Saturday , November 23 2024

देश

दिल्ली: विज्ञान भवन में बोले पीएम मोदी-“यह संयुक्त सम्मेलन हमारी संवैधानिक खूबसूरती का सजीव चित्रण है”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मुख्यमंत्रियों और उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के संयुक्त सम्मेलन को संबोधित किया। दिल्ली के विज्ञान भवन में हुए कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, 2047 में जब देश अपनी आजादी के 100 साल पूरे करेगा, तब हम देश में कैसी न्याय व्यवस्था देखना चाहेंगे?

प्रधानमंत्री ने कहा, यह संयुक्त सम्मेलन हमारी संवैधानिक खूबसूरती का सजीव चित्रण है। मुझे खुशी है कि इस अवसर पर मुझे भी आप सभी के बीच कुछ पल बिताने का अवसर मिला है।

पीएम मोदी ने कहा, हमारे देश में जहां एक ओर न्यायपालिका की भूमिका संविधान संरक्षक की है, वहीं विधायिका जनता की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करती है। मुझे विश्वास है कि संविधान की इन दो धाराओं का ये संगम, ये संतुलन देश में प्रभावी और समयबद्ध न्याय व्यवस्था का रोडमैप तैयार करेगा।

संबोधन के दौरान प्रधानमंत्रियों ने जेल में बढ़ रही कैदियों की संख्या पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, आज देश में करीब साढ़े तीन लाख कैदी ऐसे हैं, जो अंडर ट्रायल हैं और जेल में हैं। इनमें से अधिकांश लोग गरीब या सामान्य परिवारों से हैं। हर जिले में जिला जज की अध्यक्षता में एक कमेटी होती है ताकि इन केसेस की समीक्षा हो सके, जहां संभव हो बेल पर उन्हें रिहा किया जा सके।

 

कोरोना की दूसरी और एहतियाती खुराक के बीच होना चाहिए कितना अंतर ? केंद्र सरकार ने बताया

देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच केंद्र सरकार के सूत्रों ने कहा है कि दूसरी खुराक और एहतियाती खुराक के बीच मौजूदा अंतर को फिलहाल कम नहीं किया गया है।

पहले की तरह दोनों खुराकों के बीच का अंतर नौ महीने का ही रहेगा। फिलहाल अंतर कम करने पर विचार नहीं किया जा रहा है। पहले कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि दूसरी खुराक और एहतियाती खुराक के बीच के अंतर को कम करने के लिए राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) द्वारा सिफारिश किए जाने की उम्मीद है।

भारत ने 10 जनवरी से हेल्थकेयर और अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को टीकों की एहतियाती खुराक देना शुरू किया था। सरकार ने मार्च में 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को एहतियाती खुराक के लिए पात्र बनाते हुए कॉमरेडिटी क्लॉज को हटा दिया।

इसके अलावा, 4736567 स्वास्थ्य कर्मियों, 7447184 अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 14,545595 व्यक्तियों ने एहतियाती खुराक लिए हैं।

ईस्टर्न कमांड के कमांडिंग ऑफिसर रह चुके हैं जनरल मनोज पांडे ने आज से संभाला सेना प्रमुख का कार्यभार

देश को आज नया सेना प्रमुख मिल गया। भारतीय सेना के अनुभवी और पराक्रमी अधिकारी जनरल मनोज पांडे आज सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया। उन्होंने एमएम नरवणे की जगह ली।

खास बात यह है कि जनरल मनोज पांडे कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स के पहले अधिकारी हैं, जो सेना प्रमुख का पद संभालेंगे। आइए जानते हैं जनरल पांडे का सेना प्रमुख के पद तक पहुंचने का अब तक का सफरनामा।

जनरल पांडे का जन्म डॉ. सीजी पांडे और ऑल इंडिया रेडियो में अनाउंसर और होस्ट रह चुकीं प्रेमा के यहां हुआ था। उनका परिवार नागपुर से है। शुरुआती स्कूलिंग के बाद जनरल मनोज पांडे ने नेशनल डिफेंस अकेडमी ज्वाइन की।

जनरल मनोज पांडे को दिसंबर 1982 में बॉम्बे सैपर्स में कमीशन मिला, जो कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स की एक रेजिमेंट है। वह ब्रिटेन के कैमबर्ले के स्टाफ कॉलेज का भी हिस्सा रहे हैं। कोर्स पूरा होने के बाद वह भारत लौट आए और पूर्वोत्तर भारत की माउंटेन ब्रिगेड के ब्रिगेड मेजर नियुक्त किए गए। लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर पहुंचने के बाद उन्होंने इथियोपिया और इरिट्रिया में यूनाइटेड नेशन्स मिशन में बतौर चीफ इंजीनियर काम किया।

 

मुख्यमंत्री के गृह जिले में यहाँ चला बुलडोजर, कांग्रेस नेता की 10 दुकानों और 2 घरों को प्रशासन ने तोड़ा

इस समय मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान  की सरकार का बुलडोजर माफियाओं के खिलाफ चल रहा है. लेकिन अब यह बुलडोजर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर के आष्टा पहुंच गया है.  प्रशासन ने बुलडोजर से अलीपुर के कांग्रेस नेता भैया मियां की 10 दुकानों और 2 घरों को तोड़ दिया है.

