Sunday , November 24 2024

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बेबाक बोल जारी रहे तो नितिन गडकरी को उठाना पड़ सकता है और नुकसान, संघ भी है सख्त

दिल्ली / नितिन गडकरी को पिछले सप्ताह जब भाजपा के संसदीय बोर्ड से हटाया गया तो यह चौंकाने वाली बात थी। इसकी काफी चर्चा हुई थी और राजनीतिक पंडित भी इस बात को समझने की कोशिश में जुटे थे कि आखिर संघ के करीबी होने के बाद भी नितिन गडकरी के पर क्यों कतरे गए। भाजपा सूत्रों का कहना है कि नितिन गडकरी को भाजपा की शीर्ष निर्णायक संस्था से हटाने पर संघ भी सहमत था। फैसला लेने से पहले भाजपा की लीडरशिप ने संघ नेतृत्व से बात की थी और उसकी ओर से भी सहमति जताई गई थी। भाजपा और संघ के नेताओं का गडकरी को लेकर मानना है कि वह अपनी बेबाक बोलने की छवि में कैद होते दिखे हैं। पार्टी लीडरशिप को कई चीजें नागवार गुजरती रही हैं, लेकिन इसके बाद भी वह चुभने वाले बयान देते रहे हैं,

संघ ने भी गडकरी के बयानों को माना अनुशासनहीनता-

उनकी बेबाक टिप्पणियों को भाजपा नेतृत्व के अलावा संघ ने भी अनुशासनहीनता के तौर पर लिया है। संघ के नेताओं का भी मानना है कि यदि संगठन के कुछ नियम हैं तो फिर उन्हें सभी पर समान रूप से लागू किया जाना चाहिए। भाजपा के एक नेता ने कहा, ‘नितिन गडकरी अपनी स्वायत्त छवि पेश करने की कोशिश करते रहे हैं। वह खुद को ऐसे दिखाते हैं, जैसे उन पर पार्टी के नियम लागू नहीं होते हैं।’ इसी के चलते भाजपा और संघ की लीडरशिप की इस बात पर सहमति है कि भले ही किसी नेता का बहुत बड़ा कद हो, लेकिन उसे संगठन में अनुशासनहीनता की छूट नहीं दी जा सकती।
नहीं माने तो अभी और ऐक्शन के लिए रहना होगा तैयार-
यही नहीं भाजपा और संघ लीडरशिप का मानना है कि यदि नितिन गडकरी अपनी बेबाक बयानों का सिलसिला खत्म नहीं करते हैं तो उन्हें और ऐक्शन झेलना पड़ सकता है। साफ है कि उनके खिलाफ और कार्रवाई हो सकती है यानी भविष्य में नितिन गडकरी को मंत्री पद भी गंवाना पड़ सकता है। पार्टी के एक सूत्र ने कहा कि नितिन गडकरी सार्वजनिक तौर पर ही चुभने वाले बयान नहीं देते बल्कि निजी व्यवहार में भी अलग लाइन पर चले जाते हैं। यही नहीं कहा यह भी जा रहा है कि नितिन गडकरी के बयानों को संघ की सहमति से की गई टिप्पणी के तौर पर मीडिया में पेश किया जाता था। यह बात संघ नेतृत्व को नागवार गुजरी है।

संघ की सलाह को भी नजरअंदाज करना पड़ा भारी-
सूत्रों के मुताबिक संघ लीडरशिप ने उन्हें कई बार पार्टी लाइन पर ही रहने की सलाह दी थी, लेकिन नितिन गडकरी के उसे नजरअंदाज करने पर बात बिगड़ गई। दरअसल नितिन गडकरी ने हाल ही में यहां तक कह दिया था कि आज की राजनीति सिर्फ सत्ता के लिए हो रही है और कई बार तो सियासत से ही संन्यास लेने का मन करता है। इसके अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के चुनाव में जब भाजपा को हार मिली थी, तब भी उन्होंने पार्टी नेतृत्व को चुभने वाली बात कही थी। हालांकि शिवराज सिंह चौहान को लेकर कहा जा रहा है कि उनके साथ नाराजगी वाली कोई बात नहीं है। किसी भी सीएम को संसदीय बोर्ड में न रखने की नीति के तहत ऐसा किया गया है।

