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कुशीनगर हादसे पर CM योगी सहित कई नेताओं ने जताया शोक, विवाह की रस्मे करते वक्त कुएं में गिरी थी 13 महिलाएं

उत्तर प्रदेश स्थित कुशीनगर के नौरंगिया टोला  गांव में  रात करीब 10 बजे महिलाएं और लड़कियां कुएं के ऊपर लगे लोहे के जाल पर बैठकर विवाह संबंधी एक रस्म कर रही थीं.

इसी दौरान जाल टूट गया और उस पर बैठे सभी लोग कुएं में जा गिरे. इस हादसे में 13 महिलाओं और बच्चों की मौत हो गईं. इस हादसे पर राज्य के कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया और घायलों के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर शोक जताते हुए कहा- “जनपद कुशीनगर के ग्राम नौरंगिया स्कूल टोला की एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में हुई ग्रामवासियों की मृत्यु अत्यंत दुःखद है. मेरी संवेदनाएं मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं. प्रभु श्री राम से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना है.”

उन्होंने लिखा- “कुशीनगर जिले में शादी की हल्दी की रस्म के दौरान हुए हादसे का दुखद समाचार सुनकर मन व्यथित है. इस हृदय विदारक घटना ने मन को झकझोर दिया है. मांगलिक कार्यक्रम में महिलाओं की मृत्यु उनके परिवारों के लिये ही नहीं पूरे प्रदेश के लिये दुखद है.”

PM Svanidhi Scheme के तहत इन लोगों को सरकार दे रही हैं बिना गारंटी के 10,000 तक का लोन

कोरोना महामारी  शुरू होने के बाद से दिहाड़ी मजदूरी करने वाले और रेहड़ी-पटरी वाले लोगों के जीवन पर बहुत बुरा असर पड़ा है.लॉकडाउन में इन लोगों के रोजगार छिन गए और यह लोग अपने घर जाने को मजबूर हो गए.

सरकार पीएम स्वनिधि योजना  के द्वारा इन रेहड़ी-पटरी वाले लोगों को आर्थिक मदद देने की कोशिश कर रही है जिससे वह आपके काम-धंधे को फिर से शुरू कर सकें. इस योजना के तहत लोगों को सरकार बिना किसी गारंटी के 10,000 रुपये तक का लोन देती है जिसके द्वारा वह अपने काम को शुरू कर सकें. अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो इस योजना के बारे में सही जानकारी प्राप्त कर लें.

आपको बता दें कि इस ‘पीएम स्वनिधि योजना’ का लाभ उन लोगों को ही मिल सकता है जो 24 मार्च 2020 से पहले अपना कोई काम करते थे. इस योजना का लाभ आपको 2022 मार्च के महीने तक ही मिलेगा. इसलिए अगर आपको भी लोन चाहिए तो जल्द से जल्द आवेदन करें.

इस योजना के तहत मिलने वाले लोन के ब्याज पर छूट मिलती है. इस लोन की राशि को तीन महीने में किस्त के आधार पर ट्रांसफर किया जाता है. इस लोन की खास बात ये है कि इसमें बैंक आपसे किसी तरह की गारंटी की मांग नहीं कर सकते हैं.

सपा और बसपा पर जमकर गरजे पीएम मोदी कहा-“मैंने गरीबी के भाषण नहीं सुने, गरीबी में जिंदगी गुजारकर आया हूं”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीतापुर में जनसभा की और बीजेपी  के पक्ष में मतदान करने की अपील की. उन्होंने गरीबों से अपना रिश्ता जोड़ते हुए कहा कि ‘मैंने गरीबी के भाषण नहीं सुने, मैं गरीबी जीकर आया हूं. गरीब की जिंदगी क्या होती है, उससे गुजरकर आपके बीच पहुंचा हूं.’

सीतापुर की जनसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबों, पिछड़ों, दलितों, महिलाओं और किसानों के साथ ही हर वर्ग के लिए चलाई गई योजनाओं की चर्चा की. साथ ही कहा कि गरीब के घर में मां अगर बीमार होती है तो सालों साल तक दर्द सहती है.