मामला कांग्रेस नेता और मुस्लिम समुदाय से जुड़ा होने के कारण मौके पर स्थानीय नेताओं का जमावड़ा लग गया. स्थानीय नेताओं ने यह जानकारी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को दी. इसके बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव कुछ देर में आष्टा पहुंच गए.

इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व मंत्री अरुण यादव ने स्थानीय कांग्रेस नेताओं के साथ उस इलाके का पैदल भ्रमण किया और जानकारी जुटा कर स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों एसडीएम विजय मंडलोई, तहसीलदार लाखन सिंह चौधरी, नायब तहसीलदार अंकिता वाजपेयी, नायब तहसीलदार अतुल शर्मा के साथ रेस्ट हाउस पर बंद कमरे में करीब एक घंटे तक चर्चा की.

दिग्विजय सिंह ने जिला प्रशासन पर भेदभावपूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मैं जिला प्रशासन पर सीधे आरोप लगाता हूं कि उन्होंने 115 नंबर में जितने मकान और दुकान हैं उन्हें नोटिस नहीं दिया और सिर्फ भैया मियां की दुकानें और मकान तोड़ दिए यही मेरी आपत्ति भी है.

 

दिल्ली विज्ञान भवन पहुंचे सीएम धामी, मुख्यमंत्रियों व मुख्य न्यायाधीशों की संयुक्त कांफ्रेंस में लेंगे भाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी  नई दिल्ली रवाना हो गए। वह आज शनिवार को नई दिल्ली विज्ञान भवन में मुख्यमंत्रियों व मुख्य न्यायाधीशों की संयुक्त कांफ्रेंस भाग लेंगे।

दिल्ली पहुंचने पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि उत्तराखंड धर्म, संस्कृति और आध्यात्म का केंद्र है, वो बचा रहे और कानून व्यवस्था बनी रहे, उसके लिए हमने सत्यापन की शुरुआत की है।

इससे पूर्व  को केदारनाथ मंदिर के रावत भीमा शंकर लिंग ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उसे आवास पर भेंट की थी। मुख्यमंत्री ने उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। रावल भीमाशंकर लिंग एक मई को भैरवनाथ पूजा में शामिल होकर धार्मिक परंपराओं का निर्वहन करेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री को केदारनाथ आने का न्यौता दिया।

मौके पर सीएम ने भी रावल को तुलसी का पौधा भेंट किया। वहीं आज सीएम दिल्ली में मुख्यमंत्रियों व मुख्य न्यायाधीशों की संयुक्त कांफ्रेंस में हिस्सा लेंगे।

लाउडस्पीकर विवाद में हुई शिवपाल यादव की एंट्री पूछा-“अचानक शुरू हुए इस फसाद की जड़ कौन है ?”

देशभर में लाउडस्पीकर चर्चा का विषय बना हुआ है. इसको लेकर अब राजनिति भी शुरू हो गई है. इसी बीच समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल यादव ने भी इसको लेकर बड़ा बयान दिया है. सपा विधायक ने कहा कि बुनियादी सवाल है कि अचानक शुरू हुए इस फसाद की जड़ कौन है?

शिवपाल यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘सैंकड़ों सालों से देश की गंगा-जमुनी तहजीब में भजन,कीर्तन,अजान व गुरुवाणी के स्वर सहअस्तित्व के साथ गूंजते रहें हैं. लाउडस्पीकर के आविष्कार के बहुत पहले से. ईश्वर न तब बहरा था और न अब बहरा है. बुनियादी सवाल है कि अचानक शुरू हुए इस फसाद की जड़ कौन है?

बता दें कि देशभर में लाउडस्पीकर को लेकर विवाद गरमा गया है. महाराष्ट्र से चलकर लाउडस्पीकर विवाद सबसे पहले उत्तर प्रदेश पहुंचा. यहां पिछले दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर कई दिशा निर्देश दिए और बिना अनुमति के लगे लाउडस्पीकरों को हटाने के आदेश दिए. 23 अप्रैल को इस संबंध में आदेश का नोटिफिकेशन भी जारी हो गया.

Punjab: बिजली कटौती को लेकर किसानों ने पंजाब सरकर के खिलाफ किया जमकर विरोध प्रदर्शन

पंजाब में हो रही बिजली कटौती को लेकर प्रदेश की जनता काफी नाराज है. इसी बीच पंजाब के किसानों ने बिजली कटौती से परेशान होकर सरकार के खिलाफ शुक्रवार को कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया.

किसानों ने बठिंडा में जीएनडीटीपी के पास बठिंडा-अमृतसर राष्ट्रीय हाईवे को जाम कर दिया और बठिंडा में राज्य सरकार के खिलाफ धरना देकर बठिंडा-चंडीगढ़ हाईवे को भी जाम कर दिया.