लखनऊ की एससीजेएम अदालत ने सपना चौधरी के खिलाफ जारी किया गिरफ्तारी वारंट, 4 साल पहले दर्ज हुआ था केस

हरियाणा की डांसिंग क्वीन और ‘बिग बॉस 11’ का हिस्सा रह चुकीं सपना चौधरी अपने डांस को लेकर अक्सर चर्चा में रहती हैं। लेकिन हाल ही में एक्ट्रेस अपने पुराने मामलों को लेकर सुर्खियों में आ गई हैं।एक नृत्य कार्यक्रम रद्द करने और टिकट धारकों को पैसे नहीं लौटाने के मामले में सोमवार को गिरफ्तारी वारंट जारी किया।

मिली जानकारी के अनुसार अदालत में सपना चौधरी की ओर से हाजिरी माफी की अर्जी भी नहीं दी गई जबकि अन्य अभियुक्तों की ओर से हाजिरी माफी की अर्जी लगाई गई थी।  बताया जा रहा है कि सपना चौधरी को साल 2018 में एक इवेंट में बुलाया गया था, जिसके लिए उन्हें एडवांस में ही पेमेंट भी दे दी गई थी। लेकिन एक्ट्रेस ने वहां पर परफॉर्म नहीं किया। इस इवेंट के ऑर्गनाइजर मामले को कोर्ट तक खींच ले गए थे।

13 अक्टूबर 2019 को लखनऊ के स्मृति उपवन में दोपहर तीन बजे से रात 10 बजे तक सपना का प्रोग्राम था। प्रोग्राम में एंट्री के लिए प्रति व्यक्ति 300 रुपये में ऑनलाइन और ऑफलाइन टिकट बेचा गया था। इस प्रोग्राम को देखने के लिए हजारों लोगों ने टिकट खरीदे लेकिन रात 10 बजे तक सपना चौधरी नहीं आईं।

नहीं कम हो रही मनीष सिसोदिया की मुश्किलें, मानहानि मामले में कामरूप की CJM अदालत ने भेजा समन

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को असम के कामरूप की सीजेएम कोर्ट ने समन भेजकर 29 सितंबर को तलब किया है.असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा दायर मानहानि मामले में कामरूप की CJM अदालत ने मनीष सिसोदिया को समन भेजा है।

असम के मुख्यमंत्री ने सिसोदिया के खिलाफ 30 जून को कामरूप (ग्रामीण) सीजेएम कोर्ट में आपराधिक मानहानि का केस दायर किया था।कुछ माह पहले आप नेता सिसोदिया ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया था कि असम सरकार ने सीएम सरमा की पत्नी को कंपनी व उनके बेटे के व्यावसायिक भागीदार को पीपीई किट की आपूर्ति का ठेका दिया था। कोरोना महामारी काल में 2020 में यह आपूर्ति पीपीई किट की बाजार दर से ज्यादा दाम पर की गई थी।

असम के मुख्यमंत्री से पहले उनकी पत्नी रिंकी भूइयां सरमा ने भी सिसोदिया के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था। गुवाहाटी कामरूप सिविल जज की अदालत में मानहानि का सिविल केस दर्ज कराते हुए उन्होंने 100 करोड़ रुपए हर्जाने की मांग की है। रिंकी भूइंया और हिमंत बिस्वा सरमा ने सिसोदिया के आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें झूठा बताया था।

सिसोदिया ने प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया था कि कोरोना की पहली लहर के दौरान जेसीबी इंडस्ट्रीज (JCB Industries) ने आवश्यकता से अधिक मूल्य पर असम को पीपीई कीट (PPE Kit) बेचा था। आपको बता दें कि हिमंत बिस्वा की पत्नी रिंकी भुइयां की भी इस कंपनी में हिस्सेदारी है।

