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जेलों में ‘जाति आधारित भेदभाव’ मामले को लेकर खफा सुप्रीम कोर्ट, कल आ सकता है ऐतिहासिक फैसला

नई दिल्ली:  सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को एक ‘जाति आधारित भेदभाव’ से जुड़ी याचिका पर अपना एतिहासिक फैसला सुनाने वाली है। सुप्रीम कोर्ट में दायर इस याचिका में आरोप लगाया गया है कि देश के कुछ राज्यों के जेल मैनुअल जाति आधारित भेदभाव को बढ़ावा देते हैं। बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश बल्कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु समेत 17 राज्यों से जेल के अंदर जातिगत भेदभाव और जेलों में कैदियों को जाति के आधार पर काम दिए जाने पर जवाब मांगा था।

सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड की गई 3 अक्टूबर की वाद सूची के अनुसार मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला तथा न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ इस याचिका पर फैसला सुनाएगी। सर्वोच्च न्यायालय ने इस साल जनवरी में इस याचिका पर केंद्र और उत्तर प्रदेश तथा पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों से जवाब मांगा था। हालांकि छह महीने बीतने के बाद भी केवल उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल ने ही अपना जवाब कोर्ट में दाखिल किया है।

यूपी सरकार को लगी थी कड़ी फटकार
बता दें कि पिछली सुनवाई में भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने उत्तर प्रदेश सरकार के वकीलों की कड़ी फटकार लगाई थी। उत्तर प्रदेश सरकार के वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट में दावा किया था कि यूपी की जेलों में कैदियों के साथ कोई जातिगत भेदभाव नहीं होता है। डीवाई चंद्रचूड़ ने उत्तर प्रदेश की जेल नियमावली के कुछ प्रावधान पढ़कर खफा हो गए थे। इस पर उन्होंने कहा था कि, नियम 158 में मैला ढोने के कर्तव्य का जिक्र है। यह मैला ढोने का कर्तव्य क्या है? इसमें मैला ढोने वालों की जाति का उल्लेख है। इसका क्या मतलब है।

जेलों में हो रहा है भेदभाव
याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट में दायर अपनी याचिका में कहा था कि, इन राज्यों की जेल संहिता जेलों के अंदर काम के आवंटन में भेदभाव करती हैं और कैदियों की जाति के आधार पर उन्हें रखने की जगह तय होती है। याचिका में केरल जेल नियमों का हवाला देते हुए कहा गया कि वे आदतन और फिर से दोषी ठहराए गए दोषियों के बीच अंतर करते हैं। जिसमें कहा गया है कि जो लोग आदतन लुटेरे, घर तोड़ने वाले, डकैत या चोर हैं, उन्हें वर्गीकृत किया जाना चाहिए और अन्य दोषियों से अलग किया जाना चाहिए।

‘महात्मा गांधी के जीवन ने साहस, ताकत और उम्मीद दी’, मुडा घोटाले को लेकर बोले CM सिद्धारमैया

कोलकाता:  कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार को कहा कि महात्मा गांधी के जीवन और विचारों ने उन्हें ‘मौजूदा संघर्ष’ में साहस, ताकत और उम्मीद दी है। बता दें, सीएम के खिलाफ मुडा घोटाला मामले में लोकायुक्त पुलिस और ईडी की जांच चल रही है।

सीएम और उप मुख्यमंत्री ने निकाला मार्च
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती पर सीएम सिद्धारमैया और उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने यहां विधान सौध के परिसर में गांधी भवन से गांधी प्रतिमा तक मार्च निकाला।

क्या बोले सीएम?
कर्नाटक मुख्यमंत्री ने मामले का जिक्र बिना किए कहा, ‘सच्चाई की असली परीक्षा का सामना करने के मेरे मौजूदा संघर्ष में बापू के जीवन और विचारों ने मुझे साहस, शक्ति और उम्मीद दी है। देश के सभी लोगों को गांधी जयंती की शुभकामनाएं।’

महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की
गांधी जयंती के अवसर पर सिद्धारमैया और शिवकुमार ने महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की। महात्मा गांधी के दर्शन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए आयोजित कार्यक्रम में सफेद पोशाक पहने सिद्धारमैया और शिवकुमार के साथ कानून मंत्री एच के पाटिल, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर सहित अन्य मंत्री भी शामिल हुए।

उखरूल में स्वच्छता अभियान के दौरान दो गुटों में झड़प, गोलीबारी में कई घायल, इलाके में निषेधाज्ञा लागूV