इस दौरान किसानों ने मनसा जिले में भी बिजली कटौती के खिलाफ प्रदर्शन किया, कई जगहों पर किसानों ने पंजाब सरकार का पुतला भी फूंका है. इसके साथ ही किसानों ने राज्य के बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ के अमृतसर स्थित आवास के बाहर प्रदर्शन किया.

शहरों में 4 से 5 तो गांवों में 10 से 12 घंटे की बिजली की कटौती हो रही है.  प्रदेश में पिछले साल के मुकाबले बिजली की मांग 40% बढ़ी है, हालांकि हम कोशिश कर रहे हैं कि 24 घंटे बिजली मिल सके.

जहां पंजाब में आप सरकार नें फ्री बिजली देने का वादा किया था वहीं आप सरकार बिजली देने में ही फेल होती नजर आ रही है. माना जा रहा कि एक तो प्रदेश में कोयले की वजह से भी बिजली की कटौती वजह बनी हुई और इधर खराब ट्रांसमिशन लाइनें और कमजोर ढांचे भी बड़ी समस्या बना हुआ है.

तो इस वजह से आजतक पीएम और सीएम के अलावा राष्ट्रपति बनने का मायावती ने नहीं देखा सपना !

 बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की चीफ और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने  समाजवादी पार्टी (एसपी) पर उन्हें लेकर अफवाहें फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने इस दौरान कहा कि, वह यूपी की मुख्यमंत्री और देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना देख सकती हैं, लेकिन देश का राष्ट्रपति बनने का सपना कभी नहीं देख सकती.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने कहा कि, “मैं डॉ. भीमराव आंबेडकर और कांशीराम के सपनों और आदर्शों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं. मैं कमजोर वर्गों के सशक्तिकरण और उत्थान के लिए लड़ रही हूं. मैं मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनकर वंचित समुदाय के कल्याण के लिए काम कर सकती हूं, लेकिन राष्ट्रपति बनकर नहीं.”

मायावती ने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी की जीत के लिए समाजवादी पार्टी जिम्मेदार है. सपा को मुस्लिम और यादव समुदाय का एकतरफा वोट मिला था. सपा ने सत्ता हासिल करने के लिए कई दलों से गठबंधन भी किया, लेकिन उसके मंसूबे सफल नहीं हुए.

बसपा चीफ यहीं नहीं रुकीं,उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि, “सपा प्रमुख ने महसूस किया है कि मुसलमानों और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के सदस्यों को गुमराह नहीं किया जा सकता है. “

प्रवर्तन निदेशालय की शिकायत के बाद एक्शन मोड़ में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच, कोलकाता पुलिस के खिलाफ FIR दर्ज़

प्रवर्तन निदेशालय की शिकायत पर कोलकाता पुलिस के खिलाफ दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने एफआईआर दर्ज की है. अभिषेक बनर्जी के कुछ कागजात सही नहीं पाए गए जिसमें ऑर्डर कोलकाता पुलिस की तरफ से था लिहाजा ईडी ने दिल्ली पुलिस से शिकायत की जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने FIR दर्ज की है.

 ईडी अभिषेक बनर्जी के खिलाफ मामला दर्ज करने जा रही है.इससे पहले ईडी ने पश्चिम बंगाल में कथित कोयला घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पूछताछ के लिए टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी को पूछताछ के लिये बुलाया था.

ईडी ने सीबीआई द्वारा दर्ज नवंबर 2020 की उस एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून, 2002 के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें आसनसोल और उसके आसपास के कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला घोटाले का आरोप लगाया गया है.

हनुमान चालीसा विवाद में सेशंस कोर्ट कल राणा दंपती की जमानत अर्जी पर करेगा सुनवाई, पुलिस ने किया जमानत अर्जी का कड़ा विरोध

मुंबई में शिवसेना प्रमुख व महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के निज निवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने के विवाद में गिरफ्तार नवनीत व रवि राणा दंपती की जमानत पर आज सुनवाई टल गई।

सेसंश कोर्ट राणा दंपती की जमानत अर्जी पर 30 अप्रैल को दोपहर 2.45 बजे सुनवाई करेगी। सरकारी वकील प्रदीप घरात ने बताया कि मुंबई पुलिस ने पुलिस ने कोर्ट में अपना जवाब दाखिल किया है। इसमें सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा को जमानत नहीं देने का अनुरोध किया गया।

राणा दंपती ने पिछले पिछले शनिवार यानी 23 अप्रैल को सीएम उद्धव ठाकरे के मुंबई स्थित निज निवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का एलान किया था। इसके बाद शिवसेना समर्थकों व उनके समर्थकों के बीच बवाल हुआ था।

इसके बाद नवनीत राणा व उनके पति विधायक रवि राणा ने जमानत के लिए सत्र अदालत का रुख किया है। गिरफ्तारी के बाद राणा दंपती को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है।