अजय टेनी के बिगड़े बोल राकेश टिकैत को बताया -‘दो कौड़ी का आदमी’, वीडियो हुआ वायरल

लखीमपुर खीरी जिले में संयुक्त किसान मोर्चा के तीन दिवसीय धरने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पर विवादित बयान दिया है।वीडियो में टेनी कहते दिखते हैं, ”मैं राकेश टिकैत को बहुत अच्छी तरह से जानता हूं।”

वीडियो में देखा और सुना जा सकता है कि टेनी अपने समर्थकों के बीच कहते हैं, “मान लीजिए हम लखनऊ जा रहे हैं. जाते वक्त तेज रफ्तार में गाड़ी होती है… सड़क पर कई बार कुत्ते भौंकते हैं. कई बार कुत्ते गाड़ी के पीछे दौड़ने लगते हैं. अब उनका स्वभाव बन गया है. उसके लिए मैं कुछ नहीं कहूंगा. जिसका जैसा स्वरूप होता है, वह वैसा ही व्यवहार करता है. हमारा ऐसा स्वभाव नहीं है.”टेनी ने राकेश टिकैत को दो कौड़ी का आदमी बताया है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस बयान पर राकेश टिकैत ने पलटवार करते हुए चुटकी ली है।

 अजय मिश्रा के बेटे के खिलाफ आरोप है कि 3 अक्टूबर 2021 को जब तीन कृषि कानून के विरोध में किसान प्रदर्शन कर रहे थे तब उसने अपनी कार से किसानों को कुचल दिया था.राकेश टिकैत ने अजय मिश्र की बयानबाजी पर पलटवार करते हुए कहा कि आदमी को गुस्सा तो आएगा ही, उसका लड़का पिछले एक साल से जेल में बंद है। उनके घर में भी लड़ाई हो रही है।

बता दें कि राकेश टिकैत लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर लगातार टेनी को हटाने की मांग कर रहे हैं। सोमवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान महापंचायत का आयोजन किया गया था। इस महापंचायत में किसानों ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया।

भाजपा विधायक टी. राजा सिंह पर लगा पैगंबर के अपमान का आरोप, विवादित बयान पर पार्टी ने की बड़ी कार्रवाई

तेलंगाना के भाजपा विधायक टी. राजा सिंह एक बार फिर से मुश्किल में हैं। उनके खिलाफ आज सुबह ही हैदराबाद पुलिस ने कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने वाला बयान देने का आरोप लगा है। इसके साथ ही उनको कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।

भाजपा ने टी राजा सिंह से 10 दिन में जवाब देने को कहा है। इसके अलावा भाजपा विधायक के खिलाफ जांच भी बिठाई गई है।हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया था।

इस वीडियो में उन्होंने पैगंबर मोहम्मद को लेकर कथित तौर पर टिप्पणी की थी। इसके बाद सोमवार देर रात हैदराबाद में सैंकड़ों की संख्या में लोग सड़क पर उतर आए और भाजपा विधायक को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे। विरोध बढ़ता देख पुलिस ने आज सुबह धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में भाजपा विधायक को गिरफ्तार कर लिया।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में टी. राजा सिंह ने कहा था कि आप लोग हमारे भाईयों के गले काटते हो और वीडियो जारी करते हो। सोचो यदि हिंदू भाई भी ऐसा ही करते हैं तो फिर आप लोगों का क्या होगा। उन्होंने कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी का जिक्र करते हुए कहा था कि उसने कॉमेडी के नाम पर माता सीता और भगवान राम का अपमान किया था।

 

Goa Bar Row: ट्विटर की याचिका पर HC ने मांगा स्मृति ईरानी से जवाब, ये हैं पूरा मामला

दिल्ली उच्च न्यायालय ने ट्विटर की उस याचिका पर मंगलवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से जवाब मांगा,जिसमें पीठ के पहले के आदेश में कुछ स्पष्टीकरण की मांग की गई है . न्यायालय ने दिग्गजों को कथित तौर पर भाजपा नेता और उनकी बेटी के खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री वाले वेब लिंक को हटाने का निर्देश भी  दिया था।

न्यायमूर्ति मिनी पुष्करणा ने ट्विटर की उस याचिका पर ईरानी को नोटिस जारी किया, जिसमें उसने अदालत के 29 जुलाई के आदेश के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है। ट्विटर ने ईरानी के लंबित दीवानी मानहानि के मुकदमे के संबंध में यह आवेदन दाखिल किया है।
ईरानी के लंबित दीवानी मानहानि के मुकदमे पर याचिका दायर किया गया था.

