमीन को बेचने का प्रयास किया जा रहा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य कानून मंत्री ने कहा कि सरकार किसी भी हालत में भगवान जगन्नाथ की एक इंच जमीन की अनाधिकृत बिक्री बर्दाश्त नहीं करेगी।

भगवान जगन्नाथ की जमीन को बेचने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
मीडिया से बात करते हुए कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा, “सरकार किसी भी हालत में भगवान जगन्नाथ की एक इंच जमीन की अनाधिकृत बिक्री बर्दाश्त नहीं करेगी। हम इस कृत्य में शामिल सभी व्यक्तियों के किलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। यदि कोई जमीन किसी व्यक्ति को बेचा गया है तो हम विक्रेता, खरीदार, उप-रजिस्ट्रार, जिसने भूमि हस्तांतरित की समेत सभी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।” मंत्री ने बताया कि मंदिर प्रशासन ने भी इस दिशा में कदम बढ़ा दिया है।

राज्य मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने बताया कि सरकार 2003 में बनाई गई नीति के अनुसार ओडिशा और उसके बाहर उपलब्ध जगन्नाथ मंदिर की भूमि के निपटान के लिए कदम उठाने पर विचार कर रही है। अधिकतम भूमि पार्सल अतिक्रमण के अधीन हैं। इस कदम से मंदिर के लिए एक बड़ा कॉर्पस फंड तैयार किया जाएगा। श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाधी ने जिला कलेक्टर और एसपी से अवैध बिक्री के प्रयास को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की। बता दें कि पुरी जगन्नाथ मंदिर के पास ओडिशा के 24 जिलों में फैली लगभग 60,426 एकड़ जमीन है और राज्य के बाहर 395 एकड़ जमीन है।

संसद अधिनियम 1959 में बदलाव की तैयारी, लाभ के पद के चलते सांसदों के अयोग्य होने की बाध्यता होगी खत्म

नई दिल्ली:  केंद्र सरकार ने संसद अधिनियम (अयोग्यता निवारण) 1959 में बदलाव की तैयारी की है। सरकार इस कानून में शामिल लाभ के पद के चलते सांसदों को अयोग्य ठहराने की बाध्यता समाप्त करने को लेकर काम कर रही है। बताया जा रहा है कि इसके बजाय सरकार एक नया कानून लाने की योजना बना रही है। जिसके तहत लाभ के पद को लेकर सांसदों की अयोग्यता न तय की जा सके।

केंद्रीय विधि मंत्रालय ने 16वीं लोकसभा में कलराज मिश्र की अध्यक्षता वाली लाभ के पदों को लेकर बनाई गई संयुक्त संसदीय समिति (जेसीओपी) की ओर से की गई सिफारिशों के आधार पर संसद (अयोग्यता निवारण) विधेयक 2024 का मसौदा तैयार किया है। इसमें संसद अधिनियम (अयोग्यता निवारण) 1959 की धारा तीन को खत्म करके लाभ के पदों की सूची को हटाना है। इसमें मौजूदा अधिनियम और कुछ अन्य कानूनों के बीच टकराव को दूर करने का भी प्रस्ताव है।

नए विधेयक में कुछ मामलों में अयोग्यता के अस्थायी निलंबन से संबंधित मौजूदा कानून की धारा 4 को हटाने का भी प्रस्ताव है। इसकी जगह पर केंद्र सरकार को अधिसूचना जारी करके अनुसूची में संशोधन करने का अधिकार दिया गया है। विधेयक को लेकर मंत्रालय के विधायी विभाग ने जनता से राय भी मांगी है।

इसमें यह भी कहा गया है कि संसद (अयोग्यता निवारण) अधिनियम, 1959 को इसलिए बनाया गया था कि सरकार के अधीन लाभ के कुछ पद धारकों को संसद सदस्य बनने या चुने जाने के लिए अयोग्य नहीं ठहराया जाएगा। हालांकि अधिनियम में उन पदों को भी शामिल किया गया है जिनसे धारक को अयोग्यता नहीं होगी तथा उन पदों की गणना भी की गई है, जिनके धारक को अयोग्यता होगी।

16वीं लोकसभा के दौरान जेसीओपी ने कानून की व्यापक समीक्षा की और एक रिपोर्ट प्रस्तुत की। समिति ने विधि मंत्रालय द्वारा वर्तमान कानून के अप्रचलित तथ्यों को ध्यान में रखने पर जोर दिया था। समिति ने कहा था कि लाभ के पद शब्द की एक सही परिभाषा बनाई जाए। इसमें भाषा और प्रारूप को सरल बनाने का भी प्रस्ताव रखा गया।

