Saturday , November 23 2024

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देश की अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार, स्टार्टअप कंपनियों की संख्या में हर साल हो रही 10 फीसदी की बढ़ोतरी

देश में स्टार्टअप कंपनियों की संख्या हर साल 10 फीसदी बढ़ रही है. इसके अलावा यूनिकॉर्न कंपनियां भी हर साल अपनी संख्या में इजाफा करती जा रही हैं. निश्चित तौर पर ये देश की अर्थव्यवस्था की रफ्तार के बढ़ने का संकेत है.

इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के नैसकॉम सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संजीव मल्होत्रा ने कहा कि ज्यादातर स्टार्टअप कंपनियां एप्लिकेशन के क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं. व

उन्होंने कहा, ”देश में स्टार्टअप कंपनियों की संख्या में महत्वपूर्ण वृद्धि हो रही है. हर साल 10 फीसदी नयी कंपनियां जुड़ रही है. हालांकि, शोध के मुख्य क्षेत्रों में स्टार्टअप कंपनियां बनाने की जरूरत है.”

संजीव मल्होत्रा ने कहा कि भारत में और यूनिकॉर्न (एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन) बन रही हैं. 2021 में 44 भारतीय स्टार्टअप ने यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया है. इस तरह देश में यूनिकॉर्न की संख्या 83 हो गई है.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या लड़ेंगे राष्ट्रपति पद का चुनाव, तेलंगाना के सीएम ने शुरू की कवायद

इसी साल राष्ट्रपति पद के लिए जुलाई-अगस्त में चुनाव होना है। ऐसे में विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार की सुगबुगाहट तेज हो गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित किए जाने की तैयारी है।

इसके बाद प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार से भी मिले थे। इसी के बाद से सियासी गलियारे में यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि, विपक्ष की ओर से नीतीश कुमार राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ सकते हैं।

नीतीश कुमार को इस बात के लिए मनाने का काम खुद प्रशांत किशोर कर रहे हैं। इतना ही नहीं गैर भाजपा और गैर कांग्रेसी दलों को एकजुट करने की भी जिम्मेदारी प्रशांत किशोर की ही है। इस बीच केसीआर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मुलाकात कर चुके हैं।

जानकारी के मुताबिक, केसीआर नीतीश कुमार के पक्ष में टीएमसी, सपा, आरजेडी, जदयू जैसे दलों को साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके मुताबिक, नीतीश कुमार बहुत ही मजबूत प्रत्याशी हो सकते हैं।

मैनपुरी की करहल सीट पर दोबारा मतदान की तैयारी, भाजपा प्रत्याशी ने की थी गड़बड़ी की शिकायत

करहल विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर दोबारा मतदान कराने की रिपोर्ट प्रेक्षक करहल ने निर्वाचन आयोग को भेजी है। मैनपुरी की करहल सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने मतदान के दौरान गड़बड़ी की शिकायत की थी।

मतदान के बाद सोमवार को नवीन मंडी में स्क्रूटिनी का काम हुआ। यहां करहल सीट से भाजपा प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल ने निर्वाचन अधिकारी करहल जयप्रकाश और प्रेक्षक करहल चंद्र कुमार जमातिया को एक शिकायत की थी।

साक्ष्य के तौर पर एक वीडियो भी दिया गया है। ये वीडियो वेबकास्टिंग से लिया गया था। शिकायत पर निर्वाचन अधिकारी करहल और प्रेक्षक करहल चंद्र कुमार जमातिया ने जांच की। जांच में सामने आया कि प्राथमिक विद्यालय जसवंतपुर बूथ संख्या 266 पर एक युवक द्वारा खड़े होकर ईवीएम पर मतदान कराया गया है।अगर चुनाव आयोग जसवंतपुर बूथ पर दोबारा मतदान कराने के आदेश देता है तो यहां दोबारा मतदान कराया जाएगा। वहीं अन्य मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण मतदान की रिपोर्ट भेजने के साथ ही शिकायत को निस्तारित कर दिया है।

चौथे चरण के मतदान से पहले अयोध्या में गरजे सीएम योगी कहा-“इनका अब विसर्जन कर दीजिए…”

यूपी में चौथे चरण के लिए कल मतदान हैं लेकिन अभी 172 सीटों पर चुनाव बाकी हैं. चुनाव के पांचवे चरण के लिए 27 फरवरी को वोटिंग होगी जिसके लिए नेता प्रचार में जी जीन लगा रहे हैं.

आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में प्रचार करते हुए एसपी, बीएसपी, कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि, इनका अब विसर्जन कर दीजिए.

सीएम योगी ने इस दौरान सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा, “आप याद कीजिए मैं, पांच साल पहले आया था और कहा था राम लला आएंगे और मंदिर बनाएंगे. क्या ये एसपी, बीएसपी, कांग्रेस की सरकार में हो सकता था?”

