Saturday , November 23 2024

देश

यूक्रेन से जारी जंग के बीच रूस से भारत ने की ये बड़ी डील, जिसपर होगी पकिस्तान चीन सहित कई देशों की नजर

 रूस से भारत जल्द सस्ते दामों पर कच्चा तेल खरीदने वाला है. रूस से भारत 3.5 मिलियन बैरल कच्चे तेल की खरीदारी कर सकता है. रूस ने खुद भारत को सस्ता तेल बेचने का ऑफर दिया है जिसपर मोदी सरकार गंभीरता से विचार कर रही है.

रूस ने भारत को कच्चे तेल बेचने के दौरान शिपिंग और बीमा खर्च की भी जिम्मेदारी खुद लेने का ऑफर दिया है.इससे पहले पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने संसद में कहा था कि भारत रूस से डिस्काउंट वाला कच्चे तेल खरीदने पर विचार कर रहा है. रूस से सस्ता कच्चा तेल खरीदने पर भारत को जबरदस्त फायदा होगा जो महंगे कच्चे तेल से परेशान है.

रूस भारत का सबसे भरोसेमंद पुराना मित्र देश रहा है. इसी के चलते भारत ने रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को लेकर यूएन में रूस के खिलाफ मतदान में हिस्सा नहीं लिया. वहीं रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध थमने के आसार के चलते कच्चे तेल के दामों में गिरावट देखी जा रही है. कच्चा तेल 100 डॉलर प्रति बैरल के नीचे जा फिसला है जो बीचे हफ्ते 14 साल के उच्चतम स्तर 140 डॉलर प्रति बैरल के पार जा पहुंचा था.

एक बार फिर Goa के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे प्रमोद सावंत, विधायक दल की बैठक में हुई घोषणा

प्रमोद सावंत ही गोवा के अगले मुख्यमंत्री होंगे.विधायक दल की बैठक में प्रमोद सावंत के नाम की औपचारिक घोषणा होगी. इससे पहले गोवा विधानसभा के नवनिर्वाचित 39 सदस्यों ने शपथ ग्रहण की.

गांवकर ने सदन के 39 निर्वाचित सदस्यों को  शपथ दिलाई. विधायकों ने अपनी सहूलियत के हिसाब से कोंकणी, मराठी या अंग्रेजी भाषा में शपथ ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 40 सदस्यीय विधानसभा में सर्वाधिक 20 सीट पर जीत हासिल की थी, भाजपा ने अभी तक सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है.

गोवा की 40 सदस्यीय नयी विधानसभा में इस बार तीन दंपति कदम रखेंगे. बीजेपी की निवर्तमान सरकार में स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने वालपई जबकि उनकी पत्नी दिव्या ने पोरियम सीट से जीत दर्ज की है. विश्वजीत ने 8,085 मतों के अंतर से जीत हासिल की है तो दिव्या ने अपने निकतम प्रतिद्वंद्वी को 13,943 मतों से हराया.

हालांकि तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार कांदोलकर दंपति की किस्मत ने साथ नहीं दिया. कविता कांदोलकर को थिवी जबकि उनके पति किरन को हलदोणे सीट से हार का सामना करना पड़ा है. कविता को भाजपा के मौजूदा विधायक नीलकंठ रामनाथ हलर्णकर से जबकि किरन को कार्लोस अल्वारेस फरेरासे हार का सामना करना पड़ा.

 

पंजाब में प्रचंड जीत के बाद आज आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान लेंगे सीएम पद की शपथ

 पंजाब में भगवंत मान की सीएम के तौर पर आज ताजपोशी होगी.भगवंत मान दोपहर साढ़े बारह बजे शहीद भगत सिंह के गांव खटकड़कलां में शपथ लेंगे. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के बड़े नेता इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.

मुख्यमंच पर राज्यपाल और भगवंत मान होंगे, शपथग्रहण भी इसी मंच पर होगा. भगवंत मान के शपथ ग्रहण को भव्य बनाने की पूरी तैयारी आम आदमी पार्टी ने की है. 125 एकड़ में पंडाल, पार्किंग समेत खास इंतजाम किए गए हैं. करीब 3 लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.