प्रधानमंत्री ने एक बार फिर डबल इंजन की सरकार के फायदे बताए और कहा कि ‘डबल इंजन’ की सरकार ‘डबल शक्ति’ से उत्तर प्रदेश को उत्‍तम प्रदेश बनाने के लिए, गरीब को सशक्त करने के लिए काम कर रही है.

समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘घोर परिवारवादियों की सरकार में नौकरियां किस तरह मिलती थीं, ये सब जानते हैं, 2017 से पहले खनन माफ‍िया और भूमाफिया का ही राज चलता था.’ उन्होंने कहा कि माफियावादियों को कभी बाढ़ से जूझते सीतापुर की चिंता हो सकती है क्‍या? जो लूटने में लगे हैं.’

Punjab Election 2022: अश्विनी कुमार के सोनिया गांधी को भेजे त्यागपत्र के बाद कांग्रेस में बढ़ा आंतरिक कलह

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि हम कांग्रेस पार्टी नहीं छोड़ेंगे लेकिन अगर कोई धक्के देकर निकालना चाहे तो यह अलग बात है.  उन्होंने यह बात उस सवाल पर कही जब उनसे यह पूछा गया कि ऐसी अफवाहें हैं कि वह बीजेपी में जाने वाले हैं.

इसके जवाब मे कांग्रेस नेता ने कहा, “हम पार्टी में कोई किरायेदार थोड़ी हैं, हम हिस्सेदार हैं. अगर कोई धक्के देकर निकालना चाहे तो यह अलग बात है.” उन्होंने कहा कि हमने पार्टी में अपनी जिंदगी के 40 साल दिये हैं. हमने परिवार और इस देश की अखंडता के लिये खून बहाया है. हम विचारात्मक सियासत में यकीन रखते हैं. यह बात मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं.

आपको बता दें कि पंजाब से पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार के सोनिया गांधी को भेजे त्यागपत्र के बाद पार्टी में आंतरिक कलह बढ़ गई है. इस पर टिप्पणी करते हुये उन्होने कहा कि उन्होंने जो बाते की हैं उनमें कुछ सच्चाई हो सकती है और ‘जी 23’समूह के नेताओं ने भी 2020 भी इसी तरह की चिंताएं प्रकट की थीं.

मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, ”वह अच्छे व्यक्ति हैं, एक अच्छे वकील हैं जो बेहतरीन जिरह करते हैं. उन्होंने अपने त्यागपत्र में जो कहा है उसमें कुछ न कुछ सच होगा. जी 23 समूह ने भी 2020 में इन चिंताओं को आलाकमान के समक्ष उठाया था.”

Muzaffarnagar में मनचलों के हौसले हुए बुलंद, दो लड़कियों से की छेड़छाड़ व विरोध करने पर पूरे परिवार को बुरी तरह पीटा

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में इन दिनों बेख़ौफ़ मनचलों के हौसले इतने बुलंद हैं कि मनचलों ने छेड़छाड़ का विरोध करने पर पीड़ित परिवार को लाठी डंडों से जमकर पीट दिया.

पीड़ित 2 लड़कियों का आरोप है पड़ोस के 6 व्यक्तियों ने उनसे छेड़छाड़ की और जब उन्होंने विरोध किया तो दोनों पीड़ितों के साथ, उनके मां-बाप और 2 भाइयों को दबंगों ने बुरी तरह पीटा.  मनचलों की पिटाई से घायल हुई पीड़िता की मां व पिता को मुजफ्फरनगर से मेरठ के लिए रेफर कर दिया.

जानकारी के मुताबिक इंसाफ के लिए छेड़छाड़ पीड़िता लड़कियां अपने भाइयों के साथ घंटों से थाने में बैठकर गुहार लगा रही हैं. वहीं पुलिस ने कहा कि दो पक्षों के बीच मारपीट हुई थी, जिसका मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

दरअसल, मामला बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के लुहसाना गांव का है, जहां मंगलवार की देर रात खाना बनाने के दौरान 2 लड़कियों के साथ गांव के ही रहने वाले 6 व्यक्तियों ने अश्लील हरकत करने के साथ साथ छेड़छाड़ की.

बताते चलें कि पीड़ित परिवार की दो लड़कियों के साथ खाना बनाने के समय, पड़ोस के रहने वाले अर्जुन, लाखन, राहुल, गौरव, आशु और रवि द्वारा छेड़छाड़ का आरोप है.

राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में ट्री ट्रांसप्लांट पॉलिसी लागू करेगा राजमार्ग मंत्रालय, बताई ये बड़ी वजह

राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में अब पेड़ों का कटान अंतिम विकल्प होगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय वृक्षों के पर्यावरणीय महत्व को समझते हुए अब राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में ट्री ट्रांसप्लांट पॉलिसी लागू करने जा रहा है।

इस संबंध में अपर मुख्य सचिव (वन) आनंद बर्द्धन से वन विभाग, राज्य वन विकास निगम और वन व पर्यावरण से संबंधित संस्थानों के विशेषज्ञों का सहयोग और विचार लेने का अनुरोध किया गया है।

लगभग 71 प्रतिशत वन क्षेत्र वाले उत्तराखंड में सड़कों के निर्माण और चौड़ीकरण के कार्यों में हर साल हजारों पेड़ विकास की भेंट चढ़ जाते हैं। चारधाम आलवेदर रोड परियोजना के निर्माण में हजारों पेड़ों का कटान हो चुका है।  मंत्रालय ने प्रदेश सरकार को इस संबंध में पत्र भेजा है।

पत्र में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में 31 जनवरी 2020 की बैठक का जिक्र किया गया है, जिसमें तय हुआ था कि राजमार्गों के निर्माण कार्यों में पेड़ों का कटान अंतिम विकल्प होगा।

उत्तराखंड के सीमावर्ती स्थान पर शून्य तापमान में आईटीबीपी के जवान कर रहे गश्त, लोगों ने साहस को किया सलाम

माइनस तापमान में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान सीमाओं की चौकसी कर रहे हैं। कंधे पर हथियार और हाथ में डंडा लेकर आगे बढ़ रहे इन जवानों का एक वीडियो सामने आया है।

जिसे देखने के बाद हर कोई इन जवानों के साहस को सलाम कर रहा है। जवानों के घुटनों तक बर्फ है। और वे पूरी ताकत लगाकर आगे बढ़ रहे हैं।

आटीबीपी जवानों का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे उत्तराखंड हिमालय के आसपास शून्य से नीचे के तापमान में गश्त कर रहे हैं। जवान 15,000 फीट ऊंचाई पर जवान पहरा दे रहे हैं। एक दूसरे के पीछ रस्सी का सहारा लेकर जवान आगे बढ़ रहे हैं।

सीमा के अलावा नक्सल विरोधी अभियानों समेत अन्य ऑपरेशन में तैनात किया जाने वाला आईटीबीपी देश का अग्रणी अर्धसैनिकल बल है। आईटीबीपी जवानों को अत्यधिक ठंड की स्थिति में उत्तराखंड के सीमावर्ती स्थान पर शून्य से 25 डिग्री सेल्सियस कम तापमान पर प्रशिक्षित किया जाता है।

यही नहीं किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए यह बल हमेशा तत्पर रहता है। क्योंकि ये बल बर्फ से ढकी चौकियों पर तैनात रहकर देश में सुरक्षा का पहरा देते हैं। देश की सुरक्षा के लिए हर चुनौती का सामना करने वाले इन वीरों के जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है।

उत्तरकाशी में आईटीबीपी 12वीं वाहिनी मातली में योगाचार्य देवेश चंद्र ने निशुल्क योगाभ्यास शिविर का आयोजन किया। जिसमें आईटीबीपी के अफसरों, जवानों व उनके परिजनों को कपालभाती प्राणायाम, सूर्या नमस्कार, दंडासन, सर्वांगासन आदि का अभ्यास कराया।

कर्नाटक: हिजाब मामले पर शुरू हुई सुनवाई, आज याचिकाकर्ता छात्राओं के वकील ने रखीं ये दलीलें

कर्नाटक हाई कोर्ट में आज फिर हिजाब मामले पर सुनवाई शुरू हो गई है।  इस मामले पर याचिकाकर्ता छात्राओं की ओर से पेश वकील देवदत्त कामत ने दलीलें पेश की थीं। इस दौरान उन्होंने दक्षिण अफ्रीका और तुर्की के कानूनों का हवाला दिया था।