उन्होंने सवला करते हुए जनता से पूछा, “क्या एसपी सरकार में आपको मिलता था?” उन्होंने आगे कहा कि, “हम अभी एक करोड़ नौजवानों को टैब्लेट दे रहे हैं. सरकार आने दीजिए दो करोड़ नौजवानों को टैब्लेट देंगे.”

उन्होंने आगे कहा, “एसपी ने सत्ता में आने के बाद आतंकवादियों के मुकदमे वापस लेने का पहला निर्णय लिया था. एसपी का हाथ आतंकवादियों के साथ है. एसपी की सरकार की संवेदना आतंकवादियों के प्रति रही है.”

ब्रेकिंग न्यूज़: Supreme Court 25 फरवरी को करेगा पेगासस मामले की सुनवाई, इस वजह से बढ़ी तारीख

पेगासस मामले की सुनवाई शुक्रवार को 25 फरवरी के लिए तय की गई. कल सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की तरफ से जारी लिस्ट में यह मामला 23 फरवरी के लिए लगा था.

मामले में सरकार की तरफ से पेश हो रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने आज चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली बेंच को बताया कि कल वह किसी दूसरे मामले में व्यस्त रहेंगे.

बता दें कि पेगासस मामला काफी समय से सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. कोर्ट ने 27 अक्टूबर को इसकी जांच के लिए 3 सदस्यीय तकनीकी कमेटी बनाई थी. कमेटी की निगरानी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस आर वी रवींद्रन कर रहे हैं.

कोर्ट ने अपने फैसले में इस मामले में केंद्र सरकार के रवैये पर असंतोष जताया था. कोर्ट ने कहा था कि सरकार ने न तो आरोपों का पूरी तरह खंडन किया, न विस्तृत जवाब दाखिल किया.  लोगों के मौलिक अधिकारों से जुड़ा हो तो कोर्ट मूकदर्शक बन कर नहीं बैठा रह सकता.

सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि देश की सुरक्षा के लिए संदिग्ध लोगों की निगरानी मान्य है. लेकिन यह निगरानी कानूनसम्मत तरीके से ही होनी चाहिए.  जिसका हर नागरिक पर विपरीत असर पड़ेगा.

 

IB Ministry ने ‘सिख फॉर जस्टिस’ से जुड़े ऐप्स, वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लाक करने का दिया आदेश

सूचना और प्रसारण मंत्रालय  ने प्रतिबंधित संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’  से जुड़े ऐप्स, वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया है. ‘पंजाब पॉलिटिक्स टीवी’ ने पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान ऑनलाइन मीडिया का इस्तेमाल कर सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश की है.

मंत्रालय ने कहा कि ब्लॉक की गईं ऐप्स, वेबसाइट और सोशल मीडिया खातों के कंटेंट सांप्रदायिक वैमनस्य और अलगाववाद को भड़काने की झमता रखते हैं. ये कंटेंट भारत की संप्रभुता और अखंडता, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए हानिकारक पाया गया है.

सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने बताया है कि ‘पंजाब पॉलिटिक्स टीवी’ के ऐप, वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक किया जा रहा है, जिसका सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के साथ घनिष्ठ संबंध है.

मंत्रालय ने कहा है कि भारत सरकार भारत में समग्र सूचना वातावरण को सुरक्षित रखने के लिए सतर्क और प्रतिबद्ध है और भारत की संप्रभुता और अखंडता को कमजोर करने की क्षमता वाले किसी भी कार्य को विफल करने के लिए प्रतिबद्ध है.

 

मणिपुर में पीएम मोदी ने चुनावी रैली को किया संबोधित कहा-“कांग्रेस पूर्वोत्तर के लोगों की भावनाओं को कभी समझ नहीं पाई”

पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में विधानसभा चुनाव नजदीक है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर के हिंगांग में एक चुनावी रैली को संबोधित किया और कांग्रेस को निशाने पर लिया.

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पूर्वोत्तर के लोगों की भावनाओं, यहां के लोगों की तकलीफों को कभी समझ ही नहीं पाई. ये NDA की सरकार है जो पूर्वोत्तर को अष्ठ लक्ष्मी मानते हुए, भारत के विकास का ग्रोथ इंजन मानते हुए, काम कर रही है.

पीएम मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस ने कभी आपके सामर्थ्य पर विश्वास नहीं किया, आपसे स्नेह नहीं किया. आज भी कांग्रेस के नेता यहां आकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं. लेकिन दूसरे राज्यों में जाते ही पूर्वोत्तर की संस्कृति, पूर्वोत्तर के पहनावे का मजाक उड़ाते हैं.’