मणिपुर:मणिपुर के उखरूल में बुधवार को स्वच्छता अभियान के दौरान दो गुट आपस में भिड़ गए। अस दौरान दोनों गुटें के बीच गोलीबारी हुई, जिसके बाद वहां निषेधाज्ञा लागू कर दी गई। दोनों गुट नागा समुदाय से थे, लेकिन अलग-अलग गांव से थे। गोलीबारी में कुछ लोग घायल भी हुए हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए असम राइफल्स को तैनात किया गया है।

प्रतिबंध को लेकर उखरुल उप-मंडल मजिस्ट्रेट डी. कामेई ने पुलिस अधीक्षक के पत्र का हवाला दिया। पत्र में थवाईजाओ हुंगपुंग युवा छात्र संगठन (टीएचवाईएसओ) के सामाजिक कार्य में अनहोनी की आशंका जताई गई थी। इसके अलावा इसमें हुनफुन ग्राम प्राधिकरण की ओर से हुनफुन क्षेत्र में इसे लेकर आपत्ति जताए जाने की बात भी कही गई थी।

आदेश के अनुसार, हुनफुन और हंगपुंग गांवों के बीच भूमि विवाद के संबंध में कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा होने की संभावना है। इससे दोनों गांवों के बीच शांति भंग हो सकती है। ऐसी घटनाओं से मानव जीवन और संपत्तियों को खतरा हो सकता है। इसलिए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 163 के तहत कानून-व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले व्यक्ति की उनके संबंधित आवासों के बाहर आवाजाही और किसी भी अन्य गतिविधि पर रोक लगाने का आदेश जारी किया जाता है। निषेधाज्ञा दो अक्तूबर को सुबह साढ़े नौ बजे से अगले आदेश तक जारी रहेगा।

मणिपुर में बंद के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित
मणिपुर के पांच इंफाल घाटी जिलों में दो युवकों के अपहरण को लेकर मेइतेई समूह संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) द्वारा बुलाए गए बंद के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। इस दौरान दुकानें और अन्यवाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद थे। पूर्वी-पश्चिमी इंफाल, थौबल और बिष्णुपुर और काकचिन में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों को अवरुद्ध कर दिया। थौबल में मंगलवार से बंद था, महिलाओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग 12 को अवरुद्ध कर दिया था। पूर्वी इंफाल जिले के खुरांग और लामलोंग में बंद को सख्ती से लागू किया गया था।

पश्चिम बंगाल में रेलवे की तरफ से 60,000 करोड़ रुपये के निवेश का अवसर, रेल मंत्री का बयान

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को घोषणा की कि पश्चिम बंगाल में रेलवे की तरफ से 60,000 करोड़ रुपये के निवेश का अवसर है। इस दौरान उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि रेलवे को भूमि सौंपने से जुड़े मुद्दों के कारण राज्य में मौजूदा में 61 परियोजनाएं रुकी हुई हैं, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए टीएमसी सरकार को राजनीति से ऊपर उठने की जरूरत है।

‘राज्य सरकार के सहयोग से पूरी होंगे योजनाएं’
सियालदह स्टेशन पर कई रेलवे परियोजनाओं और ट्रेन सेवाओं का उद्घाटन करने के बाद रेल मंत्री ने कहा, कि इस तरह के निवेश तभी संभव होंगे जब राज्य सरकार सहयोग करेगी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि 26 किलोमीटर की मेट्रो रेलवे परियोजनाएं हैं जहां भूमि संबंधी मुद्दों के कारण काम आगे नहीं बढ़ सकता है।

‘रेलवे परियोजनाओं को लेकर नहीं होनी चाहिए राजनीति’
ब्रेथवेट एंड कंपनी लिमिटेड में स्वच्छ भारत कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, जहां उन्होंने पीएसयू का निरीक्षण भी किया, अश्विनी वैष्णव ने लोगों के कल्याण को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने आगे कहा कि विकास समय की मांग है, रेलवे परियोजनाओं को लेकर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। अगर राज्य सरकार हमारा समर्थन करती है, तो लोगों की भलाई के लिए इन 61 लंबित परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाया जा सकता है।

वहीं आरजी कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म-हत्या से जुड़े मामले के जवाब में उन्होंने कहा, कि पूजा का मौसम शुरू हो गया है, और हम अपनी बेटी, अपनी बहन के लिए न्याय की प्रार्थना कर रहे हैं।