मान ने लोगों से बड़ी संख्या में समारोह में शामिल होने की अपील करते हुए पुरुषों से उस दिन विशेष रूप से ‘बसंती’ (पीली) पगड़ी और महिलाओं को पीला ‘दुपट्टा’ (शॉल) पहन कर आने का भी आग्रह किया.

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर निचले सदन की सदस्यता से इस्तीफे का पत्र सौंपा. आम आदमी पार्टी (आप) ने ट्वीट कर यह जानकारी दी.

सीडीएस जनरल स्व. बिपिन रावत की पहली जयंती पर दून विश्वविद्यालय में हुआ रक्तदान शिविर का आयोजन

देश के पहले सीडीएस जनरल स्व. बिपिन रावत को जयंती पर याद किया गया। इस दौरान अपने हीरो को याद कर लोग भावुक हो गए। उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

दून विश्वविद्यालय में वीरभूमि फाउंडेशन द्वारा सीडीएस जनरल बिपिन रावत की जयंती के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में बड़ी संख्या में युवाओं ने रक्तदान किया।

दून विश्वविद्यालय में आयोजित सेमिनार को संबोधित करते पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सीडीएस बिपिन रावत जैसे योद्धा के चले जाने से इस देश को बहुत बड़ी क्षति पहुंची है। कार्यक्रम में विवि की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ,आइटीबीपी के एडीजी मनोज रावत, ब्रिगेडियर शिवेंद्र सिंह, निदेशक डीआरडीओ, डॉ. बीके दास, लेफ्टिनेंट जनरल सेनि. जयबीर सिंह नेगी आदि मौजूद हैं।पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी स्व. बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट में लिखा ‘ वीर थे, रणधीर थे, दुर्जेय शूरवीर थे।

पंजाब के बाद अब तेलंगाना में प्रचंड जीत हासिल करने के इरादे से सभी सीटों पर पदयात्रा निकालेंगे केजरीवाल

पंजाब फतह के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल जल्द ही तेलंगाना का दौरा करने वाले हैं. तेलंगाना के आप नेताओं की मानें तो केजरीवाल अप्रैल में दौरा कर सकते हैं.  केजरीवाल के तेलंगाना के दौरे को लेकर आप पार्टी ने प्रदेश की सभी 119 सीटों पर पदयात्रा निकालने की योजना बनाई है.

तेलंगाना में वह क्षेत्रीय पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के सामने खुद को मजबूत करेगी. अरविंद केजरीवाल के दौरे के बाद आप नेता तेलंगाना में होने वाले अगले विधानसभा चुनावों और पार्टी को मजबूत करने के लिए भविष्य की योजना भी तैयार करेगी.

सीएम केजरीवाल से तेलंगाना आप प्रभारी सोमनाथ भारती की मुलाकात हुई थी. इस मुलाकात में केजरीवाल ने सोमनाथ भारती को टीएआरएस के खिलाफ अभियान तेज करने के निर्देश दिए थे.

आप पार्टी की सर्च कमेटी की चेयरपर्सन इंदिरा शोबन ने कहा कि आप नेताओं को राज्य की मौजूदा स्थित की समझ है. इसलिए तेलंगाना में भी पंजाब की तरह धान खरीद और अधूरे वादे के कई मुद्दे है.

हिजाब विवाद पर आज कर्नाटक HC ने पेश किया ऐतिहासिक फैसला कहा-“स्कूल की वर्दी का नियम…”

हिजाब विवाद को लेकर कर्नाटक हाई कोर्ट ने कहा कि यह इस्लाम का जरूरी हिस्सा नहीं है. कोर्ट ने उडुपी में ‘गवर्नमेंट प्री-यूनिवर्सिटी गर्ल्स कॉलेज’ की मुस्लिम छात्राओं के एक वर्ग की याचिकाएं मंगलवार को खारिज कर दीं.

तीन जजों की बेंच ने कहा कि स्कूल की वर्दी का नियम एक सही पाबंदी है और संवैधानिक रूप से मंजूर है जिस पर छात्राएं आपत्ति नहीं उठा सकती हैं.