पीएम मोदी ने कहा, ये चुनाव मणिपुर के आने वाले 25 साल को निर्धारित करने वाला है. स्थि​रता और शांति की जो प्रक्रिया इन 5 सालों में शुरू हुई है उसमें अब हमें स्थायी बनाना है. इसलिए ​मणिपुर में भाजपा के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार बननी बहुत आवश्यक है.

बता दें, मणिपुर विधानसभा में 60 सीटें हैं. यहां फिलहाल बीजेपी की सरकार है. साल 2017 में बीजेपी को सिर्फ 21 सीटें ही हासिल हुई थीं, इसी के चलते बीजेपी को सरकार बनाने के लिए दूसरी पार्टियों से बहुमत के लिए सहयोग लेना पड़ा था.

बहराइच में चुनावी रैली के दौरान बोली मायावती-“कांग्रेस दलितों और अन्य पिछड़ा वर्ग की विरोधी पार्टी है”

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने मंगलवार को बहराइच में एक चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी, सपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कांग्रेसी को जातिवादी पार्टी बताते हुए कहा कि आजादी के बाद केंद्र और देश के अधिकांश राज्यों में कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन उसकी गलत नीतियों और कार्यप्रणाली की वजह से वह सत्ता से बाहर हो गई.

मायावती की यह जनसभा देवीपाटन मंडल के विधानसभा क्षेत्रों में बसपा के उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित की गई थी. इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में डॉक्टर बीआर आंबेडकर को ‘भारत रत्न’ नहीं दिया.

उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पार्टी के सरकार में जो नए जिले बनाए गए थे, सपा सरकार ने उन नामों को बदल दिया. उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से सपा और बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने की अपील की. उनका कहना था कि दलितो, आदिवासियों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के मामले में एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं.

उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार भी जातिवादी, रूढ़ीवादी और आरएसएस की संकीर्ण नीतियों को लागू करने में आगे रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार में दलित, मुस्लिम और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.

चंपावत में बरात से लौट रहा वाहन खाई में जा गिरा, हादसे में 11 बरातियों की मौके पर हुई मौत

उत्तराखंड के चंपावत में बरात से लौट रहे वाहन के खाई में गिरने से 11 बरातियों की मौत हो गई। वहीं कोटद्वार में एक वाहन के खाई में गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई है। इस दुर्घटना में तीन लोगों के मरने की पुष्टि हुई है।

 तभी यह हादसा हो गया । ड्राइवर ने बताया कि ब्रेक क़ी जगह पर एक्सीलेटर दब गया। जिस कारण दुर्घटना हो गई।कार में सवार सभी शिक्षक रोजाना इस मार्ग पर आवाजाही करते हैं। सोमवार सुबह लगभग 9.30 बजे कोटद्वार से अपने स्कूलों के लिए जा रहे शिक्षकों का वाहन खाई में गिर गया।मरने वालों में दो महिलाएं और एक शिक्षक है और 2 लोग घायल है बताया जा रहे हैं। कोटद्वार से गुमखल की ओर जाते समय यह हादसा हुआ। पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंच गया है।

यूक्रेन संकट पर UNSC की आपात बैठक में बोले टीएस तिरुमूर्ति-“हमें विश्वास है कि इस मुद्दे को केवल राजनयिक बातचीत…”

यूक्रेन संकट पर यूएन सुरक्षा परिषद ने आपात बैठक बुलाई, जिसमें भारत भी शामिल हुआ। इस बैठक में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने बयान जारी करते हुए शांति से मुद्दे को हल करने की बात कही।

टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, ”रूसी संघ के साथ यूक्रेन की सीमा पर बढ़ता तनाव गहरी चिंता का विषय है। इन घटनाक्रमों में क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को कमजोर करने की क्षमता है, हम सभी पक्षों से संयम बरतने का आह्वान करते हैं। हमें विश्वास है कि इस मुद्दे को केवल राजनयिक बातचीत के माध्यम से ही सुलझाया जा सकता है। ”

उन्होंने कहा, ”हम सभी पक्षों के लिए अत्यंत संयम बरतने और राजनयिक प्रयासों को तेज करके अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर देते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जल्द से जल्द एक पारस्परिक रूप से सौहार्दपूर्ण समाधान हो सके।”

यूएनएससी में इस मुद्दे पर यूएस ने कहा, ”कल, अमेरिका अंतरराष्ट्रीय कानून के स्पष्ट उल्लंघन के लिए रूस को जवाबदेह ठहराने के लिए और कदम उठाएगा। हम और हमारे सहयोगी स्पष्ट हैं कि यूक्रेन पर और आक्रमण करने के लिए रूस द्वारा त्वरित और गंभीर प्रतिक्रिया दी जाएगी। इस समय कोई भी किनारे पर खड़ा नहीं हो सकता।”