नड्डा का दावा- खुफिया रिपोर्ट में खुलासा बांग्लादेशियों को शरण दी गई, सोरेन सरकार पर लगाए कई आरोप

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर कई आरोप लगाए हैं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह ओबीसी के चैंपियन बनना चाहते हैं, लेकिन उन्होंने सवाल किया कि राजीव गांधी फाउंडेशन और राष्ट्रीय सलाहकार समिति में कितने ओबीसी सदस्य हैं। उन्होंने कहा, मुझे इस बात पर गर्व है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में 27 ओबीसी मंत्री हैं। उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ओबीसी, आदिवासियों और एससी को मुख्यधारा में ला रही है।

हेमंत सोरेन सरकार पर लगाया आरोप
जेपी नड्डा ने बोकारो में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे अभी एक खुफिया रिपोर्ट मिली है। इसमें कहा गया है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को यहां मदरसों में पनाह दी जाती है। उनके आधार, मतदाता पहचान पत्र, गैस कनेक्शन और राशन कार्ड की सुविधा दी जाती है और फिर हेमंत सोरेन सरकार उनके लिए जमीन सुनिश्चित करती है। जेपी नड्डा ने आगे कहा- हेमंत सोरेन ने झारखंड के ‘जल, जंगल, जमीन’ को लूटा, यहां घुसपैठ बड़े पैमाने पर है। घुसपैठिए आदिवासी महिलाओं से शादी कर रहे हैं और उनकी जमीन हड़प रहे हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए एक कानून लाएंगे कि उनकी संतानों को जमीन से वंचित किया जाए।

केवल भाजपा ही घुसपैठ को रोक सकती है- नड्डा
बोकारो के गोमिया में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा, केवल पीएम मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ही घुसपैठ को रोक सकती है। उन्होंने पूरे जेएमएम-आरजेडी-कांग्रेस को भ्रष्ट नेताओं का ‘कुनबा’ करार दिया और कहा कि इंडिया ब्लॉक के नेता या तो जेल में हैं या जमानत पर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि, हेमंत सोरेन, जो जमानत पर बाहर हैं, फिर से जेल जाएंगे। वह 5,000 करोड़ रुपये के खनन घोटाले, 236 करोड़ रुपये के भूमि घोटाले और कई अन्य घोटालों में लिप्त हैं। हेमंत सोरेन सरकार ने ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति अपनाई और लोगों में अशांति पैदा की। अब उनके जाने का समय आ गया है। हम यहां सरकार बनाएंगे।

हेमंत सोरेन ने राज्य को लूटा- जेपी नड्डा
उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन सरकार ने लोगों को धोखा दिया, राज्य को लूटा और वंशवाद की राजनीति को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा, केंद्र की भाजपा नीत सरकार ने बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए 19 लाख करोड़ रुपये खर्च किए और इस पर 10 लाख करोड़ रुपये और खर्च करेगी।

‘वक्फ मुद्दे का सियासी हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही भाजपा’, कर्नाटक के गृह मंत्री का आरोप

बंगलूरू:  कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया कि वह वक्फ के मुद्दे का राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में शांति व्यवस्था बिगाड़ने की किसी भी कोशिश से सख्ती से निपटा जाएगा।

परमेश्वर की यह टिप्पणी तब सामने आई है जब भाजपा आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर कांग्रेस सरकार के खिलाफ अपनी राजनीतिक गतिविधियां तेज करने वाली है। पार्टी ने इस मुद्दे पर तीन विशेष टीमों का गठन किया है, जो जिलों का दौरा करेंगी और वक्फ नोटिस प्रभावितों से मुलाकात करेंगी। वहीं, उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने भी भाजपा पर आरोप लगाया कि वह इस मुद्दे के जरिए सांप्रदायिक अशांति फैलाने की कोशिश कर रही है।

राज्य के गृह मंत्री ने क्या कहा?
राज्य के गृह मंत्री परमेश्वर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, भाजपा इसे (वक्फ मुद्दे) सियासी हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है। इसका मतलब है कि कुछ लोग सांप्रदायिक दंगे भड़काने की कोशिश कर सकते हैं और शांति व्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हमारा आरोप यह है कि वे अपनी यात्रा का इस्तेमाल इस काम के लिए कर सकते हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि भविष्य में क्या होगा, इस पर कुछ भी कहना अभी मुश्किल है।

यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस इस बात से डर रही है कि भाजपा राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ने की कोशिश कर सकती है और इससे राष्ट्रपति शासन का रास्ता खुल सकता है, तो गृह मंत्री परमेश्वर ने कहा, यह संभव नहीं है। राज्य पुलिस विभाग ने पूरी क्षमता से शांति बनाए रखी है। कुछ घटनाएं हो सकती हैं, लेकिन आम तौर पर हम शांति बनाए रखने में सफल रहे हैं।

किसानों और अन्य ने क्या आरोप लगाए हैं
कर्नाटक के किसानों और अन्य लोगों ने आरोप लगाया है कि उनकी जमीन को वक्फ संपत्ति के रूप में चिह्नित किया गया है। इस मुद्दे पर बढ़ते विवाद के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसानों को जारी सभी नोटिस को रद्द किया जाए और बिना उचित सूचना के संपत्ति दस्तावेज में किए गए बदलावों को भी रद्द किया जाए।

लंबी दूरी तक मार करने वाली हाइपरसॉनिक मिसाइल का सफल परीक्षण, जानें यह क्यों अहम

नई दिल्ली:  भारत को हाइपरसॉनिक मिसाइल के परीक्षण में बड़ी सफलता मिली है। देश में रक्षा क्षेत्र में अनुसंधान के लिए प्रसिद्ध डीआरडीओ ने लंबी दूर तक मार करने वाली हाइपरसॉनिक मिसाइल के फ्लाइट ट्रायल को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। बताया गया है कि यह परीक्षण ओडिशा के तटीय इलाके पर स्थित एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप पर किया गया।

अधिकारियों ने बताया कि मिसाइल का परीक्षण शनिवार को किया गया था। दूसरी तरफ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक पोस्ट में कहा कि अब भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जिन्होंने इस बेहद अहम तकनीक को विकसित किया है। राजनाथ ने इस कामयाबी के लिए डीआरडीओ, सशस्त्र बलों और उद्योगों को बधाई दी और इसे आश्चर्यजनक सफलता करार दिया।

क्या हैं हाइपरसोनिक मिसाइल?
हाइपरसोनिक मिसाइल आवाज की रफ्तार (1235 किमी प्रतिघंटा) से कम से कम पांच गुना तेजी से उड़ान भर सकती है। यानी इसकी न्यूनतम रफ्तार 6174 किमी प्रतिघंटा होती है। हाइपरसोनिक मिसाइल क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइल दोनों के फीचर्स से लेस होती हैं। यह मिसाइल लॉन्च के बाद पृथ्वी की कक्षा से बाहर चली जाती है। इसके बाद यह जमान या हवा में मौजूद टारगेट को अपना निशाना बनाती है। इन्हें रोकना काफी मुश्किल होता है। साथ ही तेज रफ्तार की वजह से रडार भी इन्हें पकड़ नहीं पाते हैं।

कंपनी के लॉकर से 20 लाख चुराकर गांव भिजवाया; छापेमारी में गाय के गोबर से बरामद हुई नकदी; आरोपी फरार

भुवनेश्वर:हैदराबाद और ओडिशा की पुलिस टीमों की छापेमारी में बालासोर जिले के एक गांव में गाय के गोबर से भारी मात्रा में नगदी बरामद की गई। यह बरामदगी कामरदा थाना क्षेत्र के बदामंदरूनी गांव से की गई। हैदराबाद और ओडिशा से पुलिस अधिकारियों की एक टीम गांव पहुंची और आरोपी के ससुराल वालों के घर पर छापेमारी की। बता दें कि आरोपी की पहचान गोपाल बेहरा के तौर पर की गई है। फिलहाल वह फरारा है।

आरोपी गोपाल बेहरा हैदराबाद में एक कृषि-आधारित कंपनी में काम करता था। उसने कथित तौर पर कंपनी के लॉकर से 20 लाख रुपये से अधिक की चोरी की थी। चोरी करने के बाद उसने तुरंत इन पैसों को अपनी पत्नी के भाई रवींद्र बेहरा के जरिए गांव भेज दिया। इस मामले को लेकर दर्ज कराई गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए हैदराबाद पुलिस की एक टीम ने कामरदा पुलिस के साथ रबींद्र के घर पर छापा मारा। उन्होंने गाय के गोबर में छिपाए गए पैसे भारी मात्रा में पैसे बरामद किए।

कामरदा थाने के आईआईसी प्रेमदा नायक ने बताया कि गोपाल और रवींद्र दोनों लापता है। उसके परिवार के एक सदस्य को गांव से हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस ने बताया कि फिलहाल मामले की जांच जारी है