जिसमें उच्च न्यायालय ने 29 जुलाई को कांग्रेस के तीन नेताओं जयराम रमेश, पवन खेड़ा और नेट्टा डिसूजा को समन जारी किया था और उनसे केंद्रीय मंत्री और उनकी बेटी पर लगे आरोपों पर ट्वीट और अन्य सोशल मीडिया पोस्ट को हटाने के लिए भी कहा था।

इसके अलावा, उच्च न्यायालय ने सर्च इंजन गूगल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब को आरोप, वीडियो, पोस्ट, ट्वीट, री-ट्वीट, कैप्शन, टैगलाइन के साथ-साथ वादी और उसकी बेटी की मॉर्फ्ड तस्वीरों को हटाने का निर्देश दिया था।

दो लाख के इनामी अपराधी उमर अहमद ने सीबीआई स्पेशल कोर्ट में किया सरेंडर, 2018 से था फरार

माफिया व फूलपुर से पूर्व सांसद अतीक अहमद के बेटे उमर अहमद ने मंगलवार को सीबीआई की विशेष अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है। 2018 में उमर के खिलाफ लखनऊ के प्रॉपर्टी डीलर मोहित जायसवाल को अगवा कर देवरिया जेल में ले जाकर पिटाई करने के मामले में लखनऊ के कृष्णा नगर थाने में एफआईआर हुई थी।

मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जहां कोर्ट के आदेश पर छह महीने बाद कृष्णा नगर थाने में दर्ज एफआईआर को ही आधार बनाकर सीबीआई लखनऊ की स्पेशल क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।  इसमें अतीक के साथ ही उसके बेटे उमर, करीबी जफरउल्लाह, फारुख, जकी व गुलाम सरवर समेत 18 लोगों को नामजद किया गया।

18 लोगों को नामजद किया गया था। तभी से उमर की तलाश जारी थी । उमर के खिलाफ पहले गैर जमानती वारंट जारी किया गया बाद में सीबीआई ने दो लाख का इनाम घोषित किया गया। हालांकि घटना के समय उमर किसी केस से जुड़ा नहीं था। सूत्रों का कहना है कि अफसरों के निर्देश पर खुल्दाबाद पुलिस ने इस संबंध में दस्तावेज जुटाने का काम भी शुरू कर दिया है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने आज उत्तराखंड की नई टीम का किया ऐलान, 80 फीसदी नए चेहरे हैं शामिल

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हरी झंडी मिलने के बाद आज प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद भट्ट नई कार्यकारिणी की विधिवत घोषणा कर दी। संगठन में लगभग 80 फीसदी चेहरे नए होंगे। पार्टी मंगलवार को भी टीम का ऐलान कर सकती है।

भट्ट की नई टीम में क्षेत्रीय जातीय समीकरणों में संतुलन साधने के साथ महिला और युवा चेहरों को प्रतिनिधित्व दिया गया है।भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में दिल्ली में सोमवार को उत्तराखंड की नई टीम को लेकर मंथन हुआ।

प्रदेश अध्यक्ष भट्ट अपने साथ संभावित पदाधिकारियों की सूची ले गए थे। इनमें से कुछ नामों की छंटनी कर दी गई, जबकि ज्यादातर पर सहमति जताई गई।  हाईकमान प्रदेश नेतृत्व को नए पदाधिकारियों के नाम मेल के जरिए भेजेगा।

भाजपा के प्रदेश संगठन में अध्यक्ष भट्ट समेत 22 पदाधिकारी हैं।नई कार्यकारिणी को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा के साथ प्रदेश अध्यक्ष भट्ट और प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार की दो दौर की चर्चा हुई थी।

नई दिल्ली में हुई दो अलग-अलग बैठकों में कार्यकारिणी में शामिल किए जाने वाले प्रत्येक चेहरे को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने प्रदेश संगठन से जानकारी ली।

‘संगठन सरकार से बड़ा है’: केशव मौर्य के इस ट्वीट ने राजनीतिक गलियारों में लगाईं आग, क्या बनेंगे प्रदेश अध्यक्ष ?