उन्होंने कहा कि हर किसी को छात्रों के फायदे के लिए कोर्ट का आदेश मानना चाहिए. यह हमारे बच्चों की शिक्षा और मुकद्दर का सवाल है. राज्य में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे.

चीफ जस्टिस ऋतु राज अवस्थी, जस्टिस कृष्ण एस दीक्षित और जस्टिस जे एम खाजी की बेंच ने कहा, ‘हमारी राय है कि मुस्लिम महिलाओं का हिजाब पहनना इस्लाम धर्म में आवश्यक धार्मिक प्रथा का हिस्सा नहीं है.’

बेंच ने यह भी कहा कि सरकार के पास 5 फरवरी 2022 के सरकारी आदेश को जारी करने का अधिकार है और इसे अवैध ठहराने का कोई मामला नहीं बनता है. इस आदेश में राज्य सरकार ने उन कपड़ों को पहनने पर रोक लगा दी थी, जिससे स्कूल और कॉलेज में समानता, अखंडता और सार्वजनिक व्यवस्था बाधित होती है.

 

देवेंद्र फडणवीस ने एमवीए सरकार पर दाऊद इब्राहिम से संबंध रखने वाले लोगों को नियुक्त करने का लगाया आरोप

भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता एवं महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने राज्य की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार पर राज्य के वक्फ बोर्ड में भगोड़े गैंगस्टर एवं आतंकवादी दाऊद इब्राहिम से संबंध रखने वाले लोगों को नियुक्त करने का आरोप लगाया.

हालांकि, सत्तारूढ़ गठबंधन की सहयोगी NCP ने इस आरोप को खारिज कर दिया और आरोप लगाया गया कि फडणवीस द्वारा उल्लिखित पदाधिकारी को बोर्ड में तब मनोनीत किया गया था, जब भाजपा राज्य में सत्ता में थी.

फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि उन्होंने जो पेन ड्राइव जमा की थी, जिसमें वक्फ बोर्ड के सदस्यों मोहम्मद अरशद खान और मुदस्सिर लांबे के बीच बातचीत है.

राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने निचले सदन को बताया कि लांबे को वक्फ बोर्ड में एमवीए द्वारा नियुक्त नहीं किया गया था. उन्होंने कहा, ”वह 30 अगस्त 2019 से एक निर्वाचित सदस्य हैं. हम देखेंगे कि उनके खिलाफ कैसे कार्रवाई की जा सकती है.”

अधिकारियों के अनुसार, लांबे बलात्कार के एक मामले में अग्रिम जमानत पर बाहर है, जबकि खान इस साल जनवरी में चार अन्य लोगों के साथ हथियार कानून के एक मामले में पकड़े जाने के बाद से ठाणे जेल में बंद है.

हिजाब विवाद: कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले पर ओवैसी ने खड़े किये सवाल कहा-“एक धर्म को निशाना बनाया गया है”

हिजाब पहनने को लेकर जारी विवाद के बीच आज कर्नाटक हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है. कर्नाटक हाई कोर्ट ने कहा कि हिजाब इस्लाम धर्म का अनिवार्य हिस्सा नहीं है और स्कूल छात्रा यूनिफॉर्म पहनने से इनकार नहीं कर सकते. हाइकोर्ट ने मुस्लिम छात्राओं की ओर से कॉलेजों में हिजाब पहनने को लेकर इजाजत मांगने वाली याचिका को भी खारिज कर दिया.

हाई कोर्ट के इस फैसले पर अब अखिल भारतीय मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा बयान सामने आया है. ओवैसी ने कहा है कि मैं हाई कोर्ट के इस फैसले से असहमत हूं. मुझे उम्मीद है कि याचिकाकर्ता अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाएंगे.

ओवैसी ने एक के बाद एक कई ट्वीट करके कहा, ”मैं हिजाब पर कर्नाटक हाई कोर्ट के फैसले से असहमत हूं. फैसले से असहमत होना मेरा अधिकार है और मुझे उम्मीद है कि याचिकाकर्ता सुप्रीम कोर्ट के समक्ष अपील करेंगे.”