‘अलग राजनीतिक दल बनाकर, लड़ेंगे सारे चुनाव’; विधायक पीवी अनवर ने भरी हुंकार

मलप्पुरम:  केरल सरकार पर आरोप लगाने वाले निर्दलीय विधायक पीवी अनवर ने हुंकार भरी है। उन्होंने एलान किया है कि वह केरल में अलग राजनीतिक दल बनाकर सारे चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने जो मुद्दे उठाए हैं, वे अब एक आंदोलन बन गए हैं। अनवर ने कहा कि मैं एक नई राजनीतिक पार्टी बनाऊंगा। क्योंकि बिना पार्टी के आप चुनाव नहीं लड़ सकते।

उन्होंने दावा किया कि उन्हें राज्य के लाखों युवाओं का समर्थन प्राप्त है और वे ही उनकी उम्मीद हैं। नीलांबुर विधायक ने मलप्पुरम में सोने की तस्करी और हवाला मामलों के बारे में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के बयानों को लेकर कहा कि उनके बयान हिंदुत्व संप्रदायवादियों और आरएसएस को खुश करने के लिए थे।

अनवर ने कहा कि मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि सीएम अपने पद से इस्तीफा दे दें। अगर मैं उनकी जगह होता तो मैं ऐसा करता। पार्टी में अन्य लोग भी हैं जो सीएम बनने के लिए सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि वह जनता के बीच जाएंगे और लगातार इन मुद्दों को उनके सामने उठाएंगे। वह जो मुद्दे उठाने जा रहे हैं उनमें राज्य में बढ़ता मानव-पशु संघर्ष भी शामिल है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह संघर्ष कुछ एजेंसियों और वन विभाग ने किया था और इसके पीछे एक साजिश थी। मैं सब खुलासा कर दूंगा।

बता दें, केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के विधायक पीवी अनवर का बड़ा बयान सामने आया था। उन्होंने मुख्यमंत्री पिनरई विजयन के राजनीतिक सचिव पी शशि और उनके विश्वासपात्र वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एम आर अजित कुमार पर गंभीर आरोप लगाए थे। कारोबारी पेशे से राजनीति में आए और दो बार के विधायक अनवर ने शशि और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) के पद पर कार्यरत अजित कुमार पर मुख्यमंत्री से विश्वासघात करने का आरोप लगाया।

पुणे में हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार, दो लोगों की मौत की आशंका; डेढ़ महीने में ऐसी दूसरी घटना

मुंबई:  महाराष्ट्र से बड़ी खबर आ रही है। यहां पुणे जिले के बावधन के पास हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया है। पिंपरी चिंचवाड़ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हादसे में तीन लोगों के मारे जाने की आशंका है। मौके पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। एंबुलेंस भी मौके पर पहुंच चुकी हैं। हादसे की वजह अब तक साफ नहीं हो पाई है। हालांकि, कहा जा रहा है कि हादसा कोहरे या तकनीकी खामी की वजह से हुआ होगा। इससे पहले 24 अगस्त को एक हेलीकॉप्टर पुणे जिले के पौड गांव में हादसे का शिकार हो गया था।

यह अभी पता नहीं चल पाया कि यह सरकारी था या निजी?
पुलिस ने बताया कि बुधवार सुबह महाराष्ट्र के पुणे जिले में एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसके बाद देखते ही देखते वह आग के गुब्बारे में तब्दील हो गया। अब तक दो लोगों के मारे जाने की आशंका है। यह अभी पता नहीं चल पाया है कि यह सरकारी था या निजी।

6.45 बजे बावधन इलाके के पहाड़ी इलाके में हुई घटना
पिंपरी चिंचवाड़ पुलिस ने बताया कि यह घटना सुबह 6.45 बजे बावधन इलाके के पहाड़ी इलाके में हुई। हिंजेवाड़ी पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक कन्हैया थोराट ने बताया कि पुणे जिले के बावधन इलाके में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। प्राथमिक जानकारी के मुताबिक, दो लोगों के मारे जाने की आशंका है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि यह किसका हेलीकॉप्टर था, क्योंकि इसमें आग लगी हुई है।

अगस्त में मुंबई से हैदराबाद जा रहा निजी हेलीकॉप्टर पुणे में क्रैश हो गया था
इससे पहले 24 अगस्त को मुंबई से हैदराबाद जा रहा निजी हेलीकॉप्टर पुणे में क्रैश हो गया था। हेलीकॉप्टर में कुल चार यात्री सवार थे। निजी हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बारे में पुणे के पुलिस अधीक्षक पंकज देशमुख ने बताया था कि हादसा पुणे जिले के पौड गांव में हुआ। हेलीकॉप्टर का स्वामित्व एक निजी विमानन कंपनी के पास था।