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सरकार और संगठन को लेकर ऐसा ट्वीट किया है, जिसको लेकर बड़े कयास लगाए जाने लगे हैं.उन्होंने एक ट्वीट में लिखा-‘संगठन सरकार से बड़ा है।’ इस ट्वीट के बाद राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर कयासबाजी तेज हो गई कि क्या केशव वाकई बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने जा रहे हैं।

वैसे पार्टी हाईकमान ने अभी तक इस बारे में कुछ भी संकेत नहीं दिया है। दिल्ली दरबार में कई अन्य नेता भी हाजिरी लगा चुके हैं। लखनऊ से दिल्ली तक फिलहाल हर किसी को इंतजार है कि पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम के ऐलान का।

केशव प्रसाद मौर्य के इस ट्वीट से यूपी बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर आहट साफ झलक रही है और कहा जा रहा है कि उन्हें यह जिम्मेदारी दी जा सकती है.इस बीच केशव मौर्य द्वारा इशारों-इशारों में दिए जा रहे संकेतों और पार्टी सूत्रों की बातों से लगभग तय माना जाने लगा है कि यूपी के अगले प्रदेश वही होंगे।

केशव प्रसाद मौर्य  ने  भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा  से मुलाकात कर उत्तर प्रदेश के राजनीतिक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की थी.  उत्तर प्रदेश भाजपा संगठन में होने वाले फेरबदल से जोड़ कर देखा जा रहा है. केशव प्रसाद मौर्य को हाल ही में उत्तर प्रदेश विधान परिषद में सदन का नेता बनाया गया था.

भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे मनीष सिसोदिया का बयान, केस बंद कराने के लिए बीजेपी ने दिया है ऑफर

शराब नीति में कथित भ्रष्टाचार को लेकर सीबीआई जांच का सामना कर रहे दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन्हें आम आदमी पार्टी (आप) को तोड़ने को कहा है और इसके बदले सीबीआई-ईडी केस बंद कराने का लालच दिया गया है।

सिसोदिया ने खुद को राजपूत और महाराणा प्रताप का वंशज बताते हुए कहा कि वह सिर कटा लेंगे लेकिन झुकेंगे नहीं। उन्होंने कहा कि इसके बदले बीजेपी ने सीबीआई और ईडी के सभी केस बंद करवाने की बात कही है.

मनीष सिसोदिया ने इसको लेकर ट्ववीट किया, ‘मेरे पास भाजपा का संदेश आया है. ‘आप’ तोड़कर भाजपा में आ जाओ, सारे CBI-ED के केस बंद करवा देंगे. मेरा भाजपा को जवाब- मैं महाराणा प्रताप का वंशज हूं, राजपूत हूं. सर कटा लूंगा लेकिन भ्रष्टाचारियों-षड्यंत्रकारियों के सामने झुकूंगा नहीं. मेरे खिलाफ सारे केस झूठे हैं. जो करना है कर लो.’

 उन्होंने बताया कि वह दो दिनों को लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ गुजरात जा रहे हैं. गुजरात विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही समय बचा है. इसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से तैयारियों में जुटी हुई हैं.

आम आदमी पार्टी की तरफ से गुजरात की जनता से कई बड़े वादे किए जा रहे हैं. अरविंद केजरीवल भी कई बार गुजरात का दौरा कर चुके हैं. अब इस बार वह एक और चुनावी वादा करने के लिए गुजरात जा रहे हैं.