ओवैसी ने कहा, ”हेडस्कार्फ़ पर प्रतिबंध निश्चित रूप से धर्मनिष्ठ मुस्लिम महिलाओं को शिक्षा प्राप्त करने से रोकता है. इसका मतलब है कि एक धर्म को निशाना बनाया गया है और उसकी धार्मिक प्रथा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. मुझे उम्मीद है कि इस फैसले का इस्तेमाल हिजाब पहनने वाली महिलाओं के उत्पीड़न को वैध बनाने के लिए नहीं किया जाएगा.”

पीठ ने यह भी कहा कि सरकार के पास पांच फरवरी 2022 के सरकारी आदेश को जारी करने का अधिकार है और इसे अवैध ठहराने का कोई मामला नहीं बनता है. इस आदेश में राज्य सरकार ने उन वस्त्रों को पहनने पर रोक लगा दी थी शिक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक जांच शुरू करने का अनुरोध करने वाली याचिका भी खारिज कर दी गई.

चुनाव में मिली करारी हार के बाद आज मायावती ने उठाया ये बड़ा कदम, पद से हटाए गए ये BSP नेता

बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने मंगलवार को एक बड़ा कदम उठाया. उन्होंने लोकसभा में बसपा के नेता रितेश पांडेय को उनके पद से हटा दिया. उनकी जगह पर गिरिश चंद्र जाटव को लोकसभा में बसपा का नेता बनाया गया है.

रितेश पांडेय उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर संसदीय क्षेत्र के सांसद हैं. वो बसपा के एक प्रमुख ब्राह्मण चेहरे हैं, वहीं दलित समाज से आने वाले गिरिश चंद्र जाटव नगीना सुरक्षित सीट से चुने गए हैं. लालगंज सीट की सांसद संगीता आजाद को चीफ विप बनाया गया है.

पिछले हफ्ते संपन्न हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में बसपा केवल एक सीट ही जीत पाई है. इस चुनाव में उसका वोट भी घटकर 12.8 फीसदी रह गया है. रितेश पांडेय जिस अंबेडकरनगर से चुनकर आए हैं, उसे बसपा का मजबूत पकड़ वाला इलाका माना जाता था.

साल 2017 में जब पूरे प्रदेश में बीजेपी के पक्ष में हवा चल रही थी, तो बसपा ने वहां 3 सीटों पर जीत दर्ज की थी. लेकिन इस बार के चुनाव में बसपा और बीजेपी को वहां एक भी सीट नहीं मिली है.वहां की सभी पांच सीटों पर सपा ने जीत दर्ज की है.

 

 

बजट सत्र के दूसरे चरण की संसद में आज से हुई शुरुआत, निर्मला सीतारमण ने पेश किया J&K का बजट

संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को संसद में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर का बजट पेश कर दिया है।

उन्होंने लोकसभा में अनुदान के लिए पूरक मांग, अनुदान की मांग और जम्मू और कश्मीर के लिए अतिरिक्त अनुदान की मांग भी प्रस्तुत कीं।केंद्र सरकार 2022-23 के लिए अपने आम बजट में जम्मू कश्मीर के लिए 35,581.44 करोड़ रुपये की घोषणा पहले ही कर चुकी है।
जम्मू और श्रीनगर में प्रस्तावित मेट्रोलाइट रेल परियोजना के अलावा बठिंडा, जम्मू व श्रीनगर गैस पाइपलाइन, कीरू व कवार पन बिजली परियोजनाएं और शाहपुर कंडी और उज्ज परियोजनाएं मुख्य श्रेणी में शामिल हैं।

क्योंकि इस केंद्र शासित प्रदेश में कोई निर्वाचित सरकार नहीं है और इस समय विधानसभा नहीं है। इसकी अनुपस्थिति में जम्मू-कश्मीर विधानसभा की विधायी शक्तियां केंद्र सरकार के हाथों में निहित हैं।जम्मू और कश्मीर जून 2018 से निर्वाचित सरकार के बिना है। जब भाजपा ने राज्य में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति का हवाला देते हुए महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।

पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 निरस्त कर दिया गया। जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के तहत 31 अक्टूबर 2019 को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में पुनर्गठित हो चुका है।