‘भारत विश्वबंधु, दुनिया का मित्र’, विदेश मंत्रालय ने पहले 100 दिनों में एचएडीआर अभियानों को सराहा

नई दिल्ली:  विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने रविवार को संकट के समय में विभिन्न देशों को सहायता प्रदान करने के भारत के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के पहले 100 दिनों में मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) अभियानों की सराहना की। इस दौरान जायसवाल ने भारत को विश्वबंधु और दुनिया का मित्र बताया।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जायसवाल ने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘भारत- विश्वबंधु, दुनिया का मित्र। मानवीय स्थितियों के दौरान मदद का हाथ बढ़ाना। सरकार के पहले 100 दिनों में भारत के मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) अभियानों पर एक नजर डालें।’

जायसवाल ने एक्स पर की गई अपनी पोस्ट में एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें उन्होंने सरकार के पहले 100 दिनों के दौरान भारत के एचएडीआर अभियानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

जायसवाल ने कहा, मोदी सरकार के पहले 100 दिनों में मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) अभियानों के तहत विभिन्न देशों को सहायता दी जा चुकी हैं, इनमें कुवैत, पापुआ न्यू गिनी, हैती, अल साल्वाडोर, सीरिया, यूक्रेन, चाड, लाओ पीडीआर, मलावी, म्यांमार, नामीबिया, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस, वियतनाम, जाम्बिया और जिम्बाब्वे आदि शामिल हैं। जायसवाल ने साझा की गई वीडियो में यह भी बताया कि इन देशों को कब और किस संदर्भ में सहायता दी गई है।

बता दें कि भारत प्रभावित देशों को एचएडीआर प्रदान करने वाले पहले उत्तरदाताओं में से रहा है। ‘ऑपरेशन सद्भाव’ भारत की दीर्घकालिक ‘एक्ट ईस्ट नीति’ के अनुरूप, आसियान क्षेत्र में एचएडीआर में योगदान देने के व्यापक प्रयास का प्रतीक है।

विमान क्रैश में मारे गए IAF कर्मियों के 56 साल बाद मिले अवशेष, सेना ने बरामद किए 4 शव

जम्मू: भारतीय सेना को खोज और बचाव अभियान में एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। सेना की एक टीम ने 1968 में रोहतांग दर्रे पर दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय वायु सेना (आईएएफ) एएन-12 विमान के कर्मियों के अवशेषों को बरामद किया है। सेना को ये शव 56 साल पर मिले हैं। इसे एक असाधारण घटनाक्रम माना जा रहा है।

सेना के अधिकारियों ने बताया कि ये अवशेष भारतीय सेना के डोगरा स्काउट्स और तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू के कर्मियों की एक संयुक्त टीम ने बरामद किए। चार में तीन पीड़ितों की पहचान हो गई है, जिसमें मलखान सिंह, सिपाही नारायण सिंह और थॉमस चरण शामिल हैं। इनमें से सिपाही नारायण सिंह उत्तराखंड की चमोली तहसील के कोलपाड़ी गांव के रहने वाले थे। तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू के प्रतिनिधियों के सहयोग से भारतीय सेना के डोगरा स्काउट्स के नेतृत्व में यह मिशन बड़े चंद्र भागा माउंटेन पर चलाया जा रहा था।

2003 में अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के पर्वतारोहियों ने मलबे की खोज की। जिसके बाद भारतीय सेना, विशेष रूप से डोगरा स्काउट्स द्वारा हाल के वर्षों में कई अभियान चलाए गए थे। डोगरा स्काउट्स ने 2005, 2006, 2013 और 2019 में खोजी अभियान चलाए थे।

अधिकारियों ने बताया कि, दुर्घटना स्थल की खतरनाक परिस्थितियों और कठोर इलाके को देखते हुए 2019 तक पीड़ितों के केवल पांच शव बरामद किए गए थे। उन्होंने कहा कि अब चंद्र भागा पर्वत अभियान में चार और शव बरामद हुए हैं। जिससे मृतकों के परिवारों के बीच नई उम्मीद जगी है।

चरण केरल के पथानामथिट्टा जिले के एलंथूर का रहने वाले थे। उन्होंने बताया कि उसके परिजनों को शव बरामद होने की सूचना दे दी गई है। आधिकारिक रिकॉर्ड से प्राप्त दस्तावेजों की मदद से मलखान सिंह की पहचान की गई। आधिकारिक दस्तावेजों के जरिए सिपाही सिंह की पहचान की गई। जो आर्मी मेडिकल कोर में काम करते थे। अधिकारियों ने बताया कि सिंह उत्तराखंड के गढ़वाल में चमोली तहसील के कोलपाडी गांव का रहने वाले थे।