आज याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता प्रोफेसर रविवर्मा कुमार अदालत में पेश हुए।याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता प्रोफेसर रविवर्मा कुमार ने कर्नाटक शिक्षा अधिनियम का हवाला दिया।

याचिकाकर्ता छात्राओं की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता देवदत्त कामत ने अदालत के सामने दक्षिण अफ्रीका की एक अदालत के फैसले का उल्लेख किया। इसमें मुद्दा यह था कि क्या दक्षिण भारत से संबंध रखने वाली एक हिंदू लड़की क्या स्कूल में नाक का आभूषण (नोज रिंग) पहन सकती है।

कामत ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका की अदालत ने पैसले में कहा था कि अगर ऐसे छात्र-छात्राएं और हैं जो अपने धर्म या संस्कृति को व्यक्त करने से डर रहे हैं तो उन्हें ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। कामत ने कहा कि दक्षिण अफ्रीकी अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि धर्म और संस्कृति का सार्वजनिक प्रदर्शन विविधता का एक उत्सव है जो हमारे स्कूलों को समृद्ध करता है।

संत रविदास जयंती के अवसर पर दिल्ली पहुंचकर प्रधानमंत्री मोदी ने की पूजा-अर्चना व CM योगी पहुंचे वाराणसी

संत रविदास का जन्मोत्सव देशभर में पूरे जोश के साथ मनाया जा रहा है। संत रविदास को मानने वाले भक्त उनके मंदिरों में पहुंचकर भजन-कीर्तन और संगत कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली के करोलबाग तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी पहुंचे और संत रविदास की पूजा-अर्चना की। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी संत रविदास के जन्म स्थल पर पहुंचे।

पंजाब में करीब 32 फीसदी दलित मतदाता हैं। इनकी उपेक्षा कर पंजाब की राजनीति में कोई भी दल सत्ता की कुर्सी तक नहीं पहुंच सकता। चरणजीत सिंह चन्नी के वाराणसी पहुंचने को भी दलित मतदाताओं को साधने की कोशिश बताया जा रहा है।

पंजाब की सियासत में दलित मतदाता लगातार अपने समुदाय का मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री देखने की इच्छा जताते रहे हैं, लेकिन पंजाबी जट सिखों की प्रधानता वाली राजनीति में उनकी यह मांग हमेशा अनसुनी कर दी गई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पठानकोट की अपनी रैली में भी सबसे पहले संत रविदास को ही याद किया। उनके मंच पर भी संत रविदास की बड़ी प्रतिमा लगाकर दलित समुदाय को संदेश देने की कोशिश की गई। उन्होंने संत रविदास की पंक्तियों “ऐसा चाहूं राज मैं, मिले सबको अन्न। छोट-बड़े सब सम रहें, रविदास रहें प्रसन्न।” का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार वही काम कर रही है जो संत रविदास चाहते थे।

Punjab Election 2022: शिरोमणि अकाली दल ने किसानों के लिए घोषणापत्र में एमएसपी का दायरा बढ़ाने का किया दावा

पंजाब विधानसभा चुनाव के जरिए सत्ता हासिल करने के लिए राजनीतिक दलों ने वादों की झड़ी लगा रखी है.शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन ने घोषणापत्र जारी पंजाबियों का पंजाब की पुरजोर वकालत की है.

इसमें गठबंधन के सरकार में आने पर सरकारी और निजी नौकरियों में स्थानीय युवाओं को 75 फीसदी आरक्षण देने का वादा किया गया है.गठबंधन की ओर से घोषणापत्र में किसानों को साधने की कोशिश की गई है. घोषणापत्र में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का दायरा बढ़ाकर फलों, सब्जियों और दूध को इसमें शामिल करने और कई अन्य चीजें मुफ्त में देने का वादा किया गया है.

इसके नेताओं ने कहा कि गठबंधन नदी जल, क्षेत्रीय, राजनीतिक और धार्मिक मामलों में राज्य के लिए न्याय सुरक्षित करने के लिए संघर्ष करना जारी रखेगा. उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और सामाजिक कल्याण सहित विभिन्न क्षेत्रों के लिए छूट की घोषणा की.

बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. शिरोमणि अकाली दल ने 97 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि बीएसपी के हिस्से 20 सीटें आई है.