102 लोगों को ले जा रहा विमान हो गया था क्रैश
गौरतलब है कि 102 लोगों को ले जा रहा यह ट्विन-इंजन टर्बोप्रॉप परिवहन विमान 7 फरवरी, 1968 को चंडीगढ़ से लेह के लिए उड़ान भरते समय लापता हो गया था। 2003 में अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के पर्वतारोहियों ने मलबे की खोज की, जिसके बाद से भारतीय सेना कई अभियान चला चुकी है। इसमें 2019 तक केवल पांच पीड़ितों के पार्थिव अवशेष बरामद किए गए थे।

छत्तीसगढ़ के व्यवसायी की जमानत याचिका सुनवाई 3 को; महादेव सट्टेबाजी एप मामले में लगाई अर्जी

नई दिल्ली:  सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ के व्यवसायी सुनील दम्मानी की जमानत याचिका पर 3 अक्टूबर को सुनवाई करने पर सहमति जताई। सुनील दम्मानी को प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले साल अगस्त में अवैध जुआ महादेव एप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ से जेल में बंद व्यवसायी के वकील ने आग्रह किया कि जमानत याचिका पर तत्काल सुनवाई की जरूरत है।

दम्मानी के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल 13 महीने से अधिक समय से जेल में हैं। इस पर सीजेआई ने कहा कि हम आमतौर पर किसी निश्चित दिन सुनवाई के लिए सूचीबद्ध मामलों को नहीं छोड़ते हैं, लेकिन यह जमानत याचिका है। हम इस पर गुरुवार को सुनवाई करेंगे। पिछले साल 23 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महादेव एप मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कथित संलिप्तता के लिए दम्मानी के साथ तीन अन्य को गिरफ्तार किया था।

10 लोगों की संपत्तियों की तलाशी भी ली थी
केंद्रीय जांच एजेंसी ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा सहित 10 लोगों की संपत्तियों की तलाशी भी ली थी। मामले में दम्मानी के अलावा उनके भाई अनिल दम्मानी, छत्तीसगढ़ पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक चंद्र भूषण वर्मा और रायपुर निवासी सतीश चंद्राकर को भी गिरफ्तार किया गया था। ईडी का मनी लॉन्ड्रिंग मामला दुर्ग जिले के मोहन नगर पुलिस स्टेशन में अवैध जुआ ऐप ‘महादेव’ के खिलाफ 2022 में राज्य पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर से जुड़ा है।

ईडी के आरोप
ईडी के मुताबिक, दम्मानी बंधुओं की एक ज्वैलरी शॉप और एक पेट्रोल पंप है और कथित तौर पर हवाला लेन-देन में उनकी भूमिका थी। एएसआई वर्मा ने कथित तौर पर अन्य आरोपियों को पुलिस कार्रवाई से बचाने के लिए उनसे पैसे लिए और संदेह है कि उसने अन्य पुलिस अधिकारियों को भी पैसे दिए।

पुणे में मराठा कार्यकर्ताओं ने की लक्ष्मण हाके से मारपीट, 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

मुंबई:  महाराष्ट्र के पुणे में ओबीसी कार्यकर्ता लक्ष्मण हाके के साथ मराठा कार्यकर्ताओं ने मारपीट की। उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया गया। पुलिस ने मंगलवार को इस घटना की जानकारी दी। सोशल मीडिया पर भी इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है। सोमवार की रात को कोंढवा के पास हुए हमले के बाद 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में मराठा कार्यकर्ताओं को हाके के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए देखा गया। कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि हाके नशे में हैं और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।

कोंढवा पुलिस के वरिष्ट अधिकारी ने कहा, ओबीसी कार्यकर्ता लक्ष्मण हाके के साथ दुर्व्यवहार के मामले में भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने हाके को पुलिस स्टेशन ले आए और उनका मेडिकल टेस्ट कराने की मांग करने लगे। उन्होंने आरोप लगाया कि हाके नशे की हालत में थे।

देर रात ओबीसी कार्यकर्ता को भारी सुरक्षा के तहत ससून जनरल अस्पताल ले जाया गया। अधिकारी ने कहा, “हाके अब मेडिकल टेस्ट के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। वे अपने ऊपर लगे आरोपों से छुटकारा पाना चाहते हैं। टेस्ट के परिणाम दो दिनों के भीतर आ जाएंगे। परिणाम के आधार पर ही कार्रवाई होगी।” हाके ने बताया कि उनकी हत्या की साजिश रची गई थी। पुलिस उनपर लगे आरोपों की जांच कर रही है।